सोमवार, 14 मार्च 2022

महायुद्ध: आयोजित वार्ता में मध्यस्थता करेगा इजराइल

महायुद्ध: आयोजित वार्ता में मध्यस्थता करेगा इजराइल  

सुनील श्रीवास्तव       

कीव/मास्को। रूस और यूक्रेन का युद्ध दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। तमाम अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के बावजूद यह युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि यूक्रेन-रूस के महायुद्ध के समाधान के लिए आयोजित वार्ता में इजराइल मध्यस्थता करने जा रहा है। बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इजरायल के पीएम नफ्ताली बैनेट से मध्यस्थता करने का आग्रह किया था। जिसके बाद इजरायल के पीएम ने इस आग्रह को स्वीकार करते हुए इस वार्ता में मध्यस्थता करने का निर्णय लिया है।

जहां एक ओर पूरी दुनिया के शक्तिशाली देश यूक्रेन और रूस के बीच समझौता कराने के प्रयास में लगे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर रूस का रवैया लगातार आक्रामक होता जा रहा है। लगभग पूरे यूक्रेन के अलग-अलग स्थानों पर लगातार रुस के द्वारा बमबारी की जा रही है। हवाई के साथ साथ जमीनी हमले करके भी रूस की सेना लगातार यूक्रेन में कब्जा करते जा रही है। इसी कड़ी में आज सुमी ओब्लास्ट के ओख्तिरका में रुस ने फिर से बम बरसा दीए जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई।

आईपीओ लॉन्च करने के लिए 12 मई तक का समय

आईपीओ लॉन्च करने के लिए 12 मई तक का समय 

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। सरकार के पास बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास नए कागजात दाखिल किए बिना आईपीओ लॉन्च करने के लिए 12 मई तक का समय है। समाचार चैनल एनडीटीवी ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश के माध्यम से शेयर बिक्री में अगले वित्तीय वर्ष में देरी हो सकती है, क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार के पास बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास नए कागजात दाखिल किए बिना आईपीओ लॉन्च करने के लिए 12 मई तक का समय है, लेकिन रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद वैश्विक बाजारों में मंदी को देखते हुए आईपीओ अप्रैल में भी आने की संभावना नहीं है।
सरकार इस आईपीओ से 78,000 करोड़ रुपये के अपने संशोधित विनिवेश लक्ष्य को पूरा करने की योजना बना रही थी। निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के आंकड़ों के मुताबिक, सरकार को अब तक 12,029 करोड़ रुपये की विनिवेश प्राप्तियां मिली हैं। 78,000 करोड़ रुपये के संशोधित अनुमान को देखते हुए सरकार अभी भी अपने संशोधित अनुमान से लगभग 66,000 करोड़ रुपये कम कर रही है।
एलआईसी भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है, जिसकी कम बीमा पैठ वाले देश में कुल और नए प्रीमियम दोनों में 65 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है। इसमें व्यक्तिगत एजेंटों (1.35 मिलियन) की एक महत्वपूर्ण संख्या है, जो 30 सितंबर, 2021 को भारत में सभी व्यक्तिगत एजेंटों का 55 प्रतिशत है। यह भारत का सबसे बड़ा संस्थागत निवेशक भी है, जिसमें सूचीबद्ध शेयरों में 4 प्रतिशत हिस्सेदारी है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई)।
मैकडॉनल्ड्स टू नेटफ्लिक्स, ब्रांड्स जिन्होंने रूस में परिचालन निलंबित कर दिया है।
एलआईसी आईपीओ को सेबी से मिली हरी झंडी, लेकिन सरकार अगले वित्तीय वर्ष तक देरी कर सकती है।

27 मार्च से फिर शुरू होगीं 'अंतरराष्ट्रीय उड़ानें'

27 मार्च से फिर शुरू होगीं 'अंतरराष्ट्रीय उड़ानें' 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय उड़ानें दो साल पहले 23 मार्च, 2020 को कोविड -19 महामारी के बीच निलंबित कर दी गई थीं, और तब से अंतराल पर हैं।
27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर से शुरू होंगी।
लोकलसर्किल के एक सर्वेक्षण के अनुसार, पूरे यूरोप और एशिया में कोविड -19 मामलों में वृद्धि के बीच, भारत में कई नागरिक 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने के खिलाफ हैं। सर्वेक्षण में 294 भारतीय जिलों में रहने वाले 12,618 नागरिकों से प्रतिक्रियाएं मिलीं।
दो साल के कोविड अंतराल के बाद 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होंगी। हालांकि भारत अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर से शुरू कर रहा है, हांगकांग, चीन, वियतनाम, जर्मनी, फ्रांस और नीदरलैंड जैसे कई देशों में ओमाइक्रोन मामलों के बीए 2 संस्करण के बीए 2.2 सबलाइन में नाटकीय वृद्धि देखी जा रही है। सर्वेक्षण के कम से कम 73 प्रतिशत उत्तरदाता 27 मार्च से शुरू होने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने के खिलाफ हैं। इस बीच, 25 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने उड़ानें फिर से शुरू करने के सरकार के फैसले से सहमति व्यक्त की, जबकि 41 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानें उन लोगों से शुरू होनी चाहिए। जिन देशों में टीपीआर 2 फीसदी से कम है। टीपीआर या परीक्षण सकारात्मकता दर डब्ल्यूएचओ द्वारा महामारी के लिए दैनिक सकारात्मकता दर के लिए निर्धारित सीमा है। यदि टीपीआर 5 प्रतिशत को पार कर जाता है, तो यह माना जाता है कि महामारी नियंत्रण से बाहर है।
सर्वेक्षण में 18 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को स्थगित करने का सुझाव दिया, जबकि 2 प्रतिशत की राय नहीं थी। विशेष रूप से, 44 प्रतिशत उत्तरदाता टियर I शहरों से थे, 35 प्रतिशत टियर II से और 21 प्रतिशत उत्तरदाता क्रमशः टियर III टियर IV और ग्रामीण जिलों से थे।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानें दो साल पहले 23 मार्च, 2020 को कोविड -19 महामारी के बीच निलंबित कर दी गई थीं, और तब से अंतराल पर हैं।

राहत: कृपाण के साथ सफर कर सकेंगे सिख यात्री

राहत: कृपाण के साथ सफर कर सकेंगे सिख यात्री 

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने स‍िख यात्रियों को व‍िमान यात्रा पर बड़ी राहत दी है। अब सिख यात्री कृपाण के साथ सफर कर सकेंगे। इसके लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय की तरफ से द‍िशा-न‍िर्देश जारी किए गए हैं। मंत्रालय की तरफ से जारी द‍िशा-न‍िर्देशों में कृपाण के ब्लेड की लंबाई 15.24 सेंटीमीटर से अधिक नहीं होनी चाह‍िए, साथ ही कृपाण की कुल लंबाई 22.86 सेंटीमीटर से ज्‍यादा नहीं होनी चाह‍िए। मंत्रालय ने कहा है कि स‍िख यात्रियों को यह परमिशन केवल घरेलू टर्मिनलों से संचालित होने वाले भारतीय विमानों में यात्रा करने के ल‍िए मिली है।

मंत्रालय ने एक संशोधित आदेश में अपने पुराने आदेश में ल‍िखे हुए उस ह‍िस्‍से को हटा दिया है, जिसमें कहा गया था कि किसी भी घरेलू या अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल पर किसी भी कर्मचारी को व्यक्तिगत रूप से कृपाण ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। भाजपा नेता मनजिंदर सिरसा ने भी स‍िखों को मिली इस राहत पर ट्वीट किया है। उन्‍होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘स‍िख यात्रियों और कर्मियों को ड्यूटी के दौरान हवाई सफर में कृपाण ले जाने की पाबंदी हटा दी है। स‍िख कर्मी और यात्री अब कृपाण को भारतीय एयरपोर्ट पर ले जा सकते हैं।’ उन्‍होंने इसके ल‍िए पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नाग‍र‍िक उड्डयन मंत्री ज्‍योत‍िराद‍ित्‍य स‍िंध‍िया को तुरंत कार्रवाई के ल‍िए धन्‍यवाद भी द‍िया।

गिरावट: 52,712 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आया सोना

गिरावट: 52,712 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आया सोना   

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। सोना और चांदी खरीदने की सोच रहे हैं तो देर न करें। सोमवार को फिर से दाम में गिरावट हुई है। एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.3% गिरकर 52,712 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया। बता दे कि अगस्त 2022 के बाद के उच्चतम स्तर 56,200 रुपए के करीब 55,558 रुपए पर पहुंच गई थीं। आपको जानकर खुशी होगी कि चांदी के दाम में भी कमी आई हैं।
एमसीएक्स पर चांदी 0.6% गिरकर 69970 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते सोने की दरें में तेजी देखी गई थी। वहीं इस हफ्ते दाम कम होने से लोगों को बड़ी राहत मिली है।
दरअसल, रूस-यूक्रेन जंग के बीच वैश्विक बाजार में बिकवाली दिख रही है। अगर वैश्विक बाजारों पर नजर डालें तो आज सोने की कीमतें कम हुई है क्योंकि रेट हाइक की उम्मीदों के चलते अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड तेजी देखने को मिली।
गौरतलब है कि भारत में सोने का आयात चालू वित्त वर्ष के पहले 11 माह यानी अप्रैल-फरवरी में 73 फीसदी बढ़कर 45.1 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। बढ़ती मांग के चलते सोने का आयात बढ़ा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में सोने का आयात 26.11 अरब डॉलर रहा था।

एजेंसी नासा की तकनीक, मिलेंगे 30 हजार डॉलर्स

एजेंसी नासा की तकनीक, मिलेंगे 30 हजार डॉलर्स  

अखिलेश पांडेय       
वाशिंगटन डीसी। मंगल ग्रह पर जीवन है या नहीं। इस बात की खोज बेहद जोर-शोर से कई सालों से चल रही है। दुनिया भर के कई देश और उनके वैज्ञानिक इस काम में लगे हैं। लेकिन अब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने आम लोगों के लिए एक प्रतियोगिता रखी है। जिसमें डेटा एनालिसिस करके यह बताना होगा कि मंगल ग्रह पर जीवन था या नहीं होगा या नहीं है या नहीं। अगर आप इस काम में सफल होते हैं। आपकी तकनीक नासा को पसंद आती है, तो आपको मिलेंगे 30 हजार डॉलर्स यानी करीब 23 लाख रुपये।
इस प्रतियोगिता को कराने में नासा की मदद कर रहा है क्राउड सोर्सिंग प्लेटफॉर्म हीरोएक्स  इस कॉन्टेस्ट में शामिल होने की आखिरी तारीख है 18 अप्रैल 2022. आप अपनी एलिजिबिलिटी यानी अहर्ता को इस लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं। साथ ही आप इसकी पूरी जानकारी हीरोएक्स चैलेंज पेज पर जाकर देख सकते हैं।
इस प्रतियोगिता का मकसद है एक ऐसा टूल विकसित करना जो खुद-ब-खुद मंगल पर घूम रहे नासा के पर्सिवरेंस और क्यूरियोसिटी रोवर्स के स्पेक्ट्रोमीटर के डेटा को एनालाइज कर सके।  इन दोनों रोवर्स के स्पेक्ट्रोमीटर मंगल ग्रह के पत्थरों और उनके अंदर मौजूद जैविक पदार्थों की जांच करते हैं‌।उनका डेटा नीचे धरती पर भेजते हैं। अब इन डेटा के एनालिसिस के लिए आपको टूल बनाना है।
ऐसा माना जाता है और कुछ ऐसे सबूत भी मिले हैं कि मंगल ग्रह पर कभी जीवन था। वहां तरल पानी भी था। हालांकि जीवन को लेकर पुख्ता नहीं कहा जा सकता। लेकिन इसी बात की जांच करने के लिए तो मंगल ग्रह पर रोवर भेजे गए हैं। अब नासा और यूरोपियन स्पेस एजेंसी मिलकर मंगल ग्रह से सैंपल लाने का मिशन करने जा रही है। ताकि धरती पर उसका विश्लेषण किया जा सके। जीवन की खोज या उससे जुड़े सबूतों की जांच हो सके। 
नासा चाहता है दुनियाभर के लोग इस प्रतियोगिता में शामिल हों। ताकि दुनिया में मौजूद बेहतरीन डेटा एनालिस्ट या बुद्धिमान लोग उनकी मदद करके मंगल ग्रह पर जीवन के राज को खोल सके। ये पता कर सकें कि क्या भविष्य में भी मंगल ग्रह पर जीवन संभव है।

बिहार विधानसभा के बजट सत्र में हंगामा, फटकार

बिहार विधानसभा के बजट सत्र में हंगामा, फटकार   

अविनाश श्रीवास्तव    
पटना। बिहार विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को बड़ा हंगामा हो गया है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक संजय सरावगी ने लखीसराय में पुलिस कार्यवाही को लेकर सवाल पूछा। इस वक्त सीएम नीतीश कुमार अपने चैंबर में थे। मामला उठते ही वो बेहद नाराज हो गए। गुस्से में सदन में आए और हंगामा करने वालों को जमकर फटकार लगा दी। सीएम ने स्पीकर विजय सिन्हा को भी नहीं छोड़ा। कहा कि आप संविधान का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं। इस तरह से सदन नहीं चलेगा। एक ही मामले को रोज-रोज उठाने का कोई मतलब नहीं है।
इस दौरान सीएम और स्पीकर के बीच जमकर बहस हुई। नीतीश कुमार ने कहा-‘ इस मामले में विशेषाधिकार समिति जो रिपोर्ट पेश करेगी हम उस पर जरूर विचार करेंगे। किसी तरह का भ्रम है तो बातचीत की जाएगी। देखेंगे कि कौन सा पक्ष सही है। सिस्टम संविधान से चलता है। किसी भी क्राइम की रिपोर्ट कोर्ट में जाती है, सदन में नहीं। कृपा करके ज्यादा मत करिए। जो चीज पर जिसका अधिकार है, उसको करने दीजिए। हमारी सरकार न किसी को बचाती है और ना किसी को फंसाती है।’

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...