सोमवार, 14 मार्च 2022

भारत: पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोतरी पर चर्चा

भारत: पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोतरी पर चर्चा  

अखिलेश पांडेय 
कीव/मास्को/नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन के युद्ध को लेकर कच्‍चे तेल की कीमत में भारी इजाफा हुआ है। इसके बाद भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमत मेें बढ़ोतरी पर चर्चा चल रही है। लोगों का कहना है कि वर्तमान में ही इसकी कीमत अधिक है। इसमें और वृद्धि होने से उनका जीना मुहाल हो जाएगा। इस बीच पेट्रोल-डीजल की कीमत को लेकर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने लोकसभा में 14 मार्च को बड़ी बात कही।मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राहक को राहत देने के लिए 4 नवंबर 2021 को पेट्रोल और डीज़ल के दाम कम किए हैं। हमने और भी कदम उठाए। लेकिन 9 राज्यों ने इसके दाम कम नहीं किए।

मंत्री ने कहा कि मेरे पास यूएसए, कनाडा, जर्मनी, यूके, फ्रांस, स्पेन, श्रीलंका और भारत के तुलनात्मक डेटा हैं। इन सभी देशों में इस प्रतिनिधि अवधि के दौरान पेट्रोल की कीमत में 50%, 55%, 58%, 55% की वृद्धि हुई है। भारत में केवल 5% बढ़ा है।

पश्चिमी देशों के प्रतिबंध, निर्णय को नहीं बदल सकते

पश्चिमी देशों के प्रतिबंध, निर्णय को नहीं बदल सकते   

सुनील श्रीवास्तव 
मास्को। रूस ने कहा है कि वह अमेरिका और यूरोपीय देशों से रूस के खिलाफ लगायी गयी पाबंदियों को हटाने के लिए नहीं कहेगा और पश्चिमी देशों के प्रतिबंध हमारे निर्णय को नहीं बदल सकते हैं।
रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई वर्शिनिन ने इज़वेस्टिया अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा, "प्रतिबंध हमारा निर्णय नहीं है। वे अमेरिका और उसके इशारे पर चलने वाले देशों के द्वारा लगाए जा रहे हैं। ये लोग रूस पर दबाव डालना चाहते हैं, हमारी अर्थव्यवस्था और रूस के आम नागरिकों को बहुत कठिन स्थिति में डालते हैं। वे ऐसा रूस के संप्रभु राजनीतिक निर्णयों के लिए सजा देने हेतु कर रहे हैं।"
उन्होंने जोर देकर कहा कि एक दबाव उपकरण होने के नाते रूस पर लगाए गए पश्चिमी देशों के प्रतिबंध वैध नहीं हैं और इसका कोई नतीजा नहीं निकलेगा। उन्होंने कहा, "हम इन प्रतिबंधों को हटाने के लिए नहीं कहेंगे। हम बस अपनी खुद की अर्थव्यवस्था और स्वतंत्र रूप से विकास करने की हमारी क्षमता को विकसित करेंगे, जो हमारे दोस्तों और समान विचारधारा वाले लोगों पर निर्भर है।"
उल्लेखनीय है कि यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान के जवाब में पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ एक व्यापक प्रतिबंध अभियान शुरू किया है। इस प्रतिबंधों में कई रूसी अधिकारियों, संस्थाओं, मीडिया, वित्तीय संस्थानों और हवाई क्षेत्र को बंद करने जैसे प्रतिबंधात्मक उपाय शामिल हैं।

फिल्म 'रन-वे 34' का मोशन पोस्टर रिलीज किया

फिल्म 'रन-वे 34' का मोशन पोस्टर रिलीज किया    

कविता गर्ग     

मुंबई। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और सिंघम स्टार अजय देवगन की आने वाली फिल्म रन-वे 34 का मोशन पोस्टर रिलीज कर दिया गया है। अमिताभ बच्चन और अजय देवगन इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म रन-वे 34 को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। इस थ्रिलर फिल्म में अजय देवगन पायलट के किरदार में नजर आने वाले हैं। फिल्म निर्माता ने फिल्म के दो मोशन पोस्टर रिलीज किए हैं, जिसमें अजय देवगन और अमिताभ बच्चन अपने-अपने किरदारों के साथ शानदार डॉयलॉग्स बोल रहे हैं।

पहले मोशन पोस्टर को अजय देवगन ने अपने इंस्टाग्राम पर साझा किया है। इस मोशन पोस्टर में अजय वॉयस-ओवर में कहते हैं, हर हादसे के दो पहलू होते हैं। क्या हुआ और कैसे हुआ, इस क्या हुआ और कैसे हुआ के बीच में जो दयार है सच वहीं छुपा हुआ है। इस पोस्टर को इंस्टाग्राम पर शेयर कर उन्होंने लिखा, ब्रेस फॉर इंपैक्ट साथ ही उन्होंने फिल्म की रिलीज डेट के बारे भी जानकारी दी है। यह फिल्म 29 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।वहीं, दूसरे मोशन पोस्टर में अमिताभ बच्चन पायलट पर यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डालने को लेकर सवाल कर रहे हैं। मोशन पोस्टर में अमिताभ कहते हैं कि, अगर, मगर, लेकिन, शायद आपने 150 यात्रियों की सलामती इन चार शब्दों पर छोड़ दी।

गौरतलब है कि रन-वे 34 इमोशनल और हाई ओक्टेन थ्रिलर फिल्म है। यह फिल्म साल 2015 में दोहा से कोच्चि रहे विमान में हुई घटना पर आधारित है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और अजय देवगन के अलावा रकुल प्रीत सिंह और बोमन ईरानी भी अहम भूमिका में नजर आने वाले हैं।

चीन: रासायनिक संयंत्र में आग लगने से 7 की मौंत

चीन: रासायनिक संयंत्र में आग लगने से 7 की मौंत 

अखिलेश पांडेय    

बीजिंग। उत्तरी चीन के मंगोलिया स्वायत्त क्षेत्र में सोमवार तड़के एक रासायनिक संयंत्र में आग लगने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के मुताबिक आग बाओटौ शहर के होंडलॉन जिले में स्थित संयंत्र में सोमवार तड़के करीब 2:08 बजे लगी। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। एजेंसी के मुताबिक 6:40 बजे राहत एवं बचाव कार्य समाप्त हो गया तथा इस दौरान सात लोगों का शव बरामद हुआ। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। 

एजेंसी के मुताबिक 6:40 बजे राहत एवं बचाव कार्य समाप्त हो गया तथा इस दौरान सात लोगों का शव बरामद हुआ। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।

एजेंसी के मुताबिक 6:40 बजे राहत एवं बचाव कार्य समाप्त हो गया तथा इस दौरान सात लोगों का शव बरामद हुआ। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।

'एसओजी' की टीम द्वारा मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया

'एसओजी' की टीम द्वारा मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया 

पंकज कपूर     
रुद्रपुर। पुलिस उप महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद ऊधमसिंहनगर द्वारा ए.ओ.जी ऊधमसिंहनगर को जनपद में अवैध अस्लाहों की निर्माण एंव तस्करी करने वाले लोगों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने हेतु दिशा-निर्देश दिये गये थे। पुलिस अधीक्षक नगर रुद्रपुर , पुलिस अधीक्षक काशीपुर व पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन अमित कुमार व परवेज अली ऊधम सिंह सनगर के निर्देशन एंव पर्वेक्षण में एस.ओ.जी उ.सिंह नगर की टीम द्वारा सुरागरसी-पतारसी हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। मुखबिर द्वारा ग्राम आर्यनगर थाना गदरपुर क्षेत्र में अवैध असलाहों की फैक्ट्रियां कुख्यात असलाह तस्कर दर्शन सिंह के गिरोह द्वारा बनाने एंव उक्त असलाहों की रुद्रपुर, गदरपुर, दिनेशपुर, हल्द्वानी, रामपुर आदि स्थानों पर विक्रय / तस्करी करने की सूचना दी गई।
सूचना पर कार्यवाही करते हुए एस०ओ०जी० टीम द्वारा उक्त सूचना की तस्दीकी की गई सूचना की पुष्टि होने पर एस0ओ0जी0 प्रभारी द्वारा 03 टीमें गठित की गई। पहली टीम एस०ओ०जी० प्रभारी के नेतृत्व में व दुसरी टीम गौवंश प्रभारी उ0नि0 तेज सिंह के नेतृत्व में, व तीसरी टीम उ0नि0 रमेश चन्द बेलवाल व उ0नि0 राहुल राठी के नेतृत्व में थाना गदरपुर की गठित की गई। उक्त टीमों द्वारा दिनांक- 12/3/22 की देर रात्रि गदरपुर थाना क्षेत्र के आर्यनगर वन विभाग चौकी के पास से सोमदेव के खेत के किनारे जंगल के पास पाखड के पेड़ के नीचे छापेमारी कर मौके से अभियुक्तगण क्रमशः 1 दर्शन सिंह पुत्र इन्दर सिंह निवासी गुलाब का मजरा केलाखेडा उ0सिंह नगर उम्र 65 वर्ष 2- मेहर सिंह पुत्र स्व0 जीवन सिंह निवासी उपरोक्त उम्र 64 वर्ष 3- महेन्द्र सिंह पुत्र मेहर सिंह निवासी उपरोक्त उम्र 25 वर्ष को अवैध अस्लाहो की फैक्ट्री चलाने व अवैध असलाह बनाने के उपकरण मय 10 अदद तैयार अवैध तमंचे क्रमशः 12 बोर के 02 अदद तमंचे, 315 बोर के 05 अदद व 32 बोर के 03 अदद, मय 02 अदद मोटर साइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया। 
अभियुक्तगणों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि हमारे इस गिरोह का सरगना दर्शन सिंह पुत्र इन्दर सिंह उपरोक्त है जो अवैध असलाहों के निर्माण में पूर्व में 05 बार जेल जा चुका है जिसे अवैध असलाहों के निर्माण में महारथ हासिल है जिसके साथ पकडे गये दोनों अभियुक्तगण के अलावा धर्मेन्द्र सिंह, काका,गुरनाम सिंह,धीर सिंह, फूला सिंह उर्फ गुरमीत सिंह निवासीगण – कलकत्ती गदरपुर उ0सिं0 नगर भी उक्त अवैध असलाहों की फैक्ट्री में पाटर्नर हैं तथा उक्त सभी अभियुक्तगण अवैध असलह बनाने व बेचने का कार्य काफी समय से कर रहे हैं तथा असलाहों को बनाकर रामपुर रुद्रपुर, किच्छा, हल्द्वानी, कालाढुंगी,बाजपुर आदि क्षेत्रों में 5000/- रुपये प्रति तमंचे एंव 15 हजार रुपये प्रति बन्दूक के हिसाब से अवैध असलाहों की बिक्री करते हैं। पुलिस की संयुक्त दबिश से अन्य अभियुक्तगण पीछे जंगल की तरफ भाग गये।

भारत-बांग्लादेश जैसे देशों के लिए परिवर्तन का मौका

भारत-बांग्लादेश जैसे देशों के लिए परिवर्तन का मौका 

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की ताज़ा रिपोर्ट रिलीज़ हो चुकी है और यह रिपोर्ट बेहद खास है। ख़ास इसलिए क्योंकि इसमें साफ़ तौर पर वैश्विक स्तर पर बढ़ते कार्बन एमिशन और उसकी वजह से बदलती जलवायु का मानवता पर हो रहे असर का ज़िक्र है।
रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत के कुछ शहर, जैसे सूरत, भुवनेश्वर और इंदौर शहरी स्तर पर एडाप्टेशन योजना बना चुके हैं। लेकिन उनका एडाप्टेशन प्लान एक ही खतरे पर केंद्रित हैं। उदाहरण के लिए इंदौर केवल पानी की कमी को देखता है। उन्हें हाइब्रिड और मल्टी सेक्टोरिअल यानी एक नहीं अनेक पहलूओं पर केन्द्रित करने की ज़रूरत है। रिपोर्ट के लेखकों में से एक, डॉ अरोमर रेवी के अनुसार भारत और बांग्लादेश जैसे देशों के लिए इस दिशा में परिवर्तन लाने के लिए एक छोटा-सा मौका है। जिसका अगर वक़्त रहते फायदा नहीं उठाया तो दोनों ही देशों कि जलवायु समस्या बढ़ेगी।
उदाहरण के लिए वो कहते हैं कि हमें उड़ीसा में तूफानों के प्रति प्रतिरोधी साफ़ बिजली प्रणालियों की आवश्यकता है। जो तूफ़ान आने पर घंटो बिजली बंद रहने के बजे तूफ़ान के फौरन बाद बिजली की सप्लाई चालू कर दें।

फर्जी सर्टिफिकेट बनवाने पर आदेश दे सकता हैं एससी

फर्जी सर्टिफिकेट बनवाने पर आदेश दे सकता हैं एससी 

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। कोरोना अनुग्रह राशि पाने के लिए फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने वालों पर सुप्रीम कोर्ट जल्द जांच के आदेश दे सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर लोग नहीं मानते हैं तो वह सीएजी द्वारा इसकी जांच का आदेश दे सकता है। बता दें सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट के आधार पर कोरोना के कारण मौत के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि प्राप्त करने के अपने आदेश के दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त की है।
सुप्रीम कोर्ट ने संकेत दिया कि अगर लोग इस फर्जीवाड़ा से बाज नहीं आए तो वह सीएजी द्वारा इसकी जांच का आदेश दे सकता है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने फर्जी कोरोना मृत्यु प्रमाण पत्र पर अंकुश लगाने के लिए सुझाव मांगा है। बता दें कि केंद्र की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने फर्जी कोरोना प्रमाणपत्र या नकली दावों का मुद्दा उठाया था। उन्होंने पीठ से कहा कि कोर्ट के आदेश के अनुसार फिलहाल डाक्टरों द्वारा जारी मृत्यु प्रमाण पत्र के आधार पर ही यह अनुग्रह राशि दी जा रही है।

उन्होंने कहा कि इससे कई लोग कोर्ट के आदेश का नाजायज फायदा उठा रहे हैं और डॉक्टर को पैसे देकर फर्जी प्रमाणपत्र बनवा रहे हैं। बता दें इससे पहले सात मार्च को भी इस पर सुनवाई हुई थी और इस दौरान न्यायमूर्ति एम.आर. शाह और न्यायमूर्ति बी.वी. नागरत्ना की पीठ ने चिंता जताई थी। पीठ ने कहा था कि मुआवजे की मांग करने वाले दावों के लिए कुछ समय-सीमा होनी चाहिए। पीठ ने कहा कि यह चिंता की बात है कि डॉक्टरों की ओर से कोरोना मृतकों के फर्जी प्रमाणपत्र दिए जा रहे हैं। यह बहुत गंभीर बात है और इस पर जितनी जल्द हो सके समाधान की जरूरत है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...