रविवार, 13 मार्च 2022

पड़ोसी युवक ने नाबालिक को हवस का शिकार बनाया

पड़ोसी युवक ने नाबालिक को हवस का शिकार बनाया 

नरेश राघानी       

जयपुर। राजस्थान के जनपद जयपुर में सनसनीखेज वारदात सामने आई, जहां पड़ोसी युवक ने नाबालिक को अपने हवस का शिकार बनाकर वारदात को अंजाम दे दिया है और मौके से फरार हो गया है। मामले की जानकारी मिलते ही पहुंचे परिजनों ने थाने पहुंचकर फरार आरोपी के खिलाफ थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। एसएचओ दिलीप सिंह ने जानकारी के मुताबिक बताया कि थाने में नया खेडा शास्त्री नगर के रहने वाली एक महिला की ओर से अपने पड़ोसी के खिलाफ उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म करने की तहरीर दी थी। तहरीर के आधार पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की पूछताछ में पता चला कि पड़ोसी संजू उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर छत पर ले गया था। जिसके बाद उसने नाबालिक के साथ घिनौनी हरकर कर डाली। वहीं नाबालिक के चिल्लाने पर आरोपी मौके से भागने लगा। तभी नाबालिक की मां ने आरोपी को पकडने की कोशिश की तो आरोपी नाबालिक की मां को धक्का देकर फरार हो गया।

बताया जा रहा है कि पीड़िता की गुस्साई मां ने तुरंत थाने पहुंचकर आरोपी संजू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने पीड़िता को इलाज के लिए अस्पताल भेजकर फरार आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।

चीन: 24 घंटे में कोरोना के 3,400 नए मामलें मिलें

चीन: 24 घंटे में कोरोना के 3,400 नए मामलें मिलें     

सुनील श्रीवास्तव     

बीजिंग। कोविड-19 की नई लहर ने एक बार फिर से चीन के भीतर वापसी करते हुए अपनी दस्तक दे दी है। रविवार को यहां पर तकरीबन 3,400 नए मामलें सामने आए हैं। 2 साल बाद 1 दिन के भीतर इतनी बड़ी संख्या में कोविड-19 के नए मामले सामने आने के बाद शंघाई शहर में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और कई शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। रविवार को चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की ओर से जारी किए गए कोविड-19 के आंकड़ों के मुताबिक यहां करीब 3400 नए मामले सामने आए हैं जो शनिवार को मिले कोविड-19 के नए मामलों से दोगुने से भी अधिक हैं। इतनी बड़ी संख्या में कोविड-19 के नए मामलों के सामने आने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों के सामने फिर से चिंताएं आकर खड़ी हो गई है।

चीन के कुछ शहरों के कई हिस्सों को धीरे-धीरे बंद किया जा रहा है। चीन के शंघाई शहर में स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और कई शहरों को भी बंद किया जा रहा है। इससे पहले कुछ शहरों में पूरी तरह से लॉकडाउन लगाया जा चुका है। चीन में कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आने से भारत में भी स्वास्थ्य अधिकारी सचेत हो गए हैं। पिछले 24 घंटे में भारत के भीतर कोरोना के 3116 नए मामले दर्ज किए गए हैं।

वर्ष 2023 को रिलीज होगी ऋतिक की फिल्म फाइटर

वर्ष 2023 को रिलीज होगी ऋतिक की फिल्म फाइटर  

कविता गर्ग 
मुंबई। बॉलीवुड के माचो हीरो ऋतिक रोशन की आने वाली फिल्म फाइटर 28 सितंबर, 2023 को रिलीज होगी।
ऋतिक रोशन इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म फाइटर को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। इस फिल्म में दीपिका पादुकोण की भी अहम भूमिका होगी। फाइटर' की रिलीज डेट अनाउंस हो गई है। यह फिल्म 28 सितंबर 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इस बात की जानकारी खुद ऋतिक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट शेयर कर दी है।
गौरतलब है कि फाइटर भारत की पहली एरियल एक्शन फ्रैंचाइजी फिल्म है। इस फिल्म में ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण के अलावा अनिल कपूर भी अहम किरदार में नजर आने वाले हैं। मार्फ्लिक्स पिक्चर्स के बैनर तले बन रही इस फिल्म का निर्देशन सिद्धार्थ आनंद कर रहे हैं।

अनुसंधानकर्ताओं ने एक नई तकनीक विकसित की

अनुसंधानकर्ताओं ने एक नई तकनीक विकसित की  

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), मद्रास के अनुसंधानकर्ताओं ने एक नई तकनीक विकसित की है। जो पुनर्निर्मित अल्ट्रासाउंड छवि के माध्यम से एक स्पष्ट और उच्च गुणवत्ता वाला दृश्य उपलब्ध करा सकता है। इस अनुसंधान से बीमारियों के बेहतर निदान, सूक्ष्म विसंगतियों का पता लगाने और बेहतर सटीक छवि-निर्देशित बायोप्सी प्रक्रियाओं तथा उपचार निगरानी उपकरणों को मदद मिल सकती है।
मानव शरीर के अंदर उसी समय की छवियों के लिए ‘अल्ट्रासाउंड इमेजिंग’ तकनीक का उपयोग किया जाता है। तकनीक का व्यापक रूप से अंदरूनी अंगों में दर्द, सूजन और संक्रमण के कारण का पता लगाने तथा गर्भवती महिलाओं में भ्रूण की जांच करने के लिए उपयोग किया जाता है। अल्ट्रासाउंड मशीन का मुख्य घटक एक ”बीमफॉर्मर” होता है, जो अंतिम पुनर्निर्मित छवि की गुणवत्ता में एक प्रमुख भूमिका निभाता है।
वर्षों से बीमफॉर्मर को बदलकर पुनर्निर्मित छवि की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए कई तकनीक की पहचान की गई है। टीम ने एक नई बीमफॉर्मिंग तकनीक विकसित करने का दावा किया है, जो अन्य मौजूदा तकनीक से बेहतर प्रदर्शन करता है और सर्वोत्तम रिजॉल्यूशन वाली छवि उत्पन्न करता है। टीम के अनुसंधान के निष्कर्ष पत्रिका ‘साइंटिफिक रिपोर्ट्स’ में प्रकाशित हुए हैं।

एप्लाइड मैकेनिक्स विभाग, आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर अरुण के थिट्टाई ने बताया कि यह अनुसंधान संभावित रूप से कई अनुप्रयोगों को सहायता प्रदान कर सकता है। रोगों का जल्द पता लगाना और उनके बेहतर निदान, गुर्दे की पथरी जैसी मानव शरीर के भीतर छोटी असामान्यताओं का पता लगाना, बेहतर वास्तविक समय की छवि-निर्देशित बायोप्सी प्रक्रियाएं और उपचार निगरानी अनुप्रयोग में मदद मिलेगी।
 
साथ ही डिले एंड सम (डीएएस) बीमफॉर्मर हार्डवेयर की सुगमता के कारण वाणिज्यिक प्रणालियों में सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली अल्ट्रासाउंड इमेजिंग तकनीक है। हालांकि, इसमें कम रिजॉल्यूशन होता है। आईआईटी मद्रास के एक रिसर्च स्कॉलर अनुदीप वाययती ने कहा कि हमने फिल्टर्ड डिले संबंधी एक नयी तकनीक विकसित की है जो मौजूदा तकनीकों की तुलना में उच्च गुणवत्ता वाली छवियां प्रदान करेगा।

मॉर्गन ने भारतीय वृद्धि दर के अनुमान को घटााया

मॉर्गन ने भारतीय वृद्धि दर के अनुमान को घटााया 

अखिलेश पांडेय   

वाशिंगटन डीसी/नई दिल्ली। अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत के वृद्धि दर के अनुमान को आधा प्रतिशत घटाकर 7.9 प्रतिशत कर दिया है। इसके साथ ही मॉर्गन स्टेनली ने खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को बढ़ाकर छह प्रतिशत कर दिया है। उसका अनुमान है कि देश का चालू खाते का घाटा (कैड) बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के तीन प्रतिशत पर पहुंच जाएगा।

मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘हमारा अनुमान है कि चक्रीय पुनरुद्धार का चक्र जारी रहेगा, लेकिन यह हमारे पिछले अनुमान से नरम रहेगा। मौजूदा भू-राजनीतिक तनाव की वजह से बाहरी जोखिम बढ़ेंगे और अर्थव्यवस्था गतिहीन मुद्रास्फीति की ओर बढ़ेगी। गतिहीन मुद्रास्फीति में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर घटती है, लेकिन इसके साथ ही महंगाई बढ़ती है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत तीन चीजों कच्चे तेल और अन्य जिंसों के ऊंचे दाम, व्यापार और अन्य सख्त वित्तीय परिस्थितियों आदि से प्रभावित हो रहा है जिससे कारोबार और निवेश की धारणा प्रभावित हो रही है। ,साथ ही मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि कच्चे तेल की ऊंची कीमतों की वजह से हम 2022-23 के लिए अपने वृद्धि दर के अनुमान को आधा प्रतिशत घटाकर 7.9 प्रतिशत कर रहे हैं।

इसके अलावा उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के अनुमान को बढ़ाकर छह प्रतिशत कर रहे हैं। चालू खाते का घाटा बढ़कर जीडीपी के तीन प्रतिशत पर पहुंच सकता है, जो इसका 10 साल का ऊंचा स्तर होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अपनी कच्चे तेल की 85 प्रतिशत जरूरत आयात से पूरी करता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम एक समय 140 डॉलर प्रति बैरल के 14 साल के उच्चस्तर पहुंचने के बाद कुछ नीचे आए हैं। भारत को कच्चे तेल के लिए अधिक भुगतान करना होगा। इससे मुद्रास्फीतिक दबाव बढ़ेगा।

पेट्रोलियम कंपनी 'ओआईएल' के नए प्रमुख, रंजीत

पेट्रोलियम कंपनी 'ओआईएल' के नए प्रमुख, रंजीत  

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। रंजीत रथ, सार्वजनिक क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी ऑयल इंडिया लि. (ओआईएल) के नए प्रमुख होंगे। सार्वजनिक उपक्रमों के लिए शीर्ष अधिकारियों का चयन करने वाले सार्वजनिक उपक्रम चयन बोर्ड (पीईएसबी) ने रथ का नाम ऑयल इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पद के लिए चुना है। रथ (50) फिलहाल मिनरल एक्सप्लोरेशन कॉरपोरेशन लि. (एमईसीएल) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक हैं। की अधिसूचना के अनुसार, नौ मार्च को पांच आवेदकों के साक्षात्कार के बाद रथ के नाम पर मुहर लगाई गई। खास बात यह है कि इस पद के लिए ऑयल इंडिया के निदेशक मंडल के दो निदेशक तथा एक अन्य कार्यकारी निदेशक भी दौड़ में थे, लेकिन रथ को इनपर तरजीह दी गई। ऑयल इंडिया के मौजूदा चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुशील चंद्र मिश्रा 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। रथ खान मंत्रालय के तहत मिनीरत्न कंपनी एमईसीएल के नवंबर, 2018 से चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक हैं।केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) तथा केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से मंजूरी के बाद उनका नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (एसीसी) के पास भेजा जाएगा। यहां उल्लेखनीय है कि पीईएसबी ने 28 जून, 2021 को रथ को भारत कोकिंग कोल लि. (बीसीसीएल) का चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक चुना था। यह स्पष्ट नहीं है कि इस पद पर उनकी नियुक्ति क्यों नहीं हुई। दिसंबर, 2021 में बीसीसीएल के निदेशक-वित्त समिरन दत्ता को कंपनी का नया चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया।

ऑयल इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पद के लिए पीईएसबी ने कंपनी के निदेशक (वित्त) हरीश माधव और निदेशक (परिचालन) पंकज कुमार गोस्वामी का भी साक्षात्कार लिया था। इनके अलावा ऑयल इंडिया के कार्यकारी निदेशक अगध मेधी और मद्रास फर्टिलाइजर लि. के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सरवनन यू का भी साक्षात्कार हुआ था।

'कपूर' की खुशबू से शुद्ध होता है घर का वातावरण

'कपूर' की खुशबू से शुद्ध होता है घर का वातावरण      

सरस्वती उपाध्याय       

पूजा पाठ में कपूर का इस्तेमाल जरूर किया जाता है। कपूर की खुशबू से घर का वातावरण शुद्ध होता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाता है। इसके अलावा वास्तु और ज्योतिष शास्त्र में कपूर का काफी अधिक महत्व है। वास्तु के अनुसार, घर में कपूर जलाने या ऐसे ही रखने से घर से निगेटिव एनर्जी बाहर निकल जाती है, साथ ही धन-धान्य की वृद्धि होती है। वास्तु शास्त्र में कपूर संबंधी कई उपाय बताए गए हैं जिन्हें करने से वैवाहिक जीवन सही रहने के साथ सुख और धन-संपत्ति की प्राप्ति होगी।अगर आप नौकरी .या फिर बिजनेस में तरक्की चाहते हैं तो किचन का सभी काम खत्म करने के बाद सफाई कर लें। इसके बाद किचन के एक कोने में एक कटोरी में थोड़ा सा कपूर के साथ 2 लौंग जला दें।कर्ज से छुटकारा पाने के साथ-साथ धन लाभ के लिए घर के दक्षिण-पूर्व दिशा में थोड़ी की कपूर रोजाना जला दें। इससे मां लक्ष्मी की भी कृपा बनी रहेगी।अगर पति-पत्नी के बीच हमेशा किसी न किसी बात को लेकर मनमुटाव होता रहता है तो सोते समय तकिए के नीचे थोड़ी सी कपूर रख दें और सुबह इसे जला दें। इससे आपके घर में शांति बनी रहेगी और पति-पत्नी के बीच प्यार बढ़ेगा।रात को किचन का सभी काम करने के बाद रोजाना चांदी की कटोरी में थोड़ा सा कपूर और लौंग जला दिया करें। इससे कभी भी घर में धन की कमी नहीं होगी।

अगर आप चाहते हैं कि घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहें तो इसके लिए रोजाना सुबह और शाम को कपूर को घी में भिगोकर जलाएं और पूरे घर में घूमा दें। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा निकल जाएगी और परिवार के सदस्य प्रेम से रहेंगे।किसी भी तरह की दुर्घटना और अनहोनी से बचने के लिए रोजाना कपूर जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके अलावा रोजाना घर में कपूर जरूर जलाएं।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...