गुरुवार, 3 मार्च 2022

बदसलूकी: भारतीय नागरिकों को ट्रेन में चढ़ने से रोका

बदसलूकी: भारतीय नागरिकों को ट्रेन में चढ़ने से रोका  

सुनील श्रीवास्तव         
कीव/ मास्को। रूस ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर हमला बोल दिया है। इस बीच एक तस्वीर सामने आयी है। जिसमें भारतीय छात्रों/नागरिकों को ट्रेन में चढ़ने से रोका जा रहा है। खारकीव के एक स्टेशन की है, जहां ट्रेन में चढ़ने के लिए लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है। लोग धक्का-मुक्की कर किसी तरह ट्रेन में चढ़ना चाहते हैं। वहीं, ट्रेन के दरवाजे पर खड़ा एक शख्स जब चढ़ने की कोशिश करता है तो उसे रोक दिया जाता है।

उसे पीछे धकेल कर ट्रेन के दरवाजे से दूर हटा दिया जाता हैं। जानकारी के मुताबिक, ये शख्स भारतीय छात्र है, जो खुद की जान बचाने के लिए ट्रेन में चढ़कर सुरक्षित स्थान पहुंचना चाहता है। ये पूरा घटनाक्रम कैमरे में कैद हो गया जो यूक्रेन से भारत लौटे उन छात्रों के दावों को सही ठहराता है। जिनका कहना है कि वहां के नागरिक भारतीय लोगों के साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे।

यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने में मदद मांगी

यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने में मदद मांगी  

अकांशु उपाध्याय     

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने अटॉर्नी जनरल के. के वेणुगोपाल से रोमानिया की सीमा के पास यूक्रेन में फंसे कुछ भारतीय छात्रों को निकालने में मदद करने के लिए बृहस्पतिवार को कहा। प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण, न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने एक वकील की उन अर्जियों पर गौर किया।जिसमें कहा गया था कि रोमानिया की सीमा पर जमा देने वाली ठंड के बीच बड़ी संख्या में छात्र फंसे हैं और सरकार रोमानिया से उड़ानें संचालित नहीं कर रही है।

वकील ने पीठ को बताया कि, उड़ाने पोलैंड और हंगरी से संचालित हो रही हैं, रोमानिया से नहीं। बड़ी संख्या में लड़कियों सहित छात्र बिना किसी सुविधा के वहां फंसे हुए हैं। इस पर पीठ ने कहा कि,’हम सबको उनसे सहानुभूति है। लेकिन इसमें अदालत क्या कर सकती है। पीठ ने शीर्ष विधि अधिकारी से फंसे हुए छात्रों की मदद करने पर विचार के लिये कहा। कीव से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं।

रेलवे में नौकरी करने का अवसर, अधिसूचना जारी

रेलवे में नौकरी करने का अवसर, अधिसूचना जारी     

कविता गर्ग      

मुंबई। अगर आप रेलवे में नौकरी करने का सपना देख रहे हैं तो यह आपके लिए बेहद ही शानदार अवसर है। दरअसल, मध्य रेलवे बोर्ड ने जूनियर तकनीकी सहयोगी के पद के लिए 20 खाली पदों पर भर्ती करने के लिए अधिसूचना जारी की है। इच्छुक अभ्यर्थी आधिकारिक साइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। बता दें इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तारीख 14 मार्च रखी गई है। इस जॉब के लिए अनारक्षित श्रेणी के लिए उम्मीदवार की आयु सीमा 18 से 33 वर्ष, ओबीसी श्रेणी के लिए 18 से 36 वर्ष और अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आयु सीमा 18 से 38 वर्ष होना जरूरी है।

इस जॉब में अप्लाई करने के लिए उम्मीदवार के पास सिविल इंजीनियरिंग में चार साल की स्नातक की डिग्री या किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय / संस्थान से सिविल इंजीनियरिंग में तीन साल का डिप्लोमा या तीन साल की अवधि के सिविल इंजीनियरिंग में बीएससी का संयोजन की आवश्यकता है। बता दें उम्मीदवारों का चयन उनकी योग्यता, अनुभव और व्यक्तित्व के आधार पर चयन किया जाएगा। वहीं अगर वेतन की बात करें तो 25,000 से 30,000 रुपये के बीच में रहने की उम्मीद है। वहीं एससी/एसटी/ओबीसी/महिला/अल्पसंख्यक/ईडब्ल्यूएस के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 250 रुपये है। बाकि सभी केटेगरी के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 500 रुपये निर्धारित किया गया है।

इच्छुक उम्मीदवार मध्य रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर होम पेज पर “अनुबंध के आधार पर जूनियर तकनीकी सहयोगी (कार्य) की भर्तियों का चयन करें। बता दें, अधिसूचना में आवेदन पत्र भी शामिल है। उसको विस्तार से पढ़ें और आवेदन-पत्र भरकर उप मुख्य कार्मिक अधिकारी (निर्माण), कार्यालय मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण), नया प्रशासनिक भवन, अंजुमन इस्लाम स्कूल के सामने छठी मंजिल , डीएन रोड, मध्य रेलवे, मुंबई सीएसएमटी, महाराष्ट्र – 400 001 को भेजें।

अरुणाचल के यूक्रेन में फंसे 6 छात्र नई दिल्ली पहुंचें

अरुणाचल के यूक्रेन में फंसे 6 छात्र नई दिल्ली पहुंचें   

इकबाल अंसारी      
ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बृहस्पतिवार को कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे राज्य के छ: छात्र निकासी अभियान के तहत नई दिल्ली पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के अधिकारी राष्ट्रीय राजधानी में हवाई अड्डे पर उन्हें लेने पहुंचे। खांडू ने ट्वीट किया कि यूक्रेन में फंसे अरुणाचल प्रदेश के छह छात्र नयी दिल्ली में हवाई अड्डे पर पहुंच गए हैं। राज्य सरकार के अधिकारियों ने हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।

ये सभी छात्र पूर्वी यूरोपीय राष्ट्र के विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे थे। इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि घर लौटने तक छात्र राष्ट्रीय राजधानी में अरुणाचल भवन में रहेंगे और उन्हें राज्य वापस लाने की व्यवस्था की जा रही है। खांडू ने कहा कि केन्द्र यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के लिए अथक प्रयास कर रहा है और दिल्ली में रेजिडेंट कमिश्नर कार्यालय युद्धग्रस्त देश में फंसे छात्रों तक पहुंच बना रहा है। यूक्रेन से फंसे छात्रों को निकालने के लिए राज्य सरकार विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय कायम कर रही है। प्रशासन ने युद्ध प्रभावित देश में फंसे लोगों के लिए एक वेब लिंक के साथ-साथ व्हाट्सऐप नंबर और ईमेल आईडी भी जारी की है, ताकि वे अधिकारियों से संपर्क कर सकें।

अधिकारी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के कम से कम चार और छात्र अभी यूक्रेन में फंसे हैं।” रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद से भारत युद्धग्रस्त देश में फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी और पोलैंड जैसे देशों के रास्ते स्वदेश ला रहा है। वहीं, विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारतीय वायुसेना, भारतीय विमानन कंपनियों की कुल 19 उड़ानें बृहस्पतिवार को 3,726 भारतीयों को स्वदेश लाएंगी।

दिल्ली के 215 लोगों को यूक्रेन से वापस लाया गया

दिल्ली के 215 लोगों को यूक्रेन से वापस लाया गया   

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के कम से कम 650 लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं और यहां के 215 लोगों को अब तक वापस लाया जा चुका है। अधिकारियों ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा दी गई सूची के अनुसार यूक्रेन में दिल्ली के कम से कम 870 लोग थे। उन्होंने कहा कि बुधवार रात तक जिलाधिकारी, उपमंडल अधिकारी सहित विभिन्न अधिकारी 550 से अधिक छात्रों के घर गए जिन्हें या तो निकाला जा चुका है या अभी भी वे यूक्रेन में फंसे हैं। अधिकारियों ने कहा कि 600 से अधिक छात्रों के परिवारों से फोन पर संपर्क किया गया है और उन्हें आवश्यक मदद की पेशकश की गई है।

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया,”दिल्ली सरकार यूक्रेन में फंसे लोगों के परिवारों के साथ लगातार संपर्क में है। दिल्ली सरकार हिंडन अथवा इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आने वाले राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने संबंधी यात्रा सुनिश्चित करेगी।” दिल्ली सरकार ने अधिकारियों से कहा है कि वे युद्ध प्रभावित यूक्रेन से निकाले गए छात्रों से तथा जो अभी भी वहां फंसे हुए हैं उनके परिवारों से संपर्क करें और उन्हें जानकारी दें कि छात्रों के कल्याण के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। दक्षिण जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि, हम यूक्रेन में फंसे लोगों के परिवारों के साथ लगातार संपर्क में हैं। हम उन्हें हरसंभव मदद मुहैया करा रहे हैं।हमने उन्हें वापस लाने की प्रक्रिया में लगे अन्य उच्च अधिकारियों के संपर्क में रखा है और उन्हें हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध करा रहे हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केन्द्र सरकार से यूक्रेन में फंसे लोगों को शीघ्र वापस लाने और उन्हें मदद देने का अनुरोध किया था।


यूक्रेन से हिमाचल के 198 लोगों को सुरक्षित निकाला

यूक्रेन से हिमाचल के 198 लोगों को सुरक्षित निकाला  

श्रीराम मौर्य      

शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बृहस्पतिवार को विधानसभा को बताया कि युद्धग्रस्त यूक्रेन से अब तक राज्य के 198 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के 249 छात्र यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंच चुके हैं। मुख्यमंत्री ने बजट सत्र के दौरान कहा कि राज्य के 53 छात्र अभी भी यूक्रेन के खारकीव शहर में फंसे हुए हैं।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यूक्रेन में फंसे हुए ज्यादातर छात्रों के लगातार संपर्क में है, जबकि शेष छात्रों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने विधानसभा में कहा कि खारकीव, कीव और अन्य क्षेत्रों में फंसे हुए छात्रों को निकालने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को यूक्रेन की सीमा पार करने के लिए परामर्श जारी किया गया है, लेकिन उनके लिए बसों की या कोई अन्य वैकल्पिक व्यवस्था की जानी चाहिए क्योंकि उन्हें गोलाबारी और भारी बर्फबारी की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राप्त जानकारी के अनुसार, मौजूदा समय में हिमाचल प्रदेश का कोई भी छात्र यूक्रेन की राजधानी कीव में नहीं है, क्योंकि उन सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया है। ठाकुर ने उम्मीद जताई कि जल्द ही सब कुछ ठीक हो जाएगा क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दोनों देशों के प्रमुखों से भारत के छात्रों की निकासी के प्रयासों में मदद के लिए बात की थी।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 6,561 नए मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 6,561 नए मामलें     

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 6 हजार, 561 नए मामले सामने आए है। वहीं 14 हजार 947 लोग कोरोना से स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 6 हजार 561 नए मामले आए है। वहीं 14 हजार 947 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए है। पिछले 24 घंटे में कोरोना से 142 लोगों की मौत हुई है। अब तक कुल 5 लाख 14 हजार 388 लोग कोरोना से जान गंवा चुके है। वहीं एक्टिव मामलों की संख्या 77 हजार 152 है।

पिछले 24 घंटे में 14 हजार 947 स्वस्थ होने के बाद इस महामारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 4 करोड़ 23 लाख 53 हजार 620 हो गई है। देश में वैक्सीन की अब तक 178 करोड़ 02 लाख 63 हजार 222 डोज दी जा चुकी है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना के 77 करोड़ 50 हजार 5 सैंपलों की जांच की जा चुकी है। जिनमें से 8 लाख 82 हज़ार 953 सैंपलों की जांच पिछले 24 घंटों में हुई है।

रेल परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास करेंगे

रेल परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास करेंगे  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 जनवरी को दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसि...