उसे पीछे धकेल कर ट्रेन के दरवाजे से दूर हटा दिया जाता हैं। जानकारी के मुताबिक, ये शख्स भारतीय छात्र है, जो खुद की जान बचाने के लिए ट्रेन में चढ़कर सुरक्षित स्थान पहुंचना चाहता है। ये पूरा घटनाक्रम कैमरे में कैद हो गया जो यूक्रेन से भारत लौटे उन छात्रों के दावों को सही ठहराता है। जिनका कहना है कि वहां के नागरिक भारतीय लोगों के साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे।
ये सभी छात्र पूर्वी यूरोपीय राष्ट्र के विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे थे। इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि घर लौटने तक छात्र राष्ट्रीय राजधानी में अरुणाचल भवन में रहेंगे और उन्हें राज्य वापस लाने की व्यवस्था की जा रही है। खांडू ने कहा कि केन्द्र यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के लिए अथक प्रयास कर रहा है और दिल्ली में रेजिडेंट कमिश्नर कार्यालय युद्धग्रस्त देश में फंसे छात्रों तक पहुंच बना रहा है। यूक्रेन से फंसे छात्रों को निकालने के लिए राज्य सरकार विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय कायम कर रही है। प्रशासन ने युद्ध प्रभावित देश में फंसे लोगों के लिए एक वेब लिंक के साथ-साथ व्हाट्सऐप नंबर और ईमेल आईडी भी जारी की है, ताकि वे अधिकारियों से संपर्क कर सकें।
अधिकारी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के कम से कम चार और छात्र अभी यूक्रेन में फंसे हैं।” रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद से भारत युद्धग्रस्त देश में फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी और पोलैंड जैसे देशों के रास्ते स्वदेश ला रहा है। वहीं, विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारतीय वायुसेना, भारतीय विमानन कंपनियों की कुल 19 उड़ानें बृहस्पतिवार को 3,726 भारतीयों को स्वदेश लाएंगी।