मंगलवार, 1 मार्च 2022

852 सीट में से 743 पर मतगणना पूरी, जीत हासिल

852 सीट में से 743 पर मतगणना पूरी, जीत हासिल   

भुवनेश्वर। ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ने जिला परिषद की उन 829 सीट में से 743 सीट पर जीत हासिल कर ली है। जिनके परिणाम की घोषणा कर दी गई है। राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अभी तक घोषित परिणाम के अनुसार, बीजद ने जिला परिषद की 87.20 प्रतिशत सीट पर कब्जा कर लिया है। आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि एसईसी ने जिला परिषद की कुल 852 सीट में से 743 पर मतगणना पूरी कर ली है।जबकि शेष सीट पर मतगणना जारी है और दिन में सभी परिणामों की घोषणा कर दिए जाने की संभावना है। बीजद ने 743 सीट जीती हैं, वहीं उसकी प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केवल 42 सीट हासिल करने में सफल रही, जबकि कांग्रेस मात्र 37 सीट जीत पाई। निर्दलीय उम्मीदवारों ने तीन सीट पर जीत हासिल की जबकि अन्य को चार सीट मिलीं।

अभी तक के घोषित परिणाम के अनुसार, बीजद ने इससे पहले 2017 में हुए पंचायत चुनाव में अपने प्रदर्शन की तुलना में 267 अधिक सीट जीती हैं, जबकि भाजपा ने पिछले चुनाव के मुकाबले 2022 में 255 सीट गंवाई। भगवा दल ने 2017 में 297 सीट जीती थीं और इस बार पार्टी अबतक मात्र 42 सीट ही जीत पाई। कांग्रेस ने 2017 में जिला परिषद की 60 सीट अपने नाम की थीं, लेकिन इस बार वह फिलहाल केवल 37 सीट तक सिमट कर रह गई। निर्दलीय उम्मीदवारों और अन्य ने 2017 में 17 सीट जीतीं थीं, लेकिन इस बार वे सात सीट पर ही जीत हासिल कर पाए। इस शानदार जीत के साथ राज्य में सत्तारूढ़ दल ओडिशा के सभी 30 जिलों में परिषद बनाने के लिए तैयार है। पिछली बार भाजपा ने आठ जिलों में परिषद बनाई थी। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा 10 जिलों में कोई जिला परिषद सीट नहीं जीत पाई, तो कांग्रेस 18 जिलों में खाता नहीं खोल पाई।

भाजपा भद्रक, देवगढ़, जगतसिंहपुर, जाजपुर, झारसुगुड़ा, कोरापुट, मलकानगिरी, मयूरभंज, नबरंगपुर और रायगढ़ जिलों में जिला परिषद की कोई भी सीट नहीं जीत सकी। कांग्रेस अंगुल, बरगढ़, भद्रक, बौद्ध, कटक, देवगढ़, ढेंकनाल, गंजम, जाजपुर, झारसुगुड़ा, केंद्रपाड़ा, क्योंझर, खुर्दा, मयूरभंज, नयागढ़, पुरी, संबलपुर और सुंदरगढ़ में कोई सीट नहीं जीत पाई।ओडिशा में पंचायत चुनाव के लिए पांच चरणों में 16 फरवरी, 18 फरवरी, 20 फरवरी, 22 फरवरी और 24 फरवरी को मतदान हुआ था और मतगणना 26 फरवरी, 27 फरवरी और 28 फरवरी को की गई। आयोग के अधिकारी ने बताया कि कुछ स्थानों पर फिर से मतगणना होने के कारण वहां वोट की गिनती अभी जारी है।

सरकार के 4 साल पूरे, 8 को त्रिपुरा आएंगे गृहमंत्री

सरकार के 4 साल पूरे, 8 को त्रिपुरा आएंगे गृहमंत्री    

इकबाल अंसारी     

अगरतला। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), इंडिजीनस पीपल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) सरकार के चार साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आठ मार्च को त्रिपुरा आएंगे। अमित शाह पश्चिम त्रिपुरा जिले के जरुलबचाई इलाके में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) परिसर की आधारशिला भी रखेंगे।

एनएफएसयू को वर्तमान में अगरतला के मध्य में स्थित बुद्ध मंदिर के निकट बेसिक ट्रेनिंग कॉलेज के पुराने भवन से संचालित किया जा रहा है। शाह भाजपा-आईपीएफटी सरकार के चार साल पूरे होने के अवसर पर एक रैली में भी शामिल होंगे। सरकार के चार साल नौ मार्च को पूरे होंगे, लेकिन कार्यक्रम एक दिन पहले आयोजित किया जाएगा। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री राज्य सरकार की दो कल्याणकारी योजनाओं का भी लोकार्पण करेंगे। शाह आठ मार्च की सुबह त्रिपुरा पहुंचेंगे और शाम को पूर्वोत्तर राज्य से रवाना होंगे।

भाजपा की प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष राजीव भट्टाचार्जी ने बताया कि मुख्यमंत्री बिप्लब देब विवेकानंद मैदान में होने वाली रैली की योजना बनाने के लिए उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा, शिक्षा मंत्री रतन लाल नाथ और भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डॉ माणिक साहा के साथ प्रदेश पार्टी मुख्यालय में पहले ही बैठक कर चुके हैं। मुख्यमंत्री के सचिव प्रशांत कुमार गोयल ने मंगलवार को बताया कि, केंद्रीय गृह मंत्री पश्चिम त्रिपुरा जिले में डुकली ब्लॉक के जरुलबचाई इलाके में एनएफएसयू की आधारशिला रखेंगे। राज्य सरकार ने उनसे त्रिपुरेश्वरी मंदिर में पर्यटन से संबंधित परियोजना ‘प्रसाद’ कार्यक्रम का लोकार्पण करने का भी अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि शाह के दौरे संबंधी विस्तृत कार्यक्रम अभी तय किया जाना है। अंतरराष्ट्रीय महत्व के संस्थान माने जाने वाले एनएफएसयू के ढांचागत विकास के लिए केंद्र पहले ही 100 करोड़ रुपये मंजूर कर चुका है। राज्य सरकार ने जरुलबचाई क्षेत्र में एनएफएसयू परिसर बनाने के लिए 50 एकड़ जमीन आवंटित की है।

प्रयागराज: 6 घाटों पर स्नान, भक्तों का सैलाब उमड़ा

प्रयागराज: 6 घाटों पर स्नान, भक्तों का सैलाब उमड़ा    

बृजेश केसरवानी     

प्रयागराज। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आज संगम में फिर से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। हर किसी में स्नान करने की होड़ मची हुई थी। क्योंकि यह माघ मेले का अंतिम स्नान है और आज के बाद से माघ मेले की समाप्ति हो जाएगी। मंगलवार की सुबह से ही बने 6 घाटों पर स्नान करने वालों भक्तों का सैलाब उमड़ा रहा। संगम तट पर स्नान करने के बाद शिव मंदिरों में भगवान शिव की आराधना करने के लिए भारी भीड़ रही। दर्शन कराने को मंदिरों में लम्बी लाइनें लगी रही। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं।

सभी शिव मंदिर ओम नमः शिवाय के जाप से गुंजायमान हो उठे। शिवालयों में भगवान शंकर का अभिषेक, पूजन चल रहा है। ऐसी मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर सच्चे हृदय से व्रत रखकर संगम में डुबकी लगाकर शिव स्तुति करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। शिव मंदिरों में भक्तों ने शिव की आराधना करने के दौरान ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र का जाप किया और शिव को खुश करने के लिए दूध, बेल पत्ती, मदार, धतूरा, भांग, भस्म, कनेर का पुष्प आदि चढ़ाया। इसके साथ ही शिव भक्तों ने शिव चालीसा, शिव तांडव, शिव पुराण आदि का पाठ भी किया। इस दौरान भारी संख्या में उपस्थित शिवभक्तों ने मंदिर में भजन कीर्तन शुरू किया। शहर के तमाम शिव मंदिरों में सुबह से भक्तों का आवागमन जारी है।

पुलिस और प्रशासन की व्यवस्था भी चाक-चौबंद है घाटों और मंदिरों पर पुलिस के जवान तैनात हैं। भीड़ के मद्देनजर रूट डायवर्जन कर दिया गया है। वाहनों के लिए स्टैण्ड बनाये गये हैं। प्रयागराज का सिद्ध पीठ मनकामेश्वर मंदिर पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है और लोग संगम स्नान बाद भगवान शिव की पूजा अर्चना करने मंदिर पहुंच रहे हैं।पंडित देवकी नंदन मिश्र के अनुसार महाशिवरात्रि फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि वाले दिन यानि पहली मार्च की सुबह 03:16 से शुरू हो रही है, जो देर रात एक बजे तक है। ऐसे में महाशिवरात्रि के दिन दो शुभ योग बन रहे हैं। एक महाशिवरात्रि को परिघ योग है जो 11 बजकर 18 मिनट तक रहने वाला है।सनातन धर्म के पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को धूमधाम के साथ महाशिवरात्रि मनाई जाती है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष महाशिवरात्रि के दिन पंचग्रही योग भी बन रहा है। ऐसे में इस खास दिन मकर राशि में मंगल, शनि, चंद्रमा, शुक्र और बुध ग्रह एक साथ उपस्थित होकर पंचग्रही योग का निर्माण करने वाले हैं।

पीएम ने 'महाशिवरात्रि' के अवसर पर शुभकामनाएं दी

पीएम ने 'महाशिवरात्रि' के अवसर पर शुभकामनाएं दी   

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाशिवरात्रि के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए सभी के मंगल की कामना की है। गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत मोदी सरकार के कई केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के दिग्गज नेताओं ने भी सभी को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा, " महाशिवरात्रि के पावन-पुनीत अवसर पर आप सभी को मंगलकामनाएं। देवों के देव महादेव सबका कल्याण करें। ओम नम: शिवाय।"
गृह मंत्री अमित शाह ने देश की खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हुए ट्वीट कर कहा , "समस्त देशवासियों को महाशिवरात्रि के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। देवाधिदेव महादेव से सभी के कल्याण और देश की खुशहाली व समृद्धि के लिए प्रार्थना करता हूँ। ओम नम: शिवाय। 
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने महाशिवरात्रि के अवसर पर सभी के मंगल की कामना करते हुए ट्वीट कर कहा, "महाशिवरात्रि के पावन पर्व की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। महादेव आपके जीवन में नई ऊर्जा और चेतना का संचार करें, यही मंगलकामना है। हर हर महादेव। 

सीएम योगी ने 'महाशिवरात्रि' पर्व की शुभकामनाएं दी

सीएम योगी ने 'महाशिवरात्रि' पर्व की शुभकामनाएं दी    

संदीप मिश्र      
लखनऊ। देशभर में मंगलवार को भगवान शिव को प्रिय महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज सुबह से ही मंदिरों में भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की लंबी कतार नजर आ रही है। महाशिवरात्रि के त्योहार पर मंदिरों को भी काफी सुंदर तरीके से सजाया गया है। 
वहीं, श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम के साथ ही कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन का भी ध्यान रखा जा रहा है। गौरतलब है कि इस पावन पर्व पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी।

करदाताओं को बड़ा झटका देने की तैयारी में सरकार

करदाताओं को बड़ा झटका देने की तैयारी में सरकार  

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। लगातार बढ़ रही महंगाई को देखते हुए सरकार करदाताओं को बड़ा झटका देने की तैयारी में है। पुरानी टैक्स व्यवस्था को खत्म किया जा सकता है।जिसमें 70 तरह की छूट मिलती है। रेवेन्यू सेक्रेटरी तरुण बजाज का कहना है कि इनकम टैक्स की पुरानी व्यवस्था के प्रति करदाताओं का आकर्षण घटाने की जरूरत है। इसे ज्यादा लोग इनकम टैक्स की नई व्यवस्था को अपनाने के लिए प्रोत्साहित होंगे। इनकम टैक्स की नई व्यवस्था 2020 में शुरू हुई थी। इसमें टैक्स की दर भले ही कम है, लेकिन डिडक्शन की सुविधा नहीं मिलती है। छूट नहीं मिलने की वजह से नई टैक्स व्यवस्था के प्रति करदाताओं ने दिलचस्पी नहीं दिखाई है। ज्यादातर करदाता पुरानी टैक्स व्यवस्था के साथ ही अपना इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करते हैं।

सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 के बजट में टैक्स की नई व्यवस्था पेश की थी। कहा था कि टैक्स की यह व्यवस्था काफी आसान है। इंडिविजुअल करदाताओं के लिए इसमें टैक्स रेट कम है। लेकिन, उन्हें स्टैंडर्ड डिडक्शन और सेक्शन 80सी की सुविधा नहीं मिलती है। स्टैंडर्ड डिडक्शन और सेक्शन 80सी की सुविधा से टैक्स का बोझ कम हो जाता है। नई व्यवस्था में 5 से 7.5 लाख रुपये सालाना इनकम वाले करदाताओं को 10 फीसदी टैक्स देना पड़ता है। पुरानी व्यवस्था में इतनी इनकम पर 20 फीसदी टैक्स देना पड़ता है। हालांकि, सेक्शन 87ए के तहत मिलने वाली रिबेट के चलते सालाना 5 लाख रुपये तक की इनकम वाले लोगों को नई या पुरानी व्यवस्था में कोई टैक्स नहीं देना पड़ता है।

बजाज ने कहा कि सरकार ने पर्सनल इनकम टैक्स में कमी लाने के लिए नई व्यवस्था पेश की थी। लेकिन, बहुत कम लोगों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है। इसकी वजह यह है कि लोगों को लगता है कि किसी व्यवस्था में वह 50 रुपये भी कम टैक्स चुकाएंगे तो वे उसी व्यवस्था का इस्तेमाल करना चाहते हैं। देश में 80सी और स्टैंडर्ड डिडक्शन का इस्तेमाल करने वाले 8-8.5 लाख सालाना इनकम वाले लोगों को कोई टैक्स नहीं चुकाना पड़ता है।उन्होंने कहा कि यही वजह है कि लोग नई व्यवस्था का इस्तेमाल नहीं करना चाहते। इसलिए जब तक हम पुरानी व्यवस्था का आकर्षण नहीं घटाएंगे, लोग नई व्यवस्था को अपनाने के लिए आने नहीं आएंगे। जब तक हम ऐसा नहीं करेंगे, हम अपने टैक्स रेट को आसान नहीं बना सकेंगे।

सभी भारतीय नागरिकों को कीव छोड़ने का आदेश

सभी भारतीय नागरिकों को कीव छोड़ने का आदेश      

अखिलेश पांडेय     

कीव/मास्को/नई दिल्ली। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को सभी भारतीय नागरिकों और छात्र-छात्राओं को जल्द से जल्द राजधानी कीव छोड़ने का आदेश दिया। भारतीय दूतावास ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट में लिखा है, "यूक्रेन की राजधानी कीव में रह रहे भारतीयों काे तुरंत वहां से निकलने की सलाह दी। दूतावास ने आज विद्यार्थियों सहित सभी भारतीय नागरिकों को तत्काल कीव छोड़ने के लिए कहा जा रहा है। उन्हें ट्रेन या यातायात के अन्य साधनों से यहां से निकलने की सलाह दी गयी है।"

उल्लेखनीय है कि यूक्रेन और रूस के हमलों के बीच हजारों की संख्या में भारतीय फंसे वहां फंसे हुए हैं। गत 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूसी सेना द्वारा आक्रमण शुरू करने के बाद पड़ोसी देशों से भारतीय नागरिकों को निकाला जा रहा है।

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...