सोमवार, 28 फ़रवरी 2022
प्रयागराज: बच्चों ने कहानी-कविता का मंचन किया
कौशाम्बी: 28 को सेवानिवृत्त हुए विद्यालय के प्राचार्य
गाजियाबाद के मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन प्लान लागू
लगातार 'ग्रीन-टी' का सेवन करना नुकसानदायक
लगातार 'ग्रीन-टी' का सेवन करना नुकसानदायक
मो. रियाज
आमतौर पर ज्यादातर लोग मानते हैं कि ग्रीन-टी का सेवन करने से वजन कम किया जा सकता है। लेकिन अगर आप भी लगातार ग्रीन-टी का सेवन कर रहे हैं तो थोड़ा सावधान रहे। क्योंकि, ज्यादा ग्रीन-टी पीने से कई प्रकार की बीमारियां आपको घेर सकती हैं। इसमें सिरदर्द, सुस्ती, सुस्ती, चिंता और चिड़चिड़ापन शामिल है, तो चलिए डिटेल्स में जानते है। इसके अलावा ग्रीन-टीन पीने से किस प्रकार के नुकसान हो सकते है।
ज्यादा ग्रीन-टी पीने से नींद की समस्या होगीं: माना जाता है कि ग्रीन का ज्यादा सेवन करने से आपको नींद नहीं आने की परेशानी हो सकती है। सभी जानते हैं कि एक फिट बॉडी और अच्छी सेहत के लिए अच्छी और भरपूर नींद लेना बहुत जरूरी होता है। इसलिए ग्रीन-टी का सेवन सही मात्रा में करना चाहिए।
बढ़ सकता हैं ब्लड प्रेशर: ब्लड प्रेशर की समस्या भी ज्यादा ग्रीन-टी पीने से बढ़ सकती है। माना जाता है कि ग्रीन-टी में मौजूद कैफीन हमारी नर्वस सिस्टम को प्रोएक्टिव करने का काम करता है। इसके ज्यादा सेवन से कई समस्या का सामना करना पड़ सकता है। जिससे आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो सकती है।
हो सकती हैं आयरन की कमी: इसके अलावा आप अधिक मात्रा में ग्रीन-टी का सेवन करते हैं तो आपके शरीर में आयरन की कमी हो सकती है। इसके अलावा आपको भूख लगना भी कम हो जाती है। जिसके चलते आपका शरीर कमजोर भी हो सकता है। ऐसे में आप कई बीमारियों को बुलावा देते हैं।
खाली पेट ग्रीन-टी पीने से होती हैं ये दिक्कत: अगर आप भी खाली पेट ग्रीन-टी पीते हैं तो जरा सावधान हो जाइए। क्योंकि इससे आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है। माना जाता है कि कुछ खाने के बाद ही ग्रीन-टी का सेवन करना चाहिए। रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रीन-टी में मौजूद कैफीन से घबराहट, चक्कर, डायबिटीज, कब्ज, जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।
762 अंक टूटकर 55,096 के स्तर पर खुला सेंसेक्स
762 अंक टूटकर 55,096 के स्तर पर खुला सेंसेक्स
कविता गर्ग
मुंबई। सप्ताह के पहले दिन सोमवार को शेयर बाजार एक बड़ी गिरावट के साथ लाल निशान पर खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 762 अंक टूटकर 55,096 के स्तर पर खुला। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी सूचकांक ने 221 अंक की गिरावट के साथ 16,437 के स्तर पर कारोबार शुरू किया। यूक्रेन पर हमले का असर ग्लोबल मार्केट पर साफ-साफ दिख रहा है। सोमवार को शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 1000 अंकों से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को सेंसेक्स 529 अंकों की गिरावट के साथ 55329 पर और निफ्टी 176 अंकों की गिरावट के साथ 16481 के स्तर पर खुला।
सोमवार को सेंसेक्स 933 अंकों की गिरावट के साथ 54925 के स्तर पर और निफ्टी 225 अंकों की गिरावट के साथ 16433 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था। इस समय सेंसेक्स के टॉप-30 में 27 शेयर गिरावट के साथ और तीन शेयर तेजी के साथ ट्रेड कर रहे हैं। पावरग्रिड, टाटा स्टील और सनफार्मा में तेजी है। एशियन पेंट्र, डॉ रेड्डी और एचडीएफीस बैंक में सबसे ज्यादा गिरावट है। बाजार के जानकारों का कहना है कि अभी दबाव जारी रहेगा। 16800-17065 पर मजबूत रेसिसटेंस है। इस जोन में बिकवाली का दबाव बढ़ जाता है। जब तक निफ्टी 16550 के ऊपर मजबूती से बंद नहीं होता है, दबाव की स्थिति बनी रहेगी।
यूके: 24 घंटे में कोरोना के 61 नए मामलें मिलें
यूके: 24 घंटे में कोरोना के 61 नए मामलें मिलें
पंकज कपूर
देहरादून। उत्तराखंड में वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण का प्रकोप थमने लगा है। राज्य में कोरोना वायरस मामलों में निरंतर कमी आ रही है। लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के सभी 13 जनपदों में कोरोना वायरस के कुल 66 नये मामले सामने आए है। जबकि तीन कोरोना मरीजों की मौत हुई है।
सोमवार को उत्तराखंड स्टेट कंट्रोल रूम देहरादून द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के कुल 61 नए मामले सामने आए है। जबकि राज्य में 120 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। वही, दैनिक पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो 0.87 फ़ीसदी पर पहुंच गई है। इधर राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती तीन कोरोना मरीजों की मौत भी हुई है।
सीजी: 'अधिवक्ता सुरक्षा काननू' लागू करने की मांग
सीजी: 'अधिवक्ता सुरक्षा काननू' लागू करने की मांग
दुष्यंत टीकम
रायपुर। छत्तीसगढ़ में अधिवक्ता सुरक्षा काननू लागू करने की मांग को लेकर वकीलों ने राजस्व अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल रायगढ़ जिले में हुए अधिवक्ता के खिलाफ झूठी एफआईआर को लेकर अधिवक्ता संघ में काफी आक्रोश है। वही रायपुर के वकीलों द्वारा कोई काम नहीं किया जा रहा है।
वकीलों का कहना है, कि रायगढ़ जिले के तहसीलदार और वहां के कर्मचारी ने दुर्व्यवहार किया। अधिवक्ता के विरोधी प्रकरण बनाए हैं। अधिवक्ता साथी न्यायिक अभिरक्षा में भी उच्च न्यायालय की जमानत पर छूट गए हैं। सोमवार को वकीलों ने इस मांग को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौपा है।
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