सोमवार, 28 फ़रवरी 2022

1 मार्च को 'एलपीजी सिलेंडर' के नए रेट होगें जारी

1 मार्च को 'एलपीजी सिलेंडर' के नए रेट होगें जारी     

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन की जंग के बीच 1 मार्च को एलपीजी सिलेंडर के नए रेट जारी होंगे। 6 अक्टूबर 2021 के बाद से घरेलू एलपीजी सिलेंडर न तो सस्ता हुआ है और न ही महंगा। अलबत्ता इस दौरान कच्चे तेल की कीमतें 102 डॉलर प्रति बैरल के पार चली गई हैं। हालांकि इस दौरान कामर्शियल सिलेंडर की कीमतों में अच्छा-खासा बदलाव देखने को मिला।
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर नॉन-सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमतों में कई महीने से राहत है। कच्चे तेल के दाम 102 डॉलर प्रति बैरल पार होने के बावजूद छह अक्टूर 2021 से घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि चुनाव बाद यानी 7 मार्च के बाद कभी भी गैस के दाम 100 से 200 रुपये प्रति सिलेंडर से अधिक बढ़ सकते हैं।हालांकि अक्टूबर 2021 से एक फरवरी 2022 के बीच कामर्शियल सिलेंडर के दाम 170 रुपये बढ़े हैं। दिल्ली में 1 अक्टूबर को कामर्शिय सिलेंडर का दाम 1736 रुपये था।
नवंबर में यह 2000 का हुआ और दिसंबर में 2101 रुपये का हो गया। इसके बाद जनवरी में यह फिर सस्ता हुआ और फरवरी 2022 को और सस्ता होकर 1907 रुपये पर आ गया।
634 रुपये में भी ला सकते हैं, एलपीजी सिलेंडर।
अगर घरेलू एलपीजी सिलेंडर की बात करें तो अभी दिल्ली- मुंबई में करीब 900 रुपये, कोलकाता में 926 रुपये और चेन्नई में 916 रुपये में मिल रहा है। इसमें 14.2 किलो गैस होती है। अगर आपका परिवार छोटा है और आप दिल्ली में रहते हैं तो आप 634 रुपये में भी एलपीजी सिलेंडर ला सकते हैं। हालांकि इसमें गैस केवल 10 किलो ही होगी।

ग्रुप-सी के विभिन्न पदों पर भर्ती, नोटिफिकेशन जारी

ग्रुप-सी के विभिन्न पदों पर भर्ती, नोटिफिकेशन जारी     

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। नौसेना की पश्चिमी कमान ने ग्रुप-सी के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशेन जारी किया है। इस भर्ती का विज्ञापन 26 फरवरी, 2022 के रोजगार समाचार में जारी किया गया है। जो भी उम्मीदवार इस भर्ती के लिए इच्छुक हैं। नौसेना की पश्चिमी कमान की ओर से जारी की गई ग्रुप सी के पदों पर भर्ती के माध्यम से चयनित उम्मीदवारों को फायरमैन, फार्मासिस्ट और पेस्ट कंट्रोल वर्कर के रिक्त पदों पर नियुक्ति दी जाएगी। इस भर्ती में रिक्त पदों की कुल संख्या 127 है। योग्य और इच्छुक उम्मीदवार इन पदों पर विज्ञापन जारी होने के 60 दिनों के भीतर अपना आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की आखिरी तारीख 26 अप्रैल, 2022 तक है।

फायरमैन के लिए रिक्त पदों की संख्या- 120।
फार्मासिस्ट के लिए रिक्त पदों की संख्या- 1।
पेस्ट कंट्रोल वर्कर के लिए रिक्त पदों की संख्या- 6।

चयन प्रक्रियाइस भर्ती के लिए उम्मीदवारों का चयन शारीरिक परीक्षण, अंतरिम नियुक्ति पत्र और दस्तावेजों के सत्यापन के माध्यम से किया जाएगा। गुप सी के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए आवेदकों के पास में न्यूनतम दसवीं पास की योग्यता होनी चाहिए। अन्य जरूरी योग्यताओं के लिए उम्मीदवार वेबसाइट पर जाकर नोटिफिकेशन को चेक कर सकते हैं। इस भर्ती के लिए योग्य और इच्छुक उम्मीदवारों को अपना आवेदन ऑफलाइन माध्यम से करना होगा। उम्मीदवार आवेदन पत्र को वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड कर सकते है।

रूस-यूक्रेन की जंग के बीच पीएम ने बुलाई बैठक

रूस-यूक्रेन की जंग के बीच पीएम ने बुलाई बैठक    

अखिलेश पांडेय    

कीव/ मास्को/नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस की जंग के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल बैठक बुलाई। जिसमें फैसला लिया गया कि युद्ध के बीच फंसे भारतीयों के देश वापसी कराने के लिए देश के 4 केंद्रीय मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देश जाएंगे। इन चार मंत्रियों में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी, जनरल वीके सिंह और किरेन रिजिजू के नाम शामिल हैं। इसके साथ ही बैठक में यूक्रेन में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी की प्रक्रिया तेज करने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों के साथ सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई। बता दें अब तक भारत ने यूक्रेन से अपने करीब 2,000 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। और उनमें से 1,000 लोगों को हंगरी और रोमानिया के रास्ते घर लाया जा चुका है। 

भारत के विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन में जंग के बीच फँसे भारतीयों को वापस लाने में मदद के लिए एक आधिकारिक ट्विटर हैंडल ‘ऑपगंगा हेल्पलाइन’ लॉन्च किया। यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वापसी के अभियान को ‘ऑपरेशन गंगा’ नाम दिया गया है। ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया में भारत ने अपने कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं जिससे यूक्रेन की सीमा से लगने वाले इन देशों के जरिए भारतीयों को निकाला जा सके।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हुए यूक्रेन पर रूस के हमले सं संबंधित मतदान में भारत ने भाग नहीं लिया, हालांकि भारत ने बेलारूस सीमा पर वार्ता करने के रुस और यूक्रेन के फैसले का स्वागत किया है। बता दें दो दिन पहले यूक्रेन के खिलाफ रूसी हमले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक प्रस्ताव को रूस ने वीटो के जरिए बाधित कर दिया था। इस प्रस्ताव के लिए हुए मतदान में भी भारत, चीन और संयुक्त अरब अमीरात शामिल नहीं हुए थे।

'अंतरराष्ट्रीय' यात्री उड़ानों के निलंबन को बढ़ाया

'अंतरराष्ट्रीय' यात्री उड़ानों के निलंबन को बढ़ाया    

अकांशु उपाध्याय     

नई दिल्ली। विमानन नियामक डीजीसीए ने सोमवार को कहा कि देश में अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों के निलंबन को ‘‘अगले आदेश तक” बढ़ा दिया गया है।  इससे पहले 19 जनवरी को निलंबन 28 फरवरी तक बढ़ा दिया गया। कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के बाद 23 मार्च, 2020 से भारत में अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें निलंबित हैं। इसके बाद गठित एयर बबल व्यवस्था के तहत जुलाई 2020 से भारत और लगभग 45 देशों के बीच विशेष यात्री उड़ानें संचालित हो रही हैं।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सोमवार को एक परिपत्र में कहा, ‘‘सक्षम प्राधिकारी ने भारत से अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं के निलंबन को अगले आदेश तक बढ़ाने का फैसला किया है।” परिपत्र में कहा गया कि यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय मालवाहक उड़ानों तथा डीजीसीए द्वारा विशेष रूप से मंजूरी प्राप्त उड़ानों पर लागू नहीं होगा।
इससे पहले सरकारी सूत्रों से खबर आई थी कि नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें  15 मार्च से फिर से शुरू हो सकती हैं और इसके लिए भारतीय हवाई अड्डों पर प्रभावी मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा। लेकिन नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई थी।

रूस-यूक्रेन संकट: सोने-चांदी की कीमतों में तेजी दर्ज

रूस-यूक्रेन संकट: सोने-चांदी की कीमतों में तेजी दर्ज    

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को भारतीय बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में शानदार तेजी आई है। रूस और यूक्रेन संकट में जारी जंग की खबरों से पीली धातु के भाव में उछाल आया है। सोमवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर अप्रैल वायदा सोने का दाम 1.5 फीसदी प्रति 10 ग्राम चढ़ गया। जबकि मार्च वायदा चांदी की कीमत 1.6 फीसदी प्रति किलोग्राम बढ़ गई। पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन पर हमला करने के लिए रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने के बाद वैश्विक बाजारों में सोमवार को सोने की कीमतों में तेजी आई है। इस महीने सोने की कीमतें 1 फीसदी से ज्यादा बढ़कर 1,909.89 डॉलर प्रति औंस हो गईं, जो इस महीने 6 फीसदी से अधिक हो गई। इस बीच, यूक्रेन के अधिकारी बेलारूस की सीमा पर रूसी समकक्षों से मिलेंगे क्योंकि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने देश के न्यूक्लियर फोर्स को हाई अलर्ट पर रखा है।

सोमवार को एमसीएक्स पर अप्रैल वायदा चांदी का भाव 800 रुपये बढ़कर 50,990 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। वहीं मार्च वायदा चांदी की कीमत 1,027 रुपये बढ़कर 65,050 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। आपको बता दें कि सोने का उपयोग अक्सर मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में और वित्तीय व राजनीतिक अनिश्चितता के समय में सेफ हेवन के रूप में किया जाता है। अमेरिका और यूरोप ने शनिवार को बड़े रूसी बैंकों को मुख्य वैश्विक भुगतान प्रणाली स्विफ्ट से हटा दिया, जो अब तक के सबसे मजबूत आर्थिक प्रतिबंधों में से एक है।

इस बीच, रूसी केंद्रीय बैंक  ने घोषणा की है कि वह घरेलू कीमती धातु बाजार में फिर से सोना खरीदना शुरू करेगा। यह कदम मॉनिटरी ऑथोरिटी और देश के कई कमर्शियल बैंकों को मंजूरी दिए जाने के बाद आया है। केंद्रीय बैंक की खरीदारी पिछले एक साल में बुलियन की मांग का एक प्रमुख स्रोत रही है। इस समय सोने को अंतर्राष्ट्रीय और साथ ही घेरलू डेवलपमेंट का सपोर्ट मिला है। जियोपॉलिटिकल टेंशन के कारण सोने की कीमतें एक साल से अधिक के उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की 10वीं किस्त आज से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गई है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में 4 मार्च तक निवेश कर सकेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक ने इसकी कीमत 5,109 रुपये प्रति ग्राम तय की है। भारत सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श से ऑनलाइन आवेदन करने वाले निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का फैसला लिया है, अगर आवेदन के लिए भुगतान डिजिटल मोड के माध्यम से किया जाता है। आरबीआई ने कहा, ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 5,059 रुपये प्रति ग्राम होगा।

अंतर्राष्ट्रीय यात्रा एडवायजरी में बदलाव किया: मंत्रालय

अंतर्राष्ट्रीय यात्रा एडवायजरी में बदलाव किया: मंत्रालय  

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय ने युद्धग्रस्‍त यूक्रेन से निकाले जा रहे भारतीयों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा दिशा-निर्देशों में संशोधन किया है। इसके मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय यात्रा एडवायजरी में बदलाव किया है। जो यूक्रेन से निकाले जा रहे भारतीयों के लिए विभिन्न छूट प्रदान करता है। इसमें उन्‍हें कई कोविड-19 संबंधित छूट प्रदान की गई हैं। भारतीय नागर‍िकों को अनिवार्य प्री-बोर्डिंग नेगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट और टीकाकरण प्रमाणपत्र में छूट दी गई है। इसके अलावा उन्हें एयर-सुविधा पोर्टल पर प्रस्थान से पहले दस्तावेज अपलोड करने की भी आवश्यकता नहीं है।यदि कोई यात्री आगमन से पहले आरटी-पीसीआर टेस्‍ट पेश करने में सक्षम नहीं है या जिन्होंने अपना कोविड -19 टीकाकरण पूरा नहीं किया है, तो उन्हें भारत आने के बाद 14 दिनों के लिए अपने कोव‍िड-19 के नमूने जमा करने की अनुमति दी गई है। 28 फरवरी 2022 तक यूक्रेन से 1156 भारतीय भारत आ चुके हैं, जिनमें से किसी भी यात्री को आइसोलेशन में नहीं रखा गया है।

भारत ने पहले ही पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया में 24 घंटे के नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं, ताकि इन देशों से लगने वाली यूक्रेन की सीमा से जरिए भारतीयों को निकाला जा सके। इसको लेकर नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि लगभग 13,000 भारतीय अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं और सरकार उन्हें जल्द से जल्द वापस लाने का प्रयास कर रही है।


राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने निशंक को दिल्ली तलब किया

राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने निशंक को दिल्ली तलब किया  

पंकज कपूर    

देहरादून। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को दिल्ली तलब किया है। जिसके बाद भाजपा में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। विधानसभा चुनावों के नतीजों से पहले निशंक को दिल्ली तलब किया जाना खुद में कुछ बड़े मायने रखता है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते कुछ दिनों में भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्रियों से मुलाकात की थी। वही बीते रविवार को भाजपा हाईकमान ने निशंक को दिल्ली बुलाया है। उनके इस बुलावे को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। वही चुनावी प्रक्रिया के बाद अटकलों का बाजार भी गर्म हो गया है। कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने अपनी अपनी जीत का दावा किया है। वही ताजा राजनीतिक समीकरणों के मुताबिक निशंक का दिल्ली जाना खुद में बड़े मायने रखता है। 

सीएम धामी ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्रियों से मुलाकात की और उनसे बंद दरवाजों के पीछे किस बात को लेकर चर्चा हुई,यह भी बड़ा सवाल बना हुआ है।इन मुलाकातों की अटकलों से देखा जा रहा है। वही अचानक भाजपा हाईकमान ने निशंक को दिल्ली आने का निमंत्रण दिया है। निशंक निमंत्रण के तुरंत बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गए। अटकलें लगाई जा रही है कि नड्डा उत्तराखंड विधानसभा चुनावों का रिजल्ट निशंक से ले सकते हैं। वही उत्तराखंड के राजनीतिक समीकरण को लेकर भी चर्चा हो सकती है। हालांकि निशंक ने इस मामले में कुछ भी कहने से परहेज़ किया है। *निशंक को मिल सकती है अहम जिम्मेदारी* राजनीतिक चर्चाओं की मानें तो भाजपा हाईकमान नड्डा निशंक को उत्तराखंड में अहम जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। निशंक राजनीतिक जोड़-तोड़ के माहिर खिलाड़ी हैं। केंद्रीय जिम्मेदारी छोड़ने वाले निशंक पिछले लंबे समय से स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे। वही विधानसभा चुनावों में वह कुछ सतर्क रहें थे। वही इस बात की चर्चा भी जोरों पर है कि भाजपा निशंक को कोई बड़ी जिम्मेदारी सौप सकतीं हैं। 


सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...