शनिवार, 26 फ़रवरी 2022

हिम्मत: यूक्रेन के आम नागरिकों ने भी हथियार उठायें

हिम्मत: यूक्रेन के आम नागरिकों ने भी हथियार उठायें      

अखिलेश पांडेय     
कीव/ मास्को। यूक्रेन पर रूस का हमला जारी है। शनिवार को महायुद्ध का तीसरा दिन है। एक तरफ जहां यूक्रेन की सेना रूसी सैनिकों से टक्कर ले रही है। वहीं उनका हौसला बुलंद रखने के लिए यूक्रेन के आम नागरिकों ने भी हथियार उठा लिए हैं। अब पूरी लड़ाई आत्मसम्मान, हिम्मत और जज्बे पर आकर टिक गई है। ये हौसला कुछ ऐसा है कि एक शख्स तो रूसी टैंकों के सामने ही आ खड़ा हुआ और इन टैंकों को रास्ता बदल कर आगे जाना पड़ा।
इस बीच यूक्रेन आर्मी के हाथों मारे गए लगभग तीन हजार रूसी सैनिकों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर सेना लोगों की हिम्मत बढ़ाने की कोशिश कर रही है। ऐसा लगने लगा है कि अब ये जंग यूक्रेन की राजधानी कीव की गली-गली में लड़ने की ओर बढ़ चली है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वेलोडिमीर जेलेंस्की ने भी रूस के आगे घुटने टेकने से इन्कार कर दिया है, जबकि वह जानते हैं कि उनकी सेना ज्यादा देर तक रूस को रोक कर नहीं रख पाएगी। जेलेंस्की ने यूक्रेन की हिफाजत के लिए अमेरिका से आए उस ऑफर को भी ठुकरा दिया है, जिसमें उन्हें सुरक्षित निकालने की पेशकश की गई थी। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने रूसी हमले के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वेलोडिमीर जेलेंस्की को देश से निकालने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, जेलेंस्की ने इसके लिए मना कर दिया है। उन्होंने कहा है कि, उन्हें लड़ने के लिए हथियार चाहिए, गाड़ी नहीं।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने वीडियो संदेश भी सोशल मीडिया पर जारी किया है। इस वीडियो में उनके साथ प्रधानमंत्री, चीफ ऑफ स्टाफ और राष्ट्रपति भवन के कुछ अन्य अधिकारी भी हैं।” वीडियो मैसेज में जेलेंस्की कहते हैं- “हम यहां हैं। हमारी फौज भी यहां हैं। हमारे नागरिक भी यहां हैं। हम यहां अपनी आजादी की रक्षा के लिए हैं। हम अपने देश की रक्षा कर रहे हैं और ऐसे ही करते रहेंगे।
रूसी सेना  को कीव की तरफ बढ़ने से रोकने के लिए यूक्रेन की सांसद कीरा रुडिक ने बंदूक उठा ली है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, “मैंने कलाशनिकोव चलाना सीख लिया है और हथियार उठाने के लिए तैयार हूं। कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा भी दिन आएगा। हमारी महिलाएं देश को बचाने के लिए पुरुषों की तरह ही आगे आएंगी।

अगला लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया: भारती

अगला लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया: भारती  

मनोज सिंह ठाकुर      

भोपाल। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अगला लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। मगर वे चुनाव कहां से लड़ेंगी इस पर उन्होंने अभी सस्पेंस रखा है। उनके इस ऐलान से तीन लोकसभा सीटों पर कशमकश की स्थिति पैदा होने की संभावना है। भारती की पसंदीदा और राजनीतिक समीकरण में फिट बैठने वाली ये तीन सीटें भोपाल, खजुराहो और झांसी हैं। इससे कई नेताओं की सांस अटक गई है। भाजपा नेता उमा भारती ने 2019 में चुनाव नहीं लड़ने के अपने ऐलान पर अमल करते हुए दूरी बनाई थी, लेकिन अब उन्होंने 2024 चुनाव में उतरने की मंशा जाहिर कर दी है।

उमा की चुनाव लड़ने की मंशा से सबसे ज्यादा संकट की स्थिति खजुराहो और भोपाल लोकसभा सीट के मौजूदा सांसदों के लिए पैदा हो सकती है। क्योंकि खजुराहो भारती का पसंदीदा क्षेत्र है तो भोपाल से भी वो 1999 में सांसद रह चुकी हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में भोपाल में प्रज्ञासिंह को कट्टरवादी छवि के लिए दिग्विजय सिंह के सामने उतारा गया था। अब केन-बेतवा लिंक परियोजना की मन्नत पूरी होने पर छतरपुर के गंज गांव के एक हनुमान मंदिर में पूजा-पाठ करने के बाद पूर्व सीएम भारती ने खुलकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। यह ऐलान उनका वैसा ही है जैसा उन्होंने 2019 चुनाव के एक साल पहले चुनाव नहीं लड़ने का किया था। उमा भारती के चुनाव लड़ने के ऐलान से खजुराहो सीट पर ज्यादा असर पड़ेगा। भारती यहां से लगातार चार बार प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। वैसे भी मौजूदा सांसद विष्णुदत्त शर्मा को यहां अभी तक बाहरी माना जाता है। शर्मा मुरैना के रहने वाले हैं। केन-बेतवा लिंक परियोजना को लेकर भारती अपने प्रयासों के बारे में बुंदेलखंड के लोगों को कई बार बता चुकी हैं। खासकर वे छतरपुर-खजुराहो में यह बातें खुलकर कहती रही हैं।

पीएम ने 'मेडिकल' में निवेश करने का आह्वान किया

पीएम ने 'मेडिकल' में निवेश करने का आह्वान किया    

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। यूक्रेन संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में प्राइवेट सेक्टर से मेडिकल शिक्षा में निवेश करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा, “क्या हमारे प्राइवेट सेक्टर बहुत बड़ी मात्रा में इस फील्ड में नहीं आ सकते, क्या हमारी राज्य सरकारें इस प्रकार के काम के लिए जमीन देने में उम्दा नीतियां नहीं बना सकते। ताकि अधिकतम डॉक्टर और पैरामेडिक्स हमारे यहां तैयार हों। इतना ही नहीं हम दुनिया की मांग पूरा कर सकते हैं।आम बजट-2022 में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए किए गए प्रावधानों पर केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से आयोजित एक वेबिनार का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार का प्रयास आधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से देश के हर व्यक्ति तक किफायती इलाज पहुंचाने का है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का ध्यान स्वास्थ्य पर तो है ही, इसके साथ ही उसकी कोशिश आयुष जैसी पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धति में शोध को प्रोत्साहन देकर स्वास्थ्य देखभाल तंत्र में उसकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने पर भी है। उन्होंने कहा, ‘‘आधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से देश के हर व्यक्ति, हर हिस्से तक बेहतर और किफायती स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने पर भी सरकार का विशेष ध्यान है। हमारा प्रयास है कि गंभीर बीमारियों के इलाज की स्वास्थ्य सुविधाएं ब्लॉक स्तर पर हों, जिला स्तर पर हों, गांवों के नजदीक हों।” उन्होंने कहा कि इन सुविधाओं से जुड़ी अवसंरचना की देखभाल और समय-समय पर उसमें सुधार भी जरूरी है और इसके लिए निजी और दूसरे क्षेत्र को भी ज्यादा ऊर्जा के साथ आगे आना होगा।

देश की रक्षा, यूक्रेनी सैनिक ने खुद को बम से उड़ाया

देश की रक्षा, यूक्रेनी सैनिक ने खुद को बम से उड़ाया    

सुनील श्रीवास्तव       

कीव/मास्को। रूस लगातार यूक्रेन की सेना पर हमला कर रहा है। हालात कमजोर होने के बावजूद यूक्रेन की सेना रुसी सैनिकों से जमकर मुकाबला कर रही है। इस बीच यूक्रेन के एक युवा सैनिक की बहादुरी खूब चर्चा बटोर रही है। एक रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार यूक्रेन का यह सैनिक अपने देश की रक्षा के लिए अपने जान की परवाह किये बिना खुद को बम से उड़ा लिया। दरअसल युद्ध में अपनी जान न्योछावर करने वाले इस यूक्रेनी सैनिक का नाम विटाली शाकुन है। यूक्रेन की सेना ने विटाली को हीरो बताते हुए, सोशल मीडिया पर उनकी कहानी साझा की है।

बता दें रूस की सेना लगातार यूक्रेन पर हमले किये जा रही है। इसके साथ ही यूक्रेन की सेना भी इसका बहादुरी से जवाब दे रही है। इस दौरान क्रीमिया के पास खेरसॉन क्षेत्र  से खबर मिली की वहां बने पुलों को पार कर रूसी सेना तेजी से आगे बढ़ रही है। ऐसे में उन्हें रोकने के लिए यूक्रेनी आर्मी अलर्ट हो गई। एक रिपोर्ट के अनुसार, खेरसॉन क्षेत्र में तैनात यूक्रेनी सैनिक विटाली शाकुन ने आगे बढ़कर सेना का मोर्चा संभाला और पुल के साथ खुद को भी धमाके में उड़ा लिया। बता दें विटाली शाकुन ने ऐसा इसलिए किया ताकि रूसी सैनिक शहर में प्रवेश ना कर पाएं। जिस पुल को सैनिक वीटाली ने ध्वस्त किया वो रूस के कब्जे वाले क्रीमिया को यूक्रेन से जोड़ता है। विटाली शाकुन इस पुल का प्रबंधन कर रहे थे।

विटाली शाकुन की बहादुरी को यूक्रेन की आर्मी ने सैल्यूट करते हुए कहा कि “रूस से मुकाबले के लिए वहां स्पेशल मरीन बटालियन तैनात थी। इस बटालियन के इंजीनियर विटाली शाकुन ने क्रीमिया के पास बने  पर रूसी सेना के खिलाफ मोर्चा संभाल रखा था। रूसी टैंक को राजधानी की ओर बढ़ने से रोकने के लिए पुल को उड़ाने का फैसला लिया गया था। पुल को उड़ाने के लिए विटाली शाकुन को बुलाया गया। पुल को इस तरह उड़ाना था कि रूसी सेना आगे न बढ़ सके। विटाली ने अपनी जान पर खेलकर मिशन को अंतिम सांस तक अंजाम दिया। लेकिन वे वहां से निकल नहीं सके। पुल को उड़ाने के लिए उन्होंने जो धमाका किया उस दौरान इस जांबाज सैनिक (विटाली शाकुन) की मौत हो गई।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-141, (वर्ष-05)
2. रविवार, फरवरी 27, 2022
3. शक-1984, फाल्गुन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-एकादशी/द्वादशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:04, सूर्यास्त: 06:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 13 डी.सै., अधिकतम-24+ डी सै.। बर्फबारी, उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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शुक्रवार, 25 फ़रवरी 2022

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने रूस से 'युद्धविराम' की अपील की

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने रूस से 'युद्धविराम' की अपील की   

अखिलेश पांडेय      

कीव/मास्को। यूक्रेन पर रूसी सेना के हमले के दूसरे दिन शुक्रवार को राजधानी कीव में हुए कई हमलों के बाद राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस से तुरंत युद्धविराम की अपील की। यूक्रेनी अधिकारियों के हवाले से बताया गया कि राजधानी पर रूसी सेना ने कई मिसाइलें दागीं। इस जोरदार हमले में कम से कम एक इमारत को नुकसान पहुंचा और मीडिया रिपोर्टों में बताया गया कि इस हमले में तीन लोग जख्मी हो गये। जेलेंस्की ने देश को दिये संदेश में रूस से युद्धविराम की अपील की। उन्होंने पश्चिमी देशों से भी रूसी हमले को रोकने के लिए और कदम उठाये जाने की गुहार लगाई है। कीव में तड़के चार बजे हुए हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि कीव की ओर रूसी सेना के बढ़ने के दौरान पोजिंयाकी क्षेत्र में धमाके हुए।

बीबीसी के रिपोर्टर ने ट्वीट किया “ कीव में दो छोटे धमाकों की आवाज सुनी गयी, फिलहाल यह बताना तो संभव नहीं है कि इसका क्या मतलब हैं ? लकिन अफवाह है कि रूसी सेना राजधानी में घुस गयी है। यूक्रेनी सेना की ओर से जारी बयान में बताया गया कि राजधानी कीव के बाहरी इलाकों दिमेर और इवांकीव में यूक्रेनी सेना रूसी सेना से माेर्चा ले रही है और यहां पर बड़ी संख्या में रूस की बख्तरबंद गाडियों का जमावड़ा है। यूक्रेनी सैन्य बलों के आधिकारिक फेसबुक पेज पर कहा गया “ राजधानी के पश्चिमोत्तम इलाके में घुसी रूसी सेना का मुकाबला किया जा रहा है। इससे पहले रूसी सेना को राजधानी में घुसने से रोकने के लिए यूक्रेन की सेना ने तेतरिव नदी पर बने पुल को खुद ही ध्वस्त कर दिया था। राजधानी के बाहरी इलाके में हवाई क्षेत्र में रूसी सेना के साथ अब भी मुकाबला किया जा रहा है।

धर्म निभाएंगे, सिंबल से चुनाव होगें या नहीं: चौटाला

धर्म निभाएंगे, सिंबल से चुनाव होगें या नहीं: चौटाला 

राणा ओबरॉय      
चंडीगढ़। हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि जजपा-भाजपा पहले भी निकाय चुनाव साथ लड़े थे और अब आगे भी साथ ही लड़ेंगे। जजपा निकाय चुनाव अपने सिंबल पर लड़ेगी या नहीं, इसको लेकर कमेटी का गठन किया गया है। वे गठबंधन का धर्म निभाएंगे। दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को हरियाणा के जींद में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
अधिकारियों तथा विधायकों के साथ मीटिंग कर जिले में चल रहे विकास कार्यों पर भी बात की। निकाय चुनावों पर उन्होंने कहा कि पहले भी गठबंधन सरकार ने सात निकाय पर चुनाव लड़ा था, जिसमें तीन पर जजपा व चार पर भाजपा के चेयरमैन उम्मीदवार थे। उन्होंने बताया कि निकाय चुनाव को लेकर जजपा ने कल एक मीटिंग की है। जिसमें डिस्ट्रिक्ट प्रधान से चर्चा कर एक कौर कमेटी का गठन किया गया है। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह, डॉ. केसी बांगड तथा राजेंद्र लितानी मिलकर भाजपा के अध्यक्ष तथा चुनाव कौर कमेटी से चर्चा करेंगे। 
जिसके बाद गठबंधन सरकार निर्णय लेगी कि चुनाव सिंबल पर लड़ना है या नहीं ? क्योंकि पिछली बार भी दोनों पार्टियों के बीच यह निर्णय लिया गया था कि कार्पोरेशन और कमेटियों में चुनाव सिंबल पर लडा जाएगा। दोनों कमेटियों की बातचीत के बाद जो भी निर्णय आएगा, वो माना जाएगा।

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...