शुक्रवार, 25 फ़रवरी 2022

असम के 3 दिवसीय दौरे पर गुवाहाटी पहुंचे 'राष्ट्रपति'

असम के 3 दिवसीय दौरे पर गुवाहाटी पहुंचे 'राष्ट्रपति'  

इकबाल अंसारी     

गुवाहाटी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद असम के तीन दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को गुवाहाटी पहुंचे। जहां वह अहोम सेनापति लाचित बोड़फुकन की 400वीं जयंती समारोह की शुरुआत करने सहित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। कोविंद, अपनी पत्नी और बेटी के साथ, गुवाहाटी के लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारतीय वायु सेना के एक विशेष विमान से आए। असम के राज्यपाल जगदीश मुखी, मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा और वरिष्ठ अधिकारियों ने गर्मजोशी से उनकी अगवानी की। मुखी और सरमा ने असम में कोविंद का स्वागत करने पर ट्वीट किया और दोनों ने कहा कि राष्ट्रपति का स्वागत करना सम्मान की बात है। हवाई अड्डे से बाहर आते समय राष्ट्रपति ने अपने काफिले को रूकवाया और एक झलक पाने की प्रतीक्षा कर रहे सांस्कृतिक कलाकारों और आम लोगों का अभिवादन करने के लिए अपने बुलेट प्रूफ वाहन से उतर गए।

असम सरकार ने हवाई अड्डे के बाहर सड़क के किनारे राज्य के विभिन्न जनजातियों और समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की व्यवस्था की थी। कोविंद वहां से कामाख्या मंदिर गए और पूजा-अर्चना की। मुखी, सरमा और राज्य के अन्य मंत्री उनके साथ मंदिर के अंदर गए, जहां मीडिया का प्रवेश प्रतिबंधित था। राष्ट्रपति शाम को गुवाहाटी में अहोम सेनापति लाचित बोड़फुकन की वर्ष भर चलने वाली 400वीं जयंती समारोह का उद्घाटन करेंगे। वह श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र सभागार में असम के कामरूप जिले के दादरा में बनने वाले अलाबोई युद्ध स्मारक की आधारशिला भी रखेंगे।

रूसी सैन्य अभियान के खिलाफ विरोध, 20 गिरफ्तार

रूसी सैन्य अभियान के खिलाफ विरोध, 20 गिरफ्तार   

अखिलेश पांडेय    

मास्को। दक्षिणी रूस के नोवोसिबिर्स्क शहर में कानून प्रवर्तन सैनिकों ने यूक्रेन में रूसी सैन्य अभियान के खिलाफ विरोध कर रहे 20 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया। क्षेत्रीय सरकार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। एक आधिकारिक बयान में बताया कि कानून प्रवर्तन एजेंसी ने गुरुवार को एक ‘संगठित सार्वजनिक कार्यक्रम’ के दौरान 20 प्रतिभागियों को हिरासत में लिया है और साथ ही उन सभी को चेतावनी भी दी।

बयान में बताया, इन कार्यों में भाग लेने वाले लोग समाज में अशांति फैलाते हैं और ऐसे समय में अस्वीकार्य है। इसमें शामिल होने वालों को मौजूदा कानून के अनुसार दंडित किया जाएगा। यूक्रेन में सैन्य अभियान के खिलाफ गुरुवार को रूस के बड़े शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए।

बिजली संयंत्र: कोयला आयात की प्रवृत्ति कम होगी

बिजली संयंत्र: कोयला आयात की प्रवृत्ति कम होगी    

सुनील श्रीवास्तव      

कीव /मास्को। यूक्रेन और रूस के बीच महायुद्ध से ऊर्जा के दाम वैश्विक स्तर पर बढ़े हैं। इससे बिजली संयंत्रों की कोयला आयात की प्रवृत्ति कम होगी। फलत: निजी उपयोग वाले बिजली संयंत्रों और इस्पात तथा एल्यूमीनियम जैसे उद्योगों के लिये सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया से ईंधन की आपूर्ति पर और असर पड़ेगा। यह बात इंडियन कैप्टिव पावर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईसीपीपीए) ने कही है। संगठन के अनुसार वैश्विक स्तर पर ऊर्जा संसाधनों की बढ़ती कीमतों के बीच बिजली उत्पादक अपनी मांग को पूरा करने के लिए घरेलू कोयले की आपूर्ति को लेकर सरकार पर दबाव डालेंगे। इससे बिजली के अलावा दूसरे क्षेत्रों में ईंधन की आपूर्ति पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। आईसीपीपीए के महासचिव राजीव अग्रवाल ने रूस-यूक्रेन संकट के कारण वैश्विक स्तर पर ऊर्जा के दाम तेजी से बढ़े हैं।

इससे कोयला और कोक का आयात करने के रुख में कमी आएगी। इससे निजी उपयोग के लिये बिजली घर चलाने वाले के साथ-साथ उद्योगों के लिये ईंधन की आपूर्ति प्रभावित होगी। गौरतलब है कि एल्युमीनियम, सीमेंट, स्टील, स्पंज-आयरन, कागज, उर्वरक, रसायन, रेयान और उनके बिजली घर (सीपीपी) जैसे उद्योग ज्यादातर घरेलू कोयले पर निर्भर हैं। अग्रवाल ने कहा कि पिछले छह-सात महीनों से हमें कोयले की बहुत कम आपूर्ति हो रही है। अब इस संकट के कारण बिजली संयंत्रों की आयात की प्रवृत्ति कम होगी। इसके कारण उद्योग रेल मार्ग के जरिये अधिक से अधिक कोयला देने के लिए सरकार पर दबाव डालेंगे। इससे निजी उपयोग वाले बिजली घरों और उद्योगों के लिये आपूर्ति प्रभावित होगी या चीजें सामान्य होने में और विलम्ब होगा। गैर-बिजली क्षेत्रों को कोयले की आपूर्ति केवल आठ प्रतिशत ही है और अभी भी गैर-नियमित क्षेत्र ईंधन की कमी का सामना कर रहे हैं।

यूक्रेन में फंसे भारतीयों को बुखारेस्ट भेजने की योजना

यूक्रेन में फंसे भारतीयों को बुखारेस्ट भेजने की योजना  

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्ली/मास्को/कीव। रूस के आक्रमण के चलते एयर इंडिया यूक्रेन में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए अपनी दो उड़ानें शुक्रवार को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट भेजने की योजना बना रहा है। वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जो भी भारतीय नागरिक सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर पहुंच गये हैं, उन्हें भारत सरकार के अधिकारी बुखारेस्ट ले जायेंगे ताकि उन्हें एयर इंडिया की इन दो उड़ानों के जरिए स्वदेश लाया जा सके। बृहस्पतिवार को यूक्रेन प्रशासन ने यात्री विमानों के परिचालन के लिए अपने देश का वायु क्षेत्र बंद कर दिया था, इसलिए भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए ये उड़ानें बुखारेस्ट से संचालित की जा रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि एअर इंडिया की दोनों ही उड़ानें शनिवार को बुखारेस्ट से रवाना होंगी।

हालांकि एयर इंडिया ने इस संबंध में टिप्पणी करने के लिए अनुरोध का कोई जवाब नहीं दिया। अधिकारियों का कहना है कि यूक्रेन में फिलहाल करीब 20,000 भारतीय फंसे हुए हैं। जिनमें ज्यादातर विद्यार्थी हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव और रोमानिया की सीमा के बीच करीब 600 किलोमीटर का फासला है और सड़क मार्ग से यह दूरी तय करने में साढ़े आठ से 11 घंटे लगते हैं। यूक्रेन-रोमानिया सीमा से बुखारेस्ट करीब 500 किलोमीटर दूर है तथा सड़क मार्ग से उसे तय करने में करीब सात से नौ घंटे लगते हैं।

यूक्रेन को ‘अत्याचार से मुक्त’ करना चाहता हैं रूस

यूक्रेन को ‘अत्याचार से मुक्त’ करना चाहता हैं रूस   

सुनील श्रीवास्तव        

कीव/ मास्को। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस यूक्रेन को ‘अत्याचार से मुक्त’ करना चाहता है।रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच रूसी विदेश मंत्री  ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि एक बार यूक्रेन की सेना ने लड़ना बंद कर दिया तो हम बातचीत के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन को ‘अत्याचार से मुक्त’ करना भी चाहता है।

रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि एक बार यूक्रेन की सेना सरेंडर कर दे तो हम बातचीत के लिए तैयार हो जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन को ‘अत्याचार से मुक्त’ करना भी चाहता है ताकि यूक्रेन के लोग अपना भविष्य निर्धारित कर पाएं। विदेश मंत्री ने कहा कि रूस ऐसी परस्थितियों में मौन नहीं रह सकता। हम यूक्रेन की सरकार को लोकतांत्रिक सरकार मानने का अभी कोई अवसर नहीं देखते।

‘दुनिया का सबसे छोटा’ एयर प्यूरीफायर लॉन्च किया

टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट बोर्ड के सचिव राजेश कुमार पाठक ने कहा कि नासो-95 समाज के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है। इसका इस्तेमाल उम्र में छोटा-बड़ा कोई भी कर सकता है। एम्स के पूर्व निदेशक एमसी मिश्रा ने कहा कि वायु प्रदूषण वायरस से कहीं बड़ी समस्या है। फेफड़े का कैंसर, कैंसर का प्रमुख रूप है। नासो-95 मेट्रो सिटी में सांस की बीमारियों की समस्या को प्रभावी ढंग से दूर कर सकता है। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान, नासो-95 विशेष रूप से उन जगहों पर काम आ सकता है जहां पहचान के उद्देश्य से किसी को मास्क नीचे खींचना पड़ता है जैसे हवाई अड्डे और सुरक्षा जांच आदि।

बिजली गुल, जनता को बरगलाने का काम: सपा

बिजली गुल, जनता को बरगलाने का काम: सपा    

संदीप मिश्र            
बहराइच। जनपद के पयागपुर स्थित पैतौरा मोड़ पर आयोजित जनसभा में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की बिजली गुल हो चुकी है। भाजपा सरकार ने जनता को पांच किलो राशन देकर बरगलाने का काम किया है। हमारी सरकार बनते ही सांड के हमले में मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। कोई पयागपुर के सपा प्रत्याशी मुकेश श्रीवास्तव के समर्थन में जनसभा संबोधित कर रहे थे। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सपा की सरकार बनते ही सांड के हमले में अगर किसी की मौत हो जाती है तो उसके परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। 22 लाख नौजवानों को रोजगार देने का काम करेंगे। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 112 नंबर की गाड़ी को दोगुना अपग्रेड करेंगे।

बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एंबुलेंस की सुविधा भी दोगुनी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पांच साल तक अपनी सरकार में हम पांच साल लगातार पांच किलो राशन भी देंगे और इसके अलावा घी, तेल व दूध का पाउडर भी देंगे। उन्होंने पुरानी पेंशन बहाल किए जाने की बात दोहराई। अखिलेश यादव कहा कि प्रतिभाओं को निखारने के लिए स्टेडियम निर्माण कराया जाएगा। उच्च कोटि की चिकित्सा व्यवस्था के लिए अस्पतालों को सुदृढ़ किया जाएगा। असहायों को तीन गुना पेंशन दी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों के उपज की एमएसपी पर खरीद की जाएगी। 15 दिन में गन्ने का भुगतान किया जाएगा। सपा के संकल्प पत्र के तहत 300 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी। अंत में अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी की बिजली गुल हो चुकी है, बीजेपी के लिए 440 वोल्ट का करंट फैला हुआ है। 10 मार्च को इनकी सरकार चली जाएगी।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...