अकसर लोग प्लास्टिक के बेकार सामान को घर से बाहर इधर-उधर फेंक देते है। जिसके बाद कबाड़ी इसे उठा कर ले जाते हैं। इसका असर पर्यावरण तो पड़ता ही है, खुले में घूमने वाले पशु इनका शिकार हो जाते है। लेकिन नगर निगम ने इन बेकार वस्तुओं का उपयोग कर उसका सदपयोग करने में सफलता हासिल की है। स्वच्छ भारत मिशन प्रभारी डॉ मिथिलेश कुमार ने बताया कि नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के निर्देशानुसार शहर को कचरा मुक्त बनाने के लिए कई योजनाएं वृहत स्तर पर शहर में चलाई जा रही हैं। बर्तन बैंक के माध्यम से शहर वासियों से अपील की जा रही है कि अपने परिवार एवं समाज में होने वाले कार्यक्रमों में डिस्पोजल के स्थान पर नगर निगम द्वारा स्थापित बर्तन बैंक के बर्तन का प्रयोग करें एवं अपने कार्यक्रम को पर्यावरण के अनुकूल बनाएं। थैला बैंक स्थापित करने के उद्देश्य से लोगों से अपील की जा रही है कि वह प्लास्टिक का उपयोग बंद करें एवं कपड़े से बने थैले का प्रयोग करें।
उन्होंने बताया कि नेकी की दीवार स्थापित करने के उद्देश्य से शहर वासियों से अपील की जा रही है कि आपके पास जो भी जरूरत का सामान है। आवश्यकता से अधिक है या फिर आपके लिए कोई वस्तु अनुपयोगी हो गया है। जैसे कपड़े, बच्चों के खिलौने, किताबें, जूते चप्पल, व अन्य आवश्यक सामग्री वह नेकी की दीवार पर आकर रख जाइए आपको जो चाहिए वहां से ले जाए। इसी तरह प्लास्टिक लाओ खाद ले जाओ, ई- बैंक, बुक बैंक स्थापित किए गये। जो कि शहर के पांचो जोनों में चलाए जा रहे हैं। जिससे ना केवल शहर निवासियों को लाभ प्राप्त हो रहा है। बल्कि शहर को स्वच्छ बनाने में भी शहर वासियों का काफी सहयोग भी नगर निगम को मिल रहा है। आरडब्ल्यूए पदाधिकारी, पार्षद तथा क्षेत्रीय निवासियों का विशेष सहयोग उक्त योजनाओं में मिल रहा है। डॉ. मिथिलेश कुमार ने बताया कि गुरूवार को सिटी जोन में बाल्मीकि पार्क, पटेल नगर, बस स्टैंड, कालका गढ़ी चोक एवं नेहरू नगर में लगाया गया है। सभी जोन में इसी तरह पांच केन्द्र स्थापित किये जाएंगे। ताकि क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ मिल सकें।