गुरुवार, 24 फ़रवरी 2022

सुनने की क्षमता को ठीक करने में मददगार 'योगासन'

सुनने की क्षमता को ठीक करने में मददगार 'योगासन'   

सरस्वती उपाध्याय         

ध्वनि प्रदूषण, हेडफोन का लगातार इस्तेमाल करने और गलत तरीके से कान की सफाई करने आदि के कारण कानों से सुनाई देना काफी कम हो जाता है। खासकर, अगर आप हेडफोन का इस्तेमाल करते समय गाने की आवाज तेज रखते हैं तो इससे कानों की सुनने की क्षमता स्थाई रूप से कम हो सकती है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के अभ्यास का तरीका बताते हैं। जो सुनने की क्षमता को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। 

अधोमुख श्वानासन: अधोमुख श्वानासन के लिए सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठें। अब सामने की तरफ झुककर अपने हाथों को जमीन पर रखें और गहरी सांस लेते हुए कमर को ऊपर उठाएं। इस दौरान घुटनों को सीधा करके सामान्य रूप से सांस लेते रहें। इस योगासन में शरीर का पूरा भार हाथों और पैरों पर होना चाहिए और शरीर का आकार ' वी' जैसा नजर आना चाहिए। कुछ मिनट इसी अवस्था में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। 

मत्स्यासन: मत्स्यासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योग मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब अपनी पीठ की दिशा में झुकें और अपने सिर को जमीन से सटाने की कोशिश करें। इसके बाद अपने पैरों की उंगलियों को पकड़ें और जितना संभव हो सके उतनी देर इसी मुद्रा में रूकने की कोशिश करें। कुछ मिनट तक ऐसे ही रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। 

भुजंगासन: भुजंगासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले योगा मैट पर अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों से दबाव देते हुए अपने शरीर को जहां तक संभव हो सके, ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस दौरान सामान्य तरीके से सांस लेते रहें। कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। कुछ देर बाद इस योगासन को फिर से दोहराएं। 

विपरीतकरणी आसन: विपरीतकरणी आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठा कर 90 डिग्री का कोण बना लें। ध्यान रखें कि आपके तलवे ऊपर की ओर होने चाहिए। इसके बाद अपने नितंब को ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कम से कम दो-तीन मिनट तक रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। इसके बाद दोबारा इस योगासन का अभ्यास करें। 

कप्तानी छोड़ने की वजह, स्वयं के लिए समय चाहिए

कप्तानी छोड़ने की वजह, स्वयं के लिए समय चाहिए    

मोमीन मलिक        

नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग 2022 से पहले विराट कोहली ने बताया है कि उन्होंने आईपीएल 2021 के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की कप्तानी क्यों छोड़ी थी। आरसीबी के पोडकास्ट में बात करते हुए, विराट कोहली ने कहा है कि उन्होंने स्वयं के लिए कुछ समय निकालने और वर्कलोड मैनेजसमेंट के कारण यह फैसला किया था।

वहीं, विराट कोहली ने पिछले साल टी20 विश्व कप से पहले कहा था कि यह सबसे छोटे फॉर्मेट में भारत के कप्तान के रूप में उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा। इसके बाद उन्होंने आईपीएल टीम आरसीबी की कप्तानी छोड़ने की भी घोषणा कर दी थी। इसके बाद उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया गया और फिर उन्होंने टेस्ट टीम की कप्तानी भी छोड़ दी थी।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 14,148 नए मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 14,148 नए मामलें     

अकांशु उपाध्याय     

नई दिल्ली। देश में जानलेवा कोरोना वायरस महामारी के मामलों में गुरुवार को मामूली गिरावट दर्ज की गई है। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 14 हजार 148 नए मामलें सामने आए हैं और 302 लोगों की मौत  हो गई। कल 15 हजार 102 मामले दर्ज किए गए थे। यानी कल की तुलना में आज मामले घटे हैं। देश में पिछले दिन 30 हजार 9 लोग ठीक हुए हैं। जानिए देश में कोरोना की ताजा स्थिति क्या है ?

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 1 लाख 48 हजार 359 हो गई है। वहीं, इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5 लाख 12 हजार 924 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक 4 करोड़ 22 लाख 19 हजार 896 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस के 766 नए मरीजों की पुष्टि हुई और पांच संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण दर आंशिक रूप से घटकर 1.37 फीसदी रह गई है। दिल्ली में कोविड के कुल मामले बढ़कर 18,53,428 हो गए हैं जबकि 26,086 लोगों की जान जा चुकी है। जो महामारी की मौजूदा लहर में सबसे ज्यादा है।

राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोरोना वायरस रोधी टीकों की करीब 176 करोड़ से खुराक दी जा चुकी हैं। कल 30 लाख 49 हजार 988 डोज़ दी गईं, जिसके बाद अबतक वैक्सीन की 176 करोड़ 52 लाख 31 हजार 385 डोज़ दी जा चुकी है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना योद्धाओं और 60 साल से ज्यादा आयु वाले अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों को 1.94 करोड़ से ज्यादा (1,94,97,567) एहतियाती टीके लगाए गए हैं। देश में कोविड रोधी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी, 2021 से शुरू हुआ और पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया। वहीं, कोरोना योद्धाओं के लिए टीकाकरण अभियान दो फरवरी से शुरू हुआ था।

3 साल पहले 'हार्टअटैक' के जोखिम का पता लगेगा

3 साल पहले 'हार्टअटैक' के जोखिम का पता लगेगा     

अकांशु उपाध्याय     

नई दिल्ली। दिल की बीमारियों का शिकार अब ना सिर्फ बुजुर्ग, बल्कि युवा पीढ़ी के लोग भी तेजी से हो रहे हैं। हार्ट अटैक के बढ़ते मामले खुद इस बात का सबूत है। हालांकि, वैज्ञानिकों ने अब एक ऐसा टेस्ट खोज निकाला है। जिसकी मदद से लगभग तीन साल पहले ही हार्ट अटैक के जोखिम का पता लगाया जा सकता है। इससे हार्ट अटैक से होने वाली मौतों का खतरा काफी हद तक कम हो सकेगा। इसके लिए वैज्ञानिकों ने हार्ट अटैक के पूर्व पीड़ितों के सी-रिएक्टिव प्रोटीन की जांच की है। यानी एक ऐसा संकेत जो इंफ्लेमेशन के बारे में बताता है। उन्होंने ट्रोपोनिन का भी स्टैंडर्ड टेस्ट किया। ये वो प्रोटीन है जो हार्ट डैमेज होने पर खून में से निकलता है। रिपोर्ट बताती है कि एनएचएस के करीब ढाई लाख रोगियों में जिनका सीआरपी लेवल बढ़ा हुआ था और ट्रोपोनिन टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए थे, उनमें तीन वर्ष में मौत की संभावना करीब 35 प्रतिशत थी।

वैज्ञानिकों की इस खोज से सही समय पर मॉनिटरिंग और एंटी-इंफ्लेमेटरीज़ दवाओं की सलाह देकर लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है। इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन के डॉ. रमजी खमीज ने बताया कि इस टेस्ट की खोज ऐसे समय पर हुई है। जब अन्य टेस्ट से ज्यादा कमजोर लोगों में इसके खतरे की पहचान की जा रही है।
इस स्टडी के लिए फंड जारी करने वाले ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के प्रोफेसर जेम्स लीपर ने कहा, 'यह डॉक्टर्स की मेडिकल किट में शामिल होने वाला एक बेशकीमती टूल है। एक स्टडी में पाया गया है कि दिन में करीब चार घंटे एक्टिव रहने से हार्ट डिसीज का खतरा 43 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन ने हार्ट अटैक के बहुत सारे लक्षण बताए हैं। इसमें छाती में दर्द और या बेचैनी सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। कमजोरी, जबड़े, गले या कमर में दर्द होना भी इसके प्रमुख लक्षणों में शामिल है। इसके अलावा, दोनों हाथ या कंधों में दर्द या बेचैनी के लक्षण से भी हार्ट अटैक को पहचाना जा सकता है। सांस में तकलीफ भी हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।

180 किलो के बारबेल के नीचे दबीं महिला, मौंत

180 किलो के बारबेल के नीचे दबीं महिला, मौंत   

अखिलेश पांडेय       

मैक्सिको सिटी। जिम में वर्कआउट करते समय बेहद सावधानी बरतनी चाहिए, नहीं तो जान से भी हाथ धोना पड़ सकता है। एक महिला के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। महिला जिम में हादसे का शिकार हो गई। दरअसल, मैक्सिको में रहने वाली एक महिला जिम में वर्कआउट करने गई थी। महिला यहां जोश-जोश में ज्यादा वजन उठाने लगी, जिसके चलते दर्दनाक हादसा हो गया। 180 किलो के वजनदार बारबेल के नीचे दबकर उसने दम तोड़ दिया। ये हादसा उसकी बेटी के सामने हुआ। फिलहाल, महिला के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन ये जरूर बताया गया कि महिला की उम्र 35 से 40 के बीच में थी। 

रिपोर्ट के मुताबिक, महिला अपनी बेटी के साथ फिटनेस सेंटर यानी जिम गई थी। जिम में उसने 180 किलो वजन उठाने का प्रयास किया, लेकिन अगले ही पल वो नीचे गिर पड़ी। जैसे ही महिला नीचे गिरी 180 किलो का बारबेल सीधे उसकी गर्दन पर आ गिरा। जिससे उसकी गर्दन दब गई। इसके चंद सेकेंड बाद महिला ने दम तोड़ दिया।

उछाल: 10 ग्राम सोने की कीमत, 1400 रुपये बढ़ीं

उछाल: 10 ग्राम सोने की कीमत, 1400 रुपये बढ़ीं    

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन संकट के बीच गुरुवार को सोने-चांदी के दामों में बड़ा उछाल आया है। भारत में 10 ग्राम सोने की कीमत तकरीबन 1400 रुपये बढ़ गई है। वहीं, एक किलो चांदी की कीमत भी दो हजार रुपये से अधिक बढ़ी है। भारतीय सर्राफा बाजार में जारी किए गए सोने-चांदी के रेट्स के अनुसार, 999 प्योरिटी वाला 10 ग्राम सोना 51419 रुपये का हो गया है। जबकि एक किलो चांदी के दाम बढ़कर 66501 रुपये हो गई है।

सोने-चांदी के दाम दिन में दो बार जारी किए जाते हैं। एक सुबह और दूसरी बार शाम को। रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को 995 प्योरिटी वाला 10 ग्राम गोल्ड महंगा होकर 51213 रुपये का हो गया है। वहीं, 916 शुद्धता का सोना 47100 रुपये में हो गया है। वहीं, 750 प्योरिटी वाले सोने के दाम में भी बड़ा इजाफा हुआ है. आज इसकी कीमत 38564 रुपये प्रति दस ग्राम हो गई है। 585 शुद्धता का सोना भी बढ़कर 30080 रुपये में बिक रहा है। 999 प्योरिटी वाली चांदी की कीमत भी बढ़कर 66501 प्रति किलो हो गई है।

तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम जारी कियें

तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम जारी कियें   

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने गुरुवार को पेट्रोल-डीजल के दाम जारी कर दिए हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में रिकॉर्ड उछाल के बाद भी तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को भी पेट्रोल और डीजल का रेट स्थिर बना हुआ है। दिल्ली में आज एक लीटर पेट्रोल 95.41 और डीजल 86.67 रुपये में बिक रहा है।

पिछले साढ़े तीन महीनों से ज्यादा समय से देशभर में पेट्रोल-डीजल के रेट्स नहीं बढ़े हैं। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 109.98 रुपये प्रति लीटर और डीजल 94.14 रुपये प्रति लीटर पर बनी हुई है। वहीं, कोलकाता में 104.67 रुपये में पेट्रोल एंव 89.79 रुपये में डीजल मिल रहा है। इसके अलावा, एक अन्य महानगर चेन्नई में भी तेल के दाम स्थिर बने हुए हैं। यहां 101.40 रुपये में पेट्रोल व 91.43 रुपये में डीजल बिक रहा है।

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