सोमवार, 21 फ़रवरी 2022

सरकार ने देश के भविष्य को जोखिम में डाला: राहुल

सरकार ने देश के भविष्य को जोखिम में डाला: राहुल    

अकांशु उपाध्याय        

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने बाल कल्याण के लिए बजट आवंटन को 50 प्रतिशत घटा कर देश के भविष्य को जोखिम में डाल दिया है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, मोदी सरकार ने बाल कल्याण के लिए बजट को आधा करके भारत के भविष्य को जोखिम में डाल दिया है। 

‘मोदी मित्रों’ की आय में बेतहाशा बढ़ोतरी से इसकी तुलना करिए। यह पता करना बहुत आसान है कि यह सरकार किसके लिए काम कर रही है। उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए यह कहा। खबर में कहा गया है कि वर्ष 2022-23 के केंद्रीय बजट में बच्चों के लिए आवंटन की हिस्सेदारी 2.35 प्रतिशत है। जो 2013-14 में 4.64 प्रतिशत थी।

यूके: 24 घंटे में कोरोना के 103 नए मामलें मिलें

यूके: 24 घंटे में कोरोना के 103 नए मामलें मिलें       

पंकज कपूर         
देहरादून। उत्तराखंड में भले ही कोरोना केसों में कमी आई है। लेकिन, कोरोना मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। प्रदेश में सोमवार को कोरोना के 103 नए मामलें मिले और तीन संक्रमितों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या चार लाख 35 हजार से अधिक हो गई है। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 7674 पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार सोमवार को अल्मोड़ा में दो, बागेश्वर में दो, चमोली में एक, चम्पावत में एक, देहरादून में 32, हरिद्वार में 17, नैनीताल में 17, पौड़ी में 15, रुद्रप्रयाग में एक, टिहरी में एक, यूएस नगर में 13 और उत्तरकाशी जिले में एक मरीज में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। देहरादून जिले के तीन अलग अलग अस्पतालों में भर्ती तीन मरीजों की मौत हो गई। 
राज्य के विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे व आईसोलेशन में रह रहे 626 मरीज इलाज के बाद डिस्चार्ज किए गए। जिससे राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या महज 1069 रह गई है। सोमवार को राज्य के विभिन्न अस्पतालों की लैब से 7813 मरीजों की जांच रिपोर्ट आई। जबकि 10 हजार से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। 
राज्य में कोरोना संक्रमण की दर 1.3 प्रतिशत जबकि मरीजों के ठीक होने की दर 96 प्रतिशत के करीब पहुंच गई है। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। सोमवार को राज्य में 18 हजार के करीब लोगों को कोरोना रोधी टीके की डोज लगाई गई।

ताम्रध्वज की अध्यक्षता में उपसमिति की बैठक हुईं

ताम्रध्वज की अध्यक्षता में उपसमिति की बैठक हुईं    

दुष्यंत टीकम        

रायपुर। छत्तीसगढ़ गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की अध्यक्षता में चल रही मंत्रीमंडल उपसमिति की बैठक समाप्त हो गई है। इस बैठक में 46 राजनितिक प्रकरण वापसी के समब्ध में चर्चा हुई। जिसमे 32 प्रकरणों को मंजूरी के लिए भेजा गया है। वहीँ 13 प्रकरणों को अमान्य किया गया है। बैठक के बाद गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने मीडिया से बातचीत में कहा एक पॉलिसी है जो राजनितिक प्रकरण होते हैं, जो चलते रहते हैं। इसमें गुण दोष के आधार पर वापसी किया जाए इसके लिए पहले भी बैठकें हुई लेकिन आज के बैठक में कुल 46 प्रकरण प्रस्तुत हुए। इसमें से 32 प्रकरणों को वापसी योग्य माना गया है, और 13 प्रकरणों को अमान्य किया गया है। एक प्रकार को पुनः विवेचना के लिए भेजा गया है।

जैसे आज हमने 13 प्रकरणों को राजनितिक नहीं माना है। 32 प्रकरणों को राजनितिक माना है। बता दें कि गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के निवास पर सोमवार को मंत्रीमंडल उपसमिति की बैठक हुई। बैठक में मंत्री डॉ शिव डहरिया, मंत्री अनिला भेड़िया, मंत्री उमेश पटेल के अलावा एसीएस सुब्रत साहू, डीजीपी अशोक जुनेजा मौजूद रहे। वही, मंत्रीमंडल उपसमिति 46 में से 32 राजनितिक प्रकरणों को मंजूरी दी है। वहीं 13 प्रकरणों को अमान्य किया गया है।


'सीमा सुरक्षा बल' में कांस्टेबल के पदों पर भर्ती जारी

जो भी उम्मीदवार इन पदोंपर आवेदन करने के लिए इच्छुक एवं योग्य हैं, वे बीएसएफ की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। इन पदों के लिए अप्लाई करने की आखिरी डेट 1 मार्च है। इसके अलावा उम्मीदवार सीधे इस लिंक के जरिए भी इन पदों पर अप्लाई कर सकते हैं। 20 प्रतिशत बीएसएफ के माध्यम से आधिकारिक नोटिफिकेशन चेक कर सकते हैं। इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कुल 2788 पदों को भरा जाएगा।

बैंक ने हिजाब नहीं उतारने पर पैसे देने से मना किया

बैंक ने हिजाब नहीं उतारने पर पैसे देने से मना किया    

अविनाश श्रीवास्तव           

बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय में हिजाब पहनकर इंटर कक्षा की छात्रा शवा तबस्सुम बैंक पहुंची थी। लेकिन, छात्रा का आरोप है कि बैंक वालों ने हिजाब नहीं उतारने पर पैसे देने से मना कर दिया है। पैसे देने से बैंक वालों के मना करने के बाद छात्रा और उनके पिता ने बैंक वालों से बहस की। उन्‍होंने इसका इसका वीडियो भी बना लिया, जो वायरल हो गया है। वायरल वीडियो मंसूरचक प्रखंड के यूको बैंक का बताया जा रहा है। छात्रा का कहना है कि वह पहले भी हिजाब में पैसा निकालने के लिए गई थी, तब कोई आपत्ति नहीं हुई। लेकिन बैंक में कहा गया कि हिजाब हटाने के बाद ही इस बार पैसा देंगे।

वीडियो में लड़की के द्वारा बैंक कर्मचारियों पर आरोप लगाया जा रहा है। लड़की आरोप लगाते हुए कहती है कि वह हर महीने की तरह पैसा निकालने के लिए यूको बैंक पहुंची थी। इस पर बैंक के पदाधिकारियों ने उसे हिजाब हटाने के बाद ही पैसे देने की बात कही। छात्रा का आरोप है कि वह पहले भी हिजाब में ही निकासी करने आती थी और उसे पैसा मिल जाता था। वीडियो में लड़की के पिता बैंक कर्मचारियों से जिरह कर रहे हैं। वह आरोप लगा रहे हैं कि उनसे हिजाब हटाने के लिए कहा गया।
मंसूरचक प्रखंड के कस्तूरी गांव निवासी मोहम्मद मतीन आलम की बेटी शवा तबस्सुम 10 फरवरी को मंसूरचक यूको बैंक में पैसा निकालने के लिए गई थीं। शवा का कहना है कि निकासी फॉर्म भरने के बाद जब उनका नंबर आया तो बैंक कैशियर ने कहा कि हिजाब हटाने के बाद ही रुपया दिया जाएगा। इसका शवा ने ने विरोध किया और कहा कि हम हिजाब नहीं हटाएंगे और पैसा लेकर जाएंगे। काफी विवाद के बाद भी पैसा नहीं दिया गया तब मैंने अपने पिता और भाई को बुलाया। जिसके बाद विवाद हुआ और पैसा दे दिया। छात्रा ने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था।इस संबंध में यूको बैंक के जोनल ऑफिस में जब अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी। जांच के बाद ही हम कुछ कह पाएंगे।

3 को वाराणसी दौरे पर आएंगे ममता व अखिलेश

3 को वाराणसी दौरे पर आएंगे ममता व अखिलेश     

संदीप मिश्र    

वाराणसी। तीन चरणों का मतदान खत्म हो चूका है। वही चौथे चरण के मतदान हतु चुनाव प्रचार सोमवार से बंद हो जायेगा। इस दरमियान पूर्वांचल की सरज़मीन पर सियासी जंग अब और भी तेज़ होने की संभावना दिखाई दे रही है। पूर्वांचल का केंद्र पड़ने वाले वाराणसी में इसको लेकर सभी दल एक दुसरे को पीछे छोड़ने के जुगत में लगे हुवे है। इसी क्रम में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी तीन मार्च को वाराणसी आने वाले है। इस आशय का पत्र प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने जारी कर दिया है। अखिलेश और ममता के कार्यक्रम की सूचना मिलने के बाद सियासी सरगर्मी शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी की ओर से इनकी जनसभा के लिए स्थल और रोड शो की तैयारी की जा रही है। 

सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ने बताया कि संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाजिदपुर और सीरगोवर्धन में सभा कराने का विचार किया गया है। इसके अलावा और भी जनसंपर्क के कार्यक्रम होंगे। रोड शो सहित अन्य कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए 22 को बैठक बुलाई गई है। इसकी जिम्मेदारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा और उनके साथ सयुस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास यादव को दी गई है। पार्टी के दूसरे नेताओं के अनुसार ऐसी जगह सभा कराने पर विचार किया जा रहा है जहां से पूर्वांचल के अन्य जिलों के वोटरों को भी साधा जा सके। वाराणसी की आठ सीटों में से चार पर सपा प्रत्याशी हैं। जबकि बाकी चार पर गठबंधन के प्रत्याशी हैं। इनमें दो सीटों पर सुभासपा और दो पर अपना दल कमेरावादी गठबंधन के प्रत्याशी हैं। इनके अलावा पूर्वांचल के अन्य जिलों में भी सपा और गठबंधन के प्रत्याशी हैं। उधर आठों विधानसभा क्षेत्रों में अपने नेताओं के आगमन की जानकारी के बाद पार्टी कार्यकर्ता तैयारी में लग गए हैं।

चुनावी रणनीति को लेकर सपा की बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। पार्टी कार्यालय में हुई बैठक में महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने बताया कि अंतिम चरण में होने वाले मतदान के पहले बूथों को मजबूत करना है। इसके लिए हर बूथ पर यूथ को रहना है। पार्टी के बेस वोटों के अलावा सर्वसमाज के वोटों पर ध्यान देना है। जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ने भी अपनी कोर टीम को चुनावी रणनीति के बारे में बताया।

दावा: यूक्रेन की सीमा चौकी को बमबारी में उड़ाया

दावा: यूक्रेन की सीमा चौकी को बमबारी में उड़ाया    

अखिलेश पांडेय     

मॉस्को/ कीव। रूस और यूक्रेन में महायुद्ध शुरू हो गया है। रूस ने सोमवार को दावा किया है कि यूक्रेन की बमबारी में उसकी सीमा चौकी को उड़ा दिया है। वहीं, इससे पहले यूक्रेन ने भी कई बार दावा किया है कि रूसी समर्थित अलगाववादियों ने उसके लोगों पर गोलीबारी की है। हालांकि रूस की तरफ से पहली बार कहा गया है कि यूक्रेन की बमबारी में रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सीमा चौकी को नष्ट कर दिया है। ज्ञात हो कि पश्चिमी देशों को डर है कि हाल के हफ्तों में यूक्रेन की सीमा के पास रूसी सैनिकों का जमावड़ा एक आक्रमण का संकेत है। इन देशों का कहना है कि अगर ऐसा हुआ तो वे मास्को के खिलाफ "बड़े पैमाने पर" प्रतिबंध लगाएंगे। हालांकि रूस आक्रमण की किसी भी योजना से इनकार करता है लेकिन व्यापक सुरक्षा गारंटी चाहता है।

रूसी समाचार एजेंसियों के मुताबिक सिक्योरिटी सर्विस ने दिए गए एक बयान में कहा, "21 फरवरी को, सुबह 9:50 बजे (0650 जीएमटी), यूक्रेन से दागे गए एक अज्ञात प्रक्षेप्य ने रूसी-यूक्रेनी सीमा से लगभग 150 मीटर की दूरी पर रोस्तोव क्षेत्र में एफएसबी सीमा रक्षक सेवा द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सीमा चौकी को पूरी तरह से नष्ट कर दिया।"
यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका और यूक्रेन की सीमाओं के आसपास रूस की सेना के बड़े पैमाने पर जमावड़े को लेकर मास्को और पश्चिम के बीच तनाव हफ्तों से बढ़ रहा है। पश्चिमी खुफिया एजेंसियों का दावा है कि करीब 1.6 लाख रूसी सैनिक यूक्रेन पर हमला करने के लिए तैयार हैं।
यूक्रेन ने यूरोपीय संघ द्वारा रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की मांग की है ताकि यह दिखाया जा सके कि वह युद्ध को रोकने के लिए गंभीर है। इस बीच, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि रूस "1945 के बाद से यूरोप में सबसे बड़े युद्ध" की योजना बना रहा है।
रविवार को फ्रांस के राष्ट्रपति माक्रों और पुतिन के बीच करीब दो घंटे की टेलीफोन बातचीत हुई थी। इसके बाद दोनों नेता यूक्रेन गतिरोध के समाधान की तलाश में तेजी लाने पर सहमत हुए। इस घटनाक्रम के बाद फ्रांस का कहना है कि यूक्रेन संकट पर एक शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति माक्रों के प्रस्ताव को अमेरिकी और रूसी राष्ट्रपतियों ने स्वीकार कर लिया है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति भवन और व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर अमेरिका-रूस शिखर सम्मेलन में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों के एक प्रस्ताव पर सहमति जताई थी।
लेकिन इस पहल को झटका देते हुए रूस ने सोमवार को कहा कि रूसी और अमेरिकी राष्ट्रपतियों के बीच एक शिखर सम्मेलन के आयोजन पर चर्चा करना जल्दबाजी होगी। रूस के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा, "किसी भी प्रकार के शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए किसी विशेष योजना के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी।
पेसकोव ने कहा, "यह समझ में आता है कि विदेश मंत्रियों के स्तर पर बातचीत जारी रखी जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शिखर सम्मेलन के लिए "कोई ठोस योजना नहीं है।रविवार को फ्रांस के राष्ट्रपति माक्रों और पुतिन के बीच करीब दो घंटे की टेलीफोन बातचीत हुई थी। इसके बाद दोनों नेता यूक्रेन गतिरोध के समाधान की तलाश में तेजी लाने पर सहमत हुए। इस घटनाक्रम के बाद फ्रांस का कहना है कि यूक्रेन संकट पर एक शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति माक्रों के प्रस्ताव को अमेरिकी और रूसी राष्ट्रपतियों ने स्वीकार कर लिया है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति भवन और व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर अमेरिका-रूस शिखर सम्मेलन में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों के एक प्रस्ताव पर सहमति जताई थी।

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...