बुधवार, 9 फ़रवरी 2022

श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में नहीं खेलेंगे इशांत

श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में नहीं खेलेंगे इशांत  

मो. रियाज       

नई दिल्ली/ कोलंबो। भारतीय टेस्ट टीम के सीनियर तेज गेंदबाज इशांत शर्मा इंग्लैंड दौरे के बाद लय से भटके हुए दिखे हैं। लेकिन, वह सिलेक्टर्स को अपनी लय फिर से दिखाने के लिए उत्साहित नहीं दिख रहे हैं और वह रणजी ट्रॉफी में खेलने के इच्छुक नहीं दिख रहे हैं। दिल्ली के चयनकर्ताओं का इशांत से संपर्क करने की कोशिश की थी। लेकिन, बुधवार तक ऐसा हो नहीं पाया, इससे लगभग यह साफ है कि खिलाड़ी इशांत श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं होंगे। दिल्ली के 33 वर्षीय इशांत मौजूदा भारतीय टेस्ट टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। उन्होंने 105 टेस्ट मैच में 311 विकेट लिए हैं।

घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए खेलने वाले इस खिलाड़ी ने अभी तक अपना रुख साफ नहीं किया है।बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि संभव है कि इशांत को यह लग रहा है कि साहा की तरह उनके करियर का भी अंत आ गया है। पश्चिम बंगाल के लिए खेलने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा इस सीजन रणजी ट्रॉफी से पहले ही अपना नाम वापस ले चुके हैं। अब लग रहा है कि इशांत भी इस सीजन इस घरेलू सीजन से दूर ही दिखेंगे। इससे माना जा रहा है कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट में बदलाव का दौर शुरु हो गया है।सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे अपनी-अपनी घरेलू टीमों के लिए खेलेंगे। लेकिन अगर दोनों ही खिलाड़ी जल्दी ही बड़ी पारियां नहीं खेल पाए तो फिर वे दोनों भी श्रीलंका के खिलाफ आगामी घरेलू टेस्ट सीरीज से बाहर दिख सकते हैं।

शांत लहर 'संपादकीय'

शांत लहर    'संपादकीय' 
राजनीति के भेद ना समझेंं, और जो कुछ रहा अभेद। 
धन-मान गया, चली गई प्रतिष्ठा, स्वास में हो गये छेद।। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर आज भी बरकरार है, वर्तमान में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो गया है। आज उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रथम चरण का मतदान किया जा रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को सबसे अहम माना जाता है। विधान सभा चुनाव 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर के कारण कई ऐसे चेहरे विधानसभा पहुंच गए। जो अपनी छवि, समाज के प्रति की गई सेवा और स्वयं की विशेषता से कभी भी इस प्रकार लोकप्रियता प्राप्त नहीं कर सकते हैं। 
भाजपा के लिए बौखलाहट में लिया गया निर्णय दुष्परिणाम का करण बना। अकर्मण्य, कर्तव्य विमुख और झगड़ा करने वाला व्यक्ति लोकप्रियता कैसे प्राप्त कर सकता है ? वह स्वयं समस्याएं उत्पन्न करता रहता है और उन विपत्तियों के भय से भयभीत रहता है। दलगत विचारों के विरुद्ध अन्य विषय में संलिप्त रहता है। और अंत में अपने भविष्य को स्वयं गर्त में रख देता है। ऐसी स्थिति में तो यही कहा जाएगा लहर शांत हो गई है। प्रथम चरण के मतदान में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 58 सीटों पर 2.27 करोड़ मतदाता, मतदान कर प्रत्याशियों के भाग्य बदलेगें। 
पश्चिम में मतदाताओं की प्रतिक्रिया भाजपा के प्रति अनुकूल नहीं है। भाजपा के कई प्रत्याशियों की हार सुनिश्चित हो चुकी है। इसमें आप लोग ध्रुवीकरण, एकीकरण या इसके अलावा भाजपा अथवा प्रत्याशी के प्रति जनता में रोष समझे। किंतु यह बात सत्य है, सहयोग से लहर में बने विधायक को क्षेत्र में छवि सुधारने और स्वयं को स्थापित करने का बढ़िया मौका तो मिला। लेकिन उसका सही उपयोग नहीं किया गया। परिणाम स्वरूप बागपत स्थित छपरौली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी के साथ भीड़ के द्वारा अशोभनीय व्यवहार किया गया। लोनी से भाजपा प्रत्याशी के पुत्रों पर नारी शक्ति से अभद्र व्यवहार का आरोप निर्दलीय प्रत्याशी व पुत्रियों के द्वारा लगाया जाना। यह सब भाजपा से इतना ताल्लुक नहीं रखता है। जितना स्वयं की छवि और व्यक्तित्व पर निर्भर करता है। यह सब तो ऐसा लग रहा है जैसे अध्ययन पूर्व ही परीक्षा पत्र हल करना। इसमें पार्टी का क्या दोष है ? यह तो स्वयं पर ही निर्भर करता है। जितनी अधिक निराई-गुड़ाई होती है। फसल उतनी ही सुंदर लहराती है। 
राधेश्याम  'निर्भयपुत्र'

उड़ते फ्लाइट में महिला से दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार

उड़ते फ्लाइट में महिला से दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार  


अखिलेश पांंडेय      

लंदन। ट्रेन, बस या कार में दुष्कर्म की बहुत-सी वारदात सामने आयी होगी। लेकिन, लंदन में एक महिला से उड़ते फ्लाइट में दुष्कर्म किया गया। आरोपी ने उस वक्त इस वारदात को अंजाम दिया। जब पीड़िता फ्लाइट के फर्स्ट क्लास कैबिन में बैठी हुई थी। फ्लाइट के लंदन हीथ्रो एयरपोर्ट पर पहुंचते ही पुलिस ने आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि ओवर नाइट की फ्लाइट की इस फर्स्ट क्लास में सफर करने वाली ब्रिटिश महिला ने बताया कि जब रात के वक्त सारे यात्री सो रहे थे तब शख्स ने उसके साथ इस वारदात को अंजाम दिया।

पीड़िता ने इस वारदात के बारें में यूनाइटेड एयरलाइंस के केबिन क्रू को इस बारे में बताया। जिन्होंने हीथ्रो एयरपोर्ट को सूचित किया और फ्लाइट के लैंड करते ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने फ्लाइट के लग्जरी केबिन फिंगर प्रिंट समेत सारे सबूत इकठ्ठा किए हैं। वहीं, कुछ पैसेंजर्स का कहना है कि फर्स्ट क्लास केबिन में दो लोग थे और शुरुआत में दोनों अजनबी लग रहे थे। लेकिन बाद में उन्हें एक साथ केबिन के लाउन्ज में स्थित बार में देखा गया। आरोप लगाने वाली महिला की उम्र 40 साल बताई जा रही है।अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि महिला की बात में कितनी सच्चाई है। पुलिस को समझ में नहीं आ रहा है कि फ्लाइट के फर्स्ट क्लास कैबिन में कोई ऐसी वारदात को कैसे अंजाम दे सकता है।

ऑस्ट्रेलिया: वैज्ञानिकों ने 'सुपरमाउंटेन' की खोज की

ऑस्ट्रेलिया: वैज्ञानिकों ने 'सुपरमाउंटेन' की खोज की  

अखिलेश पांडेय      

सिडनी। दुनियाभर के वैज्ञानिक धरती के रहस्यों को जानने की कोशिश कर रहे हैं। धरती के रहस्यों को जानने में जुटे वैज्ञानिक आए दिन नए-नए खुलासे करते हैं। अब इस बीच ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने सुपरमाउंटेन की खोज की है। यह सुपरमाउंटेन हिमालय से भी 3 गुना बड़े थे। वैज्ञानिकों ने धरती के इतिहास में प्राचीन सुपरमाउंटेन के निर्माण की जांच की है। ऑस्ट्रेलिया के नेशनल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता जियी झू और उनके साथियों ने यह जांच की है।

वैज्ञानिकों ने जिरकॉन्स के अवशेषों के जरिए इसकी जांच की है। कम ल्यूटेशियम वाला यह खनिज पदार्थ मिनरल और रेअर अर्थ मिलकर बनकर बनता है। विशाल पहाड़ों के नीचे दबाव वाले स्थान पर पाया जाता है। शोधकर्ताओं को रिसर्च के दौरान पता चला है कि सबसे पहले 2 से 1.8 अरब साल पहले तब सुपरमाउंटेन का निर्माण हुआ था जब नूना महाद्वीप जम रहा था। दूसरी बार 65 करोड़ से 50 करोड़ साल पहले सुपरमाउंटेन बना बना जब गोंडवाना महाद्वीप का निर्माण हुआ था। ऑस्ट्रेलिया के नेशनल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता जियी झू ने बताया है कि सुपरमाउंटेन के निर्माण और धरती के विकास में दो अहम काल के बीच संबंध है। हालांकि वर्तमान समय में ऐसे सुपरमाउंटेन धरती पर नहीं हैं। उनका कहना है कि हिमालय  सिर्फ 2400 किलोमीटर मे फैला है, लेकिन प्राचीन सुपरमाउंटेंस की रेंज कई गुना अधिक थी।

शोधकर्ताओं ने बताया है कि सुपरमाउंटेंस कैसे खत्म हुए और समुद्र में समा गए। इसकी वजह से समुद्र में पोषक तत्व भरे पड़े हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसकी वजह से जीवन की उत्पत्ति बहुत तेजी से हुई। समुद्र में ही सबसे पहले जीवन का विकास हुआ। टेक्टोनिक प्लेट्स के जमीनी इलाकों में आपस में मिलने की वजह से आमतौर पर पहाड़ों का निर्माण होता है। जिई झू का कहना है कि लाखों-करोड़ों साल तक पहाड़ों के निर्माण की प्रक्रिया चलती है और पहाड़ अपने तय समय पर खत्म हो जाते हैं। क्योंकि पहाड़ों के निर्माण के साथ ही उनके खत्म होने की तारीख भी तय होती है।वैज्ञानिको कहना है कि सुपरमाउंटेंस की तरह हिमालय के नीचे भी जिरकॉन्स हो सकता है।झू का कहना है कि महाद्वीपों के निर्माण के दौरान सुपरमाउंटेन ऊपर उठे। उनका कहना है कि सुपरमाउंटेन के क्षरण का माइक्रोस्कोपिक और विशाल जीवधारियों से संबंध हो सकता है।

डाक विभाग ने कार ड्राइवर के पदों पर निकालीं भर्ती

डाक विभाग ने कार ड्राइवर के पदों पर निकालीं भर्ती 

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। भारतीय डाक विभाग ने स्टाफ कार ड्राइवर के पदों पर भर्ती निकाली हैं। इन पदों के लिए आवेदन की प्रक्रिया जारी। अभ्यर्थी रजिस्टर्ड डाक के जरिए इन पदों के लिए निर्धारित अंतिम तिथि तक आवेदन कर सकते हैं। इस भर्ती से संबंधित अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी नोटिफिकेशन को देख सकते हैं। 10वीं पास कर सरकारी नौकरी की तलाश कर रहें युवाओं के लिए अच्छी खबर है। भारतीय डाक विभाग ने स्टाफ कार ड्राइवर के पदों पर भर्तियां निकाली हैं। इन पदों के लिए आवेदन की प्रक्रिया जारी। अभ्यर्थी 15 मार्च 2022 तक इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। बता दें कि स्टाफ कार ड्राइवर के कुल 29 रिक्त पदों पर भर्तियों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। अभ्यर्थी इस बात का ध्यान रखें कि उन्हें इन पदों के लिए रजिस्टर्ड डाक के जरिए ही आवेदन करना होगा।

इन पदों पर आवेदन करने वाले अभ्यर्थी का किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं पास होना अनिवार्य है। साथ ही अभ्यर्थी के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी होना चाहिए। इन पदों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी की उम्र 18 वर्ष से 27 वर्ष के बीच होनी चाहिए। वहीं अधिकतम उम्र की सीमा में ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों को 3 वर्ष और एससी व एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों को 5 वर्ष की छूट दी गई है। अभ्यर्थियों का चयन टेस्ट के जरिए किया जाएगा। अभ्यर्थी इस भर्ती से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जारी नोटिफिकेशन को चेक कर सकते हैं।

विधानसभा चुनाव को लेकर 'प्रतिष्ठा' दांव पर लगीं

विधानसभा चुनाव को लेकर 'प्रतिष्ठा' दांव पर लगीं    

संदीप मिश्र       

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 का रोमांच शुरू हो चुका है। 10 फरवरी से चुनावी मतदान का दौर शुरू हो जाएगा। इस बार यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से लेकर कई बड़े चेहरों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। ये हस्तियां इस बार चुनाव मैदान में भी उतरी हैं। पिछले दो दशकों में पहली बार है। जब कोई सीएम चुनावी मैदान उतरा है। इससे पहले मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री रहते हुए चुनाव लड़ा था। इस दिग्गजों की जीत-हार का परिणाम पूरा देश जानना चाहेगा। गोरखपुर सदर विधानसभा सीट : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा गोरखपुर सदर सीट की है। यहां से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद चुनाव मैदान में हैं। विधानसभा का यह क्षेत्र गोरखपुर की उस संसदीय सीट में आता है जहां से योगी पांच बार लगातार सांसद रह चुके हैं। 

इस सीट पर अब तक हुए 17 चुनावों में 10 बार जनसंघ, हिंदू महासभा और बीजेपी का परचम लहरा चुका है। समाजवादी पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ गोरखपुर सदर सीट से पुराने भाजपाई रहे स्वर्गीय उपेंद्र दत्त शुक्ला की पत्नी सुभावती शुक्ला को मैदान में उतारा है। करहल विधानसभा सीट: मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट की इन दिनों काफी चर्चा है। यहां से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव खुद चुनाव लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय राज्यमंत्री और एक जमाने में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के खास रहे प्रो. एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारा है। बघेल मुलायम सिंह के पीएसओ भी रह चुके हैं। यादव बहुल होने के चलते करहल सीट को सपा का गढ़ माना जाता है। सिराथू विधानसभा सीट: प्रयागराज परिक्षेत्र की महत्‍वपूर्ण सीट मानी जा रही सिराथू विधान सभा सीट को लेकर सभी की निगाह है। यहां से उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य चुनाव लड़ रहे हैं। कौशांबी जिले की सिराथू विधानसभा सीट से केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी के रूप में अपना दल कमेरावादी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पल्लवी पटेल ने नामांकन भरा है। रामपुर विधानसभा सीट: करीब दो साल से सीतापुर जेल में बंद सांसद और कद्दावर नेता आजम खां को समाजवादी पार्टी ने यहां से उम्मीदवार बनाया है। वह इस बार जेल से चुनाव लड़ रहे हैं। आजम खां के खिलाफ 103 मुकदमे दर्ज हैं।

आजम लगातार जमानत के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिली है। आजम के खिलाफ भाजपा ने आकाश सक्सेना उर्फ हनी को टिकट दिया है। बसपा ने यहां से सदाकत हुसैन और कांग्रेस ने काजिम अली खान को उम्मीदवार बनाया है। कैराना विधानसभा सीट: पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ये सबसे हाट सीट मानी जाती है। इस विधानसभा चुनाव में भी यह सीट सुर्खियों में है। यहां इस बार भी पलायन बनाम भाईचारे की बहस छिड़ी हुई है। भाजपा के चुनावी चाणक्य केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने खुद कैराना पहुंचे थे और घर-घर जाकर वोट मांगे। यहां फिर से दो सियासी घराने मैदान में हैं। यहां से समाजवादी पार्टी ने अपने विधायक नाहिद हसन को टिकट दिया है। कैराना से हिंदुओं के पलायन कराने का आरोप नाहिद पर लगा है। नाहिद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। भाजपा ने यहां से मृगांका सिंह और बसपा ने राजेंद्र सिंह उपाध्याय को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस की तरफ से हाजी अखलाक मैदान में हैं।

'हिजाब' विवाद को लेकर यूपी तक पहुंची सियासत

'हिजाब' विवाद को लेकर यूपी तक पहुंची सियासत  

इकबाल अंसारी     

बेंगलुरु। कर्नाटक में हिजाब विवाद को लेकर सियासत अब यूपी तक आ पहुंची है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद (महमूद गुट) के राष्ट्रीय अध्य्क्ष मौलाना महमूद मदनी ने कर्नाटक के महात्मा गांधी कॉलेज उडुपी की बीबी मुस्कान खान को पांच लाख रुपये के इनाम में देने की घोषणा की है। बीबी मुस्कान ने मंगलवार को कालेज में हिजाब की रोक के विरोध में छात्राओं के प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए धार्मिक नारे लगाये थे। मौलाना मदनी कहा है देश की बेटियों से अपने सवैधानिक ओर धार्मिक अधिकारों के लिए सजग रहने चाहिए।

उन्होंने बीबी मुस्कान को बधाई देते हुए सरकार से मांग की है कि धार्मिक अधिकारों का विरोध करने वालो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। क्योंकि मुल्क का सविधान मानने वाले चाहे व किसी भी धर्म का क्यों न हो, उसे समान अधिकार हैं। पूर्व सांसद व जमीयत अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने विरोध करने वाली छात्रा के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं। गौरतलब है कि मीडिया में कर्नाटक का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ युवक भगवा पटका पहनकर जयश्रीराम के नारे लगाते नजर आ रहे हैं। उन युवकों के विरोध में बुर्का पहने मुस्कान खान नाम की छात्रा ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगाने लगती है। वीडियो में दिखता है कि दोनों तरफ से देर तक नारों का यह सिलसिला चलता रहा।

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के इस कदम को मौलाना महमूद मदनी ने एक फेसबुक पोस्‍ट के जरिए साझा भी किया है। इसके साथ ही जमीयत की ऑफिशियल वेबसाइट पर भी इस बारे में एक लेख और उर्दू में लिखा पोस्‍टर अपलोड किया है। मौलाना मदनी ने मुस्कान को बहादुर लड़की बताया है।


27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा  गणेश साहू  कौशाम्बी। सैनी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में खेत से लौट रही बालिका के साथ 27 वर्ष पहले स...