शनिवार, 5 फ़रवरी 2022

दिव्यांग आरोपी की जमानत याचिका मंजूर: एससी

दिव्यांग आरोपी की जमानत याचिका मंजूर: एससी  

कविता गर्ग     

मुबंई। उच्चतम न्यायालय ने महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) और नशीले पदार्थ विरोधी कानून के तहत दर्ज एक मामले के दिव्यांग आरोपी की जमानत याचिका मंजूर कर ली है। शीर्ष अदालत ने आरोपी की जमानत याचिका खारिज किए जाने के बंबई उच्च न्यायालय के जुलाई 2021 के फैसले के खिलाफ दायर याचिका पर इस सप्ताह की शुरुआत में आदेश पारित किया। न्यायमूर्ति एस के कौल और न्यायमूर्ति एम एम सुंदरेश की पीठ ने कहा कि यदि आरोपी नशीले पदार्थों के व्यापार में संलिप्त पाया जाता है या किसी अन्य अपराध में शामिल पाया जाता है, तो अभियोजन को निचली अदालत से जमानत रद्द करने का अनुरोध करने की छूट होगी।

शीर्ष अदालत ने आरोपी के वकील के इस अभिवेदन पर गौर किया कि याचिकाकर्ता एक दिव्यांग व्यक्ति है और कृत्रिम पैर ‘जयपुर फुट’ का इस्तेमाल करता है तथा हिरासत में उसका 12 किलोग्राम वजन कम हो गया है। उसने कहा कि याचिकाकर्ता का जयपुर फुट भी उसके नाप के अनुसार भी नहीं है। वकील ने कहा कि कि याचिकाकर्ता को जनवरी 2018 में स्वापक नियंत्रण एवं मन: प्रभावी पदार्थ अधिनियम और मकोका के प्रावधानों के तहत पुणे में दर्ज मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया। शीर्ष अदालत ने एक आदेश में कहा, ‘उपरोक्त तथ्यों और परिस्थितियों और इस तथ्य को देखते हुए कि मुकदमा अभी शुरू होना बाकी है, जबकि याचिकाकर्ता चार साल से हिरासत में है, हिरासत में बंद रखे जाने की अवधि उस गिरोह से उसके संबंध पर तार्किक रूप से विराम लगा देगी, जिसका प्रमुख हिरासत में है। निचली अदालत जिन नियम एवं शर्तों को संतोषजनक मानती है, उनके पालन की शर्त पर हम याचिकाकर्ता को जमानत देने के इच्छुक हैं। 

पीठ ने कहा कि राज्य के वकील ने मकोका के प्रावधानों को लागू किए जाने के आधार पर जमानत याचिका का विरोध किया और याचिकाकर्ता का एक अन्य आरोपी के गिरोह से संबंध पाया गया, जो हिरासत में है। शीर्ष अदालत ने जमानत याचिका मंजूर करते हुए शर्त रखी कि याचिकाकर्ता हर वैकल्पिक सोमवार को पूर्वाह्न में स्थानीय पुलिस थाने में पेश होगा। दक्षिण मुंबई में अफ्रीकी मूल के नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसने के लिए अब पुलिस ने बार-बार पकड़े जाने वाले आरोपियों के खिलाफ संगठित अपराध विरोधी कानून मकोका के तहत एफआईआर दर्ज करना शुरू कर दिया है। डोंगरी और जेजे मार्ग पुलिस ने साल 2018 में नशीले पदार्थों के 628 मामलों में कार्रवाई की।

सहजन की फली के फायदें, जानिए पोषक तत्व

सहजन की फली के फायदें, जानिए पोषक तत्व      

सरस्वती उपाध्याय        

सहजन की फली के फायदे आपने खूब सुने होंगे। कई बार तमाम डिशेज में इसका इस्तेमाल भी किया होगा।लेकिन क्या आप जानते हैं कि सहजन के पत्ते भी पोषक तत्वों का खजाना होते हैं। इसके पत्तों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन-ए, सी और बी कॉम्‍प्लेक्स जैसे तत्वों के अलावा 40 से अधिक प्रकार के एंटीऑक्‍सीडेंट पाए जाते हैं। आप सहजन की हरी पत्तियों की सब्जी बनाकर खा सकते हैं। इसके अलावा पत्तियों को सुखाकर पाउडर बनाकर भी खाया जा सकता है। आयुर्वेद में इन पत्तियों को कई तरह की बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। यहां जानिए इसके फायदों के बारे में।

इम्युनिटी मजबूत करने के लिए: जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर हो, उन्हें सहजन के पत्ते जरूर खाने चाहिए। इसमें इतने पोषक तत्व होते हैं, जो आपकी इम्युनिटी को बहुत आसानी से बढ़ाते हैं। इससे प्रतिरक्षा कोशिकाओं की कार्यक्षमता काफी अच्छी होती है और तमाम वायरस और बैक्टीरिया से आपका शरीर बचा रहता है।

किडनी स्टोन में फायदेमंद: कहा जाता है कि अगर आपको किडनी स्टोन की परेशानी है तो आपको सहजन के पत्ते जरूर खाने चाहिए। ये स्टोन को तोड़कर यूरिन के माध्यम से बाहर निकालने में मददगार माने जाते हैं। साथ ही किडनी स्टोन की परेशानी से आपका बचाव भी करते हैं।

दिल की सेहत रखते दुरुस्त: सहजन के पत्तों में ओमेगा-3 फैटी एसिड की अच्‍छी मात्रा होती है। ऐसे में ये दिल के रोगियों के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इसे खाने से बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है और गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। साथ ही ये पत्ते आपके बीपी को भी कंट्रोल करते हैं। ऐसे में आपका दिल सेहतमंद बना रहता है।

डायबिटीज के रोगियों के लिए: जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है, उनके लिए भी सहजन की पत्तियां काफी लाभकारी मानी जाती हैं। इसके पत्तों में मधुमेह विरोधी और एंटीऑक्‍सीडेंट गुण होते हैं। ऐसे में ये शरीर में ग्लोकोज के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार माने जाते हैं।

पेट के लिए लाभकारी: आयुर्वेद में पेट की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है। क्योंकि अधिकतर बीमारियों की जड़ पेट ही होता है। अगर आपका भी पेट अक्सर खराब रहता है तो सहजन के पत्ते मददगार हो सकते हैं।इनमें फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है जो कब्ज जैसी परेशानी से बचाव करते हैं। साथ ही आंतों में जमा किसी भी हानिकारक पदार्थ को आसानी से बाहर निकाल देते हैं।

रिलायंस ने 'जियोफोन' प्लान्स को रिवाइज किया

रिलायंस ने 'जियोफोन' प्लान्स को रिवाइज किया  

अकांशु उपाध्याय     

नई दिल्ली। रिलायंस जियो ने अपने जियोफोन ऑल-इन-वन प्लान्स को हाल ही में रिवाइज किया है। यह बदलाव टेलीकॉम सर्विस ऑपरेटर द्वारा अपने प्रीपेड मोबाइल प्लान की कीमतों में बढ़ोतरी करने के कुछ दिनों बाद आया है। कंपनी ने तीनों जियोफोन प्लान्स को रिवाइज किया है। साथ ही साथ एक नए जियो फोन प्लान की भी अनाउंसमेंट की है। जियो फोन प्लान स्पेशल प्रीपेड रिचार्ज प्लान हैं। जो केवल जियो फोन के साथ काम करते है। 

जब जियो का सिम किसी थर्ड पार्टी के स्मार्टफोन के अंदर होगा तो ये प्लान काम नहीं करेंगी। रिलायंस जियो ने एक नया 152 रुपए का जियोफोन प्लान जोड़ा है। जिसके तहत वह कस्टमर्स को 0.5 जीबी डेली हाई-स्पीड 4 जी डेटा, अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग, कुल 300 एसएमएस ऑफर करता है। इसके अलावा कस्टमर्स को कंपनी के सभी ऑनलाइन बेस्ड ऐप जैसे जियो टीवी, जियो क्लाउड और ऐप्स तक की एक्सेस मिलती है। नया प्रीपेड प्लान 28 दिनों की वैलिडिटी के साथ आता है। यह नया प्लान वर्तमान में कंपनी द्वारा पेश किया जाने वाला सबसे किफायती जियो फोन प्लान है।

एसबीआई ने 8,431.9 करोड़ का प्रॉफिट दर्ज किया

एसबीआई ने 8,431.9 करोड़ का प्रॉफिट दर्ज किया

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने दिसंबर में समाप्त तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 62 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 8,431.9 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। जबकि बीते साल की समान तिमाही में उसे 5,196.22 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। हालांकि, बैंक का नेट प्रॉफिट एनालिस्ट्स के 7,957.4 करोड़ रुपये के अनुमान से भी ज्यादा है।

एसबीआई द्वारा शनिवार, 5 फरवरी को जारी नतीजों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उसकी इंटरेस्ट इनकम 4.41 फीसदी बढ़कर 69,678 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते साल समान तिमाही में 66,734.50 करोड़ रुपये रही थी।

दक्षिणपंथी-वामपंथी राजनीति का हिस्सा हैं: राष्ट्र

दक्षिणपंथी-वामपंथी राजनीति का हिस्सा हैं: राष्ट्र      

सुनील श्रीवास्तव         

नई दिल्ली/ वाशिंगटन डीसी। भारत ने राजनीतिक विचारधाराओं और कट्टरपंथी विचारधाराओं के बीच अंतर करने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा है कि राजनीतिक विचारधाराएं एक बहुलवादी लोकतांत्रिक राजनीति का हिस्सा हैं तो वहीं, कट्टरपंथी विचारधाराएं आतंकवाद को बढ़ावा देती हैं। भारत ने जोर देकर कहा कि दोनों को एक ही नजरिये से देखने का कोई भी प्रयास ‘गलत’ और ‘प्रतिकूल’ है। संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद रोधी कार्यालय द्वारा आयोजित सदस्य देशों की राजदूत स्तर की वार्षिक ब्रीफिंग के दौरान संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने ये सब बातें कहीं।

उन्होंने कहा कि भारत का हमेशा से मानना रहा है कि राष्ट्रों को 9/11 से पहले के दौर में नहीं जाना चाहिए, जब आतंकवादियों को ‘आपका आतंकवादी’ और ‘मेरा आतंकवादी’ में विभाजित किया जाता था। तिरुमूर्ति ने कहा कि उन्हें वर्गीकृत करना आतंकवाद से निपटने के सामूहिक संकल्प को कमजोर करता है। उन्होंने कहा कि यह समझने की जरूरत है कि लोकतंत्र में दक्षिणपंथी और वामपंथी राजनीति का हिस्सा हैं और चुनाव के माध्यम से सत्ता में आते हैं, जो बहुमत की इच्छा को दर्शाता है। तिरुमूर्ति ने कहा कि लोकतंत्र की परिभाषा के अनुसार यह विचारधाराओं और विश्वासों का एक व्यापक संगम होता है।

'आईसीआरआईएसएटी' की 50वीं वर्षगांठ का शुभारंभ

'आईसीआरआईएसएटी' की 50वीं वर्षगांठ का शुभारंभ 

मोमीन अहमद        

हैदराबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के दौरे पर हैं। शनिवार को पीएम मोदी शहर के पाटनचेरु में ‘इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर सेमी-एरिड ट्रॉपिक्स’ परिसर पहुंचे। उन्होंने यहां पर ‘इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर सेमी-एरिड ट्रॉपिक्स’ (आईसीआरआईएसएटी) की 50वीं वर्षगांठ का शुभारंभ किया। पीएम मोदी ने आईसीआरआईएसएटी परिसर में प्रदर्शनी का लुत्फ भी उठाया। 

उनके साथ तेलंगाना के गवर्नर तमिलिसाई सुंदरराजन और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद हैं। पीएम मोदी ने पौधा संरक्षण पर आईसीआरआईएसएटी  के जलवायु परिवर्तन अनुसंधान केंद्र और आईसीआरआईएसएटी की रैपिड जनरेशन एडवांसमेंट केंद्र का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने आईसीआरआईएसएटी के विशेष रूप से डिजाइन किए गए प्रतीक चिह्न का भी अनावरण किया और इस अवसर पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया। बता दें कि आईसीआरआईएसएटी एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है। जो एशिया और उप-सहारा अफ्रीका में विकास के लिए कृषि के क्षेत्र में अनुसंधान करता है।

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव नहीं, उत्पाद

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव नहीं, उत्पाद   

अकांशु उपाध्याय          

नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में तेजी बने रहने के बावजूद घरेलू स्तर पर शनिवार को लगातार 93वें दिन भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ। केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश। पांच और 10 रुपये घटाने की घोषणा के बाद 4 नवंबर 2021 को ईंधन की कीमतों में तेजी से कमी आई थी। इसके बाद राज्य सरकार के मूल्य वर्धित कर (वैट) कम करने के फैसले के बाद राजधानी दिल्ली में भी वैट को कम करने का निर्णय लिया गया। 

इसके बाद राजधानी में 02 दिसंबर 2021 को पेट्रोल लगभग आठ रुपये सस्ता हुआ था। डीजल की भी कीमतें हालांकि जस की तस बनी रहीं। केंद्र द्वारा उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद अधिकांश राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों ने भी पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर (वैट) कम कर दिया था, जिससे आम आदमी को काफी राहत मिली थी। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की नित्य प्रतिदिन समीक्षा होती है और उसके आधार पर प्रतिदिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं।

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...