मंगलवार, 1 फ़रवरी 2022

क्या पूरी पृथ्वी खरीद सकते हैं, जानिए कीमत

आइए जानते हैं पूरी पृथ्वी की कीमत क्या है ?

एक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल ही में पृथ्वी की कुल कीमत का अंदाजा लगाया गया है। पृथ्वी की कीमत का गणित 2022 में सभी चीजों की कीमत को ध्यान में रखकर अनुमान लगाया गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि जमीन, नदी, खनिज और सभी चीजों को मिलाकर पृथ्वी की कीमत (3 लाख 76 हजार 258 खरब) बताई गई है। अगर आपका बैंक बैलेंस इतना है तो आप जरूर पूरी पृथ्वी के मालिक बन सकते हैं।

आईपीएस के घर से करोड़ों रुपये बरामद, छापेमारी

आईपीएस के घर से करोड़ों रुपये बरामद, छापेमारी
विजय भाटी             
गौतमबुद्ध नगर। आम आदमी का बजट भले ही बिगड़ा हुआ हो। लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं, जिनका बजट सदाबहार है। इन दिनों ऐसे लोग आयकर विभाग के निशाने पर है। नोएडा में यूपी कैडर के पूर्व आईपीएस अफसर आरएन सिंह के घर पिछले 3 दिन से आयकर विभाग की छापेमारी चल रही है।
दरअसल, आरएन सिंह का बेटा अपने घर की बेसमेंट में एक प्राइवेट लॉकर फर्म चलाता है। ये लॉकर किराये पर दिए जाते हैं। आयकर विभाग ने यहां तलाशी अभियान में करोड़ों रुपये बरामद किए हैं। हालांकि ये साफ नहीं है कि पैसा किसका है। अभी तलाशी अभियान जारी है। इस वॉल्ट में 650 लॉकर बताये जा रहे हैं।
आरएन सिंह यूपी में डीजी अभियोजन रह चुके हैं। उनका कहना है कि ये फर्म उनका बेटा चलाता है, वो कमीशन बेस पर लॉकर किराये पर देता है, उनके भी 2 लॉकर इसमें हैं लेकिन उनसे कुछ नहीं निकला।
छापेमारी के दौरान पूर्व आईपीएस आरएन सिंह का कहना था, 'मैं फिलहाल अपने गांव में था, मुझे सूचना मिली कि घर पर इनकम टैक्स की टीम जांच करने आई है तो मैं तुरंत यहां आ गया, मैं एक आईपीएस अफसर रहा हूं, मेरा बेटा यहां रहता है और हम भी यहां आकर रुकते हैं, मेरा बेटा प्राइवेट लॉकर रखने का काम करता है जो कि बेसमेंट में है।
पूर्व आईपीएस आरएन सिंह का कहना था, 'मेरा बेटा लॉकर किराये पर देता है, जैसे बैंक देते हैं। वह बैंक से ज्यादा सुविधा देता है, इसमें हमारे दो लॉकर निजी है।अंदर जांच चल रही है, लगभग सभी लॉकर चेक कर लिए गए हैं, जो भी मिला है उसका सारा ब्यौरा हमारे पास है। घर के कुछ जेवरात टीम को मिले है, हमारे पास पूरे दस्तावेज हैं।

महिला से दैहिक शोषण करता रहा साधु, गिरफ्तार

महिला से दैहिक शोषण करता रहा साधु, गिरफ्तार
दुष्यंत टीकम      
दुर्ग। राह चलते साधु पर भरोसा करना एक महिला को भारी पड़ गया। घर में पूजा कराने के दौरान साधु ने महिला में से नजदीकी बढ़ाई और फिर शादी का झांसा देकर दैहिक शोषण करता रहा। अखिरकार पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
तीन माह से फरार बलात्कार के आरोपी पुजारी को भिलाई नगर पुलिस ने उज्जैन, मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर दुर्ग न्यायालय में पेश किया है। आरोपी ने घर में पूजा कराने के दौरान महिला से नजदीकी बढ़ाया और फिर चिकनी-चुपड़ी बातों से प्रभावित कर दैहिक शोषण करता रहा। लेकिन शादी नहीं कर फरार हो गया था।

10 करोड़ रंगों को पहचान सकती हैं एंटिको, रिसर्च

10 करोड़ रंगों को पहचान सकती हैं एंटिको, रिसर्च  

अखिलेश पांंडेय          सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली कॉन्सेहटा एंटिको की आंखें खास हैं। इनकी आंखें 10 करोड़ रंगों को पहचान सकती हैं। कॉन्सेेटा कहना है, बचपन से ही मुझे इसका असर दिखाई देने लगा था। मुझे हर चीज के कई रंग दिखाई देते थे और मैं उन्हें अपनी पेंटिंग में उतार देती थी। लेकिन यह मालूम नहीं था कि मेरे आंखें इतनी खास हैं। यह जानकारी एक रिसर्च के बाद मिली। दुनिया में ऐसे मात्र 1 फीसदी लोग ही होते हैं।

एक की रिपोर्ट के मुताबिक, कॉन्से टा की आंख टेट्राक्रोमेट हैं। आसान भाषा में समझें तो आम लोगों की आंखों में तीन कोन (शंकु) होते हैं, पर इनकी आंख में 4 कोन हैं। आमतौर पर एक कोन में 10 लाख से अध‍िक रंगों को पहचानने की क्षमता होती है। वैज्ञानिकों का कहना है, 4 कोन वाली टेट्राक्रोमेट आंखों में 10 करोड़ रंगों को पहचानने की पावर होती है।
टेट्राक्रोमेट आंखों के कारण कॉन्‍सेटा को हर चीज के ऑरिजनल रंग दिखते हैं, जबकि आम इंसान को इतने रंग नहीं दिखते। वह कहती हैं, पढ़ाई पूरी करने के बाद वो अमेरिका के सैन डिएगो आ गईं। 2012 के बाद टेट्राक्रोमेट आंखों को लेकर न्यूकरोलॉजी के एक छात्र ने स्टएडी की। रिसर्च में सामने आया कि ऐसी आंखों वाली महिला की बेटी में कलर ब्लानइंडनेस होने का खतरा रहता है।
रिसर्च के परिणाम सामने आने से कुछ समय पहले ही एंटिको की बेटी में कलर ब्लायइंडनेस का पता चला था। इस तरह इन्हें अपनी आंखों की जानकारी मिली। एंटिको अब कलर ब्लाटइंडनेस से जूझने वाले लोगों की मदद कर रही हैं। उनका मानना है कि अगर मरीज में समय से कलर ब्लाेइंडनेस का पता चल जाए तो कुछ हद तक इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
इंसान में टेट्राकोमेट आंखें क्यो होती हैं, इस कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की किंबर्ले जेम्सोन कहती है, 15 फीसदी महिलाओं में ऐसा जीन पाया जाता है जो इस तरह की आंखों के लिए जिम्मे दार होता है। इस तरह की आंखों के मामले सिर्फ महिलाओं में ही सामने आते हैं क्योंकि वह जीन एक्स क्रोमोसोम को प्रभावित करता है। जीन के म्यूलटेशन के कारण ही चौथा कोन बनता है और ऐसा सिर्फ 1 फीसदी लोगों में होता है।

कोरोना की चपेट में अभिनेत्री शबाना, चिंता जताईं

शबाना आजमी ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसकी जानकारी देते हुए कहा,” मैं आज कोरोना संक्रमित हो गई हूं। इस बात का पता चलते ही मैंने अपने आप को घर पर आइसोलेट कर लिया है। मैं उन सभी से अनुरोध करती हूं जो पिछले कुछ दिनों में मेरे संपर्क में आए थे कृपया अपना परीक्षण करवाएं। शबाना की इस पोस्ट पर अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने लिखा, “जल्द ठीक हो जाइए शबाना जी।” फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा ने इसपर कमेंट किया कि, “अपना ध्यान रखिए। जल्द स्वस्थ हो जाइए।” फिल्म निर्माता बोनी कपूर ने शबाना जी के पति जावेद अख्तर के लिए चिंता जताते हुए लिखा, “हे भगवान, कृपया आप जावेद साहब से दूर रहें।” सैफ अली खान की बहन सबा अली खान ने कहा, “आदाब। आपका स्वास्थ्य जल्दी से ठीक हो जाए, मैं यही चाहती हूँ।

शबाना आजमी के फैंस उनके साथ-साथ जावेद अख्तर के लिए भी परेशान हैं। एक फैन ने कमेंट करते हुए लिखा, ‘कोरोना को आपसे प्यार हो गया है, जल्दी ठीक हो जाइए।” वहीं दूसरे ने लिखा,”आप बहुत सुंदर लग रही हैं। आपका गले का हार भी बहुत प्यारा है। आप तेजी से ठीक हो जाएं।” जबकि एक ने कहा, “मैडम जल्दी ठीक हो जाइए। आशा है कि जावेद सर ठीक होंगे। आपके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।शबाना आजमी जल्द ही करण जौहर के निर्देशन में बन रही फिल्म “रॉकी और रानी की प्रेम कहानी” में नजर आएंगी। इसमें वह रणवीर सिंह, आलिया भट्ट, धर्मेंद्र और जया बच्चन के साथ स्क्रीन शेयर करती नजर आएंगी।

मां ने बेटी को रेलिंग से धक्का दिया, वीडियो वायरल

मां ने बेटी को रेलिंग से धक्का दिया, वीडियो वायरल  

अखिलेश पांडेय              ताशकंद। उज्बेकिस्तान के ताशकंद से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक मां अपने बच्चे को सैर कराने के बहाने चिड़ियाघर के पार्क में पहुंचती है और फिर अपने मासूम बच्चे को भालू के सामने मरने के लिए धक्का दे देती है। यह पूरा वाकया वहां लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया। कहते हैं भगवान हर जगह नहीं पहुंच सकते, इसलिए उन्होंने मां को बनाया। क्योंकि एक मां अपने बच्चे को बचाने के लिए बहुत कुछ कर सकती है। लेकिन क्या होगा अगर मां अपने बच्चे की जान की दुश्मन बन जाए। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला उज्बेकिस्तान के ताशकंद से सामने आया है। जहाँ एक मां अपने बच्चे को सैर कराने के बहाने चिड़ियाघर के पार्क में पहुंचती है और फिर अपने मासूम चिंपैंजी को भालू के नीचे मरने के लिए धक्का दे देती है। पूरी घटना सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

इस वीडियो को देखने के बाद आप बिल्कुल हैरान रह जाएंगे कि आखिर कोई मां ऐसा कैसे कर सकती है। हर कोई इस कलियुगी मां को खूब कोस रहा है। सौभाग्य से, चिड़ियाघर के कर्मचारी समय पर भालू के बाड़े में पहुंच गए और बच्ची को बचा लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ताशकंद की एक 3 साल की बच्ची अपनी मां के साथ चिड़ियाघर गई थी। उसके बाद उसकी मां भालू को दिखाने के लिए उसके घर की रेलिंग के पास खड़ी हो गई।

सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन कुछ मिनट बाद ही कुछ ऐसा हुआ कि वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए। महिला ने भालू दिखाने के बहाने अपने बेटी को रेलिंग से धक्का दे दिया। इसका एक सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें एक महिला एक बच्चे को धक्का देती नजर आ रही है। जैसा कि आप वीडियो में देख सकते हैं लड़की के यार्ड में घुसते ही भालू तुरंत ही बच्चे के पास जाने की कोशिश करता है। यह जानकर सुकून मिलता है कि जूजू नाम के भालू ने लड़की को नुकसान नहीं पहुंचाया। भालू ने सूंघा और उसे जाने दिया। उधर, बच्ची के गिरने की खबर मिलते ही चिड़ियाघर के कर्मचारी तुरंत भालू क्षेत्र की ओर दौड़ पड़े। इसके बाद उन्होंने बच्ची को सकुशल बाहर निकाला। हालांकि घटना में बच्ची को मामूली चोट आई है, लेकिन वह काफी डरी हुई है।

हाईकोर्ट में वर्चुअल सुनवाई की तिथि 15 फरवरी

हाईकोर्ट में वर्चुअल सुनवाई की तिथि 15 फरवरी    
दुष्यंत टीकम      
बिलासपुर। कोरोना की वजह से हाईकोर्ट में वर्चुअल सुनवाई की तिथि 31 जनवरी से बढ़ाकर 15 फरवरी तक कर दी गई है। वकीलों को अपने मुकदमे की फाइलिंग हाईकोर्ट में जाकर करनी होगी। कोरोना की तीसरी लहर के फैलाव को रोकने हाईकोर्ट ने 31 जनवरी तक ऑनलाइन सुनवाई की व्यवस्था की थी। अभी भी स्थिति सामान्य नहीं होने पर ऑनलाइन सुनवाई की तिथि 31 जनवरी से बढ़ाकर 15 फरवरी तक कर दी गई है। 
इसी प्रकार पूर्व निर्देश के अनुसार निचली अदालतों में भी कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए मामलों की सुनवाई होगी। सिर्फ वही वकील कोर्ट परिसर में जाएंगे, जिनके मामले लगे होंगे। इस संबंध में चीफ जस्टिस के आदेश पर रजिस्टार जनरल ने निर्देश जारी किए हैं। 

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