शनिवार, 29 जनवरी 2022

न्यूयॉर्क टाइम्स को 'सुपारी मीडिया' करार दिया: मंत्री

न्यूयॉर्क टाइम्स को 'सुपारी मीडिया' करार दिया: मंत्री  

अकांशु उपाध्याय           नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री वी के सिंह ने शनिवार को पेगासस स्पाईवेयर से संबंधित खबर के कारण ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ को ”सुपारी मीडिया” करार दिया और साथ ही उसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए। अमेरिकी समाचार पत्र ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने अपनी एक खबर में दावा किया है कि 2017 में भारत और इजराइल के बीच हुए लगभग दो अरब डॉलर के अत्याधुनिक हथियारों एवं खुफिया उपकरणों के सौदे में पेगासस स्पाईवेयर तथा एक मिसाइल प्रणाली की खरीद मुख्य रूप से शामिल थी।

इस खबर के सामने आने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई अन्य विपक्षी नेताओं ने सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश शुरू कर दी है। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की खबर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा नागर विमानन राज्य मंत्री सिंह ने ट्वीट कर कहा कि, क्या आप एनवाईटी पर भरोसा कर सकते हैं? उसे ‘सुपारी मीडिया’ के रूप में जाना जाता है। 

इस मामले पर पिछले साल खासा विवाद हुआ था और विपक्षी दलों ने संसद में सरकार पर जासूसी का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। हालांकि सरकार ने इन आरोपों का खंडन किया था। उच्चतम न्यायालय ने इजरायली स्पाईवेयर ‘पेगासस’ के जरिए भारतीय नागरिकों की कथित जासूसी के मामले की जांच के लिए पिछले साल अक्टूबर में विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया था। कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया समूहों के एक संगठन ने दावा किया था कि कई भारतीय नेताओं, मंत्रियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, कारोबारियों और पत्रकारों के खिलाफ पेगासस का कथित तौर पर इस्तेमाल किया गया।

स्वयं के तर्कों को याद करने का आग्रह किया: नेता

इकबाल अंसारी           तिरुवनंतपुरम लोकायुक्त अधिनियम में संशोधन के एलडीएफ सरकार के फैसले पर केरल में राजनीतिक विवाद थमता नहीं दिख रहा।क्योंकि विपक्षी कांग्रेस के नेता वी. डी. सतीशन ने शनिवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव सीताराम येचुरी को पत्र लिख कर मामलें में हस्तक्षेप करने की मांग की।

सतीशन ने दशकों पुराने इस कानून में संशोधन के प्रस्तावित अध्यादेश को हाल में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मंजूरी नहीं देने का अनुरोध किया था। उन्होंने पत्र में कहा कि माकपा नीत सरकार का उद्देश्य राज्य में लोकायुक्त को कमजोर करना है। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सतीशन ने अपने पत्र में येचुरी से 2011 और 2013 में राज्यसभा में दिये। उनके (येचुरी के) स्वयं के तर्कों को याद करने का आग्रह किया। जिसमें लोकपाल को राजनीतिक नियंत्रण से “स्वायत्त, पारदर्शी, व्यापक और स्वतंत्र” बनाने की आवश्यकता पर बल दिया गया था।

उन्होंने कहा कि, दुर्भाग्य से, केरल लोकायुक्त अधिनियम 1999 में संशोधन के लिए प्रस्तावित अध्यादेश भ्रष्टाचार की रोकथाम को लेकर लोकपाल/लोकायुक्त को मजबूत करने के वास्ते आपकी पार्टी और आपके खुद के द्वारा अपनाये गये प्रगतिशील रुख का विरोधाभाषी है। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि मौजूदा अधिनियम, ई.के. नयनार के नेतृत्व वाली तत्कालीन कम्युनिस्ट सरकार के नेतृत्व में लाया गया था, जिसमें भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए कड़े प्रावधान हैं। उन्होंने येचुरी से राज्य सरकार को इस अध्यादेश को लागू नहीं करने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया।

एससी का दरवाजा खटखटाएगी महाराष्ट्र सरकार 

कविता गर्ग            मुंबई। महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार ने शनिवार को कहा कि वह जल्द ही उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी। जिसमें 12 भाजपा विधायकों के निलंबन को रद्द करने के शीर्ष अदालत के फैसले को चुनौती दी जाएगी।

सूत्रों के अनुसार वरिष्ठ मंत्रियों और विधायिका के पीठासीन अधिकारियों की बैठक अगले सप्ताह राज्य की एमवीए सरकार द्वारा बुलायी गयी है और इस बैठक में इस मुद्दे पर निर्णय लिया जायेगा। सूत्रों ने यह भी कहा कि शीर्ष अदालत के आदेश को चुनौती देने के लिए राज्य सरकार के लिए महाधिवक्ता की राय मांगी गई है, जिसमें कहा गया है कि इसे एक संविधान पीठ द्वारा सुना जाना चाहिए। एमवीए मंत्रियों के एक वर्ग ने यह भी संकेत दिया है कि अधिकार क्षेत्र और शक्तियों के मुद्दे पर न्यायपालिका और विधायिका के बीच टकराव अपरिहार्य लगता है। राज्य विधानसभा के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने कहा कि आज महाराष्ट्र है और कल यह अन्य राज्यों की विधानसभाओं के मामले में और संसद सदस्यों के साथ भी हो सकता है।

इसलिए इस मुद्दे पर बहस की जरूरत है।उन्होंने कहा कि यदि विधायिका शीर्ष अदालत के आदेश को स्वीकार करती है, तो यह एक मिसाल बन सकती है, इसलिए, भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए विधायिका सचिवालय के साथ मंत्रियों और पीठासीन अधिकारियों की बैठक बुलाई जा रही है। अधिकारी ने यह भी कहा कि सरकार और विधायिका इस पर कानूनी राय भी लेगी कि क्या न्यायिक हस्तक्षेप का हवाला देते हुए अदालत के आदेश को पूरी तरह से खारिज किया जा सकता है।


 शिअद को चुनाव लड़ने की चुनौती दीं: सिद्धू
अमित शर्मा         चंडीगढ़। कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को अमृतसर पूर्व से अपना नामांकन-पत्र दाखिल किया। उन्होंने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को सिर्फ इसी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चुनौती दी। अमृतसर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के साथ ही शिअद नेता मजीठिया मजीठा सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं, जो वर्तमान में उनके पास है।

अमृतसर पूर्व से अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सिद्धू ने कहा कि यदि आप (मजीठिया) में इतना दम है, और लोगों पर विश्वास है तो मजीठा को छोड़कर केवल यहां एक सीट से चुनाव लड़ें। क्या आप में हिम्मत है? मजीठिया को उनके निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारने वाले अकालियों पर निशाना साधते हुए सिद्धू ने कहा कि वे केवल लूट का खेल खेलने आए हैं।

लेकिन इस ‘धर्म युद्ध’ में वे सफल नहीं होंगे क्योंकि जहां ‘धर्म’ है वहां जीत है। शिअद पर पंजाब को लूटने का आरोप लगाते हुए सिद्धू ने कहा कि यतो धर्मस्ततो जयः (जहां धर्म है वहां जीत है)।” पंजाब विधानसभा की 117 सीटों के लिए 20 फरवरी को मतदान होगा और मतगणना 10 मार्च को होगी।

विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन करने की उम्मीद: आप

अमित शर्मा          चंडीगढ़। पूर्व आईपीएस अधिकारी एवं पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार कुंवर विजय प्रताप सिंह ने कहा है कि वह चुनाव में सिर्फ एक उम्मीदवार हैं। लेकिन वास्तव में अमृतसर के लोग हैं, जो उनके लिए चुनाव लड़ रहे हैं। सिंह (52) अमृतसर उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से आप के उम्मीदवार हैं, जहां उनका सामना मौजूदा कांग्रेस विधायक सुनील दत्ती, पिछले साल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से शिरोमणि अकाली दल (शिअद) में शामिल हुए पूर्व मंत्री अनिल जोशी और अन्य से है।

कुंवर विजय प्रताप सिंह माझा क्षेत्र में आप का एक प्रमुख चेहरा हैं। जहां पार्टी को 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है। आईपीएस अधिकारी ने पिछले साल समय से पहले ही सेवानिवृत्ति ले ली थी और जून 2021 में आप में शामिल हुए थे। सिंह का कहना है कि वह ‘व्यवस्था को साफ सुथरा करने” के लिए राजनीति में आये हैं। कुंवर विजय प्रताप सिंह इससे पहले फरीदकोट के कोटकपूरा और बहबल कलां में बेअदबी के खिलाफ हुए विरोधी प्रदर्शनों से संबंधित 2015 की पुलिस गोलीबारी के मामलों की जांच कर रहे विशेष जांच दल का हिस्सा थे। उन्होंने 2000 के दशक की शुरुआत में पुलिस अधीक्षक (शहर) अमृतसर के रूप में भी काम किया था, और बाद में 2007 और 2009 के बीच यहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के रूप कार्यरत रहे।

सिंह ने कहा कि अगर वह और उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव जीतती है तो उनके पास अमृतसर और पंजाब के लोगों के लिए काम करने के लिए योजनाएं हैं। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था में सुधार, मादक पदार्थों के खतरे को खत्म करना, महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा सुनिश्चित करना उनकी पार्टी के कुछ प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने अमृतसर से चुनाव लड़ने का फैसला क्यों किया, उन्होंने कहा कि मैंने राजनीति में आने का निर्णय अमृतसर के लोगों के निर्देश पर लिया था। लोग चाहते थे कि मैं यहां से चुनाव लड़ूं और उन्होंने मुझे इस मिशन के लिए तैयार किया। पूरा अमृतसर मेरा चुनाव लड़ रहा है। लोगों ने कहा कि वे चाहते हैं कि ईमानदार लोग आगे आएं।’ उन्होंने कहा कि ‘अमृतसर, मेरे लिए, एक परिवार की तरह है। उन्होंने कहा कि आप पंजाब से ‘माफिया राज’ को खत्म कर देगी और पार्टी ने पहले ही नशीले पदार्थों के खतरे को खत्म करने के लिए एक योजना तैयार कर ली है।

पूर्व पुलिस अधिकारी को लगता है कि पुलिस बल के दिन-प्रतिदिन के कामकाज में राजनीतिक हस्तक्षेप बढ़ गया है। उन्होंने कहा, ”हम वादा करते हैं कि पुलिस अब राजनेताओं के फरमान के मुताबिक काम नहीं करेगी। हम पुलिस को किसी भी तरह के राजनीतिक दबाव से मुक्त कराएंगे।’ सिंह ने कहा कि ‘हमने पंजाब बचाओ मिशन शुरू किया है और हम राजनीतिक परिवर्तन, एक क्रांति, एक बदलाव का आह्वान कर रहे हैं और हमें आम जनता से बड़ा समर्थन मिल रहा है। सत्ता में आने पर अपनी और अपनी पार्टी की अन्य प्राथमिकताओं के बारे में बताते हुए सिंह ने कहा कि शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाया जाएगा और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आप नेता अरविंद केजरीवाल ने जो वादे किये है, उन्हें पूरा किया जैसा कि उन्होंने दिल्ली में किया है।

राजस्थान के राज्यपाल संक्रमित, कोई लक्षण नहीं

नरेश राघानी          जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि उनमें संक्रमण का कोई लक्षण नहीं दिखा है। राजभवन के प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल मिश्र ने शनिवार को जांच करवाई तो वे कोरोना संक्रमित पाए गए। प्रवक्ता के अनुसार मिश्र स्वस्थ हैं तथा उनमें संक्रमण का कोई लक्षण नहीं दिखा है।

हालांकि उन्होंने अपने संपर्क में आए लोगों से अनुरोध किया है कि वे खुद को पृथक कर लें और अपनी कोरोना जांच अवश्य करवाएं। उल्लेखनीय हे कि शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 8,125 नये मामले सामने आए। राज्य में उपचाराधीन रोगियों की संख्या 80,488 है।

'मैंने गांधी को क्यों मारा' पर रोक, याचिका दायर 

संदीप मिश्र              लखनऊ। महात्मा गांधी जी की बरसी पर 30 जनवरी को विभिन्न ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज होने वाली फिल्म “मैंने गांधी को क्यों मारा” पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। याचिकर्ता सिकंदर बहल ने अधिवक्ता अनुज भंडारी ने इस विवादित फिल्म को सभी ओटीटी प्लेटफार्म से कंटेंट को हटाने और इसके प्रदर्शन को रोकने की मांग की है। याचिका में यह दायर किया गया है कि अगर यह फिल्म रिलीज़ हुई तब यह राष्ट्रपिता की छवि को अपूरणीय रूप से खराब करेगा और सार्वजनिक अशांति, घृणा और वैमनस्य का कारण बनेगा।

पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने कहा है की ओटीटी प्लेटफॉर्म पर फिल्मों को “अनियंत्रित और अनस्क्रीन” देखना एक मुद्दा है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट का कहना है की “मौजूदा मामले के तथ्यों में से एक मुद्दा उन प्लेटफार्मों के नियंत्रण और विनियमन से संबंधित है, जिन पर वेब श्रृंखला जारी की जाती है। जैसा कि फिल्म ने एक बड़े विवाद को प्रज्वलित किया, ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर फिल्म पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की, जो “गांधीजी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन करना चाहता है।


सांप्रदायिक राजनीति से जनता को कोई फायदा नहीं 
संदीप मिश्र           लखनऊ। युवा घोषणापत्र (भर्ती विधान) पर उत्तरप्रदेश के युवाओं के साथ चर्चा करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि यूपी में उनकी पार्टी की सरकार आई तो तुरंत खाली पदों को भरा जाएगा। प्रियंका ने कहा कि जातिवादी और सांप्रदायिक राजनीति से जनता को कोई फायदा नहीं होगा। इससे युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा।

प्रियंका गांधी ने कहा, ”छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार आई तो शपथग्रहण के दो घंटे के अंदर किसानों का कर्ज माफ किया गया। इसी तरह यूपी में हमारी सरकार आएगी तो कर्जमाफी और खाली पद भरने के निर्णय ​तुरंत लिए जाएंगे। सरकार बड़े-बड़े विज्ञापनों में पैसा खर्च कर रही है। अखबार के एक पृष्ठ का विज्ञापन लाखों का होता है। अगर वही पैसे ढंग से इस्तेमाल हों तो बड़ी संख्या में रोजगार पैदा होंगे। ऐसा नहीं है कि सरकार के पास पैसे नहीं है। उसका इस्तेमाल सही नहीं हो रहा है।”

भर्ती विधान जारी करने की वजह बताते हुए प्रियंका ने कहा, ”यूपी में जहां भी जाती हूं, युवाओं के यही मुद्दे हैं कि हम युवाओं के लिए आप क्या करेंगी? युवा भर्तियों के लिए पांच छह सालों तक इंतजार कर रहे हैं और प्रताड़ित हो रहे हैं। युवा अपना समय खर्च करते हैं, मां बाप पैसे खर्च करते हैं, छात्र मेहनत करते हैं, लेकिन नियुक्तियां नहीं हो रही हैं। कभी घोटाला हो जाता है, कभी पेपर लीक हो जाता है, पासिंग ग्रेड बदल दिया जाता है। इस तरह छात्र प्रताड़ित हो रहे हैं। सभी राजनीतिक दल चुनाव के समय कहते हैं कि हम इतने लाख रोजगार देंगे। लेकिन ये नौ​करियां कैसे देंगे? इसलिए हमने सोचा कि क्यों न नौजवानों के लिए अलग विधान बनाएं ताकि हम ये बता सकें कि हम जो 20 लाख नौकरियों का वादा कर रहे हैं, ये नौकरियां कहां से आएंगी।

प्रियंका ने कहा, ”अगर एक नौजवान अपना बिजनेस शुरू करना चाहता है तो हम उसकी सहायता कैसे करेंगे? रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल आदि में हम युवाओं की कैसे मदद कर सकते हैं? इसके लिए हमने युवाओं के लिए अलग से भर्ती विधान बनाया है। जातिवादी और सांप्रदायिक राजनीति से जनता को कोई फायदा नहीं होगा। इससे आपको रोजगार नहीं मिलेगा। इससे आपके लिए कोई शिक्षण संस्थान नहीं बनेगा। ये लोग 70 साल, 70 साल करते हैं, लेकिन आजतक जो संस्थान बने हैं, वह सब कांग्रेस ने बनाए हैं। आईआईटी, हॉस्पिटल, दूसरे तमाम बड़े बड़े संस्थान सब कांग्रेस ने बनाए। आज नहीं बन रहे हैं क्योंकि इन्होंने तो बनाए नहीं हैं। पिछले सात साल में कुछ नहीं बनाया गया। जो पहले से बने हैं उन्हें आज बेच जरूर रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा, ”शक्ति वास्तव में आपके हाथ में है। आपको अपनी बात कहने में, प्रदर्शन करने में डर लग रहा है तो यह लोकतंत्र नहीं है। लोकतंत्र में सबसे बड़ी शक्ति आपके हाथ में होती है। आप इसे समझेंगे और ठीक से इस्तेमाल करेंगे, तभी आप आगे बढ़ पाएंगे। देश में ऐसी राजनीति हो रही है जो चुनाव के समय आपको बहकाने का काम करती है। चुनाव के समय बात होनी चाहिए कि जॉब कहां से दोगे? मेरी शिक्षा के लिए क्या करोगे? मेरे बच्चों के भविष्य के लिए क्या करोगे? विकास की बात होनी चाहिए। बीजेपी चुनाव के समय रोजगार की बात क्यों​ नहीं करती? क्योंकि उनके पास कहने को कुछ नहीं है। कुछ किया भी नहीं और न करने का इरादा है।


मुआवजा: किसानों की मांगों को लेकर मांगा जवाब
राणा ओबरॉय           चंडीगढ़। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने यूनिवर्सिटी, स्वास्थ्य विभाग के ठेका कर्मचारियों और किसानों की मुआवजे की मांगों को लेकर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा है। हुड्डा ने पूछा है कि बीजेपी-जेजेपी सरकार कर्मचारियों और किसानों के साथ दुश्मनों जैसा बर्ताव क्यों कर रही है? दरअसल, सरकार लगातार विश्वविद्यालयों में कर्मचारियों की नियुक्तियों में दखलंदाजी कर रही है। विश्वविद्यालयों में पिछले 7-8 साल से सेवाएं दे रहे कच्चे कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है। उधर, स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन (संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा व सहयोग सीटू) के आह्वान पर स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत ठेका कर्मचारियों ने भी नेता प्रतिपक्ष को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी आउटसोर्सिंग पॉलिसी पार्ट-1 कर्मचारियों को कौशल रोजगार निगम के बजाय सीधे विभाग के पे-स्केल देने, समान काम, समान वेतन, सेवा सुरक्षा की नीति लागू करने, हटाए गए सभी ठेका कर्मचारियों को वापस नौकरी पर रखने और वक्त पर वेतन भुगतान जैसी कई मांगों उठाया गया है।
हुड्डा ने कहा कि कर्मचारियों की ऐसी अनेकों जायज मांगों की सरकार लगातार अनदेखी कर रही है। कई-कई साल से अलग-अलग विभागों में सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को पक्का करने की बजाए, उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है। यही वजह है कि कर्मचारी वर्ग मौजूदा सरकार की नीतियों से परेशान है। कोरोना काल में जब सरकार को कच्चे कर्मचारियों का सहारा बनना चाहिए था, उस दौर में भी सरकार द्वारा कर्मचारियों की छटनी की गई। आज छटनीग्रस्त कर्मचारियों को घर चलाना मुश्किल हो रहा है। उनके परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। उचित मेहनताना और वक्त पर वेतन नहीं मिलने की वजह से सेवारत कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति भी दयनीय बनी हुई है। सेवा सुरक्षा नहीं मिलने की वजह से हमेशा उनके रोजगार पर छटनी की तलवार लटकी रहती है।
हुड्डा ने मांग की कि सरकार को ठेका कर्मचारियों की तमाम मांगों पर सकारात्मक विचार करते हुए इन्हें मानना चाहिए। अगर मौजूदा सरकार ऐसा नहीं करती तो भविष्य में उनकी सरकार बनने पर इन मांगों को माना जाएगा और कर्मचारियों की राहत दी जाएगी। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के साथ लगातार किसानों का भी शोषण कर रही है। पिछले दिनों हुई बारिश के चलते फसलों को भारी मात्रा में नुकसान हुआ है। बार-बार मांग किए जाने के बावजूद सरकार ने किसानों को मुआवजा नहीं दिया। यहां तक कि अब तक सरकार ने अबतक गिरदावरी भी नहीं करवाई। जबकि पड़ोसी राज्य दिल्ली किसानों को 20 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दे चुका है। लेकिन हरियाणा सरकार पिछले सीजन का मुआवजा भी आजतक लटकाए बैठी है।

हथियारों के जखीरे को विनाशकारी बनाएंंगा 'रूस'

हथियारों के जखीरे को विनाशकारी बनाएंंगा 'रूस'

अखिलेश पांडेय           मास्को। रूस का विवाद यूक्रेन के साथ है। लेकिन यह बात क्रेमलिन को अच्छे से पता है कि आगे बढ़ने पर उसकी टक्कर अमेरिका और नाटो सैन्य बल से हो सकती है। लिहाजा रूस अपने हथियारों के जखीरे को और ज्यादा विनाशकारी बनाने में जुटा है। रूस के नीति विशेषज्ञ क्लिंट एर्लिच ने दावा किया है कि यूक्रेन पर तनावपूर्ण स्थिति के बीच पुतिन की सेना 'सुपरवेपन्स' को लेकर एक सीक्रेट कार्यक्रम चला रही है। जो अमेरिका का मुकाबला करने में सक्षम होंगे।

एर्लिच की चेतावनी ऐसे समय पर आई है जब क्रेमलिन यूक्रेन के पास बड़े पैमाने पर सैनिकों को इकट्ठा कर रहा है। जिसने पश्चिम में हमले की आशंका को बढ़ा दिया है। एर्लिच ने कहा कि वे कई एडिश्नल सुपरवेपन्स विकसित कर रहे हैं, जिसमें परमाणु ऊर्जा से चलने वाली क्रूज मिसाइलें भी शामिल हैं। यह ठीक वैसा ही है जैसा अमेरिका ने शीत-युद्ध के दौरान देखा था और यह बहुत खतरनाक है। उन्होंने कहा कि डर यह है कि अगर मिसाइल के नीचे लगा परमाणु रिएक्टर खराब हो जाता है तो आपके यह सिर्फ बार-बार पृथ्वी के चक्कर लगाएगी और हर जगह परमाणु कचरा फैलाएगी। रूस इसे एक संभावित हथियार के रूप में विकसित कर रहा है। एर्लिच ने बताया कि ऐसा माना जाता है कि इनमें से एक मिसाइल खराब हो गई थी और यह समुद्र के तल में गिरकर नष्ट हो गई। एक टीम ने उस मिसाइल को दोबारा हासिल करने की कोशिश की लेकिन एक परमाणु दुर्घटना में कई वैज्ञानिकों सहित टीम के सदस्यों की मौत हो गई।

एर्लिच ने कहा, 'लेकिन उन्होंने उस तकनीक को विकसित करना नहीं छोड़ा है। क्योंकि रूस एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल संधि की खत्म होने के बाद पश्चिम पर परमाणु श्रेष्ठता बनाए रखने के लिए बेहद दृढ़ है।' यूक्रेन विवाद को लेकर पुतिन ने कहा है कि अमेरिका और नाटो देशों ने यूक्रेन के साथ चल रहे गतिरोध पर रूस की मुख्‍य सुरक्षा मांगों का निपटारा नहीं किया है। यूक्रेन संकट शुरू होने के कई सप्‍ताह बाद पहली बार पुतिन ने फ्रांसीसी राष्‍ट्रपति इमैनुअल मैक्रां के साथ फोन पर बातचीत के दौरान अपनी अपनी मांग दोहराई।


एफ-35 को प्राप्त करने को जोर लगा रहा यूएसए
अखिलेश पांंडेेय           बीजिंग/वाशिंगटन डीसी। अमेरिका का बेहद ही अत्याधुनिक जेट है। ये अधिकतम 70 हजार किलो वजन के साथ उड़ान भरने में सक्षम है। इसमें कई मिसाइलें फिट की जा सकती हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना अपने सबसे उन्नत लड़ाकू जेट एफ-35 के मलबे को जल्द से जल्द प्राप्त करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है। यह जेट दक्षिण चीन सागर की गहराई में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। अमेरिका की यह तेज कोशिश चीन की वजह से है। अमेरिका यह नहीं चाहता है कि किसी भी सूरत में चीन के हाथ न लग सके। इधर चीनी मीडिया ने अमेरिकी कोशिश का मजाक उड़ाया है। अमेरिकी समाचार एजेंसी सीएनएन ने बताया कि 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर के युद्धक विमान को वापस पाने की यह दौड़ एक अत्यंत जटिल ऑपरेशन है। 
विशेषज्ञों का कहना है कि इस ऑपरेशन पर चीन द्वारा भी कड़ी नजर रखी जा रही है। वहीं चीनी मीडिया ने मजाक उड़ाते हुए कहा कि एफ-35C दुर्घटना ने अमेरिकी सेना की कमजोरी को उजागर कर दिया है। जो अपने सैनिकों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की कीमत पर चीन के खिलाफ अपने कौशल का प्रदर्शन कर रही है।  

गेहूं की आपूर्ति के तौर-तरीकों पर सहमति व्यक्त की 

सुनील श्रीवास्तव            नई दिल्ली/ काबूल। अन्न का संकट झेल रहे अफगानिस्तान की मदद के लिए भारत आगे आया है। भारत पाकिस्तान के रास्ते फरवरी के माह में गेहूं की खेप की आपूर्ति की शुरुआत कर सकता है। मीडिया में शनिवार को आई खबर के मुताबिक भारत और पाकिस्तान ने महीनों की चर्चा के बाद अफगानिस्तान के लिये गेहूं की आपूर्ति के तौर-तरीकों पर सहमति व्यक्त की है। 

अफगानिस्तान में सामने आ रहे मानवीय संकट से निपटने के लिए अफगानिस्तान को भारत अबाधित मानवीय सहायता प्रदान करने की वकालत करता रहा है। वह पाकिस्तान के रास्ते सड़क परिवहन के जरिए 50,000 टन गेहूं और दवाएं अफगानिस्तान भेजने की पहले ही घोषणा कर चुका है।

धन-धान्य, सुख से परिपूर्ण करने वाली तिल द्वादशी

धन-धान्य, सुख से परिपूर्ण करने वाली तिल द्वादशी
सरस्वती उपाध्याय
तिल द्वादशी व्रत माघ माह की द्वादशी को किया जाता है। इस दिन तिल से भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है। पवित्र नदियों में स्नान व दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन प्रात: काल नित्यकर्म से निवृत होकर भगवान विष्णु जी का पूजन किया जाता है। प्रातः काल संकल्प के साथ षोड़शोपचार या पंचोपचार विधि से ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करते हुए पूजन किया जाना चाहिए। तिल द्वादशी के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करके सूर्य देव को नमस्कार करना चाहिए। तांबे के पात्र में सुगंध, अक्षत, तिल, जल तथा फूलों को मिलाकर सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए अर्घ्य देना चाहिए। इस व्रत को भगवान श्री कृष्ण स्वयं का स्वरूप कहा है, जो व्यक्ति को जन्मांतरों के बंधन से मुक्त कर देता है और वैकुंठ प्राप्ति का साधक बनता है। यह व्रत समर्पित है श्री विष्णु जी को और उनकी कृपा प्राप्त करने हेतु इसे किया जाता है। तिल द्वादशी व्रत सभी प्रकार का सुख वैभव देने वाला और कलियुग के समस्त पापों का नाश करने वाला है। मन के अंधकार को दूर करते हुए यह जीवन में प्रकाश का संचार करता है। इस व्रत में ब्राह्मण को तिलों का दान, पितृ तर्पण, हवन, यज्ञ, आदि का बहुत ही महत्व है।
तिल द्वादशी का महत्व –तिल द्वादशी का व्रत के दिन स्वच्छ आसन पर बैठकर भगवान मधुसुदन की पूजा करें, पूजा के दौरान भगवान को धूप व दीप दिखाकर तत्पश्चात फल, फूल, चावल, रौली, मौली, पंचामृत से स्नान आदि कराने के पश्चात भगवान को तिल से बनी वस्तुओं या तिल तथा गुड़ से बने प्रसाद का भोग लगाना चाहिए। इस दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को पीले वस्त्र धारण करने चाहिए। पूजा करते समय पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए, भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद मंत्र जाप 108 बार करना चाहिए। संध्या समय कथा सुनने के पश्चात भगवन की आरती उतारें। इस दिन जो व्यक्ति तिल द्वादशी का व्रत रखते हैं और जो व्यक्ति व्रत नहीं रखते हैं वह सभी अपनी क्षमता के अनुसार गरीब लोगों को दान अवश्य करें, तो शुभ फलों को पाते हैं। इस प्रकार विधिवत भगवान श्री विष्णु का पूजन करने से मानसिक शान्ति मिलने के साथ आपके घर-परिवार के सुख व समृद्धि में वृद्धि होती है।

तिल द्वादशी का व्रत, जिसमें पूजा, सदाचार, शुद्ध आचार-विचार पवित्रता आदि का विशेष महत्व है। यह व्रत धन, धान्य व सुख से परिपूर्ण करने वाला है रोगों को नष्ट कर आरोग्य को बढ़ाने वाला है, जिसे तिल द्वादशी के नाम से जाना जाता है। तिल द्वादशी को श्रद्धा व उल्लास के साथ किया जाता है। इसके व्रत से मानव जीवन के समस्त रोग आदि छूट जाते हैं और अंत मे वैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है। द्वादशी का व्रत एकादशी की भाँति पवित्रता व शांत चित से श्रद्धा पूर्ण किया जाता है। यह व्रत मनोवांछित फलों को देने वाला और भक्तों के कार्य सिद्ध करने वाला होता है।

पुरानी सैन्य परंपरा 'बीटिंग द रिट्रीट' की शुरुवात

सदियों पुरानी सैन्य परंपरा बीटिंग द रिट्रीट समारोह की आज से शुरुवात जाने क्या खास है इस बार

अखिलेश पांंडेय         

नई दिल्ली। शनिवार को नई दिल्ली के केंद्र स्थित ऐतिहासिक विजय चौक पर आयोजित होने वाले इस साल के ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह में एक नया ड्रोन प्रदर्शन इसके प्रमुख आकर्षणों में से एक होगा, जिसमें राष्ट्रपति और सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर रामनाथ कोविन्द की गरिमामयी उपस्थिति होगी। पहली बार इस प्रदर्शन को आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में समारोह का हिस्सा बनाया गया है, जिसे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाया जा रहा है। इस प्रदर्शन को देखने वाले गणमान्य व्यक्तियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल हैं। ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत इसकी अवधारणा बनाई गई है और इसे डिजाइन, निर्माण व कोरियोग्राफ किया गया है।

सदियों पुरानी सैन्य परंपरा है “बीटिंग द रिट्रीट”

गौरतलब है कि “बीटिंग द रिट्रीट” एक सदियों पुरानी सैन्य परंपरा है. यह उन दिनों से चली आ रही है, जब सैनिक सूर्यास्त के समय युद्ध समाप्त कर अपनी-अपनी छावनी में चले जाते थे। जैसे ही बिगुल बजाने वाले पीछे हटने की धुन बजाते थे, इसे सुनते ही सैनिक लड़ाई बंद कर देते थे और अपने अस्त्र-शस्त्र को वापस रखकर युद्ध भूमि से पीछे हट जाते थे।

इसी वजह से पीछे हटने की आवाज के दौरान खड़े रहने की परंपरा आज भी बरकरार रखी गई है। रंगों और मानकों पर आवरण चढ़ा दिया जाता है और स्थान छोड़ने पर ध्वज को नीचे उतार दिया जाता है। ड्रम की धुनें उन दिनों की याद दिलाते हैं, जब कस्बों और शहरों में संध्या को नियत समय पर सैनिकों को उनकी छावनी में वापस बुला लिया जाता था। इन सैन्य परंपराओं के आधार पर ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह अतीत की पुरानी यादों को ताजा करने काम करता है।

इस साल कई नई धुनें जोड़ी गई

भारतीय जोश के साथ मार्शल संगीत की धुन इस साल समारोह की विशिष्टता होगी. भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के बैंड द्वारा बजाए जाने वाले कदमताल संगीत के साथ कुल 26 प्रदर्शन दर्शकों के मन को मोहने का काम करेंगे। वहीं, शुरुआती बैंड ‘वीर सैनिक’ की धुन बजाता हुआ मास बैंड होगा। इसके बाद पाइप्स एंड ड्रम बैंड, सीएपीएफ बैंड, एयर फोर्स बैंड, नेवल बैंड, आर्मी मिलिट्री बैंड और मास बैंड होंगे। इस समारोह के मुख्य संचालक कमांडर विजय चार्ल्स डिक्रूज होंगे। ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए इस समारोह में कई नई धुनें जोड़ी गई हैं। इनमें ‘केरल’, ‘हिंद की सेना’ और ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ शामिल हैं। वहीं, इस कार्यक्रम का समापन ‘सारे जहां से अच्छा’ की सर्वकालिक- लोकप्रिय धुन के साथ होगा।

1000 ड्रोन का शो- ड्रोन प्रदर्शन का आयोजन आईआईटी दिल्ली औप विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की सहायता से स्टार्टअप ‘बोटलैब डायनेमिक्स’ कर रही है। इस प्रदर्शन की अवधि 10 मिनट की होगी। इसमें स्वदेशी तकनीक के जरिए निर्मित लगभग 1,000 ड्रोन शामिल होंगे। इस ड्रोन प्रदर्शन के दौरान क्रमबद्ध बैकग्राउंड संगीत भी बजाया जाएगा।

इस समारोह के एक अन्य आकर्षण में आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रोजेक्शन मैपिंग (प्रक्षेपण मानचित्रण) प्रदर्शन भी होगा। लगभग 3-4 मिनट की अवधि के प्रदर्शन को समारोह के समापन से पहले नॉर्थ और साउथ ब्लॉक की दीवारों पर प्रदर्शित किया जाएगा।


भारत: 24 घंटे में कोरोना के 2,35,532 नए मामलें

अकांशु उपाध्याय           नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस का कहर कम नहीं हो रहा है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 613 लोगों की मौत हुई है। नए मामलों की बात करें तो पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 2,35,532 नए मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, सक्रिय मरीजों की संख्या अभी भी 20 लाख से ज्यादा बनी हुई है। अभी 20,04,333 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है। कोरोना संक्रमण दर 15.8% से घटकर 13.39%; हो गई है।

पिछले 24 घंटे में कोरोना से 3,35,939 लोग ठीक हुए हैं, इसके साथ ही कोरोना संक्रमण को मात देने वालों की कुल संख्या 3,83,60,710 पहुंच गई है। देश में अभी कोरोना रिकवरी रेट 93.89% है। दैनिक संक्रमण दर 13.39% और साप्ताहिक संक्रमण दर 16.89% है। पिछले 24 घंटे कोरोना से 871 मौत दर्ज की गई हैं, इसमें केरल का 258 पुराना आंकड़ा जोड़ा गया है।

भारत समेत कई देशों ने कार्ययोजना को मंजूरी दीं

अकांशु उपाध्याय           नई दिल्ली। भारत और कई देशों ने एक कार्ययोजना को मंजूरी दी है। जिसमें चोरी हुए और फर्जी मोबाइल हैंडसेट के इस्तेमाल की समस्या से निपटने के लिए एक प्रणाली का विकसित की जाएगी। इस कार्ययोजना को भारत के साथ हुई दूसरी आसियान डिजिटल मिनिस्टर्स (एडीजीएमआईएन) बैठक में मंजूरी दी गई। यह बैठक शुक्रवार को डिजिटल तरीके से हुई थी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया, मंत्रियों की बैठक में भारत-आसियान डिजिटल कार्ययोजना 2022 को मंजूरी दी गई। इसमें चोरी के और फर्जी मोबाइल हैंडसेट के इस्तेमाल को रोकने के लिए एक प्रणाली विकसित करना, राष्ट्रव्यापी सार्वजनिक इंटरनेट के लिए वाईफाई एक्सिस नेटवर्क इंटरफेस, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों के 5जी, आधुनिक उपग्रह संचार, साइबर फॉरेंसिक जैसे उभरते क्षेत्रों में क्षमता निर्माण और जानकारी साझा करना शामिल है।

एडीजीएमआईएन दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) में शामिल दस देशों के दूरसंचार मंत्रियों की सालाना बैठक है। दूरसंचार मंत्रालय ने चोरी किए गए या गुम हुए मोबाइल फोनों को ब्लॉक करने और उनका पता लगाने में दिल्ली-एनसीआर के लोगों की मदद के उद्देश्य से दिसंबर 2019 में एक पोर्टल शुरू किया था। बैठक के दौरान संचार राज्यमंत्री देवू सिंह चौहान ने कहा कि सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी लोकतांत्रिक प्रणालियों को मजबूत करती है और नागरिकों तथा देश के बीच सरोकार बढ़ाती है।


'प्रदूषण' के उच्चतम प्रभाव का अध्ययन: दिल्ली

अकांशु उपाध्याय          नई दिल्ली। दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने से बाजार, वाणिज्यिक और पर्यटन स्थलों पर जाने वाले लोगों की तादाद 33 प्रतिशत तक कम हुई है। एक नए अध्ययन में यह जानकारी सामने आई। जलवायु तकनीक पर काम करने वाली स्टार्टअप कंपनी ‘ब्लू स्काई एनालिटिक्स’ और डेटा एनालिटिक्स कंपनी ‘नियर’ ने, नई दिल्ली के लोकप्रिय खरीदारी, वाणिज्यिक और पर्यटन स्थलों- करोल बाग, लोधी गार्डन्स और कनाट प्लेस में जाने वाले लोगों की संख्या पर पड़ने वाले प्रदूषण के उच्च स्तर के प्रभाव का अध्ययन किया है। यह अध्ययन अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 के बीच छह महीने के दौरान किया गया। इस अवधि को हफ्तों में बांटा गया और अध्ययन में ‘पहला हफ्ता’ एक अक्टूबर 2019 से लिया गया। अनुसंधानकर्ताओं ने ब्लू स्काई एनालिटिक्स द्वारा मुहैया कराए गए वायु गुणवत्ता के आंकड़े के साथ बढ़ते हुए प्रदूषण के स्तर की तुलना उक्त स्थलों पर जाने वाले लोगों की संख्या से की।

इसमें ‘मशीन लर्निंग’ तकनीक की सहायता ली गई। अध्ययन में सामने आया कि कनाट प्लेस में, दसवें सप्ताह और 14 वें सप्ताह के बीच जब पीएम2.5 कणों की मात्रा 336 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी, तब वहां जाने वाले लोगों की संख्या 17,000 प्रतिदिन से घटकर 14,000 प्रतिदिन रह गई। इसी प्रकार करोल बाग में पांचवें सप्ताह (नवंबर की शुरुआत) में प्रदूषण का स्तर 25 प्रतिशत बढ़ने से वहां जाने वाले लोगों को की संख्या में 33 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। रिपोर्ट में कहा गया कि पांचवें सप्ताह के दौरान, पीएम स्तर 443 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया और इससे उपभोक्ताओं ने यात्रा नहीं करने का निर्णय लिया। अध्ययन में कहा गया कि लोधी गार्डन क्षेत्र में अक्टूबर के अंत से नवंबर मध्य के बीच जाने वाले लोगों की संख्या 900 प्रतिदिन से घटकर 700 प्रतिदिन रह गई।

सूखे मेकअप प्रोडक्ट का इस्तेमाल, फेंके नहीं

सूखे मेकअप प्रोडक्ट का इस्तेमाल, फेंके नहीं
तरीशा अग्रवाल
मेकअप के बिना किसी भी महिला का सिंगार अधूरा है। महिलाओं को मेकअप करना बेहद पसंद होता है। महिलाओं के पर्स में कई तरह के मेकअप प्रोडक्ट्स होते हैं। लेकिन कई बार इन प्रोडक्ट्स की केयर ना करने पर ये सूखे पड़ जाते हैं। जिसके कारण इन प्रोडक्ट्स का फिर से इस्तेमाल करना मुश्किल हो जाता है। सूखे हुए मेकअप को फेस पर अप्लाई किया जाए, तो इससे आपका पूरा लुक बिगड़ जाता है। इस स्थिति में सूखे हुए मेकअप प्रोडक्ट को बाहर फेंक देना भी समझदारी भरा निर्णय नहीं है। दरअसल, यह मेकअप प्रोडक्ट्स काफी महंगे होते हैं और इसलिए अगर इन्हें यूं ही बाहर कर दिया जाए तो इससे आपको काफी नुकसान हो सकता है। आज हम आपको सूख चुके मेकअप प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करने के कुछ बेहतरीन आइडियाज के बारे में बता रहे हैं, जो यकीनन आपको भी काफी पसंद आएंगे।
सूखे मेकअप प्रोडक्ट आईशैडो का यूं करें इस्तेमाल

अगर आपका आईशैडो सूखकर खराब हो चुका है और आप उसे एक नए तरीके से इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो ऐसे में आप उसे नेल पॉलिश में तब्दील कर सकती हैं। इसके लिए आप सूखे आईशैडो को हल्का क्रश करें। अब आप आईशैडो के पाउडर को एक क्लीयर नेल पॉलिश में शामिल करें। इस तरह आप अपनी पसंद का एक बेहतरीन नेल पेंट तैयार कर सकती हैं। आप चाहें तो नेल्स को अधिक ब्यूटीफुल बनाने के लिए ग्लिटर आईशैडो को नेल पेंट में शामिल करें।

अगर आप सूखे या टूटे आईशैडो को फिक्स करके दोबारा इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो इन स्टेप्स को फॉलो करें। इसके लिए आप एक जिप लॉक बैग में टूटा हुआ आईशैडो डालकर उसे अच्छी तरह क्रश करें। अब आप आईशैडो पैलेट में सूखा पाउडर और पानी की कुछ बूंदें डालें ताकि यह थोड़ा सा जम जाए। अंत में, पाउडर के उपर टिश्यू लगाएं और उसे सेट करें। अब टिश्यू को हटा दें और आईशैडो को सूखने दें। बस आपका आईशैडो बनकर तैयार है।

सूखे मेकअप प्रोडक्ट मस्कारा का यूं करें इस्तेमाल

मस्कारा आपकी पलकों को अधिक घना व ब्यूटीफुल बनाता है। लेकिन जब वह सूख जाता है तो इसे पलकों पर इस्तेमाल करना नहीं चाहिए। ऐसे में आप इस हैक की मदद लें। सूखे मस्कारा को एक अलग तरह से इस्तेमाल करने के लिए आप पहले मस्कारा ट्यब व मस्कारा वैंड को अच्छी तरह क्लीन कर लें। अब आप मस्कारा वैंड को बतौर आईब्रो ब्रश यूज कर सकती हैं। इसके अलावा, आप मस्कारा वैंड पर थोड़ा सा हेयर स्प्रे अप्लाई करके उससे अपने बेबी हेयर्स को आसानी से सेट कर सकती हैं।

ऐसे करें फिक्स- सूखे मस्कारा को एक बार फिर से ठीक करने के लिए आप उसमें आई ड्रॉप या गुलाब जल की कुछ बूंदों को मस्कारा ट्यूब में डालें। अब इसमें मस्कारा वैड डालकर अच्छी तरह घुमाएं। ऐसा करने से सूखे मस्कारा में आई ड्रॉप या गुलाब जल अच्छी तरह मिक्स हो जाएगा। इसके बाद आप इसे गर्म पानी में पांच से दस मिनट के लिए ऐसे ही रहने दें। अब आपका सूखा हुआ मस्कारा एक बार फिर से इस्तेमाल करने के लिए तैयार है।

सफलता के कुछ मूल मंत्र, सफलता की कुंजी

सफलता के कुछ मूल मंत्र, सफलता की कुंजी
तरीशा अग्रवाल
जीवन में सफलता की चाहत हर किसी को होती है। कई ऐसे लोग होते हैं जो जल्द से जल्द सफलता पाने के लिए बहुत से काम करते हैं। लेकिन उनके स्वभाव या आदतों के कारण उन्हें सफलता नहीं मिल पाती है। कई बार भावुक और संवेदनशीलता के कारण भी उन्हें सफलता हासिल नहीं होती है। अगर आप भी जीवन में सफलता हासिल करना चाहते हैं तो सफलता के कुछ मूल मंत्र हैं, जिन्हें व्यक्ति को हमेशा याद रखना चाहिएसफलता के रास्ते में इंसान को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में व्यक्ति को सफल होने के लिए चुनौती के लिए हर समय तैयार रहना चाहिए। जिंदगी में सफल होने के लिए व्यक्ति को किसी भी चुनौती से घबराना नहीं चाहिए। किसी भी काम में सफल होने के लिए आपका योग्य होना जरूरी है। योग्यता सफलता का सबसे बड़ा हथियार है। किसी भी काम में सफल या असफल होने के पीछे योग्यता का भी हाथ होता है। कई लोग ऐसे होते हैं जो बहुत मेहनत करते हैं लेकिन योग्यता नहीं होने के कारण वह सफल नहीं हो पाते हैं।

खुद पर भरोसा- सफलता पाने के लिए व्यक्ति को खुद पर भरोसा होना बेहद जरूरी होता है। कहते हैं कि खुद पर भरोसा एक ऐसी भावना है जो व्यक्ति को मुश्किल से मुश्किल डगर पार करा देती हैं। अगर व्यक्ति को खुद पर भरोसा होता है तो वह जो भी काम शुरू करता है, उस काम में सफल भी होता है।


वेस्टइंडीज: तेज गेंदबाज ने बार टीम में जगह बनाई
मोमीन मलिक         नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के तेज गेंदबाज अवेश खान ने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी सीमित ओवरों की सीरीज में भारत के लिए अपनी बार टीम में जगह बनाई है। खान ने बताया है कि रिकी पोंटिंग के साथ उनकी बातचीत बहुत अच्छी रही थी। जिससे उनको खेल को फिर से नए नजरिए से समझने का मौका मिला। 
25 वर्षीय खिलाड़ी पिछले पांच साल से आईपीएल में हैं, लेकिन उन्हें वह मौका नहीं मिल पाया था जिसकी उन्हें जरूरत थी। हालांकि, आईपीएल 2021 आवेश के लिए पूरी तरह से अलग साबित हुआ और वह दिल्ली फ्रेंचाइजी के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने।

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यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...