शुक्रवार, 28 जनवरी 2022

यूके: कोरोना एक्टिव केसों की संख्या-30,927 हुईं

यूके: कोरोना एक्टिव केसों की संख्या-30,927 हुईं

पंकज कपूर           देहरादून। राज्य में पिछले 24 घंटों में कोरोना से 7 संक्रमितों की मौत हुई है और 2813 नए केस मिले है, तो वहीं शुक्रवार को 3,042 मरीज कोरोना से जंग जीतकर अपने घरों को रवाना हुए है। जिसके बाद प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या-30,927 हो गई है।

कोरोना बुलेटिन के अनुसार शुक्रवार को देहरादून में 978, उधम सिंह नगर में 194, हरिद्वार में 422, नैनीताल में 257, पौड़ी में 203, चंपावत में 74, अल्मोड़ा में 170, बागेश्वर में 87, पिथौरागढ़ में 96, टिहरी में 49, चमोली में 67, उत्तरकाशी में 103, रुद्रप्रयाग में 113 नए केस मिले है।


चुनाव: कर्मचारी वर्ग को रिझाने की कवायद प्रारंभ
श्रीराम मौर्य          शिमला। हिमाचल में विधानसभा चुनावों की आहट के चलते पार्टियों ने कर्मचारी वर्ग को रिझाने की कवायद शुरू कर दी है। इसी कड़ी में आउटसोर्स कर्मचारियोंं की समस्याओं के हल के लिए प्रदेश सरकार ने कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई है। इस कमेटी की शुक्रवार को शिमला में आयोजित बैठक में आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाने पर चर्चा हुई।बैठक में उप-समिति के सदस्य एवं ऊर्जा मंत्री सुख राम चौधरी भी उपस्थित थे। 
कमेटी ने तमाम विभागों, निगमों व बोर्डों में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों का रिकॉर्ड संबंधित कंपनियों से तलब किया है। 3 फरवरी को सारा रिकॉर्ड मिलने पर कमेटी की बैठक में आउटसोर्स कर्मियों के लिए नीति बनाई जाएगी। यानी की 3 फरवरी के बाद ही सरकार किसी नतीजे पर पहुंचेगी। जिसे स्वीकृति के लिए कैबिनेट मीटिंग में लाया जाएगा। हालांकि यहां हैरानी की बात यह है कि सरकार के पास अभी तक आउटसोर्स कर्मियों का रिकॉर्ड तक नही है।

उप डीएम ने वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

उप डीएम ने वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया    
सुशील केसरवानी      
कौशाम्बी। प्रभारी कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर उप जिलाधिकारी मनीष यादव ने राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद द्वारा समर्थित वैज्ञानिक संस्था विकास प्रयागराज के कोविड-19 वैज्ञानिक जागरूकता वैन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह जागरूकता वैन जनपद के महेवाघाट मवई टिकरी हिनौता कुमहियावाँ सरसवा गरौली टेवा गौसपुर टिकरी ओसा आदि ग्रामों में आम जनमानस को कोविड-19 के प्रति जागरूक करेंगी। 
इस अवसर मनीष यादव ने जनपदवासियो को नियमित मास्क पहनने दो गज की दूरी का अनुपालन करने एवं अपने हाथ को बार-बार साबुन या सैनिटाइजर से सेनेटाइज करने आग्रह करते हुए कहा कि भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जायें तथा कोविड के लक्षण दिखते ही आरटीपीसीआर टेस्ट कराएं तथा कोविड प्रोटोकॉल का नियमित पालन करें उन्होंने कहा कि 15 वर्ष से ऊपर के सभी लोग जिन्होंने अभी तक कोविड टीका नहीं लगवाया है। 
वे अपने नजदीकी टीकाकरण केन्द्र जाकर टीका अवश्य लगवायें समन्वयक जिला विज्ञान क्लब एवं कोविड जागरूकता यात्रा वसीम अहमद ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के प्रति जागरूक करने में यह जागरूकता यात्रा बहुत ही सहायक हो रही है। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थी अपना और परिवार सहित समाज के लोगों को भी जागरूक करें। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद भारत सरकार कोविड-19 वैश्विक महामारी से संबंधित जोखिम परेशानियों को कम करने के उद्देश्य से कोविड-19 वैज्ञानिक जागरूकता अभियान के अंतर्गत कोविड जागरूकता वैन में स्थानीय बोलचाल की भाषा में कहानी, एकांकी एवं लघु नाटिका सहित विभिन्न प्रकार के गीत संगीत को भी सम्मिलित किया गया है। ताकि श्रोता सहजता से आवश्यक संदेशों को सुनकर अपने दैनिक व्यवहार में अपनाने को प्रेरित हो सकें। कोविड जागरूकता वैन द्वारा संबंधित लक्षित ग्रामों, कस्बों, शहरों में रुक कर संदेशों का प्रसारण कर रहे हैं।

भाजपा ने गोपाल को प्रत्याशी घोषित किया: यूपी
बृजेश केसरवानी             प्रयागराज। उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 के चुनाव में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ने इलाहाबाद दक्षिणी विधानसभा से नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर भरोसा जताते हुए प्रत्याशी घोषित कर दिया। नंदी समर्थकों को जानकारी होने पर हर्षोल्लास का माहौल है। इस दौरान जगह जगह पर नंदी भैया के नारे लगने लगे।
दक्षिणी विधानसभा से प्रत्याशी नंद गोपाल गुप्ता नंदी की पत्नी प्रयागराज शहर के महापौर का लोगों ने स्वागत किया। जगह-जगह पर माला पहना कर खुशी मनाई। इसी कड़ी में महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी का दरियाबाद भाग-2 में कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। महापौर ने दरियाबाद भाग-2 की पार्षद पूजा कक्कड़ के नेतृत्व में सैकड़ों घरों में जाकर महिलाओं से मिलने पहुंची। प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा के कार्यकर्ताओं में हर्ष उल्लास के साथ ही महापौर को माला पहना कर खुशी जाहिर करें।
इस मौके पर स्थानीय लोगों के साथ ही पार्षद पूजा कक्कर, पार्षद प्रतिनिधि नीरज टंडन, मंडल अध्यक्ष किशोरी लाल जयसवाल, महामंत्री परम आनंद वर्मा सहित तमाम कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

डीएम ने जिला कारागार का निरीक्षण लिया, जायजा
संदीप मिश्र            पीलीभीत। जिलाधिकारी पुलकित खरे द्वारा शुक्रवार को जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा कारागार में स्थित अस्पताल, कैदियों के बैरक, पाकशाला का जायजा लिया गया। पुलिस कर्मियों के द्वारा अपनी उपस्थित में बैरकों की सघन जांच कराई गई। जिलाधिकारी द्वारा बैरक के निरीक्षण के दौरान कैदियों से बातचीत करते हुये उनकी समस्याओं का संज्ञान लेते हुये सम्बन्धित अधिकारियों को त्वरित निस्तारण करने हेतु निर्देशित किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा अस्पताल निरीक्षण के दौरान बीमार कैदियों से बातचीत करते हुये उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गई और वहां उपस्थित डॉक्टर को कडे निर्देश देते हुए कहा कि बीमार कैदियों की स्वास्थ्य सुविधाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि मानक के अनुरूप कैदियों को समस्त सुविधायें उपलब्ध कराई जाये। जिलाधिकारी द्वारा भोजनालय निरीक्षण के दौरान साफ सफाई की व्यवस्था देखी गई और निर्देशित किया गया कि निर्धारित मानकों के अनुरूप कैदियों को भोजन उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये। निरीक्षण के दौरान उन्होंने जेल अधीक्षक को निर्देशित करते हुये कहा कि ठण्डक के दृष्टिगत नियमित अलाव व्यवस्था सुनिश्चित की जाये तथा कोविड प्रोटोकाल के अनुपालन पर विशेष ध्यान दिया जाये। 
उन्होंने कहा कि यदि किसी कैदी को बुखार, खांसी, जुखाम समस्या आती है तो तत्काल जांच कराते हुये उसके ठहरने की व्यवस्था अलग से की जाये तथा कैदियों के लिए मास्क व सैनेटाइज की पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये।
निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक, सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

अफगानिस्तान ने श्रीलंका को 4 रन से हराया: खेल

अफगानिस्तान ने श्रीलंका को 4 रन से हराया: खेल  
मोमीन मलिक        
काबुल/ कोलंबो। अफगानिस्तान ने श्रीलंका को चार रन से हराकर अंडर 19 विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बना ली। जहां 1 फरवरी को अफगानिस्तान का सामना इंग्लैंड से होगा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिये भेजी गई अफगानिस्तान टीम 134 रन पर आउट हो गई। 
इसके बाद उसके गेंदबाजों ने हालांकि शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत की इबारत लिखी और श्रीलंका को 46 ओवर में 130 रन पर आउट कर दिया। श्रीलंका के कप्तान दुनिथ वेल्लालागे ने 61 गेंद में 34 रन बनाये और लग रहा था कि वे टीम को जीत तक ले जायेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। पहले बल्लेबाजी करते हुए अफगानिस्तान के सलामी बल्लेबाजों नांगेयालिया खरोटे और बिलाल सैयदी ने अच्छी शुरूआत की लेकिन ट्राविन मैथ्यू ने सैयदी को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा।

रोगों से छुटकारा दिलाने में कारगर हैं तुलसी, जानिए

सरस्वती उपाध्याय             धार्मिक महत्व के साथ इसका सेहत के लिए भी काफी फायदे हैं। ये कई तरह के रोगों से छुटकारा दिलाने में तुलसी कारगर साबित होती है। हिंदू धर्म में तुलसी के काफी महत्व है। हालांकि, अगर गलत तरह से इसे खाया जाए तो ये सेहत के लिए काफी खराब साबित होती है। कोरोना काल में तुलसी का इस्तेमाल लोगों के घरों में ज्यादा होने लगा। कई लोग सुबह खाली पेट तुलसी के पत्ते खाते हैं। इसे निगलने या फिर इसका रस पीने से सर्दी खांसी में राहत मिलती है। साथ ही ये इम्यून सिस्टम को बेहतर करता है।

तुलसी खाने से सांसों से आने वाली बदबू, मसूढ़ों से जुड़ी बीमारियों को ठीक करने में मदद मिलती है। इसमें खूशबू होने के कारण ये सांसों की बदबू को खत्म करता है। तुलसी का काढ़ा काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। शहद, अदरक और तुलसी मिलाकर काढ़ा पीने से कई बीमारियों में राहत मिलती है।
तुलसी में कई सारे मेडिशिनल प्रॉपर्टीज होती हैं। तुलसी की पत्ती में मर्करी और आयरन होता है, जो कि चबाने पर ही निकलता है। ये आपके दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं। साथ ही तुलसी की पत्ती एसिडिक होती हैं। ऐसे में अगर किसी को गैस की समस्या है तो उसे संभलकर खाएं।
तुलसी को अगर चबाकर खाया जाता है तो इसके दांत खराब हो जाते हैं। वहीं आप कम मात्रा में इसको चबाकर खाया जा सकता है। तुलसी की पत्ती को पानी संग निगलकर खाया जा सकता है। इस तरह से खाने से दांत भी खराब नहीं होते हैं।
तुलसी में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। जो हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं। तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल धोकर किया जाना चाहिए।
तुलसी को खाली पेट दूध के साथ कभी नहीं खाना चाहिए। साथ ही तुलसी यूरिक एसिड लेवल को कम करती है।

बेरोजगार से ठगी करने वाले आरोपी को अरेस्ट किया

बेरोजगार से ठगी करने वाले आरोपी को अरेस्ट किया  दुष्यंत टीकम        
रायपुर। खुद को अपर कलेक्टर बताकर बेरोजगार से ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने नौकरी लगाने के नाम पर युवाओं से 23 लाख 65 हजार की ठगी की थी। आरोपी का नाम मुजाहिद अनवर है, जो अपना नाम बदलकर ठगी की घटना को अंजाम दिया करता था।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी के नाम पर थाना पंडरी में सर्वेश्वर साय पैकरा ने 420 की शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित की शिकायत के मुताबिक, अप्रैल 2020 में उसके मोबाइल नंबर पर एक कॉल आया था। सामने वाले व्यक्ति ने खुद को अपर कलेक्टर निर्मल तिग्गा होना बताया और अम्बिकापुर, बलरामपुर, सरगुजा, जशपुर में डाटा एंट्री ऑपरेटर, क्लर्क भृत्य और वहां चालक सहित अन्य पदों पर भर्ती निकली है इसकी जानकारी दिया। आरोपी ने इस दौरान कहा कि, वो अगर चाहे तो सर्वेश्वर के रिश्तेदार और परिचितों को इन पदों पर नौकरी लगा सकता है। बातों में आकर सर्वेश्वर ने अपने रिश्तेदार और कई परिचित लोगों के नाम आरोपी को दिए। बदले में आरोपी ने पीड़ित से अलग अलग किस्तों में 23 लाख 65 हजार 270 रुपये लिए। इन रुपयों से आरोपी ने दो इनोआ खरीदी और अपने भाई को दी थी।

60 मोबाइल फोन चोरी, 3 सदस्य गिरफ्तार कियें     
दुष्यंत टीकम       रायपुर। भीड़-भाड़ वाले अलग-अलग स्थानों से 60 नग मोबाइल फोन चोरी करने वाले अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि चाईल्ड लाईन रायपुर की टीम से सूचना प्राप्त हुई कि थाना तेलीबांधा क्षेत्रांतर्गत सतनामी पारा स्थित तुलसी निवास पहलवान बाड़ा में कुछ नाबालिक लड़के संदिग्ध अवस्था में मकान में रूके है। जिस पर थाना तेलीबांधा पुलिस द्वारा सूचना कि तस्दीक करायी गयी।
तस्दीक पर पाया गया कि कुछ लड़के अपने पास अनेकों मोबाइल फोन रखें है तथा मोबाइल फोन को अन्य स्थान में ले जाकर बिक्री करने की बात कर रहे है। सूचना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय श्री प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री तारकेश्वर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध श्री अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन वीरेन्द्र चतुर्वेदी एवं थाना प्रभारी तेलीबांधा श्री सोनल ग्वाला को तस्दीक कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही करने निर्देशित किया गया।
जिस पर थाना प्रभारी तेलीबांधा के नेतृत्व में थाना तेलीबांधा पुलिस, सायबर सेल एवं चाईल्ड लाईन की संयुक्त टीम द्वारा उक्त स्थान पर जाकर मकान में रेड कार्यवाही किया गया। रेड कार्यवाही के दौरान मकान के कमरे में 03 लड़के उपस्थित थे, जिसमें से एक लड़के ने अपना नाम राज नोनिया उर्फ नुनिया निवासी वर्धमान पश्चिम बंगाल तथा दो लड़कों ने साहेबगंज झारखण्ड का निवासी होना बताया। टीम के सदस्यों द्वारा कमरे की तलाशी लेने पर कमरे में अलग – अलग कंपनियों के मोबाइल फोन सहित कई महंगे दामों के मोबाइल फोन भी रखा होना पाया गया।
टीम के सदस्यों द्वारा मोबाइल फोन रखने के संबंध में लड़कों से बिल अथवा अन्य वैध दस्तावेज की मांग कर प्रस्तुत करने कहने पर लड़कों के द्वारा लगातार टीम को गुमराह करने का प्रयास करते हुए उनके द्वारा मोबाईल फोन रखने के संबंध में किसी प्रकार का कोई बिल या अन्य दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर लड़कों द्वारा मोबाइल फोन को चोरी का होना बताया गया।
पूछताछ में आरोपी/अपचारियों द्वारा बताया गया कि वे लोग रायपुर के अलग – अलग स्थानों में घुम – घुम कर भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जाकर लोगों के पॉकेट व बैग में रखें मोबाईल फोन को चोरी करते है तथा अधिक संख्या में चोरी की मोबाइल फोन एकत्र हो जाने पर नेपाल ले जाकर बिक्री कर देते है। इसके साथ ही इस बार आरोपी/अपचारियों द्वारा कुल 400 नग मोबाईल फोन एकत्रित हो जाने पर नेपाल ले जाकर बिक्री करने की योजना बनायी गयी थीं। तीनों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अलग – अलग कंपनियोें जिसमें एप्पल, आई फोन के महंगे मोबाइल फोन भी शामिल है।
सहित कुल 60 नग मोबाइल फोन कीमती लगभग 10,00,000/- रूपये (दस लाख रूपये) जप्त कर आरोपी/अपचारियों के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में 41(1+4) जा.फौ./379 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध कर अग्रिम कार्यवाही किया गया। जप्त किये गये चोरी के मोबाइल फोन के संबंध में रायपुर के अन्य थानों से जानकारी मंगायी जा रहीं है। घटना में संलिप्त व गिरोह का मुख्य सरगना साहेबगंज झारखण्ड़ निवासी प्रेम नोनिया सहित गौतम फरार है।
जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हरसंभव प्रयास किये जा रहे है। चाईल्ड लाईन रायपुर की टीम द्वारा भी विधि के साथ संघर्षरत दोनों बालकों से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रहीं है। मामले में और भी आरोपियों के शामिल होने के साथ ही अन्य मोबाइल फोन बरामद होने की भी पूर्ण संभावना है।
आरोपी/अपचारियों को किराये में मकान देने वाले मकान मालिक द्वारा इसकी सूचना थाना तेलीबांधा में नहीं दी गई थी, जिस पर मकान मालिक के विरूद्ध प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत् कार्यवाही की गई है।

भोजपुरी, मल्ला ने इंस्टाग्राम पर कई फोटोज शेयर की

भोजपुरी, मल्ला ने इंस्टाग्राम पर कई फोटोज शेयर की   
कविता गर्ग     
मुबंई। भोजपुरी इंडस्ट्री की बोल्ड अदाकाराओं में से एक नम्रता मल्ला ने इंस्टाग्राम पर एक बार फिर कई बोल्ड फोटोज शेयर की हैं। इन सभी फोटोज में एक्ट्रेस का बेहद दिलकश अंदाज दिखाई दे रहा है। फोटोज देखने के बाद फैंस एक्ट्रेस की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। नम्रता की इन तस्वीरों वह पहले से काफी अलग नजर आ रही हैं। 
उन्होंने मल्टी कलर बिकिनी में पोज दिए हैं। इस बिकिनी के साथ नम्रता ने अपने लुक को मल्टी कलर ज्वैलरी से साथ कंप्लीट किया है।

फिल्मों में नजर आयेंगी ऋतिक व करीना की जोड़ी

कविता गर्ग          मुंबई। बॉलीवुड के माचो हीरो ऋतिक रौशन और करीना कपूर की जोड़ी फिर साथ नजर आ सकती है। ऋतिक रौशन ने करीना कपूर के साथ 'मैं प्रेम की दीवानी हूं' ,'कभी खुशी कभी गम' और 'यादें' जैसी फिल्मों में काम किया है। फैंस इस जोड़ी को ऑनस्क्रीन एक बार फिर देखने के लिए उत्सुक हैं।

बताया जा रहा है कि ऋतिक और करीना को एक साथ फिल्म करने के लिए एप्रोच किया गया है। इस फिल्म को जंगली पिक्चर्स द्वारा निर्मित किया जाएगा। फिल्म का टाइटल 'उलज' है। बताया जा रहा है कि यह फिल्म अभी प्रोसेस में हैं। यदि सब कुछ सही रहा तो लंबे अरसे के बाद ऋतिक और करीना की जोड़ी फिल्मों में नजर आयेगी।

7 भारतीय नागरिकों को हिरासत से रिहाई: अमेरिका

7 भारतीय नागरिकों को हिरासत से रिहाई: अमेरिका   

सुनील श्रीवास्तव          वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने वाले सात भारतीय नागरिकों को सीमा गश्ती बल की हिरासत से रिहा कर दिया गया है और उन्हें देश से बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन लोगों को गत सप्ताह अमेरिका-कनाडा सीमा पर गिरफ्तार किया गया था।

एक बयान में कहा गया कि गत सप्ताह अवैध रूप से अमेरिका में घुसे सभी सात प्रवासियों को आव्रजन और नागरिकता कानून के तहत देश से बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बयान में कहा गया कि सात में से छह भारतीयों को ‘ऑर्डर ऑफ सुपरविजन’ के तहत रखा गया है और एक व्यक्ति को मानवीय उद्देश्य से ‘ऑर्डर ऑफ रिकग्निजेंस’ के तहत छोड़ दिया गया।बयान में कहा गया कि सभी प्रवासियों को सीमा गश्ती बल की हिरासत से रिहा कर दिया गया” और उन्हें बाद में अमेरिकी आव्रजन तथा सीमा प्रवर्तन को रिपोर्ट करने को कहा गया है।


वैज्ञानिकों ने मेंढक के नए पैर उगाएं, रिसर्च किया
अखिलेश पांंडेेय          मैसाचुसेट्स। अब वो मेंढक वापस चल या तैर सकेंगे, जिनके पैर नहीं है। वैज्ञानिकों ने हाल ही में पांच दवाओं के कॉकटेल और एक वियरेबल बायोरिएक्टर की मदद से मेंढक के नए पैर उगा दिए। यह सफल भी रहा है। हालांकि यह प्रयोग अभी बेहद प्रारंभिक स्तर पर है। लेकिन वैज्ञानिक इस प्रयोग से बेहद खुश हैं, क्योंकि यह भविष्य में अन्य विकलांग जीवों के लिए भी काम आ सकता है। हो सकता है कि दिव्यांग इंसानों के भी काम आ जाए।
इस प्रयोग से संबंधित स्टडी हाल ही में साइंस एडवांसेस में प्रकाशित हुई है। इस स्टडी में अफ्रीकन क्लॉड मेंढक  को चुना गया था। 
ये मेंढक ऐसी प्रजाति के हैं जो प्राकृतिक तौर पर अपने पैरों को वापस से पैदा नहीं कर सकते। टफ्ट्स यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने पैर उगाने के लिए अनोखा तरीका अख्तियार किया।
वैज्ञानिकों ने कटे हुए पैर के हिस्से का छोटा सी टुकड़ा सर्जरी करने एक सिलिकॉन कैप में डाला। उसके बाद उसे पांच प्रो-रीजेनेरेटिव कंपाउंड कॉकटेल में मिलाया। इसमें हर दवा अलग मकसद के लिए थी। कोई दवा सूजन कम करने के लिए थी, तो कोई कोलैजन पैदा कर रही थी। कोई घाव भरने के लिए थी। कोई नए नर्व फाइबर, खून की नसें और मांसपेशियों को विकसित करने के लिए थी।
मेंढक को दवा फैलाने वाले बायोरिएक्टर पहना दिया जाता है। उसका पिछला पैर कटा हुआ था। उसी जगह पर यह बायोरिएक्टर पहना दिया जाता है। अगले 18 महीनों तक हर दिन बेहद निगरानी में रखा जाता है। जहां पर बायोरिएक्टर लगा था, उस जगह पर खास ध्यान रहता है। डेढ़ साल के दौरान मेंढक के शरीर में हड्डियां बढ़ती दिखती है। मांसपेशियां फैलने लगती है। न्यूरोमस्क्यूलर रिपेयर होता है।
टफ्ट्स यूनिवर्सिटी में बायोलॉजिस्ट और इस स्टडी में शामिल प्रोफेसर माइक लेविन कहते हैं कि मेंढक के नया पैर निकल रहा होता है, जो एकदम दूसरे पैर जैसा ही है। उसकी हड्डियां, मांसपेशियां, बेहतरीन ऊतक। यहां तक कि न्यूरॉन्स भी सही से विकसित होते हैं। यहां तक पैर के पिछले हिस्से की उंगलियां तक विकसित होती हैं। मेंढक आमतौर पर पानी के अंदर ही रहते हैं। वो चलने के बजाय तैरते ज्यादा हैं। पैर निकलने के बाद इस मेंढक का व्यवहार आम मेंढकों की तरह हो जाता है। 
इससे पहले इन्हीं वैज्ञानिकों की टीम ने एक दवा, प्रोजेस्टेरॉन और बायोडोम की मदद से मेंढक का एक पैर का विकास करवाया था। उसका आकार छोटा था। हालांकि किसी भी दवा से विकसित हाथ-पैर एकदम प्राकृतिक ढांचा या कार्यप्रणाली हासिल नहीं कर पाते लेकिन वो इस लायक बना देते हैं कि आप अपने रोजमर्रा के काम कर सको। जिस मेंढक को पांच दवाओं के कॉकटेल का बायोरिएक्टर पहनाया गया था, वह अब तैरता भी है, उछलता भी है। लेकिन उतनी ताकत से नहीं जितनी होनी चाहिए।
प्रो. माइक लेविन कहते हैं कि वापस से किसी अंग को पैदा करने की प्रक्रिया जानवरों में करना आसान है। क्योंकि कई जीव ऐसा प्राकृतिक तौर पर करत हैं, कुछ नहीं कर पाते। इसके लिए हम जीनोमिक एडिटिंग या स्टेम सेल इंप्लांट का भी उपयोग कर सकते हैं। लेकिन हमनें दवाओं का कॉकटेल बनाया, जो पहले कभी उपयोग में नहीं लाया गया था। इसे शरीर में डिलीवर करने के लिए पहनने लायक बायोरिएक्टर की मदद ली। कोई स्टेम सेल इंप्लांट या जीन एडिटिंग की जरूरत नहीं पड़ी।
रीढ़ की हड्डी वाले सिर्फ कुछ ही जीव ऐसे होते हैं, जिनके पास अपने अंगों को दोबारा विकसित करने की क्षमता होती है। खासतौर से हाथ-पैर। जैसे सैलामैंडर्स और छिपकलियां अभी तक ऐसा कोई स्तनधारी जीव नहीं पता चला है जिसमें अपने कटे-पिटे अंगों को दोबारा विकसित करने की क्षमता हो। पूरी तरह से तो एकदम नहीं। सिर्फ इंसान ही ऐसा है जो एक बेहतर स्तर तक अपना लिवर फिर से पैदा कर सकता है।
मेंढक के शरीर में नया पैर विकसित करने वाले वैज्ञानिक अब इस तकनीक का प्रयोग कुछ स्तनधारी जीवों पर करना चाहते हैं। ताकि भविष्य में इंसानों के लिए भी यह प्रयोग सफलतापूर्वक किया जा सके। इससे दिव्यांग इंसानों के लिए काफी ज्यादा फायदा होगा। अगर इंसानों के हाथ-पैर जल्दी विकसित करने की यह तकनीक अगर सफल हो गई, तो लाखों दिव्यांगों को इसका लाभ मिलेगा।
माइक लेविन ने कहा कि अन्य किसी तरीके के बदले यह तकनीक ज्यादा बेहतर है। यह बेहद सूक्ष्म स्तर पर जाकर काम करता है। दवाओं से भरे बायोरिएक्टर को लगाने के 24 घंटे में प्रक्रिया शुरू हो जाती है। सालभर के अंदर ही शरीर से खोया हुआ अंग फिर से विकसित होने लगता है। वह शरीर के अंदर बेहद जटिल प्राकृतिक प्रक्रियाओं को करते हुए अंग को विकसित करता है। अभी इस प्रयोग को और विकसित करने की जरूरत है।
रूस पर प्रतिबंध, विधेयक तैयार कर रहा अमेरिका
अखिलेश पांडेय     
वाशिंगटन डीसी/ मास्को। अमेरिका के आठ रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक सीनेटर (सभासद) रूस पर अनिवार्य आर्थिक प्रतिबंध लगाने के लिए एक नया विधेयक तैयार कर रहे हैं और अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो उसके कथित प्रचार और साइबर हमले का मुकाबला करने के लिए नए उपाय किए जा रहे हैं। एक राजनीतिज्ञ ने यह जानकारी दी।
गुरुवार को जारी रिपोर्ट में कहा है कि ऐसा माना जा रहा है कि प्रस्तावित कानून का पहले से ही अमेरिकी सीनेट के 100 सदस्यों में से 67 से अधिक के समर्थन प्राप्त है, जो यह सुनिश्चित करता है कि यह विधेयक पारित होगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि नए विधेयक को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है और यह निश्चित नहीं है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन इसका खुलकर समर्थन करने का फैसला करेंगे या नहीं।
इस विधेयक को हालांकि लाने का मुख्य उद्देश्य रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से निपटने में श्री बाइडेन के हाथ मजबूत करना है।
अमेरिकी सीनेटर यूक्रेन को अतिरिक्त रूप से अमेरिकी सैन्य सहायता और उसका समर्थन बढ़ाने के तरीकों को तलाश रहे हैं, जिसमें पहले से ही जेवलिन एंटी टैंक मिसाइल जैसे घातक हथियारों का प्रावधान शामिल है।

2,000 से ज्यादा रिक्तियों के लिए आवेदन, मौका

2,000 से ज्यादा रिक्तियों के लिए आवेदन, मौका    

अकांशु उपाध्याय           नई दिल्ली। 10वीं पास उम्मीदवारों के लिए रेलवे में अप्रेंटिसशिप करने का शानदार मौका है। यहां 2,000 से ज्यादा रिक्तियों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आरआरसी सेंट्रल रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अगर आप कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ 10वीं (मैट्रिक) पास हैं और संबंधित ट्रेड में आईटीआई (ITI) सर्टिफिकेट प्राप्त कर चुके हैं तो सेंट्रल रेलवे अपरेंटिस भर्ती 2022 के लिए आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 17 जनवरी 2022 से शुरू हो गई है। 

योग्य उम्मीदवार 16 फरवरी 2022 तक आवेदन जमा कर सकते हैं। मान्यता प्राप्त बोर्ड या संस्थान से न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ मैट्रिक (कक्षा 10) परीक्षा पास होनी चाहिए। इसके अलावा संबंधित ट्रेड में आईटीआईट सर्टिफिकेट होना जरूरी है। योग्य आवेदकों की उम्र 17 जनवरी 2022 को कम से कम 15 वर्ष और 24 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। हालांकि आरक्षिक वर्ग के उम्मीदवारों को सरकारी मानदंड के अनुसार अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाएगी।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 2.51 लाख नए मामलें

अकांशु उपाध्याय         नई दिल्ली। भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 2.51 लाख नए केस सामने आए हैं। इस दौरान 627 लोगों ने महामारी से अपनी जान गंवाई। अच्छी बात ये रही कि देश में पिछले 24 घंटे में 3,47,443 लोग ठीक हुए। 

खास बात ये है कि गुरुवार की तुलना में भारत में कोरोना के करीब 35000 कम केस सामने आए। गुरुवार को कोरोना के 2.86 लाख केस मिले थे। वहीं, 573 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी।

13 मेट्रो सिटी में 5जी सर्विस रोलआउट करेगा जियो 

अकांशु उपाध्याय        नई दिल्ली। दूरसंचार विभाग ने ऐलान किया है कि रिलायंस जियो पहले चरण में भारत के 13 मेट्रो सिटी में 5जी सर्विस रोलआउट करेगा। साथ ही जियो की मानें, तो कंपनी भारत के करीब 1000 शहरों में 5जी नेटवर्क उपलब्ध कराने की योजना पर काम कर रही है। टेलिकॉम ऑपरेटर रिलायंस जियो की तरफ से स्वदेशी 5जी नेटवर्क तकनीक पर काम किया गया गया है। इसमें हार्डवेयर, से लेकर सभी कंपोनेंट 5जी टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है।

रिपोर्ट के मुताबिक जियो 5जी नेटवर्क पर पर हाई स्पीड कनेक्टिविटी मिलेगी। जिसकी अधिकतम डाउनलोड स्पीड 420एमबीपीएस होगी। जबकि अधिकतम अपलोडिंग स्पीड 412 एमबीपीएस रहेगी। इस दौरान लेटेंसी 11एम्स और 9एम्स होगी। अगर जियो की 4जी स्पीड से तुलना करें, तो जियो 5जी की डाउनलोडिंग स्पीड 4जी के मुकाबले 8 गुना ज्यादा होगी। वही अपलोडिंग स्पीड 4जी के मुकाबले 15 गुना ज्यादा होगी। मौजूदा वक्त में जियो की 4जी डाउनलोडिंग स्पीड 46.82 एमबीपीएस है। जबकि अपलोडिंग स्पीड 25.31 एमबीपीएस है। यह टेस्टिंग मुंबई के जियो 5जी नेटवर्क पर की गई है। 

हालांकि जब वास्तव में नेटवर्क उपलब्ध होंगे, तो इस 5जी स्पीड में थोड़ बहुत बदलाव देखा जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक जब वास्तव में नेटवर्क उपलब्ध होगा, तो ज्यादा संख्या में यूजर्स मौजूद होंगे। ऐसे में उम्मीद है कि मौजूदा जियो 5जी की अपलोडिंग और डाउनलोडिंग नेटवर्क में गिरावट दर्ज की जा सकती है। अगर 4जी नेटवर्क की टेस्टिंग की बात करें, तो जब साल 2016 में जियो 4जी नेटवर्क लॉन्च हुआ था, उस वक्त जियो 4जी की स्पीड टेस्टिंग के दौरान करीब 135 एमबीपीएस थी। जो बाद में घटकर 25 से 30एमबीपीएस रह गयी।

'ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया' ने बायोटेक को मंजूरी दीं 
अकांशुु उपाध्याय          नई दिल्ली। 'ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया' ने इंट्रानैसल बूस्टर डोज ट्रायल के लिए भारत बायोटेक को मंजूरी दे दी है। बता दें कि इससे पहले हैदराबाद स्थित कंपनी भारत बायोटेक ने उन लोगों के लिए बूस्टर डोज लगाने का प्रस्ताव दिया है जिन्हें पहले से ही कोविशील्ड और कोवैक्सीन वैक्सीन लगाई गई है।
भारत बायोटेक का लक्ष्य 5,000 लोगों पर क्लिनिकल ट्रायल करना है। इसमें 50 फीसदी कोविशील्ड और 50 फीसदी कोवैक्सीन लगवाए हुए लोग शामिल होंगे। सूत्रों ने बताया है कि दूसरी डोज और तीसरी डोज के बीच में छह महीने का गैप हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, अगर ट्रायल समय पर किए जाते हैं तो भारत को मार्च में इंट्रानैसल बूस्टर वैक्सीन मिलने की उम्मीद है। ऐसे में इससे कोरोना के खिलाफ लड़ाई और मजबूत होगी।
नोवेल एडेनोवायरस वेक्टर पर आधारित बीबीवी 154 कोविड-19 के खिलाफ एक इंट्रानैसल वैक्सीन है, जो एलजीजी, म्यूकोसल एलजीए और टी सेल रिस्पांस को बेअसर करने के लिए इम्युन सिस्टम को तैयार करती है, खास बात यह कि यह नोवल कोरोनावायरस के संक्रमण और फैलने दोनों को रोकने में कारगर है, चूंकि यह टीका सुई मुक्त है, इसलिए इससे चोटों और संक्रमणों का खतरा कम हो जाता है।



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