शनिवार, 29 जनवरी 2022

हथियारों के जखीरे को विनाशकारी बनाएंंगा 'रूस'

हथियारों के जखीरे को विनाशकारी बनाएंंगा 'रूस'

अखिलेश पांडेय           मास्को। रूस का विवाद यूक्रेन के साथ है। लेकिन यह बात क्रेमलिन को अच्छे से पता है कि आगे बढ़ने पर उसकी टक्कर अमेरिका और नाटो सैन्य बल से हो सकती है। लिहाजा रूस अपने हथियारों के जखीरे को और ज्यादा विनाशकारी बनाने में जुटा है। रूस के नीति विशेषज्ञ क्लिंट एर्लिच ने दावा किया है कि यूक्रेन पर तनावपूर्ण स्थिति के बीच पुतिन की सेना 'सुपरवेपन्स' को लेकर एक सीक्रेट कार्यक्रम चला रही है। जो अमेरिका का मुकाबला करने में सक्षम होंगे।

एर्लिच की चेतावनी ऐसे समय पर आई है जब क्रेमलिन यूक्रेन के पास बड़े पैमाने पर सैनिकों को इकट्ठा कर रहा है। जिसने पश्चिम में हमले की आशंका को बढ़ा दिया है। एर्लिच ने कहा कि वे कई एडिश्नल सुपरवेपन्स विकसित कर रहे हैं, जिसमें परमाणु ऊर्जा से चलने वाली क्रूज मिसाइलें भी शामिल हैं। यह ठीक वैसा ही है जैसा अमेरिका ने शीत-युद्ध के दौरान देखा था और यह बहुत खतरनाक है। उन्होंने कहा कि डर यह है कि अगर मिसाइल के नीचे लगा परमाणु रिएक्टर खराब हो जाता है तो आपके यह सिर्फ बार-बार पृथ्वी के चक्कर लगाएगी और हर जगह परमाणु कचरा फैलाएगी। रूस इसे एक संभावित हथियार के रूप में विकसित कर रहा है। एर्लिच ने बताया कि ऐसा माना जाता है कि इनमें से एक मिसाइल खराब हो गई थी और यह समुद्र के तल में गिरकर नष्ट हो गई। एक टीम ने उस मिसाइल को दोबारा हासिल करने की कोशिश की लेकिन एक परमाणु दुर्घटना में कई वैज्ञानिकों सहित टीम के सदस्यों की मौत हो गई।

एर्लिच ने कहा, 'लेकिन उन्होंने उस तकनीक को विकसित करना नहीं छोड़ा है। क्योंकि रूस एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल संधि की खत्म होने के बाद पश्चिम पर परमाणु श्रेष्ठता बनाए रखने के लिए बेहद दृढ़ है।' यूक्रेन विवाद को लेकर पुतिन ने कहा है कि अमेरिका और नाटो देशों ने यूक्रेन के साथ चल रहे गतिरोध पर रूस की मुख्‍य सुरक्षा मांगों का निपटारा नहीं किया है। यूक्रेन संकट शुरू होने के कई सप्‍ताह बाद पहली बार पुतिन ने फ्रांसीसी राष्‍ट्रपति इमैनुअल मैक्रां के साथ फोन पर बातचीत के दौरान अपनी अपनी मांग दोहराई।


एफ-35 को प्राप्त करने को जोर लगा रहा यूएसए
अखिलेश पांंडेेय           बीजिंग/वाशिंगटन डीसी। अमेरिका का बेहद ही अत्याधुनिक जेट है। ये अधिकतम 70 हजार किलो वजन के साथ उड़ान भरने में सक्षम है। इसमें कई मिसाइलें फिट की जा सकती हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना अपने सबसे उन्नत लड़ाकू जेट एफ-35 के मलबे को जल्द से जल्द प्राप्त करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है। यह जेट दक्षिण चीन सागर की गहराई में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। अमेरिका की यह तेज कोशिश चीन की वजह से है। अमेरिका यह नहीं चाहता है कि किसी भी सूरत में चीन के हाथ न लग सके। इधर चीनी मीडिया ने अमेरिकी कोशिश का मजाक उड़ाया है। अमेरिकी समाचार एजेंसी सीएनएन ने बताया कि 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर के युद्धक विमान को वापस पाने की यह दौड़ एक अत्यंत जटिल ऑपरेशन है। 
विशेषज्ञों का कहना है कि इस ऑपरेशन पर चीन द्वारा भी कड़ी नजर रखी जा रही है। वहीं चीनी मीडिया ने मजाक उड़ाते हुए कहा कि एफ-35C दुर्घटना ने अमेरिकी सेना की कमजोरी को उजागर कर दिया है। जो अपने सैनिकों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की कीमत पर चीन के खिलाफ अपने कौशल का प्रदर्शन कर रही है।  

गेहूं की आपूर्ति के तौर-तरीकों पर सहमति व्यक्त की 

सुनील श्रीवास्तव            नई दिल्ली/ काबूल। अन्न का संकट झेल रहे अफगानिस्तान की मदद के लिए भारत आगे आया है। भारत पाकिस्तान के रास्ते फरवरी के माह में गेहूं की खेप की आपूर्ति की शुरुआत कर सकता है। मीडिया में शनिवार को आई खबर के मुताबिक भारत और पाकिस्तान ने महीनों की चर्चा के बाद अफगानिस्तान के लिये गेहूं की आपूर्ति के तौर-तरीकों पर सहमति व्यक्त की है। 

अफगानिस्तान में सामने आ रहे मानवीय संकट से निपटने के लिए अफगानिस्तान को भारत अबाधित मानवीय सहायता प्रदान करने की वकालत करता रहा है। वह पाकिस्तान के रास्ते सड़क परिवहन के जरिए 50,000 टन गेहूं और दवाएं अफगानिस्तान भेजने की पहले ही घोषणा कर चुका है।

धन-धान्य, सुख से परिपूर्ण करने वाली तिल द्वादशी

धन-धान्य, सुख से परिपूर्ण करने वाली तिल द्वादशी
सरस्वती उपाध्याय
तिल द्वादशी व्रत माघ माह की द्वादशी को किया जाता है। इस दिन तिल से भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है। पवित्र नदियों में स्नान व दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन प्रात: काल नित्यकर्म से निवृत होकर भगवान विष्णु जी का पूजन किया जाता है। प्रातः काल संकल्प के साथ षोड़शोपचार या पंचोपचार विधि से ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करते हुए पूजन किया जाना चाहिए। तिल द्वादशी के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करके सूर्य देव को नमस्कार करना चाहिए। तांबे के पात्र में सुगंध, अक्षत, तिल, जल तथा फूलों को मिलाकर सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए अर्घ्य देना चाहिए। इस व्रत को भगवान श्री कृष्ण स्वयं का स्वरूप कहा है, जो व्यक्ति को जन्मांतरों के बंधन से मुक्त कर देता है और वैकुंठ प्राप्ति का साधक बनता है। यह व्रत समर्पित है श्री विष्णु जी को और उनकी कृपा प्राप्त करने हेतु इसे किया जाता है। तिल द्वादशी व्रत सभी प्रकार का सुख वैभव देने वाला और कलियुग के समस्त पापों का नाश करने वाला है। मन के अंधकार को दूर करते हुए यह जीवन में प्रकाश का संचार करता है। इस व्रत में ब्राह्मण को तिलों का दान, पितृ तर्पण, हवन, यज्ञ, आदि का बहुत ही महत्व है।
तिल द्वादशी का महत्व –तिल द्वादशी का व्रत के दिन स्वच्छ आसन पर बैठकर भगवान मधुसुदन की पूजा करें, पूजा के दौरान भगवान को धूप व दीप दिखाकर तत्पश्चात फल, फूल, चावल, रौली, मौली, पंचामृत से स्नान आदि कराने के पश्चात भगवान को तिल से बनी वस्तुओं या तिल तथा गुड़ से बने प्रसाद का भोग लगाना चाहिए। इस दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को पीले वस्त्र धारण करने चाहिए। पूजा करते समय पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए, भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद मंत्र जाप 108 बार करना चाहिए। संध्या समय कथा सुनने के पश्चात भगवन की आरती उतारें। इस दिन जो व्यक्ति तिल द्वादशी का व्रत रखते हैं और जो व्यक्ति व्रत नहीं रखते हैं वह सभी अपनी क्षमता के अनुसार गरीब लोगों को दान अवश्य करें, तो शुभ फलों को पाते हैं। इस प्रकार विधिवत भगवान श्री विष्णु का पूजन करने से मानसिक शान्ति मिलने के साथ आपके घर-परिवार के सुख व समृद्धि में वृद्धि होती है।

तिल द्वादशी का व्रत, जिसमें पूजा, सदाचार, शुद्ध आचार-विचार पवित्रता आदि का विशेष महत्व है। यह व्रत धन, धान्य व सुख से परिपूर्ण करने वाला है रोगों को नष्ट कर आरोग्य को बढ़ाने वाला है, जिसे तिल द्वादशी के नाम से जाना जाता है। तिल द्वादशी को श्रद्धा व उल्लास के साथ किया जाता है। इसके व्रत से मानव जीवन के समस्त रोग आदि छूट जाते हैं और अंत मे वैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है। द्वादशी का व्रत एकादशी की भाँति पवित्रता व शांत चित से श्रद्धा पूर्ण किया जाता है। यह व्रत मनोवांछित फलों को देने वाला और भक्तों के कार्य सिद्ध करने वाला होता है।

पुरानी सैन्य परंपरा 'बीटिंग द रिट्रीट' की शुरुवात

सदियों पुरानी सैन्य परंपरा बीटिंग द रिट्रीट समारोह की आज से शुरुवात जाने क्या खास है इस बार

अखिलेश पांंडेय         

नई दिल्ली। शनिवार को नई दिल्ली के केंद्र स्थित ऐतिहासिक विजय चौक पर आयोजित होने वाले इस साल के ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह में एक नया ड्रोन प्रदर्शन इसके प्रमुख आकर्षणों में से एक होगा, जिसमें राष्ट्रपति और सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर रामनाथ कोविन्द की गरिमामयी उपस्थिति होगी। पहली बार इस प्रदर्शन को आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में समारोह का हिस्सा बनाया गया है, जिसे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाया जा रहा है। इस प्रदर्शन को देखने वाले गणमान्य व्यक्तियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल हैं। ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत इसकी अवधारणा बनाई गई है और इसे डिजाइन, निर्माण व कोरियोग्राफ किया गया है।

सदियों पुरानी सैन्य परंपरा है “बीटिंग द रिट्रीट”

गौरतलब है कि “बीटिंग द रिट्रीट” एक सदियों पुरानी सैन्य परंपरा है. यह उन दिनों से चली आ रही है, जब सैनिक सूर्यास्त के समय युद्ध समाप्त कर अपनी-अपनी छावनी में चले जाते थे। जैसे ही बिगुल बजाने वाले पीछे हटने की धुन बजाते थे, इसे सुनते ही सैनिक लड़ाई बंद कर देते थे और अपने अस्त्र-शस्त्र को वापस रखकर युद्ध भूमि से पीछे हट जाते थे।

इसी वजह से पीछे हटने की आवाज के दौरान खड़े रहने की परंपरा आज भी बरकरार रखी गई है। रंगों और मानकों पर आवरण चढ़ा दिया जाता है और स्थान छोड़ने पर ध्वज को नीचे उतार दिया जाता है। ड्रम की धुनें उन दिनों की याद दिलाते हैं, जब कस्बों और शहरों में संध्या को नियत समय पर सैनिकों को उनकी छावनी में वापस बुला लिया जाता था। इन सैन्य परंपराओं के आधार पर ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह अतीत की पुरानी यादों को ताजा करने काम करता है।

इस साल कई नई धुनें जोड़ी गई

भारतीय जोश के साथ मार्शल संगीत की धुन इस साल समारोह की विशिष्टता होगी. भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के बैंड द्वारा बजाए जाने वाले कदमताल संगीत के साथ कुल 26 प्रदर्शन दर्शकों के मन को मोहने का काम करेंगे। वहीं, शुरुआती बैंड ‘वीर सैनिक’ की धुन बजाता हुआ मास बैंड होगा। इसके बाद पाइप्स एंड ड्रम बैंड, सीएपीएफ बैंड, एयर फोर्स बैंड, नेवल बैंड, आर्मी मिलिट्री बैंड और मास बैंड होंगे। इस समारोह के मुख्य संचालक कमांडर विजय चार्ल्स डिक्रूज होंगे। ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए इस समारोह में कई नई धुनें जोड़ी गई हैं। इनमें ‘केरल’, ‘हिंद की सेना’ और ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ शामिल हैं। वहीं, इस कार्यक्रम का समापन ‘सारे जहां से अच्छा’ की सर्वकालिक- लोकप्रिय धुन के साथ होगा।

1000 ड्रोन का शो- ड्रोन प्रदर्शन का आयोजन आईआईटी दिल्ली औप विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की सहायता से स्टार्टअप ‘बोटलैब डायनेमिक्स’ कर रही है। इस प्रदर्शन की अवधि 10 मिनट की होगी। इसमें स्वदेशी तकनीक के जरिए निर्मित लगभग 1,000 ड्रोन शामिल होंगे। इस ड्रोन प्रदर्शन के दौरान क्रमबद्ध बैकग्राउंड संगीत भी बजाया जाएगा।

इस समारोह के एक अन्य आकर्षण में आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रोजेक्शन मैपिंग (प्रक्षेपण मानचित्रण) प्रदर्शन भी होगा। लगभग 3-4 मिनट की अवधि के प्रदर्शन को समारोह के समापन से पहले नॉर्थ और साउथ ब्लॉक की दीवारों पर प्रदर्शित किया जाएगा।


भारत: 24 घंटे में कोरोना के 2,35,532 नए मामलें

अकांशु उपाध्याय           नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस का कहर कम नहीं हो रहा है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 613 लोगों की मौत हुई है। नए मामलों की बात करें तो पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 2,35,532 नए मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, सक्रिय मरीजों की संख्या अभी भी 20 लाख से ज्यादा बनी हुई है। अभी 20,04,333 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है। कोरोना संक्रमण दर 15.8% से घटकर 13.39%; हो गई है।

पिछले 24 घंटे में कोरोना से 3,35,939 लोग ठीक हुए हैं, इसके साथ ही कोरोना संक्रमण को मात देने वालों की कुल संख्या 3,83,60,710 पहुंच गई है। देश में अभी कोरोना रिकवरी रेट 93.89% है। दैनिक संक्रमण दर 13.39% और साप्ताहिक संक्रमण दर 16.89% है। पिछले 24 घंटे कोरोना से 871 मौत दर्ज की गई हैं, इसमें केरल का 258 पुराना आंकड़ा जोड़ा गया है।

भारत समेत कई देशों ने कार्ययोजना को मंजूरी दीं

अकांशु उपाध्याय           नई दिल्ली। भारत और कई देशों ने एक कार्ययोजना को मंजूरी दी है। जिसमें चोरी हुए और फर्जी मोबाइल हैंडसेट के इस्तेमाल की समस्या से निपटने के लिए एक प्रणाली का विकसित की जाएगी। इस कार्ययोजना को भारत के साथ हुई दूसरी आसियान डिजिटल मिनिस्टर्स (एडीजीएमआईएन) बैठक में मंजूरी दी गई। यह बैठक शुक्रवार को डिजिटल तरीके से हुई थी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया, मंत्रियों की बैठक में भारत-आसियान डिजिटल कार्ययोजना 2022 को मंजूरी दी गई। इसमें चोरी के और फर्जी मोबाइल हैंडसेट के इस्तेमाल को रोकने के लिए एक प्रणाली विकसित करना, राष्ट्रव्यापी सार्वजनिक इंटरनेट के लिए वाईफाई एक्सिस नेटवर्क इंटरफेस, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों के 5जी, आधुनिक उपग्रह संचार, साइबर फॉरेंसिक जैसे उभरते क्षेत्रों में क्षमता निर्माण और जानकारी साझा करना शामिल है।

एडीजीएमआईएन दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) में शामिल दस देशों के दूरसंचार मंत्रियों की सालाना बैठक है। दूरसंचार मंत्रालय ने चोरी किए गए या गुम हुए मोबाइल फोनों को ब्लॉक करने और उनका पता लगाने में दिल्ली-एनसीआर के लोगों की मदद के उद्देश्य से दिसंबर 2019 में एक पोर्टल शुरू किया था। बैठक के दौरान संचार राज्यमंत्री देवू सिंह चौहान ने कहा कि सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी लोकतांत्रिक प्रणालियों को मजबूत करती है और नागरिकों तथा देश के बीच सरोकार बढ़ाती है।


'प्रदूषण' के उच्चतम प्रभाव का अध्ययन: दिल्ली

अकांशु उपाध्याय          नई दिल्ली। दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने से बाजार, वाणिज्यिक और पर्यटन स्थलों पर जाने वाले लोगों की तादाद 33 प्रतिशत तक कम हुई है। एक नए अध्ययन में यह जानकारी सामने आई। जलवायु तकनीक पर काम करने वाली स्टार्टअप कंपनी ‘ब्लू स्काई एनालिटिक्स’ और डेटा एनालिटिक्स कंपनी ‘नियर’ ने, नई दिल्ली के लोकप्रिय खरीदारी, वाणिज्यिक और पर्यटन स्थलों- करोल बाग, लोधी गार्डन्स और कनाट प्लेस में जाने वाले लोगों की संख्या पर पड़ने वाले प्रदूषण के उच्च स्तर के प्रभाव का अध्ययन किया है। यह अध्ययन अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 के बीच छह महीने के दौरान किया गया। इस अवधि को हफ्तों में बांटा गया और अध्ययन में ‘पहला हफ्ता’ एक अक्टूबर 2019 से लिया गया। अनुसंधानकर्ताओं ने ब्लू स्काई एनालिटिक्स द्वारा मुहैया कराए गए वायु गुणवत्ता के आंकड़े के साथ बढ़ते हुए प्रदूषण के स्तर की तुलना उक्त स्थलों पर जाने वाले लोगों की संख्या से की।

इसमें ‘मशीन लर्निंग’ तकनीक की सहायता ली गई। अध्ययन में सामने आया कि कनाट प्लेस में, दसवें सप्ताह और 14 वें सप्ताह के बीच जब पीएम2.5 कणों की मात्रा 336 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी, तब वहां जाने वाले लोगों की संख्या 17,000 प्रतिदिन से घटकर 14,000 प्रतिदिन रह गई। इसी प्रकार करोल बाग में पांचवें सप्ताह (नवंबर की शुरुआत) में प्रदूषण का स्तर 25 प्रतिशत बढ़ने से वहां जाने वाले लोगों को की संख्या में 33 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। रिपोर्ट में कहा गया कि पांचवें सप्ताह के दौरान, पीएम स्तर 443 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया और इससे उपभोक्ताओं ने यात्रा नहीं करने का निर्णय लिया। अध्ययन में कहा गया कि लोधी गार्डन क्षेत्र में अक्टूबर के अंत से नवंबर मध्य के बीच जाने वाले लोगों की संख्या 900 प्रतिदिन से घटकर 700 प्रतिदिन रह गई।

सूखे मेकअप प्रोडक्ट का इस्तेमाल, फेंके नहीं

सूखे मेकअप प्रोडक्ट का इस्तेमाल, फेंके नहीं
तरीशा अग्रवाल
मेकअप के बिना किसी भी महिला का सिंगार अधूरा है। महिलाओं को मेकअप करना बेहद पसंद होता है। महिलाओं के पर्स में कई तरह के मेकअप प्रोडक्ट्स होते हैं। लेकिन कई बार इन प्रोडक्ट्स की केयर ना करने पर ये सूखे पड़ जाते हैं। जिसके कारण इन प्रोडक्ट्स का फिर से इस्तेमाल करना मुश्किल हो जाता है। सूखे हुए मेकअप को फेस पर अप्लाई किया जाए, तो इससे आपका पूरा लुक बिगड़ जाता है। इस स्थिति में सूखे हुए मेकअप प्रोडक्ट को बाहर फेंक देना भी समझदारी भरा निर्णय नहीं है। दरअसल, यह मेकअप प्रोडक्ट्स काफी महंगे होते हैं और इसलिए अगर इन्हें यूं ही बाहर कर दिया जाए तो इससे आपको काफी नुकसान हो सकता है। आज हम आपको सूख चुके मेकअप प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करने के कुछ बेहतरीन आइडियाज के बारे में बता रहे हैं, जो यकीनन आपको भी काफी पसंद आएंगे।
सूखे मेकअप प्रोडक्ट आईशैडो का यूं करें इस्तेमाल

अगर आपका आईशैडो सूखकर खराब हो चुका है और आप उसे एक नए तरीके से इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो ऐसे में आप उसे नेल पॉलिश में तब्दील कर सकती हैं। इसके लिए आप सूखे आईशैडो को हल्का क्रश करें। अब आप आईशैडो के पाउडर को एक क्लीयर नेल पॉलिश में शामिल करें। इस तरह आप अपनी पसंद का एक बेहतरीन नेल पेंट तैयार कर सकती हैं। आप चाहें तो नेल्स को अधिक ब्यूटीफुल बनाने के लिए ग्लिटर आईशैडो को नेल पेंट में शामिल करें।

अगर आप सूखे या टूटे आईशैडो को फिक्स करके दोबारा इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो इन स्टेप्स को फॉलो करें। इसके लिए आप एक जिप लॉक बैग में टूटा हुआ आईशैडो डालकर उसे अच्छी तरह क्रश करें। अब आप आईशैडो पैलेट में सूखा पाउडर और पानी की कुछ बूंदें डालें ताकि यह थोड़ा सा जम जाए। अंत में, पाउडर के उपर टिश्यू लगाएं और उसे सेट करें। अब टिश्यू को हटा दें और आईशैडो को सूखने दें। बस आपका आईशैडो बनकर तैयार है।

सूखे मेकअप प्रोडक्ट मस्कारा का यूं करें इस्तेमाल

मस्कारा आपकी पलकों को अधिक घना व ब्यूटीफुल बनाता है। लेकिन जब वह सूख जाता है तो इसे पलकों पर इस्तेमाल करना नहीं चाहिए। ऐसे में आप इस हैक की मदद लें। सूखे मस्कारा को एक अलग तरह से इस्तेमाल करने के लिए आप पहले मस्कारा ट्यब व मस्कारा वैंड को अच्छी तरह क्लीन कर लें। अब आप मस्कारा वैंड को बतौर आईब्रो ब्रश यूज कर सकती हैं। इसके अलावा, आप मस्कारा वैंड पर थोड़ा सा हेयर स्प्रे अप्लाई करके उससे अपने बेबी हेयर्स को आसानी से सेट कर सकती हैं।

ऐसे करें फिक्स- सूखे मस्कारा को एक बार फिर से ठीक करने के लिए आप उसमें आई ड्रॉप या गुलाब जल की कुछ बूंदों को मस्कारा ट्यूब में डालें। अब इसमें मस्कारा वैड डालकर अच्छी तरह घुमाएं। ऐसा करने से सूखे मस्कारा में आई ड्रॉप या गुलाब जल अच्छी तरह मिक्स हो जाएगा। इसके बाद आप इसे गर्म पानी में पांच से दस मिनट के लिए ऐसे ही रहने दें। अब आपका सूखा हुआ मस्कारा एक बार फिर से इस्तेमाल करने के लिए तैयार है।

सफलता के कुछ मूल मंत्र, सफलता की कुंजी

सफलता के कुछ मूल मंत्र, सफलता की कुंजी
तरीशा अग्रवाल
जीवन में सफलता की चाहत हर किसी को होती है। कई ऐसे लोग होते हैं जो जल्द से जल्द सफलता पाने के लिए बहुत से काम करते हैं। लेकिन उनके स्वभाव या आदतों के कारण उन्हें सफलता नहीं मिल पाती है। कई बार भावुक और संवेदनशीलता के कारण भी उन्हें सफलता हासिल नहीं होती है। अगर आप भी जीवन में सफलता हासिल करना चाहते हैं तो सफलता के कुछ मूल मंत्र हैं, जिन्हें व्यक्ति को हमेशा याद रखना चाहिएसफलता के रास्ते में इंसान को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में व्यक्ति को सफल होने के लिए चुनौती के लिए हर समय तैयार रहना चाहिए। जिंदगी में सफल होने के लिए व्यक्ति को किसी भी चुनौती से घबराना नहीं चाहिए। किसी भी काम में सफल होने के लिए आपका योग्य होना जरूरी है। योग्यता सफलता का सबसे बड़ा हथियार है। किसी भी काम में सफल या असफल होने के पीछे योग्यता का भी हाथ होता है। कई लोग ऐसे होते हैं जो बहुत मेहनत करते हैं लेकिन योग्यता नहीं होने के कारण वह सफल नहीं हो पाते हैं।

खुद पर भरोसा- सफलता पाने के लिए व्यक्ति को खुद पर भरोसा होना बेहद जरूरी होता है। कहते हैं कि खुद पर भरोसा एक ऐसी भावना है जो व्यक्ति को मुश्किल से मुश्किल डगर पार करा देती हैं। अगर व्यक्ति को खुद पर भरोसा होता है तो वह जो भी काम शुरू करता है, उस काम में सफल भी होता है।


वेस्टइंडीज: तेज गेंदबाज ने बार टीम में जगह बनाई
मोमीन मलिक         नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के तेज गेंदबाज अवेश खान ने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी सीमित ओवरों की सीरीज में भारत के लिए अपनी बार टीम में जगह बनाई है। खान ने बताया है कि रिकी पोंटिंग के साथ उनकी बातचीत बहुत अच्छी रही थी। जिससे उनको खेल को फिर से नए नजरिए से समझने का मौका मिला। 
25 वर्षीय खिलाड़ी पिछले पांच साल से आईपीएल में हैं, लेकिन उन्हें वह मौका नहीं मिल पाया था जिसकी उन्हें जरूरत थी। हालांकि, आईपीएल 2021 आवेश के लिए पूरी तरह से अलग साबित हुआ और वह दिल्ली फ्रेंचाइजी के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-112, (वर्ष-05)
2. रविवार, जनवरी 30, 2022
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-त्र्योदशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:10, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 14 डी.सै., अधिकतम-24+ डी सै.।  बर्फबारी व शीतलहर की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, (प्रधान संपादक) राधेश्याम व शिवांशु, (सहायक संपादक) श्रीराम व सरस्वती के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
10.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालयः डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...