बुधवार, 19 जनवरी 2022

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-93, (वर्ष-05)
2. ब्रहस्पतिवार, जनवरी 20, 2022
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-तीज, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:10, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 9 डी.सै., अधिकतम-18+ डी सै.।  बर्फबारी व शीतलहर के साथ मैदानी क्षेत्रों में कहीं- कहीं तेज बारिश की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, (प्रधान संपादक) राधेश्याम व शिवांशु, (सहायक संपादक) श्रीराम व सरस्वती के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
http://www.universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745 
                     (सर्वाधिकार सुरक्षित) 

मंगलवार, 18 जनवरी 2022

अधिवक्ता समिति के पदाधिकारियों का समारोह संपन्न

अधिवक्ता समिति के पदाधिकारियों का समारोह संपन्न        
विपिन मौर्य          जौनपुर। स्थानीय तहसील सभागार में अधिवक्ता समिति के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि अध्यक्ष दीवानी न्यायालय समर बहादुर यादव ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष भरत लाल यादव, महामंत्री कमलेश कुमार सहित सभी पदाधिकारियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाईं। इस मौके पर मुख्य अतिथि ने कहा कि अधिवक्ता समाज की कडी व समाज का रक्षक होता है। 
न्याय पालिका व कार्य पालिका दोनों जनता को न्याय दिलाने का कार्य करते हैं। लेकिन कार्यपालिका त्वरित न्याय दिलाती है। जिसमें तहसील अधिवक्ताओं का बहुत बड़ा योगदान होता है। उन्होंने आगे कहा कि बार और बेंच के बीच कोई मतभेद हो तो उसको मिल बैठकर समस्या का निस्तारण करें। अन्त में सभी कोविड-19 का पालन करते हुये कार्य करने की नसीहत दिया। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि डा. आरबी चौहान, डा. तेज बहादुर यादव, क्षेत्राधिकारी अतर सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश चंद्र सिन्हा, केदार नाथ यादव, जगदंबा प्रसाद मिश्र, सुरेश बहादुर सिंह, आरपी सिंह, अशोक श्रीवास्तव, प्रेम बिहारी यादव, सरजू प्रसाद गिन्द, शिव प्रसाद मिश्र, बाबू राम, विनय पाण्डेय, अवनींद्र दुबे, सरिता, लाडली बेगम आदि ने विचार व्यक्त किया। 
इस अवसर पर सुरेश यादव, हरिलाल सरोज, दीनदयाल मिश्रा, सुशील श्रीवास्तव, अशोक श्रीवास्तव, विपिन मौर्य, अजय यादव, रमेश यादव बाबा, संजय यादव, अनुराग श्रीवास्तव, योगेंद्र नाथ, इश्तियाक अहमद, जय प्रकाश रजक, सतीश चंद्र, अजय सिंह, अनिल दुबे, विजय लाल यादव, सुरेश मौर्य, सुभाष मौर्य आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता भारत सिंह व संचालन श्याम सुंदर यादव ने किया। अन्त में नवनिर्वाचित अध्यक्ष भरत लाल यादव ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का बाह्य मूल्यांकन: मिशन
संदीप मिश्र         वाराणसी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित कायाकल्प कार्यक्रम के अंतर्गत शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) चौकाघाट का मंगलवार को बाह्य मूल्यांकन (एक्सटर्नल असेस्मेंट) किया गया। शासन से कायाकल्प अवार्ड योजना के अंतर्गत वर्ष 2021-22 के लिए वाराणसी सहित 42 जिलों के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का एक्सटर्नल असेस्मेंट राज्य स्तर से गठित टीम के द्वारा किए जाने दिशा निर्देश प्राप्त हुये थे। इस लिहाज से मंंगलवार को टीम ने मौके पर पहुंचकर अवलोकन किया और संबं‍धित सु‍विधाओं को लेकर मंथन किया। इस क्रम में मंगलवार को चौकाघाट सीएचसी का मूल्यांकन जिला समन्वयक क्वालिटी एश्योरेंस (प्रयागराज) डॉ. शुंबेंद्र, जिला सलाहकार (बहराइच) डॉ. शैलेंद्र तिवारी एवं जिला महिला अस्पताल (बाराबंकी) के हॉस्पिटल क्वालिटी मैनेजर डॉ. एसपी तिवारी ने किया। 
 उन्‍होंने परिसर का भ्रमण करने के साथ मौजूद सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्‍त की। वहीं, मौजूद अधिकारियों से चिकित्‍सा संबंधी परियोजनाओं के अनुपालन और अन्‍य संभावनाओं पर भी मंथन कर आवश्‍यक कार्रवाई के लिए विचार विमर्श किया। दूसरी तरफ़ मंगलवार को मूल्यांकन के दौरान प्रसव कक्ष, टीकाकरण कक्ष और प्रगति, परिवार नियोजन कार्यक्रम, लैब, बायो मेडिकल वेस्ट, मेडिसिन स्टोर, साफ-सफाई एवं अन्य चिकित्सीय सुविधाओं को देखा गया। जिसमें सभी सुविधाएं सुव्यवस्थित पायी गईं। 
इस दौरान प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ मनमोहन शंकर तथा इनके अधीनस्त समस्त स्टाफ ड्रेसकोड में पाये गए। इस दौरान मौजूद अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके मौर्य ने स्वास्थय केंद्र के सभी चिकित्सीय स्टाफ को उनके बेहतर कार्यों के लिए प्रोत्साहित किया।
वहीं, इस मौके पर जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी हरिवंश यादव, मण्डल स्तर से निरीक्षण के दौरान मंडलीय सलाहकार क्वालिटी एश्योरेंस डॉ. आरपी सोलंकी और मंडलीय शहरी सलाहकार मयंक राय एवं अन्य लोग मौजूद रहे। वहीं, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मण्डल के अपर निदेशक डॉ. एसके उपाध्याय एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी द्वारा टीम को स्वास्थ्य केंद्र की सफल मूल्यांकन के लिए धन्यवाद दिया गया।

कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने का आग्रह: मंडलाध्यक्ष

विपिन मौर्य         जौनपुर। केराकत तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा छितौना तिराहे पर कांग्रेस मंडलाध्यक्ष लालता चौधरी नें अपनें दर्जनों समर्थकों के साथ जन सम्पर्क किया। जन सम्पर्क के दौरान कांग्रेस मण्डल अध्यक्ष लालता चौधरी नें लोगों से अबकी बार ज्यादा से ज्यादा कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने का आग्रह किया। श्री चौधरी नें कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बननें पर छात्राओं को स्मार्टफोन और स्कूटी, सालाना 3 गैस सिलेंडर मुफ्त, महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा, नए सरकारी पदों मे आरक्षण प्रावधानों के अनुसार 40% महिलाओं की नियुक्ति,1000 प्रति माह वृद्धा- विधवा पेंशन, आँगनवाड़ी और आशा बहुओं को रूपये 10,000 प्रति माह मानदेय आदि बहुत- सी योजनाएं बनीं है। जिसका लाभ जनता को कांग्रेस सरकार बननें पर मिलेगा।

यूके: 24 घंटे में कोरोना के 4,448 नए मामलें मिलें

यूके: 24 घंटे में कोरोना के 4,448 नए मामलें मिलें        

पंकज कपूर          देहरादून। प्रदेश में कोरोना ने तेजी से अपनी रफ्तार बढ़ा दी है। मंगलवार को कोरोना के 4,448 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद कोरोना के सक्रिय मामले 20 हजार के पार पहुंच गए हैं। आज छह मरीजों की कोरोना से मौत भी हुई है। जबकि 1,865 मरीज स्‍वस्‍थ भी हुए। बता दें कि उत्‍तराखंड में अब कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले 20,620 पर पहुंच गई है। देहरादून में सबसे अधिक 8,664 सक्रिय मामले हैं। इसके अलावा नैनीताल में 2,884, हरिद्वार में 2799 और ऊधमसिंह नगर में 2,077 सक्रिय केस हैं। 

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मंगलवार को देहरादून में सबसे अधिक 1687 लोग संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा हरिद्वार में 582, नैनीताल में 644, ऊधमसिंह नगर में 398, पौड़ी में 270, टिहरी में 157, उत्तरकाशी में 45, पिथौरागढ़ में 30, रुद्रप्रयाग में 75, चंपावत में 104, चमोली में 202 व बागेश्वर में 81 लोग संक्रमित मिले हैं।

135 अंक से अधिक चढ़ा सूचकांक, सेंसेक्स: मुंबई     

कविता गर्ग           मुंबई। वैश्विक बाजारों में बड़े पैमाने पर सकारात्मक रुख के बीच आईटीसी, टेक महिंद्रा और बजाज फिनसर्व जैसे बड़े शेयरों में तेजी के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 135 अंक से अधिक चढ़ गया। इस दौरान 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 138.57 अंक या 0.23 प्रतिशत बढ़कर 61,447.48 पर कारोबार कर रहा था।

इसी तरह निफ्टी 35.50 अंक या 0.19 फीसदी की तेजी के साथ 18,343.60 पर आ गया। सेंसेक्स में सबसे अधिक 1.49 प्रतिशत की बढ़त सन फार्मा में हुई। इसके अलावा आईटीसी, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, पावरग्रिड और एक्सिस बैंक भी बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।

आर्थिक-सांख्यिकी विभाग में भर्ती, विज्ञापन जारी किया

दुष्यंत टीकम           रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग में भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया है। सहायक संचालक के 10 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया है। जारी विज्ञापन के मुताबिक सहायक संचालक के 10 पदों के लिए 28 जनवरी से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इन पदों पर ऑनलाइन ही आवेदन किए जा सकेंगे। लंबे समय से विभाग में इन पदों पर भर्तियों का इंतजार किया जा रहा था। सहायक संचालक के 10 पदों पर भर्ती से जुड़ी विभिन्न जानकारी सीजीपीएसजी की ऑफिशियल वेबसाइट से ली जा सकती है। सीजीपीएससी द्वारा जारी विज्ञापन के मुताबिक सहायक संचालक के पद के लिए सैलेरी स्लैब 56 हजार रुपये से 1 लाख 77 हजार रुपए प्रतिमाह तक रखा गया है। इसपर चयनित अभ्यर्थी द्वितीय श्रेणी अधिकारी बनेंगे। विज्ञापन के मुताबिक 28 जनवरी से 26 फरवरी तक सहायक संचालक के पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं। आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद परीक्षा की तारीख का ऐलान कर दिया जाएगा।

सहायक संचालक के 10 पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी एक विषय अर्थशास्त्र, सांख्यिकी, वाणिज्य, गणित, कंप्यूटर वगैरह में 55% अंकों के साथ मास्टर्स की डिग्री तय की गई है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने ही प्रिंसिपल और प्लेसमेंट ऑफिसर के पद पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की है। इसमें 48 पदों पर भर्ती की जाएगी। इन पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। इसके लिए आवेदन की अंतिम तारीख 26 जनवरी तय की गई है।छत्तीसगढ़ में रायपुर में भी आज से स्वास्थ्य विभाग 202 पदों पर भर्ती हो रही है। इसमें 9000 से लेकर 200000 रुपये प्रतिमाह की सैलरी वाली जॉब हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट डॉक्टर, मेडिकल ऑफिसर से लेकर सिक्योरिटी गार्ड जैसे पदों पर भर्ती कर रहा है। यहां भर्ती के लिए इंटरव्यू शुरू हो चुके हैं। राजधानी रायपुर के चीफ मेडिकल ऑफिसर के घड़ी चौक स्थित दफ्तर पर जाकर सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक इंटरव्यू दिया जा सकता है।

मैच: वनडे सीरीज की तैयारी में जुटीं 'भारतीय' टीम

मैच: वनडे सीरीज की तैयारी में जुटीं 'भारतीय' टीम      
मोमीन मलिक         
नई दिल्ली/ प्रिटोरिया। दक्षिण अफ्रीका से टेस्ट सीरीज में मिली करारी हार के बाद भारतीय टीम वनडे सीरीज की तैयारी में जुट गई है। टीम इंडिया टेस्ट सीरीज में मिली हार को भूलाकर वनडे सीरीज जीतना चाहेगी। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला वनडे 19 जनवरी से बोलैंड पार्क में खेला जाएगा। वनडे सीरीज से पहले खिलाड़ी मैदान में अभ्यास कर पसीना बहाते नजर आ रहे हैं। बीसीसीआई ने टीम इंडिया की कुछ तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की है।
बीसीसीआई के द्वारा तस्वीरों में कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान केएल राहुल टीम के बाकी सदस्यों के साथ मैच प्लानिंग करते नजर आ रहे हैं। पूर्व कप्तान विराट कोहली भी एक तस्वीर में कोच और कप्तान की समझाइश को ध्यान से सुनते दिखाई दे रहे है। भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच अब तक 84 वनडे मैच खेले गए हैं। इनमें टीम इंडिया को 35 मैच में जीत हासिल हुई है। जबकि 46 मैचों में दक्षिण अफ्रीका जीता है। 3 मैचों में कोई नतीजा नहीं निकला है। जीत से ज्यादा मिली है हार।
भारतीय टीम ने अब तक दक्षिण अफ्रीका में 34 वनडे मैच खेले हैं। इनमें केवल 10 मैच में टीम इंडिया को जीत मिली है, जबकि प्रोटियाज टीम को 22 में जीत हासिल हुई है। यहां 2 मैच बेनतीजा रहे हैं। जानिए, कितने बजे से कहां खेले जाएंगे मैच। इस सीरीज का पहला मैच 19 जनवरी को बोलैंड पार्क, पार्ल में खेला जाएगा। दूसरा मैच 21 जनवरी को होगा। यह भी बोलैंड पार्क में ही खेला जाएगा। तीसरा मुकाबला 23 जनवरी को न्यूलैंड्स क्रिकेट ग्राउंड, केपटाउन में होगा। सभी मैच दोपहर 2 बजे शुरू होंगे।

बारूद जैसे पदार्थ को निष्क्रिय कर सकता हैं 'सदाफूली' 
सरस्वती उपाध्याय            सदाफूली या सदाबहार या सदा सुहागिन बारहों महीने खिलने वाले फूलों का एक पौधा है। इसकी आठ जातियां हैं। इनमें से सात मेडागास्कर में तथा आठवीं भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाती है। इसका वैज्ञानिक नाम केथारेन्थस है। भारत में पाई जाने वाली प्रजाति का वैज्ञानिक नाम केथारेन्थस रोजस है। सदाफूली में सबसे चमत्कृत करने वाली बात है कि यह बारूद जैसे पदार्थ को भी निष्क्रिय करने की क्षमता रखता है। मेडागास्कर मूल की यह फूलदार झाड़ी भारत में कितनी लोकप्रिय है इसका पता इसी बात से चल जाता है कि लगभग हर भारतीय भाषा में इसको अलग नाम दिया गया है- उडिय़ा में अपंस्कांति, तमिल में सदाकाडु मल्लिकइ, तेलुगु में बिल्लागैन्नेर्स, पंजाबी में रतनजोत, बांग्ला में नयनतारा या गुलफिरंगी, मराठी में सदाफूली और मलयालम में उषामालारि। 
विकसित देशों में रक्तचाप शमन की खोज से पता चला कि  सदाबहार  झाड़ी में यह क्षार अच्छी मात्रा में होता है। इसलिए अब यूरोप भारत चीन और अमेरिका के अनेक देशों में इस पौधे की खेती होने लगी है। अनेक देशों में इसे खांसी, गले की खऱाश और फेफड़ों के संक्रमण की चिकित्सा में इस्तेमाल किया जाता है। सबसे रोचक बात यह है कि इसे मधुमेह के उपचार में भी उपयोगी पाया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि सदाबहार में दर्जनों क्षार ऐसे हैं जो रक्त में शकर की मात्रा को नियंत्रित रखते है।  जब शोध हुआ तो सदाबहार के अनेक गुणों का पता चला - सदाबहार पौधा बारूद - जैसे विस्फोटक पदार्थों को पचाकर उन्हें निर्मल कर देता है। यह कोरी वैज्ञानिक जिज्ञासा भर शांत नहीं करता, बल्कि व्यवहार में विस्फोटक-भंडारों वाली लाखों एकड़ ज़मीन को सुरक्षित एवं उपयोगी बना रहा है। भारत में ही  केंद्रीय औषधीय एवं सुगंध पौधा संस्थान  द्वारा की गई खोजों से पता चला है कि  सदाबहार की पत्तियों म विनिकरस्टीन  नामक क्षारीय पदार्थ भी होता है जो कैंसर, विशेषकर रक्त कैंसर (ल्यूकीमिया) में बहुत उपयोगी होता है। आज यह विषाक्त पौधा संजीवनी बूटी का काम कर रहा है। बगीचों की बात करें तो 1980 तक यह फूलोंवाली क्यारियों के लिए सबसे लोकप्रिय पौधा बन चुका था, लेकिन इसके रंगों की संख्या एक ही थी- गुलाबी। 1998 में इसके दो नए रंग ग्रेप कूलर (बैंगनी आभा वाला गुलाबी जिसके बीच की आंख गहरी गुलाबी थी) और पिपरमिंट कूलर (सफेद पंखुरियां, लाल आंख) विकसित किए गए।
 वर्ष 1991 में रॉन पार्कर की कुछ नई प्रजातियां बाज़ार में आईं। इनमें से प्रिटी इन व्हाइट और पैरासॉल को आल अमेरिका सेलेक्शन पुरस्कार मिला। इन्हें पैन अमेरिका सीड कंपनी द्वारा उगाया और बेचा गया। इसी वर्ष कैलिफोर्निया में वॉलर जेनेटिक्स ने पार्कर ब्रीडिंग प्रोग्राम की ट्रॉपिकाना शृंखला को बाज़ार में उतारा। इन सदाबहार प्रजातियों के फूलों में नए रंग तो थे ही, आकार भी बड़ा था और पंखुरियं एक दूसरे पर चढ़ी हुई थीं। 1993 में पार्कर जर्मप्लाज्म ने पैसिफक़ा नाम से कुछ नए रंग प्रस्तुत किए। जिसमें पहली बार सदाबहार को लाल रंग दिया गया। इसके बाद तो सदाबहार के रंगों की झड़ी लग गई और आज बाज़ार में लगभग हर रंग के सदाबहार पौधों की भरमार है।
 यह फूल सुंदर तो है ही आसानी से हर मौसम में उगता है, हर रंग में खिलता है और इसके गुणों का भी कोई जवाब नहीं, शायद यही सब देखकर नेशनल गार्डेन ब्यूरो ने सन 2002 को इयर आफ़ विंका के लिए चुना। विंका या विंकारोज़ा, सदाबहार का अंग्रेज़ी नाम है।

मुर्गा हत्याकांड में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया

मुर्गा हत्याकांड में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया         
अविनाश श्रीवास्तव      
पटना। नवगछिया थाना क्षेत्र में मुर्गा व्यवसाई हत्याकांड में पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही हैं। ज्ञातव्य हो कि 18 दिसंबर को अपराधियों ने मुर्गा व्यवसाई थाना क्षेत्र के उजानी निवासी मु. एहसान की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दिया था। 
मृतक के पिता के बयान पर नवगछिया थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। 
एहसान नवगछिया बाजार से अपनी दुकान बंद कर बाइक से घर जा रहा था। इसी दौरान अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दिया था।

54 किलो गांजा के साथ 2 तस्करों को अरेस्ट किया
दुष्यंत टीकम      
गरियाबंद। जिले में पुलिस ने गांजा तस्करों पर बड़ी कार्रवाई की है। गरियाबंद पुलिस की स्पेशल टीम पेट्रोलिंग के दौरान संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर रही थी। उसी दौरान मंगलवार को पुलिस की टीम ने एक सब्जी से भरी पिकअप को रोककर चेकिंग की। जिसमें 54 किलो गांजा बरामद किया गया। पुलिस ने 2 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि गरियाबंद पुलिस की स्पेशल टीम पेट्रोलिंग के दौरान संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर रही थी। उसी दौरान मंगलवार को पुलिस की टीम ने एक सब्जी से भरी पिकअप को रोककर चेकिंग की, चेकिंग के दौरान पुलिस ने तस्करों के पास से 54 किलो गांजा जब्त किया है। आरोपी पिकअप में अतिरिक्त बॉक्स बनाकर उड़ीसा से गांजा तस्करी कर रहे थे। गांजे की कुल कीमत 5 लाख 40 हजार रुपए आंकी जा रही है।
पुलिस ने मामले के 2 आरोपी रितेश कुमार निषाद और उमेश साहू को गिरफ्तार किया है। साथ ही गांजा तस्करी करने में इस्तेमाल करने वाली गाड़ी को भी जब्त किया है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने उड़ीसा से गांजा लाने की बात कही है। आरोपियों के खिलाफ नारकोटिक एक्ट के तहत कार्रवाई कर रिमांड पर जेल भेजा दिया गया है।

अभिनेत्री उर्फी ने इंस्टाग्राम पर तस्वीरें शेयर की: मुंबई

अभिनेत्री उर्फी ने इंस्टाग्राम पर तस्वीरें शेयर की: मुंबई   
कविता गर्ग        
मुबंई। अब हम उर्फी जावेद के फैशन के बारे में क्या ही कहें। यह बात तो किसी से छिपी नहीं है कि अतरंगी आउटफिट और बोल्ड फैशन च्वॉइस में उर्फी जावेद का कोई जवाब ही नहीं है। कई बार अपने ब्रालेस लुक से इंटरनेट का टेंपरेचर हाई करने वाली उर्फी ने एक बार फिर से अपनी नई तस्वीरों से सोशल मीडिया वर्ल्ड में तहलका मचा दिया है। उर्फी ने अब एक बार फिर ब्रालेस लुक में फोटोशूट कराया है। उर्फी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर अपने नए सुपर सिजलिंग लुक में कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। 
फोटोज में उर्फी पिंक कलर के पैंट सूट में ब्रालेस लुक में दिखाई दे रही हैं। लेकिन अपने आउटफिट के साथ उन्होंने कोई ईनरवियर नहीं पहना है। उर्फी ने अपने इस लुक के साथ ट्रेंडी सिल्वर नेकपीस कैरी करके ग्लैम टच दिया है। ग्लॉसी न्यूड लिपस्टिक और ग्लॉसी बेस के साथ उन्होंने आउटफिट के मैचिंग का पिंक आईशैडो लगाया है। इंटेंस काजल, मस्कारा और आइलाइनर के साथ एक्ट्रेस ने अपनी आंखों को बहुत खूबसूरती से डिफाइन किया है। यह कहना गलत नहीं होगा कि उर्फी की ड्रेसेस के साथ उनका मेकअप भी कमाल का होता है। उर्फी इस लुक में ग्लैमरस डॉल लग रही हैं। उर्फी हर फोटो में कैमरे को तीखी नजरों से देखते हुए किलर पोज देती हुई दिखाई दे रही हैं। उर्फी अपने इस लुक में बॉस लेडी वाइब्स दे रही हैं। अब उर्फी किसी नए लुक में फोटो शेयर करके और फैंस के रिएक्शन ना आए, ये भला कैसे हो सकता है। 
हमेशा की तरह उर्फी के नए ब्रालेस लुक ने फैंस को फिर से अपनी ओर अट्रैक्ट कर लिया है। महज कुछ ही मिनटों में एक्ट्रेस की फोटोज को हजारों लोग लाइक कर चुके हैं। कमेंट सेक्शन में फायर और हार्ट इमोजी के साथ फैंस अपने रिएक्शन भी दे रहे हैं। अब आप बताएं आपको उर्फी का नया लुक कैसा लगा।
जागरूकता अभियान से प्रभावित हुईं अभिनेत्री करीना
कविता गर्ग     
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर पुणे पुलिस द्वारा शुरू किए गए कोविड-19 जागरूकता अभियान से प्रभावित हुईं है। देश भर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बॉलीवुड के कई कलाकार सोशल मीडिया पर अपने फैंस से कोरोना प्रोटोकॉल्स का पालन करने की अपील कर रहे हैं। करीना कपूर खान ने पुणे पुलिस द्वारा शुरू किए गए कोविड-19 जागरूकता अभियान से प्रभावित होकर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में पुणे पुलिस का एक अधिकारी राज कपूर का फेमस सॉन्ग गाकर लोगों से मास्क पहनने का आग्रह कर रहा हैं। 
वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस अधिकारी राज कपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर के प्रसिद्ध गाने ऐ भाई जारा देख के चलो के बोल बदल कर ऐ भाई मास्क पहने कर चलो गाता दिख रहा है, और लोगों से कोरोना गाइडलाइन अनुरूप व्यवहार करने का आग्रह कर रहा हैं। इस वीडियो में इंस्टाग्राम पर शेयर कर करीना ने पुणे पुलिस की सराहना करते हुए लिखा, शानदार वीडियो। 


स्वीडन: शोधकर्ताओं ने 'जीन' का पता लगाया

स्वीडन: शोधकर्ताओं ने 'जीन' का पता लगाया  
अखिलेश पांंडेय            स्टॉकहोम। लंबे समय से लोग कोरोना के कहर का सामना कर रहे हैं और अभी भी इससे किसी प्रकार की राहत के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इसी बीच स्वीडन के कुछ शोधकर्ताओं ने एक खोज में बड़ा दावा किया है। शोधकर्ताओं ने एक खास जीन वैरिएंट का पता लगाया है। जो गंभीर कोरोना संक्रमण से बचा सकता है। स्वीडन में करोलिंस्का इंस्टिट्यूट के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने विभिन्न मूल के लोगों का अध्ययन करके इस वैरिएंट का पता लगाया है। इस अध्ययन को 'नेचर जर्नल' नाम की पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। जिसमें बताया गया है कि जीन कोरोना संक्रमण के असर को प्रभावित कर सकते हैं। इससे पता लगाया जा सकता है कि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमण से कितना प्रभावित हुआ है।

पूर्व में हुए अध्ययनों में शोधकर्ताओं ने पाया कि यूरोपियन मूल के लोगों में डीएनए का विशेष अंश मौजूद था। डीएनए के विशेष अंश की मौजूदगी वाले लोगों में कोविड के गंभीर संक्रमण का खतरा 20 प्रतिशत कम होता है। वैज्ञानिकों ने इस जीन वैरिएंट की पहचान करने के लिए उन लोगों को स्टडी में शामिल किया, जिनमें ये विशेष डीएनए मौजूद था। इनमें अफ्रीकी मूल के 2,787 तथा छह विभिन्न समूहों के 1,30,997 ऐसे लोग शामिल थे, जिन्हें कोरोना संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अध्ययन की मुख्य लेखिका व वीए बोस्टन हेल्थकेयर सिस्टम की शोधकर्ता जेनिफर हफमैन ने कहा कि 'अफ्रीकी मूल के लोगों में मौजूद समान सुरक्षा ने हमें डीएनए के विशेष जीन वैरिएंट (आरएस10774671-जी) की पहचान के लिए प्रेरित किया, जो कोरोना के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।  शोधकर्ताओं ने कहा कि अफ्रीकी मूल के 80 फीसदी लोगों में यह प्रोटेक्टिव वैरिएंट पाया गया।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, प्रोटेक्टिव जीन वैरिएंट (rs10774671-G), जीन ओएएस1 द्वारा एन्कोड किए गए प्रोटीन की लंबाई को निर्धारित करता है। पहले के कुछ अध्ययनों से यह भी पता चला है कि प्रोटीन का यह लंबा वैरिएंट सर्ष-कोव-2, वायरस जो कोविड-19 का कारण बनता है, को तोड़ने में अधिक प्रभावी है। इसके अलावा, कनाडा में मैकगिल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ब्रेंट रिचर्ड्स ने कहा, "हम जेनेटिक रिस्क फैक्टर्स को अच्छे से समझने लगे हैं जो कोरोना के खिलाफ नई दवाइयां बनाने में मदद कर सकते हैं।

चीनी ड्रैगन ने अवैध पुल का निर्माण कार्य तेज किया    

सुनील श्रीवास्तव          बीजिंग। चीनी ड्रैगन ने भारत पर सामरिक बढ़त हासिल करने के लिए पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग झील पर बनाए जा रहे अवैध पुल का निर्माण कार्य काफी तेज कर दिया है। ताजा सैटलाइट तस्‍वीरों से खुलासा हुआ है कि यह चीनी पुल अब 400 मीटर लंबा बन चुका है। यह पुल करीब 8 मीटर चौड़ा है और चीनी सैन्‍य ठिकाने के दक्षिण में स्थित है। विशेषज्ञों के मुताबिक चीन जब यह पुल बना लेगा तब इस इलाके में उसे काफी सामरिक बढ़त हासिल हो जाएगी। 

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक गत 16 जनवरी की सैटलाइट तस्‍वीर में इशारा मिलता है कि चीनी निर्माण कर्मचारी भारी क्रेन का इस्‍तेमाल पिलर को जोड़ने के लिए कर रहे हैं। जिस गति से यह पुल बन रहा है, माना जा रहा है कि आने वाले कुछ महीने में इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। हालांकि अभी रुटोग तक सड़क बनाने में अभी लंबा समय लगेगा। इससे पहले खुलासा हुआ था कि चीन पैंगोंग झील पर पुल का निर्माण कर रहा है। इससे चीनी सेना पैंगोंग झील के दूसरी तरफ बहुत तेजी से अपने सैनिकों को भेज सकेगी।इससे पुल के बनने से अब चीनी सैनिकों को रुटोग अड्डे तक पहुंचने के लिए 200 किमी तक पैंगोंग झील का चक्‍कर नहीं लगाना पड़ेगा। द इंटेल लैब में शोधकर्ता दमिएन सयमोन ने कहा, 'भारी मशीनों (क्रेन) को पुल का निर्माण करने के लिए लगाया गया है। भीषण बर्फबारी और खराब मौसम के बाद भी इस पुल का निर्माण कार्य जारी है। इसके अलावा पुल तक जाने के लिए एक नया रास्‍ता उत्‍तरी किनारे पर खुर्नाक फोर्ट के पास दिखाई दिया है जो एक चीनी सड़क से जोड़ेगा।'

चीन जिस इलाके में यह पुल बना रहा है, उस पर साल 1958 से ड्रैगन का कब्‍जा है। भारत का मानना है कि यह उसके वास्‍तविक नियंत्रण रेखा के अंदर आता है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन जिस जगह पर यह पुल बना रहा है, वह साल 1960 से उसके अवैध कब्‍जे में है। जैसाकि आप भलीभांति जानते हैं कि भारत ने इस अवैध कब्‍जे को कभी स्‍वीकार नहीं किया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने पिछले दिनों पैंगोंग सो पुल का प्रत्यक्ष उल्लेख किए बगैर पत्रकारों से कहा कि ‘आपने जो बात कही, मुझे उसकी जानकारी नहीं है।’वांग ने कहा, ‘मैं यह बताना चाहता हूं कि चीन की ओर से अपनी सीमा में किया जा रहा बुनियादी ढांचे का निर्माण पूरी तरह से उसकी सम्प्रभुता में आता है और उसका लक्ष्य चीन की क्षेत्रीय सम्प्रभुता की रक्षा करना और चीन-भारत सीमा पर शांति तथा स्थिरता बनाए रखना है।’ भारत और चीन की सेनाओं के बीच पांच मई 2020 को पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में गतिरोध शुरू हुआ। पैंगोंग झील वाले इलाके में हिंसक टकराव के बाद दोनों देशों की सेनाओं ने काफी संख्या में सैनिकों और भारी हथियारों की तैनाती कर दी। पिछले वर्ष लगातार कई दौर की सैन्य और राजनयिक स्तर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने पिछले साल पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे तथा गोगरा क्षेत्र से सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया पूरी की।

अपने मिलिट्री बेस के लिए पाक का इस्तेमाल करेगा चीन    
अखिलेश पांडेय            
इस्लामाबाद। चीन के एशिया में पांव फैलाने और विशेष रूप से भारत पर निगाह रखने और दबाव में लाने की नीयत किसी से छिपी नहीं है। अब यही बात विशेषज्ञ भी मान रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन पाकिस्‍तान के ग्‍वादर पोर्ट का इस्‍तेमाल अपने मिलिट्री बेस के लिए करना चाहता है। बता दें कि ग्‍वादर पोर्ट चीन के मल्‍टी बिलियन प्रोजेक्‍ट चीन-पाकिस्‍तान इकनामक कारिडोर का ही एक हिस्‍सा है। इस बात में कोई शक नहीं है कि चीन की इस मंशा के बारे में जानकार पहले से ही आशंका जताते रहे हैं। जानकारों का मानना है कि चीन इस पोर्ट के जरिए व्‍यापार तो करना ही चाहता है। लेकिन साथ ही वो इसको मिलिट्री बेस बनाकर इस क्षेत्र में अपनी रणनीतिक बढ़त बनाना चाहता है।

यूरोपीयन फाउंडेशन फार साउथ एशियन स्‍टडीज के डायरेक्‍टर जुनैद कुरैशी और स्‍कूल आफ अफ्रीकन एंड आरियंटल स्‍टडीज के प्रोफेसर मैथ्‍यू मैककार्टने ने एक इंटरव्‍यू के दौरान कहा कि चीन की वन बेल्‍ट एंड रोड इनिशिएटिव से जुड़े कई मुद्दों पर बात की। उनका कहना था कि यह अवश्यंभावी है कि चीन कुछ बिंदुओं पर ग्वादर में बंदरगाह का उपयोग सैन्य अड्डे के रूप में करना चाहता है ताकि विदेशी संसाधन लगातार बिना रोक-टोक के मिल सकें। लेकिन चीन इस बात को भी अच्‍छी तरह से जानता है कि उसके यहां पर मिलिट्री बेस बनाने का बड़े पैमाने पर विरोध हो सकता है। इसलिए वो इसके लिए भी बेहद सावधान रहेगा।

गौरतलब है कि वर्ष 2015 में चीन ने 46 बिलियन डालर की लागत से इकनामिक प्रोजेक्‍ट की घोषणा की थी। सीपैक का मकसद पाकिस्‍तान में अपनी भूमिका को बढ़ाना और सेंट्रल एशिया और दक्षिण एशिया में अमेरिका और भारत के प्रभाव को कम करना था। सीपैक के अतंर्गत ग्‍वादर पोर्ट के आने के बाद चीन का सीधेतौर पर राची से लिंक हो गया। ग्‍वादर पोर्ट से सामान की आवाजाही दूसरे रास्‍ते से चीन में सामान पहुंचाने से कहीं अधिक सस्‍ती है। वहीं इस तरह से कराची सीधीतौर पर चीन के शिंजियांग प्रांत से भी जुड़ गया। चीन की योजना इसके लिए ट्रेन और सड़क मार्ग तैयार करना है। इसके अलावा वो एक पाइपलाइन भी डालना चाहता है जो चीन तक तेल की सप्‍लाई सीधे कर सकेगी। ड्रैगन फ्राम द माउंटेन- द सीपैक फ्राम काशघर टू ग्‍वादर में मैककार्टने ने लंबे समय तक चलने वाले इस प्रोजेक्‍ट के पाकिस्‍तान पर प्रभाव का भी जिक्र किया है। उनका मानना है कि इससे पाकिस्‍तान को फायदा तो होगा लेकिन ये किसी भी तरह से इकनामिक गेम चेंजर के रूप में सामने नहीं आ सकेगा। न ही इसका असर पाकिस्‍तान की खराब होती अर्थव्‍यवस्‍था में सुधार को लेकर होगा। बढ़ती बेरोजगारी पर भी इससे कोई लगाम नहीं लगाई जा सकेगी। मैक का यहां तक कहना है कि इसके लिए मिले ऋण को उतारने के लिए भी पाकिस्‍तान को दूसरों पर निर्भर रहना होगा।

ऑस्ट्रेलिया: संक्रमण में तेजी, आपात स्थिति की घोषणा

सुनील श्रीवास्तव          सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में मंगलवार को कोविड-19 से रिकॉर्ड मौत दर्ज की गई और इसके दूसरे सबसे बड़े राज्य ने अस्पतालों में आपात स्थिति की घोषणा की। जो कोरोना वायरस के चलते संक्रमितों की संख्या बढ़ने और स्टाफ की कमी से जूझ रहे हैं। तीन सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में 74 मरीजों की मौत हुई। न्यू साउथ वेल्स में 36, विक्टोरिया में 22 और क्वींसलैंड में 16 मरीजों की मौत हुई। इससे पहले एक दिन में कोरोना वायरस के कारण सर्वाधिक 59 लोगों की मौत चार सितंबर, 2020 को हुई थी। संघीय स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हंट ने कहा कि ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि न्यू साउथ वेल्स में संक्रमण की दर चरम पर पहुंच रही है और विक्टोरिया में स्थिर होने वाली है।

न्यू साउथ वेल्स की सरकार ने बेहद संक्रामक ओमिक्रोन स्वरूप से निपटने के लिए लॉकडाउन लगाने की संभावना से इनकार किया है। अक्टूबर में, सिडनी ने 108 दिनों का लॉकडाउन हटाया था क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में ज्यादातर लोगों का टीकाकरण हो चुका था। विक्टोरिया ने राज्य की राजधानी मेलबर्न के अस्पतालों और कई क्षेत्रीय अस्पतालों में स्टाफ की कमी और मरीजों के भर्ती होने में वृद्धि के कारण बुधवार दोपहर से आपातकाल घोषित कर दिया। लगभग 5,000 कर्मचारी अनुपस्थित हैं क्योंकि वे या तो संक्रमित हैं या करीबी संपर्क में हैं। यह पहली बार है जब राज्य के कई अस्पतालों में आपात स्थिति लगा दी गई है। करीब 2.6 करोड़ की आबादी वाले ऑस्ट्रेलिया में 2,700 लोगों की कोविड-19 के कारण मौत हो चुकी है।

अंटार्कटिक सागर के पानी को नापने का उपकरण बनाया

सुनील श्रीवास्तव           वाशिंगटन डीसी। अंटार्कटिक सागर का पानी बेहद ठंडा है। यह बेहद ठंडा असल में कितना ठंडा है, यह हम अब जान पाएंगे। इस पानी के तापमान को मापने के लिए वैज्ञानिकों ने एक अत्याधुनिक उपकरण बनाया है। इसका नाम है- हाई प्रिसिजन सुपरकूलिंग मेजरमेंट इंस्ट्रूमेंट। न्यूजीलैंड, नॉर्वे और अमेरिका के वैज्ञानिकों ने इसे बनाया है। यह उपकरण बताएगा कि अंटार्कटिक सागर के ऊपर जमी बर्फ के नीचे मौजूद पानी कितना ठंडा होता है। इस 'सुपरकूलिंग यंत्र' को एक छोटे, रिमोट कंट्रोल से संचालित रोबोट पर रखकर समंदर में जमी बर्फ के नीचे भेजा जा सकता है, ताकि यह वहां के पानी का ठीक-ठीक तापमान माप सके।

यूनिवर्सिटी ऑफ ओटागो की डॉक्टोरल छात्र मारेन रिक्टर ने बताया कि बर्फ की मोटी तहों के नीचे समंदर का पानी एक बड़ी पहेली की तरह है। रिसर्चर अभी इसके बारे में बहुत नहीं जानते हैं। रिक्टर ने कहा, "अंटार्कटिक के ऊपर जमी बर्फ की मोटी तह रॉस आइस सेल्फ के मुकाबले हम डार्क साइड कहे जाने वाले चांद के दूसरी तरफ के हिस्से के बारे में ज्यादा जानते हैं। रिक्टर ने बताया कि अंटार्कटिक के पानी का तापमान मापने वाला नया यंत्र बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसकी मदद से वैज्ञानिक समझ सकेंगे कि समुद्र, उसपर जमी बर्फ और वातावरण, ये तीनों साथ मिलकर कैसे काम करते हैं। ये सभी तत्व किस तरह एक-दूसरे से जुड़े हैं, यह भी जाना जा सकेगा। रिक्टर बोलीं, "इनकी गणना बड़े स्तर पर बनाए गए मॉडलों के माध्यम से की जाती है। मॉडल जितने अधिक सटीक होंगे,  छोटे स्तर पर उनकी सटीकता जितनी ज्यादा होगी, उनसे मिलने वाली जानकारियों की सटीकता बड़े स्तर पर भी उतनी ही अधिक होगी। मसलन, भविष्य में न्यूजीलैंड का मौसम कैसा रहेगा, यह हम अधिक स्पष्टता से बता सकेंगे।

अंटार्कटिक में बर्फ की सतह के नीचे कई बार पानी का तापमान जमने के पॉइंट से नीचे होता है, लेकिन फिर भी यह जमता नहीं है। द्रव्य रूप में ही रहता है. इस प्रक्रिया को सुपरकूलिंग कहते हैं। ओटागो यूनिवर्सिटी की छात्रा इंगा स्मिथ ने बताया कि समुद्र का पानी आमतौर पर माइनस 1.9 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर जम जाता है। लेकिन जब बर्फ की मोटी परत के नीचे बहकर आया ताजा पानी जब खारे पानी से मिलता है, तो यह बेहद ठंडा हो जाता है। स्मिथ ने बताया, "तब यह होता तो द्रव है, लेकिन जमने वाले बिंदु यानी फ्रीजिंग पॉइंट से नीचे।  अंटार्कटिक के ऊपर जमी बर्फ की सतह सैकड़ों मीटर मोटी है। इसके चलते समुद्र के बाकी हिस्सों की तरह इस हिस्से में पहुंचना और इससे जुड़ी जानकारियां हासिल करना बहुत मुश्किल है। जलवायु परिवर्तन के चलते हमारी धरती तेजी से गर्म हो रही है। पर्यावरण में गर्मी और उष्मा की जितनी मात्रा बढ़ी है, उसका 90 प्रतिशत से भी ज्यादा हिस्सा समुद्रों ने सोख लिया है। ऐसे में जलवायु से जुड़े शोधों के लिए समुद्र के तापमान की सटीक जानकारी बेहद जरूरी है।

इस दिशा में एक बड़ी चुनौती हैं, विशेष उपकरणों की कमी। हमारे पास ऐसे यंत्रों की कमी है, जो समुद्र के ऊपर तैर रहे हिमखंडों और बर्फ की तहों के नीचे गहराई में जाकर समुद्र का तापमान को माप सकें। समुद्र पर शोध करने वाले ओशियनोग्राफर और पोलर इंजीनियर लंबे समय से इस चुनौती से जूझते रहे हैं। उम्मीद है कि अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से वैज्ञानिकों को अंटार्कटिक की सतह के नीचे की जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी।

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...