सोमवार, 17 जनवरी 2022

शराबी पति ने पत्नी को जलाकर उतारा मौत के घाट

'किस-किस को प्यार करूं' फिल्म से डेब्यू किया: मुंबई

'किस-किस को प्यार करूं' फिल्म से डेब्यू किया: मुंबई     
कविता गर्ग   
मुबंई। बिग बॉस ने एली एवराम को एक पहचान दी। इसके बाद उन्होंने 'किस-किस को प्यार करूं' फिल्म से बॉलीवुड डेब्यू किया। फिल्म ज्यादा चली नहीं। इसके बाद एली कुछ खास फिल्मों में नजर नहीं आईं। टीवी और बॉलीवुड के अलावा एली तमिल फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। एली एवराम ने इंस्टाग्राम पर एक नई पोस्ट अपडेट की है। तस्वीर का ब्रैकग्राउंड देख कर पता चल रहा है कि फोटो उन्होंने किचन में खड़े होकर क्लिक कराई है। किचन में खड़ी एली एवराम हाथ में चाय का कप कपड़े हुए हैं। सर्दी में चाय का कप, तो ठीक है। 
एली का ब्रालेट-जींस पहनना यूजर्स को बिल्कुल रास नहीं आया। ऐसा लग रहा है कि नहाकर वो तुंरत फोटोशूट में बिजी हो गईं। जींस और क्रॉप टॉप के साथ एली ने गले में एक पेंडेट भी डाला है, जो कि बेहद प्यारा लग रहा है। एक्ट्रेस की तस्वीर देख कर सोशल मीडिया यूजर्स से रहा नहीं गया और लोग उन्हें ठंड से बचने की सलाह देने लगे। वैसे अगर ठंड को साइड रख दें, तो एली तस्वीर में बेहद ग्लैमरस दिख रही हैं। एली की हर एक अदा में नजाकत और स्वैग झलक रहा है। अगर एली के वर्क फ्रंट की बात करें, तो उन्होंने 2013 में रियलिटी शो बिग बॉस से टीवी की दुनिया में कदम रखा था।

रश्म‍िका ने फिल्म 'पुष्पा' को डबल एंटरटेन‍िंग बनाया 
कविता गर्ग     
मुबंई। साउथ मूवी 'पुष्पा' में अल्लू अर्जुन और रश्म‍िका मंदाना ने अपने अभ‍िनय और गानों से फिल्म को डबल एंटरटेन‍िंग बनाया। इस फिल्म में दोनों के अलावा साउथ की सुपरह‍िट एक्ट्रेस समांथा रुथ प्रभु के आइटम नंबर 'ओ अंतवा' ने भी रिकॉर्ड बना डाला है। समांथा का सेक्सी अंदाज और उनके डांस मूव्स लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। फिल्म में बस यही एक गाना था। 
जिसमें समांथा नजर आई थीं। लेक‍िन उनकी फीस पूरी फिल्म की फीस के बराबर है। पोर्टल ने सूत्र के हवाले से बताया कि समांथा यह गाना करने के लिए तैयार नहीं थीं। सूत्र ने कहा 'उन्होंने ओ अंतवा डांस नंबर के लिए बहुत भारी रकम चार्ज किए हैं। वे इसे करना नहीं चाहती थीं। फिर फिल्म के लीड‍िंग एक्टर अल्लू अर्जुन ने पर्सनली उन्हें इस डांस के लिए मनाया। समांथा ने भले ही गाने के लिए इतनी भारी-भरकम कीमत मांगी हो पर उनकी मौजूदगी भी फिल्म के लिए फायदेमंद साब‍ित हुई है।

हमेशा के लिए नहीं चल सकतीं महामारी: वैज्ञानिक

हमेशा के लिए नहीं चल सकतीं महामारी: वैज्ञानिक       

अखिलेश पांडेय         वाशिंगटन डीसी। करोना वायरस के नए वैारिएंट ओमिक्रॉन ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। भारत समेत दुनियाभर के कई देश इस संक्रमण से जूझ रहे है। कोरोना वायरस का यह नया वैरिएंट तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है. इसी बीच, एक राहत की खबर सामने आई है। हाल ही में वॉशिंगटन के वैज्ञानिक और वायरोलॉजिस्ट डॉ. कुतुब महमूद ने कहा कि, यह महामारी हमेशा के लिए नहीं चल सकती और इसका अंत बहुत पास है। डॉ. कुतुब ने यह भी कहा कि शतरंज के इस खेल में कोई विजेता नहीं है, यह एक ड्रॉ मैच की तरह है, जहां वायरस छिप जाएगा और हम वास्तव में जीतेंगे और जल्द ही फेसमास्क से छुटकारा मिल सकेगा। तो, उम्मीद है कि हम फिर से आगे बढ़ेंगे। 

इस पर डॉ. कुतुब ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन ही सबसे शक्तिशाली हथियार है। उन्होंने कहा, हमारे पास वैक्सीन, एंटीवायरल और एंटीबॉडी जैसे हथियार हैं जिनका इस्तेमाल हमने वायरस के खिलाफ किया है। वायरोलॉजिस्ट डॉ कुतुब महमूद ने शतरंज के खेल का एक उदाहरण देते हुए कहा कि वायरस अपनी चालें चल रहा है और हम इंसान भी अपनी चालों से उसे हराने की कोशश कर रहे हैं। हमारी चालें काफी छोटी हैं जैसे फेस मास्क पहनना, हैंड सैनिटाइजर इस्तेमाल और सोशल डिस्टेंसिंग। इन चालों से ही हमें कोरोना को मात देनी है। उन्होंने आगे कहा कि अगर आगे भी कोई म्यूटेंट आते हैं तो हमें उनसे घबराने की कोई जरूरत नहीं है। अगर पूरी आबादी का टीकाकरण किया जाता है तो हम सभी आने वाले किसी भी तरह के वायरस से सुरक्षित रह सकते हैं। डॉ. कुतुब ने भारत बायोटेक की कोवैक्सिन की सराहना करते हुए कहा कि, यह एक अच्छा डोमेस्टिक प्रोडक्ट है, जिसके लिए मैं भारत की सरकार और भारतीय कंपनी को बधाई देना चाहता हूं. यह एक बेहतरीन वैक्सीन है और क्लिनिकल डाटा में हमने देखा कि 2 साल की उम्र तक के बच्चों में इसके बेहतरीन रिजल्ट देखने को मिले हैं।

8.1% की दर से बढ़ीं चीन की अर्थव्यवस्था: महामारी

सुनील श्रीवास्तव           बीजिंग। कोरोना महामारी की चुनौतियों के बीच चीन की अर्थव्यवस्था 2021 में 8.1% की दर से बढ़ी। चीनी अर्थव्यवस्था अब करीब 18,000 अरब अमेरिकी डॉलर (18 ट्रिलियन डॉलर) की हो गई। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) के अनुसार चीन की अर्थव्यवस्था में पिछले साल की चौथी तिमाही में 4% की वृद्धि हुई, जो तीसरी तिमाही के मुकाबले कम है। तीसरी तिमाही में वृद्धि दर 4.9% थी। सरकार ने 2021 के लिए 6% वृद्धि दर का लक्ष्य रखा था, हालांकि इस दौरान चीन ने 8.1% की दर से वृद्धि हासिल की। 

चीन की सरकारी संवाद एजेंसी शिन्हुआ ने कहा कि ये वृद्धि महामारी से लड़ाई और जटिल विदेश व्यापार दशाओं के बीच हासिल की गई। एनबीएस ने सोमवार को कहा कि चीन की जीडीपी सालाना आधार पर 8.1% बढ़कर 1,14,370 अरब युआन (करीब 18,000 अरब अमेरिकी डॉलर) हो गई है। एनबीएस के आंकड़ों से पता चलता है कि वृद्धि दर 6% के सरकारी लक्ष्य से काफी अधिक है। चीन में इससे पिछले दो साल की औसत वृद्धि दर 5.1% थी।नागरिकों की प्रति व्यक्ति डिस्पोजेबल आय पिछले साल 9.1% बढ़कर 35,128 युआन हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, कमजोर खपत के आंकड़ों से आउटलुक प्रभावित हुआ। दिसंबर में खुदरा बिक्री में एक साल पहले की तुलना में केवल 1.7% की वृद्धि दर्ज हुई। अगस्त 2020 के बाद यह सबसे धीमी गति रही। विश्लेषकों ने नवंबर में इसके 3.9% बढ़ने के बाद 3.7% की बढ़ोतरी की उम्मीद की थी।नागरिकों की प्रति व्यक्ति डिस्पोजेबल आय पिछले साल 9.1% बढ़कर 35,128 युआन हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, कमजोर खपत के आंकड़ों से आउटलुक प्रभावित हुआ। दिसंबर में खुदरा बिक्री में एक साल पहले की तुलना में केवल 1.7% की वृद्धि दर्ज हुई। 

अगस्त 2020 के बाद यह सबसे धीमी गति रही। विश्लेषकों ने नवंबर में इसके 3.9% बढ़ने के बाद 3.7% की बढ़ोतरी की उम्मीद की थी।एनबीएस के मुताबिक, सामान्य तौर पर 2021 में चीन ने राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की निरंतर और स्थिर रिकवरी को बनाए रखा। साथ ही दुनिया में आर्थिक विकास और महामारी की रोकथाम व नियंत्रण में आगे रहा। इस तरह चीन आर्थिक विकास को लेकर तय टारगेट को हासिल करने सफल रहा। एनबीएस ने चेतावनी जारी करते हुए कहा, "हमें यह पता होना चाहिए कि बाहरी वातावरण अधिक जटिल और अनिश्चित है। साथ ही घरेलू अर्थव्यवस्था मांग में कमी, सप्लाई शॉक और कमजोर उम्मीदों का ट्रिपल दबाव है।


अमीराब्‍दोल्‍लहिआन ने चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात की
अखिलेश पांंडेय         बीजिंग/ तेहरान। ईरान और चीन के बीच पिछले साल 25 वर्षों के लिए हुई महाडील पर काम शुरू हो गया है। ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीराब्‍दोल्‍लहिआन ने अपनी पहली चीन यात्रा के दौरान चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात के दौरान यह ऐलान किया है। यही नहीं चीन अब ईरान के बंदरअब्‍बास में अपना महावाणिज्‍य केंद्र शुरू करने जा रहा है। दरअसल, अमेरिका-इजरायल के साथ तनाव को देखते हुए ईरान चीन के साथ अपनी दोस्‍ती को तेजी के साथ मजबूत करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि 5 हजार चीनी सैनिक भी ईरान में तैनात होंगे। 
इससे भारत के लिए बड़ा संकट पैदा हो गया है।ईरानी विदेश मंत्री ने यह नहीं बताया कि चीन और ईरान के बीच अभी किस प्रॉजेक्‍ट पर काम शुरू हुआ है। मार्च 2021 में पूर्व राष्‍ट्रपति हसन रुहानी के कार्यकाल के दौरान चीन और ईरान के बीच इस 'रणनीतिक समझौते' पर हस्‍ताक्षर हुआ था। इसमें आर्थिक, सैन्‍य और सुरक्षा सहयोग पर बल दिया गया है। वह भी तब जब दोनों ही देश अलग-अलग स्‍तरों पर अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं। चीन अमेरिकी प्रतिबंधों को धता बताते हुए ईरान से सस्‍ते दर पर तेल खरीद रहा है।ईरानी विदेश मंत्री राष्‍ट्रपति इब्राहिम रईसी का बेहद गोपनीय संदेश वाला पत्र लेकर गए हैं जिसे चीनी राष्‍ट्रपति को दिया गया है। रईसी प्रशासन ने वादा किया है कि वह एशिया केंद्रीत विदेश नीति अपनाएगा। चीन और ईरान के बीच बढ़ती दोस्‍ती से भारत के लिए बड़ा संकट पैदा हो गया है। भारत ने ईरान के चाबहार बंदरगाह पर अरबों रुपये का निवेश किया है लेकिन चीन की बढ़ती भूमिका से इसको लेकर संदेह के बादल मंडरा रहे हैं।
यही नहीं पिछले दिनों ईरान ने भारत को अरबों डॉलर का झटका दे दिया था। ईरान ने भारत को फरजाद बी गैस परियोजना से चलता कर दिया है। इस गैस फील्‍ड की खोज भारत की ओएनजीसी विदेश लिमिटेड ने की थी। ईरान ने अब इस गैस फील्‍ड को खुद ही विकसित करने का फैसला किया है। इससे पहले ईरान ने चाबहार रेलवे लिंक परियोजना के लिए भारत के 2 अरब डॉलर के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।दरअसल, ईरान ने चीन के साथ 25 साल के लिए 400 अरब डॉलर का समझौता किया है। मई 2018 में परमाणु डील से अमेरिका के हटने के बाद ईरान बुरी तरह से अमेरिकी प्रतिबंधों की मार झेल रहा है और उसके पास पैसे की भारी कमी है। चीन से महाडील के बाद अब ईरान के पास जमकर पैसा आ रहा है। यही नहीं चीन ने भारत के विपरीत ईरान से तेल के आयात को काफी बढ़ा दिया है। इससे भी ईरान को चीन से काफी पैसा मिल रहा है। चीनी पैसे के बल पर अब ईरान फरजाद बी गैस फील्‍ड को खुद ही विकसित करने जा रहा है।
ईरान और चीन ने अगले 10 साल में द्विपक्षीय व्‍यापार को 10 गुना बढ़ाकर 600 अरब डॉलर करने का लक्ष्‍य रखा है। चीन-ईरान के इस महाडील के 18 पन्‍ने के दस्‍तावेजों से पता चलता है कि चीन बहुत कम दाम में अगले 25 साल तक ईरान से तेल खरीदेगा। इसके बदले में चीन बैंकिंग, आधारभूत ढांचे जैसे दूरसंचार, बंदरगाह, रेलवे, और ट्रांसपोर्ट आदि में निवेश करेगा। माना जा रहा है कि इस डील के बाद ईरान की चीन के जीपीएस कहे जाने वाले बाइदू तक पहुंच हो जाएगी। यही नहीं चीन ईरान में 5G सर्विस शुरू करने में मदद कर सकता है। चीन ईरान का सबसे बड़ा व्‍यापारिक भागीदार है।
ईरान डील में सैन्‍य सहयोग जैसे हथियारों का विकास, संयुक्‍त ट्रेनिंग और खुफिया सूचनाओं की ट्रेनिंग भी शामिल है जो 'आतंकवाद, मादक पदार्थों और इंसानों की तस्‍करी तथा सीमापार अपराधों' को रोकने के लिए होगा। कहा जा रहा है कि चीन अपने 5 हजार सैनिकों को भी ईरान में तैनात करेगा। चीन की योजना पाकिस्‍तान में चल रहे चीन पाकिस्‍तान आर्थिक कॉरिडोर को ईरान तक आगे बढ़ाने की है।
चीन अगर इस इलाके में अपनी सैन्‍य पकड़ बना लेता है तो पश्चिम एशिया में अमेरिकी सैन्‍य प्रभाव पर संकट आ जाएगा। चीन अफ्रीका के जिबूती में पहले ही विशाल नेवल बेस बना चुका है। विश्‍लेषकों की मानें तो इस डील से भारत को भी झटका लग सकता है। भारत ने ईरान के बंदरगाह चाबहार के विकास पर अरबों रुपये खर्च किए हैं। अमेरिका के दबाव की वजह से ईरान के साथ भारत के रिश्ते नाजुक दौर में हैं। चाबहार व्यापारिक के साथ-साथ रणनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण है।
यह चीन की मदद से विकसित किए गए पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट से महज 100 किलोमीटर दूर है। चाबहार को ग्‍वादर का जवाब माना जा रहा है। ऐसे में चीन की मौजूदगी, भारतीय निवेश के लिए मुश्किलें पैदा करेंगी। भारत को भी अमेरिका, सऊदी अरब, इजरायल बनाम ईरान में से किसी एक देश को चुनना पड़ सकता है। एक वक्त था जब ईरान भारत का मुख्य तेल आपूर्तिकर्ता था, लेकिन अमेरिका के दबावों की वजह से नई दिल्ली को तेहरान से तेल आयात को तकरीबन खत्म करना पड़ा। चीन की ईरान में उपस्थिति से भारतीय निवेश के लिए संकट पैदा हो गया है।

'बीजेपी' के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे संजय

'बीजेपी' के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे संजय    

संदीप मिश्र        लखनऊ। निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने सोमवार को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करके उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में 15 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।

फूड इंस्पेक्टर के पदों पर भर्ती, आवेदन आमंत्रित किए

फूड इंस्पेक्टर के पदों पर भर्ती, आवेदन आमंत्रित किए   
अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले उम्मीदवारो के लिए अच्छी खबर सामने आई है। छत्तीसगढ़ व्यवसायिक परीक्षा मंडल  ने खाद्य सिविल आपूर्ति इंस्पेक्टर (फूड इंस्पेक्टर) के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। आवेदन की सभी प्रक्रिया ऑनलाइन ही आयोजित की जाएगी। जो भी योग्य और इच्छुक उम्मीदवार इस भर्ती के लिए अपना आवेदन करना चाहते हैं, वहछत्तीसगढ़ व्यापम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना आवेदन कर सकते हैं। 
 30 जनवरी है आवेदन की आखिरी तारीख छत्तीसगढ़ व्यापम में खाद्य सिविल आपूर्ति इंस्पेक्टर के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया 7 जनवरी 2022 से शुरू कर दी गई है। आवेदन पत्र जमा करने के लिए आखिरी तारीख 30 जनवरी 2022 को निर्धारित की गई है। आखिरी समय में आधिकारिक वेबसाइट पर अधिक लोड होने के कारण उम्मीदवारों को आवेदन करने में समस्या भी आ सकती है। इसलिए सभी अपना आवेदन जल्द से जल्द कर लें।
भर्ती का विवरण और पदों की संख्या छत्तीसगढ़ व्यापम खाद्य सिविल आपूर्ति इंस्पेक्टर के पदों पर भर्ती के लिए रिक्त पदों की संख्या 84 है। इन पदों पर नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन कराया जाएगा। इस परीक्षा में मेरिट पाने वाले उम्मीदवारों को नियुक्ति दी जाएगी। अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अधिसूचना पढ़ सकते हैं। 
आवेदक इस बात का ध्यान रखें कि यह तारीखें स्थायी नहीं हैं, वर्तमान में देशभर में कोरोना महामारी के का प्रकोप जारी है। ऐसे में परिस्थितियों के अनुसार तारीखों में बदलाव किए जा सकते हैं।
छत्तीसगढ़ व्यापम द्वारा जारी की गई खाद्य सिविल आपूर्ति इंस्पेक्टर भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को पास में किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। वहीं, आवेदकों की आयु सीमा न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को नियमानुसार अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाएगी।

20 फीसदी तक बढ़ सकते हैं 'ब्रांडेड' कपड़ों के दाम

अकांशु उपाध्याय             नई दिल्ली। कच्चे माल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी, परिवहन लागन में वृद्धि समेत कई अन्य कारणों से इस साल ब्रांडेड कपड़ों के दाम 20 फीसदी तक बढ़ सकते हैं। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि कॉटन, धागा और फैब्रिक जैसे कच्चे माल की लागत बढ़ रही है। पैकेजिंग मटेरियल और माल ढुलाई लागत बढ़ी है।इससे नए साल में लोगों को ब्रांडेड कपड़े पहनने पर ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है। अलग-अलग ब्रांड्स में कीमतों के आधार पर इसमें 8-15 फीसदी का अंतर हो सकता है।इंडियन टेरियन 8-10 फीसदी तक कीमतें बढ़ा सकती है।कई ब्रांड्स पहले से ही कीमतों में बढ़ोतरी शुरू कर चुके हैं।कुछ ब्रांड्स मार्च और अप्रैल से समर कलेक्शन लॉन्च के साथ दाम बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।

ऑक्टेव अपैरल्स के पार्टनर युवराज अरोड़ा का कहना है कि कच्चे माल में 70 से 100 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है।ऐसे में पिछले साल के मुकाबले इस साल एमआरपी कम-से-कम 15-20 फीसदी बढ़ने वाला है। विंटर कलेक्शन के लिए एमआरपी पहले ही 10 फीसदी बढ़ा चुके हैं। समर कलेक्शन में दाम 10 फीसदी और बढ़ाए जाएंगे। न्यूमरो यूनो भी 5-10 फीसदी कीमतें बढ़ा रहा है। मैडम भी समर कलेक्शन में कपड़ों की कीमत 11-12 फीसदी बढ़ाने वाला है। इंडस्ट्री एसोसिएशन क्लोथिंग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया का कहना है कि इस साल गर्मियों में दाम औसतन 15-20 फीसदी बढ़ेंगे। जीएसटी दर में बढ़ोतरी केवल उन ब्रांड्स की कीमतों को प्रभावित करेगी, जो 1000 रुपये से कम या वैल्यू सेगमेंट में माल बेचते हैं। एसोसिएशन का कहना है कि अगर जीएसटी की दर बढ़ती है तो कीमतें और 7-10 फीसदी बढ़ सकती है। कपड़ा निर्माताओं का कहना है कि कच्चे माल की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए।

देश में कपास की कीमत वैश्विक कीमतों और मांग के अनुसार बढ़ रही है। चीन के खिलाफ पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों से भारत से कपास की मांग में बढ़ी है। एक्सपोर्ट मार्केट में काम करने वाली कंपनियों ने अपने अधिकांश स्टॉक का एक्सपोर्ट शुरू कर दिया है। क्योंकि उन्हें एक्सपोर्ट मार्केट में बेहतर कीमत मिल रही है। बता दें ‎कि जीएसटी परिषद की पिछली बैठक में भले ही कपड़ों पर टैक्स की दर बढ़ाने पर सहमति नहीं बन सकी, फिर भी नए साल में ब्रांडेड कपड़े पहनना महंगा हो सकता है।


फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी: एसबीआई

अकांशु उपाध्याय          नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस महामारी के मामले बढ़ने के बावजूद से ही बैंकों ने लगातार फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में कटौती की है और लोगों को अच्छे रिटर्न नहीं मिले हैं। लेकिन अब भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), एचएडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक ने ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। एसबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार एक साल से लेकर दो साल से कम की अवधि के लिए फिक्स डिपॉजिट पर ब्याज दर 5.0 प्रतिशत से बढ़ाकर 5.1 प्रतिशत कर दी गई है। इसके साथ ही वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह दर 5.50 फीसदी से बढ़ाकर 5.60 फीसदी कर दी गई है। एसबीआई ने नई दरें 15 जनवरी 2022 से ही लागू हो गई हैं। 

हालांकि अन्य टेन्योर वाले एफडी पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। एचडीएफसी बैंक ने भी फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। बढ़ी हुई ब्याज दरें 12 जनवरी 2022 से लागू हो गई हैं। बैंक ने चुनिंदा अवधि पर दरों में वृद्धि की है। दो साल से तीन साल में मैच्योर होने वाली एफडी अब 5.20 फीसदी का लाभ मिलेगा। तीन से पांच साल में मैच्योर होने वाली जमाओं पर अब 5.40 फीसदी और पांच से 10 साल तक की एफडी पर 5.60 फीसदी ब्याज मिलेगा। वहीं अन्य अवधि की एफडी पर ब्याज दरें अपरिवर्तित रहेंगी। कोटक महिंद्रा बैंक ने भी विभिन्न अवधि के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दर में वृद्धि की है। 7 से 30 दिनों, 31 से 90 दिनों और 91 से 120 दिनों में परिपक्व होने वाली एफडी के लिए, कोटक महिंद्रा बैंक क्रमशः 2.5 फीसदी, 2.75 फीसदी और तीन फीसदी की ब्याज दर प्रदान करेगा। ये दरें 6 जनवरी 2022 से लागू हैं।


तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी किए

अकांशु उपाध्याय         नई दिल्ली। तेल कंपनियों ने सोमवार को पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी कर दिए हैं। सोमवार को भी तेल की कीमत में कोई खास बदलाव नहीं किया गया है। गौतलब है कि 2 महीने से ज्यादा हो गए हैं। लेकिन फ्यूल की कीमत में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। हालांकि बिहार, राजस्थान समेत कई राज्यों में अब भी पेट्रोल 100 रुपये के ऊपर ही बेचा जा रहा है।

जिस वजह से जनता परेशान है। चलिए जानते हैं आज दिल्ली, यूपी बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पंजाब में 1 लीटर पेट्रोल-डीजल खरीदने पर क्या कीमत चुकानी होगी। अगर आप आज दिल्ली में अपनी गाड़ी की टंकी फुल कराने जा रहे हैं तो आपको एक लीटर पेट्रोल के लिए 95.41 रुपये चुकाने होंगे जबकि एक लीटर डीजल के लिए 86.67 रुपये देने होंगे।


सोने-चांदी की कीमतों में उछाल, तेजी का रुख बना
अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। कारोबारी सप्ताह के पहले दिन आज चमकीली धातुओं में तेजी का रुख बना हुआ है। सोने और चांदी, दोनों की कीमतों में उछाल देखने को मिला है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने की कीमतों में 66 रुपये की तेजी देखने को मिली, वहीं चांदी भी 99 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़त बनाकर कारोबार करती देखी गई।
एमसीएक्स पर फरवरी के सौदे के लिए 10 ग्राम सोने की कीमत 66 रुपये की बढ़त के साथ 47,844 रुपये दर्ज की गई। अप्रैल माह के अनुबंध के लिए सोने के दाम 47,953 रुपये हैं। यहां भी गोल्ड की कीमत में 67 रुपये का उछाल बना हुआ है। चांदी की बात करें तो मार्च अनुबंध के लिए एमसीएक्स पर चांदी के दाम 98 रुपये की तेजी पर 61701 रुपये प्रति किलोग्राम पर बने हुए हैं।
नई दिल्ली में 22 कैरेट सोने के रेट 47,140 रुपये और चांदी के रेट 62,000 रुपये रुपये प्रति किलो पर हैं। चेन्नई में 22 कैरेट सोने के रेट 45,340 रुपये और चांदी के रेट 65,500 रुपये प्रति किलो पर हैं। मुंबई में 22 कैरेट सोने के रेट 47,090 रुपये और चांदी के रेट 62,000 रुपये प्रति किलो पर हैं। कोलकाता में 22 कैरेट सोने के रेट 47,190 रुपये और चांदी के रेट 62,000 रुपये प्रति किलो पर हैं।
आपको बता दें कि सोना खरीदते समय उसकी क्वॉलिटी का ध्यान जरूर रखें। हॉलमार्क देखकर ही सोने के गहनों की खरीदना चाहिए। हॉलमार्क सोने की सरकारी गारंटी है और भारत की एकमात्र एजेंसी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) हॉलमार्क का निर्धारण करती है। हॉलमार्किंग योजना भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम के तहत संचालन, नियम और रेग्युलेशन का काम करती है।
मिस्ड कॉल देकर पता लगाएं सोने का रेट।
आपको बता दें आप इन रेट्स को आसानी से घर बैठे पता लगा सकते हैं। इसके लिए आपको सिर्फ इस नंबर 8955664433 पर मिस्ड कॉल देना है और आपके फोन पर मैसेज आ जाएगा, जिसमें आप लेटेस्ट रेट्स चेक कर सकते हैं। बता दें अगर अब आप सोने की शुद्धता चेक करना चाहते हैं तो इसके लिए सरकार की ओर से एक ऐप बनाया गया है। 
इस ऐप में अगर सामान का लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन और हॉलमार्क नंबर गलत पाया जाता है तो ग्राहक इसकी शिकायत तुरंत कर सकते हैं। इस ऐप के जरिए तुरंत ही ग्राहक को शिकायत दर्ज करने की जानकारी भी मिल जाएगी।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-91, (वर्ष-05)
2. मंगलवार, जनवरी 18, 2022
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:10, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 7 डी.सै., अधिकतम-18+ डी सै.।  बर्फबारी व शीतलहर के साथ मैदानी क्षेत्रों में कहीं- कहीं तेज बारिश की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवाशुं के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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संपर्क सूत्र :- +919350302745 
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'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...