रविवार, 16 जनवरी 2022
खोखले दावे और वायदों की बैसाखी पर भाजपा
फुटबॉल: मिस्र ने गिनी-बिसाऊ को 1-0 से हराया
फुटबॉल: मिस्र ने गिनी-बिसाऊ को 1-0 से हराया
मोमीन मलिक याओंदे। मोहम्मद सालाह के गोल की मदद से मिस्र ने अफ्रीकन कप फुटबॉल प्रतियोगिता में गिनी-बिसाऊ को 1-0 से हराया। गिनी बिसाऊ ने हालांकि, खेल के अंतिम क्षणों में बराबरी का गोल दाग दिया था। लेकिन वीएआर की समीक्षा के बाद इसे अस्वीकार कर दिया गया। सालाह ने 69वें मिनट में गोल किया जो आखिर में निर्णायक साबित हुआ।
खेल समाप्त होने में जब आठ मिनट का समय बचा था तब गिनी बिसाऊ के फारवर्ड मामा बाल्डे ने गोल करके मिस्र को हतप्रभ कर दिया। लेकिन बुरुंडी के रेफरी पैसेफिक नडाबिहावेनिमाना ने काफी देर तक वीएआर समीक्षा करने के बाद पाया कि बाल्डे ने फॉउल किया था और उन्होंने गोल को अयोग्य घोषित कर दिया।
पाचन क्रिया: सौंफ की इस चाय को पीने से पेट में गैस नहीं बनती हैं और डायरिया और पेट दर्द जैसी समस्या में भी आसानी से राहत मिल जाता है।
पेट के कीड़े: सौंफ की चाय का सेवन करके पेट में एसिड लेवल कम हो जाता है, इससे आंतों में होने वाले बैक्टीरिया और कीड़े भी खत्म हो जाते हैं।
गठिया में फायदेमंद: इस चाय का सेवन करके आप आसानी से अपने जोड़ों में होने वाले दर्द से राहत पा सकती हैं, इससे आपको जल्द आराम मिलता है।
आंखों के लिए: रातभर ठीक से ना सोने से हमारी आंखों में सूजन हो जाती है, इसके लिए आप सौंफ की चाय बनाए और फिर रूई इसमें डुबोकर अपनी आंखों को 10 मिनट के लिए सेंके।
रक्त को करें साफ: इस चाय का सेवन करके आप जॉन्डिस के खतरे को कम कर सकती हैं। इसी के साथ यह किडनी के कार्य को तेज करके हमारे खून को साफ करती है।
जुआ खेलते 16 को गिरफ्तार किया, कार्यवाही जारी
जुआ खेलते 16 को गिरफ्तार किया, कार्यवाही जारी
दुष्यंत टीकम रायपुर। जिले में जुआ, सट्टा और क्रिकेट सट्टा पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने रायपुर पुलिस के समस्त पुलिस राजपत्रित अधिकारियों और थाना प्रभारियों को कार्य योजना तैयार कर इस पर अधिक से अधिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है। जिस पर समस्त थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्र में मुखबीर लगाने के साथ ही लगातार पेट्रोलिंग और सूचना संकलन कर जुआ और सट्टा खेलने/खिलाने वालों के संबंध में सूचना एकत्रित की जा रही है।
इसी क्रम में दिनांक 15-16 को सूचना प्राप्त हुई कि थाना आजाद चौक क्षेत्रांतर्गत रामसागर पारा स्थित ननकू गैरेज पास कुछ व्यक्ति जुआ खेल रहे है। जिस पर नगर पुलिस अधीक्षक आजाद चौक रत्ना सिंह (भा.पु.से.) ने थाना प्रभारी आजाद चौक रविशंकर तिवारी को जुआरियों को जुआ खेलते रंगे हाथ गिरफ्तार करने निर्देशित दिया। जिस पर थाना प्रभारी आजाद चौक के नेतृत्व में थाना आजाद चौक पुलिस की टीम ने उक्त स्थान में जाकर देखने पर पाया कि कुछ व्यक्ति ताश पत्ती में रकम का दांव लगाकर जुआ खेल रहे है, जिस पर टीम के सदस्यों ने रेड कार्यवाही और घेराबंदी कर ताश पत्ती से जुआ खेलते कुल 16 जुआरियों को गिरफ्तार कर जुआरियों के कब्जे से नगदी 63,140 रूपये और ताश पत्ती जप्त किया जुआरियों के विरूद्ध थाना आजाद चौक में अपराध क्रमांक 12/22 और 13/22 धारा 13 जुआ एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर अग्रिम कार्यवाही किया गया है।
व्यापारी संघ अध्यक्ष की हत्या, 3 माह में सुनवाई करें
अविनाश श्रीवास्तव पटना। उच्चतम न्यायालय ने पटना की एक स्थानीय अदालत को निर्देश दिया है कि वह वर्ष 2017 में बिहार के बिहटा में व्यापारी संघ के अध्यक्ष की हत्या मामलें की सुनवाई तीन महीने में पूरी करे। न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव और न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय की पीठ ने इससे पहले हत्या के आरोपी को पटना उच्च न्यायालय से मिली जमानत भी रद्द कर दी थी।
पीठ ने मामले में सुनवाई की धीमी रफ्तार को लेकर नाराजगी जताई। शीर्ष अदालत ने मृतक कारोबारी के भाई अजय कुमार की ओर से पेश अधिवक्ता समरहार सिंह द्वारा दी गई अर्जी पर संज्ञान लिया जिसमें कहा गया कि सभी गवाहों की गवाही दर्ज हो गई है और आरोपी के पास मामले में पेश करने के लिए और कोई गवाह नहीं बचा है। उच्चतम न्यायालय ने पांच जनवरी को दिए आदेश में कहा कि, हमें याचिकाकर्ता के वकील ने सूचित किया है कि वर्ष 2019 से पहले ही अभियोजन की ओर से गवाहों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं।
टैलेंटेड रूबीना ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया
एआईएमआईएम पार्टी ने उम्मीदवारों की घोषणा की
एआईएमआईएम पार्टी ने उम्मीदवारों की घोषणा की
संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के पहले चरण के लिए असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। एआईएमआईएम ने यूपी में 100 विधान सभा सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। यूपी की 92 सीटों पर मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका में है।एआईएमआईएम ने लोनी से डॉक्टर महताब, गढ़मुक्तेश्वर से फुरकान चौधरी, धौलाना से हाजी आरिफ, सिवल खास से रफत खान, सरधना से जीशान आलम, किठौर से तस्लीम अहमद, बेहट से अमजद अली, बरेली-124 से शाहीन रजा खान और सहारनपुर देहात से मरगूब हसन को टिकट दिया है। एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने ज़ी न्यूज़ को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि पिछले 5 साल में यूपी में हमारे संगठन के लोगों ने काफी मेहनत की है और उसका नतीजा हमें जिला परिषद के चुनाव में दिखाई दिया। हमारा प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। मुझे भरोसा है कि आने वाले चुनाव में यूपी की जनता हमें वोट देगी और जिताएगी।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बीजेपी की तरफ से जितने भी बयान आ रहे हैं चाहे उनके मुख्यमंत्री हों, प्रधानमंत्री हों, सभी कोशिश कर रहे हैं कि हिंदुत्व के नाम पर वोट लिया जाए। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा इस तरह की बातें और बढ़ेंगी क्योंकि बीजेपी के पास यूपी में विकास के नाम पर दिखाने के लिए कुछ है ही नहीं। कुपोषित बच्चे सबसे ज्यादा यूपी में हैं। बीजेपी ने 70 लाख रोजगार देने का वादा किया था वो नहीं मिले। कोविड की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में हुईं। महंगाई भी मुद्दा है। एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सीएम योगी बताएं कि वो किन 20 प्रतिशत लोगों की बात करते हैं। वो लोग भारत के नागरिक हैं या नहीं। क्या वो सबके मुख्यमंत्री है या फिर वो सिर्फ उन्हीं के मुख्यमंत्री हैं जो सिर्फ उन्हीं की विचारधारा को मानते हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ बौखलाए हुए हैं। पहले सुनने में आया कि वो किसी और विधान सभा से चुनाव लड़ेंगे लेकिन अब फिर वहीं से लड़ रहे हैं जहां से वो लड़ते आए हैं। मुस्लिम मुख्यमंत्री के सवाल पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हम सामाजिक न्याय की बात करते हैं। 19 फीसदी अल्पसंख्यक हैं। हम अपनी भागीदारी की बात करते हैं। समाजवादी पार्टी को इतनी बार मौका मिला, उन्होंने कब मुस्लिमों के साथ सामाजिक न्याय किया। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जहां-जहां मुस्लिम अल्पसंख्यकों के इलाके हैं।
वहां कम बैंक हैं और कब एटीएम हैं। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में बहुत कम मुस्लिमों को घर मिले जबकि बीजेपी सबका साथ, सबका विकास का नारा देती है। एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुस्लिमों को दबाकर रखा गया। मुसलमानों का वोट उन्हें डराकर हासिल किया गया। हिंदुत्व की विचारधारा में आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक फिट नहीं होते हैं। यूपी में हर थाने में ठाकुर बिरादरी का इंस्पेक्टर मिल जाएगा। 50 फीसदी डीएम यूपी में ब्राह्मण और ठाकुर हैं। लेकिन मैं मुस्लिमों की हिस्सेदारी की बात करता हूं तो गलत हूं।
बालिका के साथ 'प्रताड़ना' मामलें में सीएम का बयान
नरेश राघानी जयपुर। राजस्थान के अलवर में मूक बधिर बालिका के साथ प्रताड़ना के मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बड़ा बयान सामने आया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले में दुष्कर्म की बात से इनकार किया है। सीएम ने कहा है कि राजस्थान सरकार इस मामले की सीबीआई के लिए भी तैयार है। लेकिन इस प्रकरण में राजनीति नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर लिखा है कि दुष्कर्म की बात से परिवारवालों पर क्या बीतती है इसकी चिंता किए बगैर अलवर के विमंदित बालिका प्रकरण में बीजेेपी द्वारा राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए ऐसा घिनौना प्रचार किया जा रहा है। जो बेहद निंदनीय है। राज्य की पुलिस मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कर रही है। यदि फिर भी परिजन किसी विशिष्ट अधिकारी या सीआईडी, क्राइम ब्रांच, एसओजी और सीबीआई से इस मामले की जांच करवाना चाहेंगे तो प्रदेश सरकार इसके लिए भी तैयार है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरकार की नीयत स्पष्ट है कि इस मामले में स्वतंत्र अनुसंधान हो और इस घटना की वास्तविकता सामने आए। गौरतलब है कि इस मामले में भाजपा सहित तमाम विपक्षी दलों ने लगातार राजस्थान सरकार के अनुसंधान पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी। इस प्रकरण में प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर अलवर पुलिस ने भी दुष्कर्म की बात से इनकार किया और उसके बाद अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ये बयान बता रहा है कि मामले में दुष्कर्म के आरोप के तथ्य नहीं मिले है। राजस्थान सरकार ने पीड़िता के उपचार के लिए हरसंभव मेडिकल फैसिलिटी उपलब्ध करवा रखी है और इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए डीआईजी स्तर के अधिकारी को भी नियुक्त किया गया है।
भारत: सक्रिय कंपनियों की संख्या-14,44,572 हुईं
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था के तेजी से पटरी पर लौटने का प्रमाण है कि पिछले वर्ष दिसंबर में कंपनी अधिनियम के तहत 13,311 कंपनियां पंजीकृत हुई हैं। जिससे देश में कुल सक्रिय कंपनियों की संख्या बढ़कर 14,44,572 हो गई। कंपनी मामलों के मंत्रालय की ओर से जारी मासिक बुलेटिन के अनुसार, 3,164.19 करोड़ रुपये की अधिकृत पूंजी के साथ दिसंबर 2021 के दौरान कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत कुल 13311 कंपनियों को पंजीकृत किया गया। विभिन्न श्रेणियों में पंजीकृत कुल कंपनियों में से 811 एक-व्यक्ति कंपनियां (ओपीसी) हैं। दिसंबर के दौरान कंपनियों के नए पंजीकरण में महाराष्ट्र शीर्ष पर रहा और उसके बाद उत्तर प्रदेश और दिल्ली का स्थान है। बुलेटिन में कहा गया है कि नए पंजीकरणों के आर्थिक गतिविधिवार वर्गीकरण के अनुसार इस समूह में पंजीकृत 3508 कंपनियों के साथ ‘बिजनेस सर्विसेज’ शीर्ष पर है। कुल नए पंजीकरणों में से 13224 कंपनियों की संयुक्त अधिकृत पूंजी 3162.43 करोड़ रुपये रही।
टैक्स कनेक्ट एडवाइजरी सर्विसेज एलएलपी के विवेक जालान ने कहा कि, नए पंजीकरणों की अधिक संख्या देश की आर्थिक गतिविधियों में आई तेजी का प्रमाण है। कई कंपनियां जो पहले सीधे भारत को निर्यात करती थीं अब देश में अपने कार्यालय खोल रही हैं और नए खरीद नियम के कारण स्थानीय इकाइयां स्थापित कर रही हैं। नए नियम में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और सरकारी विभागों को केवल उन्हीं कंपनियों से आपूर्ति लेने की आवश्यकता है, जिनके सामान और सेवाओं में 20 प्रतिशत से कम स्थानीय सामग्री नहीं है।
मंत्रालय के बुलेटिन के अनुसार, 31 दिसंबर 2021 तक देश में कंपनी अधिनियम के तहत कुल 22,76,448 कंपनियां पंजीकृत थीं। इनमें से 7,87,953 कंपनियां बंद थीं जबकि 7,014 कंपनियां लिक्विडेशन की प्रक्रिया में थीं। इसी तरह 34,554 कंपनियां रजिस्टर से अलग होने की प्रक्रिया में हैं और 2,355 कंपनियां कंपनी अधिनियम की धारा 455 के अनुसार ‘निष्क्रिय’ हो गई हैं। दो लाख 61 हजार 642 कंपनियों सहित 14,44,572 सक्रिय कंपनियां हैं, जिन्हें पिछले 18 महीनों के भीतर शामिल किया गया है।
कोविड-19 महामारी से अलग हैं ओमिक्रोन: विज्ञानी
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। विषाणु विज्ञानी डॉ. टी. जैकब जॉन ने कहा है कि ओमीक्रोन कोविड-19 महामारी से कुछ अलग है और इसलिए यह माना जाना चाहिए कि दो महामारियां साथ-साथ चल रही हैं। जॉन ने कहा कि ओमीक्रोन ‘वुहान-डी 614 जी, अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा, कप्पा या म्यू द्वारा उत्पन्न नहीं है और यह सुनिश्चित है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के ‘सेंटर ऑफ एडवांस्ड रिसर्च इन वायरोलॉजी’ के पूर्व निदेशक जॉन ने कहा, ‘मेरी राय में, यह अज्ञात वंश का एक प्रकार है, लेकिन यह वुहान-डी614जी से जुड़ा हुआ है। हम इसे महामारी के आगे बढ़ने के रूप में देखेंगे।’ डी614जी इस प्रोटीन में एक अमीनो एसिड उत्परिवर्तन को संदर्भित करता है। जो दुनियाभर के सार्स-सीओवी-2 वायरस में तेजी से सामान्य हो गया है।
उन्होंने कहा कि ओमीक्रोन कोविड-19 महामारी से कुछ अलग है और इसलिए यह माना जाना चाहिए कि दो महामारियां साथ-साथ चल रही हैं। उन्होंने कहा कि उनके कारण होने वाली बीमारियां भी अलग हैं। एक निमोनिया-हाइपोक्सिया-मल्टीऑर्गन क्षति रोग है, लेकिन दूसरा ऊपरी / मध्य श्वसन रोग है।’ यह पूछे जाने पर कि क्या तीसरी लहर अपने चरम पर पहुंच गयी है क्योंकि कुछ जगहों पर मामले कम होने लगे हैं, जॉन ने कहा कि महानगरों में पहले विषाणु का संक्रमण शुरू हुआ था और पहले खत्म होगा। उन्होंने कहा कि सभी साथ में एक राष्ट्रीय महामारी हैं। कोरोना वायरस के अत्यधिक संक्रामक स्वरूप ओमीक्रोन से भारत में कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर चल रही है।देश में कोविड-19 के 2,71,202 नये मामले आने के बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 3,71,22,164 हो गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक इनमें कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के 7,743 मामले भी शामिल हैं।
'क्रिप्टोकरेंसी' को कर दायरे में लाने पर विचार: बजट
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। सरकार आगामी आम बजट में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री को कर के दायरे में लाने पर विचार कर सकती है। कर क्षेत्र के एक विश्लेषक ने यह राय जताई है। नांगिया एंडरसन एलएलपी के कर प्रमुख अरविंद श्रीवत्सन ने कहा कि सरकार आगामी बजट में एक निश्चित सीमा से ऊपर क्रिप्टोकरेंसी की बिक्री और खरीद पर टीडीएस / टीसीएस लगाने पर विचार कर सकती है और इस तरह के लेनदेन को विशेष लेनदेन के दायरे में लाया जाना चाहिए, ताकि आयकर अधिकारियों को इनकी जानकारी मिल सके।
साथ ही उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी की बिक्री से होने वाली आय पर लॉटरी, गेम शो, पहेली की तरह 30 प्रतिशत की उच्च कर दर से कर लिया जाना चाहिए। श्रीवत्सन ने कहा कि इस समय भारत में विश्व स्तर पर क्रिप्टो मालिकों की संख्या सबसे अधिक लगभग 10.07 करोड़ है, और एक रिपोर्ट के मुताबिक 2030 तक भारतीयों द्वारा क्रिप्टोकरेंसी में निवेश बढ़कर 24.1 करोड़ डॉलर तक हो सकता है।उन्होंने आगामी आम बजट पर कहा कि, क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने के लिए संसद के शीतकालीन सत्र में एक विधेयक पेश किए जाने की उम्मीद थी। हालांकि, इसे पेश नहीं किया गया, और अब उम्मीद है कि सरकार बजट सत्र में इस विधेयक को ला सकती है। अगर सरकार ने भारतीयों को क्रिप्टोकरेंसी में कारोबार से प्रतिबंधित नहीं किया, तो हम उम्मीद करते हैं कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक प्रतिगामी कर व्यवस्था ला सकती है।
उन्होंने कहा कि बाजार के आकार, इसमें शामिल राशि और क्रिप्टोकरेंसी के साथ जोखिम को देखते हुए इसके कराधान में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं, जैसे कि उन्हें स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) और स्रोत पर एकत्र कर (टीसीएस) के दायरे में लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी की बिक्री और खरीद दोनों को वित्तीय लेनदेन विवरण (एसएफटी) के दायरे में लाया जाना चाहिए। ऐसा करने से इनकी निगरानी की जा सकेगी। श्रीवत्सन ने कहा कि लॉटरी, गेम शो, पहेली आदि की तर्ज पर क्रिप्टोकरेंसी की बिक्री से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत की उच्च दर से कर लगाना चाहिए।
5 से ज्यादा बार नहीं करना चाहिए 'मास्क' का उपयोग
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क पहनना बेहद जरूरी है और इसमें भी एक्सपर्ट खास तौर एन95 मास्क पहनने की सलाह देते हैं। सीडीसी के अनुसार, एन-95 रेस्पिरेटर मास्क का उपयोग 5 बार से ज्यादा नहीं करना चाहिए। कोरोना से बचाने में मास्क सबसे बड़ा हथियार है। वहीं आपको ये भी जानना चाहिए कि एन95 मास्क को आप कितनी बार इस्तेमाल कर सकते हैं और कब आपको इसे बदल देना चाहिए। वहीं, सीडीसी ने लोगों को ये भी सलाह दी है कि चेहरे पर अच्छी तरह से फिट होने वाला मास्क ही पहनें। कई बार लोग एक ही मास्क को कई दिनों तक पहने रहते हैं। वहीं कुछ लोग लूज या अनफिट मास्क पहनते हैं। ऐसा मास्क कोरोना वायरस इंफेक्शन से बचाव नहीं करेगा।
जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के मेडिसिन के असिस्टेंट प्रोफेसर माइकल जी नाइट ने बताया है कि अगर आप 45 मिनट के लिए किसी काम से बाहर जाने के लिए मास्क पहन रहे हैं और फिर उतार देते हैं, तो इसे रीयूज करने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अगर आप पूरे दिन मास्क पहने रहते हैं, तो इस तरह का मास्क दोबारा इस्तेमाल करना नुकसानदायक होगा। अपने पास एक से ज्यादा मास्क रखें और बदल-बदल कर इसे पहनें। लंबे वक्त तक एक ही मास्क पहनकर न रहें।अगर आप दिन में कुछ घंटों के लिए ही मास्क पहनते हैं, तो 4-5 दिन में यह गंदा हो जाएगा।
स्कूल बंद किए जाने को लेकर सवाल खड़ें किए: शिक्षा
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच स्कूल बंद किए जाने को लेकर विश्व बैंक के शिक्षा निदेशक जैमे सावेदरा ने कई सवाल खड़े किए हैं। समाचार एजेंसी पीटीआइ को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि स्कूलों को फिर से खोलने के लिए बच्चों के टीकाकरण की प्रतीक्षा करने का कोई मतलब नहीं है और इसके पीछे कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। कोरोना के कारण बच्चों के लिए स्वास्थ्य जोखिम कम है, लेकिन स्कूल बंद करने की लागत बहुत अधिक है। साथ ही कहा कि महामारी के दौरान स्कूल बंद होने के कारण भारत में बच्चों के अंदर सीखने की कमी 55 से बढ़कर 70 प्रतिशत होने की उम्मीद है।
विश्व बैंक के वैश्विक शिक्षा निदेशक जैमे सावेदरा ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि स्कूलों को फिर से खोलने से कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है और स्कूल ‘सुरक्षित स्थान’ नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सार्वजनिक नीति के नजरिए से बच्चों के टीकाकरण तक इंतजार करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि इसके पीछे कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। स्कूल खोलने और कोरोना के प्रसार के बीच कोई संबंध नहीं है। दोनों को जोड़ने का कोई सबूत नहीं है और अब स्कूलों को बंद रखने का कोई औचित्य नहीं है। भले ही कोरोना की नई लहरें हों, स्कूलों को बंद करना ही अंतिम उपाय नहीं होना चाहिए। सावेद्रा ने यह बातें वाशिंगटन से एक साक्षात्कार में समाचार एजेंसी पीटीआइ के माध्यम से कहीं।
उन्होंने यह भी कहा कि रेस्तरां, बार और शापिंग माल को खुला रखने और स्कूलों को बंद रखने का कोई मतलब नहीं है। यह कोई बहाना नहीं है।विश्व बैंक के विभिन्न सिमुलेशन के अनुसार अगर स्कूल खोले जाते हैं तो बच्चों के लिए स्वास्थ्य जोखिम कम होता है और बंद होने की लागत बहुत अधिक होती है। उन्होंने कहा कि 2020 से हम अज्ञानता के समुद्र में जा रहे हैं। हमें अभी यह नहीं पता कि महामारी से निपटने का सबसे अच्छा तरीका क्या है और दुनिया के अधिकांश देशों की तत्काल प्रतिक्रिया स्कूलों को बंद करने पर है। तब से समय काफी बीत चुका है और 2020 और 2021 के अंत से आने वाले सबूतों के साथ हमारे पास कई कोरोना की लहरें हैं और ऐसे कई देश भी हैं। जिन्होंने स्कूल खोले हैं। हम यह देखने में सक्षम हैं कि क्या स्कूलों के खुलने से वायरस के संचरण पर प्रभाव पड़ा है और नए डेटा से पता चलता है कि ऐसा नहीं होता है। कई देशों में कोरोना की लहरें तब आई हैं जब स्कूल बंद थे, इससे जाहिर है कि कुछ कोरोना के मामलों में बढोतरी में स्कूलों की कोई भूमिका नहीं रही है।
तालिबान ने करीब 3 हजार सदस्यों को बर्खास्त किया
रक्षा मंत्रालय में पैनल के प्रमुख लतीफुल्ला हकीमी ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि, ये लोग इस्लामिक अमीरात को बदनाम कर रहे थे। इसलिए इस पुनरीक्षण प्रक्रिया में उन्हें हटा दिया गया। ताकि भविष्य में एक बेहतर सेना और पुलिस फोर्स का निर्माण किया जा सके। उन्होंने बताया कि अब तक 2840 सदस्यों को बर्खास्त किया जा चुका है। लतीफुल्ला हकीमी ने कहा कि, ये लोग भ्रष्टाचार, ड्रग्स और लोगों के निजी जीवन में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। इसके अलावा उनके दाएश के साथ लिंक भी थे। आंदोलन के सर्वोच्च नेता हिबतुल्ला अखुंदज़ादा के एक माफी के आदेश के बावजूद तालिबान लड़ाकों पर पूर्व सुरक्षा बल के सदस्यों की एक्सट्रा ज्यूडिशियल किलिंग का आरोप लगा है। जिहादी समूह के क्षेत्रीय संगठन कट्टरपंथी इस्लामी प्रशासन के लिए एक बड़ी सुरक्षा चुनौती के रूप में उभरे हैं। जो अक्सर काबुल और अन्य शहरों में बंदूक और बम हमलों में अधिकारियों को निशाना बनाते हैं।
वाद के अनुसार, फेसबुक की मुख्य संचालन अधिकारी (सीओओ) शेरिल सैंडबर्ग ने 2018 में सिलसिलेवार ईमेल के जरिए बातचीत में ‘‘स्पष्ट किया कि यह रणनीतिक रूप से एक बड़ा सौदा है।’’ इस सौदे में फेसबुक के सीईओ भी शामिल थे। मुकदमे में फेसबुक के अधिकारियों के नाम अब भी संशोधित किए जा रहे हैं लेकिन उनके उपनाम स्पष्ट तौर पर दिख रहे हैं। दायर वाद के अनुसार, जब दोनों पक्षों ने समझौते की शर्तों पर सहमति बना ली, तब ‘‘टीम ने सीधे सीईओ जुकरबर्ग को संबोधित कर एक ईमेल भेजा।’’ शिकायत के अनुसार, ईमेल में लिखा है, ‘‘हस्ताक्षर करने के लिए लगभग तैयार हैं और आगे बढ़ने के लिए आपकी स्वीकृति की आवश्यकता है।’’ शिकायत में कहा गया है कि जुकरबर्ग निर्णय लेने से पहले सैंडबर्ग और उनके अन्य अधिकारियों से मिलना चाहते थे।
गूगल के प्रवक्ता पीटर शोटेनफेल्स ने एक बयान में कहा कि मुकदमे में ‘‘कई गलतियां हैं और कानूनी विशेषता का अभाव है।’’ सितंबर 2018 में शिकायत में कहा गया कि दोनों कंपनियों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। राज्यों की शिकायत के अनुसार कभी गूगल के विज्ञापन व्यवसाय की प्रमुख रहीं सैंडबर्ग और पिचाई ने व्यक्तिगत रूप से समझौते पर हस्ताक्षर किए। मेटा के प्रवक्ता क्रिस एसग्रो ने शुक्रवार को कहा कि गूगल के साथ कंपनी के विज्ञापन समझौते और इस तरह के अन्य मंचों के साथ ऐसे ही समझौतों से ‘‘विज्ञापन के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ाने में मदद मिली है।’’ एसग्रो ने कहा, ‘‘ये व्यावसायिक संबंध मेटा को प्रकाशकों को उचित रूप से क्षतिपूर्ति करते हुए विज्ञापनदाताओं को अधिक मूल्य प्रदान करने में सक्षम बनाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप सभी के लिए बेहतर परिणाम मिलते हैं।’’ गूगल के शोटेनफेल्स ने कहा कि मुकदमे में यह आरोप कि पिचाई ने फेसबुक के साथ समझौते को मंजूरी दी, यह ‘‘ठीक नहीं है। हम हर साल सैकड़ों समझौतों पर हस्ताक्षर करते हैं जिनके लिए सीईओ की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होती है और यह समझौता भी इससे अलग नहीं था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘समझौता कभी भी गोपनीय नहीं था।’’यह वाद टेक्सास अटॉर्नी जनरल केन पैक्सटन के नेतृत्व में दायर किया गया है, जिसमें अलास्का, अर्कांसस, फ्लोरिडा, इडाहो, इंडियाना, केंटुकी, लुइसियाना, मिसिसिपी, मिसौरी, मोंटाना, नेवादा, नॉर्थ डकोटा, प्यूर्टो रिको, दक्षिण कैरोलिना, साउथ डकोटा और यूटा के अटॉर्नी जनरल भी शामिल हैं।
भारतीय रेलवे में 21 पदों पर भर्तियां, आवेदन किए
भारतीय रेलवे में 21 पदों पर भर्तियां, आवेदन किए
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। भारतीय रेलवे में सरकारी नौकरी की चाह रखने वालों के लिए खुशखबरी है। दरअसल, भारतीय रेलवे में 21 पदों पर भर्तियां आई हैं। इच्छुक उम्मीदवार, जो इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल होना चाहते हैं वे अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आपको बता दें कि रेलवे की इस भर्ती के लिए केवल स्पोर्ट्स कोटा के लोग ही आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की आखिरी तारीख 2 फरवरी 2022 है।
कौन ले सकता भाग इस भर्ती प्रक्रिया में राज्य स्तर, राष्ट्रीय स्तर या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता खेल चुके खिलाड़ी भाग ले सकते हैं। वहीं आवेदन की आयु 1 जनवरी 2022 को 18 वर्ष से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए। कैसे करें आवेदन? आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को सबसे पहले अधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना होगा। यहां खेल कोटा भर्ती से संबंधित लिंक पर क्लिक करना होगा। अब आपसे जानकारियां मांगी जाएंगी। इसे भरकर दस्तावेजों को अपलोड करें। फॉर्म भरने के बाद एक बार दी गई जानकारियों को क्रॉस चेक करें और फिर सबमिट कर दें। आवेदन फॉर्म का प्रिंट जरूर अपने पास रखें।
वीवो एक्स-80 सीरीज हैंडसेट का फीचर्स लीक किया
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। वीवो एक्स-80 सीरीज हैंडसेट के फीचर्स को लीक कर दिया गया है। लीक हुई जानकारी के अनुसार, वीवो एक्स- 80 और वीवो एक्स- 80 प्रो डाइमेंशन 800 प्रोसेसर से लैस होंगे। वहीं, वीवो एक्स- 80 प्रो प्लस में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 जेन 1 प्रोसेसर का इस्तेमाल होगा। तीनों डिवाइस एंड्रॉइड 12 के साथ प्री-लोडेड आएंगे और एनएफसी और वाईफाई 6 कनेक्टिविटी जैसे शानदार फीचर्स से लैस होंगे।
स्मार्टफोन में फुल एचडी+ रेजोल्यूशन के साथ 6.56 इंच का एलटीपीओ एमोलेड डिस्प्ले है। वहीं, वीवो एक्स-80 और एक्स- 80 प्रो प्लस में 6.78 इंच का एलटीपीओ 2.0 एमोलेड डिस्प्ले पैनल के साथ फुल एचडी डिस्प्ले होने की उम्मीद है। रिपोर्ट की माने तो तीनों हैंडसेट में 120एचजेड रिफ्रेश रेट डिस्प्ले दिया गया है। वीवो एक्स- 80 और वीवो एक्स- 80 प्रो ऑक्टा-कोर मीडियाटेक डाइमेंशन 8000 और डाइमेंशन 9000 प्रोसेसर देखने को मिल सकता है।
20 जनवरी को लॉन्च की जाएगी 'टोयोटो हिलूक्स'
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। वाहन निर्माता कंपनी टोयोटा अपने ग्राहकों को तोहफा देने जा रही है। कंपनी एक नए सेगमेंट में एंट्री करने जा रही है। टोयोटा ने टोयोटो हिलूक्स की लॉन्च की घोषणा कर दी है। यह दमदार गाड़ी 20 जनवरी को लॉन्च की जाएगी। टोयोटा हिलक्स एक पिकअप ट्रक होगा, वैसे तो यह सेगमेंट भारत में ज्यादा पॉपुलर नहीं है। लेकिन टोयोटा से पहले आईएसयूजेडयू भारत में अपने प्रीमियम पिकअप ट्रक्स की बिक्री करती आ रही है। भारत के अलावा टोयोटो हिलूक्स को दुनियाभर में कई सालों से बेचा जा रहा है।
भारत में टोयोटो हिलूक्स पहली बार लाया जाएगा। टोयोटा हिलक्स आईएमवी-2 प्लेटफॉर्म पर आधारित है जो इनोवा क्रिस्टा और फॉर्च्यूनर जैसे बेहद लोकप्रिय मॉडलों में भी मिलता है। लेकिन फीचर्स के मामले में यह कंपनी के अन्य मॉडल्स से बिलकुल अलग होगा। लुक और डिजाइन की बात करें तो टोयोटा हिलक्स में एक बड़ा हेक्सागोनल ग्रिल, यूनीक स्वेप्ट-बैक एलईडी हेडलैम्प्स और रफ एंड टफ बम्पर मिलेगा। रियर प्रोफाइल एक पारंपरिक पिकअप ट्रक जैसी नजर आती है। इसमें 18 इंच के अलॉय व्हील्स दिए जाएंगे और इसकी लंबाई फॉरच्यूनर से भी ज्यादा होगी।
लंबाई 5,285एमएम और व्हीलबेस 3,085एमएम हो सकती है। इसमें एक एसयूवी जैसे फीचर्स दिए जाएंगे। इसके इंटीरियर में फॉर्च्यूनर के जैसा डैशबोर्ड डिजाइन, स्टीयरिंग व्हील, एंड्रॉयड ऑटो और एप्पल कारप्ले सपोर्ट करने वाला 8.0-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट मिलने की उम्मीद है। टोयोटो हिलूक्स की खासियत है कि इसमें फॉर्च्यूनर वाला ही 2.8 लीटर डीजल इंजन दिया जा सकता है। यह इंजन 204पीएस और 500एनएम का पीक टॉर्क जेनरेट करता है। यह 4 व्हील ड्राइव के साथ आ सकता है। ट्रांसमिशन के रूप में 6 स्पीड मैनुअल और 6 स्पीड ऑटोमैटिक का ऑप्शन दिया जा सकता है। बता दें कि ईसुजू डी-मैक्स भारत में एकमात्र लाइफस्टाइल पिकअप ट्रक है। जिसे टोयोटा हिलक्स टक्कर देने जा रहा है। कीमत की बात करें तो ईसुजू डी-मैक्स की भारत में कीमत 18.05 लाख-25.60 लाख रुपये है। टोयोटो हिलूक्स की कीमत इसे ज्यादा होने की उम्मीद की जा रही है।
देशव्यापी टीकाकरण अभियान ने 1 साल पूरा किया
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। कोविड-19 के खिलाफ देशव्यापी टीकाकरण अभियान ने रविवार को एक साल पूरा कर लिया। इस पूरे एक साल के दौरान टीके की करीब 156.76 करोड़ खुराकें दी गईं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, करीब 92 प्रतिशत वयस्क आबादी को कम से कम एक खुराक मिल गई है जबकि करीब 68 प्रतिशत का टीकाकरण पूर्ण हो चुका है। केंद्र टीकाकरण अभियान का एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में रविवार दोपहर को एक डाक टिकट जारी करेगा। अभियान पिछले साल 16 जनवरी से शुरू हुआ था, जब पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीके की खुराकें दी गईं थी। इसके बाद अग्रिम मोर्चा के कर्मियों के लिए टीकाकरण दो फरवरी से शुरू हुआ था।
कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण एक मार्च से शुरू हुआ जिसमें 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और 45 वर्ष से अधिक उम्र के उन लोगों को टीका लगाया गया जिन्हें अन्य गंभीर बीमारियां थी। अभियान के अगले चरण में 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण एक अप्रैल से शुरू हुआ था। सरकार ने 18 साल से ऊपर के सभी लोगों के टीकाकरण की अनुमति देकर अभियान का दायरा एक मई 2021 से और बढ़ा दिया था। इसके बाद 15 से 18 आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों के लिए कोविड-19 टीकाकरण अभियान का अगला चरण इस साल तीन जनवरी से शुरू हुआ। भारत ने स्वास्थ्य देखभाल और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को कोविड टीके की एहतियाती खुराक देना 10 जनवरी से शुरू कर दिया, जिसमें मतदान वाले पांच राज्यों में तैनात मतदान कर्मी और 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को शामिल किया गया है।
कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के प्रसार को रोकने की कवायद के तहत एहतियाती खुराक दी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि टीकाकरण के लिए काफी कम जनसंख्या वाले कई विकसित पश्चिमी देशों की तुलना में भारत का टीकाकरण कार्यक्रम सबसे सफल और सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रमों में से एक रहा है। रविवार सुबह सात बजे तक की अंतरिम रिपोर्ट के मुताबिक देश में कोविड-19 टीकाकरण के तहत 156.76 करोड़ से ज्यादा खुराकें दी जा चुकी हैं। 43.19 लाख एहतियाती खुराकें देने के साथ ही 15 से 18 आयु वर्ग के 3,38,50,912 लाभार्थियों को पहली खुराक दी जा चुकी है।
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। देश में कोविड-19 के 2,71,202 नये मामले आने के बाद देश में संक्रमण के कुल मामलें बढ़कर 3,71,22,164 हो गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक इनमें कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के 7,743 मामले भी शामिल हैं। देश में पिछले 24 घंटों में ओमीक्रोन के 1,702 नये मामले सामने आए जो अब तक एक दिन में सामने आए मामलों के लिहाज से सर्वाधिक हैं और शनिवार से इसमें 28.17 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
विशेषज्ञों के मुताबिक, प्रत्येक नमूने का जीनोम अनुक्रमण (सीक्वेंसिंग) करना संभव नहीं है लेकिन इस बात पर जोर दिया कि वायरस की यह लहर मुख्यत: ओमीक्रोन के कारण ही है। मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या पिछले 225 दिनों में सर्वाधिक 15,50,377 दर्ज की गई जबकि 314 मरीजों की मौत के साथ मृतक संख्या बढ़कर 4,86,066 हो गई। मंत्रालय के मुताबिक उपचाराधीन मामले संक्रमण के कुल मामलों का 4.18 प्रतिशत है। जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर घटकर 94.51 प्रतिशत हो गई। पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मामलों में 1,32,557 मामलों की वृद्धि दर्ज की गई।
डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित
डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित भानु प्रताप उपाध्याय मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...
-
80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...