शनिवार, 15 जनवरी 2022

टीम इंडिया के पूर्व कोच ने पीटरसन की तारीफ की

टीम इंडिया के पूर्व कोच ने पीटरसन की तारीफ की   

मोमीन मलिक           नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कीगन पीटरसन की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कहा कि दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ने उन्हें महान गुंडप्पा विश्वनाथ की याद दिला दी। पीटरसन ने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीका की 2-1 से जीत में अहम भूमिका निभाई। बल्लेबाज ने केपटाउन में तीसरे टेस्ट की दोनों पारियों में अर्द्धशतक बनाए और उन्हें प्लेयर आफ द मैच के साथ-साथ प्लेयर आफ द सीरीज भी चुना गया। बता दें कि केपटाउन में खेले गए तीसरे टेस्ट में डीन एल्गर की कप्तानी वाली टीम ने विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम को 7 विकेट से हरा दिया। इस मैच में कीगन पीटरसन ने 72 और 82 रनों की पारी खेली। 

कीगन पीटरसन की बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए शास्त्री ने कहा कि कीगन पीटरसन के तौर पर एक वर्ल्ड क्लास प्लेयर तैयार हो रहा। उन्हें उनके बचपन के हीरो गुंडप्पा विश्वनाथ की याद आ गई। दाएं हाथ के बल्लेबाज विश्वनाथ को अपने युग के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक के रूप में माना जाता है। उन्होंने भारत के लिए 91 टेस्ट और 25 एकदिवसीय मैच खेले। वह कलाई का शानदार इस्तेमाल करके स्क्वायर कट खेलते। 28 वर्षीय पीटरसन भी वैसे ही कलाई का इस्तेमाल करते हैं। पीटरसन ने तीन मैचों की सीरीज को छह पारियों में 276 रन बनाए। इसमें तीन महत्वपूर्ण अर्धशतक शामिल हैं।

मैच के बाद पीटरसन ने कहा कि शुक्रवार को न्यूलैंड्स में तीन मैचों की सीरीज 2-1 से जीतने के बाद उन्हें बहुत खुशी हुई। उन्होंने अपने प्रदर्शन को लेकर कहा, ‘मैं सकारात्मक होकर खेलने की कोशिश कर रहा था। यह  परिस्थितियां काफी रही हैं और बस मैं अपने मजबूत पक्ष पर टीका हुआ था। लंबा सफर रहा है अभी पूरी कहानी नहीं बता सकता। कहानी कल सुबह तक खत्म नहीं होगी। पिच काफी चुनौतीपूर्ण रही हैं। गेंदबाजी आक्रमण भी काफी चुनौतीपूर्ण रहा है।


कोविड-19 संक्रमण को रोकने में कारगर 'गांजा-भांग'
सरस्वती उपाध्याय           गांजे-भांग का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। शोध और अध्ययन से पता चला है कि गांजे-भांग की कुछ यौगिक, कंपाउंड कोविड-19 संक्रमण को रोकने में कारगर है। लेकिन, कोरोना वायरस वाले गंभीर रोगियों का इलाज मारिजुआना से हो रहा है। वैसे गांजे-भांग का नियमित सेवन करने वाले अपने ही दुनियां में खोए रहते हैं। अक्सर सुनने को मिलता है कि वे उस अनुरूप आहार भी लेते है। जिससे गांजे-भांग का सेवन करने वाले लोगों की सेहत और इम्यूनिटी बनी रहती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि गांजे-भांग का सेवन करने से भूख अधिक लगती है। भूख लगने की वजह से लोग भरपूर आहार लेते हैं। गांजे और भांग का सेवन कोरोना संक्रमण से बचाव में कितना सहयोगी है? इससे और कोरोना महामारी के बारे में बहुत जानकारियां सोशल मीडिया पर भरा पड़ा है। 
दुनिया में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। यौगिक, कंपाउंड कोविड -19 संक्रमण रोकने में गांजा और भांग कारगर हैं। ऐसे में बड़ा दावा किया गया है कि कोरोना वायरस वाले गंभीर रोगियों का इलाज मारिजुआना, यानी गांजे और भांग से किया जा सकता है। 
कनाडा, इसराइल और ब्रिटेन समेत कई देशों में यह पता लगाने के लिए ट्रायल शुरू हो गया है। गांजा कोरोना संक्रमण के इलाज में फायदेमंद हो सकता है। औषधीय गांजे में संक्रमण की अवधि कम करने में मदद मिली है। यह भी हो सकता है कि इसे साइटोकाइन स्टॉर्म के इलाज में भी सहयोग मिले। साइटोकाइन स्टॉर्म कोविड-19 के गंभीर मरीजों में देखने को मिलता है। 
एक अध्ययन में दावा किया गया है कि अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैरोलिना के शोधकर्ताओं ने चूहों पर गांजा-भांग से संबंधित तीन अध्ययन किए हैं। एक-दूसरे अध्ययन में पाया गया है कि गांजा-भांग के कुछ यौगिक कंपाउंड कोविड -19 संक्रमण को रोक सकते हैं। वैज्ञानिकों की यह रिसर्च भांग में रासायनिक यौगिकों की उपस्थिति से संबंधित है, जो वायरस को स्वस्थ मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने से रोक सकते हैं। कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए वैज्ञानिक लगातार रिसर्च में लगे हुए हैं। हाल ही में एक नई रिसर्च के मुताबिक, गांजे-भांग के कुछ यौगिक, कंपाउंड कोविड -19 संक्रमण को रोक सकते हैं। वैज्ञानिकों की यह रिसर्च भांग में रासायनिक यौगिकों की उपस्थिति के बारे में बात करता है, जो वायरस को स्वस्थ मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने से रोक सकते हैं। ये रिसर्च ओरेगन स्टेट के ग्लोबल हेम्प इनोवेशन सेंटर, कॉलेज ऑफ फार्मेसी और लिनुस पॉलिंग इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में हुई है। जो जर्नल ऑफ नेचुरल प्रोडक्ट्स में पब्लिश हुई है। इसके मुताबिक, शोधकर्ता किसी भी तरह से यह नहीं कहते कि गांजे-भांग कोविड-19 से बचा सकता है।  
स्पाइक प्रोटीन से जुड़ने में सक्षम: ओरेगन हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के साथ शोध करने वाले रिचर्ड वैन ब्रीमेन ने पाया है कि कैनाबिनोइड एसिड की एक जोड़ी कोरोना वायरस की स्पाइक प्रोटीन से जुड़ने में सक्षम है। यह उस जैविक प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण कदम को रोक सकता है, जिसका उपयोग वायरस लोगों को संक्रमित करने के लिए करता है। इन यौगिकों को ओरल रूप से लिया जा सकता है और इंसानों में इसके सुरक्षित उपयोग का लंबा इतिहास है।इनके पास कोविड द्वारा संक्रमण को रोकने और इलाज करने की क्षमता है। उन्होंने आगे कहा कि "ये कैनबिनोइड एसिड, भांग और भांग की कई चीजों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। रिसर्च में जिन कंपाउंड के बारे में बताया गया है, वे कैनाबिगेरोलिक एसिड और कैनबिडिऑलिक एसिड दोनों वायरस के स्पाइक प्रोटीन से जुड़ सकते हैं। इन यौगिकों का इस्तेमाल वायरस को टारगेट करने के लिए कोविड-19 वैक्सीन और एंटीबॉडी के इलाज में भी किया जा सकता है।

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-89, (वर्ष-05)
2. रविवार, जनवरी 16, 2022
3. शक-1984, पौष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:10, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 8 डी.सै., अधिकतम-19+ डी सै.।  बर्फबारी व शीतलहर के साथ मैदानी क्षेत्रों में कहीं- कहीं तेज बारिश की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवाशुं के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
http://www.universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745 
                     (सर्वाधिकार सुरक्षित) 

शुक्रवार, 14 जनवरी 2022

विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने की अपील: चौधरी

विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने की अपील: चौधरी
अजीत कुशवाहा          
कौशाम्बी। समर्थ किसान पार्टी के मंझनपुर विधानसभा के प्रत्याशी राधेश्याम चौधरी ने शुक्रवार को विधानसभा क्षेत्र के तमाम गांवों में भ्रमण किया और लोगों से मुलाकात की। इस दौरान लोगों से वार्ता करते हुए राधेश्याम चौधरी ने लोगों से विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने की अपील की। लोगो ने भी राधेश्याम चौधरी को विधायक बनाने का भरोसा दिलाया।
अपने क्षेत्र भ्रमण के कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को ग्राम भेलखा, खोरा, महुआखाडा, तन्नापर आदि गांवों में राधेश्याम चौधरी ने भ्रमण किया। इस दौरान लोगों से वार्ता करते हुए राधेश्याम चौधरी ने कहा कि कौशांबी जनपद की कई सालों से सूखी नहरों में सिंचाई के लिए पानी की सौगात लाने वाले समर्थ किसान पार्टी के उम्मीदवार को क्षेत्र के सभी किसानों को जीताना चाहिए। 
उन्होंने आगे कहा कि समर्थ किसान पार्टी के नेता एवं जिला पंचायत सदस्य अजय सोनी ने करारी माइनर, समदा माइनर, अगियौना माइनर, टेवा माईनर आदि नहरों में पानी लाने के लिए जिला मुख्यालय मंझनपुर में सैकड़ों दिन धरना प्रदर्शन किए थे। ताकि किसानों को सिंचाई के लिए नहरों से पानी मिल सके। इसलिए समर्थ किसान पार्टी के प्रत्याशी को विधानसभा पहुंचने का मौका दें इस अवसर पर जीतेन्द्र सिंह, सोनी यादव, राहुल चौधरी, मनोज तिवारी, दिलीप सोनकर आदि मौजूद रहे।

नोडल अधिकारी के साथ स्वास्थ्य विभाग की बैठक
गोपीचंद         बागपत। प्रमुख सचिव (श्री अमृत अभिजात) प्राविधिक शिक्षा व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग/जनपद नोडल अधिकारी ने बागपत का भ्रमण किया और उन्होंने कोविड-19 कंट्रोल रूम विकास भवन सभागार में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को दृष्टिगत रखते हुए स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक कर संबंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। नोडल अधिकारी ने कहा, कोविड-19 से बचाव के लिए मास्क लगाए जाने के लिए जनपद में जागरूकता अभियान चलाया जाए। कोविड संक्रमण से बचाव के प्रति लोगों को अवश्य जागरूक किया जाए और जनपद के प्रत्येक व्यक्ति कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें, स्वस्थ रहें और सुरक्षित रहें। उन्होंने कहा नगर पालिका /नगर पंचायतों ,ग्राम पंचायतों में अन्य संसाधनों के माध्यम से  लाउडस्पीकर के माध्यम से भी जागरूकता अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा 15 से 18 वर्ष व उससे ऊपर के कोई व्यक्ति बिना कोविड टीकाकरण के वंचित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने पुलिस विभाग को यह भी निर्देश दिए। जो व्यक्ति मास्क  नहीं लगा रहा है। 
उसका चालान किया जाए। नोडल अधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरूरपुर में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट व आरटी पीसीआर लैब व कोविड-19 अस्पताल का निरीक्षण किया और संबंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। नोडल अधिकारी को सभी व्यवस्थाएं अच्छी मिली उन्होंने कहा अगर कोई संक्रमित व्यक्ति अस्पताल में भर्ती होता है तो उसे अच्छा उपचार दिया जाए और उसे सभी आवश्यक व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई जाएं। नोडल अधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरूरपुर में स्थापित 333 लीटर प्रति घंटा क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया और कहा कि यह बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी राज कमल यादव ,पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन, मुख्य विकास अधिकारी रंजीत सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर भुजवीर , डिप्टी सीएमओ डॉक्टर यशवीर ,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक बागपत विभास राजपूत सहित आदि अधीक्षक उपस्थित रहे।

5 विधानसभा सीट के लिए नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ
अश्वनी उपाध्याय          गाज़ियाबाद। जिला मुख्यालय में पांचों विधानसभा सीट के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए मुख्यालय परिसर में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सुरक्षा की कमान एडीएम सिटी विपिन कुमार, एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल सहित अन्य अधिकारियों ने कमान संभाल रखी है। जिला मुख्यालय के मुख्य प्रवेशद्वार से सिर्फ अधिकारियों व चुनाव में लगे अधिकारियों के वाहन जाने दिए जा रहे हैं। इसके अलावा मीडिया की एंट्री भी पास के जरिए हो रही है। नामांकन के लिए आने वाले प्रत्याशियों के वाहनों को इंग्राहम इंस्टीट्यूट में बनाई गई पार्किंग में खड़ा किया जा रहा है। मुख्यालय की सर्विस रोड दो पहिया वाहनों की आवाजाही के लिए भी बंद कर दी गई है। डीएम कार्यालय के प्रवेशद्वार पर ही डोर फ्रेम मैटल डिटेक्टर से ही लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है। 

नामांकन प्रक्रिया के लिए जिला मुख्यालय में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है। जिला मुख्यालय के मुख्य गेट से ही वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई है। सिर्फ नामांकन पत्र भरने आ रहे प्रत्याशियों और अधिकारियों को ही मुख्यालय परिसर में प्रवेश दिया जा रहा है। जगह-जगह सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। नामांकन कक्ष में जाने से पूर्व थर्मल स्कैनिंग से जांच के बाद हाथों को सेनेटाइज कराया जा रहा है। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी लगातार सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भ्रमण कर रहे हैं।

चंडीगढ़: 4.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज

चंडीगढ़: 4.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज         
अमित शर्मा            चंडीगढ़। हरियाणा और पंजाब के कई इलाकों में शुक्रवार को सर्दी के प्रकोप में वृद्धि हुई। हरियाणा का हिसार कड़ाके की सर्दी की चपेट में है। जहां न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग के मुताबिक हरियाणा के सिरसा में भी सर्द रात रही और यहां का न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि दिल्ली से सटे गुड़गांव में भी पारा 7.5 डिग्री तक लुढ़क गया। दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी एवं केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 11 डिटग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अंबाला में न्यूनतम तापमान 10.3 डिग्री दर्ज किया गया। जो सामान्य से अधिक है। पंजाब के बठिंडा में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और यहां न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री दर्ज किया गया है। जबकि अमृतसर में न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री रहा। राज्य के गुरदासपुर में भी रात सर्द रही और यहां का न्यूनतम तापमान 5.2 दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक जालंधर, मोगा और लुधियाना में भी न्यूनतम तापमान क्रमश: 8.6, 5.9 और 8.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 

एमपी: बैंकों का समय बदलने की मांग, सख्ती बढ़ाईं
मनोज सिंह ठाकुर           
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर लगातार जारी है। राजधानी भोपाल में भी कोरोना ने चिंता बढ़ा दी हैं। एक जनवरी से लेकर अब तक यहां 5 हजार से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए एक तरफ सरकार ने जहां सख्ती की है। वहीं, अब बैंककर्मियों ने भी बैंकों के समय को बदलने की मांग उठाना शुरू कर दी है।
कर्मचारियों ने कहा, कि बैंक सप्ताह में केवल 5 दिन ही खोले जाएं। साथ ही 50% स्टॉफ को बुलाने की मांग उठाई है। जिससे बैंककर्मी कोरोना संक्रमण से बच सकते हैं। कोरोना की पहली और दूसरी वेव के दौरान कई बैंककर्मी संक्रमित हुए थे, प्रदेश में कुछ बैंक तो ऐसे भी थे। जहां सभी कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। जिसके बाद बैंकों को बंद करना पड़ा था। वहीं अब थर्ड वेव में कई बैंककर्मी संक्रमित हो रहे हैं। जिसे लेकर अब मांग उठ रही है कि बैंकों का टाइमिंग कम किया जाए, बैंकों में 5 डे वर्किंग और 50% स्टॉफ को ही बुलाया जाए। 
वहीं, यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के स्टेट को-ऑर्डिनेटर वीके शर्मा का कहना है कि समय रहते अगर इन मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो जल्द ही बैंक भी कोरोना का हॉट स्पॉट बन जाएंगे। बैंककर्मियों की मांगे हैं कि कोरोना काल में बैंक सप्ताह में केवल 5 दिन ही खोले जाएं, बैंकों का टाइमिंग सुबह 10 बजे खुले और दोपहर 2 बजे तक ही हो, रोजाना 50 प्रतिशत स्टॉफ को रोटेशन के साथ बुलाया जाए। सभी बैंककर्मियों को जल्द से जल्द बूस्टर डोज लगाया जाए। बैंकों में आने वाले ग्राहकों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाया जाए। जिससे बैंककर्मी के साथ अन्य ग्राहक संक्रमण से बच सकते हैं।

980 मेडिकल अधिकारियों की भर्ती, विज्ञापन जारी
राणा ओबरॉय           चंडीगढ़। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं व सेवाओं को सुदृढ़, दुरुस्त और लगातार संचालित करने के उद्देश्य से जल्द ही 980 मेडिकल अधिकारियों (हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज ग्रुप-ए) की भर्ती की जाएगी और इस संबंध में एक विज्ञापन भी जारी कर दिया गया है और पात्र उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किये गये है। उन्होंने कहा कि हरियाणा स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल अधिकारियों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया गया है। इसके तहत 980 रिक्त पदों के तहत इन मेडिकल अधिकारियों की भर्ती की जाएगी और इन पदों के लिए आवेदन भी आमंत्रित कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इन अधिकारियों को राज्य के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं में नियमित भर्ती के तौर पर रखा जाएगा। 
इसी प्रकार, श्री विज ने बताया कि इन 980 पदों में से 270 पद सामान्य श्रेणी, 472 पद अनुसूचित जाति श्रेणी, 80 पद बीसी-ए श्रेणी, 25 पद बीसी-बी श्रेणी, 133 पद ईडब्ल्यूएस श्रेणी के शामिल हैं। उन्होंने बताया कि आरक्षण का लाभ तथा आवेदन फॉर्म, पात्रता इत्यादि की जानकारी हरियाणा स्वास्थ्य विभाग और स्वास्थ्य आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, रोहतक की वेबसाइट  पर जाकर देखी जा सकती है।

ब्रिटिश 'पीएम' बोरिस पर इस्तीफे का दवाब बढ़ा

ब्रिटिश 'पीएम' बोरिस पर इस्तीफे का दवाब बढ़ा     

सुनील श्रीवास्तव          लंदन। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को थामने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान आयोजित की गई शराब पार्टी के बाद विवादों के झमेले में फंसे ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के ऊपर अब इस्तीफा देने का दबाव बढ़ता जा रहा है। संसद में बे-मन के साथ माफी मांगने के बाद भी उनके ऊपर पड रहा इस्तीफे का दबाव कम नहीं हुआ है। जिसके चलते उनकी पार्टी के 10 में से 6 मतदाताओं ने प्रधानमंत्री के कामकाज करने के तरीके को खराब बताया है।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के ऊपर इस समय अपने पद से इस्तीफा देने का दबाव बढ़ता ही चला जा रहा है। देश के भीतर कोरोना वायरस के संक्रमण को थामने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान आयोजित की गई दारू पार्टी की वजह से प्रधानमंत्री विवादों के घेरे में आ गए थे। हालांकि मन नहीं होने के बावजूद प्रधानमंत्री की ओर से संसद के भीतर इस मामले को लेकर माफी मांग ली गई थी, लेकिन बताया जा रहा है कि इसके बावजूद भी उनके ऊपर इस्तीफे का दबाव लगातार बढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि कंजरवेटिव पार्टी के 10 में से 6 सदस्य प्रधानमंत्री के कामकाज करने के तौर-तरीके को खराब मान रहे हैं। पता चल रहा है कि प्रधानमंत्री की लोकप्रियता घटकर अब केवल 36 प्रतिशत ही रह गई है। इन सबके बीच बोरिस जॉनसन की सरकार में भारतीय मूल के वित्त मंत्री ऋषि सुनक ब्रिटेन के भीतर प्रधानमंत्री पद के लिए पहली पसंद बनकर तेजी के साथ उभर रहे हैं। 

उनकी पार्टी की ओर से कराए गए सर्वे में 46 फ़ीसदी लोगों ने यह बात मानी है कि वित्तमंत्री ऋषि सुनक मौजूदा प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से बेहतर पीएम साबित हो सकते हैं। यदि ऋषि सुनक को प्रधानमंत्री बनाया जाता है तो वर्ष 2024 की 2 मई को होने वाले आम चुनाव के दौरान उनकी पार्टी कंजरवेटिव पार्टी को बोरिस जॉनसन के प्रधानमंत्री रहने के मुकाबले ज्यादा सीटें हाथ लग सकती है। उधर जॉनसन द्वारा लॉकडाउन पार्टी की बात कबूल कर लेने के बाद स्वास्थ्य सचिव की ओर से अपना इस्तीफा दे दिया गया है।


एंटी-शिप मिसाइल सिस्टम अधिग्रहण को मंजूरी दी
अखिलेश पांडेय      
नई दिल्ली/ बीजिंग/ मनीला। भारत और चीन सागर से लद्दाख तक आंखें दिखा रहे चीनी ड्रैगन को बड़ा झटका लगा है। फिलीपींस ने शुक्रवार को ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड से अपनी नौसेना के लिए एंटी-शिप मिसाइल सिस्टम अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है। यह प्रस्ताव डील करीब 37 करोड़ 40 लाख डॉलर की होगी अमेरिकी डॉलर का है।
इस संबंध में जल्‍द ही दोनों देशों के बीच समझौते पर हस्‍ताक्षर होगा। ड्रैगन की दादागिरी से जूझ रहे दक्षिण पूर्वी एशियाई देश फिलीपींस ने भारत के साथ दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक एंटी शिप क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस की खरीद को मंजूरी दे दी। हैब्रह्मोस मिसाइल के लिए यह पहला विदेशी आर्डर है। फिलीपींस के राष्ट्रीय रक्षा विभाग द्वारा ब्रह्मोस के अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है।बता दें कि इस हफ्ते 11 जनवरी को भारतीय नौसेना और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। मिसाइल भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम है जहां डीआरडीओ भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व करता है।
मिसाइल का परीक्षण आईएनएस विशाखापत्तनम से किया गया था जो हाल ही में शामिल भारतीय नौसेना का नवीनतम युद्धपोत है। ब्रह्मोस भारतीय नौसेना के युद्धपोतों की मुख्य हथियार प्रणाली है और इसे इसके लगभग सभी सतह प्लेटफार्मों पर तैनात किया गया है।इसका एक पानी के नीचे वाला संस्करण भी विकसित किया जा रहा है जिसका उपयोग न केवल भारत की पनडुब्बियों द्वारा किया जाएगा, बल्कि मित्र देशों को निर्यात के लिए भी पेश किया जाएगारोचक बात यह है, कि फिलीपींस अमेरिका का सहयोगी देश है। लेकिन चीन के खिलाफ सैन्‍य तैयारी के लिए उसने भारत-रूस द्वारा मिलकर बनाई गई ब्रह्मोस मिसाइल पर भरोसा जताया है। माना जा रहा है कि जल्‍द ही चीन का एक और पड़ोसी देश वियतनाम भी भारत के साथ ब्रह्मोस मिसाइल का समझौता कर सकता है। दोनों ही देशों के बीच इस मिसाइल डील को लेकर बातचीत चल रही है। इंडोनेशिया सहित कई देशों और कई खाड़ी देशों ने मिसाइल खरीदने में रुचि दिखाई है।

मिशिगन झील के तट पर बनीं आकृतियों का खुलासा
सुनील श्रीवास्तव         
वाशिंगटन डीसी। मिशिगन झील के किनारे बनीं इन अजीबोगरीब संरचनाओं को लैंडस्केप और प्रकृति फोटोग्राफर जोशुआ नोविकी ने सबसे पहले अपने कैमरे में कैद की। जैसे ही उन्होंने इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया तो, देखते ही देखते फोटो वायरल हो गए। इन आश्चर्यजनक तस्वीरों को अब लोग एलियंस के साथ जोड़ रहे हैं, हालांकि इनके पीछे की सच्चाई कुछ और ही है। कई लोगों के मन में सवाल उठने लगे कि आखिर ये आकृतियां बनीं कैसे।
मिशिगन झील के तट पर बनीं आकृतियों को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है। आपको बता दें कि इन संरचनाओं को किसी एलियंस या परग्रही ने नहीं बल्कि तेज हवाओं ने बनाया है। प्रकृति की कारीगरी का ये नायाब नमूना अपने आप में ही आश्चर्य है, लोगों को विश्वास नहीं हो पा रहा है कि हवाओं की मदद से ये संरचना बनी होगी। हालांकि कई लोगों ने मजाकिया लहजे में कहा के इसे एलियंस ने बनाया है।

अफ्रीका ने तीसरे टेस्ट में भारत को 7 विकेट से हराया

अफ्रीका ने तीसरे टेस्ट में भारत को 7 विकेट से हराया     
मोमीन मलिक         प्रिटोरिया। साउथ अफ्रीका ने टेस्ट सीरीज में पिछड़ने के बाद 2-1 से जीत हासिल की। अफ्रीकी टीम ने शुक्रवार को तीसरे टेस्ट में भारत को 7 विकेट से हराया। यह मुकाबला 4 ही दिन में खत्म हो गया। भारत ने साउथ अफ्रीका को 212 रन का लक्ष्य दिया था। कीगन पीटरसन ने दूसरी पारी में 82 रन बनाकर टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। भारत ने पहली पारी में 223 जबकि दूसरी पारी में 198 रन बनाए थे। साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 210 रन का स्कोर खड़ा किया था। सीरीज का पहला टेस्ट भारत ने जीता था। लेकिन मेजबान टीम ने अंतिम दोनों टेस्ट जीतकर सीरीज पर कब्जा किया। 
भारतीय टीम यहां 30 साल में कभी भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है। 
अब दोनों देशों के बीच 19 जनवरी से तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी। कीगन पीटरसन 48 रन पर नाबाद थे। उन्होंने दिन के दूसरे ओवर में सीरीज का अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया। उन्हाेंने पहली पारी में भी शानदार 72 बनाए थे। 59 रन पर पीटरसन का कैच पहली स्लिप पर चेतेश्वर पुजारा ने टपकाया। अगर यह कैच पकड़ लिया जाता। मैच रोमांचक हो सकता था, क्योंकि इसके बाद भी साउथ अफ्रीका को 86 रन की जरूरत थी।

ऐसी अनोखी चिड़िया, जिसके जमीन पर पांव नहीं पड़तें
सरस्वती उपाध्याय          आपने एक फेमस गाना तो सुना ही होगा, ‘आजकल पांव जमीं पर नहीं पड़ते मेरे’। जब कोई बहुत खुश होता है तो कहते हैं कि उसके पैर जमीन पर नहीं पड़ रहे, वो सातवें आसमान तक पहुंच जाता है। मगर क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसी भी अनोखी चीड़िया है ? जिसके कदम जमीन पर कभी नहीं पड़ते हैं। वैज्ञानिक भी इस चिड़िया के बारे में जानकर दंग हो जाते हैं
हम बात कर रहे हैं हरियल पक्षी की, ये बेहद अनोखी चिड़िया है। 
जो कभी भी जमीन पर कदम नहीं रखती है। ये चिड़िया दिखने में कबूतर जैसी ही लगती है। इसका रंग स्लेटी और हरा होता है। जबकि इसपर पीले रंग की धारियां होती हैं। अपने अनोखे रंग के ही कारण इसे हरियल पक्षी ही कहते हैं। ये चिड़िया भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाती है और हमेशा ही ऊंचे पेड़ों पर अपने घोंसले बनाती है।
जमीन पर आने की नहीं पड़ती जरूरत: रिपोर्ट्स के अनुसार इस चिड़िया की चोंच काफी मजबूत होती है और ये फलों और पत्तियों पर जमने वाली ओस को पीकर अपनी प्यास बुझाती है। दूसरी ओर इस चिड़िया ऊंचे पेड़ों पर ही घोंसला बनाती है। आपको बता दें अन्य पक्षियों की तरह ये चिड़िया घास के तिनकों और पत्तों का इस्तेमाल कर के ही घोंसला बनाती है। इसे पत्ते, फल, फूल की कलियां, बीज, फसल के अनाज आदि पसंद हैं। इसके अलावा ये चिड़िया पीपल, अंजीर, गूलर आदि के पेड़ों के पत्ते भी खाती है। यही कारण है कि इस चिड़िया की सारी जरूरतें पेड़ों से ही पूरी हो जाती हैं। इस कारण से इसे जमीन पर आने की जरूरत नहीं पड़ती है।
कई साल तक जीवित रहती है चिड़िया: ये चिड़िया अपने स्वभाव में सुस्त और शर्मीली होती है। इसलिए ये इंसानों के पास ज्यादा नहीं आती है। कई रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि ये चिड़िया 26 सालों तक जीवित रह सकती है। लंबाई में ये 3 फीट की होती है और अक्सर पेड़ों की ऊंचाई पर नर और मादा बैठे हुए दिख जाते हैं। मगर जानकारों का मानना है कि नर के मुकाबले मादा ज्यादा सुस्त होती है। यूं तो ये चिड़िया महाराष्ट्र की राज्य पक्षी है। मगर उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पाई जाती है। पाकिस्तान, नेपाल और श्रीलंका में भी पक्षी पाई जाती है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-344, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. बुधवार, नवंबर 27, 2024 3. शक-1945, कार्तिक, कृष्ण-पक्ष, ...