शुक्रवार, 14 जनवरी 2022

ब्रिटिश 'पीएम' बोरिस पर इस्तीफे का दवाब बढ़ा

ब्रिटिश 'पीएम' बोरिस पर इस्तीफे का दवाब बढ़ा     

सुनील श्रीवास्तव          लंदन। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को थामने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान आयोजित की गई शराब पार्टी के बाद विवादों के झमेले में फंसे ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के ऊपर अब इस्तीफा देने का दबाव बढ़ता जा रहा है। संसद में बे-मन के साथ माफी मांगने के बाद भी उनके ऊपर पड रहा इस्तीफे का दबाव कम नहीं हुआ है। जिसके चलते उनकी पार्टी के 10 में से 6 मतदाताओं ने प्रधानमंत्री के कामकाज करने के तरीके को खराब बताया है।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के ऊपर इस समय अपने पद से इस्तीफा देने का दबाव बढ़ता ही चला जा रहा है। देश के भीतर कोरोना वायरस के संक्रमण को थामने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान आयोजित की गई दारू पार्टी की वजह से प्रधानमंत्री विवादों के घेरे में आ गए थे। हालांकि मन नहीं होने के बावजूद प्रधानमंत्री की ओर से संसद के भीतर इस मामले को लेकर माफी मांग ली गई थी, लेकिन बताया जा रहा है कि इसके बावजूद भी उनके ऊपर इस्तीफे का दबाव लगातार बढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि कंजरवेटिव पार्टी के 10 में से 6 सदस्य प्रधानमंत्री के कामकाज करने के तौर-तरीके को खराब मान रहे हैं। पता चल रहा है कि प्रधानमंत्री की लोकप्रियता घटकर अब केवल 36 प्रतिशत ही रह गई है। इन सबके बीच बोरिस जॉनसन की सरकार में भारतीय मूल के वित्त मंत्री ऋषि सुनक ब्रिटेन के भीतर प्रधानमंत्री पद के लिए पहली पसंद बनकर तेजी के साथ उभर रहे हैं। 

उनकी पार्टी की ओर से कराए गए सर्वे में 46 फ़ीसदी लोगों ने यह बात मानी है कि वित्तमंत्री ऋषि सुनक मौजूदा प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से बेहतर पीएम साबित हो सकते हैं। यदि ऋषि सुनक को प्रधानमंत्री बनाया जाता है तो वर्ष 2024 की 2 मई को होने वाले आम चुनाव के दौरान उनकी पार्टी कंजरवेटिव पार्टी को बोरिस जॉनसन के प्रधानमंत्री रहने के मुकाबले ज्यादा सीटें हाथ लग सकती है। उधर जॉनसन द्वारा लॉकडाउन पार्टी की बात कबूल कर लेने के बाद स्वास्थ्य सचिव की ओर से अपना इस्तीफा दे दिया गया है।


एंटी-शिप मिसाइल सिस्टम अधिग्रहण को मंजूरी दी
अखिलेश पांडेय      
नई दिल्ली/ बीजिंग/ मनीला। भारत और चीन सागर से लद्दाख तक आंखें दिखा रहे चीनी ड्रैगन को बड़ा झटका लगा है। फिलीपींस ने शुक्रवार को ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड से अपनी नौसेना के लिए एंटी-शिप मिसाइल सिस्टम अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है। यह प्रस्ताव डील करीब 37 करोड़ 40 लाख डॉलर की होगी अमेरिकी डॉलर का है।
इस संबंध में जल्‍द ही दोनों देशों के बीच समझौते पर हस्‍ताक्षर होगा। ड्रैगन की दादागिरी से जूझ रहे दक्षिण पूर्वी एशियाई देश फिलीपींस ने भारत के साथ दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक एंटी शिप क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस की खरीद को मंजूरी दे दी। हैब्रह्मोस मिसाइल के लिए यह पहला विदेशी आर्डर है। फिलीपींस के राष्ट्रीय रक्षा विभाग द्वारा ब्रह्मोस के अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है।बता दें कि इस हफ्ते 11 जनवरी को भारतीय नौसेना और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। मिसाइल भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम है जहां डीआरडीओ भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व करता है।
मिसाइल का परीक्षण आईएनएस विशाखापत्तनम से किया गया था जो हाल ही में शामिल भारतीय नौसेना का नवीनतम युद्धपोत है। ब्रह्मोस भारतीय नौसेना के युद्धपोतों की मुख्य हथियार प्रणाली है और इसे इसके लगभग सभी सतह प्लेटफार्मों पर तैनात किया गया है।इसका एक पानी के नीचे वाला संस्करण भी विकसित किया जा रहा है जिसका उपयोग न केवल भारत की पनडुब्बियों द्वारा किया जाएगा, बल्कि मित्र देशों को निर्यात के लिए भी पेश किया जाएगारोचक बात यह है, कि फिलीपींस अमेरिका का सहयोगी देश है। लेकिन चीन के खिलाफ सैन्‍य तैयारी के लिए उसने भारत-रूस द्वारा मिलकर बनाई गई ब्रह्मोस मिसाइल पर भरोसा जताया है। माना जा रहा है कि जल्‍द ही चीन का एक और पड़ोसी देश वियतनाम भी भारत के साथ ब्रह्मोस मिसाइल का समझौता कर सकता है। दोनों ही देशों के बीच इस मिसाइल डील को लेकर बातचीत चल रही है। इंडोनेशिया सहित कई देशों और कई खाड़ी देशों ने मिसाइल खरीदने में रुचि दिखाई है।

मिशिगन झील के तट पर बनीं आकृतियों का खुलासा
सुनील श्रीवास्तव         
वाशिंगटन डीसी। मिशिगन झील के किनारे बनीं इन अजीबोगरीब संरचनाओं को लैंडस्केप और प्रकृति फोटोग्राफर जोशुआ नोविकी ने सबसे पहले अपने कैमरे में कैद की। जैसे ही उन्होंने इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया तो, देखते ही देखते फोटो वायरल हो गए। इन आश्चर्यजनक तस्वीरों को अब लोग एलियंस के साथ जोड़ रहे हैं, हालांकि इनके पीछे की सच्चाई कुछ और ही है। कई लोगों के मन में सवाल उठने लगे कि आखिर ये आकृतियां बनीं कैसे।
मिशिगन झील के तट पर बनीं आकृतियों को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है। आपको बता दें कि इन संरचनाओं को किसी एलियंस या परग्रही ने नहीं बल्कि तेज हवाओं ने बनाया है। प्रकृति की कारीगरी का ये नायाब नमूना अपने आप में ही आश्चर्य है, लोगों को विश्वास नहीं हो पा रहा है कि हवाओं की मदद से ये संरचना बनी होगी। हालांकि कई लोगों ने मजाकिया लहजे में कहा के इसे एलियंस ने बनाया है।

अफ्रीका ने तीसरे टेस्ट में भारत को 7 विकेट से हराया

अफ्रीका ने तीसरे टेस्ट में भारत को 7 विकेट से हराया     
मोमीन मलिक         प्रिटोरिया। साउथ अफ्रीका ने टेस्ट सीरीज में पिछड़ने के बाद 2-1 से जीत हासिल की। अफ्रीकी टीम ने शुक्रवार को तीसरे टेस्ट में भारत को 7 विकेट से हराया। यह मुकाबला 4 ही दिन में खत्म हो गया। भारत ने साउथ अफ्रीका को 212 रन का लक्ष्य दिया था। कीगन पीटरसन ने दूसरी पारी में 82 रन बनाकर टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। भारत ने पहली पारी में 223 जबकि दूसरी पारी में 198 रन बनाए थे। साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 210 रन का स्कोर खड़ा किया था। सीरीज का पहला टेस्ट भारत ने जीता था। लेकिन मेजबान टीम ने अंतिम दोनों टेस्ट जीतकर सीरीज पर कब्जा किया। 
भारतीय टीम यहां 30 साल में कभी भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है। 
अब दोनों देशों के बीच 19 जनवरी से तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी। कीगन पीटरसन 48 रन पर नाबाद थे। उन्होंने दिन के दूसरे ओवर में सीरीज का अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया। उन्हाेंने पहली पारी में भी शानदार 72 बनाए थे। 59 रन पर पीटरसन का कैच पहली स्लिप पर चेतेश्वर पुजारा ने टपकाया। अगर यह कैच पकड़ लिया जाता। मैच रोमांचक हो सकता था, क्योंकि इसके बाद भी साउथ अफ्रीका को 86 रन की जरूरत थी।

ऐसी अनोखी चिड़िया, जिसके जमीन पर पांव नहीं पड़तें
सरस्वती उपाध्याय          आपने एक फेमस गाना तो सुना ही होगा, ‘आजकल पांव जमीं पर नहीं पड़ते मेरे’। जब कोई बहुत खुश होता है तो कहते हैं कि उसके पैर जमीन पर नहीं पड़ रहे, वो सातवें आसमान तक पहुंच जाता है। मगर क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसी भी अनोखी चीड़िया है ? जिसके कदम जमीन पर कभी नहीं पड़ते हैं। वैज्ञानिक भी इस चिड़िया के बारे में जानकर दंग हो जाते हैं
हम बात कर रहे हैं हरियल पक्षी की, ये बेहद अनोखी चिड़िया है। 
जो कभी भी जमीन पर कदम नहीं रखती है। ये चिड़िया दिखने में कबूतर जैसी ही लगती है। इसका रंग स्लेटी और हरा होता है। जबकि इसपर पीले रंग की धारियां होती हैं। अपने अनोखे रंग के ही कारण इसे हरियल पक्षी ही कहते हैं। ये चिड़िया भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाती है और हमेशा ही ऊंचे पेड़ों पर अपने घोंसले बनाती है।
जमीन पर आने की नहीं पड़ती जरूरत: रिपोर्ट्स के अनुसार इस चिड़िया की चोंच काफी मजबूत होती है और ये फलों और पत्तियों पर जमने वाली ओस को पीकर अपनी प्यास बुझाती है। दूसरी ओर इस चिड़िया ऊंचे पेड़ों पर ही घोंसला बनाती है। आपको बता दें अन्य पक्षियों की तरह ये चिड़िया घास के तिनकों और पत्तों का इस्तेमाल कर के ही घोंसला बनाती है। इसे पत्ते, फल, फूल की कलियां, बीज, फसल के अनाज आदि पसंद हैं। इसके अलावा ये चिड़िया पीपल, अंजीर, गूलर आदि के पेड़ों के पत्ते भी खाती है। यही कारण है कि इस चिड़िया की सारी जरूरतें पेड़ों से ही पूरी हो जाती हैं। इस कारण से इसे जमीन पर आने की जरूरत नहीं पड़ती है।
कई साल तक जीवित रहती है चिड़िया: ये चिड़िया अपने स्वभाव में सुस्त और शर्मीली होती है। इसलिए ये इंसानों के पास ज्यादा नहीं आती है। कई रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि ये चिड़िया 26 सालों तक जीवित रह सकती है। लंबाई में ये 3 फीट की होती है और अक्सर पेड़ों की ऊंचाई पर नर और मादा बैठे हुए दिख जाते हैं। मगर जानकारों का मानना है कि नर के मुकाबले मादा ज्यादा सुस्त होती है। यूं तो ये चिड़िया महाराष्ट्र की राज्य पक्षी है। मगर उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पाई जाती है। पाकिस्तान, नेपाल और श्रीलंका में भी पक्षी पाई जाती है।

अभिनेता सलमान की संपत्ति का वारिस कौन ?

अभिनेता सलमान की संपत्ति का वारिस कौन ?      
कविता गर्ग          मुंबई। बॉलीवुड के फेमस अभिनेता दबंग खान उर्फ़ सलमान खान ने लाखो लड़कियों को अपना दीवाना बना दिया। यही नही बहुत सी अभिनेत्रियों के साथ अफेयर के चलते वो सुर्खियों में भी रहे और बहुत बार उनकी शादी तक बात पहुंची। लेकिन शादी हो नही पाई। सलमान के फैन आज भी उनकी शादी का इंतज़ार करते है। अपने फैन्स की इस इच्छा का जबाब तो  सलमान खान के पास ही है कि वे शादी करेंगे या नही ? सलमान खान की उम्र 55 साल हो गयी है और अब सलमान खान का शादी करने का कोई इरादा नही लगता।
अगर सलमान खान को शादी नही करनी है तो सवाल यह उठता है कि कुंवारे सलमान खान आखिरकार अपनी हजारों करोड़ रुपयों की संपत्ति किसे सौंपकर जाएंगे। एक बार सलमान ने खुद इसका ख़ुलासा किया था। गौरतलब है कि सदी के महानयक अमिताभ बच्चन के बाद उनकी हजारों, करोड़ रुपयों की संपत्ति के वारिस उनके बेटे और अभिनेता अभिषेक बच्चन होंगे। जबकि इस मामले में सलमान खान के साथ क्या होगा? बेटा तो दूर की बात उनकी तो शादी तक नहीं हुई है। ऐसे में उनके बाद उनकी संपत्ति का वारिस कौन होगा ?

अभिनेत्री श्रुति ने फिल्म इंडस्ट्री से ब्रेक लिया: मुंबई
कविता गर्ग            मुंबई। श्रुति हासन ने फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले म्यूजिक को अपना करियर माना था। उस समय श्रुति गॉथ कल्चर से जुड़ी थीं। उन्होंने इस कल्चर में अपनी एक अलग पहचान और जगह बनाई थी। सोशल मीडिया पर भी वह अपनी इसी इमेज के कारण जानी जाती थीं, लेकिन श्रुति हासन को उनके इस कल्चर के लिए काफी ट्रोल भी किया गया था। कई लोगों ने उन्हें चुड़ैल कहा था। हाल ही में श्रुति हासन ने एक इंटरव्यू में बताया कि एक्टिंग से ब्रेक लेकर वह म्यूजिक इंडस्ट्री में पूरी तरह फोकस करना चाहती हैं। एक बार फिर से वह अपने इसी गॉथ कल्चर में वापसी करना चाहती हैं। 
श्रुति हासन ने पिंकविला संग बातचीत में कहा, "कुछ समय के लिए जब मैंने फिल्म से ब्रेक लिया और म्यूजिक पर वापस फोकस करने का प्रयास किया तो मैं उस दौरान लंदन में स्टोरीज लिख रही थी। कुछ लोगों को यह बात मेरी समझ में नहीं आई। मैंने जब दोबारा वही गॉथिक कल्चर अपनाया तो लोगों ने मुझे वैंपायर और चुड़ैल कहकर बुलाया।" श्रुति हासन का निगेटिव फीडबैक से कोई फर्क नहीं पड़ता है। श्रुति हासन कहती हैं कि मैं सोचती थी कि कोई बात नहीं कह लो जो भी कहना चाहते हो। तुम मुझे चुड़ैल कहते रहोगे, लेकिन यही कल्चर मुझे मजबूत बनाता है और मैं इससे खुद को पावरफुल महसूस करती हूं। अब तो इन लोगों ने मुझे कुछ भी कहना बंद कर दिया है, इस सिलसिले में। श्रुति हासन साल 2020 में दो साल बड़े पर्दे पर फिल्म 'यारा' में नजर आई थीं। इसके बाद साल 2021 में यह पांच हिंदी और तेलुगू फिल्मों में दिखाई दीं।

पशु हत्याकांड मामलें में 3 गिरफ्तार किए: खुलासा

पशु हत्याकांड मामलें में 3 गिरफ्तार किए: खुलासा     
पंकज कपूर          रूद्रपुर। बहुचर्चित पशु हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मामलेें में पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि गिरोह के सरगना सहित तीन अभी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है। बता दें कि 9 जनवरी की रात शहर के श्याम चैकी टाॅकीज रोड पर गगन ज्योति बारात घर के सामने खाली प्लाट में कुछ लोगों ने दो बेजुबान पशुओं की नृशंस हत्या कर उनके शव को वहीं छोड़ दिये थे। इस घटना को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध जताया था, साथ ही पुलिस को जल्द घटना का खुलासा करने के लिए चोबीस घंटे का अल्टीमेटम भी दिया था।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस अभियुक्तों तक पहुंच गई। फुटेज में दिख रही उनकी कार पुलिस ने पहले ही बरामद कर लिया था। पुलिस ने मामले में रामपुर के तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया है। एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने आज खुलासा करते हुए बताया कि घटना गम्भीरता को देखते हुये कुमाऊ कमिश्नर दीपक रावत, पुलिस उपमहानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र नैनीताल व जिला अधिकारी ऊधम सिह नगर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद ऊधम सिंह नगर द्वारा स्वंय घटनास्थल पर आकर घटना का जायजा लिया गया था। खुलासे के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गयी थी। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फूटेज व इलेक्ट्रानिक सर्विलांस तथा सुरागरसी पतारसी की सहायता से एक सर्दिग्ध कार होण्डा सिटी रंग सफेद को गदरपुर की ओर से तीनपानी से होते हुये घटनास्थल आवास विकास क्षेत्र में आते हुये तथा घटनास्थल के आस पास के कैमरो से चार संदिग्ध व्यक्तियों द्वारा घटना कारित करते हुये तथा घटना के बाद बाया दिनेशपुर गदरपुर की ओर को वापस जाना देखा गया। 
छानबीन करने पर उक्त कार का सही रजिस्ट्रेशन नम्बर यूपी 25एक्स 0240तस्दीक किया गया।यह भी पता चला कि उक्त अभियुक्त गणो में से कुछ लोग गदरपुर क्षेत्र में किराये के मकान में रह रहे है तथा मूल रूप से जिला रामपुर के रहने वाले है। गुरूवार को प्रभारी एसओजी कमलेश भट्ट के नेतृत्व में टीएम ने जाफरपुर महतोष मस्जिद वाली गली के पास से अभियुक्त अयूब उर्फ हक्ला पुत्र मोहम्मद अहमद निवासी मोहल्ला अगलका थाना स्वार जिला रामपुर हाल निवासी जाफरपुर मजार वाली मस्जिद के पास वार्ड नú 5 थाना गदरपुर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अभियुक्त अयूब उर्फ हक्ला ने घटना के दिन दोनों गौवशीय जानवरों को काटने के बाद अचानक पुलिस की गाडी देखकर बाकी अवशेष मौके पर छोड़ने व गोमांस को शौलत अली व अफसर अली के साथ मिलकर बेचने की बात स्वीकार की। 
जिस आधार पर मुकदमे में अभियुक्त अफसर अली व शौलत अली के नाम की वृद्धि कर साक्ष्यों के आधार पर धारा 34/120 बी भादवि की बढ़ोत्तरी की गयी तथा अभियुक्त अयूब उर्फ हक्ला द्वारा घटना में प्रयुक्त वाहन को भी इनके कब्जे मे होना बताया। अभियुक्त अफसर अली पुत्र अली हुसैन निवासी खिदरपुर थाना अजीमनगर जिला रामपुर और शौलत अली पुत्र नक्शे अली निवासी खेमपुर थाना अजीमनगर जिला रामपुर को मय घटना में प्रयुक्त वाहन होण्डा सिटी कार के साथ अभियुक्त अयूब उर्फ हक्ला की निशादेही पर अफसर अली के घर के पास ग्राम खिरदपुर थाना अजीमनगर जिला रामपुर से समय गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में दानिश पुत्र अफसर अली निवासी ग्राम खिदरपुर थाना अजीमनगर जिला रामपुर ,उस्मान पुत्र नक्शे अली निवासी खेमपुर थाना अजीमनगर जिला रामपुर और नईम पुत्र मोहम्मद अहमद निवासी मोहल्ला अगलका थाना स्वार जिला रामपुर के नाम भी प्रकाश में आये हैं। इनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।

7 वर्षीय मासूम से दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार किया
दुष्यंत टीकम        
धमतरी। जिले के कुरूद थाना क्षेत्र में 7 साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। वही, परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि कुरूद निवासी आरोपी महेश ओझा ने मासूम बच्ची को बहला फुसला कर अपने गाडी में बिठाकर सुनसान क्षेत्र में ले गया है और उसके साथ अनैतिक कार्य किया। घर आने पर बच्ची ने अपने परिजन को घटना के बारे में जानकारी दी। जिसके बाद परिजन तत्काल थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराया। वही पुलिस ने दुष्कर्म का मामला दर्जकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी प्रारंभ

विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी प्रारंभ     
संदीप मिश्र     
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अयोध्या विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी कर चुकी भारतीय जनता पार्टी अब दोनों डिप्टी सीएम को भी चुनाव मैदान में उतारने के लिए जा रही है। पार्टी के भीतर बन रही सहमति के बाद दोनों डिप्टी सीएम के लिए सीटों का निर्धारण भी कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मजबूती के साथ एक बार फिर से उतरने के लिए जा रही भारतीय जनता पार्टी की ओर से मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अयोध्या विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। अब राज्य के भीतर दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य एवं दिनेश शर्मा को भी विधानसभा चुनाव में उतारने पर सहमति बनती दिख रही है। बताया जा रहा है कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को कौशांबी जनपद की सिराथू विधानसभा सीट से टिकट देते हुए मैदान में उतारा जा सकता है। यह उनकी पारंपरिक सीट भी रही है। केशव प्रसाद मौर्य भारतीय जनता पार्टी के भीतर बड़े पिछड़ा वर्ग के नेताओं के तौर पर जाने जाते हैं। उधर कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य एवं धर्म सिंह सैनी समेत कई अन्य ओबीसी नेताओं के भाजपा छोड़कर चले जाने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की अहमियत भाजपा के भीतर और भी अधिक बढ़ गई है। 
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को चुनाव मैदान में उतारकर भारतीय जनता पार्टी ओबीसी वोट बैंक को साधने की कोशिशों में जुट गई है। उल्लेखनीय है कि सिराथू विधानसभा सीट पर पांचवें चरण के अंतर्गत चुनाव होना है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के अलावा दूसरे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को लखनऊ की 3 में से किसी एक विधानसभा सीट से उतारने की भाजपा की ओर से तैयारियां की जा रही है। मिल रही जानकारी के मुताबिक एक तरफ भाजपा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अयोध्या सीट से उतारकर हिंदुत्व के एजेंडे को धार देना चाहती है। इसके अलावा दिनेश शर्मा को ब्राह्मण चेहरे एवं केशव प्रसाद मौर्य को ओबीसी चेहरे के तौर पर चुनाव मैदान में प्रस्तुत करने की तैयारी है। पूरी आक्रामकता के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य एवं दिनेश शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है।

'भाजपा' रटाने वाला अध्यापक लगा लें: अखिलेश  
संदीप मिश्र        
लखनऊ। सपा मुखिया अखिलेश यादव व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री आप कोई रटने वाला अध्यापक लगा लो, जो आपको रटाये। क्योंकि साढे़ चार में आप बिजली के कारखाने का नाम नहीं रट पाये। उन्होंने कहा कि यह गरीबों की जेब काटकर के अमीरों की तिजोरी भरने का जो काम कर रहा है वह भाजपा के लोग हैं। उन्होंने कहा, कि यह सेमीफाइनल चुनाव नहीं है, यह फाइनल चुनाव है। इस बार बीजेपी वाले तो ऐसा हिट विकेट हुए कि हमारे तमाम नेताओं की स्ट्रेटजी नहीं समझ पाये। उन्होंने कहा कि अब साईकिल का हैंडल भी ठीक है और दोनों पहिएं भी ठीक हैं।
अखिलेश यादव ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जो खबर को देख रहे होंगे कि लगातार उधर विकेट गिर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे बाबा मुख्यमंत्री क्रिकेट खेलना नहीं जानते। अगर वह क्रिकेट भी खेलना जानते होंगे तो अब तो उनसे कैच छूट गया। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्या का धन्यवाद अदा करते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि जिधर वह चले जाते हैं सरकार उनकी आ जाती है। उन्होंने कहा कि वह अकेले नहीं चले हैं वह पहले की तरह काफी संख्या में आये हैं। वह लोग गिनते गिन रहे थे कि 80 कभी 20, कहते थे कि तीन-चौथाई सीटें जीतकर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने कुछ दिन पहले कहा था कि मुख्यमंत्री आप कोई रटने वाला अध्यापक लगा लो, जो आपको रटाये क्योंकि साढे़ चार में आप बिजली के कारखाने का नाम नहीं रट पाये। उन्होंने कहा कि अब मुझे लगता है कि रटने के साथ-साथ उन्हें गणित का भी अध्यापक रखना पडेगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि यह जो 80 और 20 की बात कर रहे हैं, 80 लोग प्रतिशत समाजवादी पार्टी यानि गठबंधन के साथ खडे हो गये थे। उन्होंने कहा कि जिसने मंच को देखा होगा और स्वामी प्रसाद मौर्या जी बात सुनी होगी तो वह 20 प्रतिशत भी उनके खिलाफ हो गये होंगे। उन्होंने कहा कि अब भाजपा का सफाया होना तय है। अब कोई रोक नहीं सकता और जो लोग तीन-चौथाई की बात कर रहे थे। सच्चाई यह है कि तीन या चार सीट की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज बहुत ही शुभ दिन है नये साल के बाद यह त्यौहार ऐसा है बडे ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है और हमें लगता है कि सरकर के लोगों को पहले ही पता चल गया था कि स्वामी प्रसाद मौर्या, धर्म सिंह सैनी के साथ भारी संख्या में लोग आ रहे होंगे। पहले ही हमारे मुख्यमंत्री गोरखपुर चले गये हालांकि पहले ही उनकी टिकट बुक कर रखी है। वो 11 तारीख की टिकट थी लेकिन वह आप लोगों के आ जाने से आज ही वह गोरखपुर चले गये और जरूरी है इन्हें वापस भेजना। इसलिये जरूरी है इन्हें वापस भेजना कि अगर पीछे मुडकर देखें तो उन्होंने यूपी का बर्बाद कर दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि आज भाजपा के पास कोई ठोस उपलब्धि नहीं है यह वही भाजपा के लोग है कि जिन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया था कि सरकार आ जायेगी तो किसानों की आय दोगुना हो जायेगी और किसी फसल को सरकार ने खरीदा नहीं, जिस समय किसान को खाद्य की जरूरत थी तो सरकार उन्हें खाद्य नहीं दे पाई। अगर हमारे किसान को खाद्य मिल भी गई तो उसमे जब उन्होंने देखा होगा तो उसमें से 5 किलो खाद्य चोरी हो गई।
अखिलेश यादव ने कहा कि कहा कि यह भाजपा के वो लोग है, जिन्होंने पेट्रोल और डीजल महंगा कर दिया। आज पेट्रोल सौ के पार हैं और जिस कम्पनी का पेट्रोल-डीजल है, इनके गलत फैसलों की वजह से कम्पनी 600 प्रतिशत मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह गरीबों की जेब काटकर के अमीरों की तिजोरी भरने का जो काम कर रहा है वह भाजपा के लोग हैं। उन्होंने कहा कि जहां कई मौके हम लोगों ने देखें हैं बहुत-सी बातें अभी कही जा चुकी है लेकिन यह हम कह सकते हैं जो गिनती हम लोगों बताई थी। मंच पर बैठें हुए लोग और यहां पर आये हुए हमारे साथी, जो लोग समाजवादी रास्ते और अंबेडकरवादी लोग हैं। यह दोनों लोग मिलकर के आक्रोश का साथ ले लेंगे तो हो सकता है कि 400 सीटें भी गठबंधन जीत जाये। उन्होंने कहा कि जनता बदलाव के लिये बैठी हुई है, जनता परिवर्तन चाहती है। 
अखिलेश यादव ने कहा कि नौजवान यहां पर अपना हक और सम्मान मांगने आये थे लेकिन उन्हें लाठी मारकर अपमानित किया गया और जाने कितने लोगों को डराया गया। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या जी हमारे साथ आये तो पता चला कि पता नहीं किस जमाने का वारंट इशु कर दिया और दूसरे हमारे गठबंधन के अपना दल का जब से उनका साथ मिला है लगातार उनकी जांच कर उन्हें परेशान किया जा रहा है और कौंन भूल जायेगा डिजिटल इंडिया की गडबडी। छापा मारना था कहीं और छापा मार लिया आपने यहां। उन्होंने कहा कि चुनाव आ गया है, इसी दिन का हम लोग चुनाव का इंतेजार कर रहे थे। अब साईकिल का हैंडल भी ठीक है और दोनों पहिए भी ठीक है और इसको पैदल चलाने के लिये कितने नौजवान साथी दिखाई दे रहे हैं। अब कोई नहीं रोक सकता, इस रफ्तार को। जब समाजवादी और अंबेडकरवादी साथ आ गये। 
अखिलेश यादव ने कहा कि कई मौका पर गुमराह किया गया, कई मौकों पर नफरत फैलाई गई। उन्होंने कि यह सेमीफाइनल चुनाव नहीं है यह फाइनल चुनाव है। अगर बच्चा कमजोर हो पढ़ाई में तो पूरे परिवार के लोग लग जाते हैं उसे पढ़ाने और रटाने में और कभी-कभी परिवार के लोग परीक्षा में भी सहयोग के लिये जाते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के जो बाबा मुख्यमंत्री हैं वह फैल हो चुके हैं, कितने भी दिल्ली वाले आये। अब यह पास होने वाले नहीं हैं क्योंकि जनता ने मन बना लिया है कि इनका सूपडा साफ होगा। अखिलेश यादव ने कहा कि इस बार बीजेपी वाले तो ऐसा हिट विकेट हुए कि हमारे तमाम नेताओं की स्ट्रेटजी नहीं समझ पाये। अगर स्ट्रेटजी समझ जाते तो पता नहीं किस डैमेज कंट्रोल में लग जाते। उन्होंने कहा कि हमें खुशी इस बात की है कि इस बार पत्रकार साथियों को भी नहीं पता चला लेकिन यह पत्रकार साथी हमारे साथ आ चुके हैं। अब कोई खिलाफ नहीं है अब सब अपने साथ हैं और ना हम लोग हटाना चाहते हैं यह लोग भी हटाना चाहते हैं।
अखिलेश यादव ने सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं का धन्यवाद अदा करते हुए कहा कि यह लोग जब अपने गांव व घर जायेंगे तो साईकिल को नहीं भूलेंगे और साईकिल को बढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि किसी ने सोचा नहीं था कि चुनाव ऐसा भी होगा, जो वर्चुअल नाम आ गया। डिजिटल प्लेटफॉर्म से हम अपनी बात कहेंगे। यह सही है कि वर्चुअल और डिजिटल में भी जानते हैं लेकिन जो ताकत हमारे कार्यकर्ताओं में फिजिकल है, उसका कोई मुकाबला नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि यह वर्चुअल और डिजिटल चलेंगे तो हम समाजवादी लोग वर्चुअल और डिजिटल के साथ-साथ फिजिकल भी चलेंगे और घर-घर गांव-गांव जायेंगे।

मकर राशि में सूर्य का प्रवेश, 'संक्रांति' पर्व मनाया        

पंकज कपूर       हरिद्वार। उत्तराखंड मकर संक्रांति पर्व सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर शुुुक्रवार को मकर संक्रांति पर्व मनाया जा रहा है। इसी के साथ शुभ कार्य भी शुरू हो जाएंगे। इस दिन गंगा में स्नान और दान पुण्य करना उत्तम माना जाता है। मकर संक्रांति पर इस बार रोहणी नक्षत्र, ब्रह्म योग और आनंदादि योग का निर्माण हो रहा है। इस वजह से यह मकर संक्रांति खास होगी। मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा में पवित्र डुबकी लगाने वाले भक्तों पर लगा प्रतिबंध

वहीं, मकर संक्रांति पर्व पर धर्मनगरी हरिद्वार में होने वाले पवित्र स्नान पर रोक लगने के कारण हर की पौड़ी क्षेत्र को सील कर दिया गया है। इसलिए इस बार मकर संक्रांति स्नान पर्व पर यहां सन्नाटा छाया हुआ है। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पुलिस प्रशासन ने रोक लगा दी है। हर की पौड़ी क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। पूरे हर की पौड़ी क्षेत्र को सील कर दिया गया है। एक भी श्रद्धालु हर की पौड़ी क्षेत्र पर दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसा नजारा आपने भी पहले कभी नहीं देखा होगा। 


उत्तराखंड के टिकट को लेकर मंथन, घोषणा जारी

पंकज कपूर            हल्द्वानी। हल्द्वानी में शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के टिकट के बंटवारे और आपसी गुटबाजी को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है और उत्तराखंड के टिकट को लेकर मंथन चल रहा है। जल्द ही भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी।

वहीं, गुटबाजी को लेकर धामी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अंदर किसी भी प्रकार की गुटबाजी नहीं है। पार्टी से जो नाराज होता है, वह खुद ही वापस आ जाता है। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, वह केवल बातें बनाना जानते हैं और लोगों को गुमराह करने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा एक बार फिर राज्य में अपनी सरकार बनाएगी। क्योंकि भाजपा के कार्यों को जनता भली-भांति जानती है।


'मकर संक्रांति' पर मांं उग्रतारा को 56 व्यंजनों का भोग

अविनाश श्रीवास्तव           महिषी। सूर्य के दक्षिणायन से उत्तरायण होने के दिन मनाया जाने वाला पर्व मकर संक्रांति के अवसर पर मां उग्रतारा को 56 व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। मां के दरबार में यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। मान्यता है कि भगवती को 56 भोग लगाने से क्षेत्र में सुख-समृद्धि आती है। मंदिर में श्रद्धा अर्पण वाले पुजारी और ग्रामीणों के सहयोग से 56 भोग की तैयारी बड़े पैमाने पर की जाती है। अतिप्राचीन परंपरा पर इस वर्ष कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के की संख्या कम रहने की संभावना है। 

माता के 56 भोग श्रद्धालुओं के सहयोग से प्राप्त अन्न और सब्जियों से तैयार व्यंजन के अतिरिक्त बाजार से मिठाई और फल खरीदकर के की जाती है। गाजर, मूली, गोभी और आंवले से बने स्वादिष्ट पकवान से सजी माता की थाली के बीच माता के अन्नपूर्णा स्वरूप से मंगलकामना की आस लिए पटना, खगड़िया, नवगछिया, मधेपुरा, सुपौल सहित अन्य स्थलों से तंत्र साधक और श्रद्धालु आते हैं। हालांकि इस वर्ष इसपर कोरोना का असर दिखना तय है।

क्या है मान्यता: मिथिला में नव्य अन्न की परंपरा नवान के दिन से ही मानी जाती है। लेकिन महिषी के लोगों का नव्यअन्न मकर संक्रांति को माता को भोग लगाने के बाद शुरू होता है। इस सबंध में पंडित जवाहर पाठक का कहना है कि धार्मिक मान्यता के अनुसार सूर्य पुराण के अनुसार तारा सूर्य की आदि शक्ति है। मकर संक्रांति के बाद सूर्य का ताप बढ़ने लगता है। सूर्य के ताप को नियंत्रित करने की कामना से माता तारा को अन्न का भोग लगाया जाता है। इस संबंध में मंदिर के पुजारी ताराकांत झा, सुंदरकांत झा, प्रेमकांत झा का कहना है कि मां उग्रतारा की तंत्र पूजन विधि से माता का भोग जनकल्याण की कामना के लिए लगाया जाता है।

कोरोना को लेकर सुप्रीमों का बयान, शिरकत की

अविनाश श्रीवास्तव         सहरसा। सहरसा पहुंचे पूर्व सांसद व जाप सुप्रीमो पप्पू यादव, जहां उन्होंने जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कोरोना को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया। सहरसा के कई कार्यक्रम में शिरकत की है। इस दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कोरोना को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया। साथ ही साथ डब्ल्यूएचओ पर भी कई गंभीर आरोप लगाए पूर्व सांसद ने डब्ल्यूएचओ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि डब्ल्यूएचओ ड्रग्स माफियाओं का दलाल बन चुका है और डब्ल्यूएचओ मेडिसिन माफियाओं के चंगुल में है। इस दौरान पूर्व सांसद पप्पू यादव ने साफ तौर पर कोरोना को मानने से इनकार कर दिया।

माह के अंत तक चरम पर तीसरी लहर, आशंका

माह के अंत तक चरम पर तीसरी लहर, आशंका   

अकांंशु उपाध्याय             नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में अप्रैल और जून 2021 के बीच कोरोना के डेल्टा स्वरूप की घातक लहर में 2.40 लाख लोगों की मौत हो गई थी और आर्थिक सुधार बाधित हुआ था। निकट समय में फिर इसी तरह के हालात उत्पन्न हो सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र विश्व आर्थिक स्थिति एवं संभावनाएं (डब्ल्यूईएसपी) 2022 रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कोरोना के अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रोन स्वरूप के संक्रमण की नई लहरों के कारण मृतकों की संख्या और आर्थिक नुकसान में फिर से वृद्धि होने का अनुमान है। संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग के अवर महासचिव लियु जेनमिन ने कहा कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए एक समन्वित और निरंतर वैश्विक दृष्टिकोण के बिना यह महामारी वैश्विक अर्थव्यवस्था के समावेशी और स्थायी उभार के लिए सबसे बड़ा जोखिम बनी रहेगी।

देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर इसी माह के अंत तक चरम पर होने की आशंका है। रोजाना छह से आठ लाख केस सामने आ सकते हैं। हालांकि संक्रमण की रफ्तार जितनी तेज हो रही है, उतनी ही तेजी से कम भी होगी। 15 फरवरी के बाद तेजी से गिरावट देखने को मिल सकती है।भारत में तेजी से लोगों को कोरोना वैक्सीन के डोज लगाए जा रहे हैं। इस क्रम में अभी तक 154.61 करोड़ वैक्सीन लगाई जा चुकी है। भारत में लगभग 64 करोड़ लोग वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके हैं। देश में 46 फीसद से अधिक लोग कोरोना वैक्सीन की पर्याप्त खुराक ले चुके हैं। वहीं, भारत में घातक कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन कुल 5,488 मामले सामने आ चुके हैं। 

देशभर के कई राज्यों में नए वेरिएंट को देखते हुए प्रतिबंध लागू किए गए हैं। दिसंबर 2021 की शुरुआत में मिली जानकारी के अनुसार बांग्लादेश, नेपाल और पाकिस्तान में 26 फीसद से भी कम कोरोना वैक्सीनेशन हुआ। इसकी तुलना में भूटान, मालदीव और श्रीलंका में 64 फीसद से अधिक आबादी को वैक्सीन के दोनो डोज लगाई जा चुकी है।

10वीं और 12वीं टर्म-1 के अंकों की जांच प्रारंभ

अकांशु उपाध्याय           नई दिल्ली। दसवीं और 12वीं टर्म-1 परीक्षा के मूल्यांकन में कम अंक देने वाले या अंकों की गड़बड़ी करने वालें स्कूलों पर कार्रवाई होगी। सीबीएसई द्वारा दसवीं और 12वीं टर्म-1 के अंकों की जांच शुरू कर दी गयी है। उन सभी होम सेंटर की जांच की जा रही है जहां पर परीक्षा के बाद मूल्यांकन कार्य किया गया था। बोर्ड की मानें तो जांच में अगर ओएमआर पर कम अंक देने या अधिक अंक देना पकड़ में आता है तो ऐसे परीक्षा केंद्र पर कार्रवाई की जायेगी। स्कूल पर 50 हजार का जुर्माना और मान्यता तक जा सकती है।

ज्ञात हो कि दसवीं और 12वीं टर्म-1 परीक्षा में बोर्ड द्वारा कुछ स्कूलों को होम सेंटर बनाया गया था तो वहीं कुछ स्कूलों का सेंटर अन्य स्कूलों में दिया गया था। ऐसे में कई स्कूलों के छात्रों को दूसरे स्कूल जाकर परीक्षा देनी पड़ी थी। ऐसे में होम सेंटर वाले स्कूलों द्वारा अंक देने में किसी तरह की गड़बड़ी ना की गयी हो, इस कारण बोर्ड द्वारा अंकों की जांच की जायेगी। बोर्ड सूत्रों की मानें तो अंकों की जांच रेंडमली की जा रही है।

'एलपीजी' सिलेंडर पर सब्सिडी मिलने की उम्‍मीद 

अकांशु उपाध्याय       नई द‍िल्‍ली। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच महंगाई ने जनता की कमर तोड़ रखी है। गैस स‍िलेंडर से लेकर दाल, तेल और सब्‍ज‍ियों की कीमतें आसमान छू रही हैं। लोग एलपीजी स‍िलेंडर की लगातार बढ़ती कीमतों से परेशान हैं। इस समय 14.2 क‍िलो वाला रसोई गैस स‍िलेंडर अलग- अलग शहरों में 900 से 950 रुपये के बीच है। पहले केंद्र सरकार की तरफ से एलपीजी स‍िलेंडर की खरीद पर ग्राहकों को सब्‍स‍िडी दी जाती थी, ज‍िससे स‍िलेंडर की कीमत आम आदमी के बजट में रहती थी। लेक‍िन कोरोना महामारी शुरू होने के बाद सरकार की तरफ से सब्‍स‍िडी बंद कर दी गई। हालांक‍ि बाद में सरकार ने मामूली सब्‍स‍िडी शुरू की लेकिन यह महंगाई से न‍िजात द‍िलाने में नाकाफी रही।

अब फिर से एलपीजी सिलेंडर पर पहले की तरह सब्सिडी मिलने की उम्‍मीद की जा रही है। ऐसा हुआ तो इसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा और स‍िलेंडर की कीमत में कमी आएगी। सरकार की तरफ से एलपीजी सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी को बहाल करने पर विचार किया जा रहा है। प‍िछले दिनों वित्त मंत्रालय को इस संबंध में प्रस्ताव भी भेजा गया है। वित्त मंत्रालय को भेजे गए प्रस्‍ताव में कहा गया है क‍ि झारखंड, मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर के राज्यों में रसोई-गैस पर सब्सिडी दी जा रही है। देश के अन्य राज्यों में भी इसे शुरू करने की जरूरत है। फाइनेंस म‍िन‍िस्‍ट्री ने यद‍ि इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई तो पेट्रोलियम कंपनियों के डीलर्स को सरकार 303 रुपये की सब्सिडी देगी। इस छूट का फायदा सीधा ग्राहकों को स‍िलेंडर की कीमत में म‍िलेगा। यानी अभी ज‍िस स‍िलेंडर के लिए आप 900 रुपये का भुगतान कर रहे हैं, उसके लिए आपको सिर्फ 587 रुपये चुकाने होंगे।

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...