कोरोना के मामलों में तेजी, तीसरी लहर की संभावना
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। टीकाकरण संबंधी राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के कोविड-19 कार्य समूह के अध्यक्ष डॉ. एन के अरोड़ा ने कहा है कि भारत के बड़े शहरों में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में ओमीक्रोन स्वरूप के मामले 50 प्रतिशत से भी अधिक हैं और पिछले एक सप्ताह में मामलों में तेज बढ़ोतरी वैश्विक महामारी की तीसरी लहर की ओर इशारा करती है।जैसा कि कई अन्य देशों में देखा जा रहा है। अरोड़ा ने कहा कि देश के अधिकतर राज्यों में ओमीक्रोन के मामले पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि बड़े शहरों और आस-पास के इलाकों में दैनिक मामलों में वायरस के नए स्वरूप के मामले 50 प्रतिशत से भी अधिक हैं। उन्होंने कहा, ”पिछले एक सप्ताह में कोविड-19 के मामलों में तेज बढ़ोतरी तीसरी लहर का संकेत देती है, जो कि दुनिया के कई अन्य देशों में भी देखी जा रही है।” बहरहाल, उन्होंने जोर दिया कि लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है।
अरोड़ा ने कहा कि देश में 80 प्रतिशत से अधिक लोग वायरस से प्राकृतिक रूप से संक्रमित हो चुके हैं, 90 प्रतिशत से अधिक वयस्कों को कोविड-19 रोधी कम से कम एक टीका लग चुका है और 65 प्रतिशत लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। उन्होंने कहा, ”दक्षिण अफ्रीका में ओमीक्रोन की लहर दो सप्ताह में तेजी से फैली और यदि हम वहां संक्रमण की लहर पर गौर करें तो मामलों की संख्या कम होनी शुरू हो गई है और अधिकतर लोगों में बीमारी के लक्षण नहीं हैं या मामूली लक्षण हैं।” अरोड़ा ने कहा कि ये सभी कारक संकेत देते हैं कि दक्षिण अफ्रीका में ओमीक्रोन की लहर संभवत: कमजोर होने वाली है। उन्होंने कहा कि महामारी विज्ञान के संबंध में दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच कुछ समानताएं हैं। दोनों देशों में संक्रमण की प्राकृतिक दर अत्यधिक है, लेकिन भारत में टीकाकरण की दर कई गुणा अधिक है। अरोड़ा ने कहा, ”इसके मद्देनजर, हम भारत में काफी हद तक इसी तरह की तीसरी लहर देख सकते हैं।
'आरक्षण' मामलें संबंधी याचिका की सुनवाई: एससी
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातकोत्तर (नीट-पीजी) दाखिले के संबंध में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लिए आरक्षण के मामले संबंधी याचिका की बुधवार को सुनवाई करने पर सहमत हो गया है। केंद्र ने न्यायालय से इस मामले की तत्काल सुनवाई किए जाने का आग्रह किया था। प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण और न्यायमूर्ति सूर्य कांत एवं न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने केंद्र की ओर से न्यायालय में पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता के उन अभिवेदनों पर गौर किया कि यह मामला स्नातकोत्तर चिकित्सकीय पाठ्यक्रमों में दाखिले से जुड़ा है और छात्रों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ”यदि यह तीन न्यायाधीशों की पीठ का मामला है, तो इसे कल तीन न्यायाधीशों की पीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया जाएगा।” न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ ने सोमवार को केंद्र से कहा था कि ईडब्ल्यूएस आरक्षण मामले पर तीन न्यायाधीशों की पीठ सुनवाई कर रही है, इसलिए प्रधान न्यायाधीश न्यायाधीशों की अपेक्षित संख्या वाली पीठ का गठन कर सकते हैं। नीट-पीजी 2021 काउंसलिंग में देरी को लेकर दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में विभिन्न अस्पतालों के रेंजीडेंट डॉक्टर ‘फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन’ (फोर्डा) के बैनर तले बड़े पैमाने पर प्रदर्शन कर रहे हैं। ईडब्ल्यूसी आरक्षण तय करने के मापदंड पर पुनर्विचार के केंद्र के फैसले के कारण नीट-पीजी की काउंसलिंग स्थगित कर दी गई थी।
24 घंटे में 99 लाख से अधिक टीके लगायें: भारत
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। पिछले 24 घंटे में देश भर में 99 लाख से अधिक कोविड टीके लगाये गये हैं। इसके साथ ही कुल टीकाकरण 146.70 करोड़ से अधिक हो गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को यहां बताया कि पिछले 24 घंटे में देश में 99 लाख 27 हजार 797 कोविड टीके लगाये गये हैं। इसके साथ ही आज सुबह सात बजे तक एक अरब 46 करोड़ 70 लाख 18 हजार 464 कोविड टीके दिये जा चुके हैं। मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में कोविड संक्रमण के 37379 नये मरीज सामने आयें हैं। इनके साथ ही देश में कोरोना रोगियों की संख्या एक लाख 71 हजार 830 हो गयी है। यह संक्रमित मामलों का 0.49 प्रतिशत है।
दैनिक संक्रमण दर 3.24 प्रतिशत हो गयी है। कोविड के नये रूप ओमिक्राॅन से 23 राज्यों में 1892 व्यक्ति संक्रमित पाये गये हैं जिनमें महाराष्ट्र में सर्वाधिक 568, दिल्ली में 382 और केरल में 185 मामले हैं। ओमिक्राॅन के संक्रमण से 766 व्यक्ति उबर चुके हैं। मंत्रालय ने बताया कि इसी अवधि में 11007 लोग कोविड से मुक्त हुए हैं। अभी तक कुल तीन करोड़ 43 लाख छह हजार 414 लोग कोविड से उबर चुके हैं। स्वस्थ होने की दर 98.13 प्रतिशत है। देश में पिछले 24 घंटे में 11 लाख 54 हजार 302 कोविड परीक्षण किए गये हैं और अभी तक कुल 68 करोड़ 24 लाख 28 हजार 595 कोविड परीक्षण किए हैं।
'आईएमपीएस' पर लगने वाले चार्ज में बदलाव किया
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने आईएमपीएस पर लगने वाले चार्ज में बदलाव किया है। जो 1 फरवरी से लागू होगा। दरअसल, सीबीआई ने ऐलान किया है कि उसने मनी ट्रांसफर के लिए इमीजिएट पेमेंट सर्विस की लिमिट को अपने बैंकों की ब्रांचों में बढ़ा दिया है।
बता दे कि 2 लाख रुपये और 5 लाख रुपये के बीच की राशि के लिए आईएमपीएस के जरिए पैसे भेजने के लिए चार्ज 20 रुपये प्लस जीएसटी होगा।
भारतीय रिजर्व बैंक ने अक्टूबर 2021 में आईएमपीएस के माध्यम से ट्रांजैक्शन की जा सकने वाली राशि की सीमा को 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया था। जिसके बाद अब फिर से बदलाव किया है।
दरअसल, आईएमपीएस एक इनोवेटिव रीयल टाइम पेमेंट सर्विस है। जो 24 घंटे उपलब्ध होती है। यह सेवा नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से पेश की जाती है।