सोमवार, 27 दिसंबर 2021
वेरिएंट 'ओमिक्रोन' ने स्पीड पकडी, सावधान
वेरिएंट 'ओमिक्रोन' ने स्पीड पकडी, सावधान
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। देश में कोरोना का कहर दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। अब कोरोना के साथ-साथ नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने भी अपनी गति बढ़ा दी है। बीते दिन दिल्ली, महाराष्ट्र, गुरुग्राम, जयपुर, ओड़िसा में कोरोना और ओमिक्रोन के कई मामले सामने आये हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना के 1648 मामले सामने आये हैं। जबकि ओमिक्रोन के 31 मामले महाराष्ट्र में पाए गये है। इसी क्रम में दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 290 मामले सामने आये। वहीं गुरुग्राम में भी संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है। बीते 24 घंटों में गुरुग्राम में 68 संक्रमित केस मिले हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों से एक बार फिर देश में खतरे की स्थिति बनने के लिए तैयार है।
आईफोन 14 को कैमरा लेंस के साथ लॉन्च किया
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। एप्पल अब ऐसा आईफोन लाने जा रहा है। जिसमें कॉलिंग के लिए सिमकार्ड लगाने की जरुरत नहीं है। इस स्मार्टफोन में सिम का स्लॉट ही नहीं होगा। एप्पल का नया फोन ई-सिम से चलेगा। एप्पल ने इस साल सितंबर में अपना लेटेस्ट आईफोन 13 लॉन्च किया था और आईफोन 14 को भी लॉन्च होने में अभी काफी लंबा समय है। 2023 के फ्लैगशिप स्मार्टफोन आईफोन 15 के बारे में अफवाहें पहले ही शुरू हो चुकी हैं। सूत्र ने यह भी दावा किया कि ये आईफोन डुअल ई-सिम सपोर्ट के साथ आएंगे। फिलहाल, एप्पल के आईफोन्स में एक सिम कार्ड के लिए स्लॉट के साथ एक ई-सिम की सुविधा है। अभी बिना सिमकार्ड स्लॉट वाले फोन के लिए समय लग सकता है। 2023 प्रो मॉडल में भौतिक सिम स्लॉट नहीं होंगे और कनेक्टिविटी के लिए पूरी तरह से ई-सिम तकनीक पर निर्भर होंगे।
रिपोर्ट के अनुसार आईफोन 15 में पेरिस्कोप के आकार के लेंस दिया जा सकता है। ये पहले से ही चुनिंदा फ्लैगशिप एंड्रॉइड फोन पर सुविधा है। एप्पल 2022 फ्लैगशिप स्मार्टफोन आईफोन 14 सीरीज 2 टीबी तक स्टोरेज के साथ आएगा। एप्पल 2022 में आने वालाहआईफोन के लिए क्यूएलजी स्टोरेज को अपनाएगा। आईफोन 14 को नए 48एमपी कैमरा लेंस के साथ लॉन्च किया जा सकता है।
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। दिल्ली में सोमवार को वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई और न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 10.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार रविवार की शाम वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘गंभीर’ श्रेणी में 459 पर दर्ज किया गया था। एक्यूआई सोमवार सुबह 373 दर्ज किया गया। शून्य से 50 के बीच का एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी का माना जाता है।
मौसम विभाग ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे हवा में नमी का स्तर 90 प्रतिशत दर्ज किया गया। उसने सोमवार को सामान्य तौर पर आसमान पर बादल छाए रहने और बहुत हल्की बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना जताई गई है।
रविवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में रविवार शाम को हल्की बारिश हुई।
शेयर बाजार में बढ़त, 319 रुपये पर सूचीबद्ध निर्गम
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
रविवार, 26 दिसंबर 2021
पदाधिकारियों से मंत्रणा, रणनीति बनाईं: सपा
नूडल्स फैक्ट्री में फटा बॉयलर, 4 की मौंत: हादसा
नूडल्स फैक्ट्री में फटा बॉयलर, 4 की मौंत: हादसा
अविनाश श्रीवास्तव पटना। बिहार के मुजफ्फरपुर में रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। बेला औद्योगिक इलाके में मोदी कुरकुरे और नूडल्स फैक्ट्री में अचानक से बॉयलर फट गया। जिसकी वजह से 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, 10 लोगों से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल भी बताए जा रहे है। हालात यह है कि आस-पास में मौजूद फैक्ट्रियों के लोगों के भी घायल होने की सूचना है। मौके पर डीएम-एसएसपी समेत तमाम अधिकारी मौजूद है। अभी बताया यह भी जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
बिहार के मुजफ्फरपुर के स्थानीय लोगों की माने तो रविवार सुबह अचानक से बॉयलर फटा। उसके फटने की आवाज इतनी तेज की थी। आस-पास ही नहीं, करीब 5 किलोमीटर दूरी तक सुनाई दी। आस-पास के लोगों को तो लगा मानों किसी ने बम फोड़ दिया। धमका इतनी तेज था कि उसकी आवाज से आस पास में मौजूद फैक्ट्रियां भी क्षतिग्रस्त हो गए। उन फैक्ट्रियों में भी काम करने वाले लोगों को चोट आई है।
यूके: 24 घंटों में कोरोना के 13 नए मामलें मिलें
पंकज कपूर देहरादून। राज्य में रविवार को कोरोना के कुल 13 नए मामले सामने आए है। इसी के साथ राज्य में कोरोना का आंकड़ा 344779 पहुंच गया है। जबकि राज्य में आज 18 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए इस तरह अब तक 330938 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। रविवार की सांय 6:00 बजे स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार राज्य में 13 नए लोगों में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई।
जिनमें देहरादून जिले से 06 ,हरिद्वार से 01 , नैनीताल जिले से 02, उधमसिंह नगर से 02 , पौडी से 01, टिहरी से 0, चंपावत से 0 , पिथौरागढ़ से 01 , अल्मोड़ा 0, बागेश्वर से 0, चमोली से 0, रुद्रप्रयाग से 0, उत्तरकाशी से 0 सैंपल पॉजिटिव मिले हैं। राज्य में कोरोना से संक्रमित अब तक कुल 344779 मरीजों में से 3,30,938 मरीज ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं। 6,193 संक्रमित राज्य से बाहर जा चुके, हैं। 7,416 संक्रमित की मौत हो चुकी है। राज्य में वर्तमान में कोविड-19 के एक्टिव केस 231 है। इधर रिकवरी रेट 96.0 प्रतिशत पहुंच गया है।
विदेश से ओडिशा लौटे 4 व्यक्ति संक्रमित, ओमिक्रोन
भुवनेश्वर। विदेश से ओडिशा लौटे चार व्यक्ति कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित पाए गए। एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य सेवा निदेशक (डीएचएस) विजय महापात्र ने बताया कि मरीजों में से दो नाइजीरिया से लौटे हैं। जबकि अन्य दो संयुक्त अरब अमीरात से आए हैं। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही राज्य में ओमीक्रोन के मामलों की संख्या बढ़कर आठ हो गई।
ओडिशा में सबसे पहले 21 दिसंबर को नाइजीरिया और कतर से लौटे दो व्यक्ति नए स्वरूप से संक्रमित पाए गए थे। अधिकारी ने बताया कि नए मरीजों में से एक व्यक्ति की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है।राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार ‘जोखिम वाले’ देशों से लौटे सभी यात्रियों और अन्य देशों से लौटे यात्रियों की जांच की जा रही है और उनके नमूने को आनुवंशिकी अनुक्रमण के लिए भेजा जा रहा है।
पाक ने भारतीय टीम को दो विकेट से मात दीं
पाक ने भारतीय टीम को दो विकेट से मात दीं
मोमीन मलिक नई दिल्ली/ इस्लामाबाद। भारतीय अंडर-19 टीम को एशिया कप के दूसरे मुकाबले में पाकिस्तान ने दो विकेट से मात दी। सांसों को थाम देने वाले इस मैच में पाकिस्तान को अंतिम गेंद पर दो रनोंं की जरूरत थी और अहमद खान ने आखिरी गेंद पर चौका जड़कर पाक टीम को जीत दिला दी। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत की पूरी टीम 49 ओवर में 237 रनों पर ढेर हो गई थी। आराध्य यादव ने 50, हरनूर सिंह ने 46 और राजवर्धन हेंगरगेकर ने 33 रनों का योगदान दिया। पाकिस्तान की ओर से जीशान जमीर ने 60 रन देकर पांच विकेट चटकाए।
जवाब में पाकिस्तान को अंतिम तीन ओवरों में 25 रनों की जरूरत थी और उसके चार विकेट शेष थे। ऐसे में भारतीय गेंदबाजों ने दो विकेट चटकाकर मैच जीतने की पूरी कोशिश की, लेकिन अहमद खान की पारी भारतीय टीम पर भारी पड़ गई।
सर्दी-जुकाम से राहत दिलाने में मददगार, खानपान
मो. रियाज ठंड बढ़ रही है और ऐसे में सर्दी-जुकाम एक आम बात है। लेकिन ये छोटी-सी बीमारी भी काफी तकलीफ पहुंचाती है। इसी वजह से कई लोग इससे छुटकारा पाने के लिए तरह-तरह की दवाईयों का सेवन करते हैं, जिनका असर न बराबर ही होता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताते हैं। जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढा कर सर्दी-जुकाम से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।
संतरा: संतरा विटामिन-सी से समृद्ध होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है, जिससे सर्दी-जुकाम की समस्या दूर हो सकती है।यही नहीं, संतरे में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट प्रभाव मुक्त कणों से भी बचाता है। मुक्त कण हमारे शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का कारण बनते हैं, जिससे शरीर में कई बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है।संतरे का एंटी-ऑक्सीडेंट प्रभाव इन समस्याओं को कम करके रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद कर सकता है।
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लहसुन: लहसुन में बहुत गुणकारी एंटी-माइक्रोबायल एजेंट पाए जाते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है और आपको सर्दी-जुकाम जैसी कई बीमारियों से राहत दिला सकता है। राहत के लिए लहसुन को छोटे टुकड़ों में काटकर या उसे बारीक कद्दूकस करके कच्चा चबा सकते हैं।अगर आपको इसे कच्चा खाने में किसी तरह की परेशानी का अनुभव हो रहा है तो आप इसे अपनी सब्जी या फिर चटनी में भी शामिल कर सकते हैं।
शहद: सर्दियों में शहद का सेवन जरूर करें क्योंकि इसकी तासीर प्राकृतिक रूप से गर्म होती है और इसका नियमित सेवन शरीर को गर्माहट देने में मदद कर सकता है।यही नहीं, यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए भी बहुत अच्छा है और आपको खांसी-जुकाम और फ्लू जैसी सर्दी की सामान्य बीमारियों से राहत दिलाता है।अगर आप अपने दिन की शुरूआत एक प्याली चाय या कॉफी से करते हैं तो इसमें चीनी की बजाय शहद मिलाएं।
'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला
'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला इकबाल अंसारी नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...
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महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
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उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...
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80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...
10 अफ्रीकी देशों पर लगें प्रतिबंध हटें, सीमा संबंध
अखिलेश पांडेय सिंगापुर। सिंगापुर ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के कारण 10 अफ्रीकी देशों पर लगाए प्रतिबंध हटा दिए हैं। जबकि प्राधिकारियों को आने वाले दिनों में संक्रमण के मामलों के तेजी से दोगुना होने की आशंका है। अब, जो यात्री पिछले 14 दिन में बोत्सवाना, इस्वातिनी, घाना, लेसोथो, मलावी, मोजाम्बिक, नामीबिया, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे होते हुए सिंगापुर लौटेंगे, वे रविवार रात 11 बजकर 59 मिनट से देश के ‘श्रेणी चार’ सीमा संबंधी नियमों के दायरे में आएंगे। इन देशों से आने वाले यात्रियों को सिंगापुर के लिए रवाना होने से दो दिन पहले पीसीआर जांच करानी होगी और उनके यहां पहुंचने के बाद भी उनकी पीसीआर जांच की जाएगी। उन्हें 10 दिन पृथक-वास में रहना होगा। पृथक-वास की अवधि पूरी होने के बाद एक बार फिर पीसीआर जांच की जाएगी।
इससे पहले, इन देशों से आने वाले दीर्घावधि के पासधारकों और कम अवधि के लिए आने वाले लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं थी। वहीं, इन देशों से आने वाले सिंगापुर के नागरिकों और स्थायी निवासियों के लिए 10 दिन तक निर्धारित केंद्रों में पृथक रहना अनिवार्य था। इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ओमीक्रोन स्वरूप की अधिक संक्रामकता को देखते हुए स्थानीय मामलों के फिर से बढ़ने की आशंका है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘आगामी दिनों और सप्ताहों में, हमें सामुदायिक स्तर पर (स्थानीय) मामले बढ़ने और इनके दोगुने होने की आशंका है।’’
इस बीच, समाचार पत्र ‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ ने कोविड-19 संबंधी कई मंत्रालयों के कार्य बल (एमएमटीएफ) के हवाले से बताया कि सिंगापुर ने कार्य पास, दीर्घकालीन पास और स्थायी निवास के आवेदनों की मंजूरी के लिए टीकाकरण को अगले साल एक फरवरी से अनिवार्य बना दिया है। ‘चैनल न्यूज एशिया’ ने मंत्रालय के हवाले से बताया कि यदि हर व्यक्ति टीकाकरण कराए, ‘बूस्टर’ खुराक ले, नियमित रूप से अपनी जांच कराए और संक्रमित पाए जाने पर स्वयं पृथक-वास में रहे, तो संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।सिंगापुर में शनिवार तक ओमीक्रोन स्वरूप के 546 मामलों की पुष्टि हुई, जिनमें से 443 लोग विदेशों से आए हैं। सिंगापुर में रविवार को कोविड-19 के 209 नए मामले सामने आए। देश में संक्रमण से अभी तक 822 लोगों की मौत हो चुकी है और कुल 2,77,764 लोग संक्रमित पाए गए हैं।
पाकिस्तानी सियासत में बदलाव, स्क्रिप्ट तैयारी हुईं
सुनील श्रीवास्तव इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सियासत में एक बार फिर बड़े बदलाव की स्क्रिप्ट तैयार हो चुकी है। खबरों के मुताबिक, नवंबर 2019 से लंदन में रह रहे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ नए साल 2022 के पहले महीने में मुल्क लौट रहे हैं। पाकिस्तान में फौज के समर्थन के बिना किसी सरकार का सत्ता में रहना नामुमकिन है। फौज ही तब्दीली के नाम पर इमरान को सत्ता में लाई, लेकिन वो पूरी तरह नाकाम रहे। मुल्क में उनके खिलाफ नफरत पैदा हो चुकी है। इमरान की कारगुजारियों की वजह से फौज की भी फजीहत हो रही थी। लिहाजा, बीच का रास्ता खोजा गया है। तीन साल से चुप पाकिस्तान का मेन मीडिया भी अब खुलकर नवाज की वापसी और इमरान के दिन लदने की खबरें देने लगा है। आइए इस पूरे मामले की तह तक चलते हैं।
सबसे पहले ये जान लेते हैं कि नवाज का जिक्र अचानक क्यों होने लगा? 3 दिन पहले पाकिस्तान के बड़े और गंभीर पत्रकार सलीम साफी ने एक ट्वीट किया। कहा- नवाज जनवरी 2022 में पाकिस्तान लौट रहे हैं। मुल्क की सियासत में बदलाव का वक्त है। इस ट्वीट को हर किसी ने गंभीरता से लिया, क्योंकि हालात भी कुछ इसी तरफ इशारा कर रहे थे। बाद में एक और सीनियर जर्नलिस्ट नजम सेठी ने कहा- सलीम साफी बिल्कुल सही कह रहे हैं। नवाज के मुल्क लौटने की स्क्रिप्ट पर काम 3 महीने से चल रहा हैं। दुनिया के ज्यादातर मुल्कों में फौज चुनी हुई सरकार के मातहत काम करती है। पाकिस्तान में बिल्कुल उल्टी गंगा बहती है। यहां फौज और आईएसआई सरकार बनाने और गिराने में सबसे अहम रोल प्ले करते हैं। नवाज को फौज के विरोध की वजह से कुर्सी गंवानी पड़ी थी। बदलाव के तौर पर इमरान को लाया गया। उन्हें यूटर्न और सिलेक्टेड प्राइम मिनिस्टर कहा जाता है। थक-हारकर फौज को फिर नवाज की तरफ ही देखना पड़ा।
अब इशारे समझें। सिर्फ तीन महीने पहले तक नवाज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अवाम से बात करते थे। इस दौरान फौज-ISI के अफसरों का नाम लेकर उनकी कारगुजारियां उजागर करते थे। फौज के सामने दोहरी मुसीबत आ गई। पहली- इमरान हर मोर्चे पर नाकाम हो गए। दूसरा- नवाज सीधा नाम ले-लेकर फौज पर हमले कर रहे थे। मुल्क में आर्मी और आईएसआई विलेन के तौर पर देखे जाने लगे। पाकिस्तान में दो ही बड़ी सियासी पार्टियां हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी। अब इस फेहरिस्त में आप इमरान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को भी गिन सकते हैं। लेकिन, सच्चाई ये है कि इमरान की पार्टी में 80% नेता वही हैं, जो पहले पीपीपी या पीएमएल-एन में रह चुके हैं। पीपीपी को सिर्फ सिंध प्रांत की पार्टी माना जाता है। बाकी सूबों में उसका असर-ओ-रसूख या फिर कहें जनाधार बेहद कम है। बेनजीर भुट्टो जैसा करिश्मा न तो आसिफ अली जरदारी में है और न उनके बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी में। आसिफ अली जरदारी 66 साल के हैं, लेकिन काफी बीमार रहते हैं। बिलावल को मुल्क की सियासत में नौसिखिया समझा जाता है। लिहाजा, मुल्क हैंडल करने के लिहाज से मिसफिट माने जाते हैं।
पीएमएलएन के मुखिया नवाज हैं। भाई शहबाज शरीफ और बेटी मरियम नवाज दोनों पॉलिटिकली मैच्योर और एक्टिव हैं। इमरान और फौज के सामने उन्होंने घुटने नहीं टेके। दोनों के कई केसों में फंसाया भी गया। पाकिस्तान की फौज हो या सियासत, दोनों के बारे में एक बात मशहूर है कि इनमें 80 से 90% लोग पंजाब प्रांत के होते हैं सिर्फ पंजाब ही नहीं, मुल्क के दूसरे हिस्सों में ताकतवर है। नवाज तो आज भी पाकिस्तान के सबसे मशहूर नेता हैं। नजम सेठी के मुताबिक- पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन दो हिस्सों में होगा। मुमकिन है कि इमरान को फरवरी या मार्च तक कुर्सी छोड़ने पर मजबूर किया जाए। बचा हुए कार्यकाल के लिए पीटीआई का ही कोई और चेहरा लाया जाए। ये विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी हो सकते हैं। वो फौज के भी लाड़ले हैं। अगले साल वैसे भी जनरल इलेक्शन होने हैं। इसके बाद नवाज, शहबाज या मरियम में से किसी को पीएम बनाया जाए। नवाज का नाम यहां भी सबसे आगे है। इसके लिए वो मुल्क लौटकर कुछ वक्त जेल में गुजारेंगे। फौज और अदालत मिलकर उनके केस खत्म कराएंगे और फिर सत्ता में वापसी का रास्ता साफ हो जाएगा। इमरान को खतरे का अंदाजा है। पिछले हफ्ते के आखिर में इमरान ने कैबिनेट मीटिंग की। इसकी खबरें लीक हो गईं। इनके मुताबिक, मीटिंग में इमरान ने साफ कहा था कि एक करप्ट लीडर को चौथी बार मुल्क का वजीर-ए-आजम बनाने की तैयारियां हो रही हैं।
एक बात और हुई और उसका जिक्र बेहद जरूरी है। दरअसल, पिछले दिनों इमरान और पीटीआई के गढ़ खैबर-पख्तूनख्वा में लोकल बॉडी इलेक्शन हुए। पूरे राज्य में पीटीआई एक मेयर की सीट भी नहीं जीत सकी। हार से गुस्साए इमरान ने कहा- अगली बार मैं खुद कैम्पेन करने जाऊंगा। बहरहाल, सियासी जानकारों ने कहा- मुल्क के हालात इतने खराब हैं कि पीटीआई के वर्कर्स को गांव और गलियों में घुसने तक नहीं दिया जा रहा।
'ओमिक्रोन' के केस में बढ़ोतरी, भय का माहौल: यूएसए
अखिलेश पांडेय वाशिंगटन डीसी। जब से कोरोना के नये वेरिएंट का पता चला है। तब से लोगों के मन में इसे लेकर लगातार भय का माहौल बना ही हुआ है। अमेरिका में लगातार कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के केस में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। ओमिक्रोन वेरिएंट पर बात करते हुए व्हाइट हाउस ने बताया कि ओमिक्रोन बड़ी संख्या में बच्चों को संक्रमित कर रहा है। इसके कारण बड़ी संख्या में बच्चों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों में न्यूयॉर्क में 18 साल से कम उम्र के बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या 4 गुना तक बढ़ी है।
इसके साथ ही अमेरिका के हेल्थ विभाग ने बताया कि इन भर्ती होने वाले बच्चों में 5 साल से कम उम्र के 50 प्रतिशत से ज्यादा बच्चे हैं जिन्हें फिलहाल अमेरिका (America) में वैक्सीन नहीं लगाई जा रहा है। के द्वारा जारी किए गए डेटा के अनुसार अमेरिका में करीब 1,90,000 तक रोज नये कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि क्रिसमस और न्यू ईयर के इस फेस्टिव सीजन में संक्रमण का दर और तेजी से बढ़ सकता है। अमेरिका के महामारी एक्सपर्ट डॉ. एंथनी फाउचीने कहा कि अमेरिका में टेस्टिंग की रफ्तार कम है जिसे कुछ ही दिनों में कई गुना तक बढ़ा दिया जाएगा। डॉ. एंथनी फाउची ने ओमिक्रोन वेरिएंट पर बात करते हुए कहा कि हमें इस समय बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। इसके लिए हर जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए अमेरिका में कई फ्लाइट्स को कैंसल किया जा रहा है क्योंकि बहुत से फलाइट अटेंडेंट अभी संक्रमित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ओमिक्रोन वेरिएंट को डेल्टा के मुकाबले कम खतरनाक माना जा रहा है। लेकिन इसके फैलने की रफ्तार डेल्टा से कहीं ज्यादा है। अगर मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती है तो यह हेल्थ सिस्टम पर बहुत ज्यादा दबाव बढ़ाएगा जिससे यह बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है।