सोमवार, 13 दिसंबर 2021

माधुरी ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया: मुंबई

माधुरी ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया: मुंबई

कविता गर्ग        मुंबई। सोशल मीडिया पर रोज अनोखे फोटो और वीडियो देखने को मिलते रहते है। बॉलीवुड अभिनेत्री माधुरी दीक्षित का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं। माधुरी दीक्षित एक ऐसी अभिनेत्री हैं, जो अपनी खूबसूरत और दिलकश अदाओं से फैंस को पागल कर सकती है। फैंस को माधुरी का शानदार अंदाज बहुत पसंद हैं। माधुरी दीक्षित बॉलीवुड इंडस्ट्री की डांसिंग क्वीन के नाम से जानी जाती है और इनके डांस के फैंस दीवाने है।

बॉलीवुड अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने अपनी ये वीडियो अपने सोशल मीडिया इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया हुआ हैं। माधुरी दीक्षित इस वीडियो में 'घनचक्कर' फिल्म के 'लेजी लेड' गाने पर डांस करती नजर आ रही है। माधुरी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा हैं कि 'वीकेंड वाइब्स'। माधुरी ने डांस और लाजवाब एक्सप्रेशंस से फैंस का दिल जीत लेती है। माधूरी दीक्षित सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव रहती है और फैंस के साथ में अपने फोटो और वीडियो शेयर करती रहती है, जो कि लोगो बहुत पसंद आते है। अगर माधुरी के लुुक की बात करें तो उन्होंने ब्लू कलर का ट्रेक सूट पहने हुई हैं और वाइट कलर के स्पोर्ट शूज भी पहने हुई है। अब तक इस वीडियो पर लाइक्स 6 लाख के पार पहुंच गए है और अगर कमेंट की बात करें तो एक फेन ने कमेंट किया हैं कि 'गॉड ने आपकी कमर को फुर्सत से बनाया होगा लव यू फॉरएवर', वहीं दूसरे ने लिखा हैं कि 'दिन पर दिन और खूबसूरत दिख रही हो मेरी प्यारी डांस क्वीन।

अंकिता ने मेहंदी के फंक्शन में डांस किया, मनोरंजन

कविता गर्ग        मुबंई। टीवी इंडस्ट्री की गॉर्जियस ब्राइड-टू-बी अंकिता लोखंडे अपने प्री वेडिंग फंक्शन्स में धमाल मचा रही हैं। विक्की जैन की दुल्हनियां बनने जा रहीं अंकिता लोखंडे ने अपनी मेहंदी के फंक्शन में जमकर डांस किया। एक्ट्रेस ने अपनी मेहंदी सेरेमनी के कई सारे फोटोज अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किए हैं। मेहंदी के फंक्शन में अंकिता और उनके होने वाले दूल्हा विक्की जैन मिलते-जुलते डिजाइनर आउटफिट्स में ट्विनिंग करते हुए नजर आ रहे हैं।

अंकिता की मेहंदी सेरेमनी के फोटोज देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि एक्ट्रेस अपनी शादी की रस्मों को कितना एन्जॉय कर रही हैं। फोटोज में अंकिता और विक्की जैन धमाकेदार डांस करते हुए भी दिखाई दे रहे हैं। फंक्शन के एक फोटो में विक्की जैन अपनी होने वाली दुल्हनियां को गोद में उठाकर डांस करते हुए नजर आ रहे हैं।दोनों जबरदस्त तरीके से मस्ती में डूबे हुए हैं और अपनी शादी की रस्मों के हर मोमेंट को खुलकर एन्जॉय कर रहे हैं।
कपल के लुक की बात करें तो अंकिता ने व्हाइट कलर का लहंगा चोली पहना है, जिसपर मल्टी कलर की खूबसूरत एम्ब्रॉयडरी हुई है। लहंगे के साथ एक्ट्रेस ने लाइट पिंक कलर का दुपट्टा कैरी किया है। दुपट्टा के बॉर्डर्स पर लहंगे की मैचिंग की एम्ब्रॉयडरी है।

 लहंगे के साथ अंकिता ने हैवी नेकलेस- झुमकी स्टाइल ईयररिंग्स और मांग टीका से अपने लुक को कंप्लीट किया है। लाइट पिंक ग्लॉसी मेकअप में अंकिता का प्री-ब्राइडल लुक बेहद खूबसूरत है। अंकिता के हाथों पर लगी उनके पिया विक्की जैन के नाम की मेहंदी का रंग भी खूब चढ़ा है। अंकिता की डिजाइनर मेहंदी उनपर काफी जंच रही हैं। वहीं, दूसरी ओर अंकिता के दूल्हा विक्की जैन की बात करें तो वो सलवार और शेरवानी स्टाइल ऑफ व्हाइट कुर्ता पहने हैं, जिसपर फ्लोलरल एम्ब्रॉयडरी हुई है। इसके साथ उन्होंने कुर्ते की मैचिंग की शॉल भी कैरी की है, जो उनके लुक को रॉयल टच दे रही है। अंकिता और विक्की जैन के प्री-वेडिंग फंक्शन्स के कई सारे वीडियोज भी वायरल हो रहे हैं। एक दिन पहले अंकिता हाथों में मेंहदी लगाते हुए नजर आई थीं। इस दौरान ब्राइड-टू-बी पिंक आउटफिट में काफी खूबसूरत लगीं। फैंस अब कपल की शादी के फोटोज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। 

गौ माताओं को पत्थरों के भीतर दफनाया, चिंता

गौ माताओं को पत्थरों के भीतर दफनाया, चिंता
संदीप मिश्र      
लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने बांदा जनपद में गौ माताओं को मिट्टी और बड़े पत्थरों के भीतर जिंदा दफनाए जाने पर गहरी चिंता जताते हुए केंद्र की मोदी एवं उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर अपना निशाना साधा है।
सोमवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्विटर हैंडल पर प्रदेश के जनपद बांदा में गौ माताओं को जिंदा दफनाने के मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के ऊपर निशाना साधते हुए कहा है कि आपकी सरकार में सैकड़ों गायों को जिंदा दफन कर दिया गया है और प्रशासन की क्रूरता के चलते गौमाताएं असमय मौत का शिकार हुई है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव ने गौ माताओं की मौत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी सवाल किया है। उन्होंने ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा है कि आज सोमवार को आप उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। क्या इस दौरान आप गौशालाओं की दुर्दशा पर उत्तर प्रदेश सरकार से कोई जवाबदेही मांगेंगे। 
दरअसल, कुछ दिनों पहले बांदा जनपद में गायों को मिटटी और बडे पत्थरों के भीतर दफनाने का मामला सामने आया था। इसके बाद गायों की हत्या और शवों को अवैध रूप से दफनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राज्य में लगातार कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा योगी सरकार के ऊपर अपना निशाना साध रही है और राज्य में अगले साल होने वाले चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव केंद्र की नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ के ऊपर काफी आक्रामक हैं।

पीएम से माफी की मांग, 'सीएए' कानून वापस लें
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। लोकसभा में सोमवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक सदस्य ने सरकार से संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को वापस लिये जाने की मांग करते हुए इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी की मांग की। बसपा के कुंवर दानिश अली ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने हाल ही में तीन कृषि कानूनों को वापस लिया है और इनके खिलाफ प्रदर्शन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिये जाने का लिखित आश्वासन दिया है।
इसी तरह सीएए को भी वापस लिया जाना चाहिए जिसके खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग समेत देशभर में शांतिपूवर्क आंदोलन हुए थे। दानिश अली ने कहा कि सरकार से मांग है कि वक्त रहते सीएए को वापस लिया जाए और दोबारा लोगों को आंदोलन के लिए मजबूर नहीं किया जाए।
सीएए विरोधी आंदोलन के दौरान लोगों पर दर्ज मुकदमों को वापस लिये जाने और प्रधानमंत्री मोदी से इस मामले में माफी की मांग की। भाजपा के राजीव प्रताप रूड़ी ने बिहार के ‘पिछड़ेपन’ के विषय को शून्यकाल में उठाते हुए कहा कि राज्य में बाढ़ के कारण कई किलोमीटर सड़क टूट जाती हैं और राज्य सरकार ने केंद्र से आरसीसी की सड़कें बनाने की मांग की है ताकि उनका लंबे समय तक रखरखाव हो।
उन्होंने कहा कि लेकिन यह मांग केंद्र सरकार के मानकों के अनुरूप नहीं है और इसी कारण से सड़कों के निर्माण पर लागत को लेकर केंद्र तथा बिहार सरकार के बीच असमंजस की स्थिति है। रूड़ी ने कहा कि बिहार की उपेक्षा रोकनी होगी। पूरे देश के विकास का सवाल है और बिहार के पिछड़ने से देश कैसे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र को मानक बदलना होगा।
भाजपा के पी पी चौधरी ने पश्चिम राजस्थान के मथानिया में एक मेगा फूड पार्क स्थापित किये जाने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इसके लिए 50 करोड़ रुपये की सहायता का प्रस्ताव दिया है लेकिन राज्य सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही।
शिवसेना के कृपाल बालाजी और विनायक राउत ने महाराष्ट्र में बेमौसम वर्षा के कारण खेती को हुए नुकसान की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए दावा किया कि केंद्र के अनेक दल खेती को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए राज्य में गये लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं दी गयी। उन्होंने केंद्र सरकार से महाराष्ट्र के संकटग्रस्त किसानों को जल्द से जल्द मदद दिये जाने की मांग की। भाजपा के रामचरण बोहरा ने जयपुर और वड़ोदरा के बीच एक विमान सेवा शुरू करने की मांग की।

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड पर निशाना साधा: राहुल

अकांशु उपाध्याय     नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 10वीं कक्षा की परीक्षा के अंग्रेजी विषय के प्रश्नपत्र के कुछ अंशों को लेकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) पर सोमवार को निशाना साधा और आरोप लगाया कि यह युवाओं की नैतिक शक्ति तथा भविष्य को कुचलने की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की साजिश है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि सीबीएसई के ज्यादातर प्रश्नपत्र अब तक बहुत कठिन रहे हैं और अंग्रेजी के प्रश्नपत्र में गद्यांश पूरी तरह खराब है। यह युवाओं की नैतिक शक्ति और भविष्य को कुचलने का आरएसएस-भाजपा का षड्यंत्र है। उन्होंने कहा कि ‘बच्चों, अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करो। कड़ी मेहनत का फल मिलता है। कट्टरता से कुछ हासिल नहीं होता। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी यह विषय सोमवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान उठाया। 

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं कक्षा के अंग्रेजी के प्रश्नपत्र के अंशों में ‘लैंगिक रूढ़िवादिता’ को कथित तौर पर बढ़ावा दिए जाने और ”प्रतिगामी धारणाओं” का समर्थन करने संबंधी आरोपों के बाद विवाद खड़ा हो गया है। इसके चलते बोर्ड ने रविवार को इस मामले को विषय के विशेषज्ञों के पास भेज दिया। गत शनिवार को आयोजित 10वीं की परीक्षा में प्रश्नपत्र में कथित तौर पर ‘महिलाओं की मुक्ति ने बच्चों पर माता-पिता के अधिकार को समाप्त कर दिया’ और ‘अपने पति के तौर-तरीके को स्वीकार करके ही एक मां अपने से छोटों से सम्मान पा सकती है’ जैसे वाक्यों के उपयोग को लेकर आपत्ति जतायी गई है।

पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ रहीं सरकार: मलिक

कविता गर्ग     मुंबई/ लखनऊ। महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी राकांपा का यह विचार है कि उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों के वोट का बंटवारा न हो। मलिक ने संवाददाताओं से कहा कि राकांपा गोवा विधानसभा चुनाव के लिए भी कांग्रेस के साथ बातचीत और भाजपा विरोधी पार्टियों के बीच एकता की वकालत कर रही है ‘लेकिन अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली’ है। उत्तर प्रदेश और गोवा दोनों ही राज्यों में अभी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार है।

यहां अगले साल चुनाव होने वाले हैं। राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मलिक ने कहा कि हमें उस पार्टी का समर्थन करना चाहिए। जो उत्तर प्रदेश में पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ रही है। यह हमारा विचार है कि गैर भाजपाई दलों के बीच मतों का विभाजन नहीं होना चाहिए। राकांपा नेता ने कहा कि अखिलेश यादव नीत उत्तर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा (समाजवादी पार्टी) के साथ भी उनकी पार्टी यही चर्चा कर रही है।

मलिक की पार्टी महाराष्ट्र में शिव सेना और कांग्रेस के साथ सत्ता साझा करती है। मलिक ने कहा कि गोवा के लिए वरिष्ठ राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने पड़ोसी राज्य के कांग्रेस प्रभारी दिनेश गुंडू राव के साथ समान विचारधारा वाले दलों के बीच एकता बनाने पर चर्चा की ‘लेकिन अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई’ है।

देशहित में 'राजनीति' का अंत होना चाहिए: सीएम

नरेश राघानी          जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सोच है कि हिन्दू धर्म के मूल स्वरूप को बिगाड़कर हिन्दुत्ववाद के नाम पर भाजपा-आरएसएस द्वारा की जा रही नफरत एवं हिंसा की राजनीति का देशहित में अंत होना चाहिए। गहलोत ने राहुल गांधी के कांग्रेस की महंगाई हटाओं रैली में हिन्दू और हिन्दुत्ववादी पर दिए बयान के चर्चा में आने के बाद सोशल मीडिया के जरिए यह बात कही। उन्होंने कहा कि हिन्दू एवं छद्म हिन्दुत्ववादी में वही अंतर है जो गांधीजी एवं गोडसे में था। असल मायने में हिन्दू सत्य, अहिंसा एवं सद्भाव में विश्वास रखता है।

कट्टरता एवं चरमवाद किसी भी धर्म में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि सत्य, अहिंसा, प्यार, भाईचारा एवं सहिष्णुता को मानने वाला व्यक्ति हिन्दू है। हिन्दू किसी से नफरत नहीं करते एवं सभी धर्मों का सम्मान करते हैं जबकि छद्म हिन्दुत्ववादी हिंसा, असहिष्णुता एवं घृणा फैलाने में भरोसा रखते हैं। उल्लेखनीय है कि गांधी के बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने राहुल गांधी को हिन्दु, हिन्दुत्ववाद एवं राष्ट्रवाद के खिलाफ बताया। उधर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट कर गांधी के बयान पर सवाल उठाये।

आंदोलन की राह पर चलने का फैसला लिया, कृषि

सत्येंद्र पंवार    मेरठ। नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों की ओर से तकरीबन 1 साल तक चलाए गए आंदोलन के बाद अब जाट समाज की ओर से केंद्रीय स्तर पर जाटों को आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन की राह पर चलने का फैसला लिया गया है। आंदोलन के लिए 22 जनपदों के जाट समाज के प्रतिनिधियों ने जाट समाज की महासभा में शामिल होकर इसका खाका तैयार कर लिया है। पहले क्रांतिधरा मेरठ की धरती से अब जाट आरक्षण का मुद्दा गरमाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। उम्मीद की जा रही है कि अगर यह जाट आरक्षण का मामला चुनाव से पहले जोर पकड़ गया तो भाजपा के लिए बड़ी सिरदर्दी पैदा करेगा। 

उल्लेखनीय कि केंद्र में आरक्षण की मांग जाट समाज की ओर से पिछले कई सालों से की जा रही हैं। जाट आरक्षण को लेकर समाज के लोगों की ओर से मेरठ में कई बड़े कार्यक्रम आयोजित किये चुके हैं। मेरठ जाट आरक्षण आंदोलन का प्रमुख केंद्र रहा है। अब एक बार फिर से जाट आरक्षण का मामला यहीं से गर्माने की तैयारी शुरू की जा चुकी है। रविवार को महानगर में आयोजित की गई जाट महापंचायत में प्रदेश भर के 22 जिलों के जाट आरक्षण आंदोलन से जुड़े पदाधिकारी शामिल हुए। जिन्होंने एक सुर में कहा कि चुनाव से पहले भाजपा की केंद्र सरकार को आरक्षण देना होगा। अगर सरकार ऐसा नहीं करती तो जाट सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। जाट आरक्षण आंदोलन के संरक्षक मेजर जनरल एसएस अहलावत ने कहा. कि केंद्र में जाटों का आरक्षण राजनीतिक कमजोरी के कारण खत्म कर दिया गया है। आरक्षण संघर्ष समिति ने आरोप लगाए कि इस आंदोलन में विभिन्न घ्प्रांतों में 18 युवाओं की हत्याएं अब तक हो चुकी हैं। वहीं इससे पूर्व इस आंदोलन में पूर्ववर्ती सरकार के समय 3 जाट युवक शहादत दे चुके हैं। इतना सब कुछ होने के बाद भी केंद्र सरकार नहीं जागी है।

प्रश्नपत्र में आए 'गद्यांश' को महिला विरोधी बताया

अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की परीक्षा के एक प्रश्नपत्र में आए गद्यांश को महिला विरोधी बताते हुए बोर्ड और शिक्षा मंत्रालय से इस प्रश्नपत्र को तत्काल वापस लेने और इस विषय पर माफी की मांग सोमवार को लोकसभा में की। सोनिया गांधी ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा कि मैं सरकार का ध्यान गत 11 दिसंबर को सीबीएसई की दसवीं कक्षा की परीक्षा के एक प्रश्नपत्र में आए एक अप्रिय और प्रतिगामी सोच वाले अपठित गद्यांश को लेकर देशभर में उपजे आक्रोश की ओर दिलाना चाहती हूं।

उन्होंने गद्यांश का उल्लेख करते हुए अंग्रेजी में उसके दो वाक्यों को भी उद्धृत किया जिनमें लिखा है कि महिलाओं को स्वतंत्रता मिलना अनेक तरह की सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं का प्रमुख कारण है।और पत्नियां अपने पतियों की बात नहीं सुनती हैं जिसके कारण बच्चे और नौकर अनुशासनहीन होते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि पूरे गद्यांश में इसी तरह के निंदनीय विचार हैं और नीचे पूछे गए प्रश्न भी उतने ही संवेदनाहीन हैं। उन्होंने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह शिक्षा के मानकों और परीक्षण में खराब स्तर को दर्शाता है और सशक्त तथा प्रगतिशील समाज के खिलाफ है। सोनिया गांधी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय और सीबीएसई को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए और उक्त प्रश्नपत्र को तत्काल वापस लिया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि संपूर्ण समीक्षा की जाए ताकि भविष्य में ऐसा कभी नहीं हो। कांग्रेस अध्यक्ष ने शिक्षा मंत्रालय से पाठ्यक्रम में लैंगिक समानता के मानकों की भी समीक्षा करने की मांग की। इसके बाद कांग्रेस सदस्यों ने सदन में सरकार से इस विषय पर जवाब की मांग की, हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस मांग को खारिज करते हुए कहा कि वह कोई नई परंपरा शुरू नहीं कर सकते।

राज्यसभा के 12 सदस्यों ने परिसर में धरना दिया

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के दौरान उच्च सदन में ‘अशोभनीय आचरण’ को लेकर शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए राज्यसभा के 12 सांसदों ने अपने खिलाफ की गई कार्रवाई के विरोध में सोमवार को संसद परिसर में धरना दिया। राज्यसभा में 12 सदस्यों के निलंबन के मुद्दे पर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच गतिरोध कायम रहा। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को उच्च सदन की बैठक एक बार के स्थगन के बाद 12 बजकर करीब पांच मिनट पर दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगितगत 29 नवंबर को हुए निलंबन के बाद से इस कार्रवाई के विरोध में रोजाना संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे 12 निलंबित विपक्षी सांसदों ने आज भी बापू की प्रतिमा के सामने धरना जारी रखा।

इन विपक्षी सांसदों का कहना है कि जब तक निलंबन रद्द नहीं होगा, तब तक वे संसद की कार्यवाही के दौरान सुबह से शाम तक महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठेंगे। निलंबित सांसदों में शामिल कांग्रेस नेता रिपुन बोरा ने कहा कि ‘हम निलंबन रद्द होने तक अपना धरना जारी रखेंगे। निलंबन असंवैधानिक और नियमों के विरूद्ध है।

यह रद्द होना चाहिए।” पिछले 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।

'न्याय के कटघरे’ में लाने तक मुआवजा लेने से इनकार 

श्री राम 

कोहिमा। नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में सेना की कथित गोलीबारी में मारे गए 14 निवासियों के परिवार वालों ने घटना में शामिल सुरक्षा कर्मियों को ‘न्याय के कटघरे’ में लाने तक कोई भी सरकारी मुआवजा लेने से इनकार कर दिया है। ओटिंग ग्राम परिषद ने एक बयान में कहा कि पांच दिसंबर को जब स्थानीय लोग गोलीबारी और उसके बाद हुई झड़प में मारे गए लोगों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर रहे थे, तब राज्य के मंत्री पी पाइवांग कोन्याक और जिले के उपायुक्त ने 18 लाख 30 हजार रुपये दिए।

बयान में कहा गया कि पहले उन्हें लगा कि यह मंत्री ने सद्भावना के तौर पर दिए हैं, लेकिन बाद में पता चला कि यह मारे गए और घायलों के परिवारों के लिए राज्य सरकार की ओर से अनुग्रह राशि की एक किस्त थी। बयान में कहा गया कि ओटिंग ग्राम परिषद और पीड़ित परिवार, भारतीय सशस्त्र बल के 21वें पैरा कमांडो के दोषियों को नागरिक संहिता के तहत न्याय के कटघरे में लाने और पूरे पूर्वात्तर क्षेत्र से सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (अफस्पा) को हटाने तक इसे स्वीकार नहीं करेंगे।

इस बयान को रविवार को जारी किए गया, जिस पर ग्राम परिषद के अध्यक्ष लोंगवांग कोन्याक, अंग (राजा) तहवांग, उप अंग चिंगवांग और मोंगनेई और न्यानेई के गांव बुराह (गांव के मुखिया) के हस्ताक्षार थे। पुलिस के अनुसार, जिले में चार से पांच दिसंबर के दौरान एक असफल उग्रवाद विरोधी अभियान और जवाबी हिंसा में कम से कम 14 नागरिक की मौत हो गई और एक सैनिक की जान चली गई थी।

12 सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग, मुद्दा उठाया

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को भी धरने पर बैठ गए। उन्होनें कहा कि सदन के 12 विपक्षी सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग जारी रहेगी। खड़गे बोले जो लोग धरने पर बैठे हैं आज भी हम उनका मुद्दा उठाएंगे। 10 बजे विपक्षी पार्टी के सभी नेता मिलेंगे और उसके बाद हम आगे की रणनीति तय करेंगे। 

राज्यसभा सांसदों का निलंबन वापस होना चाहिए। खड़ने ने कहा कि सदन चलता रहता है और पीएम आते नहीं। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन  छुट्टी वाले दिन करना चाहिए था।

युवाओं को सरकारी नौकरी का मौका, भर्ती जारी 

पंकज कपूर      देहरादून। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने युवाओं को सरकारी नौकरी करने का एक और मौका दिया है। आयोग ने पूर्व में 224 पदों पर भर्ती जारी करने के बाद अब इस भर्ती में 94 रिक्त पदों को और सम्मिलित कर 318 पदों पर भर्ती की विज्ञप्ति जारी की है। इसके साथ आयोग ने उत्तराखंड सम्मिलित राज्य सिविल-प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा-2021 के लिए फिर से आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस हेतु आयोग की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए 28 दिसंबर 2021 तक ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं। शैक्षणिक योग्यता संबंधी अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी जारी आधिकारिक नोटिफिकेशन को देख सकते हैं।

इन विभिन्न पदों पर आवेदन करने वाले अभ्यर्थी के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की उम्र 21 से 42 वर्ष के बीच होनी चाहिए। वहीं अधिकतम उम्र सीमा में राज्य के एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों को पांच वर्ष की छूट दी गई है। इन विभिन्न पदों पर अभ्यर्थियों का चयन प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। प्रारंभिक परीक्षा में सफल अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के लिए योग्य होंगे।

इंग्लैंड के खिलाफ दूसरा टेस्ट नहीं खेल सकेंगें बाजू

इंग्लैंड के खिलाफ दूसरा टेस्ट नहीं खेल सकेंगें बाजू

मोमीन मलिक

ब्रिसबेन। आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड बाजू में खिंचाव के कारण इंग्लैंड के खिलाफ दूसरा एशेज टेस्ट नहीं खेल सकेंगे। हेजलवुड को पहले टेस्ट में नौ विकेट से मिली जीत के दौरान चोट लगी थी। वह आगे की जांच के लिये सिडनी चले गए हैं। आस्ट्रेलिया की बाकी टीम सोमवार को एडीलेड रवाना होगी।

दूसरा टेस्ट गुरूवार से शुरू होगा। इंग्लैंड लायंस के खिलाफ पिछले सप्ताह अभ्यास मैच खेलने वाली आस्ट्रेलिया-ए-टीम में रहे झाय रिचर्डसन और माइकल नासिर तेज गेंदबाजी में कवर के तौर पर आस्ट्रेलिया टीम में हैं।


सर्दियों में गर्म पानी पीने के अनेक फायदे

मो. रियाज        क्या आप जानते हैं सर्दी में कम पानी पीने की वजह से बॉडी डिहाइड्रेट होने की संभावना ज्यादा होती है? आप गर्म पानी पीकर भी शरीर को डिहाइड्रेशन से बचा सकते हैं। ठंड में गर्म पानी पीने के कुछ और भी फायदे होते हैं, जिनके बारे में शायद आपको पता नहीं है।

डाइजेशन में सुधार: एक स्टडी के मुताबिक, गर्म पानी पीने से आपके शरीर के मेटाबॉलिक रेट में सुधार आता है। जिससे डाइजेशन से जुड़ी समस्या दूर होती हैं। ठंडे पानी की तुलना में गर्म पानी शरीर में ज्यादा तेजी से टूटता है। इससे कब्ज, बवासीर और फीसर जैसी खतरनाक बीमारियों का जोखिम भी कम होता है। ये तमाम दिक्कतें कम पानी पीने की वजह से ही होती हैं।

ब्लड सर्कुलेशन में सुधार: सर्दियों में हमारा ब्लड प्रेशर गर्मियों की तुलना में ज्यादा रहता है। चूंकि ठंडे मौसम में हमारी रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, इसलिए ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। गर्म पानी इन रक्त वाहिकाओं को फैलाने का काम करता है, जिससे सर्कुलेशन में सुधार आता है। हालांकि इसकी प्रभावशीलता पर बहुत कम ही रिसर्च किया गया है।

शरीर के दर्द में राहत: सर्दी के मौसम में कई लोगों को मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द की शिकायत रहती है।दरअसल तापमान में गिरावट होते ही इंजरी और जोड़-हड्डियों में दर्द की समस्या बढ़ने लगती है। ऐसे में गर्म पानी ना सिर्फ मांसपेशियों में खिंचाव और सिरदर्द में राहत देता है, बल्कि पीरियड्स के दौरान पेट में होने वाली ऐंठन भी कम करता है।

वेट लॉस: सर्दियों में मेटाबॉलिज्म रेट गिरने की वजह से हमारा वजन बढ़ने लगता है। कई स्टडी में ऐसा दावा किया गया है कि गर्म पानी हमारे मेटाबॉलिज्म सिस्टम को बूस्ट करता है और शरीर में जमा होने वाले फैट को कम करता है, जो असल में मोटापे के लिए जिम्मेदार है। इसलिए बढ़ते मोटापे को कंट्रोल करने के लिए आपको गर्म पानी के साथ दिन की शुरुआत करनी चाहिएःः

नाक और गले की दिक्कत: सर्दियों में एक गर्मागर्म ड्रिंक जैसे कि चाय, बहती नाक, खांसी, गले में खराश या जकड़न की समस्या में तुरंत राहत दे सकती है। गर्म पानी छाती भी बलगम, खांसी और बहती नाक की समस्या में राहत देता है।सर्दी में गर्म पानी खांसी, जुकाम और इंफेक्शन की तीव्रता को कम करता है, क्योंकि इसमें बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता होती है।

भारत: मिस यूनिवर्स बनीं हरनाज, खिताब मिला

भारत: मिस यूनिवर्स बनीं हरनाज, खिताब मिला
अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। भारत की हरनाज संधू मिस यूनिवर्स बन गई हैं। 21 साल बाद किसी भारतीय सुंदरी को यह खिताब मिला है। जीतने के बाद देश के नाम एक संदेश में उन्होंने कहा- चक दे फट्‌टे इंडिया, चक दे फट्टे।
70वां मिस यूनिवर्स पेजेंट 12 दिसंबर को इजरायल में हुआ। इसमें हरनाज ने 79 देशों की सुंदरियों को पीछे छोड़ते हुए मिस यूनिवर्स का ताज पहना।
मिस यूनिवर्स की रनर अप मिस पराग्वे नाडिया फेरेरा और सेकेंड रनर अप मिस साउथ अफ्रीका लालेला मस्वाने रहीं। बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला को मिस यूनिवर्स कॉन्टेस्ट को जज करने का मौका मिला था। वे भारत की तरफ से ज्यूरी टीम का हिस्सा थीं।
चंडीगढ़ की हरनाज संधू ने हाल ही में ‘मिस दीवा मिस यूनिवर्स इंडिया 2021’ का खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद से ही उन्होंने मिस यूनिवर्स 2021 का ताज जीतने के लिए जी-जान से मेहनत शुरू कर दी थी। साल 2000 में लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनीं थीं। तब से भारत इस खिताब का इंतजार कर रहा था।
21 साल की हरनाज पेशे से एक मॉडल हैं। उन्होंने चंडीगढ़ के शिवालिक पब्लिक स्कूल से अपनी शुरुआती पढ़ाई की है। चंडीगढ़ से ही ग्रेजुएशन करने के बाद इन दिनों वे मास्टर्स की पढ़ाई पूरी कर रही हैं। उन्होंने मॉडलिंग और कई पेजेंट में जीत हासिल करने के बावजूद पढ़ाई से दूरी नहीं बनाई।

 ‘ऑनलाइन’ स्टेटस का इस्तेमाल, अपडेट किया

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। व्हाट्सएप लंबे समय से सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला मैसेजिंग प्लेटफॉर्म रहा है। मैसेज, कॉल, इमेज आदि के जरिए अपने प्रियजनों के संपर्क में रहने के लिए लगभग सभी वॉट्सऐप का ही इस्तेमाल करते हैं। ऐप एंड-यूजर को बहुत सारी सुविधाएं प्रदान करता है, लेकिन इसमें कुछ ऐसे फीचर्स भी हैं जिनका उपयोग मलिशियस एक्टर और स्टाकर द्वारा गलत कामों में किया जाता है। कुछ लोग किसी की ऑनलाइन पीछा करने के लिए थर्ड-पार्टी ऐप्स द्वारा ‘लास्ट सीन’ स्टेटस और ‘ऑनलाइन’ स्टेटस देखते हैं। कुछ उपयोगकर्ताओं ने देखा होगा कि वे उन उपयोगकर्ताओं का ‘ऑनलाइन’ स्टेटस या ‘लास्ट सीन’ स्टेटस को देखने में सक्षम नहीं हैं। पीछा करने के लिए ‘लास्ट सीन’ और ‘ऑनलाइन’ स्टेटस का इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है।

एंड्रॉइड के गूगल प्ले स्टोर और आईओएस के ऐप्पल ऐप स्टोर पर कुछ ऐसे थर्ड पार्टी ऐप्स मौजूद हैं, जिससे किसी के भी ‘ऑनलाइन’ स्टेटस टाइम और ‘लास्ट सीन’ टाइम के वॉट्सऐप डेटा को एक्सेस किया जा सकता है। वॉट्सऐप ने अब ऐसे ऐप्स को ऐसे डेटा तक पहुंचने से रोकने के लिए कुछ सुरक्षा उपाय पेश किए हैं। यहां तक ​​कि जब दोनों अकाउंट पर ‘लास्ट सीन’ स्टेटस एक्टिव है, फिर भी उपयोगकर्ता इसे तब तक नहीं देख पाएंगे जब तक कि कुछ चैट हिस्ट्री न हो। ऐसी स्थिति में ऑनलाइन स्टेटस भी दिखाई नहीं देगा। वॉट्सऐप ने आश्वासन दिया है कि यह नई सीमा उन दोस्तों, परिवार और व्यवसायों के साथ चैट में कोई बाधा नहीं पैदा करेगी जो उपयोगकर्ता के साथ बातचीत कर रहे हैं। एक सवाल के जवाब में वॉट्सऐप सपोर्ट ने कहा, “हमारे उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता और सुरक्षा में सुधार करने के लिए, हम उन लोगों के लिए इसे कठिन बना रहे हैं जिन्हें आप नहीं जानते हैं और जिनके आप वॉट्सऐप पर बातचीत नहीं करते ताकि ऐसे लोग आपकी ऑनलाइन उपस्थिति या लास्ट सीन स्टेटस न देख पाए।

यह आपके और आपके दोस्तों, परिवार और व्यवसायों के बीच कुछ भी नहीं बदलेगा, जिन्हें आप जानते हैं या पहले मैसेज कर चुके हैं।”बातचीत करने के बाद भी यदि आप लास्ट सीन और ऑनलाइन स्टेटस नहीं देख पा रहे हैं, तो आपके कॉन्टैक्ट ने या तो सभी के साथ अपना स्टेटस शेयर करना बंद कर दिया है या केवल कुछ खास उपयोगकर्ताओं को उनकी जानकारी देखने की अनुमति दी है।


वेरिएंट 'ओमिक्रोन' के संक्रमितों की संख्या में तेजी
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। वहीं खतरे के बीच विदेश से लौटने वाले लोगों की लापरवाही भी सामने आ रही है। अलग-अलग देशों की यात्रा कर रायपुर लौटे 80 से ज्यादा लोगों ने अपने मोबाइल को बंद कर दिया।
जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग उनकी ट्रेसिंग नहीं कर पा रहा है। जिसके बाद ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के​ लिए स्वास्थ्य विभाग ने एफआईआर दर्ज किया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी लोगों के खिलाफ संबांधित थानों में शिकायत दर्ज कराई है। जो विदेश से लौटे तो हैं मगर उनके मोबाइल बंद आ रहे हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है ​कि नए वेरिएंट को लेकर अलर्ट होना जरूरी हैं लेकिन मोबाइल बंद कर अपने साथ दूसरों की जान खतरे में डाल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में कल 25 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की पहचान की गई थी। और 20 मरीजों को स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज या होम क्वांरेंटाइन से मुक्त किया गया।

ओमिक्रोन के खिलाफ असरदार साबित हुईं फाइजर

ओमिक्रोन के खिलाफ असरदार साबित हुईं फाइजर
अखिलेश पांडेय     
बीजिंग। फाइजर/बायोएनटेक की वैक्सीन कोरोना वायरस के अन्य रूपों की तुलना में ओमिक्रोन स्ट्रेन के खिलाफ 30 गुना कम प्रभावशाली हो सकती है। विश्वविद्यालय तथा चाइनीज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की ओर से रविवा्र को जारी रिपोर्ट में कहा गया, "ओमिक्रोन वैरिएंट बायोएनटेक द्वारा विकसित रोग प्रतिरोधक क्षकमता को कम से कम 32 गुना कम करता है।
वैज्ञानिकों ने कहा कि दस लोगों के रक्त के नमूनों का उपयोग करके किए गए नए शोध के अनुसार, फाइजर वैक्सीन के दो खुराक ओमिक्रोन के खिलाफ बहुत कम असरदार साबित हुई। बूस्टर डोज हालांकि कोरोना के इस रूप के खिलाफ काफी सुरक्षा प्रदान करती है। शोधकर्ता अब ओमिक्रोन के खिलाफ कोरोनावैक वैक्सीन की प्रभावशीलता का परीक्षण कर रहे हैं।

अमेरिका: तूफान से 80 से अधिक लोगों की मौंत
सुनील श्रीवास्तव      
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के केंटकी प्राप्त में तूफान के कारण अब तक 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन वास्तिवक आंकड़ा इससे अधिक हो सकता है।
यह कहना है केंटकी प्रांत के गवर्नर एंडी बेशियर का। उन्होंने रविवार को सीएनएन न्यूज चैनल से कहा, "मैं जानता हूं कि हमने 80 से ज्यादा अपने नागरिकों को खो दिया है। यह संख्या 100 से अधिक हो सकती है। यह अब तक का सबसे विनाशकारी तूफान है।" उन्होंने बताया कि तूफान का दायरा कम से कम 227 मील (365 किलोमीटर) की रफ्तार से हवा चल रही। इसमें 200 मील का दायरा केंटकी में था। ऐसे पूरे शहर नष्ट हो गए हैं।
उन्होंने कहा, "मेरे पिताजी का गृहनगर, जिसका आधा हिस्सा अब खड़ा नहीं है। इसका वर्णन करना कठिन है। मुझे पता है कि लोग दृश्य देख सकते हैं। इससे उबरने में समय लगेगा। मेरा मतलब है कि आप लोगों की जांच करने के लिए घर-घर जाते हैं और देखते हैं कि वे ठीक हैं या नहीं? कोई दरवाजा नहीं हैं। सवाल यह है कि क्या हजारों-हजारों संरचनाओं के मलबे में है। मेरा मतलब है, यह विनाशकारी है।"

जमात की गतिविधियों पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई
अखिलेश पांडेय       
रियाद। सऊदी अरब सरकार की ओर से अपने देश के भीतर तबलीगी जमात पर लगाई गई पाबंदी की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए विश्व प्रसिद्ध इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम के मोहतमिम ने सऊदी सरकार को अपने फैसले पर फिर से विचार करने तथा इस तरह के फैसले लेने से परहेज करने की नसीहत दी है।
सऊदी अरब सरकार की ओर से अपने देश में तबलीगी जमात पर विभिन्न गंभीर आरोप लगाते हुए अपने देश में जमात की गतिविधियों पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है। सोमवार को दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासमी ने प्रेस बयान जारी करते हुए कहा है कि दारुल उलूम के वरिष्ठ उस्ताद रह चुके हजरत मौलाना महमूद हसन के शागिर्द स्वर्गीय मौलाना मोहम्मद इलियास ने तबलीगी जमात की शुरुआत की थी, जो दीनी व धार्मिक तौर से काफी फायदेमंद रही है और मामूली स्तर पर हुए विरोध के बावजूद तबलीगी जमात अपने मिशन में सफलता के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा है कि लगभग पूरी दुनिया में तबलीगी जमात काम करते हुए अपना विस्तार कर रही है। ऐसे में तबलीगी जमात के ऊपर शिरक बिदअत आतंकवाद के इल्जाम पूरी तरह से बेईमानी और निराधार हैं। उधर प्रख्यात लेखक मौलाना नदीम अल वाजिदी ने सऊदी अरब सरकार के फैसले पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा है कि इस तरह के गैर जिम्मेदाराना रवैया की सऊदी सरकार से उम्मीद नहीं थी। सऊदी सरकार को अगर तबलीगी जमात को लेकर कोई कदम उठाना ही था तो उसे भारत समेत अन्य देशों के विद्वानों के सामने इस पर विचार करना चाहिए था।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

1. अंक-56, (वर्ष-05)
2. मंगलवार, नवंबर 14, 2021
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-एकादशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:48, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान -9 डी.सै., अधिकतम-21+ डी.सै.।  
बर्फबारी व शीतलहर के साथ कहीं- कहीं तेज बारिश की संभावना।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवाशुं के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...