टूव्हीलर बाजार में इलेक्ट्रिक सेगमेंट का विस्तार हुआ
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। बीते एक साल के दौरान भारतीय टूव्हीलर बाजार में इलेक्ट्रिक सेगमेंट का विस्तार तेजी से हुआ है। अब इस सेगमेंट में एक और स्कूटर दस्तक देने जा रहा है, जिसके अभी कॉन्सेप्ट पर से पर्दा उठाया गया है। इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए ईआईएमसे 2021 में कंपनी ने वमोटो फ्लीट कॉन्सेप्ट एफ01 को पेश किया है। बताते चलें कि यह मुख्य रूप से बी2बी सेगमेंट में एंट्री करेगा, जो छोटे व्यापारी और दुकानदारों के लिए उपयोगी साबित होगा।
सबसे पहले इस इलेक्ट्रिक स्कूटर के डिजाइन की बात करते हैं, जिसे खासतौर से बी2बी परिवहन संबंधित जरूरत को पूरा करने के लिए बनाया गया है। इसमें एक न्यूतम डिजाइन दिया गया है और यह एक सीमित मात्रा का भार उठा सकेगा। यह स्कूटर एक बार फुल चार्ज करने पर 90 किमी तक की रेंज देने की शक्ति रखेगा, जो यूजर्स के लिए उपयोगी साबित होगा। यह एक लोड कैरियर है, इसकी प्रमुख विशेषताओं में चिकना हेडलैंप, यू-आकार का डीआरएल और एर्गोनॉमिक रूप से रखा हैंडलबार शामिल हैं। स्कूटर के पूरी तरह से डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल से लैस होने की संभावना है। बताते चलें कि ने अभी तक भारतीय बाजार में अपनी शुरुआत नहीं की है। मगर यह बर्ड ग्रुप के हिस्से बर्ड इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के साथ सहयोग के हिस्से के रूप में भारत में शुरू हो सकता है। उसे बर्ड ES1+ नाम से बेचा जाएगा और इसकी कीमत लगभग 50,000 रुपये (एक्स-शोरूम) होने की उम्मीद है।
10वीं के कंप्यूटर एप्लीकेशन की परीक्षा समाप्त हुईं
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी सीबीएसई बोर्ड की ओर से टर्म-1 में कक्षा बारहवीं के बिजनेस स्टडीज और दसवीं के कंप्यूटर एप्लीकेशन की परीक्षा समाप्त हो गई है। सीबीएसई कक्षा 12 का बिजनेस स्टडीज का पेपर सुबह 11.30 बजे से दोपहर 1 बजे तक निर्धारित की गई थी। इसी प्रकार, बोर्ड द्वारा कक्षा 10 के कंप्यूटर अप्लीकेशन के पेपर का भी आयोजन एक बजे तक किया जाना था।
सीबीएसई बोर्ड की ओर से 12वीं के बिजनेस स्टडीज के पेपर में ए, बी और सी तीन सेक्शन से कमश: 24, 24 और 12 प्रश्न पूछे गए थे। इसी प्रकार, 10वीं कक्षा के कंप्यूटर एप्लीकेशन के पेपर दो सेक्शन ए, बी और सी से क्रमश: 16, 16 और 8 प्रश्न पूछे गए थे। सीबीएसई बोर्ड 12वीं कक्षाओं के छात्रों की ओर से बिजनेस स्टडीज के पेपर की प्रतिक्रियाऐं आने लगी हैं। छात्रों के अनुसार, बिजनेस स्टडीज का पेपर थोड़ा कठिन था। हालांकि, सभी प्रश्न सिलेबस से ही पूछे गए थे। प्रश्न पत्र से छात्र काफी हद तक संतुष्ट दिखे।
'यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन' फंड का इस्तेमाल किया
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने डिजिटल क्रांति में मदद के लिए चुनिंदा समूहों को स्मार्टफोन पर सब्सिडी देने के लिए यूएसओ (यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन) फंड का इस्तेमाल करने की वकालत की। उन्होंने साथ ही कहा कि कि देश में ब्रॉडबैंड सेलुलर नेटवर्क के लिए राष्ट्रीय प्राथमिकता के तौर पर 5जी या पांचवीं पीढ़ी के प्रौद्योगिकी मानक पेश किए जाने चाहिए। दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों द्वारा भुगतान किए जाने वाले लाइसेंस शुल्क का पांच प्रतिशत ‘यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन’ फंड में जाता है। इसे ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में टेलीफोन सेवाओं तक पहुंच प्रदान करके सार्वभौमिक सेवा उद्देश्यों को प्राप्त करने तथा इन क्षेत्रों में मोबाइल सेवाओं एवं ब्रॉडबैंड की खातिर ढांचे के निर्माण के लिए अप्रैल 2002 में स्थापित किया गया था।
हालांकि, नियंत्रक और महालेख परीक्षक (कैग) के अनुसार, इस प्रकार एकत्र किए जाने वाले धन के आधे से भी कम हिस्से का इस्तेमाल इन उद्देश्यों के लिए किया जाता है। अंबानी ने बुधवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को 2जी से 4जी और 5जी तक बढ़ने का काम जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए।उन्होंने कहा, “सामाजिक-आर्थिक स्थिति के लिहाज से सबसे नीचे आने वाले लाखों भारतीयों को 2जी तक सीमित रखने का मतलब उन्हें डिजिटल क्रांति के लाभों से वंचित करना है।” रिलायंस इंडस्ट्रीज की अनुषंगी जियो ने 2016 में सस्ते मोबाइल डेटा और कनेक्टिविटी की शुरूआत कर क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लाया था। वह अब 4जी एवं 5जी के कार्यान्वयन और ब्रॉडबैंड बुनियादी ढांचे के विस्तार पर ध्यान दे रही है।
4जी और 5जी नेटवर्क के लिए स्मार्टफोन की जरूरत होती है। देश में अनुमानित 28 करोड़ मोबाइल फोन उपयोगकर्ता अभी भी बेसिक या फीचर फोन का इस्तेमाल करते हैं। उन लोगों के लिये शुरूआती स्तर के स्मार्ट फोन अब भी महंगे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, अंबानी ने कहा कि भारत में मोबाइल ग्राहक आधार के अभूतपूर्व तेजी से विस्तार में चीजों के किफायती होने से सबसे बड़ी मदद मिली है।
शीर्ष उद्योगपति ने कहा, “हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि भारत में मोबाइल ग्राहक आधार के अभूतपूर्व तेजी से विस्तार में चीजों का किफायती होना महत्वपूर्ण साबित हुआ है। भारत को अधिक से अधिक डिजिटल समावेश की ओर बढ़ना चाहिए, न कि अधिक से अधिक डिजिटल अलगाव की ओर।” उन्होंने कहा, भारत को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि न केवल सेवाएं बल्कि उपकरण और अनुप्रयोग भी किफायती हों।
अंबानी ने कहा, “व्यापक स्तर पर चीजों को सस्ता बनाने का सबसे अच्छा तरीका सेवाओं के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए यूएसओ फंड के उपयोग जैसे सहायक नीति उपकरणों और भविष्य की प्रौद्योगिकी को अपनाना है। यूएसओ फंड का उपयोग चुनिंदा लक्षित समूहों को उपकरणों पर सब्सिडी प्रदान करने के लिए किया जा सकता है।
दिल्ली: वायु गुणवत्ता में सुधार आने की संभावना जारी
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में हवा की अनुकूल गति के कारण वायु गुणवत्ता में बुधवार को सुधार आने की संभावना है। हालांकि, वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में ही रहेगी। प्राधिकारियों ने बताया कि शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह नौ बजे 236 पर रहा। मंगलवार को शाम चार बजे 24 घंटे का औसत एक्यूआई 255 था।पड़ोसी फरीदाबाद (आईक्यू 190), गाजियाबाद (आईक्यू 220), ग्रेटर नोएडा (आईक्यू 136), गुरुग्राम (आईक्यू 184) और नोएडा (आईक्यू 180) में भी वायु गुणवत्ता में सुधार दर्ज किया गया। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 तक के एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी एजेंसी ‘सफर’ ने अनुमान जताया कि अगले तीन दिनों में हवा की मध्यम गति के कारण आबोहवा में सुधार आएगा। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन) महेश पालावत ने कहा कि हवा की मध्यम गति से वायु गुणवत्ता में सुधार लाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि पर्वतीय क्षेत्र में असर डालने वाले पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर होने से सर्द उत्तरपश्चिमी हवाएं शुक्रवार से चलेंगी। इससे न्यूनतम तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरेगा। दिल्ली में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 10.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग कार्यालय ने बताया कि अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। अगले तीन से चार दिनों में न्यूनतम तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता है।
सोने की कीमतों में बदलाव नहीं, उतार-चढ़ाव जारी
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। देशभर में सोने-चांदी के दाम लगातार उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रहे हैं। आज हफ्ते के तीसरे दिन बुधवार को सोने की कीमतों में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है वहीं चांदी के दामों में तेजी दर्ज की गई है। चांदी की कीमतों में आज 700 रुपये प्रति किलो ग्राम की तेजी आई है। जिसके बाद दिल्ली के सराफा बाजार में सोना 46,910वहीं चांदी 61,900रुपए प्रति किलो ग्राम ट्रेंड कर रही है। दिल्ली में 24 कैरेट सोने के भाव 51,170 मुंबई में 24कैरेट सोने के भाव 47,820कोलकाता में 24कैरेट सोने के भाव 49,800वहीं दिल्ली में 22 कैरेट सोने के भाव 46,910 मुंबई 22 कैरेट सोने के भाव 46,820 है।
चांदी के भाव में आज 700 रुपये प्रति किलो ग्राम की तेजी आई है। जिसके बाद दिल्ली के सराफा बाजार में चांदी की कीमत 61,900रुपये प्रति किलोग्राम हैं वहीं मुंबई के बाजारों में भी आज चांदी 61,900रुपये प्रति किलोग्राम से ट्रेंड कर रही हैं।
भारत: संक्रमितों की संख्या-3,46,56,822 हुईं
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 8,439 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,46,56,822 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 93,733 हो गई है, जो 555 दिन में सबसे कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के 195 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,73,952 हो गई।देश में लगातार 12 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 10 हजार से कम बने हुए हैं और 164 दिन से 50 हजार से कम दैनिक मामले सामने आ रहे हैं। उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 93,733 हो गयी है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.27 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है।
पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,281 की कमी दर्ज की गयी है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.36 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है। आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.70 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 65 दिन से दो प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 0.76 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 24 दिन से एक प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,40,89,137 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 129.54 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है।
बदलाव: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में स्थिरता बनीं
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के 70 डॉलर प्रति बैरल के पार बने रहने के बावजूद लगातार 34 वें दिन देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में स्थिरता बनी रही। दिल्ली में गत दो दिसंबर को वैट में कमी किये जाने के कारण पेट्रोल की कीमतें करीब आठ रुपये प्रति लीटर कम हुआ था और उसके बाद से दिल्ली में पेट्रोल 95.41 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है।
सिगांपुर में कारोबार की शुरूआत नरमी के साथ हुयी। लंदन ब्रेंट क्रूड 0.25 प्रतिशत गिरकर 75.25 डॉलर प्रति बैरल पर और अमेरिकी क्रूड 0.12 प्रतिशत उतरकर 71.96 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये तथा 10 रुपये प्रति लीटर की कमी करने से देश में इसकी कीमतों में कमी आयी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक सहित देश के 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इन दोनों उत्पादों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) में कमी की थी। कल दिल्ली सरकार ने भी पेट्रोल पंप मालिकों के बढ़ते दबाव में पेट्रोल पर वैट में 30 फीसदी की कटौती करने की घोषणा की जिससे दिल्ली में पेट्रोल 8.56 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया। डीजल पर वैट में कोई कमी नहीं की गयी जिसके कारण यह पिछले दिवस के स्तर पर ही है। दिल्ली एनसीआर में उत्तर प्रदेश और हरियाणा द्वारा वैट कम किये जाने से पेट्रोल और डीजल दिल्ली से सस्ता हो गया था जिसके कारण राजधानी में इसकी बिक्री पर काफी असर पर रहा था। इसके कारण डीलरों ने सरकार पर वैट कम करने का दबाव बनाया था।
राजधानी दिल्ली में वैट कम किये जाने के कारण इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के पंप पर पेट्रोल की कीमत 95.41 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल के दाम 86.67 रुपये प्रति लीटर पर टिके रहे।
354 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी: बीआरओ
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। बीआरओ में सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले युवाओं के लिए अच्छी खबर है कि रक्षा मंत्रालय के अधीन सीमा सड़क संगठन बीआरओ ने 354 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की है डी आर ओ द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार 293 पदों पर गाड़ी मैकेनिक और चालक यांत्रिकी परिवहन सामान्य ग्रेड के 16 पद तथा बहू कुशल कर्मकार चित्रकार के 33 पद और बहु कुशल कर्मकार भोजनशाला बेरा के 12 पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों से आवेदन मांगे गए हैं। सरकारी नौकरी का इंतजार कर रहे युवा बीआरओ में आवेदन कर यह सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
यात्रियों की सुविधाओं के लिए फैसला लिया: रेलवे
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन ने ट्रेनों में सफर के दौरान यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बड़ा फैसला लिया है। अब प्रीमियम ट्रेनों में ट्रेन होस्टेज चलेंगी। शताब्दी, गतिमान और तेजस में अब वूमेन क्रू चलेंगी। भविष्य में आप जब इन ट्रेनों में सफर करेंगे तो ट्रेन होस्टेज आपका स्वागत करेंगी। आईआरसीटीसी के अनुसार इसकी शुरुआत हाल ही में वंदेभारत एक्सप्रेस से कर दी गई है। एक-एक सभी प्रीमियम ट्रेनों में यह बदलाव किया जाएगा।
रेलवे मंत्रालय के अनुसार मौजूदा समय 25 प्रीमियम ट्रेनों का संचालन हो रहा है। इसमें शताब्दी, राजधानी, दूरंतो, गतिमान, तेजस, और वंदेभारत शामिल हैं। आईआरसीटीसी के अनुसार, ट्रेन होस्टेज दिन में चलने वाली सभी ट्रेनों चलेंगी। रात में चलने वाली ट्रेनों में पहले जैसी व्यवस्था ही रहेगी। इस तरह राजधानी और दूरंतों में नई व्यवस्था लागू नहीं होगी, क्योंकि दोनों ट्रेनों में रात दिन का सफर होता है। इसलिए इन ट्रेनों को छोड़कर सभी में ट्रेन होस्टेज होंगी। ट्रेन होस्टेज की एक जैसी ड्रेस होगी। मौजूदा समय 12 शताब्दी, एक गतिमान,दो वंदेभारत, एक तेजस एक्सप्रेस चल रही है।
इसलिए किया जा रहा है बदलाव।
आईआरसीटीसी के अनुसार यह बदलाव सफर के दौरान अच्छी सुविधा देने के लिए किया जा रहा है। पुरुषों की तुलना फीमेल क्रू सर्विस बेहतर ढंग से उपलब्ध कराती है। फ्लाइट इसका अच्छा उदाहरण हैं।इसके अलावा वूमेन क्रू बातचीत में सहज होती हैं, यात्री भी ट्रेन होस्टेज से शिकायत कम करते हैं। आईआरसीटीसी के अनुसार बदलाव का सबसे बड़ा कारण महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। अन्य क्षेत्रों की तरह महिलाएं इस क्षेत्र में भी आगे आएंगी।