गुरुवार, 9 दिसंबर 2021

'कभी खुशी कभी गम' के 20 साल: उत्साह

'कभी खुशी कभी गम' के 20 साल: उत्साह

कविता गर्ग         मुंबई। बॉलीवुड के जानेमाने फिल्मकार करण जौहर की फिल्म 'कभी खुशी कभी गम' के प्रदर्शन के 20 साल पूरे होने वाले हैं। जिसे लेकर वह बेहद उत्साहित हैं। करण जौहर के निर्देशन में बनी फिल्म 'कभी खुशी कभी गम' में अमिताभ बच्चन, जया बच्चन,शाहरुख खान, ऋतिक रोशन, काजोल और करीना कपूर खान ने मुख्य भूमिका निभायी थी। फिल्म कभी खुशी कभी गम 14 दिसंबर 2001 में प्रदर्शित हुयी थी।फिल्म के प्रदर्शन के 20 साल पूरे होने वाले हैं। इसको लेकर करण जौहर खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं।

करण जौहर ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो को शेयर कर फिल्म निर्माण के अपने उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए कैप्शन लिखा, "20 साल होने जा रहे हैं और मैं भी इस फिल्म को बड़े पर्दे पर रिलीज करने और इसे देखने जा रहे लोगों के उत्साह को महसूस करता हूं। लेकिन मुझे लगता है कि फिल्म को लेकर मेरे ऊपर ये प्रभाव बहुत बाद में पड़ा है और ये एहसाह तब से रुका नहीं है।

मैं त्यौहारों पर सभी वीडियो देखता हूं और मुझे लगता है कि इस फिल्म का म्यूजिक सभी त्यौहारों का हिस्सा है। फिल्म के संवाद और फैशन को लोगों ने अपने दैनिक जीवन में निश्चित रूप से शामिल कर लिया है। मैं ये भी देखता हूं कि इस वक्त के बाद ये सब आपके परिवार से प्यार करने के बारे में है। साथ ही फिल्म निर्माता ने फैंस से इस फिल्मोत्सव सप्ताह में शामिल होना आग्रह करते हुए कहा कि, इस पूरे सप्ताह हमारे साथ फिल्म के 20 साल पूरे होने क जश्न मनाएं। क्योंकि हमारे पास आपके लिए बहुत कुछ हैं।"


मुंबई: शादी के बंधन से बंधें कैटरीना और विक्की
कविता गर्ग        मुंबई। एक्टर विक्की कौशल और अभिनेत्री कैटरीना कैफ आज यानी गुरुवार को शादी के बंधन से बंध जाएंगे। राजस्थान के सिक्स सेंसेस फोर्ट बरवाड़ा में आज दोपहर दोनों सात फेरे लेंगे। बताया जा रहा है कि विक्की और कैटरीना दो रीति-रिवाज से शादी करेंगे। पंजाबी शादी के साथ दोनों व्हाइट वेडिंग भी करेंगे। पिछले 2 साल से दोनों ने ही अपने रिलेशनशिप को सीक्रेट रखा था। 

रिपोर्ट्स के अनुसार विक्की-कैटरीना की शादी की सेरेमनी दोपहर के समय से शुरू होगी। करीब 3:30 से 3:45 के बीच दोनों सात फेरे लेंगे। मंडप को इस तरह बनाया गया है, जिसकी फेसिंग मंदिर की ओर है।

प्रतिरोधक क्षमता बनाने वाली दवा को मंजूरी दीं

प्रतिरोधक क्षमता बनाने वाली दवा को मंजूरी दीं
अखिलेश पांंडेय     
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के संघीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं या एलर्जी से पीड़ित उन लोगों के लिए कोविड-19 के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बनाने वाली एक दवा को बुधवार को मंजूरी दी। जिन्हें टीकाकरण से पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिल सकती है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए प्रतिरोधक क्षमता निर्मित करना पिछले एक साल से इसका एक मानक उपचार रहा है।
हालांकि, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा जिस ‘एस्ट्राजेनेका’ की एंटीबॉडी (प्रतिरोधक क्षमता बनाने वाली) दवा को बुधवार को मंजूरी दी गई है, वह अलग है। यह पहली ऐसी दवा है, जो संक्रमण के खिलाफ दीर्घकालिक सुरक्षा प्रदान करेगी न कि केवल थोड़े समय के लिए। कैंसर रोगी, अंग प्रत्यारोपण कराने वाले, गठिया जैसी बीमारियों से परेशान लोग इस दवा को ले सकते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अनुमान जताया है कि अमेरिका की आबादी का दो से तीन प्रतिशत हिस्सा इस दायरे में आता है। घोषणा से पहले मिनेसोटा विश्वविद्यालय के डॉ. डेविड बौलवेयर ने कहा, ” ये लोग अब भी बाहर नहीं निकल पा रहे हैं क्योंकि उनके संक्रमण की चपेट में आने या उससे मौत होने का खतरा इन्हें अधिक है। ”
उन्होंने कहा कि इस दवा से इनमें से कई लोग एक बार फिर अपनी सामान्य दिनचर्या में लौट पाएंगे। एफडीए ने ‘एस्ट्राजेनेका’ की जिस एंटीबॉडी दवा को मंजूरी दी है, उसका नाम ‘एवुशेल्ड’ है। यह दवा उन व्यस्क और 12 या उससे अधिक आयु के बच्चों के लिए है, जिनके कोविड-19 रोधी टीके लेने के बाद भी उनके शरीर में पर्याप्त प्रतिरोधक क्षमता नहीं बन पाई है, या जिन्हें टीके लेने से गंभीर एलर्जी हो जाती है।

ओमीक्रोन से संक्रमित लोगों की संख्या-40 हुईं

सुनील श्रीवास्तव       न्यूयॉर्क। अमेरिका के रोग नियंत्रण केंद्र की प्रमुख ने बुधवार को कहा कि देश में अभी तक 40 से अधिक लोग कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए हैं और इनमें से तीन चौथाई से अधिक लोगों ने टीके की खुराक ली हुई है। प्रमुख ने कहा कि लगभग सभी मरीजों में संक्रमण के हल्के लक्षण पाए गए हैं। सीडीसी निदेशक डॉ. रोचेल वालेन्स्की ने एक साक्षात्कार में बताया कि आंकड़े बहुत सीमित हैं और एजेंसी यह पता लगाने पर काम कर रही है कि अमेरिका के लिए कोरोना वायरस का नया उत्परिवर्ती रूप कैसा है। उन्होंने कहा कि लेकिन अभी तक सामने आए लगभग सभी मामलों में ”बीमारी के लक्षण हल्के” रहे हैं।

लक्षणों में मुख्यत: खांसी, सीने में जकड़न और थकान आदि हैं। एक मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन इससे किसी की मौत नहीं हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, ओमीक्रोन स्वरूप का पहला मामला पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका में सामने आया और तब से इस स्वरूप के मामले 57 देशों में सामने आए हैं।अमेरिका में ओमीक्रोन का पहला मामला एक दिसंबर को सामना आया। बुधवार दोपहर तक सीडीसी ने 19 राज्यों में इसके 43 मामले दर्ज किए। इनमें से करीब एक तिहाई मरीजों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा की थी। इनमें से तीन-चौथाई से अधिक मरीजों ने टीके की खुराक ले ली है और एक तिहाई ने बूस्टर खुराक भी ले ली है।

नीति के तहत दो प्रवासियों को मेक्सिको भेजा

अखिलेश पांंडेय        मेक्सिको सिटी। अमेरिकी प्राधिकारियों ने बुधवार को पहले दो प्रवासियों को ‘रिमेन इन मेक्सिको’ नीति के तहत मेक्सिको भेज दिया। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समय की इस नीति के तहत अमेरिका में शरण मांगने वाले लोगों को अमेरिकी आव्रजन अदालत में सुनवाई तक मेक्सिको में ही प्रतीक्षा करनी होती है।आव्रजन के लिए संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय संगठन (यूएन इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन) ने कहा कि दो शरणार्थियों को टेक्सास के अल पासो से सीमा पार सियुदाद जुआरेज भेजा गया । संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने इन दोनों व्यक्तियों की राष्ट्रीयता के बारे में जानकारी नहीं दी।

मेक्सिको के अधिकारियों ने इन दोनों का स्वागत किया, इन्हें दस्तावेज मुहैया कराए, संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने इनकी कोविड-19 जांच की और फिर एक आश्रय में ले गए। मेक्सिको का कहना है कि अमेरिकी सरकार इस नीति के तहत लौटे सभी शरणार्थियों को टीके की खुराक देने के लिए सहमत हुई है।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन नीत प्रशासन ने एक अदालत के आदेश का पालन करते हुए सोमवार इस नीति को फिर से बहाल कर दिया और मेक्सिको ने जिन बदलावों की मांग की थी, उन्हें शामिल करने पर सहमति जताई। बाइडन ने पहले इस नीति को रद्द कर दिया था लेकिन टेक्सास और मिसौरी के एक मुकदमे ने उन्हें मेक्सिको की स्वीकृति के तहत, इसे वापस लागू करने को मजबूर कर दिया।

अंतरराष्ट्रीय सहयोग के अभाव को रेखांकित किया

सुनील श्रीवास्तव      बीजिंग। चीनी पोतों को हिंद महासागर में अपनी अनियमित गतिविधियां बढ़ाते हुए टूना मछलियों को अवैध रूप से पकड़ने के लिए बड़े जालों का इस्तेमाल करते पाया गया है। नॉर्वे के एक निगरानी समूह की नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। इस रिपोर्ट में समुद्रों में मरीन प्रजातियों की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग के अभाव को रेखांकित किया गया है। ‘ट्रिग मैट ट्रैकिंग’ (टीएमटी) द्वारा बुधवार को प्रकाशित रिपोर्ट में पाया गया कि हिंद महासागर में मछलियां पकड़ने वाले पोतों की संख्या 2016 के बाद से छह गुना बढ़ गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ओमान और यमन के तट के निकट देखे गए पोतों में अधिकतर पर चीनी झंडा लगा हुआ है।

मछलियां पकड़ने वाली चीन की पोतों का विदेशी बेड़ा दुनिया में सबसे बड़ा है और चीन दुनिया भर में अवैध, बिना सूचना दिए और अनियमित तरीके से मछलियां पकड़ने के आरोपों से घिरा हुआ है। टीएमटी ने मछलियां पकड़ने के सभी पोतों को बड़े जालों के साथ पाया, जिनका इस्तेमाल मछलियां पकड़ने के अन्य माध्यमों से अधिक हानिकारक माना जाता है, क्योंकि इससे वे प्रजातियां भी जाल में फंस जाती है, जिन्हें पकड़ने का लक्ष्य नहीं होता है।

ड्रोन के जरिए पोतों के जालों में फंसी अन्य मछलियों के बीच टूना मछलियों को भी देखा गया। इस मौसम में इलाके में पाए गए 341 पोतों में से किसी ने भी अंततराष्ट्रीय जल में मछलियां पकड़ने की गतिविधि को नियमित करने वाले हिंद टूना आयोग या आईओटीसी से टूना पकड़ने की अनुमति नहीं ली थी।

टीएमटी ने कहा कि क्षेत्र में सक्रिय पांच पोतों को बाद में 30 मीट्रिक टन स्किपजैक और येलोफिन टूना के साथ पाकिस्तान स्थित एक बंदरगाह पर बुलाया गया। आईओटीसी वर्षों से इन टूना मछलियों को बड़ी संख्या में पकड़े जाने की गतिविधियों के बाद उनकी संख्या फिर से बढ़ाने की कोशिश कर रही है। टीएमटी ने जिन चीनी पोतों का जिक्र किया है, उनमें से कुछ का दुनिया के अन्य हिस्सों में भी अवैध गतिविधियां करने का इतिहास रहा है और उन्हें ओमान एवं यमन की सीमाओं के करीब जाते देखा गया, जहां उन्हें मछली पकड़ने की अनुमति नहीं थी।

टीके की बूस्टर खुराक दिए जाने को मंजूरी: कोरोना

अखिलेश पांंडेय        प्रिटोरिया। दक्षिण अफ्रीका ने कोविड-19 के मामलों में तेज बढ़ोतरी के बीच 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को फाइजर के कोविड-19 रोधी टीके की बूस्टर खुराक दिए जाने को मंजूरी दे दी है। दक्षिण अफ्रीका में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के करीब 20,000 मामले सामने आए हैं जिनमें अधिकतर मामले वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमण के हैं। दवा कंपनी बायोएनटेक और फाइजर ने घोषणा की थी कि ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ उनके टीके की दो खुराक संभवत: पर्याप्त नहीं हैं, जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका स्वास्थ्य उत्पाद प्राधिकरण (एसएएचपीआरए) ने बुधवार को फाइजर के कॉमिरनेटी कोविड-19 रोधी टीके के इस्तेमाल की मंजूरी दी।

एसएएचपीआरए ने कहा कि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीके की दूसरी खुराक लेने के कम से कम छह महीने बाद या कमजोर प्रतिरक्षा वाले 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को टीके की दूसरी खुराक लेने के 28 दिन बाद तीसरी खुराक दी जा सकती है। एसएएचपीआरए का यह फैसला दक्षिण अफ्रीका में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 19,842 नए मामले आने के बाद आया है। दक्षिण अफ्रीका में संक्रमण से 36 लोगों और की मौत होने से मृतक संख्या भी 90,000 के पार पहुंच गई है।

संक्रमण के इन मामलों में से 60 प्रतिशत से अधिक मामले देश के आर्थिक केंद्र गौतेंग प्रांत से हैं। संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच अधिक कड़ा लॉकडाउन लगाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। दक्षिण अफ्रीका में इस समय कम पाबंदियों के साथ लॉकडाउन का पहला स्तर लागू किया गया है। संक्रमण की रोकथाम के लिए पाबंदियों के लिहाज से लॉकडाउन के पांच स्तर हैं। देश के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के बृहस्पतिवार को चार पश्चिम अफ्रीकी देशों की एक सप्ताह की यात्रा से लौटने के तुरंत बाद कोरोना कमांड काउंसिल और उनके मंत्रिमंडल के साथ तत्काल बैठकें करने की संभावना है।

हालांकि, दक्षिण अफ्रीका में सरकार, विभिन्न संगठनों और कारोबारियों की ओर से टीकाकरण की लगातार अपील के बावजूद लोग टीके लगाने को लेकर अब भी हिचक रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री जोए फाला ने सोमवार को चिंता जताते हुए कहा था कि अस्पतालों में बिस्तर तेजी से भर रहे हैं, हालांकि अधिकतर मामले गंभीर प्रकृति के नहीं हैं। सामाजिक विकास विभाग में जनसंख्या और विकास विभाग के मुख्य निदेशक जैक्स वैन जुयदम ने मंगलवार को महामारी के जनसांख्यिकीय प्रभाव विषय पर ब्रिक्स देशों के वेबिनार में कहा था कि महामारी के कारण दक्षिण अफ्रीका की जीवन प्रत्याशा में साढ़े तीन साल की कमी आई है। ब्रिक्स उभरती राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं का एक संघ है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका इसके सदस्य हैं।

देश के मुस्लिम समुदाय को आगाह किया: परिषद

अखिलेश पांंडेय        सिंगापुर। सिंगापुर की इस्लामिक धार्मिक परिषद ने देश के मुस्लिम समुदाय को आगाह किया है कि वे ऐसे लोगों या समूहों से सतर्क रहें, जो भ्रामक बातें फैलाते हैं। साथ ही उन्हें गुप्त रूप से आयोजित किसी भी धार्मिक कार्यक्रम से सावधान रहने को भी कहा है। ‘द स्ट्रेट टाइम्स’ ने बुधवार को एक खबर में बताया कि भ्रामक शिक्षाएं देने का मामला पिछले साल सुर्खियों में आया था, जब इसमें लिप्त एक व्यक्ति ने स्वयंभू पैगंबर होने का दावा किया और जरूरतमंद मुसलमानों की मदद करने के लिए जुआ खेलने की अनुमति दी और 13 आध्यात्मिक पत्नियां रखने की इच्छा व्यक्त की थी।

खबर में बताया गया कि परिषद की फतवा समिति ने बुधवार को सिंगापुर के मुस्लमानों को आगाह किया कि किसी समूह या नेता की ऐसी किसी भी धार्मिक गतिविधि से सावधान रहें, जो गुप्त रूप से आयोजित की जाती है। यह समिति वरिष्ठ इस्लामी विद्वानों का एक समूह है, जो धार्मिक मामले से जुड़े निर्णय लेता है।परिषद को मजलिस उगामा इस्लाम सिंगापुर (एमयूआईएस) भी कहा जाता है। समिति ने केवल योग्य एवं पंजीकृत धार्मिक शिक्षकों के माध्यम से धार्मिक ज्ञान प्राप्त करने के महत्व पर बल दिया। उसने यहां के मुसलमानों से केवल एक स्रोत को सुनने के बजाय विभिन्न प्रकार के विद्वानों से सीखने का आग्रह किया और किसी भी समस्या से जुड़े मुद्दे का सामना करने पर, उन्हें अन्य धार्मिक नेताओं से परामर्श करने को कहा।

समिति ने कहा कि समुदाय के लोगों को रात में होने वाली कक्षाओं और गतिविधियों से सावधान रहना चाहिए, जिसमें सभी लोगों को हिस्सा लेने की अनुमति नहीं होती। ऐसे सत्र आयोजित करने वाले लोग अपने अनुयायियों को जो भी पढ़ाते हैं, उसे रिकॉर्ड करने की अनुमति भी नहीं देते। खबर में एमयूआईएस के हवाले से कहा कि फतवा समिति, समुदाय से उन लोगों या समूहों से सावधान रहने का आग्रह करना चाहती है जो भ्रामक शिक्षाएं फैलाते हैं। मुसलमानों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे असतिज़ा मान्यता योजना (एआरएस) के तहत पंजीकृत योग्य शिक्षकों से धार्मिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयास करें।

समिति ने कहा कि इस्लाम में, छुपकर कोई भी शिक्षा दी जाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सभी सूचनाओं को पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है और जनता को बता दिया गया है। फतवा समिति को लगातार भ्रामक शिक्षाओं के बारे में शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। एमयूआईएस ने कहा कि हर शिकायत पर गौर किया जाएगा।

संभावित योजनाओं पर चर्चा करेंगे 'रक्षामंत्री'

सुनील श्रीवास्तव       वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ईरान के परमाणु ठिकानों को नष्ट करने की तैयारी के लिए सैन्य अभ्यास करने की संभावित योजनाओं पर गुरुवार को चर्चा करेंगे। रॉयटर्स ने एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के हवाले से अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।

अमेरिकी रक्षा विभाग ने इस मामले में पूछे गये प्रश्न का अभी जवाब नहीं दिया है। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने इससे पहले बुधवार को कहा था कि ऑस्टिन और इजरायली रक्षा मंत्री ईरान की उकसाने वाली परमाणु नीतियों पर चर्चा करेंगे।  किर्बी ने इस चर्चा के बारे में इससे अधिक जानकारी नहीं दी है।

माली: विस्फोट में 7 शांतिरक्षकों की मौंत हुईं

सुनील श्रीवास्तव     बमाको मध्य माली में बुधवार को एक आईईडी विस्फोट में संयुक्त राष्ट्र के सात शांतिरक्षकों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। आईईडी की चपेट में आने से शांतिरक्षकों के वाहन में विस्फोट हो गया था। इस हमले के साथ ही संघर्षग्रस्त पश्चिमी अफ्रीकी देश में इस साल जान गंवाने वाले शांतिरक्षकों की संख्या 19 हो गई। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बताया कि हताहत हुए सभी शांतिरक्षक टोगो से थे।

वहीं, संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षा विभाग ने बताया कि माली में इस साल शांतिरक्षकों पर हुआ यह सबसे बड़ा हमला है, जिसमें सर्वाधिक सात लोगों की मौत हुई है। माली 2012 से इस्लामी चरमपंथ से जूझ रहा है। फ्रांस के नेतृत्व वाले सैन्य अभियान की मदद से चरमपंथी विद्रोहियों को माली के उत्तरी शहरों में सत्ता से बेदखल कर दिया गया था, लेकिन वे रेगिस्तान में फिर से इकट्ठा हो गए और माली की सेना तथा उसके सहयोगियों पर हमले शुरू कर दिए। नागरिकों तथा संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों पर हमलों से स्थिति और खराब हो गई है। दुजारिक ने बताया कि आईईडी बांदियागरा क्षेत्र में फटा और टोगो से शांतिरक्षकों को ले जा रहा वाहन इसकी चपेट में आ गया। ये सभी शांतिरक्षक डौंट्ज़ा से सेवारे जाने वाले संयुक्त राष्ट्र के रसद काफिले का हिस्सा थे।

वहीं, संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षा विभाग ने बताया कि शांतिरक्षक एक बख्तरबंद वाहन में सवार थे। संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि इस साल माली में 19 शांतिरक्षकों की जान गई है, जिनमें से आठ टोगो, तीन मिस्र, चार आईवरी कोस्ट और चार चाड के थे। दुजारिक ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने माली के अधिकारियों से ”इस हमले के अपराधियों की पहचान करने में कोई कसर नहीं छोड़ने” का आह्वान किया ताकि उन्हें शीघ्र न्याय के दायरे में लाया जा सके। उन्होंने पीड़ित परिवारों, सरकार और टोगो के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। संयुक्त राष्ट्र के 87,000 से अधिक शांतिरक्षक 120 से अधिक देशों में 12 मिशन में कार्यरत हैं, जिनमें से 16,600 माली में तैनात हैं।

9 दिसंबर को मनाया जाता हैं 'भ्रष्टाचार' दिवस

अखिलेश पांंडेय      प्रिटोरिया। अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस हर साल 9 दिसंबर को दुनियाभर में मनाया जाता है। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के उद्देश्‍य से संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा ने 31 अक्टूबर, 2003 को भ्रष्टाचार के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन को अपनाया गया था। बता दें कि 2021 के करप्‍शन इंडेक्‍स में, भारत विश्‍व रैंकिंग में 194 देशों में से 82वें स्थान पर है। TRACE द्वारा तैयार की गई सूची के अनुसार, 2021 में, उत्तर कोरिया और तुर्कमेनिस्तान में भ्रष्टाचार का सबसे अधिक जोखिम था, जबकि डेनमार्क, नॉर्वे और फिनलैंड जैसे स्कैंडिनेवियाई देशों में सबसे कम भ्रष्टाचार है।

2020 में, भारत इस लिस्‍ट में 77 वें स्थान पर था, लेकिन 44 के स्कोर के साथ अपनी रैंक से 5 पायदान नीचे खिसक गया है। हालांकि, भारत ने चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य पड़ोसी देशों से बेहतर प्रदर्शन किया। केवल भूटान ने 62वां स्थान प्राप्त किया है, जो सीमावर्ती देशों में भारत से अधिक है। हर साल ‘करप्शन परसेप्शन इंडेक्स’ के नाम से एक रिपोर्ट प्रकाशित होती है। यह रिपोर्ट बताती है कि कौन से देशों में कितना भ्रष्टाचार है और इसे नियंत्रित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। इस रिपोर्ट की मानें तो पिछले 15 वर्षों में किसी भी देश की कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं देखी जा सकी है।

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, 2021 अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस यह देखने के लिए मनाया जा रहा है कि सरकारें, सिविल सेवक सहित अंतर्राष्ट्रीय हस्तियां अपने देशों में बढ़ रहे भ्रष्टाचार से निपटने के लिए क्‍या कदम उठा रहे हैं। इससे पहले नवंबर में, संयुक्त राष्ट्र द्वारा छह सप्ताह का अभियान शुरू किया गया था जिसमें प्रत्येक सप्ताह प्रमुख विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाता था। यह अभियान भ्रष्टाचार का मुकाबला करने, अधिकारियों को अवैध रूप से धन लेने से रोकने के लिए चलाया गया था। इसका थीम “आपका अधिकार, आपकी भूमिका: भ्रष्टाचार को न कहें” निर्धारित किया गया था। अभियान का उद्देश्य भ्रष्टाचार के खिलाफ रुख अपनाने के लिए राष्ट्रों के बीच संबंधों को मजबूत करना, भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए समाधान विकसित करना, भ्रष्ट धन की वसूली आदि करना था।



संदिग्ध लेन-देन पर नजर रखने की अपील: गोवा

संदिग्ध लेन-देन पर नजर रखने की अपील: गोवा

मोशम खान  

पणजी। गोवा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कुणाल ने सभी बैंक के अधिकारियों से राज्य में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर असमान्य और संदिग्ध नकद लेन-देन पर नजर रखने की अपील की है। बुधवार को विभिन्न बैंक के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान अधिकारी ने कहा कि चुनाव के दौरान उपहारों के वितरण की संभावना है।

राज्य सूचना विज्ञापन प्रचार विभाग ने एक विज्ञप्ति में बताया कि उन्होंने सभी बैंक से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि नकदी लेन-देन और एटीएम में राशि डालने के लिए उन्हें (नकदी) वाहन से भेजे जाने के संबंध में पूरा लेखा जोखा रखा जाए। वहीं अन्य शाखाओं में नकदी ले जाते वक्त, इस काम में लगी निजी एजेंसियों अथवा बैंक के वाहनों के पास बैंक द्वारा जारी उचित कागजात होने चाहिए।

खनन रॉयल्टी कम करने पर चर्चा हुईं, रोजागार
पंंकज कपूूूर        देहरादून। विधायक नवीन दुमका ने विधानसभा कार्यालय देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। इस दौरान विधायक ने मुख्यमंत्री को वर्तमान खनन सत्र में विसंगतियों से अवगत कराया तथा वाहन स्वामियों व उनसे जुड़े लोगों के रोजगार पर संकट , खनन रॉयल्टी कम करके राहत देने पर भी चर्चा हुई। इसके अलावा गौलापार डिग्री कॉलेज के लिए गौला रेंज में जू के दक्षिण में 4 एकड़ भूमि वन विभाग से लेने के लिए घोषणा पत्र दिया। इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा हुई।
विधायक नवीन दुम्का ने बताया कि मुख्यमंत्री से खनन व्यवसायियों की समस्या , गौलापार में डिग्री कॉलेज की भूमि समेत तमाम अन्य अहम मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा हुई है। उन्होंने बताया मुख्यमंत्री ने सभी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए मौके पर ही वरिष्ठ अधिकारियों को उचित कार्रवाई के लिए निर्देश दे दिए हैं।
विधायक नवीन दुमका ने बताया कि लाल कुआं क्षेत्र की समस्याओं के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बेहद गंभीर हैं और उनके संज्ञान में आते ही तत्काल कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाना मुख्यमंत्री की कार्यशैली को दर्शाता है।

ट्रैफिक रिसर्च छत्तीसगढ़ का लोकार्पण किया: सीएम

दुष्यंत टीकम        रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुुुरुवार को रायपुर अटल नगर के ग्राम तेंदुआ में 17 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राईविंग एण्ड ट्रैफिक रिसर्च छत्तीसगढ़ का लोकार्पण किया। प्रशिक्षण की सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस इंस्टीट्यूट का निर्माण ग्राम तेंदुआ में 20 एकड़ के विशाल भू-भाग पर किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सुरक्षित ड्राइविंग स्किल सिखाने में इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राईविंग एण्ड ट्रैफिक रिसर्च की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सुरक्षित परिवहन के लिए यह आवश्यक है कि हम स्वयं यातायात नियमों का पालन करते हुए वाहन चलाएं, इसके साथ यह भी जरूरी है कि सामने वाला भी सही ढंग से वाहन चलाएं। आज छत्तीसगढ़ में बस, कार, मोटरसाइकिल, ट्रक, स्कूल बस मिलाकर लगभग 66 लाख वाहन हैं, इसलिए वाहनों की सुरक्षित ड्राइविंग के लिए प्रशिक्षण और भी अधिक जरूरी हो जाता है। 

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आईडीटीआर में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं और थर्ड जेंडर के अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण शुल्क में 50 प्रतिशत की छूट देने तथा दिव्यांग अभ्यर्थियों को मुफ्त में प्रशिक्षण प्रदान करने की घोषणा की। बघेल ने विधायक धनेंद्र साहू के आग्रह पर नवा रायपुर की चेरिया-पौंता सड़क के निर्माण कार्य को राज्य सरकार के अगले मुख्य बजट में शामिल करने की घोषणा भी की। परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि आज नवा रायपुर में प्रारंभ हुए इस इंस्टीट्यूट में विशेषज्ञों द्वारा अत्याधुनिक उपकरणों के माध्यम से प्रशिक्षणार्थियों को ड्राइविंग की ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमें उन्हें गाड़ी चलाने, पार्किंग, बैक करने, चढ़ाव और टर्निंग पर गाड़ी कैसे चलाना है, यह सिखाया जाएगा। साथ ही वाहनों में लगे हुए यंत्रों की कार्यप्रणाली से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि तेज गति से वाहन चलाना नहीं बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि हमारा नियंत्रण अपने वाहन पर हो। उन्होंने कहा कि यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान अपनी युवा अवस्था में मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर और कार चलाने के अनुभवों को भी आम जनता के साथ साझा किया। उन्होंने कहा कि पहले की गाड़ियों में कम फंक्शन होते थे, लेकिन आज गाड़ियों में बहुत से फंक्शन हैं, सुरक्षित यातायात के लिए यह गाड़ी के फंक्शन की जानकारी होना जरूरी है। इंस्टीट्यूट में गाड़ी के इंजन, पिस्टन सहित विभिन्न यंत्रों की कार्य प्रणाली की जानकारी टेक्नीकल लैब में मॉडलों और वीडियो के माध्यम से दी जाएगी। जिससे गाड़ी में आने वाली छोटी मोटी खामियों को दुरूस्त किया जा सके।


फेलो भर्ती 2021 का नोटिफिकेशन जारी किया

फेलो भर्ती 2021 का नोटिफिकेशन जारी किया
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। जल बोर्ड ने फेलो भर्ती 2021 का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। यहां सीनियर फेलो, फेलो और एसोसिएट फेलो पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार दिल्ली जल बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट   के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। इस भर्ती के माध्यम से कुल 30 खाली पदों को भरा जाएगा।
दिल्ली जल बोर्ड फेलो भर्ती के आवेदन शुरू हो चुके हैं। उम्मीदवार नोटिफिकेशन जारी होने के बाद से 45 दिनों के अंदर निर्धारित प्रारूप में आवेदन कर सकते हैं। भर्ती पूरी तरह से कॉन्स्ट्रेक्ट और टेंपरेरी बेसिस पर होगी। आवेदन करने से पहले यहां दी गई जरूरी जानकारी जैसे शैक्षणिक योग्यता, आयु सीमा, खाली पदों की जानकारी आदि को ध्यान से पढ़ें। नोटिफिकेशन का डायरेक्ट लिंक नीचे दिया गया है।
कुल खाली पदों की संख्या-30 पद।
शैक्षणिक योग्यता सीनियर फेलो- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम 60 प्रतिशत अंकों के साथ ग्रेजुएट और 5 साल का अनुभव होना चाहिए। या पोस्ट ग्रेजुएट होने के साथ 03 साल का अनुभव मांगा गया है।
फेलो – किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से कम से कम 60 प्रतिशत अंकों के साथ पोस्ट ग्रेजुएट होना चाहिए। इसके अलावा तीन साल का अनुभव भी होना चाहिए।
एसोसिएट फेलो – 60 प्रतिशत अंकों के साथ ग्रेजुएट उम्मीदवार इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।

कितनी मिलेगी सैलरी 
सीनियर फेलो पद पर नौकरी पाने वाले उम्मीदवार को हर महीने 2 लाख रुपये का वेतन दिया जाएगा। फेलो पद पर हर महीने 1 लाख 25 हजार रुपये और एसोसिएट फेलो को 75000 रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जाएगा।
दिल्ली जल बोर्ड जॉब के लिए कैसे करें आवेदन?
DJB की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। होम पेज पर लेटेस्ट न्यूज सेक्शन में भर्ती लिंक पर क्लिक करें। नोटिफिकेशन खुल जाएगा, इसे ध्यान से पढ़ें। एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करें और मांगी गई जरूरी जानकारी भरें। फॉर्म की हार्ड कॉपी के साथ संबंधित दस्तावेजों का सेट दिल्ली जल बोर्ड की ईमेल आईडी djbact1@gmail.com पर 45 दिनों के अंदर भेज दें।

रेलवे जॉब के लिए ऑनलाइन आवेदन, सुनहरा मौका
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। रेलवे रिक्रूटमेंट सेल ने सेंट्रल रेलवे में स्काउट्स एंड गाइड्स कोटा के तहत लेवल-1 और 2 पदों पर भर्ती निकाली है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार 06 दिसंबर से 20 दिसंबर 2021 तक आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवार आरआरसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रेलवे जॉब के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
10वीं और 12वीं पास योग्य उम्मीदवारों को लिए रेलवे में नौकरी रेलवे जॉब पाने का सुनहरा मौका है। आरआरसी सेंटर्ल रेलवे भर्ती नोटिफिकेशन के अनुसार, उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। लिखित परीक्षा में कम से कम 40% अंक प्राप्त होने चाहिए। जिन्हें भर्ती प्रक्रिया के अगले दौर के लिए बुलाया जाएगा।
लेवल 2 – किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 12वीं (+2 चरण) पास या इसके समकक्ष 50% अंकों के साथ पास होना चाहिए।
लेवल 1 – मान्यता प्राप्त कक्षा 10 पास या आईटीआई या एनसीवीटी द्वारा दिया गया नेशनल अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट (एनएसी) या एनसीवीटी द्वारा दिया गया 10वीं पास प्लस नेशनल अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट (एनएसी) या 10वीं पास प्लस आईटीआई सर्टिफिकेट होना चाहिए।
आवेदन करने के लिए योग्य उम्मीदवारों की आयु सीमा कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए। जबकि लेवल 2 की अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष और लेवल 1 पद की अधिकतम आयु सीमा 33 वर्ष है। अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए नोटिफिकेशन को ध्यान से पढ़ें।
एसससी, एसटी, पूर्व कर्मचारी, पीड्ब्ल्यूडी, महिला, अल्पसंख्यक और ईबीसी के लिए एग्जाम फीस 250 रुपये है। जबकि अन्य सभी उम्मीदवारों को 500 रुपये परीक्षा शुल्क देना होगा।

भारत: 24 घंटे में 9,419 नए मामलें सामने आए
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 9,419 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 3,46,66,241 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 94,742 हो गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 159 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,74,111 हो गई।
पिछले लगातार 13 दिन से संक्रमण के दैनिक मामले 10,000 से कम आ रहे हैं और पिछले 165 दिन से 50,000 से कम हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 94,742 हो गई, जो कि कुल मामलों का 0.27 फीसदी है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर स्वस्थ होने की दर 98.36 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है। पिछले 24 घंटे में उपचार करा रहे मरीजों की संख्या में 1,009 की वृद्धि हुई है।
आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.73 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 66 दिन से दो प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 0.74 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 25 दिन से एक प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,40,97,388 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत है।राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 130.39 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

10 लाख की कुल बिक्री का आंकड़ा पार किया
अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसकी प्रीमियम हैचबैक बलेनो ने 10 लाख इकाई की कुल बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है।
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल) ने एक बयान में कहा, अक्टूबर 2015 में पेश किए गए और कंपनी की प्रीमियम खुदरा चेन नेक्सा के माध्यम से बेचे जाने वाले मॉडल ने नवंबर 2018 में कुल पांच लाख इकाइयों की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया था और इस साल नवंबर में इसने 10 लाख इकाई का मुकाम हासिल कर लिया।
कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि पेश किए जाने के बाद से, बलेनो प्रीमियम हैचबैक वर्ग में सबसे आगे रही है और इसने 25 प्रतिशत से अधिक की बाजार हिस्सेदारी हासिल की है।उन्होंने उम्मीद जताया कि यह मॉडल भविष्य में और नयी ऊंचाइयां छुएगा। बलेनो कार 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन से लैस है और यह ग्राहकों को सुजुकी की स्मार्ट हाइब्रिड तकनीक का विकल्प प्रदान करती है। देश के 248 शहरों में स्थित नेक्सा के 399 आउटलेट के माध्यम से इसकी बिक्री की जाती है।

वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई: दिल्ली

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में एक बार फिर बृहस्पतिवार को वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में रही। वहीं, शहर में न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस महीने का सबसे कम तापमान है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह आठ बजे, दिल्ली में 261 रहा। वहीं, पड़ोसी शहर फरीदाबाद में 237, गाजियाबाद में 266, ग्रेटर नोएडा में 264, गुड़गांव में 241 और नोएडा में 235 रहा

एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है। दिल्ली में बुधवार को 24 घंटे का औसतन एक्यूआई 237 था। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ ने बताया कि वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है, वह भी ”अपेक्षा से अधिक, जिसका अर्थ है कि (वायु प्रदूषण) नियंत्रण के उपाय परिणाम दे रहे हैं।”

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दिल्ली में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस महीने का सबसे कम तापमान है। मौसम विभाग ने दिन में हल्का कोहरा छाने और अधिकतम तापमान के 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। आईएमडी ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे हवा में आर्द्रता का स्तर 92 प्रतिशत रहा। दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 10.1 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

दिल्ली: रोहिणी कोर्ट परिसर में धमाका, मचा हड़कंप

अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के रोहिणी कोर्ट में धमाके की खबर सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार धमाके के बाद कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया। मौके पर फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां पहुंची। बता दें की यह धमाका कोर्ट रूम के अंदर हुआ है। जानकारी के अनुसार धमाके में 2 लोगों सामान्य चोटें आई हैं। उन्हें नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। पुलिस के द्वारा कोर्ट परिसर को खाली करा दिया गया है और सभी गेट बंद करके जांच शुरू कर दी गई है।

धमाके सूचना मिलते ही जिले के डीएसपी और एसपी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचें। सुरुआती जांच में यह पाया गया है कि यह धमाका किसी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में हुआ है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जो ब्लास्ट हुआ है, वो क्रूड बम जैसा लग रहा है। ये एक छोटा आईईडी भी हो सकता है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि आईईडी बनाने में कुछ गड़बड़ी हो गई थी ओर ठीक से बन नहीं पाई। सटीक जानकारी तो फॉरेंसिक टीम की जाँच पूरी होने के बाद ही आ पाएगी।

डाक: मल्टी-टास्किंग स्टाफ पद पर निकालीं भर्ती 

अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। भारतीय डाक विभाग ने पोस्टल असिस्टेंट, सॉर्टिंग असिस्टेंट, पोस्टमैन और मल्टी-टास्किंग स्टाफ पद पर भर्ती निकाली है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार इंडिया पोस्ट की आधिकारिक वेबसाइट माध्यम से निर्धारित प्रारूप में आवेदन कर सकते हैं। आवेदन जमा करने की आखिरी तारीख 31 दिसंबर 2021 तक है। की जरूरी जानकारी और नोटिफिकेशन का डायरेक्ट लिंक नीचे दिया गया है। इंडिया पोस्ट ने यह भर्ती मुख्य पोस्टमास्टर जनरल का कार्यालय, बिहार सर्कल के लिए निकाली है। इस भर्ती अभियान के माध्यम से अलग-अलग पदों पर 60 पद भरे जाएंगे। उम्मीदवार जो इसके लिए आवेदन करने के योग्य हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट से एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करें, उसे भरकर जरूरी दस्तावेज के साथ ऑफलाइन प्रारूप में भेज सकते हैं। आवेदन एक लिफाफे पर पोस्ट का नाम लिखकर असिस्टेंट डायरेक्टर (रिक्रूटमेंट) 5वीं मंजिल O/O चीफ पोस्टमास्टर जनरल बिहार सर्कल, पटना-800001 पते पर भेजना होगा।

मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं, 12वीं पास उम्मीदवार इस भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान और लोकल लैंग्वेज की नॉलेज होनी चाहिए। अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए नोटिफिकेशन लिंक पर विजिट कर सकते हैं।

बर्सिलोना: 3-0 की हार के साथ थमा 'अभियान'

बर्सिलोना: 3-0 की हार के साथ थमा 'अभियान'

म्यूनिख। बार्सिलोना का चैंपियन्स लीग फुटबॉल प्रतियोगिता के नॉकआउट चरण में पहुंचने का पिछले 17 वर्षों से चला आ रहा अभियान बुधवार को यहां बायर्न म्यूनिख से 3-0 की हार के साथ ही थम गया। पांच बार का यूरोपीय चैंपियन बार्सिलोना इस तरह से ग्रुप-ई में बायर्न और बेनफिका के बाद तीसरे स्थान पर रहा। बेनफिका ने डायनमो कीव को 2-0 से पराजित करके चैंपियन्स लीग के अंतिम 16 में जगह सुरक्षित की।

पिछले महीने ही बार्सिलोना का कोच पद संभालने वाले झावी हर्नाडीज ने कहा, ”हम यहां से नये युग की शुरुआत करते हैं।” बायर्न ने अपने सभी छह मुकाबले जीते। जबकि बेनफिका ने डायनेमो कीव पर जीत से अपने अंकों की संख्या आठ पर पहुंचायी, जो बार्सिलोना से एक अंक अधिक है। स्पेन का एक अन्य क्लब सेविला भी नॉकआउट में जगह नहीं बना पाया।


तनाव की वजह से होती है इनोमोनिया, जानिए उपाय
मो. रियाज      आमतौर पर इनोमोनिया समस्या तनाव की वजह से होती है। लेकिन कई बार विटामिन की कमी से भी आपको नींद न आने की समस्या हो सकती है। इससे हाइपरटेंशन, डायबिटीज, मोटापा और इम्यून सिस्टम के कमजोर होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
विटामिन सी: स्लीप की समस्या विटामिन सी की कमी से हो सकती है। शरीर में विटामिन सी की कमी को दूर करने के लिए डाइट में संतरे, नींबू और ब्रोकली जैसी चीजों को शामिल करें।
विटामिन बी 6: लेकिन अगर आपके शरीर में विटामिन बी 6 की कमी होगी तब बॉडी सही तरह से स्लीप हार्मोन्स नहीं बना पाएगी। इससे नींद न आने की समस्या हो सकती है। स्लीप प्रॉब्लम को दूर करने के लिए डाइट में केले, मूंगफली, ओट्स, पोर्क, चिकन और मछली को शामिल करें।
विटामिन ई: स्किन और हेल्थ के साथ आपकी नींद के लिए विटामिन ई भी जरूरी है। इसकी कमी स्लीप पैटर्न पर असर डालती है। विटामिन ई की कमी से नींद न आने की समस्या हो सकती है और ये आपकी मेमोरी पर भी असर डालता है। विटामिन ई की कमी को दूर करने के लिए डाइट में बादाम, सूरजमुखी के तेल और बीज, कद्दू, पालक जैसी चीजों को शामिल करें।
विटामिन डी: शरीर में विटामिन डी की कमी से भी नींद न आने की समस्या हो सकती है। सूरज की रोशनी इस विटामिन का सबसे अच्छा सोर्स है। मूड को रेगुलेट करने और सूजन को दूर करने में विटामिन डी का अहम रोल होता है। एक स्टडी के मुताबिक, विटामिन डी की कमी से आपको नींद से जुड़ी समस्या हो सकती है। डाइट में मशरूम, साल्मन मछली, और अंडे के पीले भाग को शामिल करें।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-52, (वर्ष-05)
2. शुक्रवार, नवंबर 10, 2021
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:48, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान -10 डी.सै., अधिकतम-24+ डी.सै.।  
बर्फबारी व शीतलहर के साथ कहीं- कहीं तेज बारिश की संभावना।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवाशुं के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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संपर्क सूत्र :- +919350302745  
                     (सर्वाधिकार सुरक्षित) 

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...