सोमवार, 6 दिसंबर 2021

वसीम ने इस्लाम धर्म छोड़ा, 'हिन्दू' धर्म अपनाया

वसीम ने इस्लाम धर्म छोड़ा, 'हिन्दू' धर्म अपनाया
अश्वनी उपाध्याय          गाजियाबाद। डासना स्थित देवी मंदिर में यति नरसिंहानंद सरस्वती की उपस्थिती में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने इस्लाम धर्म छोड़कर आज से हिन्दू धर्म अपना लिया है। इस मौके पर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि हम वसीम रिजवी के साथ हैं। वसीम रिजवी त्यागी बिरादरी से जुड़ेंगे।
वसीम रिजवी ने हिन्दू धर्म अपनाने के बाद कहा, ‘धर्म परिवर्तन की यहां पर कोई बात नहीं है। जब मुझको इस्लाम से निकाल दिया गया, तब यह मेरी मर्जी है कि मैं किस धर्म को स्वीकार करूंं। सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है और इतनी उसमें अच्छाइयां पाई जाती हैं, इंसानियत पाई जाती है। हम यह समझते हैं किसी और दूसरे धर्म  में नहीं है और इस्लाम को हम धर्म समझते ही नहीं है। हमारे सिर पर इनाम हर शुक्रवार को बढ़ा दिया जाता है, इसलिए आज मैं सनातन धर्म अपना रहा हूं।’

अम्बेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित: यूपी
बृजेश केसरवानी         
प्रयागराज। समाजवादी पार्टी की ओर से भारत रत्न भीमराव अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर समाजवादी पार्टी महानगर की ओर से हाईकोर्ट स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। महानगर अध्यक्ष सै.इफ्तेखार हुसैन के नेत्रित्व मे जुटे सपा कार्यकर्ताओं ने बाबा साहब की प्रतिमा पर फूल माला चढ़ा कर उनका 66वांं परिनिर्वाण दिवस मनाया। 
इस मौके पर नगर महसचिव रवीन्द्र यादव रवि ने बाबा साहब को संविधान रचयिता के साथ सामंतवादी सोच का कट्टर विरोधी बताते हुए भगवान का दूसरा रुप बताया। वहीं, महिला सभा शहर दक्षिणी विधान सभा की अध्यक्ष सवीता कैथवास के संयोजन मे नैनी मे भीम सेना व समाजवादी पार्टी के संयुक्त आयोजन मे हुए कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि सपा ज़िलाध्यक्ष योगेश चंद्र यादव ने समाज के लोगों को शिक्षित होने की सलाह के साथ भाजपा और आर एस एस के गुप्त ऐजेण्डे से सावधान करते हुए कहा कि हमे इनके ढ़ोंगी और समाज मे इनके द्वारा फैलाई गई कूरीतियों से बचना होगा। तभी असल मे बाबा साहब के सपनो के भारत का निर्माण और उनके उद्देश्यों को सार्थक रुप से कामयाबी मिलेगी। योगेश यादव ने समाज मे फैली कुरीतियों को तिलांजलि देकर अपने पैसों की बरबादी रोकने और उन पैसों से अपने परिवार और समाज को शिक्षित करने पर बल दिया।भीम सेना के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष सना उल्ला खान ने भीम सेना को गैर राजनीतिक संगठन बताते हुए कहा कि हमारा उद्देश समाज के दबे कुचले लोगों को बराबरी का हक़ दिलाना है।
हमारी लड़ाई सामंतवादी सोच के लोगो से सत्ता छीनने की है। यही वजह है कि बाबा साहब के आदर्शवादी जीवन से प्रेणा लेकर हमने अपने भीम सेना का समस्त प्रदेश के ज़िलों के संगठन को अखिलेश यादव को 2022 मे मुख्यमंत्री बनाने की ज़िम्मेदारी सौंपी है। 
कार्यक्रम मे पूर्वमंत्री रामानन्द भारतीय ने भी भाजपा और आर एस एस से समाज के लोगों को सावधान किया। कहा, कि अगर हम ज़रा से चूक गए तो हमारी हालत वही होगी। जैसे हरे भरे वृक्ष की एक एक डाल काटने के बाद सिर्फ खूँटा ही बचता है, ऐसी हो जाएगी। कहा, कि भाजपा संविधान मे विश्वास नहीं रखती वह तो बाबा साहब के सविधान को बदलना चाहती है। अगर दोबारा इनकी सरकार बन गई तो यह लोग संविधान भी बदल देंगे और हमे हमारे वोट देने के अधिकार को भी छीन लेंगे। 
कार्यक्रम मे भीम सेना और समाजवादी पार्टी के साथ समन्वय बना कर उत्तर प्रदेश मे अखिलेश यादव की सरकार बनवाने पर अन्य वक्ताओं ने ज़ोर दिया। शहर भर मे हुए कार्यक्रम मे योगेश चन्द्र यादव ,सै. इफ्तेखार हुसैन ,रामानन्द भारतीय ,सना उल्ला खान,रवीन्द्र यादव रवि ,महेन्द्र निषाद, मो.गौस ,प्रफुल प्रकाश कैथवास ,सवीता कैथवास, सै.मो.अस्करी, रामबृज कुशवाहा, विजय महतो ,जीतराज हेला,औन ज़ैदी, मो.ज़ैद ,मो.असद, जयभारत यादव समेत भीम सेना और समाजवादी पार्टी के सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।

वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया: कौशाम्बी
विजय कुमार         
कौशाम्बी। जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में ईवीएम और वीवीपैट के साथ-साथ कहा, कि मतदान में संदेह की कोई बात नहीं होगीं। लोकतन्त्र के भागीदार बनिए, भारत की सुगम चुनाव प्रक्रिया में भाग लीजिए। एलईडी वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस वैन का मुख्य उद्देश्य गांव-गांव में जाकर लोगों को ईवीएम और वीवीपैट मशीन से मतदान करने के लिए जागरूक करना है। 
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी जयचन्द्र पाण्डेय, उप जिलाधिकारी मंझनपुर प्रखर उत्तम एवं अतिरिक्त उपजिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण किया: कौशाम्बी
सुशील केसरवानी          
कौशाम्बी। भाजपा जिला कार्यालय मे एक संगठनात्मक दृष्टिकोण से बैठक संपन्न हुई और डा. भीम राव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण किया। इसी क्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि सरोज कुशवाहा ने कहा, कि जिस तरह से विकास के नाम पर सपा बसपा व कांग्रेस की सरकार ने सिर्फ अपने परिवार को अपराधियों का विकास किया है।
लेकिन उत्तर प्रदेश में जब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार आई है। तब से कानून व्यवस्था सिद्धण और मजबूत हुई है, सभी क्षेत्रों का विकास हुआ है। सपा बसपा और कांग्रेस की सरकार में हमेसा उपेक्षित रहा प्रदेश सरकार की योजनाओं का प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन कराया है। 
जिसमे देश का सबसे बड़ा प्रदेश उत्तर प्रदेश लंबे समय तक भ्रष्टाचार माफिया आतंकवाद तुष्टीकरण आदि अनेकों प्रकार की समस्याओं से ग्रस्त था।
वक्ताओ ने कहा कि पूर्व की सरकार ने प्रदेश के विकास का ध्यान नहीं दिया केवल अपने वोट बैंक के विकास के लिए तुष्टिकरण की राजनीति की लेकिन केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज की सरकार आने के बाद प्रदेश ने अपनी खोई हुई संस्कृति विरासत को पुन-प्राप्त किया।
बल्कि विकास के नए स्तंभ स्थापित किए-2017-में जब योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने प्रदेश को प्रत्येक तरह से सामर्थ्यवान और समृद्ध राज्य बनाने मत मजहब की राजनीति की खात्मा किया और उत्तर प्रदेश को राजनीति से मुक्त करने का संकल्प लिया आज अप्रत्यक्ष रूप से दिखाई देता है। 
जो चुनौतियां उन्हें विरासत में मिली थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विपक्षियों को उन चुनौतियों का भरपूर उत्तर दिया और उत्तर प्रदेश के विकास में अपना अमूल्य समय देते हुए उत्तर प्रदेश को मजबूत किया।
इसी क्रम में लल्लू लाल कुशवाहा ने भी मजबूती से पक्ष रखा और सपा बसपा कांग्रेस को उत्तर प्रदेश से मुक्त करने की बात कही और जनता से अपील की है। साथ में जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी ने-2022-के चुनाव को एक निष्पक्ष चुनाव बताया उन्होंने कहा कि कौशाम्बी की तीनों विधानसभा सीट को जीतकर भारतीय जनता पार्टी की झोली में डालने का काम किया जाएगा। 
साथ ही सभी मण्डल अध्यक्षों से आगामी कार्यक्रमों की सूचना दी। इसी क्रम में उपस्थित उपाध्यक्ष धर्मराज मौर्या ने सभी का आभार जताया और कहा निश्चित ही कौशाम्बी की सीट तीनों निकलेगी और संगठन को मजबूत किया जाएगा। प्रदेश में एक बार फिर सरकार बनेगी। इसी क्रम में जिला उपाध्यक्ष आशीष केसरवानी ने भी मजबूती से पक्ष रखते हुए सरकार की उपलब्धियों को बताया और कहा निश्चित ही भाजपा की सरकार बनेगी। उसी में जनता का और हम सभी का विकास होगा। 
उन्होंने कहा कि विकास निश्चित होगा। बैठक में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरोज कुशवाहा, प्रभारी प्रभा शंकर पाण्डे, प्रभारी लल्लूलाल कुशवाहा, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी, संचालन जिला महामंत्री जयप्रकाश विश्वकर्मा, महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष संगीता सरोज तथा सभी मंडल अध्यक्ष और आईटी विभाग के संयोजक सत्यम केसरवानी, गोलू सिंह पटेल जिला मीडिया प्रभारी इत्यादि वरिष्ठ सम्मानित कार्यकर्ता उपस्थित रहें।

आरडब्लयूए के पदों के लिए चुनाव निर्विरोध सम्पन्न
अश्वनी उपाध्याय           गाजियाबाद। राकेश मार्ग स्थित गुलमोहर एन्क्लेव आरडब्लयूए के विभिन्न पदों के लिए चुनाव निर्विरोध सम्पन्न हो गया है। नामांकन तिथि तक 14 लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे जिनमें से चार लोगों ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। जिसके बाद बचे कुल 10 लोगों को विभिन्न पदों पर चुन लिया गया। आरडब्लयूए के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए मनवीर चौधरी सहित बाकि पदाधिकारियों को मुख्य चुनाव अधिकारी ने शपथ ग्रहण करवाई। बता दें कि गुलमोहर आरडब्लयूए का कार्यकाल सम्पन्न होने पर विगत दिनों कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया था। जिसके बाद सोसायटी में आरडब्लयूए के चुनाव की तैयारी चल रही थी। चुनावी प्रक्रिया के लिए चार चुनाव अधिकारी राजीव अग्रवाल, रेखा विजय, राजीव चतुर्वेदी व एसएल शर्मा नियुक्त किये गए थे जिनकी निगरानी में चुनाव सम्पन्न होना था। 

मुख्य चुनाव अधिकारी राजीव अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि 5 दिसम्बर को होने वाले चुनावों के लिए नामांकन तिथि तक 14 आवेदन प्राप्त हुए थे। उसके बाद नामांकन वापसी की तिथि पर चार प्रत्याशियों ने अपने नामांकन वापस ले लिए। कुल 10 पदों के लिए होने वाले चुनाव में 10 ही प्रत्याशी रह जाने पर चुनाव निर्विरोध सम्पन्न हो गया।

जिसके बाद मनवीर चौधरी अध्यक्ष, जीसी गर्ग उपाध्यक्ष, विनम्र जैन सचिव, अमित सिंघल सह सचिव, ए. के. जैन कोषाध्यक्ष व सुनीता भाटिया सह कोषाध्यक्ष चुने गए। इसके साथ ही बी दयाल अग्रवाल, एमएन भार्गव, परमजीत व सुरेन्द्र राजपूत को कार्यकारिणी सदस्य चुना गया। इस अवसर पर अध्यक्ष मनवीर चौधरी ने कहा कि सोसायटी के लोगों के लिए वह सदैव तत्पर रहेंगे। सोसायटी का कोई भी व्यक्ति कभी भी उनसे मदद ले सकता है। सोसायटी को और बेहतर बनाने के लिए भी सबके साथ मिलकर प्रयास करते रहेंगे। सचिव विनम्र जैन ने कहा कि पूरी सोसायटी उनके परिवार की तरह है और अपने इस परिवार का ध्यान रखना उनका कर्तव्य है जिसे वह पूरी निष्ठा से निभाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि गौरव बंसल को आरडब्लयूए का मीडिया प्रभारी नामित किया गया है। इस अवसर पर सैकड़ों लोग मौजूद रहे। सभी लोगों ने नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई दी।

सांसद हसन ने कई बार विवादित बयान दिया

अश्वनी उपाध्याय          गाजियाबाद। अपने बयानों के कारण अकसर ही विवादों में रहने वाले मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन कई बार विवादित बयान भी दे चुके हैं। इस बार फिर उन्होंने कुछ ऐसा ही किया है। 

अब उन्होंने मुस्लिमों को कॉमन सिविल कोड का डर दिखाते हुए अपनी बात रखी है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बताया जा रहा है कि सपा सांसद सांसद एसटी हसन ने मुरादाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान मुसलमानों को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में अल्लाह के वास्ते बंट मत जाना, मैं अपनी कौम के लोगों से दरख्वास्त करना चाहता हूं कि वह मिलकर बीजेपी को हराएं। आपका एकमात्र मकसद बीजेपी को हराना है।


गाजियाबाद: कोरोना संक्रमितों की संख्या-5 हुईं
अश्वनी उपाध्याय           गाज़ियाबाद। जिलें में एक नए कोरोना संक्रमित के मिलने के बाद अब सक्रिय मरीजों की संख्या 5 हो गई है। जबकि, पड़ोसी जिले गौतम बुद्ध नगर में 2 नए संक्रमित मिले। 1 मरीज को डिस्चार्ज किया और 23 सक्रिय मरीज हैं। इस बीच गाज़ियाबाद में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से बचाव की तैयारियां तेज कर दी गईं हैं। इसके अलावा लखनऊ में 5, मथुरा में 10 और बरेली में 4 नए मरीज मिले हैं।

राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार उत्तर प्रदेश में 29 नए मरीज मिले और 6 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। प्रदेश में अब 139 सक्रिय मरीज हैं।

गाजियाबाद: 12 स्थायी व 5 अस्थायी बसेरे बनाए

अश्वनी उपाध्याय          गाजियाबाद। रोजी रोटी की तलाश में देश के दूर-दराज के इलाकों से गाज़ियाबाद में आए दैनिक मजदूरों को अब सर्दियों की ठिठुरती रातों में सड़क पर सोने की जरूरत नहीं है। गाज़ियाबाद नगर निगम की ओर से शहर में 12 स्थायी और 5 अस्थायी रैन बसेरे बनाए गए हैं। इन रैन बसेरों में रज़ाई गद्दों के साथ-साथ नहाने और शौचालय की भी सुविधा है।  

बेघरों को सड़क से रैन बसेरों तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन भी अब निगम के सहयोग के लिए आया है। अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार ने बताया कि निगम के जोनल प्रभारियों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। रात को 10 बजे के बाद यदि कोई व्यक्ति सड़क किनारे, डिवाइडर पर या सेंट्रल वर्ज में सोता मिले तो उसे गाड़ियों में बैठाकर रैन बसेरे में पहुंचाएं। यह कार्य किया अभियान चलाकर जाएगा, जिससे कि लोगों को रैन बसेरे के बाहर सोने से रोका जा सके।




तीसरी लहर को लेकर बिहार में अलर्ट जारी: सरकार

तीसरी लहर को लेकर बिहार में अलर्ट जारी: सरकार

अविनाश श्रीवास्तव           पटना। कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। एक बार फिर से दुनियाभर में यह फैल रहा है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर बिहार सरकार पूरी तरह से अलर्ट है। इसको लेकर गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने भी इसको लेकर पूरी जानकारी दे दी है। इसको लेकर हमलोगों ने समीक्षा बैठक की है। सभी लोग इसको लेकर सजग हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की जांच भी तेजी से हो रही है। कोरोना की जांच में पॉजिटिव आने के बाद वह व्यक्ति ओमिक्रॉन से संक्रमित है कि नहीं यह पता लगने में अभी 5-7 दिन का समय लग जाता है। बिहार में अभी तक ओमिक्रॉन का कोई केस सामने नहीं आया है।

विदेश से बिहार लौटे कुछ लोगों के ट्रेस नहीं होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसको लेकर सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। ऐसे लोगों का पता लगाकर उनकी कोरोना जांच कराना जरुरी है। प्रशासन के लोग इस काम में लगे हैं प्रशासन के लोग इस काम में लगे हैं। इसको लेकर सभी को सजग रहने की जरुरत है। दुनिया के साथ ही अपने देश में भी ओमिक्रॉन के कुछ सामने सामने आये हैं। इसको लेकर हम सभी को पूरी तौर पर सजग और सतर्क रहना है। हमलोग इसको लेकर पूरी तौर पर सजग हैं।

भानपुर 'किसान' सम्मेलन को संबोधित करेंगे सीएम

दुष्यंत टीकम           बस्ती। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगलवार को बस्ती आएंगे। वह रुधौली विधानसभा क्षेत्र के बैड़वा समय माता दरबार भानपुर किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे। सम्मेलन का शुभारंभ सुबह 11 बजे होगा। रविवार को कांग्रेस पार्टी कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस अध्यक्ष अंकुर वर्मा ने बताया कि पार्टी किसान हितों के लिए लगातार संघर्ष कर रही है। पार्टी हर मोड़ पर किसानों के साथ है। उन्होंने कहा कि किसानों को उनका अधिकार मिलने चाहिए। गन्ने की उचित कीमत, समय से भुगतान, धान व गेहूं क्रय केंद्रों पर सही तरीके से खरीद होनी चाहिए।

कहा कि किसान सम्मेलन की तैयारी की जा रही है। पार्टी पदाधिकारियों में दायित्वों का वितरण कर दिया गया है। प्रदेश महासचिव जयकरण वर्मा ने बताया कि किसान सम्मेलन से पार्टी को मजबूती मिलेगी और स्पष्ट संदेश जाएगा कि कांग्रेस किसानों के साथ है। इस मौके पर प्रदेश सचिव कर्मराज यादव, पूर्व विधायक अंबिका सिंह, राम जियावन, बसंत चौधरी, प्रशांत पांडेय, जुबेर शेख आदि मौजूद रहे।

अधिनियम '1958' निरस्त करने की मांग: मेघालय

शिलोंग। उत्तर-पूर्व के नागालैंड के मोन जिले में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में असैन्य नागरिकों के मारे जाने की घटना के बीच मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने सोमवार को कहा कि ‘सशस्त्र बल (विशेष शक्ति) अधिनियम, 1958’ निरस्त किया जाना चाहिए। 
नागरिक समूह, मानवाधिकार कार्यकर्ता और पूर्वोत्तर क्षेत्र के नेता वर्षों से इस ‘कठोर’ कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं और इस कानून की आड़ में सुरक्षा बलों पर ज्यादती करने का आरोप लगाते हैं। आफस्पा अशांत क्षेत्र बताए गए इलाकों में सशस्त्र बलों को विशेष शक्तियां प्रदान करता है। 
संगमा ने ट्वीट में कहा, ‘‘ आफस्पा वापस लिया जाना चाहिए।’’ संगमा की एनपीपी राज्य में भाजपा की सहयोगी है। राज्य की कांग्रेस इकाई ने भी मुख्यमंत्री का समर्थन करते हुए उनसे इस मुद्दे पर विचार-विमर्श के लिए एक बैठक बुलाने की अपील की। संगमा के ट्वीट के जवाब में कांग्रेस विधायक आम्परिन लिंगदोह ने ट्वीट किया, ‘‘ हमें अपने लोगों पर अत्याचार रोकने के लिए तत्काल इस कानून को वापस लिए जाने की मांग करना चाहिए। कृपया जल्द से जल्द बैठक बुलाएं।’’ 
आफस्पा असम, नगालैंड, मणिपुर (इम्फाल नगर परिषद इलाके को छोड़कर), अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग, लोंगडिंग, तिरप जिलों और असम की सीमा पर आठ पुलिस स्टेशन से लगने वाले इलाकों में लागू है। हाइनीवट्रेप यूथ काउंसिल (एचवाईसी) ने भी शांत पूर्वोत्तर के निर्माण के लिए आफस्पा वापस लिए जाने की मांग की। एचवाईसी के महासचिव रॉयकूपर सिनरेम ने कहा, ‘‘ हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि अगर वह वास्तव में क्षेत्र में शांति चाहते हैं तो सश्त्र बलों पर लगाम लगाएं। क्योंकि इस तरह की घटनाओं से अस्थिरता ही आएगी। जो कि इस क्षेत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है।’’ 

विक्की-कटरीना की शादी पर हर किसी की नजर टिकी

विक्की-कटरीना की शादी पर हर किसी की नजर टिकी  
कविता गर्ग      
मुबंई। इस समय हर किसी की नजर विक्की कौशल और कटरीना कैफ की शादी पर बनी हुई हैं। ये दोनों जहां भी जाते हैं पैपराजी इन्हें अपने कैमरे में कैद कर लेते हैं। जैसे शादी से पहले कटरीना को विक्की कौशल के घर के बाहर स्पॉट किया गया। व्हाइट साड़ी में कटरीना काफी खूबसूरत दिख रही थीं। इसलिये कटरीना के साथ-साथ उनके ट्रेडशिनल आउटफिट की भी काफी चर्चा हो रही है। आइये जानते हैं कि जिस साड़ी की इतनी चर्चा हो रही है, उसकी रियल कीमत क्या है।
कटरीना की साड़ी की कीमत क्या है। शादी की रस्में पूरी करने के लिये कल कटरीना मां सुजैन के साथ विक्की कौशल के घर पहुंची। ट्रेडशिनल आउटफिट में कटरीना काफी ग्लैमरस दिख रही थीं। जिस साड़ी में कटरीना ने लोगों का दिल जीता। वो साड़ी अर्पिता मेहता की डिजाइन की हुई थी, जिसमें कटरीना बेहद स्टनिंग दिख रही थीं। साड़ी के पल्लू और फ्रंट पर स्टाइलिश रफल्स लगाये गये थे। साथ कटरीना ने हैवी इयररिंग्स और चंकी चूडियां पहनी थीं। रफल स्टाइल साड़ी, इयररिंग्स और चूड़ियों के साथ कटरीना ने ओपन हेयर रखे थे। कटरीना का लुक काफी स्टाइलिश और परेफ्कट लग रहा था। अर्पिता मेहता की डिजाइन की हुई साड़ी की कीमत 54 हजार रुपये है, जिसे आप उनकी वेबसाइट से खरीद सकते हैं। विक्की के घर पर रस्में पूरी करने के बाद कटरीना फैमिली के साथ राजस्थान के लिये रवाना हो गईं थीं। का है सबको इंतजार कटरीना कैफ और विक्की कौशल की शादी साल की सबसे बड़ी शादियों में से एक मानी जा रही है। कटरीना अपनी शादी को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहीं। इसलिये कटरीना की शादी दो रीति-रिवाजों के तहत की जायेगी। पहले शादी हिंदू रीति-रिवाज से होगी। इसके बाद विक्की-कटरीना क्रिश्चियन रीति से शादी करेंगे। शादी में आने वाले मेहमानों के सामने कई शर्ते भी रखीं गईं। शादी जितनी शाही है, उतनी ही प्राइवेट भी। अब बस इंतजार है कि कब कपल अपने फैंस को शादी के जोड़े में प्यारी सी झलक दिखायेंगे।

जाह्नवी ने इंस्टाग्राम पर लेटेस्ट फोटोशूट शेयर की
कविता गर्ग     
मुबंई। इन दिनों बॉलीवुड डीवा जाह्नवी कपूर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव दिखाई दे रही हैं। आये दिन वो इंस्टाग्राम स्टोरीज और फोटोज शेयर करती रहती हैं। फैंस भी जाह्नवी की हर पोस्ट को खूब प्यार देते हैं। जाह्नवी ने अपने इंस्टा अकाउंट पर लेटेस्ट फोटोशूट की फोटोज शेयर की हैं। तस्वीरों में वो बेहद खूबसूरत और ग्लैमरस नजर आ रही हैं। फोटोज में जाह्नवी ब्राउन कलर का लहंगा पहने अपना जलवा बिखरेती दिखाई दे रही हैं। ब्राउन कलर के लहंगे के साथ जाह्नवी कपूर ने खूबसूरत से इयर रिंग्स कैरी किये हुए हैं और बालों को खुला रखा है। जो उनके लुक को काफी परफेक्ट दिखा रहा है। पूछताछ के लिए बुलाया जाह्नवी के लेटेस्ट फोटोशूट में उन्होंने नेचुरल ग्लॉसी मेकअप किया है, जो उन पर काफी सूट कर रहा है। तस्वीरों में जाह्नवी मेकअप और आउटफिट दोनों फ्लॉन्ट करती दिखाई दे रही हैं। परफेक्ट आउटफिट और मेकअप के साथ जाह्नवी की प्यारी सी मुस्कान ने उनकी खूबसूरती में चार चांद लगा दिये हैं। एक्ट्रेस की ये अदा लोगों को खूब पसंद आ रही है। आशिकी' को बताया 'सॉफ्ट पोर्न' वहीं अगर जाह्नवी के वर्क फ्रंट की बात करें, तो हाल ही में उन्होंने 'मिली' की शूटिंग पूरी की है। 
बोनी कपूर के प्रॉडक्शन में बन रही फिल्म में पहली बार जाह्नवी ने अपने पापा के साथ काम किया है। 'मिली' की शूटिंग पूरी होते ही जाह्नवी कपूर ने इंस्टाग्राम पर सेट और को-स्टार्स की कुछ फोटोज भी शेयर की थी। जाह्नवी कपूर का कहना है कि उनके लिये फिल्म काफी स्पेशल है। 
लेकर जाह्नवी कुछ टाइम पहले अपने दोस्तों के साथ हैंगआउट करती भी देखी गईं थीं। इससे पहले वो अपनी दोस्त सारा अली खान के केदरानाथ भोलेनाथ के दर्शन को भी गईं थीं। जाह्नवी कपूर बॉलीवुड की उन स्टार किड्स में से हैं, जिन्होंने कम समय में इंडस्ट्री में अपनी एक पहचान बना ली है। इसके साथ ही वो किसी तरह की कंट्रोवर्सी से भी दूर रहती हैं।

छात्रा से दुष्कर्म, असिस्टेंट प्रोफेसर गिरफ्तार किया

छात्रा से दुष्कर्म, असिस्टेंट प्रोफेसर गिरफ्तार किया 

बृजेश केसरवानी       प्रयागराज। प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने के लिए आई छात्रा के साथ दुष्कर्म करने के आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया कर लिया गया है। तकरीबन 2 साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़े असिस्टेंट प्रोफेसर के साथ गहनता से पूछताछ की जा रही है। इस मामले में आठ पुलिसकर्मी भी पहले निलंबित किए जा चुके हैं। दरअसल प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने के लिए आई छात्रा की ओर से तकरीबन 2 साल पहले सीएमपी डिग्री कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर मदन यादव के खिलाफ दुष्कर्म करने का मुकदमा दर्ज कराया गया था। 

पीड़िता की ओर से मुकदमा दर्ज कराने के बाद पुलिस द्वारा आरोपी मदन यादव को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया गया था। बाद में जमानत पर जेल से आए मदन यादव के ऊपर आरोप है। कि वह फिर से पीड़िता छात्रा और उसके परिवार वालों को तरह तरह की धमकियां देते हुए परेशान करने लगा। इस बीच इस मामले में नए नए तथ्य भी सामने आने लगे। पीड़िता का आरोप है। कि असिस्टेंट प्रोफेसर मदन यादव ने हंडिया इस्पेक्टर बृजेश यादव एवं अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर उसके मुकदमे में गवाह को फर्जी तरीके से जेल भिजवाते हुए उसे भी परेशान किया था। इसको लेकर प्रतियोगी छात्रा की तहरीर पर कुछ दिन पहले जार्जटाउन थाने में असिस्टेंट प्रोफेसर मदन यादव, बृजेश यादव व कई अन्य के खिलाफ एससी एसटी एक्ट समेत कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी मुकदमे में मदन यादव फरार चल रहा था। इससे पहले प्रतियोगी छात्रा के मुकदमें में गवाह को फर्जी ढंग से जेल भेजने और पीड़िता के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के मामले में शासन की ओर से आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था।


खेल: जीत के साथ 'द्रविड़ युग' की शुरुआत हुईं

खेल: जीत के साथ 'द्रविड़ युग' की शुरुआत हुईं   

कविता गर्ग           मुंबई। विराट कोहली-राहुल द्रविड़ युग की शुरुआत न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट श्रृंखला में जीत के साथ हुई और कप्तान ने सोमवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करने के बाद कहा कि टीम नये सहयोगी सदस्य भी उसी सोच और उद्देश्य का अनुसरण कर रहे हैं। जैसा कि पिछली व्यवस्था में किया जा रहा था। 

पूर्व महान खिलाड़ी द्रविड़ ने मुख्य कोच के रूप में रवि शास्त्री की जगह ली है। जबकि पारस म्हाम्ब्रे और टी दिलीप क्रमशः भरत अरुण और आर श्रीधर के स्थान पर नए गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच बने है। न्यूजीलैंड को दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन 372 रन के बड़े अंतर से हराने के बाद कोहली ने कहा, ‘‘ नये प्रबंधन के साथ भी हमारी मानसिकता वही है कि भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाना है। भारतीय क्रिकेट के मानकों को बनाए रखना और यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि यह हमेशा बढ़ता रहे।’’

सर्दियों में हरी मटर खाने के फायदें, जानिए

मो. रियाज       सर्दियों में हरी-हरी मटर नजर आती है तो उन्हें खाने से हाथ रूक ही नहीं पाता, मटर छीलते छीलते ही कई दानें गोल हो जाते हैं। जो बचे वो सब्जी, पराठें, कचोड़ी किसी भी अंदाज में खाने का जायका बढ़ा ही देते हैं। मटर के गुणों के चलते उसे सर्दियों का सुपरफूड भी कहा जाता है। मटर में फाइबर्स, एंटीऑक्सीडेंट्स काफी अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं। जिस वजह से वो ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल पर काबू रखता है। साथ ही इसमें ए, ई, डी और सी विटामिन भी अच्छी मात्रा में होते हैं। पर, वो कहते हैं कि अति हर चीज की बुरी होती है।अगर आप जरूरत से ज्यादा मात्रा में मटर खाते हैं तो इसके कुछ साइडइफेक्टस भी आपको भुगतने पड़ सकते हैं।

विटामिन के का स्तर: मटर में विटामिन के भरपूर मात्रा में होता है। ये विटामिन शरीर में अगर नियंत्रित मात्रा में है तो केंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है और बोन्स को मजबूत करता है। हालांकि इसका ज्यादा होना शरीर को नुकसान भी पहुंचाता है। विटामिन के की शरीर में ज्यादा मात्रा खून पतला कर देती है, जिसकी वजह से घाव से देर तक खून निकल सकता है। साथ ही इससे पेट में जुड़ी समस्याएं भी बढ़ सकती हैं।

गठिया में नुकसानदायी: हरी मटर में विटामिन डी भी होता है जो हड्डियों के लिए जरूरी है। इस विटामिन डी को एब्सॉर्ब करने में कैल्शियम ज्यादा लग सकता है। ऐसे में शरीर में कैल्शियम कम होता जाता है और यूरिक एसिड में इजाफा होता है। मटर खाने में अति करने से ऐसी स्थिति बनती है तो गठिया रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। विटामिन डी होने के बावजूद मटर का जरूरत से ज्यादा सेवन हड्डियां कमजोर करने लगता है।

वजन भी बढ़ेगा: मटर यूं तो प्रोटीन का अच्छा सोर्स है लेकिन जरूरत से ज्यादा खाने पर मटर प्रोटीन से ज्यादा फैट बढ़ाता है। सीमित मात्रा में खाई गई मटर के फाइबर्स वजन घटाने में मददगार होते हैं, लेकिन मटर के ज्यादा सेवन से असर उल्टा ही नजर आता है। पाचन में भारी पड़ने वाली मटर वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो जाती है।

गैस और भारीपन: मटर खाने से भारीपन लगने लगता है। कुछ स्टडीज में ये दावा भी किया गया है कि मटर में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स अलग दिक्कतें पैदा कर सकते हैं। मटर खाने की अति आपके डाइजेश को तो बिगाड़ ही सकती है, हो सकता है पेट में सूजन की शिकायत भी हो जाए। इसलिए मटर को संतुलित मात्रा में खाने ही फायदेमंद होगा।

राजनीति: राहुल ने केंद्र सरकार पर फिर सवाल उठाए

राजनीति: राहुल ने केंद्र सरकार पर फिर सवाल उठाए

अकांशु उपाध्याय        नई दिल्ली। नगालैंड हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए पूछा कि आखिर क्या वजह है कि आम नागरिक और सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित क्यों नहीं हैं। सरकार को इस बारे में जवाब देना चाहिए, आखिर गृह मंत्रालय क्या कर रहा है।

इसके साथ ही राहुल गांधी ने तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी और एआईएमआईएम नेता असदउद्दीन ओवैसी ने भी सवाल उठाए हैं। जानकारी के मुताबिक बीती रात नगालैंड में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कई आम लोगों के मारे गए हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए नगालैंड पुलिस ने बताया कि राज्य के मोन जिले में सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। इस बारे में ज्यादा जानकारी जल्द ही सामने आ जाएगी।
पुलिस का कहना है कि इस घटना की जांच जारी है, जिससे यह पता चल सके कि क्या यह गलत पहचान का मामला है। इस घटना के बाद हुई हिंसा में एक सैनिक की भी मौत हो गई थी। वहीं इस घटना को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर दुख जताते हुए केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि यह घटना दिल दुखाने वाली है। देश में आम नागरिक और सुरक्षाकर्मी सुरक्षित क्यों नहीं है। राहुल गांधी ने इस संबंध में सरकार से जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को सही-सही जवाब देना चाहिए। गृह मंत्रालय आखिरकार कर क्या रहा है, जब आम नागरिक, यहां तक कि सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं।
कांग्रेस इस घटना को लेकर सरकार पर हमलावर है। पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा नगालैंड से आई दुखद खबर बेहद परेशान करने वाली है। उत्तर पूर्व में बार-बार हिंसा की घटनाएं कानून-व्यवस्था बनाए रखने और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने में मोदी सरकार की विफलता का संकेत हैं। कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार हमारे नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असमर्थ क्यों है।

गौरतलब है कि बीती रात गश्त लगा रही सेना की एक टुकड़ी ने काम ख़त्म कर घर लौट रहे लोगों पर लोगों पर गोलियां चलाईं। इस घटना में 6 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद घटना से नाराज स्थानीय लोगों की सेना के साथ झड़प हुई। इस झड़प में 7 अन्य आम नागरिकों सहित सेना के एक जवान की मौत हो गई। बता दें कि नगालैंड में सेना बीते कई सालों से उग्रवाद की समस्या से जूझ रही है। यहां लोग सेना पर अपने अभियानों में स्थानीय लोगों को निशाना बनाने का आरोप लगाते रहे हैं।

विश्वासघाती ने अपनी पहली जनसभा संबोधित की

मनोज सिंह ठाकुर           भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह द्वारा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को ‘विश्वासघाती’ कहे जाने के एक दिन बाद सिंधिया ने कहा कि वह कांग्रेस नेता के स्तर तक नहीं गिर सकते हैं, जिन्हें इस तरह के बयान देने की आदत है। पिछले साल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सिंधिया ने शनिवार को दिग्विजय सिंह के गृह क्षेत्र राघोगढ़ में अपनी पहली जनसभा संबोधित की। इसके बाद कांग्रेस नेता सिंह ने भाजपा सांसद को ‘विश्वासघाती’ और उनके परिवार को ‘देशद्रोही’ करार दिया।

सिंह के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर सिंधिया ने रविवार रात को अशोकनगर जिले के मुंगावली में कहा कि सिंह कांग्रेस के बुजुर्ग नेता हैं। उनकी तो आदत ही ऐसी है, मैं उनके बारे में कुछ कहना नहीं चाहता और ना ही उनके स्तर तक जाना चाहता हूं। जिस स्तर तक कि वह गए हैं।उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इतने बुजुर्ग और परिपक्व नेता होने के बाद भी वह अगर ऐसा बोल रहे हैं, तो वह अपने अंदर की भड़ास निकाल रहे हैं। मेरी ऐसी आदत नहीं है कि इस स्तर तक जाऊं, सिंधिया परिवार का एक स्तर है और मैं उसको बनाए रखूंगा।

ओसामा (बिन लादेन, अलकायदा का पूर्व सरगना) को ओसामा जी कहने वाले और धारा 370 वापस लगाए जाने की बात कहने वाले दिग्विजय सिंह यह जान लें कि कौन गद्दार है, इसका फैसला जनता करेगी। अशोक नगर जिले के मुंगावली कस्बे में भाजपा नेता ने कहा कि सिंह के उकसावे के बावजूद वह सिंधिया परिवार को स्तर बनाए रखेंगे।

'सीएपीएफ' की तैनाती के बारे में चर्चा करेंगे धनखड़

मिनाक्षी लोढी        कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सोमवार को कहा कि राज्य निर्वाचन आयुक्त (एसईसी) सौरव दास कोलकाता में आगामी निकाय चुनाव की तैयारियों के बारे में जानकारी देने के लिए उनसे मिलेंगे लेकिन चुनाव अधिकारी ने दावा किया कि उन्हें इस बैठक के बारे में जानकारी नहीं है। धनखड़ ने कहा कि दास मंगलवार को उनसे राज भवन में मुलाकात करेंगे और चुनाव के दौरान यहां 19 दिसंबर को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की तैनाती के बारे में चर्चा करेंगे। राज्यपाल के आधिकारिक अकाउंट से किए गए एक ट्वीट में कहा गया कि सात दिसंबर को राज्य के निर्वाचन आयुक्त सौरव दास राज भवन में राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात करेंगे और कोलकाता में निकाय चुनाव की तैयारियों और सीएपीएफ की तैनाती पर चर्चा करेंगे।

हालांकि, दास ने कहा कि उन्हें इस तरह की किसी भी बैठक के बारे में जानकारी नहीं है। संपर्क करने पर दास ने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मैं इस पर इससे ज्यादा टिप्पणी नहीं कर सकता हूं, बस यही कह सकता हूं कि मुझे इस बारे में पता नहीं है।धनखड़ ने बृहस्पतिवार को दास से नगर निकाय चुनाव के लिए सीएपीएफ की तैनाती की जानकारी मांगी थी। दास उनसे राजभवन में मिले थे।

शिखर सम्मेलन: राष्ट्रपति के साथ हिस्सा लेंगे मंत्री

अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को अपने रूसी समकक्ष जनरल सर्गेई शोयगू के साथ सैन्य उपकरणों के संयुक्त उत्पादन को विस्तार देने सहित रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की। शोयगू और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव अपने भारतीय समकक्षों के साथ ‘टू-प्लस-टू’ वार्ता की शुरुआत करने के लिए रविवार रात यहां पहुंचे। इस ‘टू-प्लस-टू’ वार्ता के बाद दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाले शिखर सम्मेलन में दोनों मंत्री राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हिस्सा लेंगे। 

सिंह के कार्यालय ने बैठक की एक तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया कि रूस के रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोयगू और राजनाथ सिंह ने नयी दिल्ली में सुषमा स्वराज भवन में मुलाकात की। भारत और रूस इस शिखर सम्मेलन में रक्षा, व्यापार एवं निवेश, ऊर्जा एवं प्रौद्योगिकी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देने के लिए कई समझौते करेंगे।

शिखर सम्मेलन तथा रक्षा और विदेश मंत्री स्तरीय ‘टू-प्लस-टू’ वार्ता में दोनों पक्ष अफगानिस्तान में स्थिति और लश्कर-ए-तैयबा तथा जैश-ए-मोहम्मद जैसे समूहों समेत आतंकवाद के बढ़ते खतरे पर भी बातचीत करेंगे।अधिकारियों ने बताया कि सिंह और शोयगू के बीच रक्षा उपकरणों के संयुक्त उत्पादन के विस्तार के तरीकों सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई। शिखर वार्ता के मद्देनजर भारत ने अमेठी के कोरवा में भारत-रूस संयुक्त उद्यम के जरिए पांच लाख से अधिक एके-203 असॉल्ट राइफल के विनिर्माण के लिए करीब 5,000 करोड़ रुपये के लंबित ‘एके 203 कलाश्निकोव राइफल्स समझौते’ को मंजूरी दे दी थी।

बता दें कि रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी खटीमा में महिला स्वयं सहायता समूहों के ऋण वितरण कार्यक्रम में कहा कि 24 दिसंबर को हल्द्वानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा में आने का न्यौता दिया। देहरादून की तरह ही प्रधानमंत्री हल्द्वानी से भी हजारों करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास कर सौगात देंगे। 2025 में प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने में पीएम हर के लिए काम कर रहे है। 

हल्द्वानी कुमाऊं के जिलों का बड़ा केन्द्र हैं। ऐसे में राजनीतिक समीकरण साधने के लिए पहली बार पीएम मोदी की जनसभा हल्द्वानी में होने जा रही है। यहां से पहाड़ी जिले आसानी से कवर किये जा सकते है। इससे पहले 24 दिसंबर को हल्द्वानी या रुद्रपुर में पीएम मोदी की जनसभा को लेकर असमंजस्य बना हुआ था लेकिन रविवार को सीएम धामी ने खटीमा कार्यक्रम में इसे स्पष्ट कर दिया कि जनसभा हल्द्वानी में होगी।

तीन कृषि कानून वापस, बैकफुट पर सरकार

अकांशु उपाध्याय        नई दिल्ली। केंद्र सरकार तीन कृषि कानून वापस लेकर बैकफुट पर पहुंच गई है। लेकिन किसान नेता इस बात पर अब भी लामबंद हैं कि न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य पर सरकार कानून बनाए। वहीं किसान किसानों के खिलाफ दर्ज केस, केंद्रीय मंत्री टेनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी किसान संगठनों द्वारा की जा रही है।

इसी बीच अब राकेश टिकैत अब बैंकों के निजीकरण पर सरकार को घेरने वाले हैं। वहीं सरकार ने इस मामले में राकेश टिकैत को नसीहत दी है। सरकार ने टिकैत के उसके इस बयान पर कहा कि आप किसानों की बात करें, बाकी सरकार देख लेगी। यानि कुल मिलाकर अब बैंकों के निजीकरण पर राकेश टिकैत सरकार पर हल्‍ला बोलेंगे।

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्‍ता राकेश उन्‍होंने बाकायदा इसके खिलाफ आंदोलन का ऐलान कर दिया है। राकेश टिकैत ने कहा कि हमने सरकार से पहले ही कह दिया था कि अगला नंबर बैंकों का होगा। राकेश टिकैत ने अपने ट्वीट में लिखा कि 6 दिसंबर को संसद में सरकारी बैंकों के निजीकरण का बिल पेश होने जा रहा है।

निजीकरण के खिलाफ देशभर में साझा आंदोलन की जरूरत है। इस मामले में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी का बयान भी सामने आया। उन्‍होंने कहा कि आपकी मांगें पूरी हो गई हैं, आप किसानों की बात करो। सरकार कैसे चलानी है और नीतियों के जो फैसले लेने हैं वो सरकार लेगी।

छापेमारी, 100 करोड़ रुपए का पता लगाया

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। आयकर विभाग ने टीएमटी सरिया के उत्पादन और निर्माण सामग्री बनाने वाले कोलकाता के एक समूह पर छापेमारी के बाद लगभग 100 करोड़ रुपये के बेहिसाब धन का पता लगाया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने सोमवार को यह जानकारी दी।गत एक दिसंबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में इस समूह से संबंधित 20 से अधिक परिसरों पर छापेमारी की गई थी। वहां से मिले दस्तावेजों और डिजिटल आंकड़ों से बेहिसाब नकद भुगतान, बेहिसाब नकद राशि से खरीद और बिक्री, उत्पादन को कम दिखाने समेत अन्य की जानकारी देने वाले सबूत मिले हैं। 

सीबीडीटी के मुताबिक इन सबूतों के प्राथमिक विश्लेषण से पता चला है कि यह समूह मुखौटा कंपनियां भी चला रहा था जो अपना बेहिसाब धन शेयर पूंजी/अप्रतिभूत ऋण की आड़ में बहीखाते में भेज दिया करती थीं।सीबीडीटी ने दावा किया कि समूह के एक महत्वपूर्ण व्यक्ति ने इस तरह के चलन की बात स्वीकार की। सीबीडीटी ने बताया कि 75 लाख रुपये की नकदी और 2.26 करोड़ रुपये मूल्य के आभूषण जब्त किए गए, जबकि कुछ बैंक लॉकर पर अंकुश लगा दिये गए। तलाशी अभियान से अब तक करीब 100 करोड़ रुपये के बेहिसाब धन का पता चला है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने टिकैत पर आरोप लगाया

अश्वनी उपाध्याय         गाजियाबाद। केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि सुधार कानून निरस्त करने के बाद भी जारी किसान आंदोलन की नियत पर अब सवाल उठने लगे हैं। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने राकेश टिकैत पर बेहद गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि राकेश टिकैत फंडिंग के ऊपर काम करते हैं। भानु प्रताप सिंह ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की फंडिंग से ये आंदोलन चल रहा है। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा है कि जब कानून तीनों केंद्रीय कृषि कानून वापस ले लिए गए हैं तो फिर भी ये बार्डर खाली नहीं कर रहे हैं। तो ये ऐसे नहीं बलपूर्वक हटेंगे।

आपको याद होगा कि 26 जनवरी को दिल्ली में लाल किला में हुई हिंसा के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने खुद को आंदोलन से अलग कर लिया था। उसके बाद भानु लगातार राकेश टिकैत से जुड़े विवादित बयान भी देते रहे हैं। पिछेल माह भानु प्रताप सिंह ने गाजीपुर, सिंधु और टिकरी बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों को आतंकी संगठन करार दिया था। इसके साथ ही उन्होंने टिकैत को भी आतंकवादी बताया था।

टिकाकरण, कोविड-19 के 552 नए मामलें मिलें

टिकाकरण, कोविड-19 के 552 नए मामलें मिलें
अखिलेश पांंडेय      
सिंगापुर। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि विश्व स्तर पर शुरुआती क्लीनिकल निरीक्षण बताते हैं कि कोविड-19 का ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप इसके अन्य स्वरूपों ‘डेल्टा’ और ‘बीटा’ के मुकाबले कहीं अधिक संक्रामक हो सकता है तथा इससे पुन: संक्रमण का जोखिम भी अधिक हो सकता है।
‘चैनल न्यूज एशिया’ ने मंत्रालय के हवाले से रविवार को अपनी खबर में कहा, ‘‘इसका अर्थ यह है कि कोविड-19 से उबर चुके लोगों के ओमीक्रोन स्वरूप से पुन: पीड़ित होने का जोखिम अधिक है।’’ शहर में रविवार को एक और व्यक्ति के ओमीक्रोन से पीड़ित होने की शुरुआती पुष्टि हुई। जो व्यक्ति वायरस के इस स्वरूप से संभवत: पीड़ित पाया गया है वह एक दिसंबर को दक्षिण अफ्रीका से यहां आया और वह उसी विमान में सवार था जिसमें दो अन्य रोगी भी थे। इस रोगी का टीकाकरण भी हो चुका था।
रविवार को सिंगापुर में कोविड-19 के 552 नए मामले सामने आए तथा 13 रोगियों की मौत हुई। मंत्रालय ने कहा कि बीते कई दिनों में उसने दक्षिण अफ्रीका तथा अन्य देशों की खबरें देखीं और सूचना एकत्रित करने के लिए प्रभावित देशों में विशेषज्ञों से सक्रिय संवाद किया।
चैनल ने मंत्रालय के हवाले से कहा, ‘‘वायरस के नए स्वरूप के खिलाफ कोविड-19 टीके प्रभावी हैं या नहीं इस बारे में अध्ययन चल रहे हैं लेकिन दुनियाभर के वैज्ञानिक ऐसा मान रहे हैं कि कोविड-19 रोधी वर्तमान टीके ओमीक्रोन स्वरूप पर भी काम करेंगे और लोगों को गंभीर रूप से बीमार होने से बचाएंगे।’’
मंत्रालय ने पात्र लोगों से टीकाकरण करवाने या बूस्टर डोज लगवाने का अनुरोध करते हुए कहा कि वैज्ञानिक इस बात पर दृढ़ता से सहमत हैं कि ऐसा करने से वायरस के किसी भी वर्तमान स्वरूप या भविष्य के किसी भी अन्य स्वरूप से रक्षा हो सकेगी।

गैर-अरबों के बीच संघर्ष में 24 की मौंत हुईं: सूडान
सुनील श्रीवास्तव    
काहिरा। सूडान के पश्चिमी दार्फुर क्षेत्र में रविवार को अरबों और गैर-अरबों के बीच संघर्ष में कम से कम 24 व्यक्तियों की मौत हो गई। एक सहायता समूह ने यह जानकारी दी। ‘जनरल कोआर्डिनेशन फॉर रिफ्यूजीस एंड डिस्प्लेस्ड इन दार्फुर’ के प्रवक्ता एडम रीगल ने कहा कि पश्चिमी दार्फुर प्रांत में विस्थापितों के लिए क्रिन्डिंग शिविर में शनिवार देर रात दो व्यक्तियों के बीच एक वित्तीय विवाद संघर्ष में तब्दील हो गया।
रीगल ने कहा कि जंजावीद के नाम से जाने जाने वाले अरब मिलिशिया ने रविवार तड़के शिविर पर हमला किया। आगजनी की और लूटपाट की। उन्होंने कहा कि इसमें कम से कम 35 अन्य व्यक्ति घायल हो गए।

ऑडी ए-4 प्रीमियम को भारतीय बाजार में पेश किया
अखिलेश पांंडेय 
बर्लिन। ऑडी ए-4 प्रीमियम को भारतीय बाजार में पेश किया
बर्लिन। जर्मनी की लग्जरी कार निर्माता कंपनी ऑडी ने अपनी ए-4 कार का एक शुरुआती संस्करण ऑडी ए-4 प्रीमियम सोमवार को भारतीय बाजार में पेश किया। ऑडी की इस नई सेडान कार की एक्स-शोरूम कीमत 39.99 लाख रुपये रखी गई है। इसके पहले ऑडी ए4प्रीमियम प्लस और ए-4 टेक्नोलॉजी कारें भारतीय बाजार में उतार चुकी है।
ऑडी इंडिया ने अपने बयान में कहा कि दो लीटर इंजन के साथ आने वाली ए4 प्रीमियम कार 140 किलोवाट की ताकत और 320 एनएम का टॉर्क पैदा करने में सक्षम है। कंपनी के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लों ने कहा कि गत जनवरी में ए4 कार उतारे जाने के साथ ही भारतीय बाजार में काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। 
उन्होंने उम्मीद जताई कि इस एंट्री-लेवल कार को भी ग्राहक पसंद करेंगे।

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...