कांग्रेस सरकार पर 'महंगाई' बढ़ाने का आरोप लगाया
नरेश राघानी जयपुर। भारतीय जनता पार्टी (भापजा) के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने कांग्रेस की महंगाई को लेकर प्रस्तावित रैली पर पलटवार करते हुए राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर महंगाई बढ़ाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि महंगाई से त्रस्त उसके कार्यकर्ता रैली में भाग लेकर सरकार की खिलाफी का काम करेंगे। अरुण सिंह ने प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी की बैठक के अवसर पर आज यहां अमित शाह की अगवानी के लिए हवाई अड्डे के लिए रवाना होने से पहले मीडिया से यह बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महंगाई को लेकर रैली करने जा रही है लेकिन महंगाई तो वह खुद बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में डीजल एवं पेट्रोल के दाम महंगे, बस किराया महंगा, बिजली महंगी, महंगाई तो कांग्रेस खुद कर रही है।
महंगाई से त्रस्त उसके कार्यकर्ता रैली में भाग लेकर सरकार की खिलाफी का ही काम करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने राज्य सरकार के खिलाफ जिलों में आक्रोश रैलियां की है और अब जयपुर में जनप्रतिनिधियों के महासम्मलेन के बाद प्रदेश में बड़ी आक्रोश रैली का आयोजन होगा। इस सम्मेलन के बाद कांग्रेस की विदाई शुरु हो जायेगी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस खुद में कई गुट हैं और मंत्रिमंडल के गठन में कई महीने लगा दिये गये और गठन के बाद भी गतिरोध पैदा हुआ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी हैं जिसके शासन में चुनाव पर चुनाव कराये जा रहे हैं जिससे प्रदेश विकास से दूर रह रहा है।
राहुल ने यूपी सरकार पर साधा निशाना: राजनीति
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लखनऊ में प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर पुलिस के लाठीचार्ज की खबरों को लेकर रविवार को उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा और कहा कि रोजगार मांगने वालों को यह सरकार लाठियों से पीटती है। गांधी ने कहा कि जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) वोट मांगने आए तो जनता इसे याद रखे।
राहुल ने इन खबरों को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा कि लखनऊ पुलिस ने शनिवार शाम को ‘कैंडललाइट मार्च’ निकाल रहे प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर लाठियां चलाईं। खबरों के अनुसार प्रदर्शनकारी 2019 में हुई उत्तर प्रदेश शिक्षक प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर मार्च निकाल रहे थे। कांग्रेस नेता ने घटना का कथित वीडियो साझा करते हुए हिंदी में ट्वीट किया, ”रोज़गार मांगने वालों को उत्तर प्रदेश सरकार ने लाठियां दीं। जब भाजपा वोट मांगने आए तो याद रखना।
उत्तराखंड में भारी बारिश होने की संभावना जारी
पंकज कपूर देहरादून। उत्तराखंड में रविवार व सोमवार को मौसम फिर करवट बदल सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश हो सकती है। कुछ मैदानी इलाकों में भी बारिश होने की संभावना है। प्रदेश के 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। मौसम विभाग ने इसको लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, रविवार को राज्य के अनेक हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश, बर्फबारी हो सकती है।
84.8 प्रतिशत से अधिक आबादी को पहली खुराक
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण रोधी टीके की 127.61 करोड़ से अधिक खुराक दिए जाने के बीच रविवार को कहा कि देश में 50 प्रतिशत से अधिक पात्र वयस्क आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि देश में 84.8 प्रतिशत से अधिक वयस्क आबादी को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है।
मांडविया ने ट्वीट किया ” बधाई हो भारत। यह बेहद गर्व का क्षण है क्योंकि 50 प्रतिशत से अधिक पात्र आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो गया है। हम साथ मिलकर कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई जीतेंगे।” सुबह सात बजे तक की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटे की अवधि में टीके की 1,04,18,707 खुराक दिए जाने के साथ ही देश में अब तक दी जा चुकी खुराकों की संख्या 127.61 करोड़ के पार हो गई है। मंत्रालय के अनुसार यह उपलब्धि 1,32,44,514 सत्रों में हासिल की गई। गौरतलब है कि देशव्यापी टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी से की गई थी और पहले चरण में स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों का टीकाकरण किया गया था।
इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के फायदें: गडकरी
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री ने इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के फायदों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि पेट्रोल से इलेक्ट्रिक वाहन चलाना कितना सस्ता है और यह आपको कितना बचाता है।केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को 9वें एजेंडा आजतक में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के फायदों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि पेट्रोल से इलेक्ट्रिक वाहन चलाना कितना सस्ता है और यह आपको कितना बचाता है।
देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा देने पर नितिन गडकरी ने कहा कि फिलहाल हम देश में 8 लाख करोड़ रुपये के पेट्रोलियम का आयात करते हैं। आने वाले वर्षों में इसे बढ़ाकर 25 लाख करोड़ रुपये करना चाहिए, यह कोई बड़ी बात नहीं है। इसलिए हमें विकल्प पर ध्यान देना होगा ताकि देश के लोगों को एक स्थायी जीवन दिया जा सके।उन्होंने कहा कि आने पर सरकार पेट्रोल-डीजल वाहनों को नहीं रोकेगी। बल्कि यह भी एक विकल्प होगा। इसके अलावा वैकल्पिक ईंधन, जैव ईंधन और फ्लेक्स ईंधन इंजन जैसे विचारों पर भी अध्ययन जारी है।
गडकरी ने कहा कि अब अगर आप पेट्रोल कार चलाते हैं तो 1 किमी जाने का खर्च 10 रुपये आता है। डीजल पर इतना ही खर्च 7 रुपये है। ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहन की कीमत मात्र 1 रुपये प्रति किलोमीटर है। अगर पेट्रोल कार पर आपका मासिक खर्च 20,000 रुपये है। तो इलेक्ट्रिक वाहन पर यह खर्च 1500 से 2000 रुपए होगा। इससे आपको हर महीने 18000 रुपये की बचत होगी।
सीएम ममता के अब 'कोई संप्रग नहीं': भूपेश
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ‘अब कोई संप्रग नहीं है’ वाले बयान के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह सत्ता में बैठे लोगों से मुकाबला करके अपनी पार्टी को मुख्य विपक्षी दल बनाना चाहती हैं या फिर विपक्ष के अन्य दलों से लड़कर।
भूपेश बघेल ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के बिना कोई भी विपक्षी गठबंधन बनाना संभव ही नहीं है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुकाबला करने के लिए गठबंधन का प्रमुख स्तंभ कांग्रेस को ही बनना होगा। बघेल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि 2024 के आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सामना करने के लिए विपक्षी खेमे का चेहरा कौन होगा, इसका निर्णय सोनिया गांधी की अध्यक्षता में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) मिलकर करेगा।
‘एक चीन’ नीति को लेकर प्रतिबद्ध हैं अमेरिका
अखिलेश पांंडेय वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने शनिवार को कहा कि पेंटागन उच्च प्रौद्योगिकी प्रणालियों को विकसित करने के लिए निजी उद्योग के साथ मिलकर बेहतर तरीके से काम करने का इरादा रखता है और चीन पर प्रतिस्पर्धी बढ़त बनाए रखने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोगियों के साथ संबंध मजबूत करना चाहता है। रक्षा मंत्री ने कैलिफोर्निया में ‘रीगन नेशनल डिफेंस फोरम’ में कहा कि क्षेत्र में और खासकर स्वशासी ताइवान के निकट चीन की सैन्य गतिविधियां और उसके आक्रामक कदम परेशान करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका लंबे समय से चली आ रही ‘एक चीन’ नीति को लेकर अब भी प्रतिबद्ध है तथा इसके साथ ही वह ताइवान को अपनी रक्षा करने में और सक्षम बनाना चाहता है।