शनिवार, 4 दिसंबर 2021

खेल: क्रोएशिया ने टेनिस फाइनल में प्रवेश किया

खेल: क्रोएशिया ने टेनिस फाइनल में प्रवेश किया

मैड्रिड। क्रोएशिया ने सर्बिया को हराकर डेविस कप टेनिस फाइनल में प्रवेश कर लिया। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच एकल की अपनी जीत को निर्णायक युगल मैच में दोहरा नहीं सके। क्रोएशिया की नजरें तीसरी बार डेविस कप जीतने पर लगी है।रविवार को उसका सामना रूस और जर्मनी के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।

क्रोएशिया के निकोला मेकटिच और मेट पेविच ने युगल मुकाबले में जोकोविच और फिलिप क्राजिनोविच को 7 . 5, 6 . 1 से हराया। इससे पहले जोकोविच ने एकल मैच में मारिन सिलिच को 6 . 4, 6 . 2 से हराकर क्रोएशिया को बराबरी दिलाई थी। क्रोएशिया को बोर्ना गोजो ने बढत दिलाई थी जिन्होंने पहले एकल मैच में दुसान लाजोविच को 4 . 6, 6 . 3, 6 . 2 से हराया।


औषधीय गुणों से परिपूर्ण हैं बेर, जानिए

बेर का फल जिसे चीनी सेब भी कहा जाता है। एक मौसमी फल है। यह फल अनेक प्रकार के औषधीय गुणों से परिपूर्ण है। भारत में पाए जाने वाले बेर फल का वानस्पतिक नाम 'जिजिफस मोरिसियाना' है। यह भारत में पाए जाने वाले प्राचीनतम फलों में से एक है, बेर फल का जिक्र रामायण में भी किया गया है। यह फल अनेक प्रकार के औषधीय और पौष्टिक तत्वों जैसे विटामिन, खनिज और शर्करा से युक्त होता है। यह फल भारत के साथ-साथ चीन, यूरोप और रूस के अलावा दुनिया के कई देशों में उगाया जाता है। इस फल का उपयोग खाने के अलावा दवाइयों के निर्माण में भी किया जाता है। बेर का सेवन उचित मात्रा में करने से हमारे शरीर को कई फायदे होते हैं। भारत में बेर का अचार और मुरब्बा भी बनाया जाता है। बेर खाने के अनेकों फायदे होते हैं लेकिन अगर इसका सेवन सही तरीके से नहीं किया गया तो इसके नुकसान भी देखने को मिलते हैं।

बेर के फल में अनेकों पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। बेर में प्रमुख रूप से विटामिन, राइबोफ्लेविन और थायमिन जैसे तत्व पाए जाते हैं और इसके साथ बेर प्रोटीन, पोटेशियम और कैल्शियम समेत कई पोषक तत्वों का भण्डार माना जाता है। यह विटामिन सी का अच्छा स्रोत माना जाता है, आयुर्वेद के मुताबिक बेर के बीजों में कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी होती है। बेर के फल में पाए जाने वाले कुछ प्रमुख पोषक तत्व इस प्रकार हैं। विटामिन सी, ए, और बी कॉम्प्लेक्स। 1. कार्बोहाइड्रेप्रोटी, 2. वसा, 3.आयरन और कॉपर 4. कैल्शियम और फास्फोरस 5. सोडिया 6. जिंक।

वैज्ञानिक दावा: 'बच्चा' पैदा कर सकता है रोबोट

वैज्ञानिक दावा: 'बच्चा' पैदा कर सकता है रोबोट

सुनील श्रीवास्तव        लंदन। वैज्ञानिकों ने विज्ञान के क्षेत्र में अद्भुत चमत्कार किया है। उन्होंने दावा किया कि जीवित रोबोट्स इंसान वाले सभी कार्य कर सकते है। इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए दावा किया जा रहा है कि वैज्ञानिकों ने दुनिया का पहला रोबोट बना लिया है जो ' बच्चे ' भी पैदा कर सकता है, इन मिलीमीटर आकर के जीवित रोबोट्स को जेनोबॉट्स 3.0 कहा जा रहा है। जेनोबॉट्स न तो पारम्परिक रोबोट है और न ही जानवरो की प्रजाति, बल्कि जीवित प्रोग्राम करने योग्य जीव है।

मेढ़क की कोशिकाओं और कम्प्यूटर से डिजाइन किए गए जीवो को एक अमरीकी टीम ने बनाया है। ये पैक-मैंन जैसे अपने मुंह के अंदर एकल कोशिकाओं को इकट्ठा करते है ओर शिशुओं को बाहर निकालते है जो अपने माता पिता की तरह दिखते है और गति करते है। स्व- प्रतिकृति जीवित जैव- रोबोट दर्दनाक चोट, जन्म दोष, कैंसर, उम्र बढ़ने जैसी चीजों के लिए दवा और इलाज में मददगार साबित हो सकते है। जेनोबॉट्स दरअसल टफ्ट्स यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ वर्मोंट के जीव विज्ञानी और कम्प्यूटर वैज्ञानिकों का कमाल है। जेनोबॉट्स 3.0 अपने मूल संस्करण जेनोबॉट्स का अनुसरण करता है। जिसे 2020 में ' पहले जीवित रोबोट ' के रूप में रिपोर्ट किया गया था। वही जेनोबॉट्स 2.0 सिलिया नामक अपने पैरों का इस्तेमाल करके खुद को आगे बढ़ा सकता है औऱ उसमें याद रखने की क्षमता भी थी।


अमेरिका के 10 राज्यों में 'ओमिक्रोन' का संक्रमण

अखिलेश पांंडेय         वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के 10 राज्यों में कोविड-19 के नये वेरिएंट ओमिक्रोन के मामले सामने आये हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को मैरीलैंड, नेब्रास्का, पेंसिल्वेनिया, न्यू जर्सी और यूटा राज्यों में ओमिक्रोन के मामले सामने आए हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में कैलिफोर्निया, कोलोराडो, हवाई, मिनेसोटा और न्यूयॉर्क में ओमिक्रोन के मामले दर्ज किये गये थे।

ओमिक्रोन का पहला मामला दक्षिणी अफ्रीका में सामने आया था और इसके बाद यह अमेरिका, मुख्य रूप से पश्चिमी देशों में नए यात्रा प्रतिबंधों और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का कारण बनते हुये एक बड़ी परेशानी बन गया है।

'ओमिक्रोन' से संक्रमित 2 लोगों ने विदेशों की यात्रा की

सुनील श्रीवास्तव        सिंगापुर। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन सेे संबंधित लक्षणों के अन्य स्वरूप से ज्यादा खतरनाक होने या मौजूदा टीके या इलाज के इस पर अप्रभावी होने के संबंध में फिलहाल कोई सबूत नहीं हैं। सिंगापुर स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से एक खबर में यह बात कही गई है। ‘चैनल न्यूज एशिया’ की खबर के अनुसार मंत्रालय ने कहा कि ओमिक्रोन से संक्रमित दो लोगों ने सिंगापुर से मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया की यात्रा की। सिंगापुर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ओमीक्रोन के संबंध में और अधिक जानकारियां और अध्ययन की जरूरत है और आने वाले सप्ताह में वैश्विक स्तर पर इसके और मामले आने की आशंका है। मंत्रालय ने कहा कि एहतियात के अतिरिक्त कदम उठाने से उन्हें इस स्वरूप से लड़ने के तरीके जानने के लिए समय मिलेगा।

सिंगापुर के चांगी हवाई अड्डे पर ओमीक्रोन संक्रमण के प्रसार पर मंत्रालय ने कहा कि संक्रमण का पहला मामला जोहानिसबर्ग से सिंगापुर एयरलाइन की एक उड़ान से 27 नवंबर को यात्रा करने वाले व्यक्ति का है। वह व्यक्ति उसी दिन की ट्रांजिट उड़ान के लिए यहां पहुंचा। इसके बाद व्यक्ति ने सिंगापुर एयरलाइन की एक अन्य उड़ान से 28 नवंबर को सिडनी की यात्रा की। ऑस्ट्रेलिया ने व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि की। व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका से रवाना होने से पहले 24 नवंबर को नेगेटिव पाया गया था। सिंगापुर में शुक्रवार तक संक्रमण के 2,67,916 मामले सामने आए हैं और 744 लोगों की मौत हुई है।

कोरोना टीकों को एड्स से जोड़ा, बयानों की जांच की

अखिलेश पांंडेय        ब्रासीलिया। ब्राजील की शीर्ष अदालत के एक न्यायाधीश ने राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो के, कोविड-19 टीकों को एड्स से जोड़ने वाले बयानों की जांच का शुक्रवार को आदेश दिया। बोल्सोनारो ने 24 अक्टूबर को प्रसारित संबोधन में कहा था, “ब्रिटेन की सरकार की आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन लोगों को टीके की दोनों खुराक मिली है। उन्हें ‘एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम’ (एड्स) जल्दी हो रहा है।

फेसबुक और इंस्टाग्राम ने कुछ दिन बाद उक्त वीडियो को यह कहकर हटा लिया कि इससे उनके नियमों का उल्लंघन होता है। वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने भी बोल्सोनारो के दावे का खंडन किया है। ब्राजील के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश अलेक्सांद्रे डी मोरेआस ने देश के शीर्ष अभियोजक ऑगस्टो अरास को निर्देश दिया है कि वह ब्राजील की सीनेट द्वारा महामारी की जांच में लगाए गए आरोप की पड़ताल करे।

ब्राजील के राष्ट्रपति ने अभी तक टीका नहीं लगवाया है और वह टीकाकरण की अनिवार्यता के विरोध में बोलते रहे हैं। बोल्सोनारो का कहना है कि वह केवल एक पत्रिका में छपे लेख का हवाला देते रहे हैं और उन्होंने कोई दावा नहीं किया है। मोरेआस ने अपने आदेश में कहा कि बोल्सोनारो के बयान की जांच होनी चाहिए। हालांकि, किसी प्रकार की जांच होने की संभावना नहीं है। अरास राष्ट्रपति के विरोध में नहीं जाते हैं और सीनेट की समिति द्वारा अनुरोध किये जाने के बावजूद उन्होंने महामारी से निपटने में बोल्सोनारो की भूमिका की भी जांच नहीं की।बोल्सोनारो ने महामारी की शुरुआत से ही स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य नियमों का उल्लंघन किया और कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू पाबंदियों से फायदे के मुकाबले नुकसान ज्यादा होता है। गौरतलब है कि ब्राजील में कोविड-19 से अब तक 6,10,000 से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है और इस मामले में वह अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है।

'कोरोना' मामलों में नाटकीय उछाल देखा: अफ्रीका

अखिलेश पांडेय         प्रिटोरिया। डॉ. सिखुलीले मोयो पिछले हफ्ते बोत्सवाना में अपनी प्रयोगशाला में कोविड-19 के नमूनों का विश्लेषण कर रहे थे, जब उन्होंने देखा कि ये नमूनें दूसरों से आश्चर्यजनक रूप से अलग दिख रहे थे। कुछ ही दिनों में, दुनिया इस खबर से हिल उठी कि कोरोना वायरस का एक चिंताजनक नया स्वरूप सामने आया है, एक ऐसा स्वरूप जिससे दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के मामलों में नाटकीय उछाल देखा जा रहा है और जो इस बारे में एक झलक पेश कर रहा है कि वैश्विक महामारी अब किस दिशा में बढ़ रही है।

दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 के नये मामले नवंबर के मध्य में प्रतिदिन लगभग 200 से बढ़कर शुक्रवार को 16,000 से अधिक हो गए। स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला ने कहा कि देश के सबसे अधिक आबादी वाले प्रांत गौतेंग में एक हफ्ते पहले ओमीक्रोन का पता चला था और तब से यह सभी आठ अन्य प्रांतों में फैल गया है। तेजी से बढ़ने के बावजूद, संक्रमण के नए दैनिक मामले अभी भी 25,000 से नीचे है जो दक्षिण अफ्रीका में जून और जुलाई में पिछली लहर के दौरान देखने को मिले थे। ओमीक्रोन की पहचान करने वाले संभवत: पहले व्यक्ति, वैज्ञानिक मोयो ने कहा कि नए स्वरूप के बारे में बहुत कम जानकारी है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका में वृद्धि से पता चलता है कि यह अधिक संक्रामक हो सकता है।

ओमीक्रोन में 50 से अधिक परिवर्तन (म्यूटेशन) हैं, और वैज्ञानिकों ने इसे वायरस के विकास में एक बड़ा उछाल कहा है। फाहला ने कहा कि जिन लोगों को टीका लगाया गया है, उनमें से केवल कुछ ही लोग बीमार हुए हैं, जिनमें ज्यादातर हल्की बीमारी के मामले हैं, जबकि अस्पताल में भर्ती होने वालों में से अधिकतर को टीका नहीं लगा हुआ था।

लेकिन एक चिंताजनक घटनाक्रम में, दक्षिण अफ्रीकी वैज्ञानिकों ने पाया है कि ओमीक्रोन पहले के स्वरूप की तुलना में उन लोगों में पुन: संक्रमण का कारण बन रहा है, जिनको पहले से कोविड हो चुका है। हालांकि, वैज्ञानिकों ने उम्मीद जताई है कि टीका अब भी गंभीर संक्रमण के खिलाफ कारगर होगा।इस बीच, मोयो ने एक साक्षात्कार में दक्षिण अफ्रीका पर लगाए प्रतिबंधों पर निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा कि आप इस तरह से विज्ञान को सम्मानित करते हैं? देशों को ब्लैकलिस्ट करके?उन्होंने कहा कि वायरस पासपोर्ट नहीं जानता है, यह सीमाओं को नहीं जानता है। हमें वायरस को लेकर भू-राजनीति नहीं करनी चाहिए। हमें सहयोग करना चाहिए और समझना चाहिए।

बच्चों में 'कोरोना' संक्रमण, मामलों पर चिंता जताईं

अखिलेश पांंडेय       प्रिटोरिया। दक्षिण अफ्रीका में विशेषज्ञों ने बच्चों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। देश में शुक्रवार रात तक संक्रमण के 16,055 नए मामले सामने आ चुके थे और 25 संक्रमितों की मौत हो चुकी थी। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेबल डीसीज (एनआईसीडी) की डॉ वसीला जसत ने कहा, ”हमने देखा कि पहले बच्चे कोविड महामारी से इतने प्रभावित नहीं हुए, बच्चों को अस्पतालों में भर्ती करने की जरूरत भी ज्यादातर नहीं पड़ी। उन्होंने कहा, ”महामारी की तीसरी लहर में पांच साल से कम उम्र के अधिक बच्चे अस्पताल में भर्ती करवाए गए, 15 से 19 वर्ष की आयु के किशारों को भी अस्पतालों में भर्ती करवाना पड़ा।” जसत ने कहा, ”अब चौथी लहर की शुरुआत में सभी आयुवर्गों में मामले तेजी से बढ़े हैं लेकिन पांच साल से कम उम्र के बच्चों में विशेष तौर पर मामले बढ़े।

उन्होंने कहा, ”हालांकि, संक्रमण के मामले अब भी बच्चों में ही सबसे कम हैं। सर्वाधिक मामले 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में हैं और उसके बाद सबसे अधिक मामले पांच साल से कम उम्र के बच्चों में हैं। पांच से कम उम्र के बच्चों को अस्पतालों में भर्ती करने के मामले बढ़े हैं जबकि पहले ऐसा नहीं था।” एनआईसीडी के डॉ माइकल ग्रूम ने कहा, ”मामले बढ़ने को लेकर तैयारी के महत्व पर विशेष जोर की जरूरत है जिसमें बच्चों के लिए बिस्तर और कर्मचारियों को बढ़ाया जाए।” स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के नौ प्रांतों में से सात में संक्रमण के मामले और संक्रमण की दर बढ़ रही है।

भारत: संक्रमितों की संख्या-3,46,24,360 हुईं

भारत: संक्रमितों की संख्या-3,46,24,360 हुईं
अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। देश में कोविड-19 के 8,603 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,46,24,360 हो गई। वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 99,974 रह गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार शनिवार को 415 लोगों की कोरोना वायरस से मौत की पुष्टि हुई, जिसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,70,530 हो गई। पिछले 160 दिन से कोविड-19 के 50,000 से कम दैनिक मामले आ रहे हैं।
देश में अब 99,974 मरीजों का उपचार चल रहा है, यह कुल मामलों का 0.29 फीसदी है, जो कि मार्च, 2020 के बाद से सबसे कम है। देश में स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.35 फीसदी है। मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में दो मामलों की कमी हुई है। दैनिक संक्रमण दर 0.69 फीसदी है। पिछले 61 दिनों से यह दो फीसदी से कम है।
मंत्रालय ने बताया कि साप्ताहिक संक्रमण दर 0.81 फीसदी दर्ज की गई। पिछले 20 दिनों से यह एक फीसदी से कम है। देश में अब तक 3,40,53,856 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मृत्यु दर 1.36 फीसदी है। वहीं, देशव्यापी टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद अब तक टीके की 126.53 करोड़ खुराक दी गई है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
दिल्ली: 11 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया

अकांशु उपाध्याय        नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार सुबह न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक, 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। हवा में नमी का स्तर 97 प्रतिशत दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने दिन भर हल्की धुंध छाए रहने और अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान व्यक्त किया है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) “बेहद खराब” श्रेणी में 372 दर्ज किया गया। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को “अच्छा”, 51 से 100 “संतोषजनक”, 101 से 200 “मध्यम”, 201 से 300 “खराब”, 301 से 400 “बहुत खराब” और 401 से 500 तक के एक्यूआई को “गंभीर” माना जाता है।

रिटायरमेंट प्लान के लिए विचार करना प्रारंभ किया

अकांशु उपाध्याय           नई दिल्ली। मृदुल गर्ग 25 साल का नौजवान है और उसने हाल ही में एक मल्टी नेशनल कंपनी ज्वाइन की है। उसका वेतन 35 हजार रुपये महीना है। मृदुल अपना पेशेवर जीवन शुरू करने के साथ ही रिटायरमेंट प्लान के लिए विचार करना शुरू कर दिया है। मृदुल की योजना है कि जब वह 45 साल का होगा, उसे घर लेने, बच्चों की अच्छी शिक्षा और अच्छे जीवन के लिए कम से कम 5 करोड़ रुपये की जरूरत होगी। मृदुल 20 साल की नौकरी में 5 करोड़ का फंड इकट्ठा करना चाहता है। हालांकि उसने पेशेवर दुनिया में हाल ही में कदम रखा है और निवेश के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, इसलिए वह रिस्क भी नहीं लेना चाहता। मृदुल सीधे शेयर बाजार में निवेश करने से बचना चाहता है। पर्सनल फाइनेंस प्लानर कहते हैं कि मृदुल अभी नौजवान है और 20 साल में 5 करोड़ का फंड इकट्ठा करना चाहता है, लेकिन शेयर मार्केट के रिस्क से भी वह बचना चाहता है, इसलिए उसे म्युचूअल फंड में निवेश करना चाहिए। इक्विटी म्यूचुअल फंड मृदुल गर्ग के लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। 20 साल के म्यूचुअल फंड निवेश में मृदुल लगभग 15 प्रतिशत के रिटर्न की उम्मीद कर सकता है।

मृदुल गर्ग को सालाना एसआईपी स्टेप-अप का इस्तेमाल करके अपने मासिक एसआईपी में इजाफा करते रहना होगा। मार्केट एक्सपर्ट कहते हैं कि मृदुल को फौरन एसआईपी शुरू कर देनी चाहिए और हर साल जैसे-जैसे उसके वेतन में इजाफा होगा। उसी अनुपात में उसे अपनी एसआईपी को भी बढ़ाना होगा। एसआईपी में सालाना इजाफे के साथ मृदुल 15 प्रतिशत सालाना रिटर्न हासिल कर सकता है। मृदुल को अपने निवेश पर चक्रवृद्धि ब्याज हासिल करने के लिए म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो में विस्तार करना होगा। मुदुल को अलर 20 सालों में लगभग 5 करोड़ रुपये का फंड इकट्ठा करना है तो उसे 15 X 15 X 15 का फार्मूला अपनाना होगा। म्यूचुअल फंड में 15 X 15 X 15 का फार्मूला बड़े फाइनेंशियल टारगेट को पूरा करने में मदद करता है।

मृदुल को 15 प्रतिशत रिटर्न के लिए 15 साल तक हर महीने 15,000 रुपये निवेश करने होंगे। इस तरह वह लगभग 5 करोड़ रुपये का फंड  इकट्ठा कर सकता है। अब 5 करोड़ रुपये का फंड कैसे इकट्ठा होगा और यह फार्मूला कैसे काम करता है, इसे ऐसे समझा जा सकता है। 15 प्रतिशत के सालान रिटर्न की उम्मीद करते हुए मृदुल को हर महीने 15 हजार रुपये निवेश करने होंगे। और उसे 20 साल तक यह पैसा निवेश करना होगा। इस तरह उसके पास करीब साढ़े 5 करोड़ रुपये का फंड इकट्ठा हो सकता है।


'ओमिक्रोन' की वजह से अटकलों पर विराम दिया

अकांशु उपाध्याय        नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम का दक्षिण अफ्रीका दौरा हागा लेकिन कार्यक्रम में कुछ बदलाव किये गए हैं जिसके तहत टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच अभी नहीं खेले जायेंगे। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कोरोना वायरस के नये वैरिएंट 'ओमिक्रोन' के आने के बाद इस दौरे को लेकर लग रही अटकलों पर विराम देते हुए शनिवार को यह घोषणा की।

भारतीय टीम अब तीन टेस्ट और तीन वनडे खेलेगी और पहला टेस्ट 17 दिसंबर से जोहानिसबर्ग में शुरू होगा। टीम को चार टी20 मैच भी खेलने थे जो अब बााद में खेले जायेंगे। शाह ने बीसीसीआई अधिकारियों की बोर्ड की सालाना आम सभा की बैठक के लिये हुई मुलाकात के बाद यह बयान दिया। शाह ने बयान में कहा ,” बीसीसीआई ने क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका को इसकी पुष्टि कर दी है कि भारतीय टीम तीन टेस्ट और तीन वनडे के लिये जायेगी। चार टी20 मैच बाद में खेले जायेंगे।” कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमीक्रोन दक्षिण अफ्रीका से ही निकला है और देश में इसके मामले बढते जा रहे हैं।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-47, (वर्ष-05)
2. रविवार, नवंबर 5, 2021
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:48, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान -14 डी.सै., अधिकतम-26+ डी.सै.।  
बर्फबारी व शीतलहर के साथ कहीं- कहीं तेज बारिश की संभावना।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवाशुं के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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शुक्रवार, 3 दिसंबर 2021

विजयी दिब्यांग बच्चों को प्रमाण-पत्र दिया: कौशाम्बी

विजयी दिब्यांग बच्चों को प्रमाण-पत्र दिया: कौशाम्बी
सुशील केसरवानी          
कौशाम्बी। जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने अन्तर्राष्ट्रीय दिब्यांगजन दिवस के अवसर डायट मैदान में आयोजित दिब्यांग बच्चों हेतु समेकित खेल कूद एंव सांस्कृतिक प्रतियोगिता में विजयी दिब्यांग बच्चों को प्रमाण-पत्र देकर उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में दृष्टि दिब्यांगता के तहत धागा-मोती, छूकर पहचानों, 100 मीटर दौड़, कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 
इसी प्रकार मूक बधिर के तहत चित्रकला, चम्मच गोली रेस, र्थी लेग रेस, 100 मीटर दौड़ एवं शारीरिक दिब्यांगता के तहत 100 मीटर दौड़ (वैशाखी/ट्राई साइकिल), 50 मीटर दौड़ (कैलिपर/स्क्रॉलिंग), रस्साकसी व रंगोली तथा मानसिक दिब्यांगता के तहत फैंसी ड्रेस, जलेबी दौड़, कुर्सी दौड़ व 100 मीटर दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी प्रखर उत्तम प्राचार्य डायट स्वराज भूषण त्रिपाठी जिला विद्यालय निरीक्षक जिला बेसिक शिक्षाधिकारी प्रकाश सिंह, जिला समन्वयक स्पेशल एजूकेटरी एवं फीजियो विकास पाण्डेय उपस्थित थे।

गाजियाबाद: एसएसपी ने इंस्‍पेक्‍टर को निलंबित किया
अश्वनी उपाध्याय           
गाजियाबाद। शहर में एक चौकी में तैनात खाकी वर्दी वाले को मुफ्त का खाना खाने का चस्‍का लगा था। उसने रेस्‍त्रां में करीब 2000 रुपए का खाने का ऑर्डर किया। रेस्‍त्रां वाले ने पेमेंट मांगा तो कहा, यह खाना मेरे घर जा रहा है। भुगतान के बदले होटल में आकर तीन-चार दिन बैठ जाऊंगा। इसके बाद भुगतान ले लेना। उसका यह आडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। गाजियाबाद पुलिस के एसएसपी ने आडियो की जांच कराई और तत्‍काल एक्‍शन लेते हुए सब इंस्‍पेक्‍टर को निलंबित कर दिया।
दिल्‍ली बॉर्डर के कौशांबी चौकी पर विनोद कुमार तैनात है।उसने मंगलवार रात एक रेस्‍त्रां पर खाने का आर्डर दिया। दाल मखनी, दाल तड़का, सात मिस्सी रोटी, मिक्स वेजिटेबल रोटी, दो पालक पनीर की सब्जी, चार रायता और दो शाही पनीर सब्जी व नौ तंदूरी रोटी घर पर भेजने को कहा। चौकी इंचार्ज ने कहा कि कल रात पत्‍नी की तबीयत खराब हो गई थी।
उन्हें देखने के लिए कुछ रिश्तेदार आ गए हैं, इसलिए ऑर्डर बड़ा है। रेस्‍त्रां मालिक द्वारा भुगतान मांगने पर उसने धमकी दी, मैं यहां का चौकी इंचार्ज हूं, दो-तीन दिन आकर रेस्तां पर बैठ जाऊंगा, फिर लेना भुगतान। इस तरह धमकी देकर भुगतान नहीं दिया और कहा कि ऑर्डर को एडजेस्ट कर लेना। यह उनके घर जा रहा है। किसी दूसरे के लिए नहीं कहते हैं, अगर पैसे देने पड़े तो उन्हें अच्छा नहीं होगा।
इसका आडियो वायरल हो गया। मामला एसएसपी पवन कुमार के पास पहुंचा। एसएसपी ने जांच कराई तो पता चला कि 2030 रुपये का खाना ऑर्डर किया गया था और चौकी इंचार्ज ने भुगतान से साफ इनकार कर दिया। एसएसपी का कहना है विनोद कुमार ने पद का दुरुपयोग किया है। इसी के चलते निलंबन की कार्रवाई करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।

भ्रष्टाचार: 30 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
विजय भाटी         गौतमबुद्ध नगर। सुपरटेक बिल्डर के ट्विन टॉवर गिराने की मियाद पूरी हो गई। लेकिन टॉवर जस का तस खड़ा है। सुपरटेक बिल्डर ने बड़ी चतुराई के साथ 30 नवंबर यानी मंगलवार को दो एजेंसियों के नाम देर शाम नोएडा प्राधिकरण को भेजे हैं और पत्र के माध्यम से नोएडा प्राधिकरण से अतिरिक्त साढ़े 6 महीने का वक्त मांगा है।
सुपरटेक ट्विन टॉवर जांच के बाद शासन के आदेश पर दर्ज हुई एफआईआर। एसआईटी की जांच के आधार पर 30 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
सुपरटेक बिल्डर ने अतिरिक्त वक्त टॉवर गिराने के लिए मांगा है। बता दें सुपरटेक ट्विन टॉवर मामले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने 4 सदस्य समिति का गठन किया। इस दौरान एसआईटी के चारों सदस्यों ने नोएडा अथॉरिटी में डेरा डाला और कई दिनों तक दस्तावेज खंगाले। दस्तावेज के आधार पर मुकदमा दर्ज कराया गया।

इस दौरान ट्विन टॉवर का ड्रोन सर्वे भी कराया गया। जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई। ट्विन टॉवर का स्थलीय निरीक्षण भी एसआईटी की टीम ने किया। शुरुआती जांच में दो अधिकारियों को निलंबित किया गया। एसआईटी ने नोएडा प्राधिकरण में साल 2004 से 14 के दौरान तैनात रहे अधिकारियों की कुंडली खंगाली और उसके आधार पर कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी है। उत्तर प्रदेश सरकार की 4 सदस्य समिति ने जांच की। जांच में यह सामने आया कि सुपरटेक बिल्डर के द्वारा नियमों की अनदेखी की गई। इसके अलावा नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने भी अनुचित आर्थिक लाभ दिया और बिल्डर सुपरटेक के कृत्यों को नजरअंदाज करते हुए बिल्डर को अवैधानिक निर्माण कार्य को जारी रखने में सहयोग किया है।

बता दें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और 120-बी धारा और धारा 166 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें एफआईआर में 4 सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारियों के नाम, सुपरटेक के निदेशक के भी शामिल है।

एमपी: 24 घंटे में कोरोना के 15 मामलें सामने आएं

एमपी: 24 घंटे में कोरोना के 15 मामलें सामने आएं      

मनोज सिंह ठाकुर            भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे के भीतर कोरोना के 15 नए केस सामने आए हैं। इनमें भोपाल में सबसे ज्यादा 8 पॉजिटिव शामिल हैं। लगातार छठवें दिन भोपाल में सर्वाधिक केस हैं। 6 दिन में मध्यप्रदेश में कुल 88 केस मिले। इनमें अकेले भोपाल के ही 54 मामले शामिल हैं। यानी 60% से ज्यादा केस भोपाल में ही मिल रहे हैं। इससे चिंता बढ़ गई है। दूसरे नंबर पर इंदौर है। यहां पर 6 दिन में 22 केस सामने आ चुके हैं। पिछले 24 घंटे के भीतर भोपाल में 8 केस मिले। वहीं, इंदौर में 3, ग्वालियर में 2, जबलपुर और शहडोल में 1-1 केस मिले हैं।

भोपाल कोरोना का बड़ा हॉटस्पॉट बन गया है। यहां हर दिन सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। 27 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच ही 54 केस मिल चुके हैं। इस कारण अब मास्क को लेकर सख्ती दिखाई जा रही है। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बिना मास्क के घूमने पर 500 रुपए तक जुर्माना लगाने को कहा है। सीएम शिवराज सिंह चौहान भी संक्रमितों के बढ़ते आंकड़ों पर चिंता जता चुके हैं। 

उत्तराखंड में 10 नए 'कोरोना' वायरस संक्रमित मिलें

देहरादून। 3 दिन से डरा रहे कोरोना के आंकड़े आज शुक्रवार को कुछ संयमित दिखे। आज प्रदेश में 10 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। जबकि पांच ने महामारी पर विजय प्राप्त करके घर वापसी की है। अब प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या 187 हो गई है। 

आज देहरादून में 6, नैनीताल जिले में 3 और चंपावत में एक कोरोना संक्रमित सामने आया। बाकी के किसी भी जिले कोरोना का कोई केस नहीं आया है। प्रदेश में इस समय चार कंटेन्मेंट जोन सक्रिए हैं। इनमें दो देहरादून में और नैनीताल और उधमसिंह नगर में एक-एक कंटेन्मेंट जोन शामिल हैं। 

हिमाचल: विद्यालय में 21 छात्र कोरोना पॉजिटिव मिलें

ऊना। हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर कोरोना ने अपना कहर शुरू कर दिया है। इस कड़ी में प्रदेश के जिला ऊना में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में 21 छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए है। जिससे पूरा स्कूल में हड़कंप मच गया हुआ है। हालांकि इसी स्कूल में इससे पहले नौ छात्रों के पॉजिटिव पाए जाने की पुष्टि हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी छात्रों को आइसोलेट कर दिया गया है और उनकी देखभाल के लिए स्कूल कैंपस में ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरी निगरानी की जा रही है। 

साथ ही कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर भी सरकार की तरफ से स्वास्थ्य विभाग को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इस वैरीएंट से जूझ रहे 11 देशों से भारत में आने वाले लोगों के एयरपोर्ट पर ही टेस्ट किए जाएंगे, जबकि नेगेटिव पाए जाने के बावजूद उन्हें 14 दिन के लिए आइसोलेट किया जाएगा। आठवें दिन ह्म्ह्ल-श्चष्ह्म् का उनका एक बार फिर से टेस्ट लिया जाएगा। वही इस वैरीअंट से बचने की भी लगातार एडवाइजरी जारी की जा रही है। 

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...