कोरोना: दिसंबर में अफ्रीका दौरे पर 'भारतीय' टीम
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। भारतीय टीम को इसी महीने (दिसंबर) में साउथ अफ्रीका दौरे पर जाना है। लेकिन कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने टेंशन बढ़ा दी है। दौरे के लिए अब तक भारतीय टीम घोषित नहीं की गई है। लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि यह दौरा अभी टला नहीं है। हमारे पास फैसला करने के लिए काफी समय बाकी है। गांगुली ने मंगलवार को कहा कि फिलहाल साउथ अफ्रीका दौरा तय समयानुसार ही होगा। कोरोना के नए वैरिएंट के सामने आने से जो स्थिति पैदा हुई है, उस पर हम पैनी नजर बनाए हुए हैं। गांगुली ने कहा कि अभी जो स्थिति बनी हुई है, उसके मुताबिक दौरा होने की पूरी संभावना है। हमारे पास फैसला करने के लिए अब भी काफी समय है। पहला टेस्ट 17 दिसंबर से होना है। हम इस पर विचार करेंगे।
वहीं, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट की मानें तो भारतीय बोर्ड अभी सरकार की हरी झंडी का इंतजार कर रहा है।इसके बाद ही फैसला होगा कि भारतीय टीम साउथ अफ्रीका जाएगी या नहीं। साथ ही इस दौरे को रिशेड्यूल भी किया जा सकता है। तीनों सीरीज के कुछ मैच कम किए जा सकते है।
फिर से हिंसा का दौर शुरू होने की आशंका: राष्ट्र
अखिलेश पांंडेय जेरूसलम। संयुक्त राष्ट्र के पश्चिम एशिया मामलों के दूत टोर वेनेसलैंड ने आगाह किया है कि अगर इजराइल और फलस्तीन के बीच विवाद के मुद्दों पर जल्द एवं निर्णायक फैसला नहीं लिया गया तो वहां ‘‘फिर से हिंसा का दौर शुरू होने’’ की आशंका है। वेनेसलैंड ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कहा है कि यह जरूरी है कि पक्षकार ‘‘जमीन पर स्थिति को संयमित करें’’, पूरे फलस्तीन में हिंसा कम करें, एकतरफा तरीके से इजराइली बस्तियों को बसाने से बचा जाए और इजराइल-फलस्तीन के बीच 11 दिनों के संघर्ष के बाद कायम संघर्ष विराम को मजबूत किया जाए।
उन्होंने वेस्ट बैंक में फलस्तीनी संस्थानों की स्थिरता को खतरा उत्पन्न करने वाले गंभीर वित्तीय और आर्थिक संकट से निपटने पर जोर दिया। हालांकि, वेनेसलैंड ने आगाह किया कि मौजूदा स्थिति से निपटने में संभव है कि तत्काल और पूर्ण आर्थिक पैकेज भी सहायक नहीं होगा।
3 और देशों के नागरिकों पर प्रतिबंध, घोषणा की
सुनील श्रीवास्तव कनाडा। कनाडा ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ को लेकर चिंताओं के बीच तीन और देशों के नागरिकों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। कनाडा उन सभी विदेशी नागरिकों पर प्रतिबंध लगा रहा है, जिन्होंने नाइजीरिया, मलावी और मिस्र में हाल ही में यात्रा की थी। कनाडा ने इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के सात देशों से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
कनाडा की मुख्य जन स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. थेरेसा टैम ने बताया कि कनाडा में ‘ओमीक्रोन’ के सभी मामले नाइजीरिया से आए हैं, जहां टीकाकरण की दर कम है। स्वास्थ्य मंत्री जीन यवेस डुक्लोस ने बताया कि अमेरिका के अलावा देश में विमान से आने वाले सभी यात्रियों को हवाई अड्डा पहुंचने पर कोविड-19 संबंधी जांच करानी होगी और जांच के नतीजे आने तक उन्हें पृथक-वास में रहना होगा।
ओंटारियो प्रांत में रविवार को ‘ओमीक्रोन’ का पहला मामला आया और क्यूबेक में सोमवार को इसका पहला मामला आया था। ब्रिटिश कोलंबिया और अल्बर्टा प्रांतों में भी इसके पहले मामलों की पुष्टि हुई है, इन संक्रमितों ने नाइजीरिया की यात्रा की थी। अल्बर्टा की मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डीना हिनशॉ ने बताया कि अल्बर्टा में संक्रमित पाया गया व्यक्ति नीदरलैंड से होकर गुजरा था और उसमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डुक्लोस ने बताया कि कनाडा के बाहर के यात्रियों को अब भी प्रस्थान से पूर्व कोविड-19 संबंधी जांच कराने की आवश्यकता है। जिसके लिए भुगतान यात्रियों को करना होगा। कनाडा सरकार, अमेरिका से कनाडा आने वाले हवाई यात्रियों के आगमन पर जांच के खर्च का भुगतान करेगी। टैम ने कहा कि नाइजीरिया और मिस्र से लोगों के आने के बाद कोविड-19 के मामले बढ़े हैं।