अपने आगामी शेड्यूल के लिए अभिनेत्री बिहार के जिला जहानाबाद में शूटिंग करने के लिए पहुंचीं। अक्षरा की यूपी बिहार में एक अच्छी खासी फैन फॉलोइंग हैं। जैसे ही अक्षरा बिहार पहुंचीं उनको देखने के लिए फैंस की भीड़ उमर पड़ी। सोशल मीडिया पर अक्षरा सिंह ने हाल ही में एक वीडियो साझा की, जिसे देखने के बाद ये साफ जाहिर है कि अक्षरा सिंह को चाहने वालों की कमी नहीं है। अक्षरा को देखने के लिए भारी मात्रा में भीड़ उमर पड़ी है।
मंगलवार, 30 नवंबर 2021
‘सबका बाप अंगूठा छाप’ की शूटिंग में व्यस्त अक्षरा
अपने आगामी शेड्यूल के लिए अभिनेत्री बिहार के जिला जहानाबाद में शूटिंग करने के लिए पहुंचीं। अक्षरा की यूपी बिहार में एक अच्छी खासी फैन फॉलोइंग हैं। जैसे ही अक्षरा बिहार पहुंचीं उनको देखने के लिए फैंस की भीड़ उमर पड़ी। सोशल मीडिया पर अक्षरा सिंह ने हाल ही में एक वीडियो साझा की, जिसे देखने के बाद ये साफ जाहिर है कि अक्षरा सिंह को चाहने वालों की कमी नहीं है। अक्षरा को देखने के लिए भारी मात्रा में भीड़ उमर पड़ी है।
3 दिसंबर को इनफिनिटी फोरम का उद्घाटन: पीएम
3 दिसंबर को इनफिनिटी फोरम का उद्घाटन: पीएम
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी 3 दिसंबर, 2021 को सुबह 10 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से फिनटेक पर एक विचारशील नेतृत्व फोरम, इनफिनिटी फोरम का उद्घाटन करेंगे। यह आयोजन 3 और 4 दिसंबर, 2021 को गिफ्ट सिटी और ब्लूमबर्ग के सहयोग से भारत सरकार के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और यूके पहले भागीदार देश हैं। फोरम नीति, व्यापार और प्रौद्योगिकी में दुनिया के अग्रणी देशों को एक साथ लाएगा और चर्चा करेगा कि कैसे समावेशी विकास और बड़े पैमाने पर मानवता की सेवा के लिए फिनटेक उद्योग द्वारा प्रौद्योगिकी और नवाचार का लाभ उठाया जा सकता है।
फोरम का एजेंडा ‘बियॉन्ड’ की थीम पर केंद्रित होगा; वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक स्टैक के विकास में भौगोलिक सीमाओं से परे सरकारों और व्यवसायों के साथ सीमाओं से परे फिनटेक सहित विभिन्न उप विषयों के साथ; वित्त से परे फिनटेक, सतत विकास को चलाने के लिए स्पेसटेक, ग्रीनटेक और एग्रीटेक जैसे उभरते क्षेत्रों के साथ अभिसरण करके; और फिनटेक बियॉन्ड नेक्स्ट, इस पर ध्यान देने के साथ कि क्वांटम कंप्यूटिंग भविष्य में फिनटेक उद्योग की प्रकृति को कैसे प्रभावित कर सकती है और नए अवसरों को बढ़ावा दे सकती है।
फोरम में 70 से अधिक देशों की भागीदारी होगी। फोरम में मुख्य वक्ताओं में मलेशिया के वित्त मंत्री टेंगकू श्री जफरुल अजीज, इंडोनेशिया के वित्त मंत्री सुश्री मुलयानी इंद्रावती, रचनात्मक अर्थव्यवस्था इंडोनेशिया के मंत्री श्री सैंडियागा एस ऊनो, रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और एमडी श्री मुकेश अंबानी, अध्यक्ष और सीईओ शामिल हैं। सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प श्री मासायोशी सोन, अध्यक्ष और सीईओ, आईबीएम कॉर्पोरेशन श्री अरविंद कृष्णा, एमडी और सीईओ कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड श्री उदय कोटक, अन्य। नीति आयोग, इन्वेस्ट इंडिया, फिक्की और नैसकॉम इस साल के फोरम के कुछ प्रमुख भागीदार हैं।
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण, जिसका मुख्यालय गिफ्ट सिटी, गांधीनगर गुजरात में है, को अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण अधिनियम, 2019 के तहत स्थापित किया गया है। यह वित्तीय उत्पादों, वित्तीय सेवाओं के विकास और विनियमन के लिए एक एकीकृत प्राधिकरण के रूप में काम करता है। भारत में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र में वित्तीय संस्थान। वर्तमान में, गिफ्ट आईएफएससी भारत में पहला अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र है।
वरिष्ठ नेता चिदंबरम ने सरकार पर साधा निशाना
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को संसद में बिना चर्चा के पारित किए जाने को लेकर मंगलवार को सरकार पर निशाना साधा और यह कहते हुए कटाक्ष किया कि ‘चर्चा रहित’ संसदीय लोकतंत्र जिंदाबाद है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘चर्चा से इनकार करने का कृषि मंत्री का तर्क समझ से परे है। उन्होंने कहा कि सरकार और विपक्ष सहमत होते हैं तो चर्चा की जरूरत नहीं होती है।’’ पूर्व गृह मंत्री ने कटाक्ष किया, ‘‘चर्चा रहित संसदीय लोकतंत्र जिंदाबाद। पिछले करीब एक वर्ष से विवादों में घिरे और किसानों के आंदोलन का प्रमुख कारण बने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी इस विधेयक को बिना चर्चा के, संसद के दोनों सदनों में सोमवार को पारित कर दिया गया। इस विधेयक को बिना चर्चा के पारित किया जाने का कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने भारी विरोध किया। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद इन कानूनों को निरस्त करने पर औपचारिक मुहर लग जाएगी।
विपक्षी दलों का हंगामा, कार्यवाही स्थगित की
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद अपराह्न 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी सदस्य केंद्र के तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को बिना चर्चा के पारित कराने का मुद्दा उठा रहे थे।
आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष ओम बिरला ने हाल में हुए उपचुनाव में दादरा नगर हवेली एवं दमन दीव से निर्वाचित सदस्य कलाबेन डेलकर से सदन की सदस्यता लेने का आग्रह किया। इसके बाद, अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने को कहा, वैसे ही विपक्षी सदस्य अपनी बात रखते हुए शोर-शराबा करने लगे। प्रश्नकाल में भाजपा सदस्य पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल ने देशी गौवंश से संबंधित प्रश्न पूछा और कहा कि विपक्ष किसानों से बात से नहीं करने दे रहा। वहीं, विपक्ष सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने की अपील करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि यह प्रश्नकाल है, इसमें इतने महत्वपूर्ण सवाल हैं, ऐसे में ‘‘आप प्रश्न पूछिए’’।
उन्होंने कहा कि आप यहां चर्चा करने के लिये आए हैं। चर्चा करें तथा अच्छा वातावरण बनाये रखें।’’ बिरला ने शोर-शराबा कर रहे कुछ सदस्यों से कहा, ‘‘आप सदन में आंध्र प्रदेश पुनर्गठन से जुड़ा मुद्दा उठाते हैं और अब इस पर सवाल आ रहा है, ऐसे में सवाल पूछें। इस बीच, विपक्षी सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा। व्यवस्था बनते नहीं देख अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद 2 बजे तक के लिये स्थगित कर दी। गौरतलब है कि संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा में विपक्षी दलों ने किसानों के मुद्दे पर शोर-शराबा किया था। सदन में हंगामे के बीच ही तीन विवादित कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी कृषि विधि निरसन विधेयक 2021 को बिना चर्चा के मंजूरी प्रदान कर दी गई थी।
'एमएसपी' कानून बनने की प्रक्रिया, मांग की
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। कृषि कानून वापस हो चुका है। लेकिन अभी भी किसान आंदोलन स्थल से वापस नहीं गए हैं। अब तक संगठनों ने यह निर्णय लिया है कि एमएसपी कानून बनने की प्रक्रिया में समय लगेगा। इसलिए सरकार को एक समय सीमा देकर वापस लौट जाना चाहिए। अब इस प्रस्ताव पर बुधवार को 40 नेताओं की बैठक होगी। यह नेता सरकार के साथ बातचीत में शामिल भी थे।
कृषि कानूनों की वापसी के बाद आंदोलन खत्म करने या घर वापस लौटने को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की 5 मांगों हैं। किसानों के अनुसार एमएसपी कानून, आंदोलन के दौरान मृत किसानों के परिवारों को मुआवजा, मुकदमा वापसी पराली जलाने के मुद्दे और गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी की मांग को सरकार के सामने पेश करेंगे।
सांसदों के निलंबन को असंवैधानिक करार दिया
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। कांग्रेस समेत 16 राजनीतिक दलों के नेताओं ने राज्यसभा के 12 विपक्षी सदस्यों को संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए जाने के मुद्दे को लेकर मंगलवार को उच्च सदन के सभापति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की और इन सदस्यों का निलंबन रद्द करने का आग्रह किया।
इससे पहले, इन नेताओं ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन स्थित कक्ष में बैठक की और निलंबन रद्द किए जाने पर जोर दिया। विपक्षी दलों के नेताओं ने सांसदों के निलंबन को असंवैधानिक करार दिया और जोर देकर कहा कि इनका निलंबन रद्द किया जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि विपक्षी नेताओं की बैठक में तृणमूल कांग्रेस शामिल नहीं हुई, जबकि निलंबित सांसदों में उसके भी दो सांसद शामिल हैं। पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस की अगुवाई में हुई विपक्ष की किसी भी पहल से तृणमूल कांग्रेस दूरी बनाती नजर आई है।
आज की बैठक में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, मुख्य सचेतक के. सुरेश, राज्यसभा में कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा और मुख्य सचेतक जयराम रमेश शामिल हुए। बैठक में द्रमुक के टीआर बालू, शिवसेना के विनायक राउत एवं प्रियंका चतुर्वेदी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, आम आदमी पार्टी, माकपा, भाकपा और कई अन्य दलों के नेता भी शामिल हुए।
कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदनों में भी इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की और सदन से वाकआउट किया। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि इस सरकार ने जो रास्ता अपनाया है, उसका हमने विरोध किया है। सदन का सदस्य होने के नाते यह जरूरी है कि हमें अपनी बात रखने का मौका मिले। लेकिन सरकार निलंबन के जरिये विपक्ष को डराना चाहती है, जुबान बंद करना चाहती है।’
उन्होंने कहा कि राज्यसभा में जो हुआ है उसका विरोध करते हुए हमने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में सदन से वाकआउट किया। यह मामला राज्यसभा का है, लेकिन दूसरे सदन के सदस्यों के साथ जो हुआ है उसके विरोध में हमने यह कदम उठाया है।’’ कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने 12 सांसदों के निलंबन के मुद्दे को लेकर संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया और सरकार पर तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप भी लगाया। संसद के सोमवार को आरंभ हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले मॉनसून सत्र के दौरान अशोभनीय आचरण करने की वजह से, वर्तमान सत्र की शेष अवधि तक के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया।
उच्च सदन में उपसभापति हरिवंश की अनुमति से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कल इस सिलसिले में एक प्रस्ताव रखा, जिसे विपक्षी दलों के हंगामे के बीच सदन ने मंजूरी दे दी। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।
विधानसभा परिसर में गोली-गलौज हुईं: राजनीति
अविनाश श्रीवास्तव पटना। विधानसभा के अंदर कई बार सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक आपने देखी होगी। लेकिन आज विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के पहले बीजेपी और आरजेडी विधायक के बीच सदन के बाहर परिसर में जो कुछ हुआ वह वाकई राजनीति को शर्मसार करता है। आरजेडी और बीजेपी के विधायक के बीच विधानसभा परिसर में जमकर गाली-गलौज हुई। दरअसल, आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र और बीजेपी विधायक संजय सरावगी के बीच गाली गलौज उस वक्त हो गई, जब सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले वह मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
किसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हुई और फिर जो कुछ हुआ वह आज के पहले बिहार विधानसभा परिसर में शायद ही कभी हुआ हो। आरजेडी विधायक ने तो बीजेपी विधायक को यहां तक कह डाला कि संभलकर रहो वरना यही पटक कर ठीक कर देंगे।बीजेपी विधायक संजय सरावगी भी कहां मानने वाले थे। उन्होंने आरजेडी विधायक को होश में रहने के लिए कह डाला। दोनों के बीच हाथापाई की नौबत आ चुकी थी। लेकिन वहां मौजूद मीडिया कर्मियों ने समझदारी दिखाते हुए बीच-बचाव किया। किसी तरह दोनों विधायकों को अलग किया गया। लेकिन थोड़ी देर के लिए विधानसभा परिसर में जो कुछ हुआ, उससे हर कोई सन्न रह गया।
निलंबन रद्द करने के प्रस्ताव पर विचार करेंगीं सरकार
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए राज्यसभा के 12 विपक्षी सदस्यों को ‘दुर्व्यवहार’ के लिए उच्च सदन के भीतर माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ये सदस्य सभापति और सदन से माफी मांग लेते हैं तो फिर सरकार उनके (निलंबन रद्द करने के) प्रस्ताव पर संकरात्मक रूप से विचार करने के लिए तैयार है। जोशी ने ट्वीट किया, ‘‘ विपक्ष के लोग बार-बार सुषमा स्वराज और अरुण जेटली जी के एक बयान का उल्लेख करते हैं कि व्यवधान भी लोकतंत्र का हिस्सा है। लेकिन मेज पर चढ़ना और सुरक्षा में लगे लोगों को मारना, असहनीय है। इसे माफ नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए सरकार को मजबूरी में निलंबन का यह प्रस्ताव सदन के सामने रखना पड़ा। लेकिन यदि ये 12 सांसद अभी भी अपने दुर्व्यवहार के लिए सभापति और सदन से माफी मांग लें, तो सरकार भी उनके प्रस्ताव पर खुले दिल से सकारात्मक रूप से विचार करने को तैयार है।’’ संसद के सोमवार को आरंभ हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले मॉनसून सत्र के दौरान ‘‘अशोभनीय आचरण’’ करने की वजह से, वर्तमान सत्र की शेष अवधि तक के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया।
उच्च सदन में उपसभापति हरिवंश की अनुमति से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कल इस सिलसिले में एक प्रस्ताव रखा, जिसे विपक्षी दलों के हंगामे के बीच सदन ने मंजूरी दे दी। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।
लगातार दूसरा शतक, 9 रन से चूकें आबिद: खेल
लगातार दूसरा शतक, 9 रन से चूकें आबिद: खेल
नई दिल्ली/ इस्लामाबाद। सलामी बल्लेबाज आबिद अली लगातार दूसरा शतक, नौ रन से चूक गए। लेकिन पाकिस्तान ने 202 रन के लक्ष्य का आसानी से पीछा करते हुए बांग्लादेश को पहले क्रिकेट टेस्ट में आठ विकेट से हरा दिया। आबिद और अब्दुल्लाह शफीक ने पहले विकेट के लिये 151 रन जोड़े। यह मैच में उनकी लगातार दूसरी शतकीय साझेदारी थी जिससे पाकिस्तान को मजबूत शुरूआत मिली। पहली पारी में 133 रन बनाने वाले आबिद ने 148 गेंद में 91 रन बनाये।
अपने कल के स्कोर बिना किसी नुकसान के 109 रन से आगे खेलते हुए पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाजों को कोई परेशानी नहीं हुई। आफ स्पिनर मेहिदी हसन ने शफीक को पगबाधा आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। शफीक ने 73 रन बनाये। इसके सात ओवर बाद बायें हाथ के स्पिनर तैजुल इस्लाम ने आबिद को पगबाधा आउट किया। पाकिस्तान का स्कोर इस समय दो विकेट पर 171 रन था।
आंखों के लिए फायदेमंद: पत्ता गोभी का नियमित सेवन करने से शरीर में बीटा कैरोटीन बढ़ जाता है, जो आंखों के लिए काफी फायदेमंद होता है। इससे आंखें अच्छी रहती हैं और मोतियाबिंद का खतरा भी काफी कम हो जाता है।
इम्यूनिटी बूस्ट करने में है सहायक: विटामिन-सी से भरपूर होने के कारण पत्ता गोभी इम्यूनिटी ढ़ाने में सहायक होता है। इसमें मौजूद विटामिन सी उन रेडिकल्स को बाहर निकालते हैं, जो आपको किसी भी बीमारी का शिकार बना सकते हैं।
मज़बूत बनती हैं मांसपेशियां: इस सब्जी में लैक्टिक एसिड काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में सहायक होता है।
दुनियाभर में तनाव का माहौल पैदा किया: बाइडन
लियोनेल को ‘फीफा बलोन ओ डोर’ पुरुस्कार मिला
अखिलेश पांडेय पेरिस। लियोनेल मेस्सी को रिकॉर्ड सातवीं बार फीफा के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर का ‘फीफा बलोन ओ डोर’ पुरुस्कार मिला। जिन्होंने बार्सीलोना के साथ आखिरी सत्र में शानदार प्रदर्शन किया और अर्जेंटीना के साथ पहला अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता। 34 वर्ष के मेस्सी के शानदार प्रदर्शन के दम पर अर्जेटीना ने जुलाई में कोपा अमेरिका खिताब जीता। मेस्सी ने पुरस्कार जीतने के बाद अनुवादक की मदद से कहा, मैं बहुत खुश हूं। नये खिताबों के लिये लड़ते रहना अच्छा लगता है।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ पता नहीं अभी कितने साल बाकी है लेकिन उम्मीद है कि काफी समय है। मैं बार्सीलोना और अर्जेंटीना में सभी साथी खिलाड़ियों को धन्यवाद देना चाहता हूं।’’ मेस्सी के 613 अंक रहे जबकि पोलैंड के स्ट्राइकर राबर्ट लेवांडोवस्की 580 अंक लेकर दूसरे स्थान पर रहे। वहीं महिला वर्ग में अलेक्सिया पुतेलास ने बार्सीलोना और स्पेन के लिये अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर पुरस्कार जीता।
कई देशों को तकनीकी ज्ञापन जारी: डब्ल्यूएचओ
सुनील श्रीवास्तव जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को आगाह किया कि प्रारंभिक साक्ष्यों के आधार पर कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन से वैश्विक जोखिम बहुत ज्यादा दिख रहा है। उसने कहा कि रूप परिवर्तित कर चुके वायरस से ‘‘गंभीर परिणामों’’ के साथ मामलों में वृद्धि हो सकती है। संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी के इस आकलन में सदस्य देशों को एक तकनीकी ज्ञापन जारी किया गया है। जो नये स्वरूप के बारे में डब्ल्यूएचओ की सबसे मजबूत, सबसे स्पष्ट चेतावनी है। इस स्वरूप की पहचान कुछ दिन पहले दक्षिण अफ्रीका में अनुसंधानकर्ताओं ने की थी। यह चेतावनी दुनियाभर के कई देशों द्वारा स्वरूप की जानकारी देने और यात्रा प्रतिबंधों के रूप में कार्रवाई किए जाने के बीच आई है, साथ ही वैज्ञानिक यह पता लगाने की कोशिश में जुटे हैं कि परिवर्तित स्वरूप कितना खतरनाक हो सकता है।
गौरतलब है कि जापान ने घोषणा की है कि वह सभी विदेशी आगंतुकों के प्रवेश पर रोक लगा रहा है, वहीं इज़राइल ने भी यही फैसला किया है। मोरक्को ने देश आने वाली सभी उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया। अमेरिका और यूरोपीय संघ के सदस्यों सहित अन्य देशों ने भी, दक्षिणी अफ्रीका से आने वाले यात्रियों को प्रतिबंधित किया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ओमीक्रोन के बारे में “काफी अनिश्चितताएं” हैं। लेकिन उसने कहा कि प्रारंभिक साक्ष्य इस आशंका को बढ़ाते हैं कि स्वरूप में जो परिवर्तन हैं वह इसे प्रतिरक्षा-प्रणाली की प्रतिक्रिया से बचने और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने की क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
उसने कहा, ‘‘ इन लक्षणों के आधार पर, भविष्य में कोविड-19 के मामले बढ़ सकते हैं जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। यह कई कारकों पर निर्भर होगा जिसमें यह भी शामिल है कि मामले किस जगह पर बढ़ रहे हैं। आकलन में समग्र वैश्विक जोखिम, बहुत अधिक बताया जाता है।’’ डब्ल्यूएचओ ने जोर दिया कि जब तक वैज्ञानिक इस स्वरूप को बेहतर ढंग से समझने के लिए सबूत तलाश रहे हैं, तब तक देशों को जितनी जल्दी हो सके टीकाकरण में तेजी लानी चाहिए।
दिल्ली: 9.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा तापमान
प्लैटफॉर्म 'अमेज़न' ने डेली ऐप क्विज़ शुरू की
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। इस समय लोगों का काफी समय घर पर बीत रहा है। घर पर बैठकर रुपये जीतने का मौका कौन छोड़ना चाहेगा। इस मौके का फायदा उठाते हुए ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म अमेज़न ने डेली ऐप क्विज़ शुरू की है। क्विज़ में सामान्य ज्ञान पांच सवाल के उत्तर देने होते हैं। ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म क्विज़ खेल कर पे बैलेंस पर 20,000 रुपये जीत सकते हैं। ये डेली क्विज़ हर दिन सुबह 8 बजे से रात 12 बजे तक खेली जा सकती है। अगर आपके फोन में अमेजन एप नहीं है तो क्विज़ खेलने के लिए सबसे पहले आपको इसे डाउनलोड करना होगा। डाउनलोड और इंस्टॉल करने के बाद आपको ये साइन इन करना होगा।
इसके बाद ऐप ओपन करें और होम स्क्रीन को नीचे की ओर स्क्रॉल करें। सबसे नीचे आपको ‘अमेजन क्विज’ का बैनर मिलेगा। वहां क्विज के पांच सवाल दिए होंगे। इन सवालों के उत्तर देकर 20 हजार रुपये जीत सकते हैं।
भारत: संक्रमितों की संख्या-3,45,87,822 हुईं
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 6,990 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,45,87,822 हो गई। पिछले 551 दिन में सामने आए ये सबसे कम दैनिक मामले हैं। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,00,543 हो गई, जो 546 दिन में सबसे कम है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार की सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 190 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,68,980 हो गई। देश में लगातार 53 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 20 हजार से कम हैं और 155 दिन से 50 हजार से कम दैनिक मामले सामने आ रहे हैं। उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,00,543 हो गयी है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.29 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 3,316 की कमी दर्ज की गयी है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.35 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है।
आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.69 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 57 दिन से दो प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 0.84 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 16 दिन से एक प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,40,18,299 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 123.25 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में जिन 190 लोगों की संक्रमण से मौत हुई, उनमें से केरल के 117 और महाराष्ट्र के 21 लोग थे। केरल सरकार ने सोमवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि राज्य में मौत के 117 मामलों में से 59 पिछले कुछ दिनों में सामने आए। वहीं, मौत के 58 मामलों को केन्द्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशा-निर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक संक्रमण से 4,68,980 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,40,962 लोग, केरल के 39,955 लोग, कर्नाटक के 38,203 लोग, तमिलनाडु के 36,472 लोग, दिल्ली के 25,098 लोग, उत्तर प्रदेश के 22,910 लोग और पश्चिम बंगाल के 19,473 लोग थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।
12 सदस्यों के निलंबन की प्रक्रिया, सवाल उठाया
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्षी दलों के 12 सदस्यों के निलंबन की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए विपक्षी दलों ने मंगलवार को राज्यसभा में हंगामा किया और फिर सदन से बहिर्गमन किया। शून्यकाल में सदस्यों के निलंबन का मामला उठाते हुए विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 12 सदस्यों के निलंबन की प्रक्रिया में नियमों और परंपराओं का उल्लंघन किया गया।
उन्होंने कहा कि जब संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी निलंबन का प्रस्ताव रख रहे थे उस समय उन्होंने व्यवस्था का प्रश्न उठाया था लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा, ‘‘व्यवस्था का प्रश्न उठाने वाले सदस्य को अनुमति दिए जाने का नियम है। लेकिन मुझे इसकी अनुमति नहीं दी गई। यह संसदीय परंपरा के खिलाफ है।’’ उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि पिछले मानसून सत्र में हुई घटना के लिए सदस्यों को शीतकालीन सत्र में निलंबित किया गया है।
हालांकि सभापति ने कहा कि राज्यसभा की बैठक निरंतर चलती है। उन्होंने कहा कि सदन और सभापति ऐसे मामलों में कार्रवाई के लिए अधिकृत हैं और इसी के तहत सदन ने सोमवार को सदस्यों को निलंबित करने का फैसला किया। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने हंगामा आरंभ कर दिया और नारेबाजी शुरु कर दी। सभापति ने सदस्यों से ऐसा न करने के लिए कहा लेकिन उनकी अपील बेअसर रही। हंगामे के बीच ही कुछ सदस्यों ने तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश सहित दक्षिण के कुछ राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ से हुए नुकासान का मुद्दा उठाया।
इसके बाद कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए। थोड़ी देर बाद तृणमूल कांग्रेस के सदस्य भी सदन से बाहर चले गए। संसद के सोमवार को आरंभ हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले मॉनसून सत्र के दौरान ‘‘अशोभनीय आचरण’’ करने के लिए, वर्तमान सत्र की शेष अवधि तक के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। उपसभापति हरिवंश की अनुमति से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस सिलसिले में एक प्रस्ताव रखा, जिसे विपक्षी दलों के हंगामे के बीच सदन ने मंजूरी दे दी।
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया
'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया कविता गर्ग मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...
-
80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...
3 हवाई अड्डों पर 'हेल्पडेस्क' स्थापित, आदेश
दुष्यंत टीकम रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने सोमवार को राज्य के तीन हवाई अड्डों पर ‘हेल्प डेस्क’ स्थापित करने का आदेश दिया, ताकि कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के मद्देनजर विदेश से आने वाले यात्रियों की प्रभावी जांच की जा सके। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में यह भी निर्देश दिया है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोविड-19 के नये संस्करण से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के वास्ते जारी किये गये नए दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए।
पत्र में सूचित किया गया है कि नए दिशानिर्देशों में ‘जोखिम वाले’ देशों से भारत आने वाले यात्रियों की प्रभावी निगरानी और स्क्रीनिंग पर जोर दिया गया है। अधिकारी ने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने संबंधित जिलाधिकारियों को विदेश से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए रायपुर, बिलासपुर और जगदलपुर नाम के तीन हवाई अड्डों पर हेल्प डेस्क स्थापित करने का निर्देश दिया है।’