शुक्रवार, 26 नवंबर 2021

एक्ट्रेस उर्फी ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया

एक्ट्रेस उर्फी ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया 
कविता गर्ग     
मुबंई। बिग बॉस ओटीटी' में नजर आईं एक्ट्रेस उर्फी जावेद  हमेशा ही किसी न किसी वजह से चर्चा में रहती हैं। उर्फी इंस्टाग्राम पर भी खूब एक्टिव रहती हैं और अक्सर अपने फोटोज वीडियोज शेयर करती हैं, जो चर्चा में आ जाते हैं। इस बीच उर्फी ने पलक तिवारी  और हार्डी संधू के गाने 'बिजली बिजली' पर अपनी अदाएं दिखाई हैं। उर्फी जावेद ने हाल ही में एक वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया है। वीडियो में उर्फी जावेद, बिजली बिजली गाने पर अपनी अदाएं दिखा रही हैं। उर्फी का ये वीडियो भी तेजी के साथ चर्चा में आ गया है। 
उर्फी के इस वीडियो को एक ओर जहां फैन्स पसंद कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग ट्रोल भी कर रहे हैं। उर्फी के इस वीडियो को 2 घंटे में करीब एक लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है।  उर्फी के ड्रेस को लेकर कुछ उन्हें ट्रोल कर रहे हैं और कह रहे हैं कि कपड़े और टेलर का खर्चा बच जाता है तो वहीं कुछ उनकी इस क्रिएटिविटी को भी काफी पसंद कर रहे हैं। याद दिला दें कि इससे कुछ वक्त पहले ही बॉलीवुड सॉन्ग 'कलियों का चमन' पर उर्फी, अपना जलवा बिखेरती दिखी थीं। बता दें उर्फी अपने बयानों और खुलासों को लेकर भी चर्चा में रहती हैं। कुछ वक्त पहले ई टाइम्स से उर्फी ने बातचीत में कहा था कि पहले दिन की शूटिंग के बाद जब उन्हें अश्लील दृश्य करने के लिए मजबूर किया गया, तो उनके मन में आत्महत्या के विचार आए। ऐसे में उर्फी ने अगले दिन शूटिंग पर जाने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद निर्माता ने उन्हें धमकी दी थी और 40 लाख रुपये की मांग की थी।
गौरतलब है कि लखनऊ की रहने वालीं उर्फी जावेद ने साल 2016 में सोनी टीवी के शो 'बड़े भैया की दुल्‍हनिया' में अवनि पंत के किरदार से एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। वहीं इसके बाद साल 2016-17 में उर्फी ने स्टार प्लस के शो चंद्र नंदनी में छाया का किरदार निभाया। वहीं मेरी दुर्गा में आरती के किरदार से भी उर्फी ने दर्शकों का दिल जीता। उर्फी की लिस्ट में 'सात फेरों की हेरा फेरी', 'बेपनाह', 'जीजी मां', 'डायन', 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' और 'कसौटी जिंदगी' की शुमार है।

मुंबई: अपनी निजी जिंदगी को लेकर चर्चा में प्रियंका

कविता गर्ग          मुबंई। बॉलीवुड की देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा निक जोनस से शादी के बाद लगातार अपनी निजी जिंदगी को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं। अक्सर दोनों की खूबसूरत तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होती हैं जो फैंस को काफी पसंद आती हैं। हालांकि पिछले दो दिनों में प्रियंका और निक के तलाक की खबरें सोशल मीडिया पर फैल गईं। दरअसल प्रियंका चोपड़ा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से जोनस सरनेम हटा दिया जिसके बाद से यूजर्स के बीच यह चर्चा छिड़ गई कि प्रियंका और निक जल्द ही तलाक लेने वाले हैं। हालांकि अभिनेत्री और उनकी मां प्रियंका चोपड़ा दोनों ने ही इस बात से साफ इनकार किया है। यहां तक कि उनके दोस्तों ने भी बताया कि निक और प्रियंका अपनी शादी में बेहद खुश हैं। इन्हीं खबरों के बीच प्रियंका नेटफ्लिक्स के जोनस ब्रदर्स फैमिली रोस्ट में नजर आईं। इस दौरान प्रियंका ने कई दिलचस्प बातों का खुलासा किया जिसमें उनकी शादी भी शामिल है।

प्रियंका चोपड़ा ने बताया कि जब उन्होंने निक से शादी की थी तो हर किसी को हैरानी हुई थी और कई लोगों को यह भी लगा था कि यह पब्लिसिटी स्टंट हैं। प्रियंका ने कहा कि उन्हें यह नहीं पता था कि निक कितने मशहूर हैं। वह निक को केविन के छोटे भाई के रूप में जानती थीं। हालांकि जब मेट गाला के दौरान दोनों की मुलाकात हुई तो तुरंत ही उन्हें अपने बीच केमेस्ट्री दिखी जिसके बाद उन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया। प्रियंका ने कई बार इंटरव्यू में खुलासा किया है कि निक के अलावा वह किसी और से शादी नहीं करना चाहती थीं। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि दुनिया में सिर्फ एक और ऐसा शख्स है जो निक से उन्हें चुरा सकता है। प्रियंका की मानें तो हॉलीवुड के सुपरगॉड थॉर यानि क्रिस हेम्सवर्थ उन्हें निक से चुरा सकते हैं।

वहीं क्रिस हेम्सवर्थ एल्सा से शादी कर चुके हैं और उनकी शादी भी काफी सफल और खूबसूरत मानी जाती है। हालांकि क्रिस हेम्सवर्थ को लेकर जिस तरह लड़कियों के बीच क्रेज देखने को मिलता है उससे प्रियंका की बातें गलत नहीं लगती हैं। फिल्म थॉर में थॉर का किरदार निभाने वाले क्रिस हेम्सवर्थ ने अपने अभिनय और गुड लुक्स से हर किसी को दीवाना बनाया है। प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस ने साल 2018 में राजस्थान के जोधपुर में शाही अंदाज में शादी रचाई थी। इस दौरान दोनों हिंदू और ईसाई रीति-रिवाज के अनुसार एक होते हुए नजर आए थे। उनकी शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हुई थी।

भारत के कप्तान ने बल्लेबाजी का फैसला किया

भारत के कप्तान ने बल्लेबाजी का फैसला किया

नई दिल्ली/ वेलिंग्टन। भारत और न्यूजीलैंड के बीच दो मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट में कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेला जा रहा है। मैच के पहले दिन भारत के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और दिन का खेल समाप्त होने तक 4 विकेट के नुकसान पर 258 रन का स्कोर खड़ा किया। खराब रोशनी के कारण दिन में केवल 84 ओवर का खेल हो सका। अपना टेस्ट खेल रहे श्रेयस अय्यर 75 और रवींद्र जडेजा 50 रन बनाकर नाबाद हैं। दोनों के बीच पांचवें विकेट के लिए 208 गेंद में 113 की साझेदारी हो चुकी है।

कानपुर टेस्ट के दूसरे दिन 4 विकेट पर 258 रन से आगे खेलने उतरी टीम इंडिया पहले सत्र में लंच तक 8 विकेट खोकर 339 रन बना सकी। श्रेयस अय्यर डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ने में सफल रहे। उन्होंने 105 रन बनाए। टिम साउदी ने शानदार गेंदबाजी करते हुए भारतीय बल्लेबाजों को नई गेंद के साथ परेशान किया और चारों विकेट अपने नाम किए। उन्होंने दूसरे दिन 11 ओवर में 26 रन देकर 4 विकेट झटके और 13वीं बार टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में 5 विकेट हासिल किए।


हरी सब्जियों का सेवन, जानिएं फायदे
मो. रियाज          सब्जियों के सेवन से अनेकों लाभ मिलते हैं। इसके जूस के सेवन से अनेकों बीमारियां दूर होती जाती हैं। हम में से बहुत लोगों को हरी सब्जियों का सेवन करना अच्छा नहीं लगता है। इसलिए इसके जूस को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। आपको बताते चलीं कि सब्जियों के जूस का सेवन यदि आप तरोज करते हैं तो इससे अनेकों बीमारियां दूर होती जाती हैं। वेजिटेबल जूस में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम, मिनरल, फाइबर व विटामिन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके रोजाना सेवन से शरीर में से ढेरों बीमारियां दूर होती जाती हैं। इसलिए जानते हैं इन वेजटेबल्स जूस के बारे में जिनके सेवन से शरीर को ढेरों लाभ मिल सकते हैं।
करेले का जूस:  करेले का जूस डायबिटीज को ठीक करता है और साथ में बॉडी में जमी चर्बी को भी बाहर निकालता है। यदि आपको यह जूस पीने में कडुआ लग रहा है तो आप इसमें नींबू का रस मिला सकते हैं। शुगर के पेशेंट्स को करेले का जूस बहुत ही ज्यादा फायदा पहुंचाने का काम करता है। इसके रोजाना सेवन से शुगर जैसी बीमारी कंट्रोल में रहती है। वहीं वजन की कम करने में भी इसका बहुत बड़ा रोल होता है। आप करेले के जूस का यदि खाली पेट सेवन करते हैं तो इससे शरीर को ढेरों फायदे मिलते हैं। इसलिए करेले के जूस का सेवन आपको रोजाना अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
पालक का जूस: पालक के जूस के सेवन से एक नहीं अनेकों लाभ मिलते हैं। पालक के जूस में प्रोटीन, कैल्शियम, मिनरल्स आदि चीजें भरपूर मात्रा में पाई जाती हैं। वहीं यदि आप पालक को अपनी रोजाना कि डाइट में शामिल करते हैं तो इससे ग्रोथ भी बहुत अच्छी होती जाती है। इसलिए पालक को अपने रोजाना के डाइट में जरूर शामिल करें ताकि इससे सेहत को अनेकों लाभ मिलें और आप तंदुरस्त भी रहे। पालक के जूस को यदि आप अपने रोजाना की डाइट में शामिल करते हैं तो इससे न सिर्फ आपकी त्वचा अच्छी हो जाएगी बल्कि साथ ही साथ अनेकों बीमारियां भी दूर रहेंगी।
गाजर और चुकंदर का जूस:  गाजर और चुकंदर ये दोनों ही सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा लाभदायक होते हैं। यदि इन दोनों चीजों का साथ में सेवन करते हैं तो इससे सेहत को ढेरों लाभ मिलते हैं। चुकंदर की बात करें तो इसमें आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है वहीं चुकंदर सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता है। गाजर की बात करें तो ये विटामिन सी का एक वहुत अच्छा सोर्स होता है साथ ही साथ इसमें की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है। इन दोनों चीजों को मिक्स करके सेवन करने से सेहत बहुत स्वस्थ बना रहता है। वहीं इसमें मौजूद विटामिन और अनेकों पोषक तत्वों से किडनी के साथ-साथ स्किन भी स्वस्थ रहती है। टमाटर का जूस: टमाटर का इस्तेमाल तो आप खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए करते ही होंगें। वहीं टमाटर सिर्फ खाने को स्वाद को नहीं बेहतर बनाता है। बल्कि अनेकों बीमारियां भी शरीर से दूर रखने का काम करता है। टमाटर के जूस के साथ आप खीरे का जूस, गाजर का जूस आदि चीजें मिलाकर भी डाइट में शामिल कर सकते हैं। टमाटर के जूस के रोजाना सेवन से इम्युनिटी मजबूत होती जाती है वहीं ढेरों बीमारियां भी शरीर से दूर रहती हैं। इसके जूस के रोजाना सेवन से हार्ट प्रॉब्लम जैसे समस्याएं होने का खतरा भी कम हो जाता है।

लंबे समय तक नहीं टिकेगी अघाड़ी सरकार: दावा

लंबे समय तक नहीं टिकेगी अघाड़ी सरकार: दावा

कविता गर्ग         मुंबई। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने दावा किया है कि महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार लंबे समय तक नहीं टिकेगी। यह जल्द गिर जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अभी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बीमार है। इसलिए मैं उनके बारे में बात करना नहीं चाहता।

आपको बता दें कि शिवसेना ने बीजेपी से नाता तोड़ने के बाद एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाया था। इस गठबंधन को महा विकास अघाड़ी नाम दिया था।केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने दावा किया है कि महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार लंबे समय तक नहीं टिकेगी। यह जल्द गिर जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अभी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बीमार है, इसलिए मैं उनके बारे में बात करना नहीं चाहता। आपको बता दें कि शिवसेना ने बीजेपी से नाता तोड़ने के बाद एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाया था।

इस गठबंधन को महा विकास अघाड़ी नाम दिया था। सीएमओ ने एक बयान में कहा, ”मुख्यमंत्री की रीढ़ की सफल सर्जरी हुई है और एच एन रिलायंस अस्पताल में उनकी फिजियोथेरेपी चल रही है।

भाजपा के प्रभाव वाली सीटों पर तालमेल का प्रस्ताव 

संदीप मिश्र          लखनऊ। प्रदेेश में भाजपा के खिलाफ मजबूत मोर्चेबंदी की कवायद में जुटी समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ आम आदमी पार्टी (आप) की बातचीत पहला दौर पार कर चुकी है। गठबंधन को फायदेमंद मानते हुए भी दोनों तालमेल वाली सीटों पर आसानी से कोई फैसला नहीं ले पा रहे हैं। फिलहाल महानगरों की भाजपा के प्रभाव वाली सीटों पर तालमेल का प्रस्ताव चर्चा में है।

फ्र बिजली गारंटी अभियान चलाने और तिरंगा यात्राओं के जरिए अपनी प्रभावी उपस्थिति दर्ज कराने के बाद आप ने दो चरणों में 170 विधानसभा सीटों पर अपने संभावित प्रत्याशियों की घोषणा भी कर रखी है। इस बीच बुधवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और आप के प्रदेश प्रभारी संजय सिंह की मुलाकात के बाद दोनों दलों के बीच गठबंधन की अटकलों को पंख लग गए।

इस मुलाकात के बाद पार्टी के जिम्मेदार नेताओं ने माना कि गठबंधन पर चर्चा चल रही है। खुद संजय सिंह ने ट्वीट करके संकेत भी दिया। उन्होंने यूपी को भाजपा के कुशासन से मुक्त कराने के लिए अखिलेश यादव से सार्थक मुलाकात होने और समान मुद्दों पर रणनीतिक चर्चा होने की बात कही। वैसे अखिलेश यादव से उनकी यह दूसरी मुलाकात थी। इससे पहले की मुलाकात को वह शिष्टाचार भेंट बता चुके हैं।

सत्रों के अनुसार फिलहाल दोनों पार्टियां प्रदेश के महानगरों में भाजपा के गढ़ के तौर पर चिह्नित सीटों को लेकर चिंतित हैं। ऐसी सीटों की संख्या भी 60 से 65 के बीच है। इन सीटों पर निर्णायक स्थिति में माने जाने वाले मतदाता भाजपा से नाराज होने के बाद भी सपा को वोट देने का विकल्प आसानी से नहीं चुन पाते।

ऐसे में इन सीटों पर आप के प्रत्याशियों को उतारकर एक नया प्रयोग किया जा सकता है। यह भी संभव है कि इन सीटों पर उतारा जाने वाला प्रत्याशी दोनों दलों की साआप के वरिष्ठ नेता गठबंधन की स्थिति में कम से कम 50 सीटें चाहते हैं, जबकि सपा इतनी सीटें देने में असमर्थता जता रही है।


राजनीति: दिल्ली सीएम ने 'डीडीएमए' की बैठक बुलाई

अकांंशु उपाध्याय        नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार ने अफ्रीकी देशों से कोविड-19 के नए स्वरूप के खतरे के मद्देनजर उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा के लिए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक बुलायी है।

केंद्र ने बृहस्पतिवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से आने वाले या इन देशों के रास्ते आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कड़ी जांच की जाए। इन देशों में कोविड​​​​-19 के नए स्वरूप के सामने आने की सूचना है जिसके जनस्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकते हैं। 

केजरीवाल ने ट्वीट किया, ”अफ्रीकी देशों से कोविड-19 के नए स्वरूप के खतरे के मद्देनजर, हमने विशेषज्ञों से सोमवार को डीडीएमए से चर्चा करने और यह सुझाव देने को कहा है हमें कौन से कदम उठाने चाहिए। हम आपकी और आपके परिवार की रक्षा के लिए आवश्यक सभी कदम उठाएंगे।


राजनीतिक दलों को लोकतंत्र के लिए 'खतरा' करार

अकांंशु उपाध्याय        नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिवार आधारित राजनीतिक दलों को लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त घोषित लोगों का महिमामंडन युवाओं को गलत रास्ते पर चलने के लिए उकसाता है। मोदी ने यहां संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में सविधान दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए  कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत के हर हिस्से में परिवार आधारित राजनीतिक दलों का वर्चस्व बढ़ रहा है।

न्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है। इसके लिए देशवासियों को जागरूक करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह एक ही परिवार के कई सदस्यों के राजनीति में आने के खिलाफ नहीं है लेकिन यह योग्यता के आधार पर होना चाहिए।उन्होंने कहा कि यह परिवार आधारित राजनीतिक दल अपना लोकतांत्रिक चरित्र खो चुके हैं, तो इनसे लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की रक्षा करने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। परिवार आधारित राजनीतिक दल पीढ़ी दर पीढ़ी चलते हैं और यह लोकतंत्र की रक्षा नहीं कर सकते। ऐसे राजनीतिक दल लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा खतरा है । उन्होंने कहा कि ऐसे राजनीतिक दल बहुत बड़ी चिंता का विषय है।

वेरिएंट: डब्ल्यूएचओ ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई

वेरिएंट: डब्ल्यूएचओ ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई 

अखिलेश पांडेय         वॉशिंगटन डीसी। दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में मिले कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर खतरा बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने शुक्रवार को इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। ब्रिटिश साइंटिस्ट्स ने भी बोत्सवाना में मिले नए वैरिएंट को लेकर चेतावनी दी थी। इसमें 32 म्यूटेशन हो रहे हैं, जिस वजह से वैक्सीन भी इसके खिलाफ कारगर नहीं है। यह वैरिएंट अपने स्पाइक प्रोटीन में बदलाव कर काफी तेजी से फैल रहा है। भारत के लिए खतरे की बात यह है कि नया स्ट्रेन हॉन्गकॉन्ग तक पहुंच गया है।

दक्षिण अफ्रीका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफेक्शियस डिजीज ने बताया- देश में इस वैरिएंट के अब तक 22 केस मिले हैं। वैज्ञानिकों ने इसे B.1.1.529 नाम दिया है। इसे वैरिएंट ऑफ सीरियस कंसर्न बताया है। डब्ल्यूएचओ में कोरोना मामले की तकनीकी प्रमुख डॉ. मारिया वान केरखोव ने कहा- हमें इस वैरिएंट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है। मल्टीपल म्यूटेशन की वजह से वायरस के बिहेवियर में बदलाव हो रहा है और यह चिंता की बात है।

ब्रिटेन ने नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए अफ्रीका के 6 देशों से आने वाली फ्लाइट्स पर फिलहाल रोक लगा दिया है। इनमें दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, बोत्सवाना, जिंबाब्वे, लिसोथो और एसवाटिनी शामिल हैं। ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी साजिद जाविद ने बताया- देश की हेल्थ एजेंसी नए वैरिएंट की जांच कर रही है। हमें और डेटा की जरूरत है, लेकिन हम सावधानी बरत रहे हैं। इन 6 अफ्रीकी देशों को रेड लिस्ट में डाला जाएगा और ब्रिटेन आने वाले यात्रियों को क्वारैंटाइन में रहना होगा।ब्रिटेन में 18 साल से ऊपर के लोगों से वैक्सीन लगवाने के लिए लगातार अपील की जा रही है।

साउथ अफ्रीका से हॉन्गकॉन्ग पहुंचे लोगों में भी इस वैरिएंट का संक्रमण पाया गया है। नया वैरिएंट सबसे पहले रीगल एयरपोर्ट होटल में ठहरे 2 लोगों में पाया गया। हॉन्गकॉन्ग के सेंटर फॉर हेल्थ प्रोटेक्शन (CHP) के मुताबिक जांच से पता चला है कि दोनों मामले B.1.1.529 वैरिएंट के ही हैं। पहले शख्स ने एयर वॉल्व वाला मास्क पहना था और इस मास्क की वजह से ही दूसरे शख्स में वायरस का संक्रमण पहुंचा।


पेट्रोल-डीजल से वाहनों की टंकियां फुल: सीमा

सुनील श्रीवास्तव        नई दिल्ली/ काठमांडू। भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा खुलते ही अब चहल-पहल बढ़ने लगी है। भारतीय सैलानी नेपाल पहुंचकर सस्ते दाम में बिक रहे पेट्रोल और डीजल से वाहनों की टंकियां फुल करा रहे हैं। साथ ही, नेपाल से कॉस्मेटिक सामान की भी बढ़चढ़ कर खरीददारी कर रहे हैं। हालांकि अब तक अधिकतर लोगों को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सामान्य आवाजाही शुरू होने की जानकारी नही है। आने वाले दिनों में नेपाल में भारतीय सैलानियों की तादात में बढ़ोत्तरी की संभावनाएं लग रही हैं। सीमा खुलने से बॉर्डर से सटे भारतीय बाजारों के व्यापारियों ने भी राहत की सांस ली है। 

सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा वीडियो कोरोना के कारण भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा करीब दो साल तब बंद रही। इसके चलते सीमा से सटे नेपाल के कंचनपुर और चम्पावत के टनकपुर बनबसा का व्यापारी काफी प्रभावित हो रहा था। हालांकि नेपाल सरकार ने करीब डेढ़ माह पूर्व ही भारतीयों के लिए सीमा खोल दी थी। लेकिन नेपाल में प्रवेश के लिए 72 घंटे पूर्व कराई गई कोरोना जांच रिपोर्ट अनिवार्य की गई थी। इससे भारतीय लोग नेपाल नहीं पहुंच पा रहे थे। दोनों ओर सीमा पर सामान्य आवाजाही की मांग लंबे समय से उठ रही थी। इसी को देखते हुए नेपाल प्रशासन ने तीन दिन पूर्व ही अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सामान्य आवाजाही की अनुमति दे दी थी। 

कंचनपुर बाजार में रौनक लौटी हुई थी। हालांकि भीड़ अधिक नहीं थी लेकिन भारतीय सैलानी धड़ल्ले से नेपाल में प्रवेश कर रहे थे। इससे नेपाल के पेट्रोल पंप संचालक, होटल और कॉस्मेटिक व्यापारियों के चेहरे खिले हुए थे। साथ ही परिवहन कारोबारी भी बेहद खुश नजर आ रहे थे। कंचनपुर के पंपों में भारतीय मुद्रा के अनुसार गुरुवार को करीब 85 रुपये प्रति लीटर की दर से पेट्रोल, जबकि 73.75 रुपये लीटर की दर से डीजल बिक रहा था। इधर, चम्पावत में पेट्रोल 94.98 डीजल 88.25 की दर से बिक रहा है। बनबसा से महेंद्रनगर करीब आठ किमी दूरी पर स्थित है। उस पार पेट्रोल डीजल के दाम करीब 10 रुपये कम है। तमाम भारतीय सैलानी वाहनों में पेट्रोल भराने में जुटे हुए थे। पंप संचालकों ने मीडिया से वाहनों में ईंधन भराते समय फोटो खींचने से मनाही कर दी थी। उस वक्त कई भारतीय दोपहियां और चौपहियां वाहन ईंधन भराने पंप में पहुंचे हुए थे। पंप संचालकों ने बताया कि करीब एक सप्ताह पूर्व तक यहां पर पेट्रोल 82 जबकि डीजल करीब 72 रुपये की दर से बिक रहा था। 

भारत की तुलना में नेपाल में कॉस्मेटिक और ऊनी सामान काफी सस्ता है। नेपाल में ब्रांडेड कंपनियों का कॉस्मेटिक सामान सस्ता होने से वहां से भारत में तस्करी भी होती है। इसके अलावा भारतीय सैलानी नेपाल में जैकेट, स्वेटर, जूते और अन्य सामान की खरीददारी को पहुंचते हैं। भारत में शुल्क अधिक होने के कारण ये वस्तुएं महंगी हैं। व्यापार मंडल बनबसा के महामंत्री अभिषेक गोयल कहते हैं कि भारत-नेपाल सीमा पर सामान्य आवाजाही शुरू होने से व्यापारियों और आम लोगों ने राहत की सांस ली है। बनबसा के व्यापारियों का नेपाल में अच्छा खासा व्यापार होता है। सीमा बंद होने से तमाम परेशानियां उठानी पड़ रही थी। अब आने वाले दिनों में व्यापार में बढ़ोत्तरी की संभावना है।



विदेशी बोर्ड्स के स्टूडेंट्स को अनुमति की जरूरत नहीं

विदेशी बोर्ड्स के स्टूडेंट्स को अनुमति की जरूरत नहीं

अकांंशु उपाध्याय           नई दिल्ली। सीबीएसई बोर्ड ने गुरुवार को यह घोषणा की है कि सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों में दाखिला लेना चाह रहे विदेशी बोर्ड्स के स्टूडेंट्स को अब पूर्व अनुमति लेने की जरूरत नहीं होगी। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि छात्रों के अनुमति संबंधी आवेदन की संख्या बढ़ने के बाद यह कदम उठाया गया है। कोविड-19 महामारी के बाद कई परिवार विभिन्न कारणों से विदेशों से लौट रहे हैं। सीबीएसई के एग्जाम कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने कहा, ‘कोरोना महामारी के बाद कई परिवार विभिन्न वजहों से भारत आ रहे हैं। 

इसलिए विदेशी बोर्ड्स में पढ़ रहे कई छात्र सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं। चूंकि दो अलग-अलग बोर्ड्स की कक्षाओं की समानता के आधार पर दूसरे बोर्ड्स के छात्रों को दाखिला दिया जाता है तो विदेशी बोर्ड्स से आ रहे छात्र स्कूलों के जरिए सीबीएसई को आवेदन दे रहे हैं कि उन्हें समानता के आधार पर 9वीं और 11वीं कक्षाओं में दाखिला देने की अनुमति दी जाए।भारद्वाज ने बताया कि इन छात्रों और उनके परिवारों की समस्याओं और मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई ने फैसला लिया है कि अब से विदेशी बोर्ड्स से आ रहे छात्रों को सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों में दाखिला लेने के लिए ऐसी कोई पूर्व अनुमति नहीं लेनी होगी। उन्होंने कहा, ‘विदेशी बोर्ड्स की 10वीं और 12वीं कक्षाओं की सीबीएसई की कक्षाओं से समानता की सूची हमारी वेबसाइट पर दी गयी है। अब स्कूल सीबीएसई से कोई अनुमति लिए बिना छात्रों को दाखिला दे सकते हैं।

अदालत की निगरानी वाली समिति से अनुरोध

अकांंशु उपाध्याय         नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस ने त्रिपुरा में नगरपालिका चुनाव के दौरान कथित तौर पर बड़े पैमाने पर हुई हिंसा की अदालत की निगरानी वाली समिति से जांच कराने का अनुरोध करते हुए शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय का रुख किया। न्यायमूर्ति डी. वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति ए. एस. बोपन्ना की पीठ को वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया में मीडिया को निर्बाध पहुंच प्रदान करने के अदालत के बृहस्पतिवार के आदेश के बावजूद इस संबंध में कुछ भी नहीं किया गया।सिब्बल ने तृणमूल द्वारा दायर दो आवेदनों को तत्काल सूचीबद्ध करने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा, ”वहां बिल्कुल अशांत माहौल था। उम्मीदवारों को भी मतदान नहीं करने दिया गया। हिंसक घटनाएं हुईं। यहां तक ​​कि मीडिया में आई खबरों में कहा गया कि उच्चतम न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन हुआ है।

पीठ ने कहा कि अदालत ने इस मुद्दे से निपटने के लिए बृहस्पतिवार को एक विशिष्ट और विस्तृत आदेश पारित किया था। सिब्बल ने कहा कि मुझे पता है, लेकिन केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की दो बटालियन को मुहैया नहीं कराया गया। चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को दो कांस्टेबल भी उपलब्ध नहीं कराए गए। हमारे पास इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सबूत हैं। कृपया इन अर्जियों को अविलम्ब सूचीबद्ध करें। पीठ ने कहा कि शुक्रवार को अलग-अलग न्यायाधीशों की पीठ है। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, ”देखते हैं कि क्या किया जा सकता है।” उन्होंने कहा कि न्यायाधीश संविधान दिवस के अवसर पर आधिकारिक कार्यों में व्यस्त हैं। इस पर सिब्बल ने कहा कि कल शनिवार होने के बावजूद अदालत मामले की सुनवाई कर सकती है। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि शनिवार को एक आधिकारिक कार्यक्रम है।

लेकिन वह दोपहर के भोजनावकाश के समय न्यायमूर्ति बोपन्ना से बात करेंगे और चर्चा करेंगे कि क्या किया जा सकता है। एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड रजत सहगल ने कहा कि तृणमूल ने दो आवेदन दायर कर मतगणना स्थगित करने और हिंसक घटनाओं की अदालत की निगरानी वाली समिति से जांच कराने का अनुरोध किया है।

उन्होंने कहा कि एक अन्य आवेदन में पार्टी ने इस मामले में राज्य चुनाव आयुक्त को जिम्मेदार ठहराने का अनुरोध किया है। शीर्ष अदालत ने तृणमूल और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के आरोपों के बाद बृहस्पतिवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय को त्रिपुरा नगरपालिका चुनावों के दौरान मतदान केंद्रों की सुरक्षा के लिए सीएपीएफ की दो अतिरिक्त कंपनियां मुहैया कराने का निर्देश दिया था। दोनों पार्टियों ने आरोप लगाया है कि उनके समर्थकों को मतदान करने की अनुमति नहीं दी गई और कानून व्यवस्था का गंभीर उल्लंघन हुआ है।

10 साल से पुराने डीजल वीकल्ज पर बैन लगाया

अकांंशु उपाध्याय        नई दिल्ली। दिल्ली में एयर पोल्यूशन पर काबू पाने के लिए 10 साल से पुराने डीजल वीकल्ज पर बैन लगा दिया गया है। ऐसे में उन लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जिनके पास 10 साल से ज्यादा पुरानी डीजल कार मौजूद हैं। देश में सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण दिल्ली में है पर एक तरीका ऐसा भी है। जिससे आप अपनी पुरानी डीजल कार को दिल्ली की सड़को पर दौड़ा सकेंगे। 

दिल्ली में अपनी डीजल कार को इलेक्ट्रिक कार में कनवर्ट करके आप न सिर्फ अपनी कार का पोजेशन कायम रख सकेंगे बल्कि उसे सरपट सड़कों पर दौड़ा भी सकेंगे। इसके लिए आपको फ्यूल किट की जगह ई-मोटर और बैटरी फिट करानी होगी। इस बात की जानकारी परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने दी है। उन्होंने कहा कि, राष्ट्रीय राजधानी अब इंटरनल कंब्शन इंजन की इलेक्ट्रिक रेट्रोफिटिंग के लिए तैयार है। हांलांकि अभी तक यह जानकारी नहीं मिली है कि सरकार डीजल कार को इलेक्ट्रिक में कनवर्ट करने के लिए कितनी सब्सिडी देगी।

किसी भी नॉर्मल कार को इलेक्ट्रिक कार में बदलने के लिए मोटर, कंट्रोलर, रोलर और बैटरी की जरूरत होती है। कार में आने वाला खर्च इस बात पर डिपेंड है कि आप कितने किलोवॉट की बैटरी और कितने किलोवॉट का मोटर कार में फिट करना चाहते हैं, क्योंकि ये दोनों पार्ट कार के पावर और रेंज के लिए जिम्मेदार होते हैं। जैसे, करीब 20 किलोवॉट की इलेक्ट्रिक मोटर और 12 किलोवॉट की लिथियम आयन बैटरी का खर्च 4 लाख रुपए के आस पास आता है। इसी तरह अगर बैटरी 22 किलोवॉट की होगी तो यह खर्च बढ़कर करीब 5 लाख रुपए तक हो जाता है। आप अपनी पेट्रोल या डीजल कार को इलेक्ट्रिक कार में कन्वर्ट करने के लिए 5 लाख रुपए खर्च करते हैं और इसके बाद आप 75 किमी की रेंज पा सकते हैं। तब 4 साल और 8 महीने में आपके पैसे वसूल हो जाएंगे और फिर काफी बचत भी हो जाएगी। 

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-39 (वर्ष-05)
2. शनिवार, नवंबर 27, 2021
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:48, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान -11 डी.सै., अधिकतम-27+ डी.सै.। 
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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