गुरुवार, 25 नवंबर 2021

23 वर्षीय विवाहिता ने बेटी को फंदे पर लटकाया

23 वर्षीय विवाहिता ने बेटी को फंदे पर लटकाया     
मनोज सिंह ठाकुर            
अलीराजपुर। जोबट थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां 23 वर्षीय एक विवाहिता ने पहले अपनी एक साल की बेटी को फंदे पर लटकाया। इसके बाद खुद फांसी लगाकर जान दे दी। पति जब घर लौटा तो दोनों को फंदे पर लटका देख बदहवास हो गया। उसने तत्काल आसपास के लोगों और पुलिस को सूचना दी। 
खुदकुशी का कारण फिलहाल सामने नहीं आया है।पुलिस का कहना है कि मामले की जांच कर रहे हैं।जोबट थाना प्रभारी दिनेश सोलंकी ने बताया कि घटना 5 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम भील खेड़ी की है। बुधवार को यहां 23 वर्षीय महिला रंगिता पति राकेश अपनी 1 साल की बेटी वर्षा के साथ घर पर थी। इस दौरान पति राकेश जोबट में मजदूरी करने गया था। सास सब्जियां बेचने के लिए बाजार गई थी। शाम करीब 6 बजे राकेश घर लौटा तो उसे पत्नी और बेटी के शव घर के भीतर फंदे पर लटके मिले।
सूचना मिलते ही पुलिस टीम यहां पहुंची और दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। थाना प्रभारी सोलंकी के अनुसार फिलहाल खुदकुशी का कारण सामने नहीं आ सका है। स्वजन अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है। आसपास के लोगों से जानकारी जुटाई जा रही है। पीएम के बाद स्वजन को शव सौंप दिए गए हैं।
घटना से गांव में मातम पसरा है महिला द्वारा आत्मघाती कदम क्यों उठाया गया, यह कोई भी ग्रामीण नहीं समझ पा रहा है। उसका पति भी बार-बार यही कह रहा है कि उसने ऐसा क्यों किया। कुछ भी समझ नहीं आ रहा है। घर में सब कुछ ठीक चल रहा था।

यूपी: परिवार के 4 लोगों की हत्या, सनसनी फैलीं
बृजेश केसरवानी          
इलाहाबाद। संगम नगरी प्रयागराज में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या से सनसनी फ़ैल गई। फाफामऊ थाना क्षेत्र के गोहरी मोहनगंज बाजार निवासी फूलचंद, उनकी पत्नी मीनू, 17 बेटी सपना और 12 साल के बेटे शिव की धारधार हथियार से काटकर कर हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक सभी की कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतारा गया। 
सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी है। मामले के खुलासे के लिए डॉग स्क्वाड और फॉरेंसिक टीम भी मौके पर साक्ष्य जुटाने में लगी हुई है। सीओ सोरांव, एसओ फाफामऊ के साथ होलागढ़, सोरांव, नवाबगंज और थरवई थाना पुलिस मौके पर पहुंची है।
उधर मृतक के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भूमि विवाद में रंजिश यह हत्या की गई। उन्होंने कहा कि सुशील कुमार और उनके समधी द्वारा लगातार धमकी दी जा रही थी। कई बार घर में घुसकर मारपीट भी की गई और गोली भी चली। इसकी शिकायत पुलिस से भी की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसका नतीजा है कि एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई। परिजनों का आरोप है कि हत्या के पीछे मोहल्ले के ठाकुर परिवार का हाथ है। परिजनों ने आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग भी की।
एसएसपी प्रयागराज सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि फाफामऊ के घर से चार लोगों की लाशें मिली हैं। तीन शव आगे के कमरे में थे और एक लड़की का शव अंदर कमरे में था। सभी के सिर पर चोट के गंभीर निशान मिले हैं। 
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। आगे की कार्रवाई और जांच की जा रही है। अभी जो सूचना मिली है कि मृतक परिवार के द्वारा 2019 और 2021 में जमीन विवाद को लेकर कुछ लोगों पर एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा करवाया गया था। इस मामले में कार्रवाई न होने का परिजनों ने आरोप लगाया है। एसएसपी ने कहा कि इस मामले में दोषी पुलिस वालों पर भी जांच के बाद कठोर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद इस मामले का जल्द खुलासा किया जाएगा।



स्वीडन, पीएम एंडरसन ने पद से इस्तीफा दिया

स्वीडन, पीएम एंडरसन ने पद से इस्तीफा दिया
सुनील श्रीवास्तव        
स्टॉकहोम। स्वीडन की पहली महिला प्रधानमंत्री मेगडालेना एंडरसन ने बुधवार को अचानक पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस फैसले से सभी हैरान है। मिली जानकारी के अनुसार देश की प्रधानमंत्री चुने जाने के कुछ घंटों बाद ही संसद में बजट प्रस्ताव गिरने पर एंडरसन ने पद से इस्तीफा दे दिया। 
संसद में बिल गिरने के साथ ही सरकार में शामिल हुए सहयोगी घटक दल ग्रीन पार्टी ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया। 
शपथ लेने के 12 घंटों के भीतर सामने आए। इस घटनाक्रम के बारे में जिसने भी सुना उसे यकीन नहीं हुआ। देश की अधिकारिक न्यूज़ एजेंसी के इस खबर की पुष्टि के बाद लोग हैरान नजर आए। उनका कहना है कि जिसके नेतृत्व में हम आगे बढ़ने की सोच रहे थे। ऐसे में इस इस्तीफे से हमें झटका लगा है।

भारत से संबंधित मुद्दा उठाना चाहिए या नहीं ?
अखिलेश पांडेय      
काबुल। भारत को लेकर तालिबान का रवैया अभी भी पूरी तरह से साफ नहीं हो सका है। तालिबान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के 10 नवंबर को पाकिस्तान के दौरे पर जाने से कुछ दिन पहले, उनका एक सहयोगी यह पता लगाने के लिए एक मध्यस्थ के पास पहुंचा कि इस्लामाबाद में भारत से संबंधित कोई मुद्दा उठाया जाना चाहिए या नहीं। मुत्ताकी के कार्यालय के सहयोगी ने मध्यस्थ से यह भी पता लगाना चाहा कि क्या तालिबान की विदेश नीति प्रमुख की पाकिस्तानी नेतृत्व के साथ पहली बैठक में कोई संवेदनशीलता थी या नहीं। 
इस मामले से परिचित लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर यह बताया है।
मुत्ताकी के सहयोगी को पाकिस्तानी नेतृत्व के साथ अफगानिस्तान को 50,000 टन गेहूं की आपूर्ति करने के लिए भारत द्वारा कई सप्ताह पहले किए गए प्रस्ताव को उठाने की आवश्यकता के बारे में सूचित किया गया था। साथ ही अगस्त में काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत में फंसे सैकड़ों अफगान नागरिकों के लिए यात्रा व्यवस्था करने की आवश्यकता के बारे में बताया गया था।
पाकिस्तान ने सीधी उड़ानों के अभाव में वाघा लैंड बॉर्डर क्रॉसिंग के माध्यम से अफगानिस्तान को गेहूं भेजने के भारत के प्रस्ताव का जवाब नहीं दिया था।
मुत्ताकी के नेतृत्व में तालिबान प्रतिनिधिमंडल, जो तीन दिनों के लिए पाकिस्तान में था, ने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और प्रधानमंत्री इमरान खान जैसे शीर्ष नेताओं के साथ दोनों मुद्दों को उठाया। नतीजतन, खान ने 22 नवंबर को घोषणा की कि उनकी सरकार इस्लामाबाद और नई दिल्ली द्वारा तौर-तरीकों पर काम करने के बाद भारतीय गेहूं के शिपमेंट की अनुमति देगी। खान ने कहा कि पाकिस्तान उन अफगानों की वापसी में भी मदद करेगा जो इलाज के लिए भारत गए थे और वहीं फंस गए थे।
मुत्ताकी के खेमे की यह पहुंच और भारत द्वारा बुलाई गई ईरान और रूस सहित सात देशों के वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों की 10 नवंबर की बैठक में तालिबान की संतुलित प्रतिक्रिया को कुछ तिमाहियों में तालिबान द्वारा पाकिस्तान और भारत के साथ संबंध को संतुलन बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा था कि भारत द्वारा बुलाई गई अफगानिस्तान पर पहली क्षेत्रीय बैठक "अफगानिस्तान के बेहतर हित" में थी और समूह की नीति को दोहराया कि अफगान की धरती को "किसी भी देश के खिलाफ इस्तेमाल नहीं करने" की अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि तालिबान को बैठक के बारे में कोई "आपत्ति या चिंता" नहीं थी।
मुजाहिद ने कहा, "हालांकि हम इस सम्मेलन में उपस्थित नहीं हैं, हम दृढ़ता से मानते हैं कि यह सम्मेलन अफगानिस्तान के बेहतर हित में है। इसमें भाग लेने वाले देशों को भी अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति में सुधार और सुरक्षा के बारे में सोचना चाहिए। देश में अपने दम पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वर्तमान सरकार की मदद करनी चाहिए।"
ऊपर बताए गए लोगों में से एक ने कहा। उनकी ईमानदारी का अंदाजा लगाना मुश्किल है, लेकिन ऐसा लगता है कि वे यह धारणा बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे पाकिस्तान और भारत के बीच संतुलन चाहते हैं। यह तालिबान के लिए भी उपयुक्त है कि वह पूरी तरह से पाकिस्तान पर निर्भर न हो।''
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह तालिबान की स्थापना को वैधता या मान्यता देने की जल्दी में नहीं है। नई दिल्ली ने जोर देकर कहा है कि अफगानिस्तान का इस्तेमाल अन्य देशों पर आतंकी हमलों की योजना बनाने या उन्हें अंजाम देने के लिए नहीं किया जाना चाहिए और काबुल में एक समावेशी सरकार का गठन किया जाना चाहिए।
इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा बुधवार को आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम में भाग लेते हुए, विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने तालिबान के साथ भारतीय पक्ष की अब तक की बातचीत को "बहुत आश्वस्त करने वाला बताया, लेकिन अफगानिस्तान पर विश्व समुदाय की निरंतर चिंताओं का भी जिक्र किया।
 
110 देशों को आमंत्रित करने का फैसला किया
सुनील श्रीवास्तव         
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका ने दिसंबर में होने जा रहे लोकतंत्र शिखर सम्मेलन के लिए ताइवान समेत 110 देशों को आमंत्रित करने का फैसला किया है। अमेरिका के इस फैसले से चीन भड़का हुआ है। चीन का कहना है कि अमेरिका का ताइवान को आमंत्रित करने का फैसला एक गलती है। चीन ने ये भी कहा कि अमेरिका को ताइवान के अलगाववादियों से दूरी बनानी चाहिए। ताइवान अपने आपको एक स्व-शासित लोकतांत्रिक द्वीप के तौर पर देखता रहा है लेकिन चीन का मानना है कि ताइवान उसका हिस्सा है। चीन ताइवान पर बलपूर्वक कब्जे की भी बात करता रहा है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा, 'चीन अमेरिका के तथाकथित लोकतंत्र शिखर सम्मेलन में ताइवान के निमंत्रण का दृढ़ता से विरोध करता है। ताइवान चीन का अविभाज्य हिस्सा है। बता दें कि हाल ही में अमेरिका ने सम्मेलन के मेहमानों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में भारत, पाकिस्तान, इराक, इजरायल समेत तमाम देश हैं हालांकि अमेरिका ने चीन, रूस, श्रीलंका, बांग्लादेश, सऊदी अरब को इस सम्मेलन के लिए निमंत्रण नहीं भेजा है। ये वर्चुएल सम्मेलन 9 और 10 दिसंबर को होने जा रहा है।
अमेरिका और ताइवान के बीच कुछ दिनों पहले एक इकोनॉमिक पार्टनरशिप डायलॉग भी हुआ था। ताइवान और अमेरिका के बीच पिछले साल शुरू की गई आर्थिक वार्ता में ये दूसरे सत्र की बैठक थी। इस मुलाकात को लेकर भी चीन के विदेश मंत्रालय से बयान आया था। इस बयान में कहा गया था कि हम चीन के साथ राजनयिक संबंध रखने वाले देशों और ताइवान के बीच किसी भी तरह की औपचारिक बातचीत का विरोध करते हैं। 
चीन को ताइवान के साथ अपने बढ़ते रिश्ते पर तत्काल लगाम लगानी चाहिए और किसी भी रूप में ताइवान से आधिकारिक बातचीत नहीं करनी चाहिए।
अमेरिका और ताइवान के बीच ये बैठक राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई एक वर्चुअल बैठक के एक हफ्ते बाद हुई। इस बैठक में शी जिनपिंग ने चेतावनी देते हुए राष्ट्रपति बाइडन से कहा कि ताइवान में आजादी का समर्थन करना आग से खेलने की तरह है और जो आग से खेलेगा वो जल जाएगा। गौरतलब है कि हाल ही में मैनेजमेंट कंसल्टिंग कंपनी मैकिन्से एंड कंपनी की शोध शाखा की एक नई रिपोर्ट में ये दावा किया गया था कि चीन अमेरिका को अमीरी के मामले में पीछे छोड़ चुका है।

खेल: दो मैचों की सीरीज, टेस्ट से आराम दिया

खेल: दो मैचों की सीरीज, टेस्ट से आराम दिया

नई दिल्ली/ वेलिंग्टन। टी-20 वर्ल्ड कप के बाद विराट कोहली को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 इंटरनैशनल सीरीज और दो मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट से आराम दिया गया है। कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहले टेस्ट में कमान अजिंक्य रहाणे रहाणे के हाथों में है। विराट को पहले टेस्ट से आराम दिया गया था। लेकिन वह फिलहाल नेट पर जमकर पसीना बहा रहे हैं। 

मुंबई में संजय बांगड़ के साथ मिलकर विराट जमकर बैटिंग प्रैक्टिस कर रहे हैं। विराट कोहली को पिछला इंटरनैशनल शतक लगाए हुए दो साल से ज्यादा का समय हो चुका है। हाल के दिनों में वह अपनी फॉर्म को लेकर आलोचकों के निशाने पर रहे हैं। विराट ने अपने वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते भारतीय टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ दी है। इसके अलावा उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) की कप्तानी भी छोड़ दी है। विराट फिलहाल टीम इंडिया के वनडे और टेस्ट कप्तान के पद पर बने हुए हैं, लेकिन टी-20 वर्ल्ड कप से पहले उन्होंने घोषणा कर दी थी कि वह इस टूर्नामेंट के बाद टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ देंगे।

विराट टी-20 इंटरनैशनल सीरीज के दौरान तो क्रिकेट के मैदान से दूर नजर आए। लेकिन टेस्ट सीरीज शुरू होते ही वह मैदान पर लौट चुके हैं। विराट अपनी कमियों को दूर करके एक बार फिर दो साल पहले वाली बैटिंग फॉर्म में लौटना चाहेंगे। विराट प्रैक्टिस के दौरान मुंबई में अपने कुछ फैन्स से भी मिले। सोशल मीडिया पर उनकी काफी तस्वीरें शेयर की जा रही हैं।


स्वास्थ्य: शहद खाने का नुकसान, जानिए

बहुत से लोग सोचते हैं कि स्वस्थ रहने के लिए क्या खाना चाहिए ? क्योंकि उसे भी फिट रहना होता है। अध्ययनों से पता चलता है कि खाने के विकार आज सबसे आम बीमारियों में से एक हैं। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए विशेषज्ञ थोड़ा सा शहद लेने की सलाह देते हैं। शहद में प्राकृतिक मीठा स्वाद होता है। इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। इसलिए कई लोग आंखें बंद करके खाना खाते हैं।

हालांकि शहद अच्छा है। आयुर्वेद चेतावनी देता है कि इसे कुछ खाद्य पदार्थों के साथ मिलाकर खाना गलत हो सकता है। ऐसे में आपको पता चल जाएगा कि आपको किस भोजन के साथ शहद नहीं खाना चाहिए। आयुर्वेदिक विशेषज्ञ शहद को गर्म दूध या गुनगुने पानी, गर्म नींबू पानी और गर्म चाय के साथ नहीं लेने की सलाह देते हैं। यह भी सलाह दी जाती है कि इससे बीमारियां हो सकती हैं। इसी तरह कहा जाता है कि शहद को हमेशा गर्म करके या गर्म सामग्री के साथ मिलाना गलत है। नहीं तो वह पदार्थ आपके लिए विषैला हो जाएगा। यह संदेहास्पद है कि दुकानों में खरीदा गया शहद असली है या नहीं। इसलिए बेहतर है कि आप सीधे पहाड़ों से शहद खरीद कर विक्रेताओं के साथ खरीद कर इस्तेमाल करें।

दूसरों का कहना है कि शहद इतना गर्म होता है कि उसे बोतलों में नहीं डाला जा सकता। इसलिए बेहतर है कि स्टोर से खरीदे गए शहद से दूर ही रहें। इसलिए यह पता लगाने के कुछ तरीके हैं कि क्या यह असली शहद नहीं है ? परीक्षण खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा प्रकाशित किया जाता है। इसमें एक गिलास साफ पानी लें। 2 बूंद शहद मिलाएं। यदि शहद पानी में भी चला जाए तो वह शुद्ध शुद्ध शहद है। यदि शहद को डालने के तुरंत बाद पानी में मिला दिया जाए और पानी का रंग बदल जाए तो वह मिलावटी शहद है। इसलिए शहद टेस्टिंग के बाद ही खरीदें।

जैकलीन ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया

जैकलीन ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया
कविता गर्ग     
मुबंई। बॉलीवुड एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस  किक, हाउसफुल 3, रेस 3 जैसी हिट फिल्मों में काम कर चुकी हैं। जैकलीन फर्नांडिस का नाम इंडस्ट्री की फेमस अभिनेत्रियों की लिस्ट में शुमार है। जैकलीन फर्नांडिस अब अक्षय कुमार की फिल्म बच्चन पांडे में नज़र आएंगी। इस बीच एक्ट्रेस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब तहलका मचा रहा है। दरअसल, जैकलीन फर्नांडिस ने इंस्टाग्राम पर अपना एक लेटेस्ट वीडियो शेयर किया है। 
इस वीडियो में एक्ट्रेस का बेहद ग्लैमरस अवतार देखने को मिल रहा है। वीडियो में जैकलीन फर्नांडिस अंग्रेजी बीट पर शानदार मूव्स देती दिख रही हैं। वीडियो में एक्ट्रेस के ये मूव्स और पोज़ फैन्स के दिलों की धड़कनों को तेज कर रहे हैं। जिस पर से नजरें हटा पाना फैंस के लिए मुश्किल हो गया है।
चंद सेकेंड के इस वीडियो में जैकलीन ब्लैक एंड गोल्डन शिमरी आउट फिट में काफी ग्लैमरस अवतार देखने को मिल रहा है। एक्ट्रेस का यह वीडियो शेयर होने के कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया पर वायरल होना शुरू हो गया है। फैन्स इस वीडियो को लगातार शेयर कर रहे हैं और जमकर कमेंट्स भी कर रहे हैं। एक्ट्रेस का ये अंदाज उनके फैन्स को काफी पंसद आ रहा है। बहुत से यूजर्स तो एक्ट्रेस के इस वीडियो पर फायर का इमोजी भी शेयर कर रहे हैं।
वहीं वर्क फ्रंट की बात करें तो जैकलीन फर्नांडिस आखिरी बार फिल्म भूत पुलिस में नजर आई हैं। इसके बाद एक्ट्रेस जल्द ही फिल्म बच्चन पांडे में नज़र आने वाली है। फिल्म बच्चन पांडे में जैकलीन के अलावा अक्षय कुमार और कृति सेनन भी लीड रोल में नजर आएंगी।

फोटो से लाखों फॉलोअर्स को प्रेरित करती हैं करीना
कविता गर्ग      
मुबंई। करीना कपूर खान बॉलीवुड की उन अदाकाराओं में से है। जो अपनी फिटनेस के लिए जानी जाती हैं। इसी साल दूसरी बार मां बनीं करीना अपनी फिटनेस और एनर्जी लेवल से फैंस को चौंकाती रहती हैं। करीना फिट रहने के लिए जिम के बजाए योगा और सूर्य नमस्कार जैसे पारम्परिक तरीकों को अपनाती हैं और इंस्टाग्राम के जरिए अक्सर अपने वीडियो और फोटो से लाखों फॉलोअर्स को प्रेरित करती हैं। 
अब करीना का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें वो 108 सूर्य नमस्कार पूरे करने का दावा कर रही हैं।
गुलाबी रंग की स्पोर्ट्स ब्रा और ब्लैक एक्सरसाइज पैंट पहने हुए करीना वीडियो में सूर्य नमस्कार करती दिख रही हैं। हालांकि, गिनती 105 से शुरू होती है। ऐसा लगता है कि बेबो ने आखिरी के तीन सूर्य नमस्कार को ही वीडियो में कैद किया है। वरना, वीडियो की अवधि काफी हो जाती। इस वीडियो के साथ करीना ने लिखा- 108 सूर्य नमस्कार पूरे कर लिये। आभार और शुक्रिया। आज रात अपनी पम्पकिन पाई खने के लिए तैयार हूं।
करीना के इस वीडियो कोई लोगों ने देखा और पसंद किया है, जिसका पता कमेंट सेक्शन से चलता है। कमेंट्स में लोगों ने करीना के एनर्जी लेवल की तारीफ की है। कई ने इस पर हैरानी जतायी है। कुछ ट्रोल्स ने करीना को योग करने के लिए चेतावनी दी। कहा कि सूर्य नमस्कार मुस्लिम नहीं मानते हैं। तुम मुस्लिम हो और मुस्लिम योग नहीं करते। इसलिए कहीं फतवा ना दे दिया जाए।
बता दें, करीना अब लाल सिंह चड्ढा में दिखायी देंगे जो 2022 में 14 अप्रैल को आएगी। फिल्म में आमिर खान लीड रोल में हैं। यह फिल्म पहले इसी साल क्रिसमस पर आने वाली थी, मगर फिर इसकी रिलीज स्थगित करके इसके वेलेंटाइन डे पर रिलीज करने की घोषणा की गयी थी। हाल ही में फिल्म के 14 अप्रैल को आने की सूचना दी गयी है। करीना की आखिरी रिलीज फिल्म अंग्रेजी मीडियम है, जो 2020 में आयी थी।


दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट: उद्घाटन

दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट: उद्घाटन
अकांशु उपाध्याय                   
नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर के जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की आधारशिला रखेंगे। इसी के साथ उत्तर प्रदेश 5 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला पहला राज्य होगा। जेवर में बन रहा यह एयरपोर्ट दिल्ली-एनसीआर में दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा। इतना ही नहीं इसके बनने के बाद इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दबाव भी कम हो जाएगा।
एयरपोर्ट के पहले चरण को पूरा करने के लिए 2024 का लक्ष्य रखा गया है। पहले चरण का विकास 10,050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से हो रहा है। योगी सरकार ने एयरपोर्ट के लिए 5,845 हेक्टेयर की जमीन दे रखी है। पहले चरण का काम पूरा हो जाने के बाद एयरपोर्ट की सालाना क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी।
योगी सरकार का दावा है कि यह एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। एयरपोर्ट पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त होगा। इतना ही नहीं यह भारत का ऐसा पहला एयरपोर्ट होगा, जहां एकीकृत मल्टी मॉडल कार्गो केंद्र हो और जहां से सारा ध्यान लॉजिस्टिक सम्बंधी खर्चों और समय में कमी लाने पर हो। इस एयरपोर्ट पर बनने वाले कार्गो टर्मिनल की क्षमता 20 लाख मीट्रिक टन होगी। इसे बढ़ाकर 80 लाख मीट्रिक टन तक किया जाएगा।
एयरपोर्ट पर ग्राउंड ट्रांस्पोर्टेशन सेंटर विकसित किया जायेगा, जिसमें मल्टी मॉडल ट्रांजिट केंद्र होगा। मेट्रो और हाई स्पीड रेलवे के स्टेशन होंगे, टैक्सी, बस सेवा और निजी वाहन पार्किंग सुविधा मौजूद होगी।इस तरह हवाई अड्डा सड़क, रेल और मेट्रो से सीधे जुड़ने में सक्षम हो जाएगा। इतना ही नहीं आसपास के सभी प्रमुख मार्ग और राजमार्ग, जैसे यमुना एक्सप्रेस-वे, वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे तथा अन्य भी हवाई अड्डे से जोड़े जाएंगे। एयरपोर्ट को प्रस्तावित दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल से भी जोड़ने की योजना है।
जिससे दिल्ली और हवाई अड्डे के बीच का सफर मात्र 21 मिनट का हो जाएगा।
पीएम मोदी आज करेंगे जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास, राज्य सरकार का दावा- एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट
पीएम मोदी आज करेंगे जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास, राज्य सरकार का दावा- एशिया का सबसे बड़ा।
एयरपोर्ट के पहले चरण को पूरा करने के लिए 2024 का लक्ष्य रखा गया है। पहले चरण का विकास 10,050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से हो रहा है। योगी सरकार ने एयरपोर्ट के लिए 5,845 हेक्टेयर की जमीन दे रखी है। पहले चरण का काम पूरा हो जाने के बाद एयरपोर्ट की सालाना क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी। एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा।
योगी सरकार का दावा है कि यह एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। एयरपोर्ट पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त होगा। इतना ही नहीं यह भारत का ऐसा पहला एयरपोर्ट होगा, जहां एकीकृत मल्टी मॉडल कार्गो केंद्र हो और जहां से सारा ध्यान लॉजिस्टिक सम्बंधी खर्चों और समय में कमी लाने पर हो। इस एयरपोर्ट पर बनने वाले कार्गो टर्मिनल की क्षमता 20 लाख मीट्रिक टन होगी। इसे बढ़ाकर 80 लाख मीट्रिक टन तक किया जाएगा।
एयरपोर्ट पर ग्राउंड ट्रांस्पोर्टेशन सेंटर विकसित किया जायेगा, जिसमें मल्टी मॉडल ट्रांजिट केंद्र होगा। मेट्रो और हाई स्पीड रेलवे के स्टेशन होंगे, टैक्सी, बस सेवा और निजी वाहन पार्किंग सुविधा मौजूद होगी। इस तरह हवाई अड्डा सड़क, रेल और मेट्रो से सीधे जुड़ने में सक्षम हो जाएगा। इतना ही नहीं आसपास के सभी प्रमुख मार्ग और राजमार्ग, जैसे यमुना एक्सप्रेस-वे, वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे तथा अन्य भी हवाई अड्डे से जोड़े जाएंगे। एयरपोर्ट को प्रस्तावित दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल से भी जोड़ने की योजना है, जिससे दिल्ली और हवाई अड्डे के बीच का सफर मात्र 21 मिनट का हो जाएगा।
वहीं, केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आजतक से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा, यह एयरपोर्ट ड्रीम प्रोजेक्ट है। उन्होंने कहा, यह सिर्फ उत्तर प्रदेश के लिए नहीं, बल्कि यह पूरे भारत के लिए ड्रीम प्रोजेक्ट है। सिंधिया ने कहा कि जेवर में बनने वाला एयरपोर्ट अपने साथ विकास की राह खोलेगा। सिंधिया ने कहा, इस प्रोजेक्ट में 2 बिलियन डॉलर का निवेश आ चुका है। हम जेवर और आसपास के क्षेत्रों में 60,000 करोड़ रु के निवेश का अनुमान लगा रहा हैं। उन्होंने कहा, जेवर एयरपोर्ट से विभिन्न माध्यमों से 1 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
सिंधिया ने कहा, आजादी के 70 साल बाद तक उत्तर प्रदेश में सिर्फ 2 एयरपोर्ट थे। लेकिन अब पीएम मोदी ने पिछले 7 साल में परिवर्तन किया है। अब उत्तर प्रदेश में 9 एयरपोर्ट हैं। जेवर में बन रहा एयरपोर्ट 10वां एयरपोर्ट होगा। अगले 5 साल में हम यूपी में 10 से 17 एयरपोर्ट पर पहुंच जाएंगे।

एससी ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया
अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने देशभर के सभी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में आरक्षण नियमों की कथित अनदेखी एवं विद्यार्थियों को प्रताड़ित करने के आरोपों पर केंद्र सरकार को बुधवार को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया।
न्यायमूर्ति एल. एन. राव, न्यायमूर्ति बी. आर. गवई और न्यायमूर्ति बी. वी. नागरत्ना की पीठ ने एक रिट याचिका पर सुनवायी के बाद केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया।
याचिकाकर्ता डॉ सच्चिदानंद पांडेय की सभी 23 आईआईटी में भर्ती एवं दाखिले में समुचित तरीके से आरक्षण की नीति लागू करने के लिए केंद्र को निर्देश देने की मांग पर केंद्र सरकार को अपना जवाब देने को कहा है।

अखिलेश को 'जिन्ना का अनुयायी' बताया: सीएम
हरिओम उपाध्याय         
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिये बिना उन्हें ‘जिन्ना का अनुयायी’ बताते हुये कहा, “जिन्ना के अनुयाईयों को प्रदेश की जनता सबक सिखाने को तैयार है। 
योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रखी गयी आधारशिला के कार्यक्रम में आयोजित जनसभा को संबाेधित करते हुये कहा, “यहां के किसानों ने कभी गन्ने की मिठास बढ़ाने का काम किया था, लेकिन कुछ लोगों ने गन्ने की मिठास को कड़वाहट में बदल दिया था। ये वही लोग थे जो आज जिन्ना के अनुयायी बने हुए हैं, जिन्हें यहां की जनता सबक सिखाने को तैयार है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में अखिलेश ने भारत विभाजन के जिम्मेदार एवं पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तुलना महात्मा गांधी, सरदार पटेल और पं नेहरू से करते हुये कहा था कि आजादी की लड़ाई में जिन्ना की भी प्रमुख भूमिका थी। भाजपा एवं कांग्रेस ने उनके इस बयान की आलोचना करते हुये इसे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति का हिस्सा बताया है।
योगी ने प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई वाली सरकार द्वारा तेज किये गये विकास कार्यों को ऐतिहासिक बताते हुये कहा कि भारत के नागरिकों ने एक बदलते हुए भारत को देखा है। 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' को बनते देखा है। उन्होंने इसे विकास का यज्ञ बताते हुये कहा कि नोएडा एयरपोर्ट के लिये जमीन देने वाले किसान बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा, “मैं उन 700 किसानों का भी धन्यवाद दूंगा, जिन्होंने बिना किसी दबाव के खुद ही लखनऊ आकर एयरपोर्ट के लिए अपनी जमीन दी थी। ये बदले हुए प्रदेश की तस्वीर है।
इस अवसर पर केन्द्रीय नागरिक उड्ययन मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया, उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और केन्द्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह सहित अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।

झटका: तृणमूल कांग्रेस में शामिल, 12 विधायक
शिलोंग। मेघालय में विपक्षी दल कांग्रेस को लगे एक बड़े झटके। उसके 17 में से 12 विधायक पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा के नेतृत्व में बृहस्पतिवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे। कांग्रेस से अलग होने वाले विधायकों में शामिल एच एम शंगप्लियांग ने यह जानकारी दी। ईस्ट खासी हिल्स जिले के मौसीनराम से विधायक शंगप्लियांग ने बुधवार रात को पीटीआई-भाषा से कहा, ‘मेघालय में कांग्रेस के 17 में से 12 विधायकों ने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया है। हम पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा के नेतृत्व में औपचारिक रूप से तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायक अपराह्न एक बजे एक कार्यक्रम में तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे।
शिलांग में एक अधिकारी ने बताया कि कांग्रेस से अलग होकर तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायकों के समूह ने विधानसभा अध्यक्ष एम लिंगदोह को विधायकों की सूची सौंपी है और उन्हें अपने निर्णय के बारे में बताया है। खबरों के मुताबिक विधानसभा में विपक्ष के नेता संगमा कथित तौर पर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से नाखुश चल रहे थे। टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि नये विधायकों के साथ आने से तृणमूल कांग्रेस राज्य में प्रमुख विपक्षी दल बन गई है।
सूत्रों ने कहा कि 2023 में मेघालय में होने वाले चुनावों को देखते हुए, राज्य में टीएमसी के विकल्पों का पता लगाने के लिए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की टीम के सदस्य शिलांग में हैं।
मेघालय प्रदेश तृणमूल कांग्रेस की औपचारिक शुरुआत 2012 में राज्य की 60 में से 35 सीटों पर चुनाव लड़ने के इरादे से की गई थी।

कर्मियों के परिवारों को 35 लाख रुपये की राशि
अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने कार्रवाई के दौरान या अन्य कारणों से ड्यूटी पर जान गंवाने वाले अपने कर्मियों के परिवारों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि बढ़ा दी है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि नए नियमों के अनुसार, लड़ाई के दौरान जान गंवाने वाले कर्मियों के परिवारों को 35 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। उन्हें अबतक 21.5 लाख रुपये दिए जा रहे थे। उन्होंने बताया कि सेवा में रहने के दौरान दुर्घटना, 
खुदकुशी या बीमारी की वजह से जिन कर्मियों की जान जाएगी, उनके परिवारों को अब 25 लाख रुपये दिए जाएंगे, जो अब तक दिये जा रहे 16.5 लाख रुपये से अधिक है एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस बाबत सितंबर में अर्धसैनिक बल के संचालन मंडल की वार्षिक बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया।
अनुग्रह राशि दो कोष से दी जाएगी, जिसमें बल के कर्मी स्वैच्छिक अंशदान करते हैं। इसमें ‘जोखिम कोष’ और ‘केंद्रीय कल्याण कोष’ शामिल है। अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) या अर्धसैनिक बलों में भी इसी तरह का निर्णय लिया जा रहा है।
सीआरपीएफ ने मृत कर्मी की बेटी या बहन की शादी के लिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता भी बढ़ा दी है। अधिकारियों ने कहा कि इसे 50,000 रुपये से बढ़ा कर एक लाख एक लाख रुपया कर दिया गया है। सीआरपीएफ देश का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है जिसमें करीब सवा तीन लाख कर्मी हैं. बल की तैनाती कश्मीर घाटी से लेकर नक्सल प्रभावित क्षेत्र तक में की गई है।

 

प्रोद्योगिकी: बुनियादी स्तर पर पुनर्विचार की जरूरत

प्रोद्योगिकी: बुनियादी स्तर पर पुनर्विचार की जरूरत 
अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को कहा कि सोशल मीडिया मंचों और वेबसाइटों पर डाली जाने वाली सामग्री की जिम्मेदारी 'स्पष्ट रूप से परिभाषित' की जानी चाहिए। मंत्री ने आगे कहा कि पिछले कुछ दशकों में प्रौद्योगिकी और इंटरनेट में बदलाव के लिए इंटरनेट के संचालन ढांचे में बुनियादी स्तर पर पुनर्विचार की जरूरत है।
वैष्णव ने पहले इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फोरम (आईआईजीएफ 2021) का उद्घाटन करने के दौरान कहा, ‘‘सामग्री के सृजन के तरीके, सामग्री का उपभोग करने के तरीके, इंटरनेट के उपयोग के तरीके, भाषाएं, जिनमें इंटरनेट का उपयोग किया जाता है, मशीनें, इंटरनेट का उपयोग करने वाले माध्यम, सब कुछ बदल गया है। इसलिए, इन बुनियादी बदलावों के साथ, हमें निश्चित रूप से इंटरनेट के पूरे संचालन ढांचे में बुनियादी स्तर पर पुनर्विचार की जरूरत है।’’ यह बताते हुए कि भारत इस संबंध में अग्रणी है, वैष्णव ने कहा कि इंटरनेट के सबसे बड़े उपयोगकर्ताओं में से एक भारत को दुनिया भर में इंटरनेट के संचालन को परिभाषित करने के तरीके में एक प्रमुख हितधारक होना चाहिए। एक ऐसे युग में जहां सामग्री का निर्माण और उपभोग मोबाइल उपकरणों के माध्यम से किया जा रहा है, मंत्री ने मंच के प्रतिभागियों से सामग्री की जिम्मेदारी सहित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने और विचार-विमर्श करने के लिए कहा।इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने जोर देकर कहा कि वैश्विक इंटरनेट का भविष्य भारत के इंटरनेट परितंत्र और नवाचार क्षमताओं के नेतृत्व में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के भविष्य को ‘‘सावधानीपूर्वक नियोजित’’ करना होगा, यह देखते हुए कि कुछ वर्षों में एक अरब भारतीय उपयोगकर्ता इंटरनेट का इस्तेमाल करेंगे। चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘इस संदर्भ में, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि हम एक राष्ट्र के रूप में इंटरनेट के भविष्य को सावधानीपूर्वक आकार दें, नीतियों और विनियमों, अधिकारों और जिम्मेदारियों को सावधानीपूर्वक निर्धारित करें।

मध्य रेलवे का प्लेटफॉर्म टिकट 10 रुपये किया
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। मध्य रेलवे के ट्वीट के अनुसार, प्लेटफॉर्म टिकट 10 रुपए कर दिया गया है। रेलवे ने अपने यात्रियों को बड़ी राहत दी है। सेंट्रल रेलवे द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, अब यात्रियों को 50 रुपए की जगह 10 रुपए में प्लेटफॉर्म टिकट मिलेगा। रेलवे ने ये कदम प्लेटफॉर्म में भीड़ को कम करने के लिए उठाया था।
आदेश के मुताबिक, सीएसएमटी, दादर, एलटीटी, ठाणे, कल्याण और पनवेल स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत अब 10 रुपये कर दी गई। ये आदेश 25 नवंबर से लागू है।
रेलवे ने कोरोना वक्त में रेलवे का परिचालन बंद कर दिया था। लेकिन बाद में जब कोविड के हालात सुधरने लगे तो भारतीय रेलवे धीरे-धीरे ट्रेनों का परिचालन बहाल करना शुरू कर दिया और सभी ट्रेनों के नंबर बदलकर स्पेशल कैटेगरी में कर दिया गया था। इसी के साथ ट्रेनों के टिकट की कीमतों में भी इजाफा किया गया था।

भारत की आबादी में महिलाओं की संख्या-1020 हुईं
अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। पहली बार भारत की कुल आबादी में 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या-1020 हो गई है। बुधवार को जारी नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 के आंकड़े यही बताते हैं। इससे पहले 2015-16 में हुए एनएफएसएच-4 में यह आंकड़ा प्रति 1000 पुरुषों पर 991 महिलाओं का था।
यही नहीं, जन्म के समय का लिंगानुपात यानी जेंडर रेश्यो भी सुधरा है। 2015-16 में यह प्रति 1000 बच्चों पर 919 बच्चियों का था। ताजा सर्वे में यह आंकड़ा प्रति 1000 बच्चों पर 929 बच्चियों पर पहुंच गया है। खास बात ये है कि कुल आबादी में लिंगानुपात शहरों के बजाय गांवों में बेहतर है। गांवों में प्रति 1000 पुरुषों पर 1037 महिलाएं हैं, जबकि शहरों में 985 महिलाएं ही हैं।
पहली बार देश में प्रजनन दर 2 पर आ गई है। 2015-16 में यह 2.2 थी। खास बात ये है कि 2.1 की प्रजनन दर को रिप्लेसमेंट मार्क माना जाता है। यानी अगर एक दंपति दो बच्चों को जन्म दे रहे हैं, तो वो दो बच्चे उन्हें रिप्लेस कर लेंगे। 2 से कम बच्चे पैदा करने का मतलब है कि आबादी कम होने की आशंका है। 2.1 की प्रजनन दर पर आबादी की वृद्धि स्थिर बनी रहती है। 
आबादी में महिलाओं का अनुपात भले ही बढ़ गया है, लेकिन अभी तक उनकी स्थिति बहुत बेहतर नहीं हुई है। आज भी देश में 41% महिलाएं ही ऐसी हैं जिन्हें 10 वर्ष से ज्यादा स्कूली शिक्षा प्राप्त हुई है, यानी वे 10वीं कक्षा से आगे पढ़ सकीं।  59% महिलाएं 10वीं से आगे नहीं पढ़ पाईं।
ग्रामीण इलाकों में तो सिर्फ 33.7% महिलाएं ही 10वीं के आगे पढ़ सकीं। 5जी के दौर में भी इंटरनेट की पहुंच देश की सिर्फ 33.3% महिलाओं तक ही है।
इसके साथ-साथ 78.6% महिलाएं अपना बैंक खाता ऑपरेट करती हैं. 2015-16 में यह आंकड़ा 53% ही था। वहीं 43.3% महिलाओं के नाम पर कोई न कोई प्रॉपर्टी है, जबकि 2015-16 में यह आंकड़ा 38.4% ही था। माहवारी के दौरान सुरक्षित सैनिटेशन उपाय अपनाने वाली महिलाएं 57.6% से बढ़कर 77.3% हो गई हैं। हालांकि बच्चों और महिलाओं में एनीमिया बड़ी चिंता बनकर उभरा है। 67.1% बच्चे और 15 से 49 वर्ष की 57% महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं। 2015-16 में खुद के आधुनिक टॉयलेट वाले घर 48.5% थे। 2019-21 में यह संख्या 70.2% हो गई है। मगर 30% अभी वंचित हैं। देश के 96.8% घरों तक बिजली पहुंच चुकी है।

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