बुधवार, 24 नवंबर 2021

गैंग का पर्दाफाश, 2 बदमाशों को गिरफ्तार किया

गैंग का पर्दाफाश, 2 बदमाशों को गिरफ्तार किया
हरिओम उपाध्याय         
मुजफ्फरनगर। दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग समेत अन्य हाईवे पर परेशान लोगों को लिफ्ट देने के बहाने रास्ते में उनसे लूटपाट करके फरार हो जाने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। 
जिनके कब्जे से यात्रियों से लूटे गए हजारों रुपए के अलावा एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है।
 बदमाशों के कब्जे से 4 हजार रुपए की नगदी और एक रेडमी कंपनी का मोबाइल फोन बरामद किया गया है। नई मंडी कोतवाल ने बताया है कि इसी वर्ष की 19 सितंबर को थाना सिखेड़ा क्षेत्र के गांव बिहारी निवासी इशाक अपने भतीजे के साथ हाईवे स्थित जानसठ फ्लाईओवर पर कही जाने के लिये किसी सवारी के आने का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान कार में सवार होकर आए युवकों ने लिफ्ट देने के बहाने इशाक और उनके भतीजे को अपनी गाड़ी में बैठा लिया और सुनसान रास्ते पर लूटपाट करने के बाद उन्हें जंगल में छोड़ दिया। पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज करते हुए कार्यवाही शुरू कर दी थी। 
पुलिस ने आज बिलासपुर चौराहे से जनपद मेरठ के थाना कंकरखेड़ा क्षेत्र के नगला तासी गांव निवासी शादाब पुत्र मोहम्मद गजनबी और शाहरुख पुत्र यासीन को गिरफ्तार किया। बदमाशों ने पूछताछ में बताया है कि वह रात के समय हरिद्वार, रुड़की, मेरठ व मुजफ्फरनगर के छपार व खतौली स्थित हाईवे पर कार के माध्यम से रास्ते में परेशान मिले लोगों को लिफ्ट देकर अपनी कार में बैठा लेते हैं। बाद में लूटपाट करके यात्रियों को सुनसान स्थान पर छोड़कर फरार हो जाते थे।

एक्ट्रेस कंगना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की
कविता गर्ग           मुंबई। फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत इन दिनों अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। किसान आंदोलन को लेकर अन्नदाताओं को कथित तौर पर खालिस्तानी करार दिया था। उनके इस बयान का काफी विरोध भी हुआ। अब उनके बयान को लेकर उनके खिलाफ मुंबई में एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। हाल ही में उन्होंने महात्मा गांधी और स्वतंत्रता आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया था। 

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ अपने सोशल मीडिया पोस्ट में सिख समुदाय के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए मुंबई में एक शिकायत दर्ज कराई थी। इससे पहले सिखों के एक संगठन ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ अपने सोशल मीडिया पोस्ट में सिख समुदाय के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए मुंबई में एक शिकायत दर्ज कराई थी।

इन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर कंगना को दिया गया पद्मश्री सम्मान वापस लेने का भी आग्रह किया था। कंगना रनौत ने हाल में अपनी इंस्टा स्टोरी पर तीन पोस्ट किए हैं। कंगना ने पहले पोस्ट में एक ट्वीट के जवाब में लिखा, ‘यदि धर्म बुराई पर विजय प्राप्त करता है, तो वह उसे पोषण देता है। यदि बुराई धर्म पर विजय प्राप्त करती है तो वो भी बुराई बन जाती है। गलत का साथ देना आपको भी गलत बना देता है।’

मुंबई: एक्ट्रेस सेलिना जेटली का 40वां जन्मदिन

मुंबई: एक्ट्रेस सेलिना जेटली का 40वां जन्मदिन
कविता गर्ग 
मुबंई। साल 2003 में आई फिल्म 'जानसीन' से फेमस होने वाली एक्ट्रेस सेलिना जेटली का आज जन्मदिन है। सेलिना आज अपना 40वां जन्मदिन मना रही हैं। उन्होंने फेमिना मिस इंडिया 2001 का खिताब जीता था। सेलिना ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की थी। उन्हें शुरुआत में बॉलीवुड में कुछ फिल्में भी मिली लेकिन, उनके करियर को कुछ खास ऊंचाई नहीं मिली।जिसके बाद उन्होंने फिल्मी दुनिया से दूरीं बना ली।
इसके बाद साल 2011 में बिजनेसमैन पीटर हाग से शादी कर ली। 
सेलिना के चार बच्चे हैं। साल 2012 में उन्होंने दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था जिनका नाम विराज और विंस्टन है। इसके बाद साल 2017 में दोबारा मां बनीं और फिर से उन्हें जुड़वा बच्चे हुए। हालांकि एक बच्चे का निधन हो गया। 
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुआ था। सेलिना के पिता विक्रम कुमार जेटली भारतीय सेना में कर्नल थे। सेलिना की मां भी भारतीय सेना में नर्स के तौर पर काम करती थीं। पहली ही फिल्म में बिकिनी में कई हॉट सीन देकर सेलिना रातोंरात सुर्खियों में आ गई थीं। 
एक इंटरव्यू के दौरान सेलिना ने अपने और पीटर के रिश्ते के बारे में बात करते हुए कई खुलासे किए थे। सेलिना ने बताया था कि पीटर और उनकी मुलाकात पहली बार दुबई में हुई थी। सेलिना उस वक्त दुबई में भारतीय फैशन ब्रांड के स्टोर को लांच करने गई थीं। यह लव एट फर्स्ट साइट था। अगस्त साल 2010 में वह मेरे माता-पिता से मिलने आए। फिर हमने सगाई की और कुछ महीनों बाद शादी कर ली।
सेलिना भले ही फिल्मी दुनिया को अलविदा कह चुकीं हो लेकिन एक्ट्रेस सोशल मीडिया पर आए दिन वीडियो और तस्वीरें शेयर कर रही हैं। वह अपने पति के साथ ऑस्ट्रिया में रहती हैं। ऑस्ट्रिया में उनके पति का करोड़ों का बिजनेस है और वह काफी लग्जरी लाइफस्टाइल कैरी करती हैं।

किसानों का आंदोलन अभी समाप्त नहीं होगा: टिकैत

किसानों का आंदोलन अभी समाप्त नहीं होगा: टिकैत 
अश्वनी उपाध्याय             गाजियाबाद। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बुधवार को कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसानों का आंदोलन अभी समाप्त नहीं होगा और आगे की रूपरेखा 27 नवंबर को तय की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के केंद्र सरकार के दावों को लेकर भी प्रदर्शनकारी उससे सवाल करेंगे। राकेश टिकैत  ने ट्वीट किया, ‘‘ये आंदोलन अभी ख़त्म नहीं होगा। 27 नवंबर को हमारी बैठक है। जिसके बाद हम आगे के निर्णय लेंगे। (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी ने कहा है कि एक जनवरी से किसानों की आमदनी दोगुनी हो जाएगी तो हम पूछेंगे कि कैसे दोगुनी होगी। किसानों की जीत तब होगी जब उन्हें अपनी फसलों के उचित दाम मिलेंगे।’’ 

केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सैकड़ों किसान पिछले साल 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि उनकी सरकार तीनों विवादास्पद कानूनों को वापस लेगी। वहीं, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को बुधवार को मंजूरी दी। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह जानकारी दी। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने से संबंधित विधेयक पेश किये जाने के लिये सूचीबद्ध है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों के संदर्भ में कहा था कि वे देशवासियों से क्षमा मांगते हुए सच्‍चे मन से और पवित्र हृदय से कहना चाहते हैं कि शायद उनकी तपस्‍या में ही कोई कमी रही होगी। जिसके कारण दिये के प्रकाश जैसा सत्‍य किसान भाइयों को वो समझा नहीं पाए। उन्होंने कहा था कि हमने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का, निरस्त करने का निर्णय लिया है।


पदयात्रा कर रामधुन में शामिल होंगे दिग्विजय
भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने अपनी पूर्व घोषणा के अनुरूप आज यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक रामेश्वर शर्मा के निवास तक पदयात्रा करेंगे। दिग्विजय सिंह दिन में लगभग 11 बजे मिंटो हॉल परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा के शासकीय निवास तक पदयात्रा कर रामधुन में शामिल होंगे।
इस बीच पुलिस प्रशासन द्वारा मिंटो हाल से लेकर रामेश्वर शर्मा के निवास तक पुलिस बल की तैनाती की गयी है। इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा कि हिंसा पर अहिंसा की जीत। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घुटने तोड़ने वाले भाजपा विधायक ने कांग्रेसियों के सामने घुटने टेके।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए ‘हलुआ पुड़ी’ का निमंत्रण। धन्यवाद। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि हे भाजपाईयों हे संघियों हमारे साथ बैठ कर रामधुन गाओ। और भारतीय संविधान का पालन कर सभी धर्मों का सम्मान करो। पूर्व मुख्यमंत्री ने सिलसिलवार ट्वीट कर कहा हे भाजपाईयों हे संघियों सनातन धर्म का पालन करो। सत्य प्रेम अहिंसा व सद्भावना का पालन करो।
हमारे सनातन धर्म का नारा है। धर्म की जय हो अधर्म का नाश हो प्राणियों में सद्भावना हो विश्व का कल्याण हो यही सनातनी परंपरा को महात्मा गांधी ने हमें सिखाया है। दरअसल हाल ही में भोपाल के हुजूर विधानसभा क्षेत्र से विधायक दिग्विजय सिंह ने एक कार्यक्रम में कहा था कि इस इलाके में आने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घुटने तोड़ दिए जाएंगे।

क्रिकेटर-सांसद ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया 
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। ईस्ट दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया है और बताया कि उन्हें ‘आईएसआईएस कश्मीर’ से जान से मारने की धमकी मिली है। 
डीसीपी सेंट्रल श्वेता चौहान ने कहा कि इस बात की जानकारी मिलते ही हमने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। गौतम गंभीर की सेफ्टी के लिए गंभीर के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
वहीं, हाल ही में गौतम गंभीर ने नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा भाई बताने वाले बयान पर हमला बोला था। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सिद्धू का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। जिसमें एक पाकिस्तानी अधिकारी इमरान खान की ओर से उनका स्वागत करते दिखते हैं और वह यह कहते हुए सुने जा रहे हैं कि खान उनके ‘‘बड़े भाई’’ जैसे हैं और वह उन्हें बहुत प्यार करते हैं। जिसके बाद गौतम गंभीर ने शनिवार को कहा, ‘नवजोत सिंह सिद्धू को अपने बच्चों को सीमा पर भेजना चाहिए।
प्रदूषण: दिल्ली सरकार को दोबारा फटकार लगाईं
अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण के मामले में केंद्र और दिल्ली सरकार को एक बार फिर फटकार लगाते हुए उन्हें स्थाई समाधान निकालने को कहा है। शीर्ष अदालत ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में प्रदूषण कम करने के मद्देनजर लगाई गई पाबंदियां अगले दो दिनों तक जारी रखने का आदेश दिल्ली सरकार को दिया है।
मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना, न्यायमूर्ति डी. वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति सूर्य कांत की शीर्ष अदालत की पीठ स्कूली छात्र आदित्य दुबे की जनहित याचिका पर आज आगे की सुनवाई कर रही है। अदालती आदेशों के अनुपालन संबंधी रिपोर्ट बुधवार को राज्य सरकारों की ओर पेश की गई, लेकिन केंद्र सरकार ने दाखिल नहीं की।
केंद्र सरकार ने कहा कि वह राज्य सरकारों से प्रदूषण की स्थिति और उससे निपटने के उपायों की जानकारी लेने के बाद पीठ के समक्ष अपनी रिपोर्ट दाखिल करेगी। सुनवाई के दौरान केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से प्रदूषण कम करने की तत्कालिक उपाय की जानकारी देते हुए कहा गया कि प्रदूषण पहले के मुकाबले कम हुए हैं तथा आने वाले समय में उसके और कम होने की संभावना व्यक्त की गई है। उनकी इस दलील पर पीठ ने कहा कि यह हवा के कारण प्रदूषण स्तर कम हो सकता है।
अदालत ने कहा कि हम इस समस्या का स्थाई समाधान चाहते हैं। शीर्ष अदालत ने प्रदूषण रोकने के मामले में नौकरशाहों के रवैया पर एक बार फिर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें जमीनी स्तर पर ठोस प्रयास करने चाहिए। पंजाब में पराली का मामला हो या दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों और वाहनों से जुड़ा मामला। हर मामले में नौकरशाहों के ढीले ढाले रवैये देखने को मिलते हैं।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने बार-बार अदालती आदेशों और उन्हें लागू करने में सरकारों की लापरवाही को गंभीर बताते हुए कहा कि प्रदूषण के कारण दुनिया में गलत संदेश जाता है। इस मामले पर गंभीरता से प्रयास किए जाने की जरूरत है। मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना की अध्यक्षता वाली शीर्ष अदालत की पीठ स्कूली छात्र आदित्य दुबे की जनहित याचिका पर आगे की सुनवाई कर रही है।
शीर्ष अदालत ने पिछले दिनों हुई सुनवाई के दौरान केंद्र और दिल्ली एवं पड़ोसी राज्य सरकारों से ‘राजनीति और सरकार’ की सीमा से ऊपर प्रदूषण कम करने के लिए ठोस उपाय करने का आदेश दिया था। सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने कहा था कि प्रदूषण बढ़ने के कारण हम घरों में मास्क लगाने को मजबूर हैं।सर्वोच्च अदालत ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि दिल्ली में वायु प्रदूषण की खतरनाक स्थिति के लिए किसान बड़ा कारक नहीं, बल्कि औद्योगिक इकाइयां, कोयले से चलने वाले बिजली उत्पादन संयंत्र और सड़कों पर बड़ी संख्या में दौड़ने वाले वाहन मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं। केंद्र सरकार सभी संबंधित राज्यों की आपात बैठक बुलाकर प्रदूषण कम करने के लिए ‘वर्क फ्रॉम होम’ समेत तत्काल सभी जरूरी उपाय सुनिश्चित 
 करने की व्यवस्था करें।
गौरतलब है कि शीर्ष अदालत के आदेश के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने आपात बैठक बुलाकर कई उपाय किए थे। अपने कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम के अलावा स्कूलों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों को अगले आदेश तक बंद करने का आदेश दिया था। सड़कों पर पानी का छिड़काव की व्यवस्था की गई।
निर्माण गतिविधियों पर आंशिक रूप लगाई गई थी। खंडपीठ ने कहा था कि हरियाणा एवं पंजाब के किसानों द्वारा पराली जलाने का मुद्दा उठाकर बार-बार राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्थिति तक बढ़ने का शोर मचाया जाता है लेकिन विभिन्न रिपोर्टों से यह साफ हो गया कि प्रदूषण की बड़ी वजह पराली जलाना नहीं बल्कि सड़कों पर दौड़ने वाले वाहन रीमा निर्माण भवन एवं अन्य निर्माण कार्यों के कारण निकलने वाले धूल और बिजली उत्पादन करने वाले संयंत्र हैं, जो 74 फीसदी प्रदूषण फैलाते हैं। 
सर्वोच्च अदालत ने हालांकि हरियाणा और पंजाब सरकारों से कहा था कि वे अपने यहां के किसानों को कम से कम दो सप्ताह के लिए पराली जलाने से रोकने के लिए उन्हें समझाएं। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुनवाई के दौरान रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा था पराली जलाने के कारण सिर्फ 10 प्रतिशत प्रदूषण होती है।
इस पर न्यायमूर्ति सूर्य कांत ने कहा था कि जब पराली जलना प्रदूषण के बढ़ने की मुख्य वजह नहीं है तो किसान को लेकर इतनी हाय तौबा क्यों मचाई जा रही है। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने विभिन्न रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा था कि प्रदूषण खतरनाक स्थिति तक पहुंचने के लिए वाहनों की भारी तादाद औद्योगिक इकाइयां और निर्माण कार्य एवं अन्य कारणों से बढ़ने वाले धूल एवं अन्य चीजें मुख्य कारण हैं।

कमांडर जगदीश के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल 
अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। नौसेना के उपकरणों की खरीद तथा उनकी देखरेख से संबंधित गोपनीय सूचना कथित तौर पर लीक करने के मामले में सितंबर में गिरफ्तार किए गए नौसेना के कमांडर जगदीश के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आरोप-पत्र दाखिल किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि छह आरोपियों के खिलाफ दो आरोप-पत्र पहले ही दाखिल किए जा चुके थे लेकिन कमांडर जगदीश के खिलाफ जांच चल रही थी। सोमवार को सीबीआई ने उनके खिलाफ भी आरोप-पत्र दाखिल कर दिया। उन्होंने बताया कि सेवानिवृत्त अधिकारी कमोडोर रणदीप सिंह और कमांडर एस जे सिंह, सेवारत अधिकारी कमांडर अजीत पांडे और हैदराबाद स्थित एलेन रेनफोर्स्ड प्लास्टिक्स लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक समेत कई आरोपियों को इस मामले में पहले ही जमानत मिल चुकी है।
बचाव पक्ष के वकीलों ने कहा कि सीबीआई ने यह स्वीकार किया है कि सरकारी गोपनीयता कानून (ओएसए) के तहत जांच चल रही है लेकिन उन्होंने आरोप-पत्र में इसका जिक्र नहीं किया। वकीलों ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ दाखिल किया गया आरोप-पत्र अधूरा है अत: आरोपी स्वत: जमानत पाने का अधिकारी हो जाता है।
जांच एजेंसी अगर 60 दिन अथवा 90 दिन की तय अवधि (लगाए गए आरोपों के आधार पर) के भीतर आरोप-पत्र दाखिल नहीं करती है तो आरोपी वैधानिक रूप से जमानत का हकदार हो जाता है। बचाव पक्ष के वकीलों ने दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले का हवाला देते हुए दलील दी थी कि सरकारी गोपनीयता कानून के तहत आरोप-पत्र 90 दिन में नहीं बल्कि 60 दिन के भीतर दायर होना चाहिए।
विशेष अदालत ने बचाव पक्ष के वकीलों के दलीलों से सहमत होते हुए कहा कि सरकारी गोपनीयता कानून के संबंध में सीबीआई का आरोप-पत्र अधूरा है। इसके बाद अदालत ने आरोपी को जमानत दे दी। सीबीआई को नौसेना में खरीद को लेकर एक बैठक से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों के लीक होने की सूचना मिली थी जिसके बाद दो सितंबर को सेनानिवृत्त नौसैन्य अधिकारी कमोडोर रणदीप सिंह और कमांडर सतविंदर जीत सिंह के यहां छापेमारी की गई थी।
दोनों को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में सीबीआई ने कमांडर अजीत कुमार पांडे, कमांडर जगदीश और एलेन रेनफोर्स्ड प्लास्टिक्स लिमिटेड के अधिकारियों समेत कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था।

खेल: टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में जगह बनाईं

खेल: टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में जगह बनाईं

पेरिस। क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन करके शानदार गोल दागा जिससे मैनचेस्टर यूनाईटेड ने मंगलवार को विल्लारीयाल को 2-0 से हराकर चैंपियन्स लीग फुटबॉल टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में जगह बनायी। बार्सिलोना को हालांकि, अंतिम 16 में जगह बनाने के लिये अभी इंतजार करना होगा।

उसने बेनफिका के खिलाफ मैच गोलरहित ड्रा खेला। पिछले सप्ताह ओले गनार सोलस्कायेर को बर्खास्त करने के बाद यूनाईटेड पहली बार अंतरिम कोच माइकल कैरिक की अगुवाई में खेल रहा था। रोनाल्डो के शानदार प्रयास से वह जीत से शुरुआत करने में सफल रहे। रोनाल्डो ने 78वें मिनट में गोल करके यूनाईटेड को बढ़त दिलायी जबकि जादोन सांचो ने 90वें मिनट में दूसरा गोल दागा। इससे यूनाईटेड ने ग्रुप एफ में अपना शीर्ष स्थान सुनिश्चित किया।


फिट और हेल्दी रखने में मददगार है जड़ी बूटी
मो. रियाज         हमारे आस-पास कई ऐसी चीजें हैं। जो हमें हर रोज फिट और हेल्दी रखने में मददगार हैं। बशर्ते हमें उनके बारे में पता हो। सर्दियों में शरीर को कई तरह के संक्रमणों से लड़ने की जरूरत होती है। ऐसे में हमारी डाइट सबसे अहम रोल प्ले करती है। जड़ी-बूटियों और मसालों का उपयोग सदियों से कई स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता रहा है। इन जड़ी बूटियों को पानी में भिगोने से उनकी उपचार शक्ति बढ़ती है। जड़ी-बूटियों का पानी तैयार करने के लिए आपको बस कुछ जड़ी-बूटियों को एक गिलास पानी में भिगोना है, इसे रात भर छोड़ देना है और सुबह इसे पीना है।

1. मैथी का पानी: मेथी के दानों का इस्तेमाल भारतीय खाना बनाने में किया जाता है और यह आमतौर पर हर घर में पाया जाता है। स्वाद में थोड़ा कड़वा, यह मसाला औषधीय गुणों का भंडार है और कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर कर सकता है। मेथी के बीज एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरे हुए हैं। मेथी का पानी पीने से आपको वजन कम करने, इम्यूनिटी को बढ़ावा देने, ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने और बेहतर पाचन को बढ़ावा देने में मदद मिल सकते हैं।

2. तुलसी का पानी: तुलसी अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है। तुलसी के एंटीबायोटिक, एंटी-फंगल और जीवाणुरोधी गुण बुखार और सर्दी को रोकने में मदद कर सकते हैं। आपकी त्वचा और बालों के लिए भी अच्छे होते हैं। बहुत से लोग सिरदर्द, दांत दर्द और गले की खराश से छुटकारा पाने के लिए भी तुलसी के पत्तों को चबाते है। दिन में तीन बार तुलसी का पानी पीने से भी एसिडिटी को दूर रखने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, तुलसी के एंटी इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने और हृदय रोग के विकास के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं।

3. दालचीनी पानी: एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर दालचीनी हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचाती है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। दालचीनी का पानी पाचन तंत्र में कार्बोहाइड्रेट के टूटने को कम करके ब्लड शुगर लेवल को कम करने में भी मदद करता है।दालचीनी के अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए उन्हें कुछ समय के लिए पानी में भिगोना सबसे अच्छा है।

4. धनिया के बीज का पानी: धनिया का उपयोग भोजन में एक अलग स्वाद जोड़ने के लिए किया जाता है। धनिया के बीज एंटीऑक्सिडेंट से भरे होते हैं, जो रक्त कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करके और ब्लड प्रेशर को कम करके हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।धनिया के बीज का पानी डायबिटीज को नियंत्रित करने और गठिया के लक्षणों को दूर करने में भी मदद करता है। इसके अलावा धनिया के बीज के पानी में फैटी एसिड और आवश्यक तेल होते हैं। जो भोजन को आसानी से पचाने में मदद करते हैं।

घोषणा: न्यूजीलैंड ने कुछ देशों को सूची से हटाया

घोषणा: न्यूजीलैंड ने कुछ देशों को सूची से हटाया
अखिलेश पांडेय             
वेलिंगटन। न्यूजीलैंड आगामी महीनों में अपनी सीमाएं फिर से खोलेगा। सरकार ने बुधवार को इसकी घोषणा करते हुए जनवरी से, विस्थापित निवासियों की वापसी और अप्रैल से पर्यटकों के आने की मंजूरी दे दी है। न्यूजीलैंड इसके साथ ही इंडोनेशिया, भारत और ब्राजील समेत कुछ देशों को अत्यधिक जोखिम वाले देशों की सूची से हटा रहा है। जिससे इन देशों से लोग न्यूजीलैंड आ सकेंगे।
कोविड-19 महामारी फैलने पर इस दक्षिण प्रशांत देश ने कड़े सीमा प्रतिबंध लगाए थे, पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी और देश लौटने वाले निवासियों के लिए सेना द्वारा संचालित किसी पृथक वास केंद्र में दो हफ्ते बिताने को अनिवार्य कर दिया था। महामारी के पहले 18 महीनों में सीमा प्रतिबंध न्यूजीलैंड को कोरोना वायरस से मुक्त बनाने के लिए अहम माने गए।
कोविड-19 प्रतिक्रिया मंत्री क्रिस हिप्किन्स ने कहा कि सरकार ने न्यूजीलैंड वासियों को महामारी में सुरक्षित रखने के लिए मुश्किल फैसले लिए। उन्होंने कहा, ”हमने माना कि यह बहुत मुश्किल रहा। परिवारों को अलग कर दिया गया। लोगों को ऐसे स्थानों पर रहना पड़ा जहां वह लंबे समय तक नहीं रहना चाहेंगे। हम इस बात से भली भांति परिचित हैं कि इन पाबंदियां का लोगों के जीवन और उनकी आजीविका पर क्या असर पड़ा है।”
सरकार की योजना के तहत देश में आने वाले सभी यात्रियों को अब भी कम से कम सात दिनों के लिए खुद को पृथक रखना होगा। कोविड-19 रोधी टीके की पूरी खुराक ले चुके न्यूजीलैंड के लोग 16 जनवरी से पृथक-वास किए बिना ऑस्ट्रेलिया से लौट सकेंगे और 13 फरवरी के बाद अन्य देशों से लौट सकेंगे। पर्यटकों तथा अन्य यात्रियों के लिए 30 अप्रैल से देश में प्रवेश के दरवाजे अलग-अलग चरणों में खोले जाएंगे।

4,100 शरणार्थियों के पुनर्वास की सीमा बढ़ाईं 
सुनील श्रीवास्तव       
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में संघीय अधिकारियों ने तकरीबन 4,100 अफगान शरणार्थियों के पुनर्वास की समयसीमा बढ़ा दी है। ये अफगान शरणार्थी ‘इंडियाना नेशनल गार्ड’ के ‘कैम्प एटरबरी’ प्रशिक्षण चौकी पहुंचने के दो महीने से अधिक समय बाद भी वहीं रह रहे हैं। गृह सुरक्षा विभाग के अभियान ‘एलीज वेलकम’ के संयोजक आरोन बट ने कहा कि एजेंसी के सीमित पुनर्वास संसाधन और कोरोना वायरस महामारी के कारण पुनर्वास के प्रयासों में देरी हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि उनका लक्ष्य नवंबर की शुरुआत तक शरणार्थियों को स्थायी रूप से बसाने का था। अब इस साल के अंत तक बाकी बचे सभी शरणार्थियों को बसाने का नया लक्ष्य तय किया गया है। हालांकि, बट ने कहा कि छुट्टियों और सर्दियों के कारण यह समयसीमा 2022 की शुरुआत तक बढ़ सकती है।
इंडियानापोलिस से करीब 40 किलोमीटर दूर कैम्प एटरबरी अमेरिका में उन आठ स्थानों में से एक है जिसका इस्तेमाल रक्षा विभाग अफगानिस्तान के विशेष आव्रजक वीजा आवेदक, उनके परिवार और अन्य अफगान कर्मियों को रखने में कर रहा है। बट ने बताया कि अभी तक करीब 250 अफगान नागरिक इंडियाना में बस गए हैं।
इंडियाना के कार्यबल विकास विभाग के आयुक्त फ्रेड पायने ने बताया कि राज्य की एजेंसी शरणार्थियों को इंडियाना में नौकरियां तलाशने में भी मदद कर रही है। इंडियाना में 150 से अधिक नियोक्ताओं ने एजेंसी को बताया कि 4,000 नौकरियां शरणार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।

‘मैसेज फॉर एवरीवन’ की सीमा बढ़ाएंगा व्हाट्सएप

‘मैसेज फॉर एवरीवन’ की सीमा बढ़ाएंगा व्हाट्सएप
अकांशु उपाध्याय            
 नई दिल्ली। व्हाट्सएप जल्द ही ‘डिलीट मैसेज फॉर एवरीवन’ फीचर की समय सीमा बढ़ाने वाला है। अभी भी केवल एक घंटे, आठ मिनट और सोलह सेकंड के बाद भेजे गए मैसेज कर सकते हैं। अब इस फीचर में क्रांति आने वाली है। जानकारी के अनुसार अब सात दिन बाद भी अपने संदेशों को शेयर कर सकते हैं।
 पर कई बार फ्रैंड्स, रिलेशनशिप और ऑफिस कुलीग्स के साथ ऐसी बातें हो जाती हैं। जिसके करने के कुछ समय बाद महसूस होता है कि इसे अब हटा देना चाहिए। ऐसे के लिए व्हाट्सएप पर डिलीट फॉर एवरीवन एक यूजफुल फीचर है। अभी तक मैसेज भेजने के केवल एक घंटे तक ही उसे हटा सकते हैं। अगर यह समय बीत गया तो मैसेज डिलीट नहीं होगा। अब इस फीचर में बड़ा बदलाव होने वाला है जो बहुत ही काम का साबित हो सकता है।
व्हाट्सएप फीचर ट्रैकर  के अनुसार भविष्य के अपडेट में समय सीमा को 7 दिन और 8 मिनट में बदलने की योजना बना रहा है। ऐसा भी हो सकता है कि व्हाट्सएप समय सीमा को हटा दे और उपयोगकर्ताओं के लिए मैसेज भेजने के घंटों, दिनों, वर्षों के बाद भी सभी के लिए संदेशों को हटाने का विकल्प खुला रखेगा। टिपस्टर की रिपोर्ट है कि फीचर अभी भी  के तौर पर शुरू किया जा सकता है।

30 नवंबर को खुलेगा 'आरंभिक सार्वजनिक निर्गम'
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। स्टार हेल्थ एंड अलाइड इन्श्योरेंस कंपनी का 7,249 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 30 नवंबर को खुलेगा। कंपनी ने आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 870 से 900 रुपये प्रति शेयर रखा है। कंपनी ने बुधवार को बताया कि तीन दिन तक चलने वाला आईपीओ दो दिसंबर को बंद होगा।
एंकर निवेशकों के लिए बोली 29 नवंबर को खुलेगी। आईपीओ के तहत 2,000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा प्रवर्तक तथा मौजूदा शेयरधारक 58,324,225 शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) करेंगे। ओएफएस के तहत शेयरों की पेशकश करने वाले प्रवर्तकों और प्रवर्तक समूह में सेफक्रॉप इन्वेस्टमेंट्स इंडिया एलएलपी, कोणार्क ट्रस्ट, एमएमपीएल ट्रस्ट शामिल है।
वही मौजूदा निवेशक के तौर पर एपिस ग्रोथ 6 लिमिटेड, एमआईओ आईवी स्टार, नोट्रे डेम डू लैक विश्वविद्यालय, मियो स्टार, आरओसी कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड, वेंकटसामी जगन्नाथन, साई सतीश और बर्जिस मीनू देसाई अपने शेयरों की पेशकश करेंगे। स्टार हेल्थ के इस आईपीओ में कर्मचारियों के लिए 100 करोड़ रुपये के शेयरों का आरक्षण शामिल है।
कंपनी को शुरुआती शेयर बिक्री से 7,249.18 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। स्टार हेल्थ दरअसल वेस्टब्रिज कैपिटल और राकेश झुनझुनवाला जैसे निवेशकों के एक संघ के स्वामित्व वाली प्रमुख निजी स्वास्थ्य बीमा कंपनी है।
दिल्ली: वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की
अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में धीमी हवा और कम तापमान के चलते बुधवार को सुबह वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। शहर में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 357 रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम का अभी तक सबसे कम तापमान है। अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
तेज हवा चलने से रविवार तथा सोमवार को वायु गुणवत्ता में सुधार दर्ज किया गया था। मंगलवार को 24 घंटे का औसतन एक्यूआई 290 रहा था। इस महीने में दूसरी बार एक्यूआई में इतना सुधार देखा गया था, जो इससे पहले एक नवंबर को 281 रहा था। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बुधवार को, फरीदाबाद में 348, गाजियाबाद में 346, ग्रेटर नोएडा में 329, गुड़गांव में 308 और नोएडा में 320 रहा।
एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है। दिल्ली सरकार बुधवार को एक समीक्षा बैठक में स्कूल, कॉलेज तथा अन्य शैक्षणिक संस्थान दोबारा खोलने और सरकारी कर्मचारियों की मौजूदा ‘वर्क फ्रॉम होम’ व्यवस्था पर फैसला करेगी।
संपीड़ित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) संचालित गैर-जरूरी सामान से लदे ट्रकों को शहर में आने की अनुमति देने पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। सरकार ने वायु की गुणवत्ता में सुधार और श्रमिकों को हो रही असुविधा को देखते हुए, निर्माण और तोड़फोड़ से संबंधित गतिविधियों पर लगी रोक सोमवार को हटा दी थी।


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