जैकलीन की अदाओं ने फैंस को दीवाना बनाया
रविवार, 21 नवंबर 2021
11 अगस्त को रिलीज होगी फिल्म 'एनिमल'
जैकलीन की अदाओं ने फैंस को दीवाना बनाया
मैच: भारतीय टीम ने 2-0 की अजेय बढ़त बनाईं
मैच: भारतीय टीम ने 2-0 की अजेय बढ़त बनाईं
मोमिन मलिक वेलिंग्टन। टीम इंडिया अपने ही घर में न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 टी-20 की सीरीज खेल रही है। इसमें भारतीय टीम ने शुरुआती दो मैच जीतकर 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। तीसरा और आखिरी मैच रविवार (21 नवंबर) को कोलकाता में खेला जाएगा। यदि इस मुकाबले में टीम इंडिया जीत दर्ज करती है, तो एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर लेगी। दरअसल, न्यूजीलैंड के खिलाफ कोलकाता मैच जीतते ही टीम इंडिया कीवी टीम को सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप कर देगी। ऐसे में यह लगातार दूसरी टी-20 सीरीज होगी, जिसमें टीम इंडिया इस न्यूजीलैंड टीम को क्लीन स्वीप करेगी। इससे ठीक पहले वाली द्विपक्षीय सीरीज में भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को उसी के घर में 5-0 से हराया था।
पिछली सीरीज जनवरी 2020 में खेली गई थी। टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड दौरे पर 5 टी-20 की सीरीज में क्लीन स्वीप किया था। तब शुरुआती 4 मैचों में भारतीय कप्तान विराट कोहली थे। जबकि आखिरी मुकाबले में रोहित शर्मा ने कमान संभाली थी।
ऐसा लगता है कि हम गलत जानकारियों के दौर में जी रहे हैं। कई प्रसारणकर्ता और सोशल मीडिया सेलिब्रिटी विज्ञान एवं डेटा के बारे में सार्वजनिक तौर पर अपने दर्शकों को गलत तथ्य या गलत व्याख्या बताते हैं। इनमें से कई दर्शक, जो सुनना चाहते हैं, यदि वह उन्हें बताया जा रहा हो तो उन्हें इस बात की परवाह तक नहीं होती कि उन्हें दी जा रही जानकारी सही है या गलत। गलत सूचनाओं का प्रसार लोगों के अपने ज्ञान और फैसले पर अत्यधिक भरोसे के कारण होता है। कई मामलों में यह स्वहित से जुड़ा होता में से कई लोगों की विरोधाभासी मान्यताएं होती हैं।
हो सकता है कि हम ऐसा विश्वास करते हों कि मौत की सजा से अपराध पर लगाम लगती है या न्यूनतम वेतन बढ़ाने से बेरोजगारी कम होती हो या कारोबारी कर बढ़ाने से नवोम्नेष में कमी आती हो। हो सकता है कि हम सोचते हों कि महिलाओं का गणित पुरूषों के मुकाबले कम अच्छा होता है या फिर कोई यह भी मान सकता है कि धरती चपटी है। इनमें से कई मान्यताओं पर हम बहुत ही मजबूती से भरोसा करते हैं लेकिन जब भी हम इन मान्यताओं को तार्किक रूप से सही साबित करने की कोशिश करते हैं तो पाते हैं कि हमारे पास इसके पक्ष में साक्ष्य तो हैं ही नहीं।
इस तरह के लोगों के बारे में कहा जाता है कि उन पर ‘डनिंग-क्रुगर’ प्रभाव है। इसका मुख्य रूप से मतलब यह है कि किसी व्यक्ति को किसी बात पर बहुत अधिक भरोसा है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह सही ही है। अत्यधिक आत्मविश्वास से भरे लेकिन इसे लेकर गलत लोगों में यह आत्मविश्वास उनकी अनभिज्ञता के कारण नहीं होता बल्कि इसलिए होता है क्योंकि वे हर चीज के बारे में स्वाभाविक रूप से आश्वस्त होते हैं। कुछ अनुसंधानकर्ता इसे उनका अहंकार बताते हैं।
विकल्प मौजूद होने की स्थिति में हमारी मान्यताएं किस तरह तय होती हैं? वैज्ञानिक साक्ष्य इसमें मददगार हो सकते हैं लेकिन फिर भी हम उसी बात पर विश्वास करते हैं जिस पर हम विश्वास करना चाहते हैं। कई बार जब हमें यह पता चलता है कि किसी मान्यता विशेष का समर्थन ‘हमारी’ ओर का व्यक्ति कर रहा है तो उस मान्यता को समर्थन देने के लिए यही पर्याप्त होता है। ऐसे कई ताजा विवादों में यह बात सामने आई है।
दलित प्रतिनिधित्व से मंत्रिमंडल की कमी दूर हुईं
हेरोइन की तस्करी करने के जुर्म में 8 साल की कैद
'यूएनसीएलओएस' गलत तरीके से परिभाषित
इसी कारण से पिछले कुछ साल के दौरान पेट्रोल कारों की ओर स्थानांतरण देखा जा रहा है। मारुति सुजुकी इंडिया के मुख्य तकनीकी अधिकारी सी वी रमन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”हम डीजल क्षेत्र में नहीं जा रहे हैं। हमने पहले संकेत दिया था कि हम इसका अध्ययन करेंगे और ग्राहकों की मांग होगी तो हम वापसी कर सकते हैं। लेकिन हम इसमें लौटने नहीं जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि आगे सख्त उत्सर्जन नियम लागू होने जा रहे हैं। यह एक प्रमुख वजह है कि कंपनी डीजल कारों से ‘बचना’ चाह रही है। उन्होंने कहा, ”2023 में उत्सर्जन मानदंडों का नया चरण आएगा जिससे लागत बढ़ने की संभावना है। इसलिए हम मानते हैं कि डीजल वाहनों के प्रतिशत में और कमी आ सकती है। हम प्रतिस्पर्धा के बारे में नहीं जानते हैं, लेकिन मारुति का इसमें भाग लेने का कोई इरादा नहीं है।”
उद्योग के अनुमान के अनुसार, डीजल वाहनों की हिस्सेदारी वर्तमान में कुल यात्री वाहन (पीवी) की बिक्री में 17 प्रतिशत से भी कम है। यह 2013-14 की तुलना में भारी गिरावट है, जब कुल बिक्री में डीजल कारों की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत थी। एक अप्रैल, 2020 से भारत चरण-छह (बीएस-छह) उत्सर्जन दौर की शुरुआत के साथ देश में कई वाहन विनिर्माताओं ने अपने संबंधित पोर्टफोलियो में डीजल मॉडलों को कम कर दिया है।
मारुति ने तो भारत चरण-छह मानक लागू होने के साथ अपने पोर्टफोलियो में डीजल मॉडल को बंद कर दिया था। कंपनी की संपूर्ण मॉडल श्रृंखला में अभी बीएस-छह अनुपालन वाले एक लीटर, 1.2 लीटर और 1.5 लीटर वाले पेट्रोल मॉडल हैं। इसके अलावा कंपनी अपने सात मॉडलों में सीएनजी संस्करण की भी पेशकश करती है।
रमन ने कहा कि कंपनी ईंधन दक्षता के मामले में अपने मौजूदा पेट्रोल पावरट्रेन को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी और आगे चलकर अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए नए इंजनों पर गौर कर सकती है। रमन ने कहा, ”हम कहते रहे हैं कि अपने मौजूदा पावरट्रेन में सुधार करेंगे। सेलेरियो में नया के10-सी इंजन इस सुधार का एक उदाहरण है। इसी तरह 1.2 लीटर के इंजन में भी कुछ बदलाव हुआ है।
रिटायर्ड कर्मचारियों को 4 महीने की बकाया पेंशन
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। केंद्र सरकार के सेवानिवृत कर्मचारियों के लिए गुड न्यूज़ है। सरकार इन कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दे सकती है। जानकारी के अनुसार नवंबर महीने की पेंशन के साथ में रिटायर्ड कर्मचारियों को 4 महीने की बकाया पेंशन मिलेगी और साथ में बढ़ी महंगाई राहत का लाभ भी मिलेगा।
केंद्र सरकार ने 1 जुलाई से डीए और डीआर को बढ़ा दिया है। सरकार ने इसको बढ़कर 31 फीसदी कर दिया है। वह जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर महीने का पैसा कर्मचारियों को नवंबर की पेंशन के साथ मिल सकता है। जल्दी ही इसका अधिकारिक ऐलान भी हो सकता है।
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
चीन में भूकंप के झटकें महसूस किए गए
चीन में भूकंप के झटकें महसूस किए गए अखिलेश पांडेय बीजिंग। उत्तर-पश्चिम चीन के निंग्जिया में भूकंप के झटकें महसूस किए गए है। चीन भूकंप नेटव...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...
-
80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...