बुधवार, 17 नवंबर 2021

पर्यावरण मंत्री के साथ बैठक करेंगे विभाग: दिल्ली

पर्यावरण मंत्री के साथ बैठक करेंगे विभाग: दिल्ली

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय, वायु प्रदूषण को रोकने के उद्देश्य से वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की ओर से जारी किए गए नए निर्देशों के संबंध में संबंधित विभागों के साथ उच्च स्तरीय बैठक करेंगे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने मंगलवार देर रात निर्देश दिया था कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे और केवल ऑनलाइन शिक्षा की अनुमति होगी।
आयोग ने निर्देश दिए कि दिल्ली के 300 किलोमीटर के दायरे में स्थित 11 ताप विद्युत संयंत्रों – एनटीपीसी, झज्जर, महात्मा गांधी टीपीएस, सीएलपी झज्जर, पानीपत टीपीएस, एचपीजीसीएल, नाभा पावर लिमिटेड टीपीएस, राजपुरा और तलवंडी साबो टीपीएस, मानसा में से केवल पांच संयंत्र ही 30 नवंबर तक चालू रहेंगे।
अधिकारी ने कहा, ” मंत्री ने सीएक्यूएम के नए निर्देशों के संबंध में चर्चा करने के लिए दोपहर 12 बजे पर्यावरण विभाग, लोक कल्याण विभाग, नगर निगम, एनडीएमसी और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है।” आयोग ने दिल्ली और एनसीआर वाले राज्यों को 21 नवंबर तक क्षेत्र में ‘सीएंडडी’ अपशिष्ट प्रबंधन नियमों और धूल नियंत्रण मानदंडों के सख्त अनुपालन के साथ ”रेलवे सेवाओं, रेलवे स्टेशन, मेट्रो रेल निगम सेवाओं, हवाई अड्डों और अंतर-राज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटीएस) सहित और राष्ट्रीय सुरक्षा अथवा रक्षा संबंधी गतिविधियों अथवा राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाओं” को छोड़कर निर्माण और तोड़-फोड़ संबंधी सभी गतिविधियों को रोकने का निर्देश दिया है।
वहीं, एनसीआर में आने वाले राज्यों की सरकारों को रविवार तक एनसीआर में कार्यालयों में अपने कर्मचारियों की कम से कम 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ घर से काम करने की अनुमति देने और निजी प्रतिष्ठानों को इस नियम का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया गया है। दिल्ली सरकार ने सोमवार से एक हफ्ते के लिए स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के परिसर में कक्षाएं बंद करने का आदेश दिया था। आवश्यक सेवाओं में शामिल लोगों को छोड़कर सभी सरकारी कार्यालयों, एजेंसियों और स्वायत्त निकायों को घर से काम करने के लिए कहा गया है।
श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हुईं

राणा ओबराय     
चंडीगढ़। गुरू नानक देव जयंती की 19 नवम्बर को जयंती से ऐन पहले पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब के दर्शनार्थ आज से कॉरिडोर खोले जाने के साथ ही वहां जाने वाले भारतीय विशेषकर सिख श्रद्धालुओं के लिये पूर्वाहन 11 बजे से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई है। करतारपुर साहिब केवल उन्हीं श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति होगी। जिन्हें कोविड टीकाकरण की दोनों डोज़ लगी होंगी अथवा गत 72 घंटे की कोविड19 आटीपीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव रिपोर्ट है।
श्रद्धालुओं को पाने का पानी तथा सात किलो वजन तक का जरूरी सामान ले जाने की अनुमति होगी। इन वस्तुओं में नाकारात्मक सूची में रखी वस्तुएं वे सुरक्षा कारणों से नहीं ले जा सकेंगे। करतारपुर साहिब के लिये 18 नवम्बर को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों तथा श्रद्धालुओं समेत 250 लोगों का पहला जत्था रवाना होगा।
वहीं शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी(एसजीपीसी) अध्यक्ष बीबी जागीर कौर के नेतृत्व में श्रद्धालुओं का विशाल जत्था 19 नवम्बर को करताारपुर साहिब के लिये रवाना होगा। वहीं एसजीपीसी की ओर से करतारपुर साहिब में आज से अखंड पाठ शुरू हो गया है जिसका गुरू नानक देव की 19 नवम्बर को जयंती पर समापन होगा।

उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के चलते करतारपुर कॉरिडोर मार्च 2020 में बंद कर दिया गया था। केंद्र सरकार ने सिख समुदाय की भावनाओं को मद्देनजर रखते हुये गुरू नानक देव जयंती से पूर्व ही 17 नवम्बर से करतारपुर कॉरिडोर खोलने का गत मंगलवार को फैसला लिया था जिसकी जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर जानकारी दी थी।

नेताओं ने सोनिया को अपना त्यागपत्र भेजा 

श्रीनगर। कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के सात प्रमुख नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना त्यागपत्र भेजा है और दावा किया है कि उन्हें इस केंद्रशासित प्रदेश में पार्टी से संबंधित मामलों को लेकर अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया। त्यागपत्र भेजने वालों में चार पूर्व मंत्री और तीन विधायक हैं।
सूत्रों का कहना है कि ये पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के करीबी हैं। कांग्रेस के इन नेताओं के इस्तीफे से कुछ दिनों पहले ही आजाद ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था। सूत्रों ने इस्तीफा देने वाले नेताओं के नाम प्रकट नहीं किए हैं। उनका कहना है कि इन नेताओं ने सोनिया गांधी के अलावा पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी की प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल को भी इस्तीफे की प्रतियां भेजी हैं।
त्यागपत्र में इन नेताओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व के ‘शत्रुतापूर्ण रवैये’ के चलते यह कदम उठाना पड़ा। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर पर निशाना साधा है। सूत्रों ने यह भी बताया कि पूर्व उप मुख्यमंत्री तारा चंद समेत आजाद के करीब कुछ अन्य नेताओं ने इस्तीफा देने वाले नेताओं से दूरी बना ली है। इन नेताओं ने त्यागपत्र में कहा कि उन्होंने अपने मुद्दों की तरफ पार्टी आलाकमान का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया।
इन नेताओं का कहना है कि वे पिछले करीब एक साल से पार्टी नेतृत्व से मिलने का समय मांग रहे थे, लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया। मीर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मीर के अध्यक्ष रहते पार्टी ही बहुत दयनीय स्थिति की तरफ बढ़ रही है और पार्टी के बहुत सारे नेता इस्तीफा देकर दूसरे दलों में शामिल हो गए, लेकिन कुछ ने खामोश रहने का फैसला किया है।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस के कामकाज पर कुछ नेताओं पे कब्जा जमा रखा है। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस आलाकमान ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि किसी भी चिंता का निदान पार्टी की व्यवस्था के तहत किया जाएगा और मीडिया के जरिये कुछ नहीं होगा। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इन नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है क्योंकि उन्होंने पार्टी आलाकमान पर निशाना साधा है।

राजनीति: ऐलनाबाद उप चुनाव में कांग्रेस की हार 


राणा ओबराय         चंडीगढ़। राजनीति के माहिर खिलाड़ी नेता प्रतिपक्ष तथा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्‌डा ने ऐलनाबाद चुनाव का पूरा ठीकरा पार्टी उम्मीदवार पवन बेनीवाल पर फोड़ दिया। हुड्‌डा ने कहा कि यदि पार्टी उम्मीदवार सही चुनाव लड़ता या कोई और उम्मीदवार होता तो कांग्रेस इस सीट पर चुनाव जीत जाती। ऐलनाबाद उप चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार की हार पर पार्टी में एक बार फिर घमासान चर्चा शुरू हो गई है। विधायक दल की बैठक के बाद मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने साफ कहा कि पार्टी उम्मीदवार के कारण ऐलनाबाद में कांग्रेस की हार हुई। उन्होंने कहा कि यदि कोई दूसरा उम्मीदवार होता तो सीट पर पार्टी का प्रदर्शन अलग होगा। 

कांग्रेस अध्यक्षा शैलजा ने पिछले दिनों पूर्व विधायक को कारण बताओ भेजा था नोटिस। पवन बेनीवाल की जमानत जब्त होने का ऑडियो वायरल होने पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने पूर्व विधायक भरत सिंह बेनीवाल को नोटिस जारी किया था। भरत बेनीवाल ने 9 नवंबर को इस नोटिस का जवाब भेजा। हालांकि कुमारी सैलजा पूर्व विधायक के जवाब से संतुष्ट है या नहीं, इसकी पार्टी हाईकमान ने पुष्टि नहीं की। पूर्व विधायक भरत बेनीवाल असल में भूपेंद्र हुड्‌डा खेमे के हैं। उनके भतीजे पवन बेनीवाल किसान आंदोलन के कारण भाजपा छोड़कर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सैलजा की अध्यक्षता में पार्टी में शामिल हुए थे।

उस्मान को 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया

उस्मान को 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया  

ब्रिसबेन। मध्यक्रम के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को इंग्लैंड के खिलाफ अगले महीने से शुरू होने वाली एशेज श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच के लिये आस्ट्रेलिया की 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है। यह 34 वर्षीय बल्लेबाज 2019 की एशेज श्रृंखला के दौरान टीम से बाहर किये जाने के बाद से आस्ट्रेलिया की तरफ से नहीं खेला है, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट में क्वीन्सलैंड के लिये अच्छा प्रदर्शन किया है और मध्यक्रम में एक जगह के लिये वह ट्रैविस हेड को चुनौती दे सकते हैं।

एशेज का पहला मैच आठ दिसंबर को ख्वाजा के घरेलू मैदान गाबा में शुरू होगा। इससे पहले आस्ट्रेलिया ब्रिसबेन में ही एक अन्य मैदान पर एक से तीन दिसंबर के बीच ट्रायल मैच खेलेगा। आस्ट्रेलियाई चयनकर्ता जार्ज बैली ने कहा कि ख्वाजा शैफील्ड शील्ड में अच्छी लय में हैं। ख्वाजा ने अब तक 44 टेस्ट मैचों में लगभग 41 की औसत से रन बनाये हैं जिसमें आठ शतक भी शामिल है।


शरीर के लिए पानी पीने का सही तरीका
 मो. रियाज        

आपके शरीर को कितने पानी की जरूरत है। यह आपके उम्र, मौसम और एक्टिविटी लेवल पर निर्भर करता है। लेकिन पानी कब पीना चाहिए और किस तरह से पीना चाहिए यह नियम सभी के लिए एक समान है। पानी को लेकर क्या कहता है। शरीर के लिए पानी पीना कितना जरूरी है, ये तो हम सभी जानते हैं। इसलिए ज्यादातर डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट्स रोजाना 5-6 गिलास पानी पीने की सलाह देते हैं। हालांकि आपके शरीर को कितने पानी की जरूरत है, यह इस बात पर निर्भर करता है। आपकी उम्र कितनी है, आप किस वातावरण में रहते हैं। 
मौसम कैसा है और आप कितनी फिजिकल एक्टिविटी करते हैं। बावजूद इसके रोजाना कम से कम 4 गिलास पानी तो औसतन सभी के लिए जरूरी है। लेकिन जिस तरह भोजन करने का एक सही तरीका होता है कि हमेशा बैठकर और आराम से चबा-चबाकर खाना खाना चाहिए। उसी तरह क्या पानी पीने के भी कुछ नियम होते हैं पानी कब पीना चाहिए, किस तरह से पीना चाहिए, कैसा पीना चाहिए आइये हम बताते है आपको।
क्या है पानी पीने का सही तरीका ?
खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए। पानी हमेशा बैठकर आराम से रिलैक्स होकर पीना चाहिए खड़े होकर पानी पीने से पानी हड्डियों के जोड़ में जमा हो सकता है। जिससे आर्थराइटिस का खतरा रहता है।
क्या है पानी पीने का सही समय ?
भोजन करने के बाद 1-2 घूंट पानी पिएं, ज्यादा नहीं।अगर आप खाना खाने के तुरंत बाद बहुत अधिक पानी पिएंगे तो पाचन क्रिया के लिए पेट में जगह ही नहीं होगा। हमेशा याद रखें कि अपने पेट को 50 प्रतिशत भोजन से भरें, 25 प्रतिशत पानी से और 25 प्रतिशत खाली जगह रखें।
आजकल बहुत से लोग पानी पीने के लिए फोन में अलार्म लगाकर रखते हैं और हर 1-2 घंटे में पानी पीते रहते हैं। लेकिन आयुर्वेद कहता है कि जब आपको प्यास लगे, जब पानी की जरूरत महसूस हो सिर्फ तभी पानी पिएं। प्यास लगने का मतलब है कि शरीर को पानी की जरूरत है। सुबह उठते ही खाली पेट पानी पीने की आदत डालें, इसे ऊषापान कहते हैं। ऐसा करने से शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं। जिससे बीमारियों से बचने में मदद मिलती है।
एक ही बार में 1 गिलास पानी पूरा पीने की बजाए आपको एक-एक घूंट करके आराम से धीरे-धीरे पानी पीना चाहिए इसका कारण ये है कि एक बार में ज्यादा पानी पी लेने से शरीर उसे अवशोषित नहीं कर पाता और ज्यादातर पानी तुरंत शरीर से बाहर निकल जाता है। हमेशा रूम टेंपरेचर पर रखा हुआ सादा पानी ही पिएं।आप चाहें तो हल्का गुनगुना पानी भी पी सकते हैं लेकिन बर्फ वाला बहुत अधिक ठंडा पानी बिलकुल न पिएं।

करीबी मित्र भारत के साथ काम करेगा 'अमेरिका'

करीबी मित्र भारत के साथ काम करेगा 'अमेरिका'

अखिलेश पांडेय        
वाशिंगटन डीसी। अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि थॉमस वेस्ट ने कहा है कि अमेरिका ‘एक स्थिर और शांतिपूर्ण अफगानिस्तान में साझा हितों’ को संबोधित करने के लिए अपने करीबी मित्र भारत के साथ काम करेगा।
वेस्ट ने नयी दिल्ली में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला के साथ बैठक के बाद ट्वीट किया, “ भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला संयुक्त सचिव जेपी सिंह और अन्य के साथ आज नयी दिल्ली में बैठक कर खुशी हुई।” उन्होंने कहा, “हम एक स्थिर और शांतिपूर्ण अफगानिस्तान में अपने पर्याप्त साझा हितों को संबोधित करने के लिए अपने करीबी मित्र के साथ मिलकर काम करेंगे।
दक्षिण पूर्व एशिया की यात्रा का ब्योरा साझा किया

सुनील श्रीवास्तव          
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के एक शीर्ष सांसद ने कहा है कि चीन भारत के साथ ”सीमा युद्ध” कर रहा है, साथ ही वह अपने पड़ोसियों के लिए भी गंभीर खतरा पेश कर रहा है। रिपब्लिकन पार्टी से सांसद जॉन कॉर्निन ने भारत और दक्षिण पूर्व एशिया की अपनी यात्रा का ब्योरा साझा करते हुए अमेरिकी संसद के समक्ष यह बात कही। इस यात्रा का मकसद उस क्षेत्र के देशों के समक्ष चुनौतियों के बारे में सही मालुमात एकत्र करना था।
सांसद जॉन कॉर्निन और उनके सहयोगी चीन द्वारा पेश की जा रही चुनौतियों के संबंध में प्रत्यक्ष जानकारी हासिल करने के लिए भारत और दक्षिण पूर्व एशिया की यात्रा पर गए थे और वे यात्रा पूरी करके हाल में लौटे हैं। कॉर्निन ‘इंडिया कॉकस’ के सह-अध्यक्ष भी हैं। कॉर्निन ने मंगलवार को सांसदों से कहा, ”सबसे अधिक और गंभीर खतरा उन देशों के लिए है, जो चीन की सीमा के निकट हैं।
उन्होंने कहा, ”क्षेत्र में खतरों और चुनौतियों के बारे में सही से समझने के लिए पिछले सप्ताह मुझे कांग्रेस के एक प्रतिनिधि दल की दक्षिणपूर्व एशिया की यात्रा की अगुवाई करने का मौका मिला। चीन अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में नौवहन की स्वतंत्रता को खतरा पैदा कर रहा है, साथ ही अपने लोगों के मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन का दोषी है, खासतौर पर अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय उइगर का। वह भारत के साथ सीमा युद्ध कर रहा है साथ ही वह रिपब्लिक ऑफ चाइना जिसे ताइवान के नाम से जानते हैं, उस पर हमले की धमकी दे रहा है।”

कॉर्निन ने कहा कि उन्होंने भारत की यात्रा की जहां ”चीन की ओर से पेश खतरों तथा अन्य साझा प्राथमिकताओं पर बातचीत करने के लिए प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी और मंत्रिमंडल के अधिकारियों से मुलाकात की।” अमेरिकी सांसद ने कहा कि यात्रा के दौरान चर्चा का एक अहम मुद्दा ताइवान पर चीन के हमले की आशंका से जुड़ा था।

कंपाला में हुआ विस्फोट, 3 नागरिकों की मौंत

अखिलेश पांडेय           
कंपाला। युगांडा की राजधानी कंपाला में मंगलवार को दो विस्फोट हुए। जिसमें कम से कम तीन नागरिकों की मौत हो गई। पुलिस ने इसे सरकार विरोधी चरमपंथियों द्वारा समन्वित हमला बताया है। पुलिस ने बताया कि विस्फोटों में तीन आत्मघाती हमलावर भी मारे गए। विस्फोट से कंपाला में अफरा तफरी मच गई। पुलिस प्रवक्ता फ्रेड एनान्गा ने कहा, ”बम हमले, खासकर आत्मघाती हमलावरों से हमले का खतरा अब भी बना हुआ है।”
चरमपंथी संगठनों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखने वाली साइट के अनुसार आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से जुड़े ‘एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेज’ ने विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है। दोनों विस्फोट तीन मिनट के भीतर हुए। दोनों को विस्फोटक ले जा रहे हमलावरों ने अंजाम दिया। एनान्गा ने कहा कि तीसरे लक्ष्य पर संभावित हमले को पुलिस ने नाकाम कर दिया। पुलिस ने एक संदिग्ध आत्मघाती हमलावर का पीछा किया और उसे मार गिराया। हताहतों में पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। एनान्गा ने संवाददाताओं से कहा कि रेफरल अस्पताल में कम से कम 33 लोगों का इलाज चल रहा है।

वायु प्रदूषण: केंद्र ने कई उपायों का सुझाव दिया

वायु प्रदूषण: केंद्र ने कई उपायों का सुझाव दिया


अकांशु उपाध्याय        नई दिल्ली। केंद्र ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण कम करने के लिए आवश्यक सामानों को लाने वाले वाहनों के अलावा सभी ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने, स्कूलों को बंद करने और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के कार्यालयों में 50 प्रतिशत उपस्थिति समेत कई उपायों का बुधवार को उच्चतम न्यायालय में सुझाव दिया। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण की अध्यक्षता वाली पीठ से कहा कि हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के मुख्य सचिवों की एक बैठक मंगलवार को हुई। पीठ में न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड और न्यायमूर्ति सूर्यकांत भी शामिल रहे। 

मेहता ने पीठ को बताया कि केंद्र सरकार के अधिकारियों के लिए घर से काम करने के मुद्दे पर विचार किया गया लेकिन केंद्र सरकार के अधिकारियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कुल वाहन ज्यादा नहीं हैं इसलिए घर से काम करने के बजाय हमने पूलिंग और वाहनों को साझा करने के लिए परामर्श जारी किया है।केंद्र ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के कार्यालयों में 50 प्रतिशत उपस्थिति का भी सुझाव दिया। मामले की सुनवाई अभी चल रही है। प्राधिकारियों ने बताया कि दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बुधवार सुबह वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गयी और रविवार तक इसमें सुधार की संभावना नहीं है।

भारत: संक्रमितों की संख्या-3,44,66,598 हुईं


अकांशु उपाध्याय         नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 10,197 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,44,66,598 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,28,555 हो गई है, जो 527 दिन में सबसे कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 301 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,64,153 हो गई।

देश में लगातार 40 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 20 हजार से कम हैं और 143 दिन से 50 हजार से कम दैनिक मामले सामने आ रहे हैं। उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी घटकर 1,28,555 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.37 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 2,238 की कमी दर्ज की गई है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.28 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है।

आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.82 प्रतिशत है, जो पिछले 44 दिनों से दो प्रतिशत से कम है। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 0.96 प्रतिशत है, जो पिछले 54 दिन से दो प्रतिशत से कम बनी हुई है। अभी तक कुल 3,38,73,890 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 मृत्यु दर 1.35 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 113.68 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।

देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

ऑनलाइन शिक्षा की अनुमति होगी, दिशा-निर्देश 


अकांशु उपाध्याय         नई दिल्ली। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने मंगलवार देर रात निर्देश दिया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे और केवल ऑनलाइन शिक्षा की अनुमति होगी। आयोग ने निर्देश दिए कि दिल्ली के 300 किलोमीटर के दायरे में स्थित 11 ताप विद्युत संयंत्रों में से केवल पांच – एनटीपीसी, झज्जर, महात्मा गांधी टीपीएस, सीएलपी झज्जर, पानीपत टीपीएस, एचपीजीसीएल, नाभा पावर लिमिटेड टीपीएस, राजपुरा और तलवंडी साबो टीपीएस, मानसा 30 नवंबर तक चालू रहेंगे।

 को 21 नवंबर तक क्षेत्र में ‘सीएंडडी’ अपशिष्ट प्रबंधन नियमों और धूल नियंत्रण मानदंडों के सख्त अनुपालन के साथ ”रेलवे सेवाओं या रेलवे स्टेशनों, मेट्रो रेल निगम सेवाओं, स्टेशनों, हवाई अड्डों और अंतर-राज्यीय बस टर्मिनलों (आईएसबीटीएस) सहित और राष्ट्रीय सुरक्षा अथवा रक्षा संबंधी गतिविधियों अथवा राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाओं” को छोड़कर निर्माण और तोड़-फोड़ संबंधी सभी गतिविधियों को रोकने का निर्देश दिया है।वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को रोकने के लिए गैरजरूरी सामान ले जाने वाले ट्रकों का प्रवेश रविवार तक दिल्ली में प्रतिबंधित कर दिया गया है। आयोग ने इस मामले पर उच्चतम न्यायालय की सुनवाई से पहले क्षेत्र में गंभीर वायु प्रदूषण के संबंध में दिल्ली और एनसीआर वाले राज्यों हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मंगलवार को एक बैठक की थी।सीएक्यूएम के निर्देशों में कहा गया है, ”एनसीआर में सभी सार्वजनिक और निजी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे और केवल ऑनलाइन शिक्षा की अनुमति होगी।” एनसीआर में आने वाले राज्यों की सरकारों को रविवार तक एनसीआर में कार्यालयों में अपने कर्मचारियों की कम से कम 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ घर से काम करने की अनुमति देने और निजी प्रतिष्ठानों को इस नियम का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया गया है।

आयोग ने कहा, ”एनसीआर में अब भी गैरस्वीकृत ईंधन का उपयोग करने वाले सभी उद्योगों को संबंधित सरकारें तत्काल प्रभाव से बंद करेंगी। एनसीआर के राज्य और जीएनसीटीडी आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर डीजी सेट के उपयोग पर सख्त प्रतिबंध रहेंगे।” एनसीआर में अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है कि क्रमशः 10 साल और 15 साल से पुराने डीजल और पेट्रोल वाहन सड़क पर चलते नहीं पाए जाएं।

दिल्ली सरकार को जल्द से जल्द पर्याप्त संख्या में सीएनजी बसों को खरीदने और उन्हें सड़कों पर उतारने का निर्देश दिया गया है। दिल्ली और एनसीआर राज्यों के मुख्य सचिवों को नियमित आधार पर निर्देशों के कार्यान्वयन की निगरानी करने और सोमवार को आयोग के समक्ष अनुपालन रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया गया है। दिल्ली सरकार ने सोमवार से एक हफ्ते के लिए स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में प्रत्यक्ष कक्षाएं बंद करने का आदेश दिया था। आवश्यक सेवाओं में शामिल लोगों को छोड़कर सभी सरकारी कार्यालयों, एजेंसियों और स्वायत्त निकायों को घर से काम करने के लिए कहा गया है।

दुर्भावनापूर्ण प्रचार के लिये पाक को फटकार 


अकांशु उपाध्याय          नई दिल्ली। भारत ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में उसके खिलाफ झूठे और दुर्भावनापूर्ण प्रचार के लिये पाकिस्तान को फटकार लगायी और कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत तभी संभव है जब पाकिस्तान आतंकवाद मुक्त माहौल तैयार करे।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में काउंसलर/कानूनी सलाहकार डॉ काजल भट्ट ने पाकिस्तान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत हो इसके लिये पाकिस्तान को आतंकवाद मुक्त माहौल बनाना होगा और भारत तब तक सीमा पार आतंकवाद का जवाब देने के लिए ‘दृढ़ और निर्णायक कदम उठाना’ जारी रखेगा। डाॅ. भट जम्मू कश्मीर की रहने वाली हैं।

डॉ. भट ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ-साथ अपने पड़ोसी देशों से अच्छे रिश्ते बनाना चाहता है। शिमला समझौता और लाहौर घोषणा के मुताबिक बकाया मुद्दों अगर कोई हो तो उसका द्विपक्षीय और शांतिपूर्ण तरीके से हल निकालने के लिए प्रतिबद्ध है। संयुक्त राष्ट्र में उन्होंने कहा कि पाकिस्तन द्वारा एक बार फिर भारत के खिलाफ इस मंच से गलत प्रचार किया रहा है। पाकिस्तान दुनिया का ध्यान अपने वास्तविक हालात से भटकाना चाहता हैं, जहां आतंकवाद हावी है और वहां अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का रहना मुहाल हो रहा है।

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जम्मू कश्मीर के मुद्दे उठाये जाने पर डाॅ. भट्ट ने अपनी प्रतिक्रिया दी। डॉ काजल भट्ट ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा से आतंकवादियों का हिमायती रहा है और उन्हें हर चीज मुहैया कराता है। पाकिस्तान का ऐसा इतिहास भी रहा है। आतंकवादियों को समर्थन, प्रशिक्षण, वित्तपोषण और हथियार देने के लिये दुुनियाभर में इसको जाना जाता है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों को पाकिस्तान में शरण देनो इसका रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख हमेशा भारत का अभिन्न अंग था और रहेंगे। इसमें पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भी शामिल है। हम पाकिस्तान से अवैध कब्जे वाले क्षेत्रों को तुरंत खाली करने का आह्वान करते हैं।

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-30 (वर्ष-05)
2. ब्रहस्पतिवार, नवंबर 18, 2021
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:42, सूर्यास्त 05:27।
5. न्‍यूनतम तापमान -12 डी.सै., अधिकतम-26+ डी.सै.। 
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक शिवाशुं व राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
http://www.universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745  
                     (सर्वाधिकार सुरक्षित)

मंगलवार, 16 नवंबर 2021

निर्माणाधीन प्रशासनिक छात्रावास का निरीक्षण

निर्माणाधीन प्रशासनिक छात्रावास का निरीक्षण 
गणेश साहू       
कौशाम्बी। मण्डलायुक्त संजय गोयल ने निर्माणाधीन कस्तूरबा गांधी छात्रावास, मंझनपुर एवं थाना मंझनपुर में निर्माणाधीन प्रशासनिक भवन का निरीक्षण किया। मण्डलायुक्त ने निरीक्षण के दौरान कस्तूरबा गांधी छात्रावास परियोजना की विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण कराया जायें। उन्होंने जिलाधिकारी को छात्रावास की गुणवत्ता एवं सुरक्षा की दृष्टि से टेक्निकल टीम से जांच कराने के निर्देश दिये।
पुलिस अधीक्षक ने निर्माणाधीन प्रशासनिक भवन के निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त को पानी की निकासी की बेहतर व्यवस्था न होने की समस्या से अवगत कराया। जिस पर मण्डलायुक्त ने कार्यदायी संस्था को पानी की निकासी हेतु विस्तृत कार्ययोजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी सुजीत कुमार, पुलिस अधीक्षक राधेश्याम विश्वकर्मा एवं मुख्य विकास अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

जर्मन शेफर्ड नस्ल के नाइट श्वानों ने भाग लिया
अश्वनी उपाध्याय        
गाजियाबाद। बटालियन की तरफ से जर्मन शेफर्ड नस्ल के बुश और नाइट श्वानों ने भाग लिया। वहीं, छठी एनडीआरएफ की ओर से मौली व जैक तथा 11वीं एनडीआरएफ की ओर से चेरी वह बॉब श्वानों ने प्रतियोगिता में भाग लिया। इस प्रतियोगिता में   सर्च, श्वान की आज्ञाकारीता, और अवरोधों के अंतर्गत 15 इवेंट हुए। मेजबान गाजियाबाद बटालियन का श्वान बुश आर्मी बेस कैम्प नई दिल्ली- 2019, बहादुरगढ़-2020 और नंदग्राम-2021 में हुए ऑपरेशन में शामिल रह चुका है। वहीं नाइट श्वान गाजियाबाद के डासना-2018 ऑपरेशन तथा हरियाणा गुड़गांव के उल्लावास-2019 आदि ऑपरेशन में शामिल रहा है।

वहीं दूसरी ओर सीएसएसआर (कॉलेप्सड स्ट्रक्चर सर्च एवं रेस्क्यू) 2021 प्रतियोगिता में कुल 100 पॉइंट्स में से 86 पॉइंट्स के साथ छठी बटालियन वडोदरा प्रथम स्थान पर रही। 84 पॉइंट्स के साथ मेजबान गाजियाबाद बटालियन कड़ा मुकाबला देते हुए दूसरे स्थान पर रही। वहीं, 58 पॉइंट के साथ  11वीं बटालियन तीसरे स्थान पर रही। सीएसएसआर प्रतियोगिता में सात इवेंट्स आयोजित किए गए। जिसमें टीम कमांडर द्वारा ब्रीफिंग, रेस्क्युर्स के द्वारा विक्टिम  सर्च और उसका सुरक्षित रेस्क्यू के साथ-साथ सभी अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार घटनास्थल का स्केच एंव मार्किंग की गई।

गौरतलब है वर्ष  2020 में कोरोनकाल में इन प्रतियोगिताओं का आयोजन नहीं किया गया था। जबकि 2018 व 2019 में  गाज़ियाबाद के एनडीआरएफ कैम्प परिसर में इस प्रकार की कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था। एनडीआरएफ डिप्टी कमांडेंट आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि वास्तविक आपदा परिदृश्य में होने वाले सभी इवेंट का एक अनुकरण यहां किया गया था। उन्होंने बताया कि इन प्रतियोगिताओं का एनडीआरएफ की ऑपरेशनल योग्यताओं और क्षमताओं का रोमांच के माध्यम से आंकलन करने का एक माध्यम है। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल करने वाली टीमें जोनल स्तर की प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई हैं।

गाजियाबाद: पंजीयन शिविर का आयोजन किया

अश्वनी उपाध्याय          गाजियाबाद। विभाग खंड 17 द्वारा गाजियाबाद लोहा विक्रेता मंडल के तत्वावधान में 108 लोहामंडी पर आज मंगलवार को एक व्यापारी जागरूकता और पंजीयन शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में वाणिज्य कर विभाग से डिप्टी कमिश्नर खंड 17 आर के सिंह टिंकर और असिस्टेंट कमिश्नर खंड 17 हरेंद्र प्रताप सिंह उपस्थित हुए। हरेंद्र प्रताप सिंह ने व्यापारियों को जीएसटी के पंजीयन से होने वाले लाभ के संबंध में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि जीएसटी पंजीयन व्यापारी सम्मान का प्रतीक है। 

देश एवं प्रदेश की विकास योजनाओं में जीएसटी के अंतर्गत पंजीकृत व्यक्तियों की सक्रिय भागीदारी होती है। जीएसटी पंजीयन व्यापारिक उन्नति की संभावनाओं का प्रथम सोपान है। जीएसटी कर प्रणाली में समस्त कार्य घर बैठे ऑनलाइन हो जाते हैं। जीएसटी से संबंधित किसी भी कार्य हेतु सरकारी कार्यालय में आने की आवश्यकता नहीं है। देश के किसी भी राज्य से खरीदे गए माल पर आईटीसी की निर्बाध सुविधा मिलती है। डेढ़ करोड़ वार्षिक कारोबार सीमा तक के छोटे एवं मझोले व्यापारियों के लिए समाधान योजना है।

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...