पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में जारी नरमी के बीच घरेलू स्तर पर सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने आज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया। जिससे राजधानी दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार ग्यारहवें दिन भी स्थिर रहे।केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये तथा 10 रुपये प्रति लीटर की कमी करने से देश में इसकी कीमतों में कमी आयी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक सहित देश के 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इन दोनों उत्पादों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) में कमी की है। इससे संबंधित राज्यों में इन दोनों पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतों में और कमी आयी है। इसका असर आज भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर बरकरार है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 85 डॉलर प्रति बैरल के आसपास बरकरार है। घरेलू बाजार में सोमवार को 11वें दिन भी पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ। राजधानी दिल्ली में देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के पंप पर पेट्रोल की कीमत 103.97 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 86.67 रुपये प्रति लीटर पर टिकी रही।
भारत: 24 घंटे में 10,229 नए केस दर्ज किए
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। देश में फेस्टिव सीजन के दौरान दी गई ढील और लोगों के जमकर बाहर निकलने के बाद भी कोरोना केसों में कमी ने बड़ी राहत दी है। इस राहत के चलते यह संभावना भी जताई जाने लगी है कि शायद कोरोना की तीसरी लहर देश में अब नहीं आएगी। सोमवार को सामने आए आंकड़े में बीते 1 दिन में 10,229 नए केस दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा 11,926 लोग रिकवर हुए हैं और 125 लोगों की मौत हुई है। कोरोना के नए केसों की संख्या रिकवर हुए लोगों के मुकाबले लगातार कम बनी हुई है और इससे एक्टिव मामले भी तेजी से घट रहे हैं।
फिलहाल कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 1,34,096 ही रह गई है, जो बीते 523 दिनों यानी करीब डेढ़ साल के निचले स्तर पर है। अब तक देश में कुल 3.38 करोड़ लोग कोरोना संक्रमण को मात दे चुके हैं। कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी की एक वजह वैक्सीनेशन को भी माना जा रहा है। हाल ही में एक अरब टीकों के लक्ष्य को पार करने के बाद भी देश में वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चल रहा है। अब तक देश भर में 1.12 अरब से ज्यादा कोरोना टीके लगाए जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश इस मामले में सबसे आगे है, जबकि महाराष्ट्र ने भी टीकाकरण के मामले में 10 करोड़ का लक्ष्य पार कर लिया है।
प्रदूषण: नागरिकों के खिलाफ गलत निति प्रयोग
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली में लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण बड़ी समस्या बनता जा रहा है। वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली के आस-पास लोग किसी न किसी बीमारी का शिकार हो रहे हैं। इसके चलते उच्चतम न्यायालय ने सरकार को कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए थे। दिल्ली सरकार ने सोमवार को उच्चतम न्यायालय को बताया कि वह राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण कम करने के लिए पूरी तरह से लॉकडाउन लगाने को तैयार है।
दिल्ली सरकार की ओर से 26 पन्नों के हलफनामे में प्रदूषण कम करने और पर्यावरण की रक्षा के लिए किए जा रहे उपायों एवं लॉकडाउन का प्लान आज SC को सौंपेगी। सरकार ने उच्चतम न्यायालय के 13 नवंबर के आदेश का पालन करते हुए सभी स्कूलों को एक सप्ताह के लिए बंद करने समेत अब तक किए गए अन्य उपायों की विस्तार से जानकारी दी है।
सरकार ने हवा साफ करने के लिए कनॉट प्लेस इलाके में आधुनिक संयंत्र लगाने की जानकारी दी है पर्यावरण की रक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने की जानकारी भी दी है। उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली खंडपीठ शनिवार को प्रदूषण की स्थिति को गंभीर बताते हुए तत्काल उपाय करने के आदेश दिए थे। अदालत ने ऐसे उपाय करने को कहा था कि अगले तो दो-तीन दिनों में प्रदूषण कम हो।
दिल्ली सरकार ने कहा है कि अदालती आदेश पर किए गए तत्कालिक उपायों से प्रदूषण में कमी आई है और अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों में इसमें और कमी आ सकती है। सरकार ने कहा है कि राजधानी में 74 फीसदी प्रदूषण उद्योग इकाइयों वाहनों और धूल के कारण होते हैं। स्कूली छात्र आदित्य दुबे की याचिका पर अदालत ने सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया था।
दिल्ली: वायु गुणवत्ता सूचकांक 342 दर्ज, खतरा
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को लगातार दूसरे दिन ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही और यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 342 दर्ज किया गया। गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुड़गांव और नोएडा में एक्यूआई सुबह नौ बजकर पांच मिनट पर क्रमश: 328, 340, 326 और 328 दर्ज किया गया। दिल्ली की वायु गुणवत्ता में रविवार को थोड़ा सुधार दिखा था हालांकि यह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई थी।
राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 330 दर्ज किया गया था जो शनिवार को 473 था। यह सुधार हरियाणा और पंजाब में खेतों में पराली जलाए जाने के मामले काफी कम होने पर देखा गया था। शून्य से 50 के एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार को कहा था कि उनके विभाग ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार की ओर से घोषित आपात कदमों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अधिसूचना जारी की है। उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण बढ़ने के मद्देनजर लॉकडाउन लगाने और उसके तौर-तरीके पर एक प्रस्ताव सोमवार को उच्चतम न्यायालय में रखेगी। सोमवार को सुबह न्यूनतम तापमान 10.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जो मौसम के औसत से तीन डिग्री ज्यादा रहा। सुबह साढ़े आठ बजे हवा में नमी का स्तर 90 प्रतिशत दर्ज किया गया।