शनिवार, 13 नवंबर 2021

सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की

सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की


पंकज कपूर       पिथौरागढ़। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ में विकास भवन सभागार में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले में संचालित विकास कार्यों एवं योजनाओं की समीक्षा के अतिरिक्त जिले की मुख्य समस्याओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने संचालित प्रमुख निर्माण कार्यों की भी जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन बेस चिकित्सालय भवन के निर्माण की प्रगति की समीक्षा करते हुए कार्यदाई संस्था को यथाशीघ्र कार्य पूर्ण करने एवं बेस चिकित्सालय को एक माह के भीतर संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आगामी 10 दिन के भीतर जिला एवं महिला चिकित्सालय में सभी आवश्यक व्यवस्थाओं में सुधार लाने के निर्देश जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि धनराशि अवमुक्त करने के बावजूद भी पिथौरागढ़ मेडिकल कालेज निर्माण का कार्य प्रारम्भ नहीं हुआ है। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने जल्द निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संविदा के तहत रखे गए स्वास्थ्य कर्मी जिन्हें वर्तमान में हटा दिया गया है। उन्हें पुनः सेवा में रखे जाने की मांग पर मुख्यमंत्री द्वारा सचिव चिकित्सा को दूरभाष पर जिले में पूर्व में रखे गए इन संविदा चिकित्सा कर्मियों को पुनः आगामी 31 मार्च 2022 तक रखे जाने के निर्देश दिए गए। इसके लिए जिलाधिकारी को शीघ्र ही प्रस्ताव भी शासन को भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इन कार्मिकों का पूर्व में की गई सेवाओं का वेतन भुगतान हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष से धनराशि भी जारी कर दी गयी है।


मणिपुर में बड़े आतंकी हमले को अंजाम दिया

मो. रियाज  

इंफाल। मणिपुर में शनिवार को बड़े आतंकी हमले को अंजाम दिया गया। सुबह करीब दस बजे मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के सिंघाट में आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दिया। उनकी तरफ से 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी को निशाना बनाया गया और उनके काफिले पर ये जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। 

वहीं बाद में चार और जवान शहीद हो गए। ऐसे में आतंकियों की इस नापाक साजिश ने 7 लोगों की जिंदगी छीन ली। अभी तक इस हमले की आधिकारिक तौर पर किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन कहा जा रहा है कि मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने इसे अंजाम दिया है। इस आतंकी संगठन का जन्म 1978 में हुआ था और तभी ये कई मौकों पर ऐसे हमले कर चुका है। लेकिन शनिवार को हुए इस हमले को अब तक का सबसे घातक अटैक माना जा रहा है।

ग्राम क्षेत्र में हुए माओवादी हमले की निंदा की

दुष्यंत टीकम        रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मणिपुर राज्य के चुराचन्दपुर जिले के ग्राम सियालसी के समीप हुए माओवादी हमले की निंदा की है। इस माओवादी हमले में दैनिक बयार रायगढ़ के सम्पादक एवं वरिष्ठ पत्रकार सुभाष त्रिपाठी के पुत्र कर्नल विप्लव त्रिपाठी, बहू अनुजा त्रिपाठी एवं पांच वर्षीय पौत्र अबीर त्रिपाठी शहीद हो गए। यह घटना आज पूर्वान्ह 11.30 बजे उस वक्त घटित हुई। 

जब कर्नल विप्लव त्रिपाठी, बिहांग को-पोस्ट का विजिट कर वापस लौट रहे थे। सियालसी गांव के पास एम्बुस लगाएं माओवादियों ने हमला कर दिया, जिसमें वे और उनके परिवार के लोग शहीद हो गए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने माओवादी हमले को कायराना कृत्य करार देते हुए इसकी कड़े शब्दों में भर्त्सना की है। उन्होंने कर्नल विप्लव त्रिपाठी की शहादत को नमन करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।


प्रयागराज: दिव्य महाआरती, दिपमाला का आयोजन

प्रयागराज: दिव्य महाआरती, हजार दिपमालाएं

बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। यमुना पुत्र पुरोहित कल्याण सेवा समिति ब्राह्मण घाट संघ के द्वारा बारादरी बलुआ घाट में यमुना की भव्य एवं दिव्य महाआरती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समिति के द्वारा 1000 दीपों की माला से घाट को सजाया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने मां यमुना की आरती करते हुए सभी की कल्याण की कामना की और कहा कि कहा कि प्रभु श्रीराम के विरोधी वास्तव में भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के विरोधी है और जो भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के विरोधी हैं। वही लोग वंदे मातरम और जय श्री राम के नारा का विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि जय श्री राम का नारा सिर्फ नारा नहीं है यह मूल मंत्र हमारा है और यह मंत्र भारतीय संस्कृति की आत्मा से निकला हुआ। एक ऐसा स्वर है, जो लोगों को कल्याण करता है और राम और राष्ट्र विरोधियों का नाश करता है।
इस महाआरती का संचालन समिति के अध्यक्ष सर्वेश मिश्रा ने किया। इस अवसर पर राजेश केसरवानी, गिरीजेश मिश्रा, किशोरी लाल जायसवाल, गणेश मिश्रा, भरत पांडे, तपन शर्मा, सत्या जायसवाल, आकाश मिश्रा, गणेश मिश्र, सुभाष वैश्य, अमर सिंह, पूर्व पार्षद सतीश केसरवानी, आयुष अग्रहरि आदि समिति के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

सुरक्षा सुविधा के नाम पर 'यूपी' बना जीरो
सत्येंद्र पंवार       मेरठ। मेरठ विधानसभा क्षेत्रों ही नहीं उत्तर प्रदेश के बहुजन बाहुल्य क्षेत्रों का हाल-बेहाल सुरक्षा सुविधा के नाम पर उत्तर प्रदेश बना जीरो। बहुजन मुक्ति पार्टी प्रदेश मीडिया प्रभारी ने अचानक बहुजन बाहुल्य क्षेत्रों का दौरा कर पाया कि सरकार के साफ-सफाई सुरक्षा व्यवस्था के नाम कि फटा ढोल ही साबित हो रहा है। मेरठ दक्षिण में शाहजहां कॉलोनी लिसाड़ी रोड माधवपुरम डॉ. जाकिर हुसैन कॉलोनी लिसाड़ी गांव ततिना काशी सोलाना हो इटारा कताई मिल से इटावा का रास्ता या अन्य आवागमन की सड़कें गड्ढों से भरमार मात्रा में पाई और देखी भी जा सकते हैं।
कुछ दिन पहले बहुजन मुक्ति पार्टी ने पहले भी आवाज उठाई थी उस बिहाप पर गगोल गांव का रास्ता मे लीपापोती तो हुई। लेकिन मानक के आधार पर तारकोल बजरी केवल लीपापोती करने मात्र का कदम उठाया गया। यदि हम मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों बहुजनों की बात करते हैं। तो मलिन से मलिन बदतर बस्तियां बन रही हैं और जहां सरकार संक्रमण को खत्म करने के लिए महामारी का कदम दिखा रही है। वह मात्र केवल ढकोसला और ढोंग ही कहा जा सकता है। आर डी गादरे ने वर्तमान सरकार की निंदा करते हुए कहा कि आज ना बहन सुरक्षित है, ना बीमारियों से कोई सुरक्षा के साधन मुहैया हो रहे हैं। बल्कि आम नागरिक को लूटने पर आमादा है। महंगाई जबरदस्त तरीके से बढ़ती जा रही है। 
खाने पीने की चीज ही नहीं यातायात के साधनों पर भी कोई लगाम नहीं लगाई जा रही। और एक इंसान पर आज तरह तरह के टैक्स भरके जीवन यापन करना पड़ रहा है। शाहजहां कॉलोनी में करीब 2 फीट पानी सड़कों पर भरा हुआ है और घरों में गंदा पानी घुस रहा है। जो संक्रमण बीमारियों को बुलावा न्योता दे रहा है। अपने घरों में ही बहुजन मूलनिवासी सुरक्षित नहीं है। अपने घरों के अलावा और कहां सुरक्षित हो पाएंगे। सफाई के नाम पर चारों ओर सड़के तो खोदी जा रही है। सीवर लगाने के बहाने कवायद हो रही है। लेकिन उनको कोई तरकीब आज तक नहीं मिल रही है। कई बार आंदोलन किए गए लेकिन सरकार आंखें बंद करके बैठी है। ईवीएम के दम पर जो बनी है। बहुजन मुक्ति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि यदि जल्द से जल्द यह सुविधाएं नहीं की गई तो बहुजन मुक्ति पार्टी के कार्यकर्ता जन आंदोलन करेंगे बहुजन मुक्ति पार्टी के सूफी अमजद अली, मौलाना शाहनवाज सुरेश राणा, राजू जगपाल सिंह, ओम करण, ओमवीर सिंह, एडवोकेट एहसान भट्टी, एडवोकेट राहुल कुमार, एडवोकेट अतर सिंह गुप्ता आदि ने दौरा कर लोगों को सहयोग करने का हौसला दिया।

थाने के विभिन्न अभिलेखों का निरीक्षण किया
सत्येंद्र पंवार        मुजफ्फरनगर। मेरठ जोन के एडीजी राजीव सभरवाल ने सिविल लाइन थाने पहुंचकर कार्यालय, आवास, बैरक, मेस, महिला हेल्प डेस्क और थाने के विभिन्न अभिलेखों का गहनता के साथ निरीक्षण किया। काफी समय तक निरीक्षण करने के बाद एडीजी मेरठ जोन ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव, सीओ सदर कृष्ण कुमार एवं सीओ सिटी भी मौजूद रहे।

शनिवार को एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव, सीओ सदर कृष्ण कुमार एवं सीओ सिटी कुलदीप सिंह के साथ जिला मुख्यालय पर स्थित थाना सिविल लाइन का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। एडीजी मेरठ जोन राजीव सब्बरवाल ने इस दौरान आरक्षी आवासों का निरीक्षण किया। इसके पश्चात महिला हेल्प डेस्क, बैरक, मेस, कम्प्यूटर कक्ष, शौचालय, कार्यालय, मालगृह, हिस्ट्रीशीटर व टॉपटेन अपराधियों का चार्ट व अभिलेखों का बारीकी से निरीक्षण किया और दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एडीजी ने एसएसपी अभिषेक यादव, सीओ सदर कृष्ण कुमार और सीओ सिटी कुलदीप सिंह के साथ अपराध नियंत्रण पर मंत्रणा की। थाने की साफ-सफाई व अपराध नियंत्रण पर एडीजी ने संतोष व्यक्त किया। इस मौके पर एडीजी मेरठ जोन ने कहा कि साफ सफाई व अपराध नियंत्रण उनकी प्राथमिकता में शामिल रहा। उन्होंने कहा कि बड़ी घटनाओं को रोकने के लिए मामूली विवादों का निस्तारण प्राथमिकता के साथ करें।

कॉलेज का निरीक्षण, वस्तुस्थिति का जायजा लिया
गणेश साहू       कौशाम्बी। जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने अर्हता तिथि 01 जनवरी 2022 के आधार पर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों के संक्षिप्त पुनरीक्षण की द्वितीय विशेष अभियान पर मतदान केन्द्र प्राथमिक विद्यालय पाता कोतारी पश्चिम गौसपुर टिकरी एवं भेलखा तथा दुर्गा देवी इण्टर कालेज का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने पदाभिहित अधिकारी एवं बीएलओ से अब तक प्राप्त फार्म-06,07 एवं 08 तथा ईपीरेशियों, जेण्डर रेशियों व दिव्यांग मतदाताओं आदि की विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हुए ईपी एवं जेण्डर रेशियों मानक के अनुसार ठीक करने हेतु सभी आवश्यक कार्यवाही करने तथा घर-घर जाकर सर्वे करने के निर्देश दिये। ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति छूटने न पाये। उन्होनें कहा कि ग्राम प्रधान एवं लेखपाल के माध्यम से प्रचार -प्रसार कराकर पात्र व्यक्तियों का नाम मतदाता सूची में अंकित कराया जायें। उन्होनें बीएलओ से कहा कि फार्म पूर्ण रूप से भरकर ही जमा करें।

भाजपा विधायक गफलत में हैं, कटेगा टिकट

भाजपा विधायक गफलत में हैं, कटेगा टिकट 

अश्वनी उपाध्याय की विशेष रिपोर्ट 
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की दलगत तैयारियां अपने चरम पर पहुंच गई है। सत्तारूढ़ भाजपा के पर्यवेक्षकों के द्वारा जमीनी स्तर पर आवेदन प्रेषित करने वाले भावी प्रत्याशियों का सर्वेक्षण शुरू कर दिया गया है। प्रत्येक विधानसभा में वही भाजपा का प्रत्याशी होगा जो सर्वेक्षण में प्रथम स्थान प्राप्त करेगा। परंतु इस बात की पुष्टि कैसे होगी ? यह पार्टी के द्वारा प्रभार प्राप्त व्यक्ति अथवा गठित की गई समिति का अंतिम निर्णय होगा। इसी कारण वास्तविक उत्तराधिकारियों की उपेक्षा से गुरेज नहीं किया जा सकता है। यदि सर्वेक्षण में विकल्पों के अभाव को शामिल कर प्रबल दावेदारी के आधार पर सर्वेक्षण किया जाता हैं तो सेवा प्रदान करने वाले आवेदक को किसी भी रूप में उपेक्षा का शिकार नहीं बनना पड़ता। सबसे पहले प्रत्येक विधानसभा में जहां भी भाजपा विधायक है, वही सबसे प्रबल दावेदार है। लेकिन विचारधारा के विरुद्ध कार्यविधि और हीन कर्तव्यनिष्ठा के आधार पर कुछ विधायकों ने यह अधिकार खो दिया है। ऐसी स्थिति में अन्य विकल्पों का उपयोग ही शेष बचता है। किंतु इसके विपरीत अन्य किसी कारण के सर्वेक्षण में विधायक को विकल्प का स्थान ही नहीं दिया गया। ऐसी स्थिति में स्थापित किए गए विकल्पों के अलावा और कोई चारा ही नहीं बचता है।
यह बात पूरी तरह स्पष्ट की जाती है कि प्रदेश के कई वर्तमान विधायक गफलत में रह रहे हैं। पार्टी के द्वारा किए गए सर्वेक्षण में उन्हें समायोजित ही नहीं किया गया है। कई लोग इस बात से वाकिफ भी है और अन्य विकल्पों की खोज में लगे हैं। वहीं, कुछ ऐसे भी हैं जो अधिकार पूर्वक टिकट प्राप्त करने की उधेड़बुन में हैं। लेकिन कई लोग ऐसे हैं जिन्हें इसकी पूरी जानकारी ही नहीं है।
करण कुछ भी रहा हो लोनी विधानसभा हमेशा सुर्खियों में रही है। पिछले कुछ दिनों से लोनी क्षेत्र वायु प्रदूषण के शीर्ष स्थान पर अपनी स्थिति कायम रखने में सफल रहा है। सर्वोच्च न्यायालय इसके विरुद्ध पूरी सख्ती बरत रहा है। लेकिन प्रशासन इस पर नियंत्रण करने में असफल रहा है। विधायक व सांसद जनता की समस्या को राजनीतिक चश्मे से देख रहे हैं। लाखों 'परिवार' इस विकट समस्या के भंवर में फंसे हुए हैं। इसके बावजूद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कमजोर विपक्ष और भविष्य में 20 वर्षों तक शासन करने की योजना बना रहे हैं। पूर्ण बहुमत की ऐसी खोखली सरकार से उम्मीद लगाना मूर्खता ही है, जो अनदेखी और लापरवाही के साथ शासन कर रही है। सही मायने में इस बार भाजपा प्रत्याशी का अप्रत्यक्ष रूप से बहिष्कार कर देना चाहिए। बल्कि परिणाम ऐसे होने चाहिए जिसके कारण लालची नेताओं को स्वच्छ वातावरण में भी सांस लेना दुभर हो जाए।

गांजा तस्कर को 20 साल कैद की सजा सुनाई

गांजा तस्कर को 20 साल कैद की सजा सुनाई

हरिओम उपाध्याय 
जांजगीर। राज्य में गांजा तस्करी का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। जांजगीर में एनडीपीएस कोर्ट ने एक गांजा तस्कर शहबाज अहमद शेख को 20 साल कैद की सजा सुनाई है। साथ ही 2 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। शहबाज और उसके साथी अजय सिंह बघेल को करीब 2 साल पहले 220 किलो गांजा की तस्करी करते पकड़ा गया था। हालांकि बाद में अजय सिंह को जमानत मिल गई थी, इसके बाद से ही वह फरार है। मामले की सुनवाई विशेष जज सुरेश जून की कोर्ट में हुई।
विशेष लोक अभियोजक शशि कला जांगड़े ने बताया कि पामगढ़ थाना पुलिस 5 जनवरी 2020 को चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान शिवरीनारायण की ओर से एक सफेद रंग की स्कार्पियो आती दिखाई दी। उसे रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन चालक तेज गति से चलाते हुए भागने लगा। इस पर पुलिस ने पीछा कर घेराबंदी कर उन्हें रोक लिया। पूछताछ में चालक ने अपना नाम MP निवासी शहबाज अहमद शेख और दूसरे ने अजय सिंह बघेल बताया।
गाड़ी से मादक पदार्थ की महक आने पर पुलिस ने चेक किया तो अंदर कई पैकेट में गांजा भरा मिला। इन पैकेटों को गाड़ी के पीछे और बीच के हिस्से में कंबल से ढंक कर छिपाया गया था। जांच के दौरान गांजा के 217 पैकेट बरामद हुए है। इसके अलावा गड़ी के तीन अलग-अलग नंबर की प्लेट भी मिला है। बरामद गांजे की कीमत करीब 13.36 लाख रुपए से ज्यादा बताई जा रही है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच अजय सिंह ने हाईकोर्ट से जमानत ले ली। इसके बदा से फरार है।

18.14 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां कुर्क की 
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बताया कि धनशोधन कानून के तहत यूनिटेक समूह की कथित बेनामी कंपनियों की 18.14 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों को कुर्क किया गया है। कुर्क की गई इन संपत्तियों में गुरुग्राम (हरियाणा) में बने मल्टीप्लेक्स, गुरुग्राम तथा उत्तर प्रदेश के लखनऊ में छह व्यावसायिक संपत्तियां तथा 24 बैंक खाते और सावधि जमा शामिल हैं। ईडी ने कहा की कुर्क की गई इन संपत्तियों का मूल्य 18.14 करोड़ रुपये है।
एजेंसी ने एक बयान में कहा, ”ये संपत्तियां ‘इनोवा फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड’ और ‘एफएनएम प्रॉपर्टी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड’ के नाम पर हैं, जो चंद्रा (यूनिटेक के प्रमोटर अजय चंद्रा और संजय चंद्रा) की बेनामी कंपनियां हैं।” आरोप हैं कि इन दो बेनामी संस्थाओं को चंद्रा अपने करीबियों के माध्यम से चला रहे थे। बेनामी लेनदेन एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें किसी संपत्ति(चल अथवा अचल) किसी व्यक्ति के नाम स्थानांतरित की जाती है अथवा ली जाती है,जबकि हकीकत में उसका मालिक कोई अन्य व्यक्ति होता है।
धनशोधन का यह मामला यूनिटेक समूह और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ घर खरीदारों द्वारा दर्ज कराए गए मामले पर आधारित है। ईडी ने इस साल की शुरुआत में यूनिटेक समूह और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ धन शोधन निषेध अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत एक अपराधिक मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मालिकों-संजय चंद्रा और अजय चंद्रा- ने अवैध रूप से 2,000 करोड़ से अधिक रुपये साइप्रस और केमैन द्वीप भेजे थे। इस मामले में अब तक कुल 690.66 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। गत माह ईडी ने इस मामले में यूनिटेक के संस्थापक रमेश चंद्रा, उनकी बहू प्रीति चंद्रा और एक कंपनी के कार्यकारी अधिकारी को गिरफ्तार किया था।

2018 के बाद फिल्मों से दूरी बनाईं: अनुष्का

2018 के बाद फिल्मों से दूरी बनाईं: अनुष्का
कविता गर्ग    
मुबंई। अनुष्का शर्मा ने साल 2018 के बाद से फिल्मों से दूरी बना ली है। हालांकि उन्होंने इस बीच बतौर प्रोड्यूसर फिल्में बनाई हैं। पर मेन स्ट्रीम मूवीज में उन्हें देखे हुए लगभग तीन साल हो गए हैं। इन तीन सालों में अनुष्का अपने पहले बच्चे की मां बनीं और फिलहाल वे मदरहुड फेज पर पूरी तरह फोकस कर रही हैं। इसी दौरान उन्हें कुछ ब्रांड एंडोर्समेंट्स में देखा गया। फिल्मों से वे अब तक दूर क्यों है? इसपर उन्होंने फैशन मैगजीन से बात की है।
ग्राजिया को दिए इंटरव्यू में अनुष्का शर्मा ने बताया कि उन्होंने फिल्मों से ब्रेक क्यों लिया। इसी से जोड़ते हुए उन्होंने मेंटल हेल्थ मुद्दे पर भी बात की। वे कहती हैं- 'मेंटल हेल्थ और काम से ब्रेक लेने का टॉप‍िक अब लोगों के लिए महत्वपूर्ण है।
उनके मुताबिक अगर किसी के पास डायरी है तो इसका ये मतलब नहीं कि वो शख्स बेहतर काम करने वाला है। एक रचनात्मक व्यक्त‍ि के तौर पर, आपको खुद के लिए एक स्पेस देने की जरूरत है। जहां आप विकास कर सके, आव‍िष्कार कर सकें और खुद के नए पहलुओं को पहचान सकें।
अनुष्का ने आगे कहा कि प्रेग्नेंसी से पहले और बाद में मह‍िलाओं की जिंदगी पर दोहरा दबाव होता है। वे कहती हैं- 'ऐसी इंसान होने जो बहुत सतर्क रहती है, फिर भी मैं चिंतित थी।  मैं सोचती रहती थी कि क्या मैं अपने शरीर से नफरत करने लगूंगी।
इस इंटरव्यू में अनुष्का कहा कि कोरोना पैनडेमिक के दौरान प्रेग्नेंट होने पर जिंदगी को सकारात्मक नजर‍िए से देखना सीखा। 'मुझे और विराट को एक साथ समय बिताने का काफी समय मिला क्योंकि वे उस समय कोई मैच नहीं खेल रहे थे। अगर वो ट्रैवल कर रहे होते, तो मैं उस हालत में उन्हें कंपनी नहीं दे पाती।
मालूम हो अनुष्का ने अपनी प्रेग्नेंसी के समय फिल्मों से दूरी बनाए रखी, पर उन्होंने विराट को उनके क्रिकेट टूर्नामेंट्स में पूरी कंपनी दी।

भीख में मिली आजादी, विवादों में घिरीं कंगना
कविता गर्ग      
मुबंई। फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत आजादी भीख में मिलने का बयान देकर विवादों में घिर गई हैं। अब कंगना ने कहा है कि अगर वह गलत साबित होती हैं तो पद्मश्री अवॉर्ड लौटा देंगी। कंगना ने अपने बचाव में जो तर्क दिया है, वह और भी चौंकाने वाला है। गौरतलब है कि पद्मश्री मिलने के एक दिन बाद ही कंगना ने विवादास्पद बयान दिया था। फिल्म अभिनेत्री ने कहा था कि असली आजादी तो 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद मिली है। 1947 में मिली आजादी तो भीख में मिली थी। इसके बाद देशभर में कंगना का विरोध हो रहा है।
अब एक बार फिर कंगना ने भीख में मिली आजादी वाले अपने बयान को डिफेंड किया है। न्यूज 18 के मुताबिक, फिल्म अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर एक किताब के कुछ अंश साझा किए हैं। 
इस किताब का नाम 'जस्ट टू सेट द रिकॉर्ड्स स्ट्रेट' है। कंगना ने लिखा है कि 1857 में आजादी की लड़ाई लड़ी गई थी। इसमें सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और वीर सावरकर ने हिस्सा लिया था। लेकिन 1947 में आजादी के लिए कौन सा युद्ध लड़ा गया था? मुझे तो इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। अगर कोई मुझे इस बारे में जानकारी दे दे तो मैं माफी तो मांगूंगी ही, साथ ही पद्मश्री भी लौटा दूंगी।
इस बीच देशभर में कंगना रानाउत का विरोध जारी है। नेताओं और तमाम अन्य लोगों ने कंगना रानाउत के बयान पर आपत्ति जताई है। दिल्ली भाजपा के नेता प्रवीण शंकर कपूर ने गुरुवार को इस बारे में ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा कि एक स्वतंत्रता सेनानी का बेटा होने और आजादी के लिए लड़ाई लड़ने वाले वाले परिवार से आने के नाते मैं कंगना रनौत के बयान को स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का अपमान मानता हूं। मैं चाहता हूं कि भारतीय न्याय व्यवस्था इस मामले का खुद से संज्ञान ले। उन्होंने शुक्रवार को पीटीआई से बातचीत में कहा कि निजी स्तर पर ट्वीट करके यह विरोध जताया है। वहीं महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने भी कंगना रनौत के बयान को गलत बताया है। 
वहीं इस बयान के बाद देशभर में कंगना का विरोध हो रहा है। इंदौर में स्वतंत्रता सेनानियों के एक ग्रुप ने कंगना का पुतला जलाया। एमजी रोड पर किए गए इस विरोध के बाद इसमें भाग लेने वाले आशा गोविंद खादीवाला ने कहा कि कंगना को अपने बयान को माफी मांगनी ही चाहिए। वहीं जोधपुर में एक महिला कांग्रेस कार्यकर्ता ने फिल्म अभिनेत्री के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। जोधपुर महिला कांग्रेस कमेटी की प्रेसीडेंट मनीषा पंवार ने अपनी शिकायत में कहाकि कंगना ने आजादी की लड़ाई लड़ने वालों के साथ-साथ देश के लोगों का भी अपमान किया है।

बसपा सुप्रीमो मायावती की मां का निधन हुआ

बसपा सुप्रीमो मायावती की मां का निधन हुआ

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। बसपा सुप्रीमो मायवती की मां रामरती का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। बताया गया है कि मायावती खुद दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी हैं। वे वहां पर अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होंगी। बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने इस दुखद खबर की जानकारी दी है।
उन्होंने ट्वीट कर बताया है कि मायावती की मां को हार्ट अटैक आया था और उसी वजह से उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया। 92 साल की उम्र में वे इस दुनिया को छोड़ चली गईं। अभी के लिए बसपा सुप्रीमो दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी है। वे अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रही हैं। बताया जा रहा है कि परिवार के एकत्र होने के बाद कल दिल्ली में मायावती की मां का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इस दुखद खबर पर बसपा ने एक प्रेस रिलीज भी जारी की है। उसमें बताया गया है कि बसपा सुप्रीमो की मां काफी मिलनसार थीं और हमेशा अपने परिवार के करीब रहीं। वे अपने अंतिम क्षणों में परिवार के साथ ही रहीं और हमेशा उनके बारे में सोचती रहीं। लेकिन शनिवार को हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया। वैसे करीब एक साल पहले मायावती के पिता प्रभुदयाल का भी स्वर्गवास हो चुका है।

'सनराइज ओवर अयोध्या’ के नाम पर लिखीं 'किताब'
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की लिखी किताब पर विवाद बढ़ता जा रहा है। किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ को लेकर लिखी गई है। इसमें हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन आईएसआईएस और बोको हराम से की है और हिंदुत्व की राजनीति को खतरनाक बताया है। 
उन्होंने कहा कि मैंने हिंदुत्व को कभी आतंकी संगठन नहीं कहा न ही  मेरी किताब में आतंकी शब्द है। उन्होंने कहा कि मैं किताब में लोगों को जोड़ना चाहता हूं। मेरी किताब में महात्मा गांधी, राम और पूरी रामायण है।


फालेयरो को अपना उम्मीदवार घोषित किया
मिनाक्षी लोढी        कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पश्चिम बंगाल की राज्यसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए पार्टी उपाध्यक्ष लुईजिन्हो फालेयरो को शनिवार को अपना उम्मीदवार घोषित किया। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री फालेयरो ने कांग्रेस छोड़ दी थी और सितंबर में टीएमसी में शामिल हो गए थे। टीएमसी ने ट्वीट किया, ”हम संसद के उच्च सदन के लिए लुईजिन्हो फालेयरो को नामित करते हुए बेहद प्रसन्न हैं। हमें विश्वास है कि राष्ट्र की सेवा करने के उनके प्रयासों की व्यापक रूप से सराहना की जाएगी!” राज्यसभा सीट के लिये उपचुनाव 29 नवंबर को होना है।

2021 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगे राष्ट्रपति
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद साल 2021 के राष्ट्रीय खेल पुरस्कार प्रदान करेंगे। इस साल ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा समेत 12 खिलाडियों को मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार, 35 खिलाडियों को अर्जुन पुरस्कार, 10 को द्रोणाचार्य पुरस्कार और 5 खिलाडियों को ध्यानचंद जीवनगौरव पुरस्कार दिए जाएगें। केन्द्रीय युवा कल्याण और खेल मंत्रालय की ओर से हर साल खेल में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
नीरज चोपड़ा (एथलेटिक्स), रवि कुमार (कुश्ती), लवलीना बोरगोहेन (मुक्केबाजी), पीआर श्रीजेश (हॉकी), अवनि लेखारा (पैरा शूटिंग), सुमित अंतिल (पैरा एथलेटिक्स), प्रमोद भगत (पैरा बैडमिंटन), कृष्णा नागर (पैरा बैडमिंटन),मनीष नरवाल (पैरा शूटिंग),मिताली राज,(क्रिकेट),सुनील छेत्री (फुटबॉल),मनप्रीत सिंह (हॉकी) को दिया जाएगा।
अरपिंदर सिंह (एथलेटिक्स), सिमरनजीत कौर (मुक्केबाजी), शिखर धवन (क्रिकेट),सीए भवानी देवी (तलवारबाजी),मोनिका (हॉकी),वंदना कटारिया (हॉकी), संदीप नरवाल (कबड्डी), हिमानी उत्तम परब (मल्लखंब), अभिषेक वर्मा (निशानेबाजी), अंकिता रैना (टेनिस), दीपक पूनिया (कुश्ती), दिलप्रीत सिंह (हॉकी),हरमनप्रीत सिंह (हॉकी), रूपिंदर पाल सिंह (हॉकी), सुरेंद्र कुमार (हॉकी), अमित रोहिदास (हॉकी), बीरेंद्र लाकड़ा (हॉकी), सुमित (हॉकी), नीलकांत शर्मा (हॉकी), हार्दिक सिंह (हॉकी), विवेक सागर प्रसाद (हॉकी),
गुरजंत सिंह (हॉकी), मनदीप सिंह (हॉकी), शमशेर सिंह (हॉकी), ललित कुमार उपाध्याय (हॉकी), वरुण कुमार (हॉकी), सिमरनजीत सिंह (हॉकी), योगेश, कथूनिया (पैरा एथलेटिक्स), निषाद कुमार (पैरा एथलेटिक्स), प्रवीण कुमार (पैरा एथलेटिक्स), सुहाश यतिराज (पैरा बैडमिंटन), सिंहराज अधाना (पैरा निशानेबाजी), भावना पटेल (पैरा टेबल टेनिस), हरविंदर सिंह (पैरा तीरंदाजी)और शरद कुमार (पैरा एथलेटिक्स) को अर्जुन पुरस्कार दिया जाएगा।
खेल और स्पर्धा 2021 में उत्कृष्ट कोचों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार
लाइफ टाइम श्रेणी में टी. पी. औसेफ(एथलेटिक्स), सरकार तलवार(क्रिकेट), सरपाल सिंह(हॉकी), आशान कुमार(कबड्डी), तपन कुमार पाणिग्रही(तैराकी)  को सम्मानित किया जाएगा। नियमित श्रेणी में राधाकृष्णन नायर पी (एथलेटिक्स), संध्या गुरुंग(बॉक्सिंग),प्रीतम सिवाच(हॉकी),जय प्रकाश नौटियाल(पैरा शूटिंग),सुब्रमण्यम रमन(टेबल टेनिस) को सम्मानित किया जाएगा।
खेल और स्पर्धा 2021 में लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए ध्यानचंद पुरस्कार
लेख केसी(बॉक्सिंग), अभिजीत कुंते(चेस), दविंदर सिंह गरचा(हॉकी), विकास कुमार(कबड्डी), सज्जन सिंह(कुश्ती) को सम्मानित किया जाएगा।

समाजवादी पार्टी ने गृहमंत्री पर कटाक्ष किया
हरिओम उपाध्याय           
लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने गृहमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि जनता का पैसा और बीजेपी की लूट। उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम अधिकारियों से गलत काम कराते है।
समाजवादी पार्टी ने कहा कि गृहमंत्री की रैली, डीएम की भीड़, जनता का पैसा, बीजेपी की लूट। उन्होंने कहा कि जनता का विश्वासमत खो चुकी भाजपा की रैलियों में स्वेच्छा से लोग नहीं आ रहे हैं। इसलिए सरकारी संसाधनों और सत्ता का दुरुपयोग कर भीड़ जुटाने का हो रहा काम। मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम अधिकारियों से गलत काम कराते हैं इसीलिए उन पर कार्रवाई नहीं कर पाते हैं।


कोरोना संबंधी नियम पर रोक हटाने से इंकार

कोरोना संबंधी नियम पर रोक हटाने से इंंकार
अखिलेश पांडेय         
वाशिंगटन डीसी। एक संघीय अदालत ने शुक्रवार को 100 या अधिक कर्मचारियों वाले व्यवसायों के लिए बाइडन प्रशासन द्वारा लागू टीका अनिवार्यता संबंधी नियम पर रोक हटाने से इनकार कर दिया।
न्यू ऑरलियन्स स्थित पांचवीं ‘यूएस सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स’ ने संघीय व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य प्रशासन (ओएसएचए) द्वारा पारित अनिवार्यता आदेश पर पिछले शनिवार को एक आपातकालीन रोक लगा दी थी। जिसमें ऐसे कर्मचारियों को चार जनवरी तक टीका लगाए जाने को या मास्क आवश्यकताओं और साप्ताहिक जांचों को जरूरी बनाया गया था।
न्याय और श्रम विभागों के वकीलों ने सोमवार को एक जवाब दाखिल की। 
जिसमें उन्होंने कहा कि टीका अनिवार्यता को प्रभावी होने से रोकना केवल कोविड-19 महामारी को लंबा खींचेगा और “प्रति दिन दर्जनों या सैकड़ों लोगों की जान लेगा।” लेकिन अपीलीय अदालत ने इस दलील को शुक्रवार को खारिज कर दिया।
न्यायाधीश कर्ट डी इंजलहार्ड्ट ने आदेश दिया कि यह रोक ‘पूरी तरह जनहित में है।’ इंजलहार्ड्ट ने कहा कि आर्थिक अनिश्चितता से लेकर कार्यस्थल संघर्ष तक, अनिवार्यता आदेश के नाम मात्र ने हाल के महीनों में अनकही आर्थिक उथल-पुथल मचा दी है। ओएसएचओ द्वारा चार नवंबर को अपने नियम जारी करने के बाद कम से कम 27 राज्यों ने छह संघीय अपील अदालतों में इसके खिलाफ वाद दायर किया है।

ब्रिटनी स्पीयर्स को 'कंजरवेटरशिप' से आजाद किया
सुनील श्रीवास्तव          
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में लॉस एंजिलिस काउंटी सुपीरियर कोर्ट ने पॉप सिंगर ब्रिटनी स्पीयर्स को उनके पिता जेम्स स्पीयर्स के संरक्षण (कंजरवेटरशिप) से आजाद कर दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार लॉस एंजिलिस काउंटी सुपीरियर कोर्ट के न्यायाधीश ब्रेंडा पेनी ने शुक्रवार को सुनवाई के दौरान यह फैसला सुनाया है।
कोर्ट ने ब्रिटनी स्पीयर्स पर उनके पिता जेम्स स्पीयर्स के 13 साल के संरक्षण को समाप्त कर दिया है। इस फैसले के बाद अब ब्रिटनी स्पीयर्स अपने पेशेवर, सामाजिक और वित्तीय निर्णय स्वयं ले सकेंगी। वर्ष 2008 में जेम्स स्पीयर्स को ब्रिटनी स्पीयर्स की संपत्ति का अस्थायी संरक्षक घोषित किया गया था। ब्रिटनी स्पीयर्स ने इस वर्ष जून में अपने ऊपर से पिता के संरक्षण को समाप्त करने का अनुरोध करते हुये कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

सुधारों का समर्थन करने के लिए तैयार इटली
अखिलेश पांडेय    
रोम। इटली दिसंबर में होने जा रहे चुनावों के बाद लीबिया की सुरक्षा व्यवस्था में सुधारों का समर्थन करने के लिए तैयार है। इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी ने शुक्रवार को लीबिया की अर्थव्यवस्था के ‘सामान्यीकरण’ का आह्वान करते हुये यह बात कही। 
ड्रैगी ने लीबिया पर एक विशेष सम्मेलन के दौरान कहा कि उन्होंने लीबिया में यूरोपीय संघ की मजबूत भूमिका का समर्थन किया है। लीबिया में 24 दिसंबर को राष्ट्रपति और संसदीय चुनाव होने वाले हैं। शुक्रवार को सम्मेलन के बाद  ड्रैगी ने कहा, “लीबिया के लोगों को स्वतंत्र, पारदर्शी और विश्वसनीय चुनावों के जरिये खुद को अभिव्यक्त करने में सक्षम होना चाहिए।
अफ्रीका में संकट की स्थिति, नहीं मिल रही सेवाएं
प्रिटोरिया। संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षण प्रमुख ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में संकट के हालात हैं। जहां असुरक्षा और अस्थिरता की वजह से विकास की संभावनाएं गंभीर रूप से कम हो रही हैं तथा आतंकवादी हमलों में रोजाना कई लोग मारे गये। ज्यां-पियरे लैक्रोइक्स ने कहा, ”लाखों लोग विस्थापित हुए हैं। बच्चे स्कूल नहीं जा सकते और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं कई लोगों तक पहुंच नहीं पा रहीं।
कोविड-19 महामारी का खतरा अब भी बना हुआ है।” वह जी5 साहेल बल पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में बोल रहे थे। इस बल का गठन पांच अफ्रीकी देशों-चाड, माली, बुर्किना फासो, नाइजर और मॉरिटानिया द्वारा विशाल साहेल क्षेत्र में बढ़ते आतंकवादी खतरे से निपटने के लिए 2017 में किया था। लैक्रोइक्स ने कहा कि संयुक्त बल लगातार अपना दायरा बढ़ा रहे हैं लेकिन उनके सामने अनेक चुनौतियां हैं जिनमें पड़ोस के लीबिया में संघर्ष से विदेशी लड़ाकों की वापसी शामिल है। इसके साथ ही घरेलू चुनौतियां भी हैं।

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...