रविवार, 14 नवंबर 2021

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रदर्शन, माफी मांगी

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रदर्शन, माफी मांगी

मोमिन मलिक     इस्लामाबाद/ सिडनी। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हसन अली ने टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ निराशाजनक प्रदर्शन के लिए माफी मांगते हुए कहा कि वह किसी भी अन्य व्यक्ति से अधिक निराश हैं और उन्होंने अपने करियर के इस खराब दौर से उबरते हुए मजबूत होकर वापसी करने का वादा किया।

हसन ने गुरुवार को दुबई में 19वें ओवर में शाहीन शाह अफरीदी की गेंद पर डीप मिडविकेट पर मैथ्यू वेड का कैच टपकाया और उनकी यह गलती महंगी साबित हुई जब आस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ने लगातार तीन छक्के जड़कर अपनी टीम को पांच विकेट की जीत के साथ फाइनल में जगह दिला दी। इसके साथ ही टूर्नामेंट में पाकिस्तान के शानदार अभियान का अंत भी हो गया। बाबर आजम की टीम ने ग्रुप चरण में लगातार पांच मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई थी।


ओषधि: गाजर के बीज का इस्तेमाल कारगर

सर्दियों का मौसम शुरू होते ही बाजार में गाजर आनी भी शुरू हो जाती है। गाजर में फैट न के बराबर होता है, लेकिन पौष्टिकता भरपूर मात्रा में होता है, जैसे- सोडियम, पोटाशियम, कार्बोहाइड्रेड, प्रोटीन, विटामिन ए, डी, सी, बी6 आदि होते हैं। इन पौष्टिकताओं के कारण गाजर को कान का दर्द, मुंह का बदबू,पेट दर्द जैसे बीमारियों के लिए गाजर के जड़, फल और बीज का इस्तेमाल औषधि के लिए किया जाता है। गाजर खाना खास तौर पर आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए जाना जाता है। इम्यूनिटी के लिए गाजर का जूस अद्भुत माना जाता है। सर्दी के मौसम में अन्य ड्रिंक्स की जगह पर गाजर के जूस को अपनी डाइट का हिस्सा बनाकर अनगिनत फायदे हासिल करें। 

गाजर का जूस पीने के फायदे। इम्यून‍िटी बढ़ाने में फायेदमंद: एक गि‍लास गाजर का जूस आपकी इम्यून पावर को बढ़ाता है। गाजर में कई ऐसे मिनरल्स भी होते हैं। विटामिन ए के लिए भी गाजर अच्छा स्त्रोत है। गाजर में व‍िटाम‍िन बी6, वि‍टाम‍िन के, फासफोरस और पोटेशि‍यम होता है। गाजर का जूस आपके शरीर को फ्री रे‍ड‍िकल्स डेमेज से लड़ने में मददगार साबि‍त होगा। इतना ही नहीं पोटेशियम से भरपूर गाजर आपकी रक्त वाहिकाओं और धमनियों को आराम देने में मदद करती है। यह सोडियम के दुष्प्रभावों को बेअसर करती है। यह एथेरोस्क्लेरोसिस और स्ट्रोक के जोखिम को भी कम करती है। आप इसे सब्‍जी, शोरबे और जूस में शामिल कर सकते हैं।

आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद: गाजर का रस कैरोटीनॉयड का एक बहुत अच्छा स्रोत है, जिसमें बीटा कैरोटीन, ल्यूटिन और जेक्सैन्थिन शामिल होते हैं। जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं। गाजर आपकी आंखों के लिए अच्छा होता है और यह विटामिन ए से भी भरपूर होता है। विटामिन ए की कमी से आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है। ऐसे में आंखों की रोशनी को बढ़ावा देने के लिए रोजाना गाजर का जूस पिएं। ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए फायदेमंद: गाजर में मौजूद मैगनीज, मैग्नीशियम और कैरीटोनॉयड पाया जाता है। जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। लेकिन डायबिटीज के मरीज इसका सेवन अधिक मात्रा में करने से बचें। खांसी ठीक करने के लिए फायदेमंद: गाजर के रस में मिश्री व काली मिर्च मिलाकर पीने से खांसी ठीक हो जाती है। कफ कि समस्या में भी आराम मिलता है।

विधानसभा में मुख्यमंत्री का चयन किया जाएगा

विधानसभा में मुख्यमंत्री का चयन किया जाएगा
पंकज कपूर      
देहरादून। कांग्रेस के उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव ने रविवार को कहा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी मुख्यमंत्री पद के लिए कोई चेहरा घोषित नहीं करेगी और सामूहिक नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी तथा जीत के बाद सबसे विचार-विमर्श करके मुख्यमंत्री का चयन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पांच साल पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए नेताओं के लिए पार्टी के दरवाजे बंद नहीं हुए हैं, लेकिन उन्हें शामिल करने का निर्णय राजनीतिक आकलन के आधार पर किया जाएगा। उत्तराखंड में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होना है। यादव ने कहा कि भाजपा के पास एक चेहरा है, लेकिन हमारे पास 10 चेहरे हैं। ये चेहरे आपके सामने हैं। हमारे पास बड़ों का आशीर्वाद है तो युवाओं का साथ भी है। चुनाव के समय हमारे यहां नेतृत्व हमेशा पीसीसी अध्यक्ष का होता है।
चुनाव अभियान समिति के प्रमुख के रूप में हमारे पास हरीश रावत जी भी हैं। हम एक सामूहिक नेतृत्व में ही इस चुनाव में जा रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव जीतने के बाद सबके साथ चर्चा कर मुख्यमंत्री के बारे में फैसला होगा। यह पूछे जाने पर कि क्या यह तय हो चुका है कि चुनाव से पहले कोई चेहरा घोषित नहीं होगा तो उन्होंने जवाब दिया, ‘नहीं।
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यह मांग उठाई थी कि उत्तराखंड में कांग्रेस को चेहरा घोषित करना चाहिए ताकि भाजपा चुनाव को ‘नरेंद्र मोदी बनाम कांग्रेस’ न कर सके और चुनाव प्रदेश के मुद्दों तक ही केंद्रित रहे। रावत ने यह भी स्पष्ट किया था कि पार्टी जिसे भी चेहरा बनाएगी, उसको वह पूरा समर्थन देंगे। हालांकि रावत के समर्थक उन्हें ही मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पेश कर रहे हैं।
हरक सिंह रावत और कई अन्य नेताओं के कांग्रेस में आगे शामिल होने की अटकलों के बारे में देवेंद्र यादव ने कहा, ”मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता हूं। बहुत सारे लोग हैं जो कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं। लेकिन हम बहुत ऐहतियात के साथ कदम उठा रहे है। बहुत सोच समझकर ही लोगों को पार्टी में शामिल करा रहे हैं।
इस सवाल पर कि क्या कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए वरिष्ठ नेताओं के लिए पार्टी के दरवाजे बंद हो गए हैं तो उन्होंने कहा कि दरवाजे बंद नहीं हुए हैं। लेकिन शामिल कराने का फैसला चुनिंदा ढंग से होगा। राजनीतिक आकलन करने के बाद ही निर्णय लेंगे। यादव ने यह दावा भी किया कि आम आदमी पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस चुनाव में कोई असर नहीं होगा तथा कांग्रेस 70 सदस्यीय विधानसभा में 50 से अधिक सीटें हासिल करेगी।

बीजेपी और कांग्रेस पार्टी ने आंदोलन तेज किया
मोहम्मद रियाज     
भुवनेश्वर। ओडिशा में महिला शिक्षिका के अपहरण और हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्षी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस ने आंदोलन तेज कर दिया है। विपक्षी दल राज्य के मंत्री डीएस मिश्रा को हटाने और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इन नेताओं को विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं के गुस्से का सामना  करना पड़ा, जब वे बरगढ़ जिले के बीजेपुर में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बैठक में भाग लेने के लिए जा रहे थे। सत्तारूढ़ दल बीजेडी के एक मंत्री और विधायक के वाहनों पर अंडे फेंके गए और काले झंडे दिखाए गए।
58 लाख से अधिक किसानों ने पंजीकरण कराया 
सतेन्द्र पंवार     
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार के फसल सर्वेक्षण से जुड़े मोबाइल ऐप पर अब तक 58 लाख से अधिक किसानों ने पंजीकरण कराया है और कुछ जिले के किसानों ने खरीफ में उगाई गई 350 से अधिक फसलों के बारे में जानकारी दी है। राज्य सरकार ने टाटा ट्रस्ट के साथ मिलकर हाल में ‘ई-पीक पहाणी’ नामक ऐप विकसित किया है। इस ऐप पर किसान अपनी फसल का ब्योरा दे सकते हैं। यह ऐप सरकार को यह समझने में मदद करेगा कि कौन सी फसल उगाई जा रही है और राज्य के कितने क्षेत्र में खेती हो रही है।
राजस्व विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार की जानकारी से पता चला है कि कितना अनाज, तिलहन और नकदी फसलें होने वाली है। इसके आधार पर आयात निर्यात नीतियां बनाई जा सकती हैं, अथवा इस संबंध में कोई निर्णय लिया जा सकता है। उन्होंने कहा,” इस साल 15 अगस्त को यह सुविधा शुरू होने के बाद, पहले दो महीनों में 58,39,804 किसानों ने पंजीकरण कराया और इनमें से 52,84,598 किसानों ने अपनी खरीफ फसल का ब्योरा भी दर्ज कराया है।

जासूसी वाले स्टेटस के स्क्रीनशॉट वायरल हुए
दुष्यंत टीकम         
रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव और आईएएस अफसर डॉ. आलोक शुक्ला के वॉट्सऐप स्टेटस ने खलबली मचा दी है। स्टेटस में आईएएस अफसर ने लिखा कि मेरा फोन टैप हो रहा है, अपने रिस्क पर ही मुझे मैसेज करें। प्रदेश के प्रमुख सचिव स्तर के इस आईएएस अफसर के जासूसी वाले स्टेटस के स्क्रीनशॉट अब तेजी से वायरल हो रहे हैं। आखिर जासूसी वाले इस स्टेटस के पीछे की कहानी क्या है?
वरिष्ठ अफसर आलोक शुक्ला ने बताया कि यह सिर्फ एक मजाक है। उन्होंने मजाकिया लहजे में यह बात लिखी है। दुनिया भर में टेक्नॉलजी और डेटा की सिक्योरिटी पर पहले ही कई तरह के सवाल उठते रहे हैं। इसे लेकर आलोक शुक्ला ने कहा- मेरा क्या वैसे तो पूरी दुनिया के फोन निगरानी में है। मैंने इसे सिर्फ मजाक के तौर पर लिखा है और इसे मजाक के तौर पर ही लिया जाए।
डॉक्टर आलोक शुक्ला जब नागरिक आपूर्ति निगम में अफसर थे, तब प्रदेश में नान घोटाला भी सामने आया था। फर्जी राशन कार्ड से कई टन राशन बांटे जाने जैसे आरोप लगे थे। तब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी। भाजपा सरकार पर कांग्रेस ने कई आरोप लगाए थे। आलोक शुक्ला को तब पद से हटा दिया गया था। 2018 में प्रदेश की सियासी हालात बदले, कांग्रेस सत्ता में आई और फिर से आलोक शुक्ला को प्रमुख पद दिए गए। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी आलोक शुक्ला के खिलाफ कई तरह के सवाल भी उठाती रही है। फिलहाल आलोक शुक्ला स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव हैं। पढ़ाई तूहंर द्वार, ऑनलाइन क्लासेस के कई यूनीक कॉन्सेप्ट पर काम कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग में भी अहम जिम्मा संभाल रहे हैं।

जलवायु समझौते के लिए तैंयार हुए 200 देश

जलवायु समझौते के लिए तैंंयार हुए 200 देश
सुनील श्रीवास्तव     
लंदन। जीवाश्म ईंधनों का उपयोग ”चरणबद्ध तरीके से बंद करने के बजाय, इसके उपयोग को चरणबद्ध तरीके से कम करने” के भारत के सुझाव को महत्व देते हुए ग्लासगो में सीओपी26 शिखर सम्मेलन में लगभग 200 देश शनिवार को एक जलवायु समझौते के लिए तैयार हो गए। इसके साथ ही ग्लासगो जलवायु समझौता हानिकारक जलवायु प्रभाव वाली ग्रीनहाउस गैसों के लिए जिम्मेदार कोयले के उपयोग को कम करने की योजना बनाने वाला पहला संयुक्त राष्ट्र जलवायु समझौता बन गया है।
समझौते में शामिल देश अगले साल कार्बन कटौती पर चर्चा करने के लिए भी सहमत हुए हैं ताकि ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के लक्ष्य तक पहुंचा जा सके। सीओपी26 के अध्यक्ष आलोक शर्मा ने समझौते की घोषणा करते हुए कहा, ”अब हम इस धरती और इसके वासियों के लिए एक उपलब्धि के साथ इस सम्मेलन से विदा ले सकते हैं।” हालांकि, कई देशों ने जीवाश्म ईंधन पर भारत के रुख की आलोचना की।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने ग्लासगो जलवायु शिखर सम्मेलन में पूछा कि कोई विकासशील देशों से कोयले और जीवाश्म ईंधन सब्सिडी को ”चरणबद्ध तरीके से बंद करने” के वादे की उम्मीद कैसे कर सकता है, जबकि उन्हें अब भी उनके विकास एजेंडा और गरीबी उन्मूलन से निपटना है। पर्यावरण मंत्री यादव ने कहा, ”अध्यक्ष महोदय (शर्मा) सर्वसम्मति बनाने के आपके निरंतर प्रयासों के लिए धन्यवाद। हालांकि, सर्वसम्मति बन नहीं पायी।
भारत इस मंच पर रचनात्मक बहस और न्यायसंगत और न्यायपूर्ण समाधान के लिए हमेशा तैयार है।” मंत्री ने कहा कि जीवाश्म ईंधन और उनके उपयोग ने दुनिया के कुछ हिस्सों को सम्पन्नता और बेहतरी प्राप्त करने में सक्षम बनाया है और किसी विशेष क्षेत्र को लक्षित करना ठीक नहीं है। यादव ने जोर देकर कहा कि हर देश अपनी राष्ट्रीय परिस्थितियों, ताकत और कमजोरियों के अनुसार ‘नेट-जीरो’ के लक्ष्य पर पहुंचेगा। उन्होंने कहा, ”विकासशील देशों को वैश्विक कार्बन बजट में अपने उचित हिस्से का अधिकार है और वे इस दायरे में जीवाश्म ईंधन के जिम्मेदार उपयोग के हकदार हैं।
ऐसी स्थिति में, कोई कैसे उम्मीद कर सकता है कि विकासशील देश कोयला और जीवाश्म ईंधन सब्सिडी ​​को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के बारे में वादा कर सकते हैं, जबकि ​​विकासशील देशों को अब भी अपने विकास एजेंडा और गरीबी उन्मूलन से निपटना है।” उन्होंने कहा, ”उदाहरण के लिए, हम (भारत) कम आय वाले परिवारों को एलपीजी के उपयोग के लिए सब्सिडी दे रहे हैं।
यह सब्सिडी खाना पकाने के लिए बायोमास जलने को लगभग समाप्त करने और घरों के अंदर वायु प्रदूषण में कमी से स्वास्थ्य में सुधार करने में बहुत मददगार रही है।” भारत में जन्मे ब्रिटिश कैबिनेट मंत्री और शिखर सम्मेलन के प्रभारी शर्मा ने मसौदे पर कुछ देशों की आलोचना के बीच कहा, ”मुझे गहरा खेद है।” उन्होंने कहा, ”मैं गहरी निराशा को भी समझता हूं। लेकिन मुझे लगता है कि यह भी महत्वपूर्ण है कि हम इस समझौते में किए गए वादों को निभाएं।
आइलैंड: विमान दुर्घटना में 4 लोगों की मौत हुईं
अखिलेश पांडेय         
रिक्जेविक। अमेरिका के मैकिनॉ सिटी के पश्चिम में स्थित बीवर आइलैंड में शनिवार दोपहर विमान दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। चार्लेवोइक्स काउंटी शेरिफ कार्यालय के अनुसार मैकिनॉ सिटी के पश्चिम में स्थित बीवर आइलैंड में एक हवाई अड्डे पर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
विमान पर सवार लोगों के  बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई और दुर्घटना के कारणों के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है। 
संघीय विमानन प्रशासन ने एक बयान में कहा कि दो इंजन वाले विमान ब्रिटन-नॉर्मन ने मिशिगन के निचले प्रायद्वीप के चार्लेवोइक्स से उड़ान भरी थी।
प्रतिद्वंदी गिरोहों के बीच गोलाबारी में 68 मरें
अखिलेश पांडे     
क्विटो। इक्वाडोर की सबसे बड़ी जेल ‘लिटोरल पेनिटेंशरी’ के अंदर शनिवार को प्रतिद्वंद्वी गिरोहों के बीच लंबे समय तक चली गोलीबारी में 68 कैदी मारे गए और 25 लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि घटना के काफी देर बाद तक स्थिति अनियंत्रित रही। अधिकारियों ने बताया कि जेल के अंदर मौजूद अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ गिरोह से जुड़े प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच लड़ाई का यह ताजा मामला है। घटना तटीय शहर गुआयाकिल में जेल में सुबह होने से पहले हुई।
सोशल मिडिया पर वायरल हुए वीडियो में कुछ शव झुलसे हुए, जेल के अंदर जमीन पर पड़े दिख रहे हैं। गुआस प्रांत के गवर्नर पाब्लो अरोसेमेना ने कहा कि शुरुआती लड़ाई करीब आठ घंटे तक चली। कैदियों ने पैवेलियन दो में जाने के लिए दीवार को डायनामाइट से उड़ाने का प्रयास किया और आगजनी की। अरोसेमेना ने कहा, ”हम मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ लड़ रहे हैं, यह बहुत मुश्किल है।”
उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या अधिकारियों ने परिसर पर नियंत्रण हासिल कर लिया है या घटना में क्या कोई और हताहत हुआ है। इससे पूर्व दो महीने पहले सितंबर में लिटोरल जेल में गिरोहों के बीच रक्तपात हुआ था जिसमें 119 लोग मारे गए थे।

हाइपरलूप प्रौद्योगिकी को डिजाइन करने की क्षमता

हाइपरलूप प्रौद्योगिकी को डिजाइन करने की क्षमता 
अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। नीति आयोग के सदस्य-वी के सारस्वत का मानना है कि भारत के पास द्रुत-गति की यात्रा सेवा के लिए अपनी हाइपरलूप प्रौद्योगिकी को डिजाइन करने की क्षमता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसमें समय लगेगा, ऐसे में विदेशी कंपनियों को अपनी हाइपरलूप प्रौद्योगिकी क्षमता दिखाने की अनुमति दी जानी चाहिए। सारस्वत वर्जिन की हाइपरलूप प्रौद्योगिकी की प्रौद्योगिकीय तथा वाणिज्यिक क्षमता की व्यवहार्यता का पता लगाने के लिए गठित की गई समिति के प्रमुख हैं।
उन्होंने कहा कि भारत को इसके लिए नियामकीय व्यवस्था भी बनानी चाहिए क्योंकि हाइपरलूप प्रौद्योगिकी के साथ सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है। सारस्वत ने रविवार को  कहा कि हाइपरलूप द्रुत-गति की ट्रेन है जो ट्यूब में शून्य (वैक्यूम) में चलती है। हमने (विशेषज्ञ समिति के सदस्यों) पाया है कि इसे करने के दो तरीके हैं। दुनिया के दिग्गज उद्योगपति एलन मस्क ने इस प्रौद्योगिकी का प्रस्ताव किया है। इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला और वाणिज्यिक अंतरिक्ष परिवहन कंपनी स्पेसएक्स के पीछे भी मस्क ही हैं।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के पूर्व प्रमुख सारस्वत ने कहा कि इसमें एक तरीका विदेशी कंपनियों को अपनी प्रौद्योगिकी के प्रदर्शन की अनुमति देने का है। इसके समानान्तर दूसरा तरीका विशेष रूप से इस क्षेत्र में शोध एवं विकास (आरएंडडी) करने का है। अध्ययनों से यह तथ्य सामने आया है कि हमारे पास शोध एवं विकास की क्षमता है और हम खुद की हाइपरलूप प्रौद्योगिकी डिजाइन कर सकते हैं।
नीति आयोग के सदस्य ने कहा कि इसमें समय लगेगा। ऐसे में हम विदेशी कंपनियों को यहां आने और अपनी प्रौद्योगिकी दिखाने को कह सकते हैं। उन्हें महाराष्ट्र या कर्नाटक में इसके लिए अनुमति दी जा सकती है। सारस्वत ने कहा कि हाइपरलूप प्रौद्योगिकी के लिए सुरक्षा और नियामकीय व्यवस्था जरूरी है। यह इस प्रौद्योगिकी के साथ जुड़ा बड़ा मुद्दा है।
हालांकि, सारस्वत ने स्पष्ट किया कि विशेषज्ञ समिति ने अभी इस बारे में कोई अंतिम फैसला नहीं किया है। वर्जिन का हाइपरलूप परीक्षण नौ नवंबर, 2020 को एक पॉड के साथ अमेरिका के लास वेगास के 500 मीटर के ट्रैक पर किया गया था। वर्जिन हाइपरलूप उन गिनी-चुनी कंपनियों में है जो यात्रियों के परिवहन के लिए इस तरह की प्रणाली के निर्माण का प्रयास कर रही है।
सेमीकंडक्टर की कमी से संबंधित एक सवाल पर सारस्वत ने कहा कि सरकार गंभीरता से इस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए पारिस्थितिकी तंत्र बनाने पर विचार कर रही है। देश में हाल में कोयले और बिजली की कमी पर उन्होंने कहा कि यह मुख्य रूप से लॉजिस्टिक्स की विभिन्न समस्याओं की वजह से पैदा हुआ संकट था। उन्होंने कहा कि अब देश में किसी भी बिजली संयंत्र में कोयले की कमी नहीं है।

2 साल में इंटरनेट का उपयोग दोगुना बढ़ाया गया
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन में जब संपर्क के सभी माध्यम लगभग बंद हो गये। तब डिजिटल कनेक्टिविटी एक अहम साधन बनकर उभरा और यही वजह है कि दो साल में इंटरनेट का उपयोग दोगुना से अधिक बढ़ गया। एशिया प्रशांत क्षेत्र में डिजिटल नीति के मुद्दों पर काम करने वाला क्षेत्रीय थिंक टैंक एलआईआरएनईएशिया और नई दिल्ली आधारित नीति-उन्मुख आर्थिक नीति थिंक टैंक आईसीआरआईईआर की जारी संयुक्त सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉकडाउन में डिजिटल कनेक्टिविटी दोगुना से अधिक बढ़ी है।
सर्वे में शामिल 15 से 65 आयु वर्ग के 49 प्रतिशत लोगों ने इंटरनेट उपयोग करने की जानकारी दी जबकि 2017 के अंत में 15-65 आयु वर्ग में केवल 19 प्रतिशत ने इंटरनेट का इस्तेमाल किया। इसका अर्थ 2021 में 61 प्रतिशत परिवार ने इंटरनेट का उपयोग किया जबकि 2017 में केवल 21 प्रतिशत ने इसका लाभ लिया।
रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2020 और 2021 में 13 करोड़ से अधिक यूजर ऑनलाइन हुए। वर्ष 2020 में इंटरनेट से जुड़े लगभग आठ करोड़ में से 43 प्रतिशत या 3.4 करोड़ से अधिक लोगों ने लॉकडाउन के कारण इंटरनेट का इस्तेमाल किया। इस दौरान 64 प्रतिशत परिवार जिनके बच्चे स्कूलों में पढ़ते हैं सभी के घरों में इंटरनेट की सुविधा थी, जबकि शेष 36 प्रतिशत इससे वंचित थे। पहले समूह (इंटरनेट वाले परिवार) के 31 प्रतिशत बच्चों को किसी न किसी माध्यम से दूरस्थ शिक्षा मिलने की संभावना थी जबकि दूसरे समूह (इंटरनेट रहित परिवारों) के केवल आठ प्रतिशत ने किसी माध्यम से दूरस्थ शिक्षा मिलने की पुष्टि की।
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भी ऐसा ही रुझान देखा गया। कोरोना महामारी के कठिन दौर में स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करने के लिए 65 प्रतिशत लोगों ने इंटरनेट का इस्तेमाल किया जबकि इंटरनेट से वंचित केवल 52 प्रतिशत लोग स्वास्थ्य सेवा लेने में सक्षम रहे। लेकिन, आंकड़ाें को बारीकी से देखने पर पता चलता है कि ये असमानताएं डिजिटल डिवाइड को आज भी प्रभावित करती हैं। उदाहरण के लिए इंटरनेट युक्त परिवार के बच्चों को रिमोट माध्यम से सीखने की अधिक सुविधा थी।
ये अधिक सम्पन्न, शहरी परिवार थे जिनके घर के मुखिया अधिक शिक्षित थे और उनके पास बड़े स्क्रीन वाले उपकरण (जैसे कंप्यूटर, टैबलेट) थे। दूसरी ओर शिक्षा से वंचित रह गए अधिकतर परिवार साधन हीन थे, जिनके पास बड़े स्क्रीन वाले उपकरण नहीं थे (वे मोबाइल फोन पर निर्भर थे)। रिपोर्ट के अनुसार, लॉकडाउन के दौरान वर्क फ्रॉम होम की बात आई तो केवल 10 प्रतिशत लोगों ने इसमें सक्षम बताया। जाहिर है इनमें उच्च प्रतिशत वित्त, बीमा, सूचना प्रौद्योगिकी, लोक प्रशासन और अन्य पेशेवर सेवाओं में काम करने वाले लोग थे।

पेटीएम को शेयरों का आवंटन करेगीं कंपनी
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की मंजूरी के बाद पेटीएम संभवत: 16 नवंबर को मूल्य दायरे के ऊपरी स्तर 2,150 रुपये प्रति शेयर के भाव पर शेयरों का आवंटन करेगी। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि पेटीएम को इसके लिए सोमवार को नियामक की मंजूरी मिल सकती है। पहले कहा जा रहा था कि डिजिटल भुगतान एवं वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम सोमवार को शेयरों का आवंटन करेगी।
एक सूत्र ने कहा कि सेबी की मंजूरी के बाद पेटीएम संभवत: मंगलवार को शेयरों का आवंटन करेगी। ”सेबी की मंजूरी सोमवार को मिलने की उम्मीद है।” पेटीएम को अपने 18,300 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में जो बोलियां मिली हैं उनके आधार पर कंपनी 1,49,428 करोड़ रुपये के उपक्रम मूल्य पर सूचीबद्ध होगी। यह 20 अरब डॉलर से अधिक बैठेगा। देश के सबसे बड़े आईपीओ को 1.89 गुना अभिदान मिला था।
आईपीओ को संस्थागत खरीदार श्रेणी में 2.79 गुना अभिदान मिला। वहीं खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित 87 लाख शेयरों पर 1.66 गुना बोलियां मिलीं। पेटीएम 18 नवंबर को जबर्दस्त तरीके से सूचीबद्धता के लिए तैयार है। यह देश की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से होगी।
इससे पहले देश के सबसे बड़े कोल इंडिया के आईपीओ के लिए निर्गम के अंतिम दिन सबसे अधिक बोलियां मिली थीं। कोल इंडिया का आईपीओ अंतिम दिन 15.28 गुना अभिदान के साथ बंद हुआ था। इसी तरह का रुख हालिया नायका और पॉलिसीबाजार के आईपीओ में भी देखने को मिला है। पेटीएम के आईपीओ के तहत 8,300 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए और 10,000 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाई गई।

बेहद खराब की श्रेणी में पहुंची वायु गुणवत्ता
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। दिल्ली में वायु गुणवत्ता रविवार को ‘गंभीर’ श्रेणी से सुधरकर ‘बेहद खराब’ की श्रेणी में पहुंच गयी और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 338 दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के इलाकों फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम और नोएडा में एक्यूआई क्रमश: 312, 368, 301 और 357 दर्ज किया गया। वायु प्रदूषण की जानकारी देने वाले ऐप ‘समीर’ के अनुसार दिल्ली में सुबह नौ बजकर पांच मिनट पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 338 दर्ज किया गया।
दिल्ली में लोधी रोड, पूसा रोड, चांदनी चौक और दिल्ली हवाई अड्डे पर एक्यूआई क्रमश: 295, 313, 352 और 321 दर्ज किया गया। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच एक्यूआई ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 और 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण संकट से निपटने के लिए शनिवार को एक सप्ताह तक स्कूलों को बंद करने, निर्माण गतिविधियों पर रोक, सरकारी कार्यालयों में कर्मियों के घर से कार्य करने समेत कई आपात कदमों की घोषणा की।
आपात बैठक के बाद केजरीवाल ने पत्रकारों से कहा कि उनकी सरकार उच्चतम न्यायालय के समक्ष ‘लॉकडाउन’ की योजना भी पेश करेगी। दिल्ली-एनसीआर में पटाखों, पराली जलाने और मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण वायु प्रदूषण के आपात स्तर पर पहुंचने के बाद अधिकारियों ने शुक्रवार को लोगों को घरों के अंदर रहने और सरकारी एवं निजी कार्यालयों को अपने वाहनों के उपयोग में 30 प्रतिशत तक की कटौती करने की सलाह दी थी।
वायु प्रदूषण पर काबू करने के लिए बनी ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (जीआरएपी) की उप-समिति ने कहा कि प्रदूषक कणों के छंटने के लिए 18 नवंबर तक मौसम की परिस्थिति अनुकूल नहीं है और संबंधित एजेंसियों को निश्चित रूप से ”आपात” श्रेणी के तहत कदमों को लागू करने के लिए तैयार रहना चाहिए। दिल्ली में रविवार को न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम में औसत से तीन डिग्री कम है। सापेक्षिक आर्द्रता 83 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग ने मुख्यत: बादल छाए रहने और सुबह धुंध बने रहने के साथ अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आस पास रहने का पूर्वानुमान जताया है।

भारत: संक्रमितों की संख्या-3,44,37,307 हुईं
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 11,271 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 3,44,37,307 हो गई। उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी घटकर 1,35,918 हो गई है। जो पिछले 522 दिनों (17 महीनों) में सबसे कम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार को अद्यतन किए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली। सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक देश में इस अवधि में 285 मरीजों की मौत होने से महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4,63,530 हो गई है।
कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों में दैनिक वृद्धि लगातार 37 दिनों से 20,000 से नीचे है और यह 140 दिनों से 50,000 से कम बनी हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,35,918 है जो कुल संक्रमितों की संख्या का 0.39 प्रतिशत है और यह मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है।
कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.26 प्रतिशत दर्ज की गई है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है। 
पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 390 की कमी दर्ज की गई। दैनिक संक्रमण दर 0.90 प्रतिशत है। यह पिछले 41 दिनों से दो प्रतिशत से नीचे है। साप्ताहिक संक्रमण दर भी 1.01 प्रतिशत दर्ज की गई जो पिछले 51 दिनों से दो प्रतिशत से कम है। बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 3,38,37,859 हो गई है। जबकि मृत्यु दर 1.35 प्रतिशत है। देश में राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 112.01 करोड़ खुराक . जा चुकी है।

14 नवंबर को मनाया जाता हैं 'चिल्ड्रंस डे'

अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। हर साल देश में 14 नवंबर को चिल्ड्रंस डे मनाया जाता है। इस दिन देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन होता है। पंडित नेहरू की मृत्यु के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी जन्मदिन को ‘चिल्ड्रंस डे’ के रूप में मनाया जाने लगा। जैसे की पंडित नेहरू को बच्चों से बहुत प्रेम और लगाव रहता था और बच्चे भी उन्हें प्यार से चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे। इसी कारण बच्चे भी चिल्ड्रंस डे को बड़ी ही उत्साह के साथ मनाते हैं। 

इस दिन बच्चों को तरह-तरह के गिफ्टस दिए जाते हैं। साथ ही इस दिन सभी लोग बच्चों को खास कोट्स के साथ चिल्ड्रंस डे विश करते हैं। तो आज आप भी अपने बच्चों खास फील कराने के लिए इन खास कोट्स के जरिए चिल्ड्रंस डे विश कर सकते हैं।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-27 (वर्ष-05)
2. सोमवार, नवंबर 15, 2021
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-द्वादशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:42, सूर्यास्त 05:27।
5. न्‍यूनतम तापमान -13 डी.सै., अधिकतम-26+ डी.सै.। 
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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शनिवार, 13 नवंबर 2021

सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की

सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की


पंकज कपूर       पिथौरागढ़। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ में विकास भवन सभागार में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले में संचालित विकास कार्यों एवं योजनाओं की समीक्षा के अतिरिक्त जिले की मुख्य समस्याओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने संचालित प्रमुख निर्माण कार्यों की भी जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन बेस चिकित्सालय भवन के निर्माण की प्रगति की समीक्षा करते हुए कार्यदाई संस्था को यथाशीघ्र कार्य पूर्ण करने एवं बेस चिकित्सालय को एक माह के भीतर संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आगामी 10 दिन के भीतर जिला एवं महिला चिकित्सालय में सभी आवश्यक व्यवस्थाओं में सुधार लाने के निर्देश जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि धनराशि अवमुक्त करने के बावजूद भी पिथौरागढ़ मेडिकल कालेज निर्माण का कार्य प्रारम्भ नहीं हुआ है। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने जल्द निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संविदा के तहत रखे गए स्वास्थ्य कर्मी जिन्हें वर्तमान में हटा दिया गया है। उन्हें पुनः सेवा में रखे जाने की मांग पर मुख्यमंत्री द्वारा सचिव चिकित्सा को दूरभाष पर जिले में पूर्व में रखे गए इन संविदा चिकित्सा कर्मियों को पुनः आगामी 31 मार्च 2022 तक रखे जाने के निर्देश दिए गए। इसके लिए जिलाधिकारी को शीघ्र ही प्रस्ताव भी शासन को भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इन कार्मिकों का पूर्व में की गई सेवाओं का वेतन भुगतान हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष से धनराशि भी जारी कर दी गयी है।


मणिपुर में बड़े आतंकी हमले को अंजाम दिया

मो. रियाज  

इंफाल। मणिपुर में शनिवार को बड़े आतंकी हमले को अंजाम दिया गया। सुबह करीब दस बजे मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के सिंघाट में आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दिया। उनकी तरफ से 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी को निशाना बनाया गया और उनके काफिले पर ये जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। 

वहीं बाद में चार और जवान शहीद हो गए। ऐसे में आतंकियों की इस नापाक साजिश ने 7 लोगों की जिंदगी छीन ली। अभी तक इस हमले की आधिकारिक तौर पर किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन कहा जा रहा है कि मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने इसे अंजाम दिया है। इस आतंकी संगठन का जन्म 1978 में हुआ था और तभी ये कई मौकों पर ऐसे हमले कर चुका है। लेकिन शनिवार को हुए इस हमले को अब तक का सबसे घातक अटैक माना जा रहा है।

ग्राम क्षेत्र में हुए माओवादी हमले की निंदा की

दुष्यंत टीकम        रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मणिपुर राज्य के चुराचन्दपुर जिले के ग्राम सियालसी के समीप हुए माओवादी हमले की निंदा की है। इस माओवादी हमले में दैनिक बयार रायगढ़ के सम्पादक एवं वरिष्ठ पत्रकार सुभाष त्रिपाठी के पुत्र कर्नल विप्लव त्रिपाठी, बहू अनुजा त्रिपाठी एवं पांच वर्षीय पौत्र अबीर त्रिपाठी शहीद हो गए। यह घटना आज पूर्वान्ह 11.30 बजे उस वक्त घटित हुई। 

जब कर्नल विप्लव त्रिपाठी, बिहांग को-पोस्ट का विजिट कर वापस लौट रहे थे। सियालसी गांव के पास एम्बुस लगाएं माओवादियों ने हमला कर दिया, जिसमें वे और उनके परिवार के लोग शहीद हो गए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने माओवादी हमले को कायराना कृत्य करार देते हुए इसकी कड़े शब्दों में भर्त्सना की है। उन्होंने कर्नल विप्लव त्रिपाठी की शहादत को नमन करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।


कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...