सीएम ने सभी जिलो को सख्त निर्देश जारी किएं
अविनाश श्रीवास्तव बक्सर। जहरीली शराब के कारण राज्य में हुई मौतों के बाद मुख्यमंत्री ने सभी जिलो को सख्त निर्देश जारी किए है। बक्सर उत्तर प्रदेश की सीमा से लगा हुआ जिला है। इस लिए यहां विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है। सोमवार को इसकी समीक्षा के लिए शाहाबाद प्रक्षेत्र के डीआईजी पी कन्नन ने डुमरांव में बैठक की। इस दौरान उन्होंने एसपी नीरज कुमार सिंह, ए एसपी राज, मुख्यालय व सदर डीएसपी गोरख राम को आवश्यक निर्देश दिए।
हालांकि, पिछले तीन-चार दिनों से जिले में अवैध शराब का निर्माण करने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चल रहा है। जिसमें हुई बरामदगी पर उन्होंने संतोष जताया। बैठक की जानकारी देते हुए एसपी नीरज कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि जिले में चल रही कार्रवाई, शराब की बरामदगी और गिरफ्तारी के अलावा उन्होंने लंबित कांड़ों के उद्भेदन के बारे में विस्तृत चर्चा की। साथ ही पंचायत चुनाव को शांति पूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। लगे हाथ एसपी श्री सिंह ने भी अपराध समीक्षा बैठक की। जिसमें जिले के सभी थानाध्यक्ष व तीनों एसडीपीओ मौजूद रहे।
मेडिकल कॉलेज के स्टाफ ने प्रदर्शन किया
आनंद राजपूत दुर्ग। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अधिग्रहित किए गए चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज में कार्यरत स्टाफ को अब अपनी नौकरी पर खतरा मंडराता नजर आ रहा है। इसी मुद्दे को लेकर आज मेडिकल कालेज के स्टाफ ने प्रदर्शन कर धरना दिया। धरना शामिल कर्मचारी अधिग्रहण के पश्चात कालेज में अपने पदों पर नियमितिकरण की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन में कालेज के मेडिकल स्टाफ के साथ अन्य कर्मचारी शामिल हुए। बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर भिलाई के ग्राम कचांदूर में संचालित चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के अधिग्रहण का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है। इस निर्णय के पश्चात अधिग्रहण प्रक्रिया के दौरान ही कालेज प्रबंधन द्वारा स्टाफ की बिना नोटिस दिए ही अघोषित छटनी प्रारंभ कर दी थी। कर्मचारियों को जबरिया छुट्टी पर भेजा जाने लगा था। जिसके विरोध में कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर श्रम आयुक्त से शिकायत की थी। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री के कालेज अवलोकन के दौरान कालेज मेनेजमेंट ने उन्हें कालेज में किसी भी स्टाफ के काम नहीं करने की जानकारी दी। जिसके बाद कालेज में कार्यरत कर्मचारी अपनी नौकरी को लेकर आशंकित है। इसी स्थिति के मद्देनजर आज कर्मचारियों ने यह प्रदर्शन किया और अपनी नियमितिकरण की मांग की। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें माह सितंबर तक का वेतन प्रदान किया गया है। जिसमें नियमानुसार सभी कटौती की गई हैं। इसके बावजूद प्रबंधन सरकार के सामने भ्रम की स्थिति निर्मित कर रहा है। वर्तमान में 101 कर्मचारियों का स्टाफ कालेज में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। इन सभी कर्मचारियों को कालेज में नियमित किए जाने की मांग उन्होंने की है।