सोमवार, 8 नवंबर 2021

जौनपुर: जमीनी विवाद हत्या में तब्दील हुआ

जौनपुर: जमीनी विवाद हत्या में तब्दील हुआ
हरिओम उपाध्याय     
जौनपुर। जनपद के थाना सरायख्वाजा इलाके के एक गांव में एक मां-बाप से जन्म लेने वाले दो भाईयों में जमीनी विवाद हत्या में तब्दील हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार थाना सरायख्वाजा के अंतर्गत ग्राम नेवादा में दो सगे भाई के बीच जमीन पर मिट्टी डालने पर मारपीट हो गई थी। इसमें एक व्यक्ति डंडा लगने से घायल हो गया, जिसकी मौत हो गई। जमीन विवाद में हुई व्यक्ति की हत्या से इलाके में हडकंप मच गया।

यूपी: बीयर पिलाकर युवती से दुष्कर्म किया
संदीप मिश्र
बरेली। खुद को अविवाहित बताते हुए दूसरे संप्रदाय के युवक ने युवती के साथ प्रेम-प्रसंग बढ़ाया और फिर जन्मदिन पार्टी मनाने के लिए उसे होटल में बुलाते हुए बीयर पिलाकर नशे में कर दिया। इसके बाद आरोपी ने उसके साथ नशे की हालत में दुष्कर्म किया। युवती ने जब विरोध किया तो उससे शादी करने का हवाला देते हुए उसे चुप करा दिया। बाद में युवती के अश्लील फोटो खींचे और वीडियो बनाया। युवक के बारे में जब सच्चाई पता चली तो युवती के पैरों तले की जमीन खिसक गई।
नवाबों की नगरी रामपुर में दूसरे संप्रदाय के एक युवक ने वर्ष 2018 में खुद को अविवाहित बताते हुए एक युवती के साथ नजदीकियां बढ़ाई। धीरे धीरे प्रेम प्रसंग परवान चढ़ने लगा और युवक एवं युवती आपस में समय बे समय मिलने लगे। आरोपी ने जन्मदिन पार्टी का हवाला देते हुए युवती को पटेल चौक स्थित एक होटल में बुलाया। वहां से युवती को अपने साथ लेकर युवक अपने दोस्त के घर पहुंचा। वहां पर जमकर बियर पार्टी हुई। जब युवती नशे में हो गई तो उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे दिया। युवती के विरोध पर शादी का झांसा देते हुए युवक प्रेम जाल में फंसी युवती को अपने दोस्त की मदद से रुद्रपुर, दिल्ली और मेरठ के होटलों में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान युवक ने प्रेम जाल में फंसी युवती के अश्लील फोटो और वीडियो बना लिए। बाद में जब युवती ने युवक के साथ शादी करने के इरादे से उसकी बैकग्राउंड का पता किया तो वह विवाहित ही नहीं बल्कि एक बच्चे का बाप निकला। सच्चाई का पता चलने से हैरान रह गई युवती ने जब युवक से शादीशुदा होने की बात को लेकर सवाल किया तो उसे जवाब मिला कि वह पत्नी को तलाक देकर उसके साथ शादी कर लेगा। युवती ने युवक द्वारा खींचे गए अश्लील फोटो एवं वीडियो के वायरल किए जाने की आशंका के चलते युवक और उसके दोस्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। कोतवाली इंस्पेक्टर हिमांशु निगम ने बताया है कि युवती द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।

मुंबई: एसआईटी टीम की तरफ से समन भेजा

मुंबई: एसआईटी टीम की तरफ से समन भेजा 
कविता गर्ग    
मबंई। बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी को मुंबई पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेटिव टीम (एसआईटी) की तरफ से समन भेजा गया है। मुंबई पुलिस किरन गोसावी वसूली कांड की जांच कर रही है। पूजा डडलानी ने तबियत खराब होने का हवाला देते हुए मुंबई पुलिस से और समय मांगा है। मुंबई पुलिस किरन गोसावी के एक्सटॉर्शन मामले की जांच कर रही है। यह समन शनिवार को पेश होने का था। इससे पहले, एक सायबर एक्सपर्ट और हैकर ने दावा किया था कि उनसे पूजा डडलानी समेत कुछ लोगों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकालने और वाट्सैप चैट एडिट करने के लिए दो लोगों ने संपर्क किया था। इस हैकर का नाम मनीष भंगाले है। भंगाले का दावा है कि वाट्सैप चैट की जो बैकअप फाइल दिखाई गई वो आर्यन खान के नाम से थी। पूजा डडलानी शाहरुख खान की मैनेजर हैं। भंगाले ने ABP न्यूज़ से बातचीत में बड़ा दावा किया और कहा कि उसे प्रभाकर सैल के नाम से फर्जी सिमकार्ड लाने के लिए भी कहा गया था। मनीष भंगाले का कहना है कि जलगांव में छह अक्टूबर को आलोक जैन और शैलेश चौधरी नाम के दो लोगों ने उनसे संपर्क किया था। मनीष का कहना है कि उन्हें इसके लिए पांच लाख रुपए का ऑफर किया गया था और जबरन 10 हजार रुपए दिए भी गए थे। उनका कहना है कि अब जब मीडिया में वो प्रभाकर सैल को लेकर खबरें देख रहे हैं तो उन्होंने इसकी शिकायत मुंबई पुलिस से की। मनीष भंगाले ने इस मामले को लेकर मुंबई पुलिस कमिश्नर और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के गृहमंत्री को ख़त लिखा है।

भंगाले ने कहा, ''आलोक जैन और शैलेश चौधरी नाम के इन दोनों शख़्स ने मुझसे कहा कि आप भारत में प्रसिद्ध हैकर हैं। आपसे एक काम है। उन लोगों ने मुझे कुछ नंबर दिए और कहा कि हमें इनका सीडीआर चाहिए। उन तमाम नंबर में से एक नंबर पूजा ददलानी नाम से सेव था. इसके बाद उन लोगों ने मुझे व्हट्सएप चैट की एक बैकअप फ़ाइल दिखाई और कहा कि हमें इसे एडिट करके दे दो। उसके बाद उन लोगों ने मुझे एक मोबाइल नंबर दिया और कहा इस नंबर पर फ़ोन करना और जब मैंने उस नंबर को ट्रु कॉलर पर देखा तो ये नंबर किसी सैम का नाम से था।

अभिनेत्री प्रियंका ने एक वीडियो अपलोड किया
कविता गर्ग    
मुंबई। बॉलीवुड में एक शानदार अभिनय करनी वाली प्रियंका चोपडा ने सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती है। अभिनेत्री अलग-अलग अंदाज में अपने फोटो अपने अकाउंट पर अपलोड करती रहती है। आज अभिनेत्री ने एक साथ कई फोटो व एक वीडियो अपलोड किया है। इन फोटो को देखकर यूजर्स अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर 6 फोटो व एक वीडियो अपलोड की है। हर फोटो में वह अलग-अलग पोज देते हुए नजर आ रही है। इन फोटो में अभिनेत्री लाल रंग की पंजाबी ड्रेस पहनी हुई है। इसके अलावा अभिनेत्री गले में पेंडिल और आंखों पर चश्मा लगाया हुआ है। इस दौरान उन्होंने कहा किप्रियंका चोपड़ा क्या लिली सिंह को आदर्श मेजबान और दोस्त बनाती है? वह एक साथी पंजाबी है। इस साल के दिवाली समारोह का क्या शानदार अंत हुआ। इतनी शनदार शाम के लिये लीली को धन्यवाद। इस फोटो देखकर यूजर्स तरह-तरह की कमेंट कर रहे हैं। एक युूजर ने लिखा कि रणवीर सिंह से बात हुई है क्या दो-तीन दिन पहले? वहीं एक फैन ने लिखा कि अब तुझे दिवाली पर अस्थामा नहीं होता क्या काली चुडैल। इस फोटो को खबर लिखे जाने तक लाखों लोग पंसद कर चुके हैं।

सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता: राहुल

सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता: राहुल
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने त्रिपुरा पुलिस द्वारा 102 लोगों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (निषेध) कानून (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किए जाने की पृष्ठभूमि में सोमवार को कहा कि इस तरह सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता। उन्होंने ट्वीट किया कि त्रिपुरा के जलने के बारे में बताना सुधारात्मक कदम उठाने का आह्वान है। परंतु भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर्दा डालने की अपनी पसंदीदा तरकीब के तहत संदेशवाहक को ही निशाना बना रही है।
यूएपीए के जरिये सच को दबाया नहीं जा सकता। गौरतलब है कि त्रिपुरा पुलिस ने शनिवार को 102 सोशल मीडिया खाता धारकों के खिलाफ आपराधिक साजिश और फर्जीवाड़े के आरोपों में यूएपीए तथा भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया और ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब प्रशासन को नोटिस भेजकर इन खातों को फ्रीज करने और उनके बारे में सभी जानकारी मुहैया कराने को कहा है।
त्रिपुरा पुलिस ने राज्य में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर हुई हिंसा के संबंध में सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर कथित रूप से साम्प्रदायिक वैमनस्य फैलाने को लेकर उच्चतम न्यायालय के चार वकीलों के खिलाफ कठोर कानून यूएपीए और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

वृंदावन में ‘हुनर हाट’ का आयोजन किया जाएंगा
अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से आगामी 10 नवंबर से वृंदावन में ‘हुनर हाट’ का आयोजन किया जाएगा। जिसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। यहां जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक, वृंदावन (मथुरा) में आयोजित 31वें “हुनर हाट” के उद्घाटन के अवसर पर बुधवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, मथुरा से लोकसभा सदस्य हेमा मालिनी; उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और कई अन्य लोग मौजूद रहेंगे।
नकवी ने कहा कि ”स्वदेशी” एवं “वोकल फॉर लोकल” के प्रभावी मंच “हुनर हाट” से जहां एक ओर भारत की विलुप्त हो रही पारंपरिक-पुश्तैनी कला को जबरदस्त प्रोत्साहन एवं मौका-बाजार मुहैया हो रहा है, वहीं दूसरी ओर लाखों स्वदेशी दस्तकारों, शिल्पकारों का आर्थिक सशक्तिकरण भी हो रहा है।
उन्होंने बताया, ”देश भर में आयोजित हो रहे “हुनर हाटों” में “विश्वकर्मा वाटिका” में देश के शिल्पकारों, मूर्तिकारों, संगतराशों, लोहार, बढ़ई, माटी कला, स्वर्ण-कांस्य, कांच, ब्रास कला आदि जैसे सैकड़ों परंपरागत कार्यों से लोग जीवंत रूबरू हो रहे हैं।” उनके मुताबिक, 10 नवंबर से कुम्भ मेला ग्राउंड, वृदांवन में आयोजित “हुनर हाट” में “सर्कस” का भी प्रदर्शन होगा और इसमें लोग भारतीय सर्कस कलाकारों के शानदार पारम्परिक कौशल को देख सकेंगे।

मंत्री ने यह भी बताया कि ब्रज संस्कृति के प्रचार प्रसार के दृष्टिगत ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा 10 नवंबर से 19 नवंबर तक ब्रज रज महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसमें ब्रज संस्कृति से संबंधित धार्मिक, परंपरागत, लोक नृत्य के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

भ्रष्टाचार: प्रियंका ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने नोटबंदी के पांच साल पूरे होने के मौके पर सोमवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि अगर यह कदम सफल था तो फिर भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ और आतंकवाद पर चोट क्यों नहीं हुई।
उन्होंने ट्वीट किया, ”अगर नोटबंदी सफल थी तो भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ ? कालाधन वापस क्यों नहीं आया ? अर्थव्यवस्था कैशलेस क्यों नहीं हुई ? आतंकवाद पर चोट क्यों नहीं हुई ? महंगाई पर अंकुश क्यों नहीं लगा ?” गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी। इसके तहत 1000 और 500 रुपये के नोट चलन से बाहर हो गए थे। फिर 2000 और 500 रुपये नये नोट जारी किए गए थे।

आडवाणी को 94वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं 
अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सोमवार को वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी को उनके 94वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं तथा उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना की।
मोदी ने ट्वीट किया , “ आदरणीय आडवाणी जी को जन्मदिन की बधाई। उनके लंबे और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना। लोगों को सशक्त बनाने और हमारे सांस्कृतिक गौरव को बढ़ाने की दिशा में उनके कई प्रयासों के लिए राष्ट्र उनका ऋणी रहेगा।” मोदी ने आडवाणी से उनके आवास पर भी मुलाकात की और उनसे आशीर्वाद लिया।
शाह ने ट्वीट कर कहा , “आज आदरणीय आडवाणी जी के जन्मदिवस के अवसर पर उनसे मुलाकात कर उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि वह सदैव स्वस्थ रहे और दीर्घायु हों।”  नड्डा भी वरिष्ठ भाजपा नेता से मिलने उनके आवास पर गये और उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। आडवाणी 2002 से 2004 तक अटल बिहारी वाजपेयी नीत सरकार में उपप्रधानमंत्री रहे।

सत्ता में काबिज होने की तैयारियां प्रारंभ: भाजपा
पंकज कपूर    
देहरादून। भारतीय जनता पार्टी ने 2022 में सभी मिथक तोङकर फिर, सत्ता में काबिज होने की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी ने राजनीतिक जनाधार के लिहाज से कमजोर विधानसभा सीटों पर पूरी ताकत झोंकने का फैसला किया है। आगामी विधानसभा चुनाव के लिए इन सीटों पर केंद्रीय मंत्रियों को प्रभारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा। भाजपा अपनी कमजोर सीटों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारणी की रविवार को हुई बैठक में विधानसभा चुनावों को लेकर कई अहम निर्णय लिए गए। वर्चुअल रूप से हुई इस बैठक में राज्य से नामित कुछ सदस्य पार्टी कार्यालय से वर्चुअल रूप से जुड़े। जबकि कई सदस्य ऑनलाइन व दिल्ली से ही बैठक में शामिल हुए।
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि पार्टी राज्य में पिछले चुनावों की रणनीति को अंतिम रूप दे रही है। उन्होंने कहा कि पिछले चुनावों के आधार पर सीटों का वर्गीकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अलग अलग मार्जिन के आधार पर सीटों का वर्गीकरण किया जा रहा है। पार्टी को जिन सीटों पर लगता है कि वहां अधिक काम करने की जरूरत है वैसी सीटों का प्रभार केंद्रीय मंत्रियों को दिए जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में 2022 के विधानसभा चुनावों को रिकार्ड मतों से जीत रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार अभियान को तेज करने का निर्णय लिया गया है।
2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा राज्य की 57 सीटों पर चुनाव जीतने में कामयाब रही थी। कांग्रेस के हाथ केवल 11 सीटें ही आई थी। जबकि दो सीटों पर निर्दलीयों ने बाजी मारी थी। हालांकि दोनों ही निर्दलीय विधायक हाल में भाजपा में शामिल हो चुके हैं। पार्टी इन सीटों के अलावा ऐसी सीटों पर विशेष फोकस कर रही है जहां पर पार्टी की जीत का मार्जिन काफी कम रहा था। ऐसी करीब 20 सीट बताई जा रही हैं। राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में उन राज्यों के नेताओं व कार्यकर्ताओं को प्रचार के लिए राज्य में आने के लिए कहा है जो राज्य के मतदाताओं को प्रभावित कर सकते हैं। इधर पार्टी के सूत्रों ने बताया कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को राज्य में विशेष तौर पर चुनाव प्रचार के लिए बुलाया जा रहा है।

हत्या के प्रयास के अपराधियों की पहचान की

हत्या के प्रयास के अपराधियों की पहचान की
बगदाद। इराक के प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कदीमी ने कहा है कि उनकी असफल हत्या के प्रयास के अपराधियों की पहचान कर ली गयी है। प्रधानमंत्री के मीडिया कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक अल-कदीमी ने कहा कि हम अपराध करने वालों को नहीं छोड़ेंगे।
हम उन्हें अच्छी तरह से जानते हैं और उनकी पहचान उजागर करेंगे। अल-कदीमी ने विस्तृत विवरण न देते हुए कहा कि ये वही अपराधी हैं जिन्होंने इराकी नेशनल इंटेलिजेंस सर्विस (आईएनआईएस) के अधिकारी निब्रास फरमान की हत्या की थी और इन लोगों को न्याय के दायरे में लाया जायेगा।
संघीय सरकार के सभी कर्मचारियों को टीके लगें
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अगले साल की शुरुआत तक निजी क्षेत्र के करोड़ों कर्मचारियों को कोविड-19 रोधी टीके लगाने की योजना बना रहे हैं। लेकिन इससे पहले यह सुनिश्चित करना उनके लिए चुनौतीपूर्ण बनता जा रहा है कि उनकी संघीय सरकार के सभी कर्मचारियों को टीके लगें।
एजेंसियों और संघ नेताओं के अनुसार, राष्ट्रपति के कार्यकारी आदेश के तहत 22 नवंबर तक 40 लाख संघीय कर्मचारियों को कोविड-19 रोधी टीके लगाए जाने हैं। कुछ कर्मचारियों, जैसे व्हाइट हाउस में सभी कर्मचारियों को टीके लग चुके हैं, लेकिन संघीय एजेंसियां, खासकर जो कानून प्रवर्तन तथा खुफिया मामलों से जुड़ी हैं, उनके कर्मचारियों के टीकाकरण की दर काफी कम है। वहीं, कुछ कर्मचारी टीका लगाने को इच्छुक नहीं और इसके खिलाफ मुकदमे दायर कर रहे हैं और इसका विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने इसे व्हाइट हाउस द्वारा अनुचित अतिक्रमण करार दिया है। आगामी समय सीमा लोगों को टीका लगवाने के लिए राजी करने की बाइडन की पहली परीक्षा है। संघीय कर्मचारी नियम के बाद एक अन्य अनिवार्य नियम जनवरी से लागू होगा, जिसके तहत निजी क्षेत्र के 8.4 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। इस बीच, लुइसियाना में एक संघीय अपील अदालत ने शनिवार को उन व्यवसायों को टीकाकरण की अनिवार्यता के नियम से अस्थायी छूट दे दी थी, जिनसे 100 या उससे अधिक कर्मचारी जुड़े हैं।
वहीं, प्रशासन ने कहा कि उसे पता है कि उसकी इस पहल को कानूनी चुनौतियां का सामना करना पड़ेगा क्योंकि उसके सुरक्षा नियम राज्य के कानूनों को प्रभावित करते हैं।

पहली चीनी महिला की उपलब्धि हासिल, इतिहास रचा
बीजिंग। अंतरिक्षयात्री वांग यपिंग ने सोमवार को अंतरिक्ष में चलनेवाली पहली चीनी महिला की उपलब्धि हासिल कर इतिहास रच दिया है। अपने पुरुष सहकर्मी जाई जिगांग के साथ वह निर्माणाधीन अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकलीं और छह घंटे से ज्यादा समय तक उन्होंने अन्य गतिविधियों में हिस्सा लिया। सरकारी मीडिया की खबर से यह जानकारी मिली।
सरकारी समाचार एजेंसी की खबर के अनुसार दोनों अंतरिक्ष स्टेशन के कोर मॉड्यूल ‘तियान’ से बाहर निकले और सोमवार तड़के साढ़े छह घंटे तक अंतरिक्ष में चहलकदमी की और फिर सफलतापूर्वक स्टेशन लौट आए। ‘चाइना मेन्ड स्पेस एजेंसी’ ने एक बयान में कहा कि चीन के अंतरिक्ष इतिहास में ऐसा पहली बार था जब एक महिला अंतरिक्षयात्री ने अंतरिक्ष में चहलकदमी की। चीन ने तीन अंतरिक्ष यात्रियों को छह महीने के लिए शेनजो-13 यान से अंतरिक्ष में रवाना किया था।
देश द्वारा आर्बिटिंग स्ट्रक्चर (अंतरिक्ष स्टेशन) का काम पूरा किए के लक्ष्य से इन्हें भेजा गया है और ऐसी उम्मीदें हैं कि स्टेशन निर्माण का काम अगले साल तक पूरा हो जाएगा। शांदोंग प्रांत की मूल निवासी और पांच साल की एक बच्ची की मां वेंग पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) एयर फोर्स से अगस्त,1997 में जुड़ी थीं। पीएलए की अंतरिक्ष इकाई के दूसरे समूह के अंतरिक्षयात्रियों से मई, 2010 में जुड़ने से पहले वह उप स्क्वाड्रन कमांडर थीं।

अंतरिक्ष में जानेवाली वह दूसरी चीनी महिला हैं। मौजूदा मानव अंतिरक्ष मिशन के लिए उनका चयन दिसंबर 2019 में किया गया था। वांग और झाई सोमवार को जब चहलकदमी कर रहे थे तो उनकी तीसरी सहयोगी ये गुआंगफू मॉड्यूल के भीतर से उन्हें अहम सहायता प्रदान कर रही थीं।

विस्फोट की धमकी मिलने के बाद आदेश दियें
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में न्यूयॉर्क स्थित कोलंबिया विश्वविद्यालय समेत देश के कई विश्वविद्यालयों को बम विस्फोट की धमकी मिलने के बाद खाली करने के आदेश दिये गये हैं। कोलंबिया विश्वविद्यालय ने ट्विटर पर कहा, “ रविवार 07 नवंबर को दोपहर करीब 14.30 बजे विश्वविद्यालय भवनों पर बम विस्फोट की धमकी मिलने के बाद आपातकालीन अलर्ट जारी किया।
न्यूयार्क पुलिस मामले की जांच कर रही है।” न्यूयार्क पुलिस ने हालांकि इन धमकियों को विश्वसनीय नहीं माना है। लेकिन आवश्यक जांच पड़ताल कर रही है। इस बीच न्यूयॉर्क स्थित कॉर्नेल विश्वविद्यालय ने भी ऐसी ही धमकी की सूचना दी है। विश्वविद्यालय ने ट्वीट किया, “ बम की धमकी की पुलिस जांच जारी है। इमारत में तलाशी का काम चल रहा है।
कृपया अभी केंद्रीय परिसर में आने से बचें।” दूसरी तरफ रोड आइलैंड के प्रोविडेंस स्थित ब्राउन यूनिवर्सिटी ने कहा कि बम की धमकी के बाद रविवार को परिसर की कई इमारतों को खाली करा लिया गया , हालांकि बाद में यहां फिर से प्रवेश के लिए मंजूरी दे दी गयी। इससे पहले कनेक्टिकट प्रांत में येल विश्वविद्यालय में शुक्रवार को बम विस्फोट की धमकी मिलने के बाद कई इमारतों को खाली करा लिया गया था।

जलवायु परिवर्तन को भारत के लिए चुनौती बताया
नई दिल्ली/ वाशिंगटन डीसी। ग्लासगो में 31 अक्टूबर से चल रहे वैश्विक जलवायु शिखर सम्मेलन को पृथ्वी के बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह ऐसा सम्मेलन है जहाँ, उम्मीद है। विश्व के नेता अतीत के अपने अधूरे वादों को भविष्य के लिए ठोस कार्यों में बदल देंगे। इसी सम्मेलन में प्रधान मंत्री मोदी जहाँ एक ओर भारत के नेट ज़ीरो लक्ष्य की घोषणा की, वहीँ जलवायु परिवर्तन को भारत के लिए चुनौती भी बताया।
संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (यूएनएफसीसीसी) में सदस्यों का यह 26वां सम्मेलन (सीओपी26) स्कॉटलैंड के ग्लासगो में 12 नवंबर तक चलेगा और इसके लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने फरवरी में कहा था, कि “जलवायु आपदा को रोकने के हमारे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा (सीओपी26)
इस वर्ष का शिखर सम्मेलन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें विकासशील देशों द्वारा विकसित देशों द्वारा किए गए जलवायु वित्त वादों की स्थिति पर चर्चा करने की उम्मीद है और भारत के लिए यह प्राथमिकता का विषय है। पेरिस समझौते और यूएनएफसीसीसी के लक्ष्यों की दिशा में कार्रवाई में तेजी आने की उम्मीद है। पेरिस समझौते के अंतर्गत, प्रत्येक देश अपनी उच्चतम संभावित महत्वाकांक्षा और समय के साथ प्रगति को दर्शाने के लिए हर पांच साल में अपने उत्सर्जन में कमी के लक्ष्यों – या राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) – को बताने या अपडेट करने के लिए सहमत हुए।
ये लक्ष्य निर्धारित करते हैं कि कितने देश अपनी पूरी अर्थव्यवस्था और/या विशिष्ट क्षेत्रों में उत्सर्जन को कम करने की योजना बना रहे हैं। वर्ष 2020 ने पहले पांच साल के चक्र के अंत को चिह्नित किया। ग्लासगो में, देशों को महत्वाकांक्षी 2030 उत्सर्जन कटौती लक्ष्यों के साथ आगे आने के लिए कहा जा रहा है जो सदी के मध्य तक शुद्ध-शून्य तक पहुंचने के साथ संरेखित हैं।
पहले से ही 130 से अधिक देशों ने इस सदी के मध्य तक उत्सर्जन को नेट ज़ीरो करने का लक्ष्य निर्धारित किया है या विचार कर रहे हैं। व्यवसायों और निवेशकों ने भी इसी दिशा में बढ़ने का फैसला लिया है।
संक्षेप में, नेट-जीरो का अर्थ है वातावरण में डाली गई ग्रीनहाउस गैसों और बाहर निकाली गई गैसों के बीच संतुलन हासिल करना। लेकिन, जैसे-जैसे देशों और निगमों पर अधिक महत्वाकांक्षी शुद्ध-शून्य लक्ष्यों के लिए प्रतिबद्ध होने का दबाव बनता है, नेट-शून्य प्रतिज्ञाओं की अवधारणा के बारे में तीखी आलोचना हुई है। आलोचकों का कहना है कि 2050 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन के लिए कोई भी प्रतिबद्धता धोखाधड़ी है यदि वे कोयले, तेल और गैस के विस्तार की अनुमति देते हैं और वर्तमान जीवाश्म ईंधन के उपयोग में भारी और तत्काल कटौती शामिल नहीं करते हैं।
भारत जिन मुद्दों को उठाने के लिए तैयार है, उनमें जलवायु आपदाओं के कारण होने वाले मुआवजे या नुकसान शामिल हैं। G20 शिखर सम्मेलन में भारत के ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि भारत कई अन्य विकासशील देशों के साथ विकासशील देशों के हितों की रक्षा के लिए जोर दे रहा है।
वहीँ अपने ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन के साथ द्विपक्षीय बैठक से पहले एक बयान में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि भारत स्थापित अक्षय ऊर्जा, पवन और सौर ऊर्जा क्षमता के मामले में दुनिया के शीर्ष देशों में से एक है।
प्रधान मंत्री मोदी ने पहली बार भारत के नेट जीरो लक्ष्य की अवधि का एलान किया। मोदी ने कहा कि भारत 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य हासिल कर लेगा। मतलब भारत की तरफ से नेट जीरो तक पहुंचने का जो लक्ष्य है, वो 2050 के वैश्विक लक्ष्य से दो दशक ज्यादा है। मोदी ने इस देरी पर कई तर्क दिए और विकसित देशों से विकासशील देशों के सहयोग की भी मांग की।
वहीँ दुनिया के सबसे बड़े ऊर्जा संगठन इंटरनेशनल एनर्जी फोरम (आईईएफ) ने बृहस्पतिवार को भारत द्वारा 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन (नेट जीरो) के लक्ष्य को हासिल करने की घोषणा की सराहना की।
आईईएफ के 71 सदस्य हैं, जिसमें भारत भी शामिल है। भारत ने 2070 तक कुल शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य पाने की घोषणा की है।
भारत के लिए बड़ी चुनौती है जलवायु परिवर्तन मोदी
प्रधान मंत्री मोदी ने COP26 में कहा, “दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन को लेकर हो रही चर्चा में अनुकूलन (एडेप्टेशन) को उतना महत्व नहीं मिला है जितना प्रभाव कम करने को (मिटिगेशन) को मिला है. यह उन विकासशील देशों के साथ अन्याय है जो जलवायु परिवर्तन से अधिक प्रभावित हैं।”
“भारत समेत जितने विकासशील देश जलवायु परिवर्तन एक बड़ी चुनौती है। फसल से जुड़े पैटर्न में बदलाव आ रहा है। असमय बारिश और बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है।
न्होंने कहा कि “इस मामले में मेरे तीन विचार हैं, हमें एडेप्टेशन को अपनी विकास नीतियों और परियोजनाओं का एक अभिन्न अंग बनाना होगा।
भारत में नल से जल, स्वच्छ भारत मिशन और उज्जवला जैसी परियोजनाओं से हमारे जरूरतमंद नागरिकों को अनुकूलन लाभ तो मिले ही हैं, उनके जीवन स्तर में भी सुधार हुआ है।
कई पारंपरिक समुदायों में प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने का ज्ञान है। हमारी अनुकूलन नीतियों में इन्हें उचित महत्व मिलना चाहिए। स्कूल के पाठ्यक्रम में भी इसे जोड़ा जाना चाहिए।
अनुकूलन (अडपटेशन) के तरीके चाहे लोकल हों पिछड़े देशों को इसके लिए ग्लोबल सहयोग मिलना चाहिए।
लोकल अडपटेशन के लिए ग्लोबल सहयोग के लिए भारत ने कोएलिशन फॉर डिजास्टर रेजिस्टेंस इंफ्रास्ट्रक्चर पहल की शुरूआत की थी। मैं सभी देशों को इस पहल से जुड़ने का अनुरोध करता हूं।

‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई वायु गुणवत्ता

‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई वायु गुणवत्ता
अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार तीन दिन तक ‘गंभीर’ श्रेणी में रहने के बाद, सोमवार सुबह थोड़े सुधार के बाद ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई), दिल्ली में सुबह नौ बजकर पांच मिनट पर 385 था। नोएडा, गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा में यह क्रमश: 406, 363, 296 दर्ज किया गया। 
एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता रविवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में रही, जिसके लिए मुख्यतौर पर पराली जलाने के अधिक मामले होना जिम्मेदार रहा।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों अनुसार, रविवार रात आठ बजे एक्यूआई 416 था। वहीं, राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को न्यूनतम तापमान 13.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह साढ़े आठ बजे हवा में आर्द्रता का स्तर 85 प्रतिशत रहा। मौसम वैज्ञानिक ने दिन में बादल छाने और अधिकतम तापमान के 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान लगाया है।

भारत: संक्रमितों की संख्या-3,43,66,987 हुईं
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 11,451 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,43,66,987 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 1,42,826 हो गई है, जो 262 दिन में सबसे कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह आठ बजे जारी कि गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 266 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,61,057 हो गई है। देश में लगातार 31 दिनों से कोविड-19 के दैनिक मामले 20 हजार से कम हैं और 134 दिन से 50 हजार से कम नए दैनिक मामले सामने आ रहे हैं।
उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी घटकर 1,42,826 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.42 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 2,019 की कमी दर्ज की गई है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.24 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है।
राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 108.47 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

कर्मचारियों का शोषण नहीं करने का आग्रह किया
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। एयर इंडिया के पायलट यूनियनों में से एक- इंडियन पायलट गिल्ड (आईपीजी) ने उम्मीद जताई है कि निवर्तमान प्रबंधन यह सुनिश्चित करेगा कि विमानन कंपनी के नए मालिक टाटा संस के पास जाने से पहले कर्मचारियों के बकाया निपटान की प्रक्रिया को सही ढंग से पूरा कर लिया जाएगा। एयर इंडिया के सीएमडी को लिखे एक पत्र में गिल्ड ने रविवनार को कहा कि वह विमानन कंपनी के नए मालिकों के साथ एक नई शुरुआत करने को लेकर ”आशावादी” हैं।
पत्र में साथ ही मौजूदा प्रबंधन से कर्मचारियों का ”शोषण” नहीं करने का आग्रह किया गया। गिल्ड ने कहा कि शोषण की स्थिति में बड़े पैमाने पर विरोध और औद्योगिक अशांति के हालात बन सकते हैं। आईपीजी के अनुसार 2006 के वेतन समझौते के तहत कैप्टन और सह-पायलटों के लिए मासिक लेओवर सब्सिस्टेंस अलाउंस (एलएसए) का प्रावधान किया गया था।
इन वर्षों में इस राशि का 25 प्रतिशत को रोक दिया गया, जो अभी भी बकाया है। गिल्ड ने कहा कि इसके अलावा इस वेतन समझौते के तहत ओवरटाइम भुगतान भी लंबे समय से रुका हुआ है। साथ ही 2012 में सभी कर्मचारियों पर गलत और एकतरफा तरीके से 25 प्रतिशत वेतन कटौती लागू की गई थी। पिछले महीने के अंत में केंद्र सरकार ने एयर इंडिया को 18,000 करोड़ रुपये में टाटा संस के हाथों बेचने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।

दायर याचिका पर सरकार को नोटिस जारी किया
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने वैवाहिक जीवन में (घरेलू हिंसा) प्रताड़ना का सामना करने और पति तथा ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाली महिलाओं को कानूनी सहायता और आवास सुविधा मुहैया कराने के लिए दायर याचिका पर केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया।
न्यायमूर्ति यूयू ललित और न्यायमूर्ति एस रविंद्र भट की पीठ ने एक गैर सरकारी संगठन की जनहित याचिका पर केन्द्र सरकार, महिलाएं एवं बाल विकास मंत्रालय और सूचाना एवं प्रसारण मंत्रालय को नोटिस जारी किये और उन्हें छह दिसंबर तक अपने जवाब दाखिल करने के निर्देश दिये।
याचिका में अनुरोध किया गया है कि प्रताड़ना का सामना करने और ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाली महिलाओं को कानूनी सहायता प्रदान करने के साथ ही उनके लिए देश भर में बुनियादी आवास सुविधाओं का सृजन करने का निर्देश दिया जाए। पीठ ने याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि अभी हम एक से तीन नंबर प्रतिवादी को नोटिस जारी कर रहे हैं।
हम राज्यों को नोटिस जारी नहीं कर रहे, क्योंकि इससे ‘जमावड़ा’ लग जाएगा (जवाबों को)। इसके बाद हम मामले को निगरानी के लिए केन्द्र सरकार को सौंप देंगे। न्यायालय एक अपंजीकृत संगठन ‘वी द वीमन ऑफ इंडिया’ की याचिका पर सुनवाई कर रहा था। याचिका में वैवाहिक जीवन में प्रताड़ना का सामना करने वाली महिलाओं को कानूनी मदद मुहैया कराने और उनके लिए आश्रय गृह बनाने के लिए देशभर में पर्याप्त बुनियादी ढांचे की मांग की गई है।
याचिका के अनुसार घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, 2005 लागू होने के 15 साल बाद भी भारत में महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा आम अपराध है। याचिका में कहा गया कि 2019 राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के खिलाफ अपराध के तहत वर्गीकृत 4.05 लाख मामलों में से 30 प्रतिशत से अधिक घरेलू हिंसा के मामले थे।
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के निष्कर्षों का हवाला देते हुए याचिका में कहा गया कि घरेलू हिंसा की पीड़ित महिलाओं में से लगभग 86 प्रतिशत ने कभी मदद ही नहीं मांगी। याचिका में केन्द्र, सभी राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों को पक्षकार बनाया गया है।

26 मैचों में अजय रिकार्ड तक पहुंचने से रोका

26 मैचों में अजय रिकार्ड तक पहुंचने से रोका

मोहम्मद रियाज      लंदन। वेस्ट हैम ने लिवरपूल को 3-2 से हराकर उसे न सिर्फ 26 मैचों में अजय रहने के क्लब के रिकार्ड तक पहुंचने से रोका। बल्कि प्रीमियर लीग फुटबॉल प्रतियोगिता में शीर्ष तीन से भी बाहर कर दिया। लंदन स्टेडियम में रविवार को खेले गये इस मैच में वेस्ट हैम के दर्शकों का उत्साह देखते ही बनता था। उसकी इस जीत में लिवरपूल के गोलकीपर एलिसन बेकर का भी योगदान रहा। बेकर ने खेल के चौथे मिनट में पाब्लो फोरनैल्स के कार्नर को रोकने की कोशिश की लेकिन इस प्रयास में वह आत्मघाती गोल कर बैठे। ट्रेंट अलेक्सांद्र अर्नाल्ड ने 41वें मिनट में बराबरी का गोल दागा लेकिन फोरनैल्स ने 67वें और कुर्ट जोमा ने 74वें मिनट में गोल करके वेस्ट हैम को 3-1 से आगे कर दिया। लिवरपूल के लिये डियोक ओरिगी ने 83वें मिनट में गोल किया लेकिन इससे हार का अंतर ही कम हो पाया।


शतरंज प्रतियोगिता में 5वांं स्थान हासिल किया

रीगा। भारतीय स्टार द्रोणवल्लि हरिका ने फिडे महिला ग्रैंड स्विस शतरंज प्रतियोगिता के 11वें और आखिरी दौर में यूक्रेन की शीर्ष वरीयता प्राप्त मारिया मुजिचुक को ड्रा पर रोककर पांचवां स्थान हासिल किया और अगले महिला ग्रां प्री चक्र के लिये क्वालीफाई किया। हरिका चौथी वरीय खिलाड़ी के रूप में प्रतियोगिता में उतरी थी। उन्होंने मुजिचुक से 31 चाल के बाद अंक बांटे। उन्होंने टूर्नामेंट में कुल सात अंक हासिल किये और वह अजेय रही। हरिका यूक्रेन की खिलाड़ी के साथ संयुक्त तीसरे स्थान पर थी लेकिन टाई ब्रेक स्कोर के आधार पर उन्हें पांचवां स्थान मिला। इस बीच हाल में महिला ग्रैंडमास्टर बनने वाली 19 वर्षीय वनिका अग्रवाल ने तीन जीत, सात ड्रा और एक हार के साथ 6.5 अंक हासिल किये और वह 14वें स्थान पर रही। उन्होंने अपनी आखिरी बाजी ड्रा खेली। ओपन वर्ग में भारतीय ग्रैंडमास्टर निहाल सरीन 6.5 अंकों के साथ 18वें स्थान पर रहे।


बादशाह ज़फर को बंदरगाह पर रिसीव किया 

मोमिन मलिक    17 अक्टूबर 1858 को बाहदुर शाह ज़फर मकेंजी नाम के समुंद्री जहाज़ से रंगून पहुंचा दिए गये थे। शाही खानदान के 35 लोग उस जहाज़ में सवार थे। कैप्टेन नेल्सन डेविस रंगून का इंचार्ज था। उसने बादशाह और उनके लोगों को बंदरगाह पर रिसीव किया और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी हुकूमत के बादशाह को लेकर अपने घर पहुंचा। बहादुर शाह ज़फर कैदी होने के बाद भी बादशाह थे, इसलिए नेल्सन परेशान था। उसे ये ठीक नही लग रहा था कि बादशाह को किसी जेल ख़ाने में रखा जाये। इसलिए उसने अपना गैराज खाली करवाया और वहीं बादशाह को रखने का इंतज़ाम कराया।
बहादुर शाह ज़फर 17 अक्टूबर 1858 को इस गैराज में गए और 7 नवंबर 1862 को अपनी चार साल की गैराज की जिंदगी को मौत के हवाले कर के ही निकले, बहादुर शाह ज़फर ने अपनी मशहुर ग़ज़ल इसी गैराज में लिखा था। 7 नवंबर 1862 को बादशाह की खादमा परेशानी के हाल में नेल्सन के दरवाज़े पर दस्तक देती है। बर्मी खादिम आने की वजह पूछता है। खादमा बताती है बादशाह अपनी ज़िन्दगी के आखिरी सांस गिन रहा है गैराज की खिड़की खोलने की फरमाईश ले कर आई है। बर्मी ख़ादिम जवाब में कहता है। अभी साहब कुत्ते को कंघी कर रहे है, मै उन्हें डिस्टर्ब नही कर सकता। ख़ादमा जोर जोर से रोने लगती है। आवाज़ सुन कर नेल्सन बाहर आता है। ख़ादमा की फरमाइश सुन कर वो गैराज पहुँचता है। बादशाह के आखिरी आरामगाह में बदबू फैली हुई थी ,और मौत की ख़ामोशी थी। बादशाह का आधा कम्बल ज़मीन पर और आधा बिस्तर पर। नंगा सर तकिये पर था लेकिन गर्दन लुढ़की हुई थी, आँख को बहार को थे और सूखे होंटो पर मक्खी भिनभिना रही थी।  नेल्सन ने ज़िन्दगी में हजारो चेहरे देखे थे लेकिन इतनी बेचारगी किसी के चेहरे पर नही देखि थी। वो बादशाह का चेहरा नही बल्कि दुनिया के सबसे बड़े भिखारी का चेहरा था। उसके चेहरे पर एक ही फ़रमाइश थी। आज़ाद साँस की। हिंदुस्तान के आखिरी बादशाह की ज़िन्दगी खत्म हो चुकी थी। कफ़न दफ़न की तय्यारी होने लगी। शहजादा जवान बख़्त और हाफिज़ मोहम्मद इब्राहीम देहलवी ने गुसुल दिया। बादशाह के लिए रंगून में ज़मीन नही थी। सरकारी बंगले के पीछे खुदाई की गयी और बादशाह को खैरात में मिली मिटटी के निचे डाल दिया गया। उस्ताद हाफिज़ इब्राहीम देहलवी के आँखों को सामने 30 सितम्बर 1837 के मंज़र दौड़ने लगे। जब 62 साल की उम्र में बहादुर शाह ज़फर तख़्त नशीं हुआ था। वो वक़्त कुछ और था। ये वक़्त कुछ और था। इब्राहीम दहलवी सुरह तौबा की तिलावत करते है। नेल्सन क़बर को आखिरी सलामी पेश करता है और एक सूरज गुरूब हो जाता है।

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