शुक्रवार, 5 नवंबर 2021

बिट्रेन की सरकार ने मोल्नुपिराविर को मंजूरी दी

बिट्रेन की सरकार ने मोल्नुपिराविर को मंजूरी दी 
लंदन। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अब केवल वैक्सीन ही नहीं बल्कि दवा भी कारगर होगी। ऐसी पहली दवा (पिल) मोल्नुपिराविर को ब्रिटेन की सरकार ने सशर्त मंजूरी दी है। इस दवा का विकास जर्मनी की दवा कंपनी मर्क फार्मा ने किया है। कंपनी ने अन्य दवा कंपनियों को भी दवा के निर्माण की मंजूरी देने की बात कही है, जिससे जल्द तमाम देशों में यह दवा सस्ते दाम पर उपलब्ध हो सके। मर्क की दवा का ट्रायल जर्मनी समेत कई देशों में चल रहा था, जिसमें यह साबित हो गया कि कोविड-19 के इलाज में यह कारगर है। इसके बाद ब्रिटिश सरकार ने इसे औपचारिक सशर्त मंजूरी देने का फैसला किया। हालांकि, अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह दवा आखिर कब तक लोगों को उपलब्ध होगी।
जानकारों का कहना है कि ‘मोल्नुपिराविर’ कोविड-19 के लक्षणों को कम करेगी। इसके इस्तेमाल से मरीज जल्द से जल्द ठीक हो सकेंगे। कोरोना के इलाज में इस दवा को ऐतिहासिक कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है। इससे मौतों की संख्या तो कम की ही जा सकेगी, इसके अलावा ज्यादातर मरीजों को अस्पताल जाए बिना घर में ही ठीक किया जा सकेगा। इस दवा का अमेरिका और यूरोप में भी इस दवा के ट्रायल चल रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही बाकी देशों में भी इसके इस्तेमाल को मंजूरी दे दी जाएगी।

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई कमी नहीं

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई कमी नहीं 
अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों के नरम पड़ने के बावजूद सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने आज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई कमी नहीं है। 
दिवाली के अवसर केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रूपये तथा 10 रुपये प्रति लीटर की कमी करने से देश में इसकी कीमतों में कमी आयी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक सहित देश के 15 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों ने इन दोनों उत्पादों पर वैट में कमी की है। इससे संबंधित राज्यों में इन दोनों की कीमतों में और कमी आयी है।
हालांकि दिल्ली सरकार के वैट कम नहीं करने से दिल्ली में इसकी कीमत कल के स्तर पर स्थिर है। राजधानी में दिल्ली में कल पेट्रोल 6.07 रुपये प्रति लीटर और डीजल 11.75 रुपये सस्ता हो गया। इस कमी के बाद राजधानी में पेट्रोल 103.97 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर पर आ गया था। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वैट में कमी किये जाने से दिल्ली एनसीआर के नोएडा में पेट्रोल 5.91 रुपये सस्ता होकर 95.51 रुपये प्रति लीटर और डीजल 30 पैसे सस्ता होकर 87.01 रुपये प्रति लीटर पर है।
अब तक भोपाल में पेट्रोल और डीजल सबसे महंगा बिक रहा था लेकिन राज्य सरकार द्वारा वैट में कटौती करने के बाद मुंबई में पेट्रोल सबसे महंगा 109.98 रुपये प्रति लीटर और डीजल 94.14 रुपये प्रति लीटर पर है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पेट्रोल 107.56 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.87 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है।
पटना में पेट्रोल 105.92 रुपये और डीजल 91.09 रुपये प्रति लीटर, बेंगलुरू में पेट्रोल 100.58 रुपये और डीजल 85.01 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है। कोलकाता में पेट्रोल 104.67 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.79 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है। देश के सभी प्रमुख शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के आसपास आ चुकी है। अधिकांश शहरों में डीजल भी 90 रुपये के आसपास है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में आज कच्चा तेल बढ़त के साथ खुले।
देश में संक्रमितों की संख्या-3,43,33,754 हुईं
अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के  12,729 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,43,33,754 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,48,922 हो गई।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 221 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,59,873 हो गई। देश में पिछले 28 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 20 हजार से कम हैं और 131 दिन से 50 हजार से कम नए दैनिक मामले सामने आ रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 343 की बढ़ोतरी दर्ज की गई और इलाज करा रहे मरीजों की कुल संख्या 1,48,922 हो गई, जो कुल मामलों का 0.43 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.23 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

कोरोना की तीसरी वेव की आशंका तेज हुईं
अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। कोरोना की पहली और दूसरी लहर की तबाही के बाद तीसरी वेव की आशंका तेज होती जा रही है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि एशिया और यूरोप के देशों में तीसरी लहर तबाही भारी तबाही मचा सकती है। इन देशों में अभी तक वैक्सीनेशन पूर्ण नहीं हो पाया है। साथ ही भारी मात्रा में वैक्सीनेशन की कमी भी हो रही है। यही तीसरी लहर की वजह बन सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्थानीय कार्यालय के प्रमुख ने गुरुवार को कहा, यूरोप और मध्य एशिया में 53 देश वाला क्षेत्र आने वाले हफ्तों में कोरोना वायरस के खतरे का सामना करेगा या फिर ये पहले से ही ऐसा कर रहा है।
कोरोना मामलों की संख्या में फिर से रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ोतरी हो रही है। इस क्षेत्र में कोरोना फैलने की रफ्तार गंभीर चिंता का विषय है। डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में हऌड के यूरोप स्थित हेडक्वाटर्स में संवाददाताओं से बात करते हुए क्लूज ने कहा, हम महामारी के फिर से फैलने के एक और महत्वपूर्ण बिंदु पर हैं। यूरोप महामारी के केंद्र के रूप में वापस आ चुका है। हम एक साल पहले ऐसे ही हालात में थे। उन्होंने कहा कि अब अलग बात यह है कि स्वास्थ्य अधिकारियों को वायरस के बारे अधिक मालूम है और उनके पास इससे लड़ने के लिए बेहतर हथियार हैं।
क्लूज ने कहा कि कुछ जगहों पर रोकथाम उपायों में ठील और वैक्सीनेशन की कम दर वायरस की नई लहर के बारे में बताती है। उन्होंने कहा कि 53 देशों के क्षेत्र में कोरोना की वजह से अस्पताल में भर्ती होने की दर पिछले हफ्ते की तुलना में दोगुनी से अधिक हो गई है। यदि ये ट्रेंड जारी रहता है तो इस क्षेत्र में फरवरी तक पांच लाख लोगों को कोरोना से जान गंवानी पड़ सकती है। हऌड का कहना है कि इस क्षेत्र में एक हफ्ते में 18 लाख के करीब लोग संक्रमित हुए हैं। पिछले हफ्ते से इसमें लगभग छह फीसदी का इजाफा हुआ है। वहीं, इस दौरान 24 हजार लोगों ने जान गंवाई है, जिसमें 12 फीसदी का इजाफा हुआ है।

दिवाली: आतिशबाजी का असर देखने को मिला
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में दीवाली की रात की गई आतिशबाजी का असर शुक्रवार सुबह देखने को मिला। जब लोगों को गले तथा आंखाें में जलन की समस्या का सामना करना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध के बावजूद त्योहार मनाने की सनक के कारण छोड़े गए पटाखों से राजधानी दिल्ली के अनेक हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत ही खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है और सुबह आसमान में प्रदूषक तत्वों एवं धुएं की मोटी चादर छाई रही। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 की सांद्रता 999 प्रति क्यूबिक मीटर पर मापी गयी जबकि पड़ोसी शहर फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुड़गांव और नोएडा में यह 400 प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक रही। केंद्र द्वारा संचालित वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार, रविवार तक वायु गुणवत्ता में सुधार की संभावना नहीं है। सफर के मुताबिक, रविवार शाम तक दिल्ली में वायु की गुणवत्ता में सुधार नहीं होगा। हालांकि, इस सुधार में काफी उतार चढ़ाव रहेगा।
सफर के अनुसार दिल्ली की वायु गुणवत्ता रविवार सात नवंबर तक खराब रहेगी। हालांकि इसमें धीरे धीरे सुधार होगा लेकिन अभी दिल्ली का वातावरण बहुत ही प्रदूषित है। सफर ने बताया कि पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद अधिकतर क्षेत्रों में लोगों ने आतिशबाजी की और खेतों में पराली जलाए जाने के कारण भी प्रदूषण में इजाफा हुआ है। शून्य से 50 के बीच में वायु गुणवत्ता सूचकांक अच्छा माना जाता है जबकि 51 और 100 के बीच में संतोषजनक’ स्थिति, 101 और 200 को ‘मध्यम’ स्थिति, 201 और 300 को ‘खराब’ स्थिति, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ स्थिति और 401 और 500 को ‘गंभीर’ स्थिति में माना जाता है।

अपरेंटिस की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे के भर्ती बोर्ड ने कई क्षेत्रों में अपरेंटिस की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है। इसके मुताबिक दक्षिण मध्य रेलवे, पूर्व रेलवे, पश्चिम मध्य रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और पूर्व मध्य रेलवे जोन में कुल 16,510 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। उम्मीदवारों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार इन पदों के लिए आरआरबी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इन पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं या 12वीं पास होना चाहिए। साथ ही उम्मीदवार के पास उस संबंधित ट्रेड में आईटीआई प्रमाणपत्र होना चाहिए जिसके लिए वे आवेदन कर रहे हैं।
दक्षिण मध्य रेलवे अपरेंटिस भर्ती 2021 – दक्षिण मध्य रेलवे 4103 अपरेंटिस पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया कर रहा है। इन पदों के लिए आवेदन की प्रक्रिया 4 अक्तूबर से शुरू हो गई है। इच्छुक उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे आवेदन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। नौकरी के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 3 नवंबर है।

एक दीया 'काव्य'

एक दीया    'काव्य'    

बिन बाती और तेल के,प्रियतम मैंने दिल तुझें दिया। एक दीया। रहा की रात का,

नई नवेली दुल्हन की सुहागरात का।

पूरे बरस जो नहीं बोला, उस पपीहे की बात का। आज मन में उस बात का, अजर-उजर मेरे मन की बात का, जो जल गया है पटाखों के बारूद में, उस प्रदूषण और इस संविधान का। क्या बताऊं दोस्तों, महंगाई के इस दौर में,  बेरूखे मन में खाया उस पान का,गला भी दुखने लगा हैं सांस लेने में, जो बीमार हैं फेफडों केउनका इलाज होगा किस दुकान से।वो बत्तमीज लड़की मुझे आज तक मिलीं नहीं। जिसे मैं धीरें से कह सकूं, 'आई लव यू' आराम से।अजीब दोस्ती हैं, दोस्तों मेरीं, तुम्हारे इस मुकाम से।सही मानो तो गफलत हैं, इसी लिए वो दूर हैं, अब तक मेरीं जुबान से।

कृति- चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'

खेल: टी-20 विश्वकप का सबसे बड़ा स्कोर बना

मोहम्मद रियाज       दुबई। भारत का नियंत्रण किस्मत पर तो नहीं है। लेकिन अगले दो मुक़ाबलों में उन्हें बड़ी जीत की ओर जरूर जाना होगा। ताकि उनका नेट रन रेट और भी बेहतर हो सके। स्कॉटलैंड अब क्वालीफ़ाई तो नहीं कर सकता।लेकिन वह इस बड़ी और चहेती टीम को टक्कर देते हुए सुर्ख़ियां बटोरने और सभी की नज़रों में आना चाहेगा।बुधवार को भी स्कॉटलैंड ने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ प्रभावशाली प्रदर्शन किया था और मैच को बेहद क़रीब ले गए थे, जहां उन्हें सिर्फ़ 16 रन से हार मिली थी। अगर कोई एक बड़ी साझेदारी हो गई होती, या डेथ ओवर्स में एक और अच्छा ओवर हो जाता, तो फिर ये टीम आज करोड़ों भारतीयों की चहेती बन जाती। लेकिन अगर अब भारत के ख़िलाफ़ भी वह वैसा ही प्रदर्शन करे तो फिर टीम इंडिया के लिए मुश्किल हो सकती है।

अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ भारतीय बल्लेबाज़ों ने एक साथ कमाल का प्रदर्शन किया और पूरी पारी में लगातार आक्रामक रुख़ अख़्तियार किया था, जिस चीज़ की दरकार उनसे पहले दो मैचों में थी और तब वह कर नहीं पाए थे। स्कॉटलैंड के ख़िलाफ़ भारत की नज़र बल्लेबाज़ी के साथ-साथ गेंदबाज़ी में और पैनापन हासिल करने पर होगी।

हार्दिक पांड्या का भविष्य इस बात पर निर्भर है कि वह लगातार गेंदबाज़ी कर सकते हैं या नहीं, फिर चाहे वह निचले क्रम में बल्लेबाज़ी में कितनी भी गहराई क्यों न देते हों। अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ उन्होंने गेंदबाज़ी तो की लेकिन वह लय में नहीं दिखे और उनके दो ओवर महंगे रहे। लेकिन बल्ले से जिस तरह उन्होंने 13 गेंदों पर 35 रनों की नाबाद पारी खेली, उसके दम पर भारत ने टी-20 विश्वकप 2021 का सबसे बड़ा स्कोर भी बना डाला। क्या गेंद से भी वह जल्द ही ऐसा करिश्मा कर पाएंगे?


भैया दूज का पर्व, भाई-बहन के प्यार का प्रतीक
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भैया दूज का पर्व भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है। इस त्योहार को भाई टीका, यम द्वितीया आदि नामों से भी जाना जाता है। ये पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सुखी जीवन की कामना करती हैं। मान्यता है कि इस दिन मृत्यु के देवता यम अपनी बहन यमुना के बुलावे पर उनके घर भोजन के लिए आये थे। इस बार भैया दूज 6 नवंबर को मनाई जाएगी।
भैया दूज पूजा के लिए एक थाली तैयार की जाती हैं।जिसमें रोली, फल, फूल, सुपारी, चंदन और मिठाई रखी जाती है। फिर चावल के मिश्रण से एक चौक तैयार किया जाता है। चावन से बने इस चौक पर भाई को बैठाया जाता है। फिर शुभ मुहूर्त में बहन भाई को तिलक लगाती हैं। तिलक लगाने के बाद भाई को गोला, पान, बताशे, फूल, काले चने और सुपारी दी जाती है। फिर भाई की आरती उतारी जाती है और भाई अपनी बहनों को गिफ्ट भेंट करते हैं।
मान्यताओं अनुसार इस दिन मृत्यु के देवता यमराज अपनी बहन यमुना के अनेकों बार बुलाने के बाद उनके घर गए थे। यमुना ने यमराज को भोजन कराया और तिलक कर उनके खुशहाल जीवन की प्रार्थना की। प्रसन्न होकर यमराज ने बहन यमुना से वर मांगने को कहा। यमुना ने कहा आप हर साल इस दिन मेरे घर आया करो और इस दिन जो बहन अपने भाई का तिलक करेगी। उसे आपका भय नहीं रहेगा। यमराज ने यमुना को आशीष प्रदान किया। कहते हैं इसी दिन से भैया दूज पर्व की शुरुआत हुई।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-17 (वर्ष-05)
2. शुक्रवार, नवंबर 6, 2021
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, कृष्ण-पक्ष, तिथि- पूर्णिमा, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:30, सूर्यास्त 05:48।
5. न्‍यूनतम तापमान -14 डी.सै., अधिकतम-28+ डी.सै.। 
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक शिवाशुं व राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745  
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बुधवार, 3 नवंबर 2021

पटाखों के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया

पटाखों के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया
गोपीचंद        
बागपत। बालैनी क्षेत्र के बुढ़सैनी गाँव में शनिवार की रात पकड़े गए लाखो रुपये के पटाखों के मामले में पुलिस ने 1 आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। फरार 2 आरोपियों की तलाश में पुलिस लगी हुई है।
शनिवार की रात सीओ युवराज सिंह और बालैनी पुलिस ने बुढ़सैनी गाँव मे छापा मारकर एक घर मे रखे लाखो रुपये कीमत के 13 कुंटल पटाखे पकड़े थे और मकान मालिक को गिरफ्तार कर लिया था। रविवार को पुलिस ने कार्यवाही करते हुए मकान मालिक राहुल पुत्र जगदीश को जेल भेज दिया। और फरार दो आरोपियों रियासत और जयप्रकाश की तलाश में पुलिस लगी हुई है। एसओ रामनिवास ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। क्षेत्र में कही भी अवैध रूप से पटाखों का कारोबार नही होने दिया जाएगा।
साक्षरता व जागरूकता के लिए किया आयोजन
गोपीचंद        
बागपत। जिला बागपत, बड़ौत नगर में दीपावली के अवसर दीपोत्सव मेले में ऑल इंडिया सैनी सेवा समाज से सम्बन्धता व संरक्षण प्राप्त कल्याण भारती सेवा संस्थान के द्वारा भारत अम्रत महोत्सव कार्यक्रम के चलते मेले में कैम्प लगाकर विधिक साक्षरता व जागरूकता के लिए किया आयोजन। कैम्प में संस्थान की और से क्योर फाउंडेशन शास्त्री नगर मेरठ द्वारा निर्मित होम्योपैथिक इम्युनिटी बूस्टर का धर्मार्थ सेवा में बड़ौत नगर के वरिष्ठ नागरिक संगठन के पदाधिकारियों और आमजन के उत्तम स्वास्थ्य हेतु किया निशुल्क वितरण। 

वृद्धजनों के बीच मिठाई का वितरण किया गया
विजय कुमार      
कौशांबी। जनपद मुख्यालय के ओसा स्थित वृद्ध जनआश्रम में महिला उत्थान एवं जागृति संस्थान की तरफ से वृद्धजनों के बीच फल और मिठाई का वितरण किया गया है। 
वृद्धजन आश्रम में फल और मिठाई का वितरण करने के बाद टीम के सदस्य महामाया विद्यालय के आसपास की गरीब बस्तियों में पहुंचे और घर-घर उन्होंने मिठाई फल का वितरण किया है। इस मौके पर अंजना मिश्रा, निधि त्रिपाठी, अलका त्रिपाठी, निशा नीलम यादव सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

पहाड़ी क्षेत्रों में ठंड का असर दिखने लगा

पहाड़ी क्षेत्रों में ठंड का असर दिखने लगा

दुष्यंत टीकम     रायपुर। छत्तीसगढ़ में अब पारा गिरने लगा है। पहाड़ी क्षेत्रों में ठंड का असर दिखने लगा है। संभावना जताई जा रही है कि दिवाली के बाद प्रदेश में कड़ाके के ठंड पड़ सकती है। आपको बता दें कि मौसम विभाग ने 6 नवंबर तक बारिश के आसार जताया है। आज भी राजधानी रायपुर में बादल छाए रहे हैं। आउटर में कोहरा छाया रहा है। वहीं लोगों को गुलाबी ठंड का एहसास हो रहा है। प्रदेश के एक दो स्थानों में हल्की बूंदाबादी के आसार है। वहीं दीपावली त्यौहार के बाद प्रदेश में तापमान में अच्छी-खासी गिरावट होगी।

संयुक्त संचालक कोष व लेखा को नोटिस जारी 

दुष्यंत टीकम     बिलासपुर। पुलिस सहायक निरीक्षक को आदेश के बावजूद नया पे ग्रेड नहीं देने पर दायर अवमानना याचिका पर हाईकोर्ट ने जगदलपुर के संयुक्त संचालक कोष व लेखा को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने कहा है। याचिकाकर्ता एएसआई गोमा मिश्रा दंतेवाड़ा एसपी कार्यालय मे पदस्थ हैं।

कि 2019 में उन्हें 4200 रुपये पे ग्रेड के अनुसार वेतन दिया जाना था लेकिन 2800 रुपये के पे ग्रेड पर दिया जा रहा है। जिले में पदस्थ उनके समतुल्य अन्य पुलिस अधिकारियों को 4200 रुपये के स्केल पर ही वेतन दिया जा रहा है लेकिन उसके साथ भेदभाव किया गया है। हाईकोर्ट ने प्रकरण की सुनवाई के बाद पुलिस अधीक्षक को आदेश दिया कि उसके प्रकरण का 60 दिन के भीतर निराकरण करे।

इस पर संयुक्त संचालक ने नियमों का हवाला देते हुए नया वेतनमान देने से इंकार कर दिया। इसके बाद हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दायर की गई।

हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल की मंजूरी देने से इनकार  

श्रीनगर। पाकिस्तान ने मंगलवार को ‘गो फर्स्ट’ की श्रीनगर-शारजाह उड़ान के लिए अपने हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने की मंजूरी देने से इनकार कर दिया। इस उड़ान का उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले महीने घाटी की अपनी यात्रा के दौरान किया था। सरकारी अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान के इस इनकार के कारण उड़ान को एक लंबा रास्ता तय करना पड़ा और संयुक्त अरब अमीरात में अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए गुजरात से होकर गुजरना पड़ा।

‘गो फर्स्ट’, जिसे पहले गोएयर के नाम से जाना जाता था, ने 23 अक्टूबर से श्रीनगर और शारजाह के बीच सीधी उड़ानों की शुरुआत की थी। अधिकारियों के मुताबिक, 31 अक्टूबर तक गोएयर की श्रीनगर-शारजाह उड़ान पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से गुजर रही थी। उन्होंने कहा कि हालांकि, पाकिस्तान ने मंगलवार को उड़ान को अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने की अनुमति नहीं दी, और इसलिए इस उड़ान को एक लंबा रास्ता तय करना पड़ा और गुजरात से होकर जाना पड़ा।

शिकायत के मामले में गूगल से जांच करने को कहा 

अकांशु उपाध्याय     नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने वेब यातायात को एक अन्य वेबसाइट पर भेजे जाने की शिकायत के मामले में गूगल से जांच करने को कहा है। अदालत ने कहा कि विज्ञापन ‘बोलने की आजादी’ का हिस्सा है। लेकिन यह किसी कंपनी स्वामी के ट्रेडमार्क के मूल्य पर नहीं किया जा सकता और यह भ्रामक इश्तहार के समान है। उच्च न्यायालय ने कहा कि विज्ञापन के माध्यम से राजस्व अर्जित करने वाली गूगल उसके विज्ञापनदाताओं की त्रुटियों के लिए उतनी ही जिम्मेदार है। जो अपने फायदे के लिए ट्रेडमार्क स्वामी की साख को भुना रहे हैं।

अदालत ने कहा कि गूगल की नीति के अनुसार वे कीवर्ड के रूप में ट्रेडमार्क के उपयोग की जांच करते हैं। लेकिन यह केवल यूरोपीय संघ तक सीमित है और भारत में इसका पालन नहीं किया जाता। उच्च न्यायालय ने गूगल इंडिया लिमिटेड और गूगल एलएलसी को वादी अग्रवाल पैकर्स एंड मूवर्स लिमिटेड की किसी भी शिकायत की जांच करने का निर्देश दिया। कंपनी ने आरोप लगाया है कि कीवर्ड के रूप में उनके ट्रेडमार्क का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे वादी की वेबसाइट से विज्ञापनदाता की वेबसाइट पर ले जाया जाता है। न्यायमूर्ति वी कामेश्वर राव ने 137 पन्नों के आदेश में कहा, ”इस बारे में कोई विवाद नहीं हो सकता कि विज्ञापन बोलने की स्वतंत्रता का हिस्सा हैं। लेकिन निश्चित रूप से बोलने की आजादी किसी ट्रेडमार्क स्वामी के ट्रेडमार्क की कीमत पर नहीं हो सकती और यह भ्रामक विज्ञापन के समान है।”


कांग्रेसी नेताओं के ऐलनाबाद सीट को हराया

राणा ओबराय       चंडीगढ़। कांग्रेस गुटबाजी ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव में देखने को साफ मिली। शैलजा गुट के छोड़ किसी भी बड़े कांग्रेस नेता ने कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने के लिए कोई मेहनत नही करी, या यें कहे, कि कांग्रेसी नेताओं के अहम ने ही ऐलनाबाद सीट को हरा दिया। यदि कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ती तो भविष्य में होने वाले चुनाव के परिणाम कुछ औऱ ही होते। इसी गुटबाजी के बीच ऐलनाबाद उप चुनाव की हार कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा के लिए बहुत बड़ा झटका है। क्योंकि कांग्रेस प्रत्याशी पवन बेनीवाल को सैलजा ने ही पार्टी जॉइन करवाकर टिकट दिलवाया था। अब उनके लिए चिंतन का समय है कि वह इन परिस्थितियों में कैसे पार्टी को मजबूत करेंगी। 
बरौदा उप चुनाव में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपना शो दिखाया और पार्टी की झोली में सीट डाल दी। ऐसा ही कुछ सैलजा यहां करना चहती थीं। लेकिन वह इसमें चूक गईं। सिरसा कुमारी सैलजा का अपने क्षेत्र है। सिरसा संसदीय सीट के प्रभुवाला उनका पैतृक गांव है। इस संसदीय सीट से वह सांसद रही हैं। सैलजा के पिता स्व. दलबीर केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। वह यहां से 1957 और 62 में जीतने के बाद उप सिचांई मंत्री रहे। 70 से 73 तक केंद्रीय पेट्रोलियम राज्यमंत्री बने। 1983 से 84 में कोयला मंत्री भी रहे। पार्टी संगठन में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हरियाणा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भी रहे। कुमारी सैलजा यहां से सांसद रही हैं। सैलजा 1991 और 1996 में यहां जीत चुकी हैं। वह भी केंद्र में नरसिम्हा राव सरकार में राज्य मंत्री रहीं। 2004 में उन्होंने यहां से जीत हासिल की थी। उस समय भी उन्हें केंद्र में मंत्री पद मिला। बाद में कुमारी सैलजा 2009 में अंबाला संसदीय सीट से चुनाव लड़कर केंद्रीय मंत्री बनीं। कांग्रेस की सबसे बड़ी कमाजोरी रही कि उसका अपना संगठन ही नहीं है। दोनों सीनियर नेताओं में कोई तालमेल नहीं है। सेलजा की संगठन पर कोई पकड़ नहीं है। जिनकी संगठन पर पकड़ है। उनके साथ सैलजा तालमेल नहीं बैठा पा रही हैं। इसलिए अहम की लड़ाई में कांग्रेस का बंटाधार हो रहा है। राजनीतिक विश्लेषक वीरेंद्र सिंह का मानना है कि पंजाब की तरह हरियाणा में भी केंद्रीय नेतृत्व को कठोर और ठोस निर्णय लेना पड़ेगा। अन्यथा कांग्रेस के लिए आने वाले दिन संकटभरे हो सकते हैं। दयाल सिंह कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल और हरियाणा की राजनीतिक के अच्छे जानकार डॉ. रामजी लाल ने कहा कि कांग्रेस ने जिस तरह से ऐन मौके पर उम्मीदवर बदला, यह उनकी पहली हार थी। भाजपा से आए पवन बेनीवाल को टिकट देकर अपने कार्यकर्ताओं को निराश किया। इससे कहीं न कहीं भरत बेनीवाल का मनोबल टूटा। साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी अच्छा संदेश नहीं गया। 
पूरे चुनाव में कांग्रेस कार्यकर्ता निष्क्रिय रहे। इसलिए कांग्रेस अब इस स्थिति में है। बहरहाल कांग्रेस को अब चिंतन और मनन करने की जरूरत है। क्योंकि कांग्रेस न तो किसान आंदोलन को भुना पाई, न महंगाई को न ही लोगों के गुस्से को। यह पूरी तरह से कांग्रेस की विफलता है। और इसके लिए कुमारी सैलजा की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि जिम्मेदारी से भूपेंद्र हुड्डा भी मुक्त नहीं हो सके। क्योंकि वह न सिर्फ विपक्ष के नेता है। बल्कि खुद को जाट नेता के तौर पर स्थापित करते भी नजर आते हैं। ऐसी स्थिति में ऐलनाबाद सीट पर उनकी जातिगत पकड़ में कोई मजबूती नहीं दिखी।

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