सोने के भाव में 52 रुपये की भारी गिरावट
सुनील श्रीवास्तव
नई दिल्ली। बुधवार को सोने की कीमत में भारी गिरावट देखी जा रही है। MCX पर दिसंबर डिलिवरी वाला सोना आज 52 रुपये की गिरावट के साथ खुला। मंगलवार को यह 47813 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था और आज 47761 रुपये पर खुला। दोपहर बाद 1.15 बजे यह 163 रुपये की गिरावट के साथ 47650 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। सुबह के सत्र में इसने 47,650 रुपये का न्यूनतम और 47,796 रुपये का उच्चतम स्तर छू लिया। दूसरी ओर दिसंबर डिलिवरी वाली चांदी 199 रुपये की गिरावट के साथ 64,809 रुपये प्रति किलो के भाव पर ट्रेड कर रही थी।
सोने की कीमतों में भले ही आज गिरावट देखी जा रही है। लंबी अवधि में सोना करीब 8.5 हजार रुपये सस्ता हो चुका है। पिछले साल अगस्त में सोना 56,200 रुपये के अपने उच्चतम स्तर तक जा पहुंचा था और अभी सोना 47,650 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर के करीब पहुंच गया है। इस तरह सोना अभी अपनी ऑल टाइम हाई कीमत से करीब 8.5 हजार रुपये सस्ता मिल रहा है। अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो ये खरीदारी का अच्छा मौका है। अगर बात सोने की करें तो पिछले साल सोने ने 28 फीसदी का रिटर्न दिया है। उससे पिछले साल भी सोने का रिटर्न करीब 25 फीसदी रहा था। अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए निवेश कर रहे हैं तो सोना अभी भी निवेश के लिए बेहद सुरक्षित और अच्छा विकल्प है, जिसमें शानदार रिटर्न मिलता है। पिछले सालों में सोने से मिला रिटर्न आपके सामने है, जो दिखाता है कि निवेश करने से फायदा ही है। जानकारों के मुताबिक, साल के अंतिम महीनों में सोना रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है। अमेरिका का इकनॉमिक डेटा और क्रूड की बढ़ रही कीमतों से महंगाई बढ़ने की चिंता सोने के लिए उत्प्रेरक का काम कर सकती है। इसके अलावा त्योहारों, शादी ब्याह का सीजन भी सोने की कीमत को पुश कर सकता है। चीन में चल रहे बिजली संकट की वजह से भी इक्विटी निवेशक गोल्ड में इन्वेस्टमेंट की ओर शिफ्ट हो सकते हैं। हालांकि अमेरिकी डॉलर में मजबूती के चलते सोने की कीमत पर दबाव रहने की भी संभावना है।
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड कोषों (ईटीएफ) में सितंबर में 446 करोड़ रुपये का निवेश आया। देश में त्योहारी सीजन के मद्देनजर मजबूत मांग के चलते निवेश का यह प्रवाह अभी जारी रहने की उम्मीद है। इससे पिछले महीने गोल्ड ईटीएफ में 24 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश आया था। एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में गोल्ड ईटीएफ से निवेशकों ने शुद्ध रूप से 61.5 करोड़ रुपये की निकासी की थी।