मंगलवार, 26 अक्टूबर 2021
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इस्पात मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। केन्द्रीय इस्पात मंत्री श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने आज सुबह डॉ. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, नई दिल्ली में एक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया। इसमें भारत और विदेशों से कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। मूल्य संवर्धित इस्पात (स्पेशियलिटी स्टील) पर उत्पादन युक्त प्रोत्साहन योजना (प्रोडक्शन लिंक्ड इनसेन्टिव – पीएलआई) विषय पर यह संगोष्ठी दिन भर चली।
इस अवसर पर अपने उद्घाटन भाषण में श्री सिंह ने माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने स्टील क्षेत्र के लिए इस योजना की अनुमति दी और आत्मनिर्भर भारत में योगदान के लिए स्टील सेक्टर को अवसर दिया। श्री सिंह ने कहा कि इसी आत्मनिर्भर सोच के फलस्वरूप, यह हम सब भारतीयों के लिए गर्व का विषय है कि भारत ने 100 करोड़ टीकाकरण पूरे कर लिए हैं और भारत सम्पूर्ण विश्व के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। माननीय मंत्रीजी ने स्टील तकनीक के क्षेत्र में अनुसंधान के महत्त्व पर बल दिया और इसे अतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की बात कही। उन्होंने स्टील सेक्टर में कोयले के उपयोग और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी के बीच समन्वय लाने पर जोर दिया और हाइड्रोजन मिशन का उदाहरण दिया। श्री सिंह ने कहा कि सरकार खुले मन से सभी हितधारकों के विचार सुनने और अमल में लाने के लिए कटिबद्ध है। योजना का लक्ष्य है आयात पर निर्भरता कम करना और इसके लिए सभी को मिल कर काम करना होगा। हमारे मानव संसाधन दुनिया में सर्वोत्तम है, हमें उच्च तकनीक का समावेश कर आगे बढ़ना है। इस्पात मंत्री ने इच्छुक निवेशकों को समय सीमा के अनुसार यथाशीघ्र काम करने के लिए आह्वान किया। स्टील उत्पादन, गुणवत्ता और निर्यात में वृद्धि के लिए योजना की संभावनाएं अपार हैं। श्री सिंह ने योजना के माध्यम से चुनौतियों को अवसर में बदलने के लिए सबसे कहा और मंत्रालय की ओर से सब प्रकार के सहयोग का आश्वासन दिया।संगोष्ठी में इस्पात राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, इस्पात मंत्रालय और अन्य मंत्रालयों और सार्वजनिक उपक्रमों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
दुनिया में खिलतें हैं 369,000 प्रजाति के फूल
ब्लीडिंग हार्ट फूल।
यह अफीम के पौधे की एक अलग प्रजाति है जिसको लैंप्रोकैपनोस कहा जाता है। इस फूल को देखने पर ऐसा लगता है। जैसे कि दिल से खून टपक रहा है। इसलिए इसे यह नाम दिया गया है। यह फूल साइबेरिया, उत्तरी चीन, कोरिया और जापान में मिलता है।
पैरट फ्लावर।
यह बालसैम परिवार का फूल है जो बेहद खूबसूरत होता है। इसे वैज्ञानिक भाषा में इमपेशियंस सिटैसिना कहते हैं। इस फूल का रंग पर्पल और कैरमाइन रेड होता है। यह एक दुर्लभ पौधा है जो थाईलैंड, म्यांमार और भारत के कुछ इलाकों में मिलता है।
बैलेरिना ऑर्चिड।
इन पौधों को टेरेस्ट्रियल स्पाइडर ऑर्चिड भी कहते हैं। ये अकेले या फिर समूह में उगते हैं। ये आमतौर पर ऑस्ट्रेलिया के द्वीपों पर देखने को मिलते हैं।
डक ऑर्चिड।
कैलियाना आमतौर पर डक ऑर्चिड के नाम से जानी जाती है। ये लेबलम देखने पर ऐसे लगता है कि कोई बत्तख उड़ रही हो और उसके पंख ऊपर की तरफ उठे हुए हों। यह फूल लाल-भूरे रंग का होता है। यह एक प्रकार का क्षेत्रीय फूल है, जो ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड, साउथ ऑस्ट्रेलिया और तस्मानिया में पाया जाता है।
यूरोप, अमेरिका और उत्तरी अफ्रीका में पाया जाने वाला एंटीरीह्नम बेहद दिलचस्प फूल है। इसे ड्रैगन फ्लावर या स्नैपड्रैगन फ्लावर कहते हैं। प्राचीन लोग मानते थे कि इस फूल के पास दैवीय शक्ति है। इसलिए इसका उपयोग सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यों के लिए किया जाता था।
पेरिस्टेरिया एक प्रकार का ऑर्चिड फूल है, जो सामान्य तौर पर दक्षिणी अमेरिका, पनामा, त्रिनिदाद और कोस्टा रिका में उगता है। देखने पर लगता है कि इन सफेद फूलों के भीतर कोई आकृति छिपी है। जैसे कोई कबूतर बैठा हो या उड़ रहा हो। ये सफेद, नीले और गुलाबी रंग का बना होता है। इसी वजह से इसे डव ऑर्चिड कहते हैं।
नेकेड मैन ऑर्चिड।
नेकेड मैन ऑर्चिड को ऑर्चिस इटैलिका कहते हैं। इसके नाम से तय होता है कि यह कि इटली और भूमध्यसागर के आसपास के देशों में उगता है। यह बड़े पैमाने पर उगता है। इसकी खेती भी की जाती है। सामान्य तौर पर इसे नेकेड मैन ऑर्चिड बुलाया जाता है। इस दिलचस्प फूल की पंखुड़ियां ऐसी आकृति बनाती हैं कि जैसे कोई नग्न पुरुष खड़ा हो।
मंकी ऑर्चिड।
मंकी ऑर्चिड को द ड्रैकुला सिमिया भी कहते हैं। इसे बंदर जैसा ड्रैकुला भी कहा जाता है। यह बेहद दुर्लभ प्रजाति का ऑर्चिड है। यह इक्वाडोर के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों और पेरू में पाया जाता है। इस फूल के केंद्र में एक बंदर की शक्ल दिखाई देती है।
हुकर्स लिप्स।
इस फूल को हुकर्स लिप्स या किसिंग लिप्स प्लांट भी कहते हैं। यह मध्य और दक्षिणी अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावनों में पाया जाता है। इनमें किसी महिला के होठों पर लिपस्टिक लगाकर जंगल में सजा दिया गया हो ऐसा दिखता है।
स्वैडल्ड बेबीस।
यह फूल किसी कपड़े में लिपटे हुए बच्चे की तरह दिखता है। यह एक ऑर्चिड है। आमतौर पर यह फूल कोलंबियन एंडीज में पैदा होता है। इस फूल को देखने से लगता है कि एक कपड़े के अंदर एक बच्चा लिपटा हुआ मुस्कुरा रहा हैं।
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
सोमवार, 25 अक्टूबर 2021
मुख्यमंत्री के नाम डीएम को ज्ञापनः कुशीनगर
ऐलानः स्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार का घेराव
डिफेंस एक्स्पो के 12वें संस्करण का आयोजन
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि डिफेंस एक्स्पो का अगला संस्करण यह दिखाएगा कि भारत रक्षा अनुसंधान और विकास, उत्पादन और सेना के इस्तेमाल के लिए आधुनिक प्रौद्योगकियों को लागू कर क्या हासिल करने में सक्षम है। गुजरात के गांधीनगर में अगले साल 11-13 मार्च को भारत की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी डिफेंस एक्स्पो के 12वें संस्करण का आयोजन किया जाएगा। आगामी एक्स्पो पर राजदूतों की एक बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में भारत का रक्षा निर्यात 334 प्रतिशत तक बढ़ गया है और अब भारत 75 से अधिक देशों को सैन्य उपकरणों का निर्यात कर रहा है। उन्होंने कहा, ”हमारा निर्यात प्रदर्शन हमारे रक्षा उत्पादों की गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धा का मजबूत संकेत है।”
उन्होंने आगे कहा कि इन सब विषयों पर चिंता नहीं करते हैं, हमारा काम है सिर्फ काम करना हम काम के बदौलत ही लोगों से वोट मांगते हैं, इसलिए जो लोग दावा करते हैं वह करते रहें उनको दावा करने से कौन रोका है। 27 अक्टूबर से लालू प्रसाद यादव भी चुनाव प्रचार करेंगे, जिस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम उनको नोटिस में नहीं लेते हैं, लोग सिर्फ पब्लिसिटी के लिए हैं बयानबाजी करते हैं उन्हें काम से कोई मतलब नहीं है। हम सिर्फ काम के बदौलत लोगों से वोट मांगते हैं, जनता पार्टी मालिक है जनता जिसे जिताना चाहे उसे जीता सकती है। उनलोगों के लिए निजी परिवार ही सब कुछ, हमलोगों के लिए पूरा बिहार ही परिवार है।
तृणमूल कांग्रेस पहले ही गोवा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर चुकी है। सुप्रियो ने पत्रकारों से कहा कि आगामी गोवा विधानसभा चुनाव महत्वपूर्ण हैं और तृणमूल कांग्रेस उसमें बेहतर प्रदर्शन करेगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाता तोड़ कर पिछले महीने ही तृणमूल में शामिल हुए सुप्रियो ने कहा कि भारत में गोवा एक ऐसा स्थान है, जहां विकास की काफी अधिक आवश्यकता है ताकि पर्यटकों को अधिक संख्या में आकर्षित किया जा सके।उन्होंने कहा कि गोवा को उसकी संस्कृति, परम्परा, संगीत और खूबसूरत समुद्र तटों के लिए पहचाना जाता है। यहां काफी कुछ किया जा सकता है। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फ़ालेयरो भी पिछले महीने तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वहीं, राज्य के निर्दलीय विधायक प्रसाद गांवकर ने भी ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी को समर्थन दिया है।
तृणमूल ने फ़ालेयरो को पार्टी की राज्य इकाई का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। गोवा विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से पार्टी कई स्थानीय नेताओं को अपने साथ ला रही है। गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए फरवरी 2022 में चुनाव होंगे।
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