शुक्रवार, 22 अक्तूबर 2021

फ्री चिकन ना देने पर टांग तोडी, मारपीट में अरेस्ट

फ्री चिकन ना देने पर टांग तोडी, मारपीट में अरेस्ट  

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। पिछले सप्ताह के इसी दिन सिंधु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के मंच के पास एक व्यक्ति का शव लटका मिला था। यह मामला ठंडा हुआ नहीं था एक और मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि एक व्यक्ति की फ्री चिकन न देने पर टांग तोड़ दी।

मिली जानकारी के अनुसार सिंधु बॉर्डर पर फ्री में चिकन ना देने पर उसके साथ मारपीट के साथ और उसकी टांग तोड़ने के आरोप में पुलिस ने एक निहंग नवीन कुमार को अरेस्ट कर लिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने निंहग के खिलाफ थाने पर एफआईआर पंजीकृत कर ली है।

ज्ञात हो कि सिंधु बॉर्डर पर ही कुछ दिन पूर्व एक और मामला सामने आया था। सिंधु बॉर्डर पर शुक्रवार को पंजाब के तरनतारन जनपद के निवासी लखबीर सिंह की हत्या कर उसका एक हाथ काटकर उसका शव बैरिकेडिंग पर शव टांग दिया था। बताया जा रहा है कि उस व्यक्ति को भी संबध निहंग समूह से ही था। 

ड्रग पार्टी मामले से अनन्या पांडे का नाम जुड़ा

कविता गर्ग      

मुंबई। आर्यन खान के मुंबई क्रूज ड्रग पार्टी मामले से अब अनन्या पांडे का नाम भी जुड़ गया है। एनसीबी ने गुरूवार को अनन्या पांडे को समन भेजा था और पूछताछ के लिए लिए बुलाया था। आर्यन खान के फोन में अनन्या संग व्हाट्सएप चैट मिलने के बाद एक्ट्रेस को एनसीबी से समन मिला था।

बताया जा रहा है कि आर्यन-अनन्या की इस चैट में नशे को लेकर बातचीत हो रही थी। इस चैट के बाद एनसीबी एक्शन में आई है। ये चैट सुनवाई के दौरान अदालत को सौंपी गई थी। गुरूवार को अनन्या पांडे एनसीबी के दफ्तर पहुंची थीं। उनके साथ उनके पिता चंकी पांडे थे। एनसीबी दफ्तर में समीर वानखेड़े, जांच अधिकारी वीवी सिंह ने अनन्या से पूछताछ की थी।

थानाधिकारी रतनलाल को रिश्वत लेते अरेस्ट किया 
हरिओम उपाध्याय   
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के दौरान एक व्यापारी ने बाजार से तकिए और गद्दा बनाने का कच्चा माल उठाया। लेकिन वह उसका पेमेंट धीरे-धीरे ही कर सकता था। मामला थाने में पहुंचा तो थानाधिकारी जांच के बहाने रुपयों की मांग करने लगे। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने जयपुर के बगरू थानाधिकारी रतनलाल को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। एसीबी डीजी बीएल सोनी ने बताया कि बगरू थाने के इंस्पेक्टर रतनलाल के खिलाफ व्यापारी घनश्याम ने शिकायत दी थी कि वह गद्दा और तकिया का व्यापार करता है। किसी अन्य व्यापारी से कच्चा माल उठाने के बाद उसका पेमेंट वह समय पर नहीं कर सका। लेकिन धीरे-धीरे वह उसका पेमेंट कर रहा था।

इसी दौरान अन्य व्यापारी ने उसके खिलाफ थाने में परिवाद दर्ज करवा दिया। इसके बाद एसएचओ रतनलाल उसे गिरफ्तार नहीं करने के बदले में 21 हजार रुपए की रिश्वत मांग कर रहे हैं। शिकायत सत्यापन में सही पाए जाने पर एसीबी ने ट्रेप आयोजित किया। घनश्याम ने जैसे ही एसएचओ रतनलाल को 10 हजार रुपए दिए, एसीबी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। व्यापारी 15 हजार रुपए पहले ही दे चुका था। आरोपी ने घूस में 4 तकिए भी लिए थे, जो घर की तलाश में बरामद किए गए हैं।

दूसरी कार्रवाई, एसीबी की टीम ने राजस्थान फार्मेसी काउंसिल के कनिष्ठ लिपिक को पकड़ने में की। एसीबी के एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि परिवादी ने शिकायत दी थी कि जगतपुरा के केन्द्रीय विहार(द्वितीय) का रहने वाला आरोपी विष्णुदत्त शर्मा बी.फार्मा का रजिस्ट्रेशन करने की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। इस पर आरोपी ने 40 हजार में सौदा तय किया। एसीबी ने जाल बिछाया और आरोपी को रिश्वत की पहली किस्त दस हजार रुपए लेते हुए उसके कार्यालय में दबोच लिया।

जहाज में मुलाकात से तेज हुई सियासी हलचल

अखिलेश-प्रियंका की मुलाकात पर तेज़ हुई सियासी हलचल, क्या सत्ता पाने के लिए होगा दोनों पार्टियों में गठबंधन?
संदीप मिश्र   
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस तस्वीर में अखिलेश और प्रियंका आमने सामने दिख रहे हैं। बता दें कि दोनों बड़े नेताओं की मुलाकात दिल्ली से लखनऊ आ रही फ्लाइट में अचानक हुई है। लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है। वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
दोनों पार्टियां खुद को कर रही मजूबत 
बता दें कि आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस सरकार बनाने का दावा कर रहीं है। वहीं सपा की बात करें तो अखिलेश यादव गठबंधन के सवाल पर कई बार कह चुके हैं कि वह सिर्फ छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन करेंगे और उनके दम पर ही सरकार बनाएंगे। वहीं कांग्रेस की प्रियंका गांधी अपने बलबूते पर पार्टी को मजबूत करने में जुटी हुई हैं और 2022 के चुनाव में बीजेपी को टक्कर देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
2017 में दोनों पार्टियों के बीच हुआ था गठबंधन
2017 के चुनाव में अखिलेश यादव और राहुल गांधी गठबंधन करके एक साथ चुनाव लड़ चुके हैं जिसमे समाजवादी पार्टी को 47 सीटें तो वहीं कांग्रेस के पाले में सिर्फ 7 सीट ही आईं थी। इसी के बाद दोनों नेताओं ने अलग-अलग रास्ते अपना लिए थे। फिलहाल सोशल मीडिया पर वायरल हुई अखिलेश, प्रियंका की मुलाकात के बाद गठबंधन के कयास लगाना तो गलत होगा लेकिन राजनीति में किसी भी संभावना को नकारा नहीं जा सकता है।

‘मेड इन इंडिया’ को सरकार का जुमला करार दिया
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ‘मेड इन इंडिया’ को लेकर दोहरी जुबान में बात कर रही है। उन्होंने ‘मेड इन इंडिया’ को सरकार का सिर्फ एक ‘जुमला’ करार दिया। कांग्रेस नेता ने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ”हमेशा की तरह एक बार फिर दोहरी जुबान। मेड इन इंडिया। जुमला।” उन्होंने जिस खबर का हवाला दिया उसमें कहा गया है कि चीन के साथ भारत का व्यापार 49 फीसदी बढ़ गया है। इससे पहले, बृहस्पतिवार को विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने भारत चीन कारोबारी संबंधों को लेकर चिंता व्यक्त की थी जिसमें बढ़ते व्यापार असंतुलन और कारोबारी बाधाओं का मुद्दा शामिल है।
उन्होंने कहा था, ” चीन हमारा सबसे बड़ा पड़ोसी है । 14.7 ट्रिलियन डॉलर सकल घरेलू उत्पाद के साथ चीन की अर्थव्यवस्था दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। कोविड-19 महामारी के बीच भी चीन एकमात्र प्रमुख अर्थव्यस्था रही जिसने 2020 में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की ।” विदेश सचिव ने यह भी कहा था कि इस साल के पहले 9 महीनों में चीन के साथ हमारा द्विपक्षीय व्यापार 90 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 49 फीसदी अधिक है।

अखिलेश ने ट्वीट किया, सरकार पर निशाना साधा

हरिओम उपाध्याय 
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट के अंत में भाजपा खत्म का हैजटेग भी लगाया हुआ है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि हज़ार का सिलेंडर बन गया है स्टूल, झूठ के फूल की नहीं दोहराएँगे भूल। यही नारा आज का, नहीं चाहिए भाजपा और अंत में भाजपा खत्म का हैजटेग लगाया हुआ है। इसके साथ अखिलेश यादव ने एक फोटो भी शेयर किया है। इस फोटो में दिखाई दे रहा है कि एक व्यक्ति गैस सिलेंडर पर बैठकर गैस चूल्हे रखने की जगह आग सही से जलाने के लिये फूंकनी से फूक मार रहा है। अखिलेश यादव द्वारा शेयर किये गये फोटो को देखकर यूजर्स अलग-अलग प्रकार की कमेंट कर रहे हैं।

यूपी: 5 आईपीएस अफसरों के तबादले किएं

हरिओम उपाध्याय     
लखनऊ। उत्तर प्रदेश शासन ने 5 आईपीएस अफसरों के तबादले कर दिये हैं। आईपीएस उपेन्द्र कुमार अग्रवाल को पुलिस उप महानिरीक्षक, देवीपाटन परिक्षेत्र गोंडा बनाया है।
आईपीएस डॉ संजीव गुप्ता को पुलिस महानिरीक्षक अध्योध्या परिक्षेत्र अधोध्या से पुलिस महानिरीक्षक कानून एंव व्यवस्था उत्तर प्रदेश लखनऊ, अनिल कुमार राय को पुलिस महानिरीक्षक बस्ती परिक्षेत्र बस्ती को पुलिस महानिरीक्षक पीएसी सेंट्रल जोन लखनऊ, केपी सिह को पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज परिक्षेत्र प्रयागराज से पुलिस महानिरीक्षक अयोध्या परिक्षेत्र अयोध्या, मोदक राजेश डी राव को पुलिस महानिरीक्षक कानून एवं व्यवस्था उत्तर प्रदेश से पुलिस महानिरीक्षक बस्ती परिक्षेत्र बसती, राकेश सिंह को पुलिस महानिरीक्षक देवीपाटन परिक्षेत्र गोंडा से पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज परिक्षेत्र प्रयागराज, उपेन्द्र कुमार अग्रवाल को पुलिस उपमहानिरीक्षक मुख्यालय पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश से पुलिस उप महानिरीक्षक देवीपाटन परिक्षेत्र गोंडा बनाया है।
कांग्रेस पार्टी ने मोदी मंत्रिमंडल पर हमला बोला

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने अपने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए मोदी मंत्रिमंडल पर हमला बोला है। कांग्रेस ने कोरोना काल में जनता को हुई परेशानी की कुछ फोटो को जोड़कर साथ में वीडियो भी शेयर की है।

कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि कोरोना काल में जब लोग महंगाई, बेरोजगारी, आय में कमी और विस्थापन की समस्या से जूझ रहे थे, तब मोदी मंत्रिमंडल में शामिल मंत्री प्रॉपर्टी और जमीन खरीदने में व्यस्त थे। जनविरोधी सरकार के काले कारनामे अब जगजाहिर होने लगे हैं। इसके साथ में कांग्रेस ने वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो की शुरूआत में कोरोना काल, लोग बेहाल, मंत्री मालामाल लिखा है और इस फोटो की बेकग्राउंड में कोरोना काल के दौरान गरीब परिवारों की तस्वीरों लगी हुई हैै। इसके बाद कोरोना संक्रमण की वजह से लगे लॉकडाउन में परेशान हुए लोगों के फोटो लगाये हुए हैं। इसी दौरान का एक फोटो लगाया हुआ है, जिसमें मजूदर फफक-फफक कर रोता दिखाई दे रहा है। यह फोटो सोशल मीडिया पहले भी काफी वायरल हो चुका है।
वीडियो में एक प्रश्नवाचक चिन्ह लगाकर लिखा है कि कोरोना संक्रमण के दौरान मंत्रिमंडल में शामिल मंत्री गायब थे और वो क्यों गायब थे,इ इसका कारण अब धीरे-धीरे पता चलने लगा है। मोदी मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों द्वारा पीएमओ को दी गई सूचना के मुताबिक, कोरोना के पहले लॉकडाउन में 12 केन्द्रीय मंत्रियों या उनके परिवारों ने प्रॉपर्टी खरीद की जानकारी दी है। इसके बाद स्मृति ईरान का स्माइल देते हुए फोटो भी वीडियो लगाया हुआ है। इसके बाद लिखा हुआ है कि कोरोना काल के दौरान जब महिलाएं मजबूर होकर अपना मंगलसूत्र गिरवी रख रही थी। इस दौरान मोदी मंत्रिमंडल मे शामिल 12 मंत्री जमीन और अपार्टमेंट खरीद रहे थे। आम आदमी बेहाल और मंत्री मालामाल। वीडियो के अंत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाहर का फोटो ऐड किया हुआ है।
कांग्रेस छलावा कथनी पर विश्वास करना मुश्किल अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस जनता से लोक लुभावन वादे कर रही है लेकिन कांग्रेस की कथनी पर विश्वास करना मुश्किल है।
मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस ने चुनावी छलावे के तहत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) की तरह ही अनेकों प्रकार के लोक लुभावन वादे करने शुरू कर दिए हैं, जिसके तहत इस पार्टी ने उत्तर प्रदेश में सरकार बनने पर उत्तीर्ण छात्राओं को स्मार्टफोन व स्कूटी देने की बात कही है, लेकिन मूल प्रश्न यह है कि इनपर विश्वास कौन व कैसे करे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राजस्थान व पंजाब में सरकार है तो क्या इन्होंने ऐसा कुछ वहां करके दिखाया है जो लोग उनकी बातों पर यकीन करे लें? यही वजह है कि कांग्रेस व भाजपा जैसी पार्टियों के दावों व वादों के प्रति जन विश्वास की घोर कमी है। मायावती ने कहा कि जनता से छल व वादाखिलाफी के कारण कांग्रेस के बुरे दिन चल रहे हैं।

उन्होंने भाजपा पर भी हमला करते हुए कहा कि इन्हीं कुछ खास कारणों से भाजपा के भी बुरे दिन शुरू हो चुके हैं। ‘अच्छे दिन’ का सपना दिखाकर लोगों पर महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि का पहाड़ तोड़ने का खामियाजा तो भाजपा को भी भुगतना पड़ेगा।



चूकने से पहले पूरी पृथ्वी का चक्कर लगाया: चीन

वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी संसद की एक स्वतंत्र रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत उन कुछ चुनिंदा देशों में शामिल है, जो हाइपरसोनिक हथियार विकसित कर रहे हैं। अमेरिकी संसद की यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जब हाल में एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि चीन ने एक परमाणु सक्षम हाइपरसोनिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया है, जिसने अपने लक्ष्य से चूकने से पहले पूरी पृथ्वी का चक्कर लगाया था। चीन ने अपने इस परीक्षण से अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को हैरान कर दिया है। स्वतंत्र ‘कांग्रेशनल रिसर्च सर्विस’ (सीआरएस) ने इस सप्ताह अपनी रिपोर्ट में कहा कि अमेरिका, रूस और चीन के सबसे आधुनिक हाइपरसोनिक हथियार कार्यक्रम हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया, भारत, फ्रांस, जर्मनी और जापान समेत कुछ अन्य देश भी हाइपरसोनिक हथियार प्रौद्योगिकी विकसित कर रहे हैं। सीआरएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका और भारत ने रूस के साथ इस संबंध में गठजोड़ किया है। सीआरएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने मैक 7 हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस 2 को विकसित के लिए रूस के साथ गठजोड़ किया है। रिपोर्ट में कहा गया है। हालांकि ब्रह्मोस 2 को शुरुआत में 2017 में तैयार करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन समाचार रिपोर्ट संकेत देती है कि इस कार्यक्रम में काफी देर हो गई और अब इसके 2025 और 2028 के बीच प्रारंभिक परिचालन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सीआरएस ने कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि भारत अपने हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक वाहन कार्यक्रम के तहत एक स्वदेशी, दोहरे रूप से सक्षम हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल भी विकसित कर रहा है और उसने जून 2019 और सितंबर 2020 के बीच मैक 6 स्क्रैमजेट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। अमेरिकी सांसदों के लिए इस विषय के विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई संसद की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत लगभग 12 हाइपरसोनिक पवन सुरंगों का संचालन करता है और 13 मैक तक की गति का परीक्षण करने में सक्षम है। समाचार पत्र ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ (एफटी) की खबर के मुताबिक, चीन ने अगस्त में एक परमाणु-सक्षम मिसाइल का परीक्षण किया था, जिसने अपने लक्ष्य की ओर तेजी के साथ बढ़ने से पहले पृथ्वी का चक्कर लगाया। इसमें कहा गया कि इस परीक्षण से अमेरिकी खुफिया एजेंसियां भी हैरान हो गईं। हालांकि चीन ने कहा कि उसने एक हाइपरसोनिक ‘यान’ (व्हीकल) का परीक्षण किया है, न कि परमाणु-सक्षम हाइपरसोनिक ‘मिसाइल’ का। प्रमुख ब्रिटिश समाचार पत्र ने अपनी खबर में दावा किया था कि चीन ने उन्नत अंतरिक्ष क्षमता वाली एक हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया है और यह लगभग 24 मील की दूरी के अंतर से अपने लक्ष्य को भेदने में चूक गई। सीआरएस के अनुसार, 2007 से हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लिए अमेरिका ने ‘हाइपरसोनिक इंटरनेशनल फ्लाइट रिसर्च एक्सपेरिमेंटेशन’ (हाईफायर) कार्यक्रम को लेकर ऑस्ट्रेलिया के साथ गठजोड़ किया है। भारत की तरह, फ्रांस ने भी हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी के विकास के लिए रूस के साथ गठजोड़ और अनुबंध किया है तथा जापान ‘हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल’ और ‘हाइपर वेलोसिटी ग्लाइडिंग प्रोजेक्टाइल’ विकसित कर रहा है।

सक्षम हाइपरसोनिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया 

वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी संसद की एक स्वतंत्र रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत उन कुछ चुनिंदा देशों में शामिल है, जो हाइपरसोनिक हथियार विकसित कर रहे हैं। अमेरिकी संसद की यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जब हाल में एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि चीन ने एक परमाणु सक्षम हाइपरसोनिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया है। जिसने अपने लक्ष्य से चूकने से पहले पूरी पृथ्वी का चक्कर लगाया था। चीन ने अपने इस परीक्षण से अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को हैरान कर दिया है।
स्वतंत्र ‘कांग्रेशनल रिसर्च सर्विस’ (सीआरएस) ने इस सप्ताह अपनी रिपोर्ट में कहा कि अमेरिका, रूस और चीन के सबसे आधुनिक हाइपरसोनिक हथियार कार्यक्रम हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया, भारत, फ्रांस, जर्मनी और जापान समेत कुछ अन्य देश भी हाइपरसोनिक हथियार प्रौद्योगिकी विकसित कर रहे हैं। सीआरएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका और भारत ने रूस के साथ इस संबंध में गठजोड़ किया है। सीआरएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने मैक 7 हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस 2 को विकसित के लिए रूस के साथ गठजोड़ किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है। हालांकि ब्रह्मोस 2 को शुरुआत में 2017 में तैयार करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन समाचार रिपोर्ट संकेत देती है कि इस कार्यक्रम में काफी देर हो गई और अब इसके 2025 और 2028 के बीच प्रारंभिक परिचालन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सीआरएस ने कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि भारत अपने हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक वाहन कार्यक्रम के तहत एक स्वदेशी, दोहरे रूप से सक्षम हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल भी विकसित कर रहा है और उसने जून 2019 और सितंबर 2020 के बीच मैक 6 स्क्रैमजेट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था।

अमेरिकी सांसदों के लिए इस विषय के विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई संसद की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत लगभग 12 हाइपरसोनिक पवन सुरंगों का संचालन करता है और 13 मैक तक की गति का परीक्षण करने में सक्षम है। समाचार पत्र ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ (एफटी) की खबर के मुताबिक, चीन ने अगस्त में एक परमाणु-सक्षम मिसाइल का परीक्षण किया था, जिसने अपने लक्ष्य की ओर तेजी के साथ बढ़ने से पहले पृथ्वी का चक्कर लगाया। इसमें कहा गया कि इस परीक्षण से अमेरिकी खुफिया एजेंसियां भी हैरान हो गईं।

हालांकि चीन ने कहा कि उसने एक हाइपरसोनिक ‘यान’ (व्हीकल) का परीक्षण किया है, न कि परमाणु-सक्षम हाइपरसोनिक ‘मिसाइल’ का। प्रमुख ब्रिटिश समाचार पत्र ने अपनी खबर में दावा किया था कि चीन ने उन्नत अंतरिक्ष क्षमता वाली एक हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया है और यह लगभग 24 मील की दूरी के अंतर से अपने लक्ष्य को भेदने में चूक गई।

सीआरएस के अनुसार, 2007 से हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लिए अमेरिका ने ‘हाइपरसोनिक इंटरनेशनल फ्लाइट रिसर्च एक्सपेरिमेंटेशन’ (हाईफायर) कार्यक्रम को लेकर ऑस्ट्रेलिया के साथ गठजोड़ किया है। भारत की तरह, फ्रांस ने भी हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी के विकास के लिए रूस के साथ गठजोड़ और अनुबंध किया है तथा जापान ‘हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल’ और ‘हाइपर वेलोसिटी ग्लाइडिंग प्रोजेक्टाइल’ विकसित कर रहा है।

वैक्सीन की डोज का असाधरण लक्ष्य प्राप्त किया

वैक्सीन की डोज का असाधरण लक्ष्य प्राप्त किया 

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। कोरोनाकाल के 19 महीने में 10वीं बार संबोधित करते हुए कहा कि  ‘जयो में सब्य इसे भारत के संदर्भ में देखें तो हमारे देश ने एक तरफ कर्तव्य का पालन किया तो उसे बड़ी सफलता भी मिली। कल भारत ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज का कठिन लेकिन असाधरण लक्ष्य प्राप्त किया है। इसके पीछे 130 करोड़ देसवासियों की शक्ति लगी है। यह हर देशवासी की सफलता है। यह केवल एक आंकड़ा नहीं है। यह देश के सामर्थ्य का प्रतिबिंब है। यह उस नए भारत की तस्वीर है जो कठिन लक्ष्य हासिल करना चाहता है। जो अपने संकल्प की सिद्धि के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा करता है।’ मोदी ने 20 मिनट के संबोधन में बातें कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के प्रयास की सराहना कर रहा है लेकिन एक बात छूट जाती है कि दुनिया के लिए वैक्सीन खोजना और दुनिया की मदद करना। इसमें विदेश की महारत है। हम इनकी बनाई वैक्सीन ही इस्तेमाल करते रहे। जब भारत में सदी की सबसे बड़ी महामारी आई तो सवाल उठा कि क्या भारत इससे लड़ पाएगा। वैक्सीन खरीदने का पैसा कहां से आएगा। क्या भारत इतने लोगों को टीके लगा पाएगा। भांति-भांति के सवाल थे, लेकिन आज यह 100 करोड़ वैक्सीन डोज सबके जवाब दे रहा है। भारत ने यह 100 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई है और वह भी मुफ्त।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि गांव, शहर, सुदूर देश का एक ही मंत्र रहा कि वैक्सीन भेदभाव नहीं करती तो वैक्सीनेशन में भी भेदभाव नहीं हो सकता। कोई कितना भी बड़ा हो, कितना धनी हो उसे वैक्सीन सामान्य नागरिकों की तरह की लगेगी। उन्होंने कहा कि यह भी कहा जा रहा था कि यहां लोग टीका लगवाने आएंगे ही नहीं। दुनिया के कई देशो में यह बड़ी चुनौती बन गई है, लेकिन भारत ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज लगाकर सबको निरुत्तर कर दिया है। हमने ताली-थाली बजाई तब कुछ लोगों ने कहा था कि क्या इससे बीमारी भाग जाएगी, लेकिन उससे एकजुटता की ताकत दिखी। उसी शक्ति ने इस देश को आज 100 करोड़ तक पहुंचाया है।

मोदी ने कहा कि भारत का पूरा वैक्सीनेशन प्रोग्राम वैज्ञानिक आधार पर जन्मा है और पनपा है और वैज्ञानिक आधार पर चारों दिशा में पहुंचा है। हमारा पूरा वैक्सीनेशन प्रोग्राम साइंस बाउंड और सांइस बेस्ड रहा है। इस अभियान में हर जगह सांइस और सांइटिफिक एप्रोच शामिल रही है। चुनौती भी थी कि इतनी बड़ी आबादी, इतने दूर दराज के इलाकों में समय से वैक्सीन पहुंचाया जाए, देश ने वैज्ञानिक तरीकों से इसके समाधान तलाशे। किस इलाके में कब और कितनी वैक्सीन पहुंचनी चाहिए इसके लिए भी वैज्ञानिक फॉर्मूले का उपयोग हुआ।
देश-विदेश की तमाम एजेंसी भारत की अर्थव्यवस्था को लेकिर बहुत सकारात्मक हैं। भारत में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। रिकॉर्ड स्टार्टअप यूनिकॉर्न बन रहे हैं। हाउसिंग सेक्टर में भी नई ऊर्जा दिख रही है। पिछले दिनों किए गए रिफॉर्म भारत की अर्थव्यस्था को और तेजी से बढ़ाने में सहयोग करेंगे। मोदी ने कहा कि आज रिकॉर्ड लेवल पर अनाज की खरीद हो रही है। किसानों के खाते में सीधे पैसे जा रहे हैं। खेल जगत हो, एंटरटेनमेंट हो सब जगह सकारात्मक गतिविधियां तेज हो रही हैं। आने वाला त्योहारों का सीजन इसे और गति और शक्ति देगा।

संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,41,43,236 हुईं

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 15,786 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,41,43,236 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,75,745 हो गई है, जो 232 दिन में सबसे कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से 231 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,53,042 हो गई।
देश में लगातार 28 दिनों से कोविड-19 के दैनिक मामले 30 हजार से कम हैं और 117 दिन से 50 हजार से कम नए दैनिक मामले सामने आ रहे हैं। देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,75,745 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.51 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है।
पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 3,086 की कमी दर्ज की गई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.16 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।

वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

विषय श्रेणी में सभी क्षेत्रीय विषयों को रखा गया

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि 10वीं और 12वीं कक्षा की टर्म-1 परीक्षा के लघु विषयों की श्रेणी में सभी क्षेत्रीय विषयों को रखा गया है। सीबीएसई की ओर से यह स्पष्टीकरण ऐसे समय में आया है जब पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्य विषयों से पंजाबी को बाहर रखने पर आपत्ति व्यक्त की है ।
चन्नी ने ट्वीट किया था, ”मैं पंजाबी को मुख्य विषयों से बाहर रखने के सीबीएसई के तानाशाही निर्णय का विरोध करता हूं । यह संविधान की संघीय भावना के खिलाफ है और पंजाबी युवकों को अपनी मातृभाषा में सीखने के अधिकार का उल्लंघन है। मैं पंजाबी को पक्षपातपूर्ण ढंग से बाहर रखने की निंदा करता हूं । ”
पंजाब के मुख्यमंत्री की आपत्ति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ” यह सभी को पता है कि सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं कक्षा की टर्म-1 परीक्षा के तहत मुख्य विषयों की तिथियों की घोषणा की है।” उन्होंने कहा, ” यह स्पष्ट किया जाता है कि विषयों का वर्गीकरण प्रशासनिक आधार पर किया गया है जिसका मकसद विषयों में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों की संख्या के आधार पर टर्म-1 परीक्षा का आयोजन करना है और यह किसी भी रूप में मुख्य या लघु विषयों के महत्व से इसका कोई लेनाा-देना नहीं है।” अधिकारी ने कहा, ” अकादमिक दृष्टिकोण से सभी विषय समान रूप से महत्वपूर्ण है ।
पंजाबी क्षेत्रीय भाषा के तहत पेश की जाने वाली एक भाषा है। सभी क्षेत्रीय भाषाओं को लघु विषयों की श्रेणी के तहत प्रशासनिक सुविधा के उद्देश्य से रखा गया है जो परीक्षा आयोजित से जुड़ी व्यवस्था की जरूरतों को पूरा करने के लिये है। ” केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार को घोषणा की थी कि कक्षा 10वीं के लिए पहले टर्म की बोर्ड परीक्षा 30 नवंबर से शुरू होगी, जबकि 12वीं कक्षा की परीक्षा एक दिसंबर से शुरू होगी।

इसके बाद, सीबीएसई ने कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के पहले टर्म के लघु (माइनर) विषयों के लिए तारीखों (डेटशीट) की घोषणा की। दसवीं कक्षा के लिए लघु विषयों की परीक्षा 17 नवंबर से सात दिसंबर के बीच होगी जबकि 12वीं कक्षा के लिए 16 नवंबर से 30 दिसंबर के बीच परीक्षा होगी। सीबीएसई ने घोषणा की थी कि कक्षा 10वीं के लिए पहले टर्म की बोर्ड परीक्षा 30 नवंबर से शुरू होगी, जबकि 12वीं कक्षा की परीक्षा एक दिसंबर से शुरू होगी।

शैक्षणिक सत्र को विभाजित करना, दो टर्म वाली परीक्षा आयोजित करना और पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत बनाना 2021-22 के लिए दसवीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के लिए विशेष मूल्यांकन योजना का हिस्सा था, जिसे जुलाई में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर घोषित किया गया था।

भारत आने वाली विदेशी टीमों को पृथकवास से छूट 

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। भुवनेश्वर में अगले महीने होने वाले एफआईएच पुरुष जूनियर हॉकी विश्व कप के लिए भारत आने वाली विदेशी टीमों को पृथकवास से छूट दी गयी है और उन्हें अपने प्रवास के दौरान केवल कोविड-19 के लक्षणों के लिए खुद पर निगरानी रखने की जरूरत होगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस महीने की शुरुआत में खेल मंत्रालय में संयुक्त सचिव एल एस सिंह के अनुरोध के बाद यह निर्णय किया।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने हालांकि कहा कि सभी टीमों को आवश्यक स्वास्थ्य सुरक्षा कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। एफआईएच पुरुष जूनियर विश्व कप भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में 25 नवंबर से पांच दिसंबर के बीच खेला जाएगा। मेजबान भारत अभी इस टूर्नामेंट में मौजूदा चैंपियन है।
विदेशी टीमों को जिन अनिवार्य प्रोटोकॉल का अनुसरण करना होगा उनमें सभी भागीदारों का भारत के लिये रवानगी से कम से कम 72 घंटे पहले आरटी-पीसीआर कोविड-19 परीक्षण तथा यूरोप और मध्य पूर्व से आने वाली टीमों के लिये हवाई अड्डे पर अनिवार्य परीक्षण करवाना शामिल है। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने सिंह को भेजे गये पत्र में लिखा है, ”सभी प्रतिभागी भारत पहुंचने के बाद 14 दिन तक अपने स्वास्थ्य पर स्वयं निगरानी रखेंगे और यदि उनमें कोविड-19 का कोई लक्षण पाया जाता है तो वे खुद को अलग कर लेंगे और कार्यक्रम के आयोजकों / निकटतम कोविड स्वास्थ्य सुविधा / राष्ट्रीय या राज्य हेल्पलाइन को इसकी रिपोर्ट करेंगे।”
इसके अलावा सभी प्रतिभागियों को कम से कम सार्वजनिक संपर्क में रहना होगा तथा उन्हें कोविड के लिये उपयुक्त व्यवहार का पालन करना होगा, जैसे कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान मास्क पहनना, शारीरिक दूरी बनाए रखना, हाथों की सफाई आदि। पत्र में आगे कहा गया है कि यदि भारतीय प्रवास के दौरान किसी भागीदार में कोविड-19 के लक्षण पाये जाते हैं तो उसका आरटी-पीसीआर परीक्षण किया जाएगा और उसके संपर्क में रहने वाले लोगों को भी खेल विभाग को पृथकवास पर भेजना होगा।
भारत के अलावा इस टूर्नामेंट में कोरिया, मलेशिया, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, स्पेन, अमेरिका, कनाडा, चिली, अर्जेंटीना और पोलैंड की टीमें भाग लेंगी। पोलैंड को इंग्लैंड की जगह शामिल किया गया है जो कोविड-19 से जुड़े यात्रा प्रतिबंधों के कारण टूर्नामेंट से हट गया था।

सुबह खाली पेट 5 भीगे बादाम खाने के कई लाभ

खाली पेट 5 भीगे बादाम खाने के कई फायदे

रोज सुबह खाली पेट 5 भीगे बादाम खाने के कई फायदे हो सकते हैं। बादाम पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो आपको दिनभर एनर्जी से भरपूर रख सकता है। बादाम खाने से दिमाग बहुत तेज होता है। बादाम में ढेर सारा पौष्टिक तत्व पाया जाता है। इसमें प्रोटीन, वसा, विटामिन और मिनरल पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं जो हमें शरीर के हर रोगों से बचाते हैं।
खाने में क्रंची और प्रोटीन से भरपूर बादाम में फाइबर और ओमेगा-3 होता है। टेस्ट के साथ हल्दी गुणों से भरपूर बहुत लोगों का मनपसंद देता ड्राई फ्रूट है। सूखे बादाम के मुकाबले भीगे हुए बादाम ज्यादा हेल्दी होते हैं, क्योंकि यह खाने में ज्यादा मुलायम और पचाने में आसान होते हैं। तो आइए जानते हैं बादाम के फायदे के बारे में।
बादाम खाने के फायदे।
भीगे हुए बादाम खाने से दिल हल्दी रहता है और खराब कोलस्ट्रॉल में राहत मिलती है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है।
बादाम में प्रोटीन और फाइबर काफी होता है, जो पेट को देर तक भरा रखता है और और अस्वस्थ चीजें खाने की आशंका कम कर देता है। इसके अलावा बादाम जैसे नट्स खाने से मेटाबॉलिज्म तेज होता जाता है और शरीर तेजी से फैट बर्न करता है।
बादाम में विटामिन ई प्रचुर मात्रा में होता है। जो कि आपकी दिमागी क्षमता बढ़ाता है। इससे आपकी याददाश्त और सीखने की क्षमता बढ़ जाती है।
कच्चे बादाम की तुलना में भीगे हुए बादाम को पचाना आसान है। भीगे हुए बादाम पाचन को भी बढ़ावा दे सकते हैं। यह पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करता है। ये एक एंजाइम के उत्पादन को भी बढ़ावा देते हैं जो पाचन को बढ़ावा देता है।
बादाम खाने से डायबिटीज नियंत्रित रहता है। इसमें फैट, विटामिन, फाइबर और प्रोटीन पाए जाते हैं जो टाइप 2 डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
बादाम हार्ट के लिए बेहद अच्छा होता है। बादाम का सेवन करने वाले को हृदयाघात का खतरा 50 फीसदी तक काम होता है।
भीगे हुए बादाम में विटामिन ई का स्तर भी ज्यादा होता है। विटामिन ई त्वचा को सेहतमंद रखता है। अगर आप रोजाना रात में भिगोया हुआ बादाम खाते हैं तो आपको कभी त्वचा से संबंधित परेशानी नहीं होगा और आपकी त्वचा हमेशा चमकती रहेगी और सॉफ्ट होगी।

मिल्क पाउडर से बनाए गुलाब जामुन, सीखें

मीठा खाने के शौकीन लोगों का गर्मागर्म गुलाब जामुन खाना अधिकतर पसंद होता है। गुलाब जामुन एक ऐसी स्वीट डिश है जिसे आप कई तरह से बना सकते हैं, तो लीजिए आज जानिए मिल्क पाउडर से गुलाब जामुन बनाने का पूरा तरीका।

गुलाब जामुन बनाने की सामग्री:
दो कप मिल्क पाउडर।
तीन चम्मच मैदा।
आधा कप दूध (फुल क्रीम)।
चुटकीभर बेकिंग पाउडर।
घी तलने के लिए।

चाशनी के लिए :

एक कटोरी चीनी।
डेढ़ कप पानी।
आधा चम्मच इलाइची पाउडर।
चुटकीभर केसर।

गुलाब जामुन बनाने की विधि:
 सबसे पहले मीडियम आंच पर पैन में 2 चम्मच घी डालकर गर्म करने के लिए रखें।
घी के गर्म होते ही इसमें दूध डालकर धीमी आंच पर रहने दें।
 जब दूध और घी मिक्स हो जाए तब एक कप मिल्क पाउडर डालकर मिक्स करें और चलाते हुए पकाएंं।
मिश्रण के पैन छोड़ने पर गैस बंद कर दें और इसे एक बर्तन में निकालकर रख लें।
-मिश्रण में 2 बड़े चम्मच मैदा डालकर अच्छी तरह से मैश करते हुए इसे चिकना होने तक मसलते रहें। अगर जरूरत हो तो थोड़ा दूध डाल सकते हैं।
अब इस मिश्रण का थोड़ा सा भाग लेकर गोलाकार शेप बना लें।
इसी बीच चाशनी बनाने के लिए मीडियम आंच में एक पैन में चीनी और पानी डालकर उबलने के लिए रख दे।
चाशनी को अच्छे से पकाकर इसमें इलायची पाउडर और केसर डालकर आंच बंद कर दें।
मीडियम अंच में एक पैन में घी डालकर गर्म करें।
घी के गरम होते ही इसमें गुलाब जामुन डालकर धीमी आंच पर तल लें।
गुलाब जामुन के हल्का ब्राउन होते ही इसे चाशनी में डाल दें।
सारे गुलाब जामुन तलकर चाशनी में डाल दें और कुछ घंटों के लिए छोड़ दें।
तैयार है गुलाब जामुन। ठंडा या गर्म जैसे चाहे वैसे खाएं और खिलाएं।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-3 (साल-05)
2.शनिवार, अक्टूबर 23, 2021
3. शक-1984,अश्विन, कृष्ण-पक्ष, तिथि- तीज, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:30, सूर्यास्त 05:48।
5. न्‍यूनतम तापमान -19 डी.सै., अधिकतम-32+ डी.सै.। 
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक शिवाशुं व राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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