शुक्रवार, 1 अक्टूबर 2021

यूपी: एसोसिएशन के बिथरी ब्लॉक का चुनाव हुआ

संदीप मिश्र         
बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में गुरुवार को यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) के बिथरी ब्लॉक का चुनाव हुआ। जिसमें ब्लॉक अध्यक्ष पद पर जितेंद्र पाल नें 39 वोटों से जीत हासिल की। वहीं महामंत्री पद के लिए शुमाएला खान और देवेन्द्र कुमार को 41-41 वोट पड़े। इस स्थिति में यूटा के जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने पर्ची डालकर दोनों का चुनाव कराया जिसमें शुमाएला खान की जीत हुई। यह चुनाव जिला अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह, पर्यवेक्षक सतेन्द्र पाल सिंह व अनु सिंह के नेतृत्व में संपन्न हुआ।
चुनाव में कोषाध्यक्ष के रूप में देवेन्द्र कुमार को चुना गया। उपाध्यक्ष के पद पर अरविंद कुमार, महिला उपाध्यक्ष के पद पर ऋतु मिश्रा, संयुक्त मंत्री अजय कुमार, संगठन मंत्री फहेद अनवर, प्रचार मंत्री अरविंद कुमार, तो वहीं लेखाकार के पद पर योगेश प्रताप को चुना गया। यूटा जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने जितने वाले सभी पदाधिकारियों को फूल मालाएं पहनाकर बधाई दी।
चुनाव के दौरान यह लोग रहे मौजूद।
चुनाव के दौरान यूटा के जिला महामंत्री हरीश कुमार, जिला कोषाध्यक्ष हेमंत कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राज पल्याल, उपाध्यक्ष विनोद कुमार, रवि कुमार, सुनील कोली, प्रेमशकर, पुष्पा राठौर, रेखा कन्नौजिया,नरेंद्र कुमार, सुभाष कुमार, अखिलेश पांडेय, मनी सक्सेना, तर्रुनम, आदर्श कुमारी, वसी अहमद, जीनत परवीन, अनिल कुमार, शुभम, अशोक, आदि लोग मौजूद रहे।

डीडीएमए ने नए कोविड-19 दिशानिर्देश जारी किए

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने शुक्रवार से राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 दिशा-निर्देशों और मानक संचालन प्रक्रियाओं के सख्ती से पालन के साथ धार्मिक स्थलों को श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोलने की अनुमति दे दी। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने बृहस्पतिवार को नए कोविड-19 दिशानिर्देश जारी किए।
राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के कारण लॉकडाउन लगने से 19 अप्रैल से पांच महीने से अधिक समय तक धार्मिक स्थल भक्तों के लिए बंद रहे। डीडीएमए ने अपने आदेश में धार्मिक स्थलों पर भक्तों के प्रवेश की अनुमति दी है। लेकिन वहां बड़ी संख्या में लोगों के जमा होने पर रोक है।
डीडीएमए ने जिलाधिकारियों और पुलिस उपायुक्तों को आगामी त्योहारों के मद्देनजर कोविड-उपयुक्त व्यवहार का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है। प्राधिकरण ने अपने नए कोविड-19 दिशानिर्देशों में कहा है कि दिल्ली में त्योहारों के दौरान मेलों, खाने के स्टॉल, झूलों, रैलियों और जुलूस की अनुमति नहीं दी जाएगी।
डीडीएमए ने आधिकारिक आदेश में कहा, ”सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा की अनुमति नहीं दी जाएगी और लोगों को सलाह दी जाती है कि वे इसे अपने घरों में ही मनाएं।” डीडीएमए ने जिन गतिविधियों की अनुमति दी है और जिनपर पाबंदियां लगाई है, उससे संबंधित आदेश 15 अक्टूबर की मध्यरात्रि तक प्रभावी रहेंगे।

तख्तापलट के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन हुआ

नाएप्यीडो। म्यांमार में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष मानवीय मामलों के अधिकारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि एशियाई राष्ट्र के लोग “गंभीर संकट” में रह रहे हैं, जहां इस स्तर की गरीबी कम से कम पिछले 20 वर्षों में नहीं देखी गई है। एंड्र्यू किर्कवुड ने संवाददाताओं को ऑनलाइन ब्रीफिंग में बताया कि एक फरवरी को देश पर सेना के कब्जे के बाद से वहां सहायता की आवश्यकता वाले लोगों की संख्या तीन गुना बढ़कर 30 लाख हो गई है। जबकि कुल दो करोड़ लोग गरीबी में जी रहे हैं, या लगभग आधी आबादी।
देश के सबसे बड़े शहर यांगून से किर्कवुड ने कहा कि यह संकट, बढ़ते सांप्रदायिक संघर्ष, देश की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार के सैन्य तख्तापलट और कोरोना वायरस महामारी का परिणाम है। देश में इस गर्मी में संक्रमण की “विनाशकारी तीसरी लहर” आई थी।
उन्होंने कहा, “इसलिए, प्रभावी रूप से यहां एक संकट है, एक संकट के ऊपर दूसरा संकट है।” मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र की उच्चायुक्त मिशेल बेशलेट और अधिकार समूहों के मुताबिक जब म्यांमा की सेना ने एक फरवरी को आंग सान सू ची की सरकार से सत्ता छीन ली थी, तब उसने बहुत कम सबूतों के साथ दावा किया था कि उनकी पार्टी को पिछले नवंबर में आम चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली के जरिये मिली थी।
सैन्य तख्तापलट के खिलाफ सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन हुआ। जिसे सुरक्षा बलों ने कुचलने की कोशिश की। विरोध और विरोध को कुचलने की कोशिश में 1,100 से अधिक लोग मारे गए। किर्कवुड ने कहा, एक फरवरी से संयुक्त राष्ट्र खाद्य और नकद सहायता कार्यक्रम के तहत म्यांमा के आस-पास के ग्रामीण समुदायों के साथ-साथ कुछ शहरी और अर्ध-शहरी केंद्रों में 14 लाख से अधिक लोगों को मदद दी गई।

मजबूती: 12 पैसे टूटकर 74.35 पर आया रुपया

कविता गर्ग         
मुंबई। विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और घरेलू शेयर बाजार में गिरावट के चलते रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे टूटकर 74.35 पर आ गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 74.33 पर खुला और फिर 74.35 तक गिर गया, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 12 पैसे की गिरावट दर्शाता है। रुपया बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 74.23 पर बंद हुआ था। 
इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत बढ़कर 94.28 पर था।

उपयोगकर्ता विकास शुल्क बढ़ाने की इजाजत दी

हैदराबाद। हवाई अड्डा आर्थिक नियामक प्राधिकरण (एईआरए) ने जीएमआर हैदराबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए एक अप्रैल 2022 से क्रमिक रूप से उपयोगकर्ता विकास शुल्क (यूडीएफ) बढ़ाने की इजाजत दी है।
जीएमआर यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का प्रबंधन करती है। जीएचआईएएल के एक प्रस्ताव पर एईआरए ने तीसरी नियंत्रण अवधि (अप्रैल 2021 से मार्च 2026) के लिए टैरिफ संशोधन पर ये आदेश जारी किए, जिसे उसकी वेबसाइट पर अपलोड किया गया है।
नियामक के आदेश के अनुसार हवाईअड्डा संचालक को एक अप्रैल 2022 से घरेलू यात्रियों के लिए यूडीएफ को मौजूदा 281 रुपये से बढ़ाकर 480 रुपये करने और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए 393 रुपये से 700 रुपये करने की अनुमति दी गई है। इसी तरह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए शुल्क को 31 दिसंबर 2025 तक बढ़ाकर क्रमश: 750 रुपये और 1500 रुपये कर दिया जाएगा।

शुक्रवार को 76 वर्ष के हुए भारतीय राष्ट्रपति कोविंद

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार को 76 वर्ष के हो गए। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविंद के जन्मदिन पर उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबे जीवन की कामना की। एक अक्टूबर, 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में परौंख गांव में कोविंद का जन्म हुआ था। उन्होंने 25 जुलाई, 2017 को देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी।
नायडू ने ट्वीट किया, “भारत के माननीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी को आज उनके जन्मदिन पर मेरी हार्दिक बधाई। वह अपनी सादगी, उच्च नैतिकता और उल्लेखनीय दृष्टि के लिए जाने जाते हैं। मेरी कामना है कि उन्हें अच्छे स्वास्थ्य, खुशी और राष्ट्र की सेवा कई और वर्षों तक करने का आशीर्वाद मिले।


शराब के शौकीन लोगों की दिक्कतों में इजाफा किया

अकांशु उपाध्याय          

नई दिल्ली। सरकार के नए नियमों ने शराब के शौकीन लोगों की दिक्कतों में घना इजाफा कर दिया है। पियक्कडों के शौक के चलते उनकी मांग की आपूर्ति में लगी शराब की 260 दुकानें आज से बंद कर दी गई है। निजी शराब की दुकानों पर ताले लटक जाने की वजह से अब पियक्कडों के सामने शराब की किल्लत होने के आसार उत्पन्न हो गए हैं। हालांकि इस दौरान शराब की सरकारी दुकानें खुली रहेंगी। लेकिन शराब प्राप्ति के लिए पियक्कडों को दूर तक धक्के खाने पड़ेंगे।

शुक्रवार को दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के चलते शराब की 260 निजी दुकानों पर ताले लटक गए हैं। अब 16 नवंबर तक केवल 460 सरकारी दुकानों के माध्यम से सरकार की बिक्री की जाएगी। निजी शराब की दुकानों पर ताले लटक जाने की वजह से राजधानी दिल्ली के कुछ इलाकों विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों में पियक्कडों के सामने शराब की किल्लत उत्पन्न होने के आसार बन गए हैं। ऐसे हालातों में अवैध शराब की बिक्री होने के अंदेशे लगाए जा रहे हैं। इसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने आबकारी और पुलिस विभाग की संयुक्त टीमें बनाई हैं। जो नियमित रूप से शराब तस्करों पर अपनी पैनी निगाह रखेगी।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...