संदीप मिश्र
बरेली। पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल के सिटी स्टेशन पर गुरुवार तड़के पूर्णागिरी मेला स्पेशल ट्रेन डिरेल हो गई। हादसे में करीब 15-16 लोग घायल भी हुए है। कंट्रोल से यह मैसेज फ्लेश होते ही पूरे इज्जतनगर मंडल में खलबली मच गई। सभी अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक दौड़कर मौके पर पहुंचे। डीआरएम आशुतोष पंत भी मौके पर पहुंचे। तत्काल प्रभाव से एंबुलेंस बुलाई गई। एनडीआरएफ, स्काउट टीमें भी बचाव के लिए मौके पर पहुंची। ट्रेन के कोचों को कटर से काटकर यात्रियों को निकालने का काम शुरू किया गया। हांलाकि बाद में पता चला कि यह एक मॉक ड्रिल था। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
डीआरएम आशुतोष पंत ने कंट्रोल से जारी कराया था मैसेज।
दरअसल, पूर्वोत्तर रेलवे की तरफ से अधिकारियों कर्मचारियों का रेस्पांस चेक करने के लिए एक मॉकड्रिल का आयोजन किया गया था। इसके लिए इज्जतनगर मंडल के डीआरएम आशुतोष पंत ने कंट्रोल रूम से सभी विभागों को एक मैसेज जारी कराया। कहा कि 3:05 बजे मेला स्पेशल बरेली सिटी स्टेशन के तीन नंबर प्लेटफार्म पर डिरेल हो गई है। जिसमें कई यात्री फंसे हुए है। कुछ लोग गंभीर रुप से घायल भी हुए है।
संदेश जारी होते ही तत्काल सभी विभागों के रेल अफसर टीम के साथ बचाव कार्य को स्पॉट पर पहुंचे। कंट्रोल मैसेज के बाद तुरंत ही हूटर बजाया गया। मात्र 10 से 15 मिनट में ही सभी अफसर और आरपीएफ-जीआरपी के जवान मौके पर पहुंच गए। तीन घण्टे तक चले रेस्क्यू मिशन में बोगी को काटकर पुतले को बाहर निकाला गया।
हूटर और शोर की आवाज सुनकर आस-पास के लोग भी पहुंचे।
कंट्रोल से मैसेज जारी होते ही जब हूटर बजाया गया तो आस-पास के लोगों में भी खलबली मच गई। तमाम लोग सिटी स्टेशन की तरफ भाग पड़े। बाद में रेल मंडल चिकित्सालय के सीएमएस डॉ.अरुण खुन्नू के निर्देश पर मेडिकल टीम, स्काउट गाइड, एनडीआरएफ डिप्टी कमाण्डेन्ट नीरज कुमार टीम के साथ पहुंच गए। यह सब देख जब लोगों में अफरा-तफरा मची तो उन्हें बताया गया कि यह कोई हादसा नहीं बल्कि एक मॉक ड्रिल था। तब लोगों ने राहत की सांस ली।