बुधवार, 29 सितंबर 2021

ओलंपिक: भारतीय स्टार पीवी सिंधु ने रचा इतिहास

टोक्यो। ओलंपिक-2020 में भारतीय स्टार शटलर पीवी सिंधु ने इतिहास रच दिया। वह न केवल बैडमिंटन इतिहास में भारत के लिए दो मेडल जीतने वाली पहली शटलर बनीं, बल्कि इंडिविजुअल गेम में ऐसा करने वाली पहली महिला एथलीट भी बन गई हैं। इससे पहले उन्होंने रियो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। टोक्यो ओलंपिक में सेमीफाइनल में हार के बावजूद अपनी प्रतिभा की चमक को बनाए रखते हुए उन्होंने कांस्य पदक जीत लिया।
पीवी सिंधु विश्व चैंपियन शिप से लेकर ओलंपिक तक लगातार भारत को गर्व करने के अवसर प्रदान कर रही हैं। उन्होंने कामयाबी को अपनी आदत बना लिया है और अभी उनका सफर जारी है। सोचिये कि वह बैडमिंटन रैकेट कितना कीमती होगा जिससे पीवी सिंधु ने इतिहास बनाया। बिल्कुल सही सोचा आपने वाकई वह रैकेट बेशकीमती है लेकिन राष्ट्र के हित मे एक बड़े उद्देश्य के लिये अब पीवी सिंधु का वह ऐतिहासिक रैकेट को कोई भी अपना बना सकता है।
पीवी सिंधु ने ओलंपिक में विजय पताका फहराने के बाद  भारत लौट कर प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी को अपना रैकेट उपहार स्वरूप भएट कर दिया। अब जबकी प्रधानमंत्री को मिले उपहारों का ई-ऑक्शन शुरू हो चुका है। सिंधु का बैडमिंटन भी उन वस्तुओं की सूची में शामिल है जिनका ऑक्शन किया जा रहा है। यह ई-आक्शन  17 सितम्बर से 7 अक्टूबर तक चलेगा। सिंधु की उपलब्धि की निशानी को आप हासिल कर गौरवान्वित हो सकते हैं।  बस www.pmmementos.gov.in पर लॉग ऑन कर ई-ऑक्शन में हिस्सा लें। इस ऑक्शन में पीवी सिंधु के रैकेट का बेस प्राइज 80 लाख रखा गया है।
इससे पहले भी प्रधानमंत्री को मिलने वाले उपहारों की नीलामी होती रही है। आखिरी बार साल 2019 में ऐसा ऑक्शन हुआ था। पिछली बार नीलामी में सरकार ने 15 करोड़ 13 लाख रुपये हासिल किए थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में वह पूरी राशि गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने हेतु 'नमामि गंगे कोष' में जमा की गयी थी। इस बार भी ऑक्शन से मिलने वाली राशि 'नमामि गंगे कोष' को प्रदान की जाएगी।

यादगीर पुलिस ने दलितों का धर्म परिवर्तन किया

यादगीर। कर्नाटक की यादगीर पुलिस ने कुछ दलितों का धर्म परिवर्तन कर उन्हें ईसाई बनाने के प्रयास के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
यादगीर पुलिस अधीक्षक (एसपी) वेदमूर्ति ने कहा कि पुलिस ने सोमवार शाम इनकी गिरफ्तारी की और फिर चारों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोपियों की पहचान जेम्स, शांताराज, नीलम्मा और मलम्मा के रूप में की गई है।  नीलाहल्ली गांव में हुए इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें जेम्स को कुछ युवाओं संग बहस करते हुए देखा गया है, जो दलितों को ईसाई धर्म में परिवर्तित कराए जाने का विरोध कर रहे हैं।
आरोपियों को वीडियो में यह तर्क देते हुए भी देखा गया कि उसके पास सामूहिक धर्म परिवर्तन के लिए सरकारी आदेश है। जेम्स को युवाओं के साथ यह भी बहस करते हुए देखा गया है कि वह गांव के दलितों का मतान्तर नहीं, बल्कि रुपांतर कर रहा है।
जेम्स से नाराज इन युवाओं ने यह सवाल किया कि जब गांव में कोई चर्च नहीं है, तो फिर वह दलितों के धर्म परिवर्तन का प्रयास क्यों कर रहा है। इसके जवाब में जेम्स ने कहा कि वह गांव के लोगों के धर्म परिवर्तन का प्रयास इसलिए कर रहा है ताकि उन पर ईश्वर की कृपा बनी रहे।
जब युवाओं ने जेम्स से उस सरकारी आदेश को भी दिखाने की मांग की, जिसमें सामूहिक धर्म परिवर्तन कराने की बात कही गई है, लेकिन वह सरकारी आदेश तो नहीं दिखा पाया बल्कि यह धमकाते हुए देखा गया कि इसके गंभीर परिणाम भुगतने सामने आयेंगे।
इसके बाद युवाओं ने रविवार को सैदपुर पुलिस स्टेशन में जाकर चार आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी, लेकिन जब इन्हें पता चला कि गिरफ्तार हुए आरोपी प्रतिवाद शिकायत दर्ज कराने की योजना बना रहे हैं, तो इन्होंने सोमवार को पुलिस थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
ईसाई समुदाय के लोग भी पुलिस थाने के बाहर जमा होकर धरना प्रदर्शन करने लगे और गिरफ्तार किए गए चारों लोगों की रिहाई की मांग करने लगे।
पुलिस के साथ हुई ईसाई समुदाय के लोगों की गहमागहमी में प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उनके लोगों ने गांव में किसी का भी धर्म परिवर्तन नहीं कराया है।

समझौते ने अफगान में असफलता की राह बनाई

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के एक शीर्ष सांसद ने कहा कि उनका देश तालिबान के लिए पाकिस्तान का समर्थन रोकने में नाकाम रहा और यह अफगानिस्तान में ”अमेरिका की विफलता” की मुख्य वजहों में से एक है। सीनेटर जैक रीड ने अफगानिस्तान पर कांग्रेस की बहस के दौरान मंगलवार को कहा, ”अमेरिकी सेना की वापसी और उसके आसपास की घटनाएं बाहरी प्रभावों से अलग नहीं थीं।
इराक में जो कुछ हमारे साथ हुआ, तालिबान के लिए पाकिस्तान के समर्थन से निपटने में हमारी नाकामी और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा किए गए त्रुटिपूर्ण दोहा समझौते ने अफगानिस्तान में हमारी असफलता की राह बनाई।” सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के सदस्य सीनेटर जिम इनहोफ ने कहा कि अफगान सरकार का नेतृत्व अब आतंकवादी कर रहे हैं जिनका लंबे समय से अल-कायदा से संबंध रहा है।
उन्होंने कहा, ”और हम अफगानिस्तान हवाई क्षेत्र में प्रवेश के लिए पाकिस्तान सरकार की दया पर निर्भर है। अगर हम वहां प्रवेश भी कर लें तो हम अफगानिस्तान में अल-कायदा पर हमला नहीं कर सकते क्योंकि हमें चिंता है कि तालिबान वहां मौजूद अमेरिकियों के साथ क्या करेगा।” उन्होंने कहा, ”प्रशासन को ईमानदार होना चाहिए। राष्ट्रपति जो बाइडन के विनाशकारी फैसले के कारण अमेरिकी परिवारों पर आतंकवादी खतरा बढ़ रहा है और इन खतरों से निपटने की हमारी क्षमता खत्म हो गयी है।”
सुनवाई के दौरान सीनेटर रीड ने कहा कि युद्ध के दौरान अमेरिका, तालिबान को पाकिस्तान से मिल रहे समर्थन से निपटने मे नाकाम रहा, यहां तक कि अमेरिकी राजनयिकों ने पाकिस्तानी नेताओं के साथ मुलाकात की और उसकी सेना ने आतंकवाद रोधी अभियान में सहयोग दिया।
उन्होंने कहा, ”तालिबान ने फिर से संगठित होने के लिए पाकिस्तान में पनाह ली। हाल में बढ़ी तालिबान की उग्रता को दोहा समझौते से जोड़ा जा सकता है जिस पर 2020 में तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप ने हस्ताक्षर किए थे।

हादसा: बैक हो रहे ट्रक से टकराईं रोडवेज बस

हरिओम उपाध्याय    
लखनऊ। राजधानी से चलकर श्री कृष्ण की नगरी मथुरा जा रही यात्रियों से भरी रोडवेज बस एक्सप्रेस-वे पर बैक हो रहे ट्रक से टकरा गई। इस हादसे में बस के बुरी तरह से परखच्चे उड़ गए हैं। हादसे में 5 लोग घायल हुए हैं जिनमें बस का चालक भी शामिल है। मौके पर जमा हुए लोगों ने बस के भीतर फंसे लोगों को बाहर निकाला और घायल हुए यात्रियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।
बुधवार को रोडवेज की बस राजधानी लखनऊ से यात्रियों को लेकर श्री कृष्ण की नगरी मथुरा जा रही थी। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे से होती हुई मथुरा जा रही रोडवेज की बस जब फतेहाबाद थाना क्षेत्र में पहुंची तो बस वहां पर बैक हो रहे ट्रक में पीछे से जा टकराई। बताया जा रहा है कि बस की रफ्तार इतनी तेज थी कि ट्रक से भिड़ंत होते ही कंडक्टर की साइड की बस का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे के दौरान बस के भीतर 16 सवारियां बैठी हुई थी। दो वाहनों के टकराने की आवाज को सुनते ही आसपास के लोग अनहोनी की आशंका से घबरा उठे। भाग दौड़कर मौके पर पहुंचे लोगों ने पुलिस को हादसे की जानकारी दी। जानकारी मिलते ही पुलिस और एनएचएआई की टीम मौके पर पहुंची और बस में फंसे लोगों को राहत एवं बचाव कार्य शुरू करते हुए बाहर निकाला। घायल हुए यात्रियों को अस्पताल में ले जाकर उपचार के लिए भर्ती कराया। बताया जा रहा है कि हादसे में बस के चालक समेत आधा दर्जन यात्री घायल हुए हैं। एनएचएआई की टीम ने बस को किनारे करवा कर यातायात को सुचारू कराया।

दूसरे दल में शामिल होने की बात खारिज: कैप्टन

अमित शर्मा       
चडीगढ़। पंजाब सियासी घमासान जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दावा करते हुए कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू चन्नी सरकार पर हावी होना चाहते थे, परंतु कोई भी सीएम यह सहन नहीं कर पा सकता। उन्होंने किसी और दल में जाने से इंकार किया है। बताया है कि मीडिया अपनी तरफ से खबरें दिखा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार चन्नी सरकार के बनने के पश्चात कई लीडरों व मिनिस्टरों के इस्तीफे के बाद एक निजी चैनल से वार्ता करते हुए कहा कि सिद्धू चन्नी पर हावी होना चाहते थे। इसको कोई भी सीएम सहन नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि राजय चलाने के लिये हर किसी को पूरी छूट होनी चाहिए। अगर सिद्धू का लगता है कि वह चन्नी के माध्यम से सरकार चलायेंगे, तो प्रतिक्रिया इसी तरह की होगी। उन्होंने कहा कि मैंने इस्तीफे का पत्र देखा है मुझे पता चला है कि दूसरे दलों में भी लोगों से वार्ता कर रहे हैं। कैप्टन ने दूसरे दल में शामिल होने की बात को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि मीडिया स्वयं उनके अन्य पार्टी में शामिल होने की बात कर रही है लेकिन यह सही नहीं है।

चन्नी को सीएम बनाने पर सिद्धू ने इस्तीफा दिया

अमित शर्मा     
चंडीगढ। पंजाब में सियासी घमासान रूकने का नाम ही नहीं ले रहा है। कैप्टन के इस्तीफा के बाद चन्नी को सीएम बनाने को लेकर नाराज सिद्धू ने भी इस्तीफा दे दिया। इससे हाईकमान नाराज है और उनके विरूद्ध एक्शन भी ले सकती है। चन्नी सरकार में सिद्धू के इस्तीफा के पश्चात से इस्तीफे की लाइन लग गई है।
मिली जानकारी के अनुसार नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे से कांग्रेस हाईकमार नाराज है और उनके विरूद्ध कड़ा रूख अपनाया जा सकता है। बताया जा रहा है कि अभी तक दोनों पक्षों के बीच कोई वार्ता नहीं हुई है। इतना ही नहीं अभी तक सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया हे। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज कैबिनेट बैठक भी बुलाई हे। मिली जानकारी के अनुसार आज की कैबिनेट में जो मिनिस्टर नहीं आयेंगे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी। सिद्धू के इस्तीफा के पश्चात प्रदेश अध्यक्ष हेतु मंथन भी प्रारंभ हो गया है और इस दौड़ में रवनीत सिंह बिट्टू का नाम सबसे ऊपर चल रहा है।
गौरतलब है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के विरोध के बाद सिद्ध को इसी साल 23 जुलाई को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया था। नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के पश्चात चन्नी सरकार के मिनिस्टर समेत कई बड़े लीडरेां के इस्तीफों लाइन लग गई है।

महाराष्ट्र: 13 पैसे गिरकर 74.19 पर पहुंचा 'रुपया'

कविता गर्ग        
मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में नरमी के बीच बुधवार को शुरुआती कारोबार के दौरान भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 13 पैसे गिरकर 74.19 पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 74.18 पर खुला, और शुरुआती कारोबार में गिरकर 74.19 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से 13 पैसे की गिरावट को दर्शाता है।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 74.06 पर बंद हुआ था। इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत गिरकर 93.71 पर पहुंच गया। घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर, बीएसई सेंसेक्स 307.88 अंक या 0.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,359.72 पर कारोबार कर रहा था, जबकि व्यापक एनएसई निफ्टी 83.10 अंक या 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,665.50 पर पहुंच गया।
वहीं विदेशी संस्थागत निवेशक मंगलवार को पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता थे और शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार उन्होंने 1957.70 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.32 प्रतिशत गिरकर 78.05 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...